अपराधी विकास दुबे का कानपुर स्थित अड्डा जमींदोज, उसी जेबीसी से गिराया जिससे रोका था पुलिस का रास्ता  

उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकरु गांव में आठ पुलिसवालों की निर्मम हत्या करके फरार हुए गैंगस्टर विकास दुबे के अड्डे (घर) को शनिवार को उसी जेसीबी से गिरा दिया गया, जिसे रास्ते में खड़ा करके उसने शुक्रवार को उसके यहां छापा मारने आ रहे पुलिसवालों को रोककर अपने गुर्गों की मदद से उनकी हत्या कर दी थी।

किलेनुमा उसके अड्डे के बाहर १० फुट ऊंची दीवार बनाई गयी थी जिसके ऊपर कांटेदार बाड़ लगाई गयी थी। प्रशासन के आदेश पर इस अड्डे को गिरा दिया गया है, और अभी भी इसका काम चल रहा है। यह भी चर्चा रही है कि वहां कोइ तहखाना और गुप्त रास्ते भी हो सकते हैं। पूरी खुदाई के बाद ही इसका पता चल सकेगा।

दिलचस्प यह रहा कि प्रशासन ने उसी जेसीबी से विकास के इस अड्डे को गिराया, जिससे उसने पुलिस का रास्ता राेका था। शनिवार सुबह ही पुलिस और प्रशासन की टीमें बिकरु गांव पहुंच गई थीं। आसपास के दर्जनों गांवों में दहशत रखने वाला विकास फिलहाल फरार है और ऐसा लग रहा है कि इस बार उसे हार माननी पड़ेगी। उसकी तलाश में पुलिस ने डेढ़ दर्जन से ज्यादा टीमें भेजी हैं। यह भी जांच की जा रही है कि कहीं वो नेपाल तो नहीं भाग गया। उसका घर गिराने से पहले पुलिस ने विकास दुबे के पिता रामकुमार को और उनकी नौकरानी रेखा को बच्चों समेत घर से बाहर निकाल लिया था।

अब तक पुलिस ने उसके दो बदमाश साथियों को ढेर कर दिया है जबकि मामले में पूछताछ के लिए १२ लोगों को हिरासत में लिया है। लखीमपुर खीरी जिले में पुलिस को  अलर्ट पर रखा गया है, साथ ही नेपाल बॉर्डर पर अलर्ट जारी किया गया है। उसके फोटो इलाके में चस्पां किये गए हैं। उधर विकास की मां बेटे की हरकत से सख्त नाराज हैं और उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि उसे आत्मसमर्पण कर देना चाहिए, नहीं तो पुलिस उसे एनकाउंटर में मार दे।