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नागरिकता संशोधन बिल आज लोक सभा में किया जाएगा पेश

विपक्ष और भाजपा के ही कुछ सहयोगियों के विरोध के बीच मोदी सरकार सोमवार को लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश करने जा रही है। विधेयक पेश करने को देखते हुए सत्तारूढ़ भाजपा ने अपने सभी लोकसभा सदस्यों को व्हिप जारी किया है कि नौ दिसंबर से तीन दिन तक सदन में मौजूद रहें।

नागरिकता (संशोधन) विधेयक, यानी सिटिज़नशिप (अमेंडमेंट) बिल जिसे ”कैब” भी कहा गया है,  को आज लोकसभा में पेश किया जाएगा। इस बिल के जरिये  पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता दी जा सकेगी।

विपक्ष इस बिल का जबरदस्त विरोध कर रहा है और उसका आरोप है कि इसमें धर्म के आधार पर भेदभाव किया जा रहा है। हालाँकि सरकार का कहना है कि बिल का मकसद शरणार्थियों और घुसपैठियों में भेद करना है।

गौरतलब है कि लोकसभा के पिछले कार्यकाल के दौरान यह बिल निष्प्रभावी हो गया था। विधेयक पेश करने को देखते हुए भाजपा ने अपने सभी सदस्यों को व्हिप जारी किया कि नौ से १२ दिसंबर तक सदन में मौजूद रहें।

लोकसभा के सोमवार की कार्य सूची के मुताबिक छह दशक पुराने नागरिकता कानून  में संशोधन वाला विधेयक दोपहर में लोकसभा में पेश होगा और बाद में इस पर चर्चा होगी और फिर इसे पारित कराया जाएगा।

उन्नाव पीड़िता का अंतिम संस्कार

उतर प्रदेश के उन्नाव की गैंगरेप पीड़िता, जिसकी जलाने के बाद शनिवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गयी थी, का रविवार को उसके गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी के आने पर ही अंतिम संस्कार की जिद्द की, हालांकि, अधिकारियों के मनाने और परिवार के लिए कुछ घोषणाएं करने के बाद परिजन  पीड़िता के शव के अंतिम संस्कार को मान गए और उसे दफनाया गया।
सरकार के तरफ से  साथ ही सरकार ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाने का भरोसा दिया है। इसके अलावा आवास आवास योजना फंड से पीड़िता के परिवार के लिए २५ लाख का मुआवजा देने का भरोसा दिलाया गया है।
इसके अलावा जान गंवाने वाली लड़की की बहन को सरकारी नौकरी दी जाएगी और परिवार की मांग पर सस्त्र लाइसेंस दिया जाएगा। साथ ही आवास योजना के तहत परिवार को मकान दिया जाएगा और मौजूदा कच्चे मकान को पक्का किया जाएगा। लड़की की बहन को पुलिस सुरक्षा दी जाएगी और घर पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से  स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ मंत्री कमलरानी वरुण दुष्कर्म पीड़िता के अंतिम संस्कार में पहुंचीं। पीड़िता के गाँव में उसके साथ हुए अत्याचार के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है। सुबह पीड़िता के परिवार ने मांग की थी कि जब तक मुख्यमंत्री नहीं आएंगे, तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
बाद में  पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के मनाने पर परिवार ने अंतिम संस्कार के लिए हामी भरी। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भी भरोसा दिलाया गया,  जिसके बाद परिवार पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हो गया।  अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी कर पीड़िता का शव दफनाया गया।
गाँव में सुबह ही लोगों की भीड़ लड़की के हर के बाहर जमा होने लगी थी। शनिवार की रात पीड़िता का शव घर पर पहुंचा तो कोहराम मच गया। पूरी रात घरवाले जागते रहे। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को रात को ही अंतिम संस्कार करने का आग्रह किया। श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद समेत तमाम प्रशासनिक अमला बिहार थाने में रात को डटा रहा, लेकिन पीड़ित परिवार अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं हुआ।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शनिवार को पीड़ित परिवार से मिलने गाँव पहुँची थीं। उन्होंने परिवार को ढाढ़स बंधाया। इस मौके पर प्रियंका ने कहा था कि अब महिलाओं को सत्ता संभालनी होगी तभी उन्हें न्याय मिल सकेगा।

दिल्ली अग्निकांड की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश

राजधानी दिल्ली के फिल्मीस्तान इलाके में रविवार तड़के लगी भीषण आग की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिए हैं। उन्होंने मृतकों के निकट परिजनों को १०-१० लाख मुआवजे की घोषणा की है। इस घटना में अब तक ४३ लोगों की जान जाने की पुष्टि सरकारी स्तर पर की गयी है

उपहार सिनेमा अग्निकांड के बाद दिल्ली में यह आगजनी की सबसे बड़ी घटना है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा किया और पूरी हालात की जानकारी ली। अभी भी घटनास्थल पर लोगों की भीड़ लगी हुई है। यह कहा जा रहा है कि प्रशासन की नाक के नीचे आवेश रूप से और तमाम नियमों को ताक पर रखकर यह फैक्टरियां वहां चलाई जा रही हैं। जहाँ यह घटना हुई वह बहुत की संकरी जगह है जिससे राहत कार्य में बहुत दिक्कत आई। ज्यादातर लोगों की मौत धुएं से दम हटने से हुई है। अभी भी काफी लोग अस्पताल में भर्ती हैं जिनमें से बहुत की हालत गंभीर है।

सीएम केजरीवाल ने  उन्होंने मृतकों के निकट परिजनों को १०-१० लाख मुआवजे की घोषणा की है। घायलों को १-१ लाख रूपये देने की भी घोषणा की गयी है। सीएम ने एक हफ्ते के भीतर जांच रिपोर्ट माँगी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। आग में झुलसे कई लोग अभी भी गंभीर हालत में हैं और उनका इलाज किया जा रहा है। मरने वालों में ज्यादातर मजदूर हैं।

जहाँ यह आग लगी वहां तीन-चार मंजीत के भवन में कपड़े, बाईंडिंग और प्लास्टिक का काम होता था। जिससे आग फैलने में मदद मिली। आग शार्ट सर्किट से लगी। धुंआ फैलने से  वहां सोये लोगों का दम घुट गया और उनकी मौत हुई। जहाँ यह घटना हुई वह बहुत संकरी जगह है जिससे राहत कार्यों में बाधा हुई।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुबह घटनास्थल का दौरा किया और एमएम हालात की जानकारी ली। उन्होंने घटना पर गहरा शोक जताते हुए इसे बड़ा हादसा बताया है। साथ ही घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिए हैं। इस जांच की रिपोर्ट केजरीवाल ने एक हफ्ते के भीतर मांगी है। साथ ही घटना में जान गंवाने वालों के निकट परिजनों को १-१ लाख राहत राशि देने का ऐलान किया है।

अभी भी आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। घटना के समय वहां सो रहे लोगों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उन्हें कोइ जानकारी अभी नहीं दी जा रही है और न आगे जाने दिया जा रहा है। बहुत से लोगों ने बताया कि उनके परिजन अभी तक लापता हैं और सरकारी स्तर पर उनकी कोइ जानकारी नहीं दी गयी है जिससे वे उनकी कुशलता को लेकर चिंता में हैं।

फिल्मीस्तान इलाके की अनाज मंडी में एक फैक्टरी में यह आग तड़के करीब पांच बजे लगी। आग बुझाने का कार्य एक घंटा पहले पूरा हो गया जिसके बाद एमसीडी  मलबा हटाने का काम कर रही है। मरने वालों में ज्यादातर मजदूर बताये गए हैं जो वहां सोये थे। जिन लोगों की अग्निकांड में मौत हुई उनमें से ज्यादातर वे हैं जिन्हें बचाने के लिए वहां से निकाला गया था उनमें से माना जाता है ज्यादातर की पहली ही दम घुटने से मौत हो चुकी थी।

जानकारी के मुताबिक बचाव और राहत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। दिल्ली पुलिस ने ४३ लोगों के मरने की पुष्टि की है। ज्यादातर लोगों की मौत धुएं में दम घुटने से हुई है। जानकारी के मुताबिक जिन लोगों को बचाया गया है उनमें भी कई बहुत बुरी तरह जल चुके हैं। सफ़दरजंद अस्पताल में ही भर्ती लोगों की संख्या काफी है।

करीब ३० फायर टेंडर आग बुझाने में लगे रहे । जहाँ आग लगी वहां जगह काफी संकरी है। आसपास के काफी मकानों को खाली करवा लिया गया है। आग तीन मकानों में लगी जिनमें कपड़े, बाईंडिंग और प्लास्टिक का काम होता था।

दिल्ली के मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि जब उन्हें सूचना मिली तो यह नहीं बताया गया जहाँ आग लगी है उसमें लोग भी फंसे हैं। बताया कि अनाज मंडी में आग लगी लेकिन उसमें लोग भी फंसे हैं। उनके मुताबिक ५६ लोगों को बहार निकाला गया और अस्पताल भेजा गया। बहुत से लोगों की मौत अस्पताल में जाकर हुई।

बहुत से लोग घायल हुए हैं जिन्हें अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है। करीब चार घंटों के आपरेशन के बाद जाकर इन लोगों को बाहर निकाला जा सका। अभी तक ४३ लोगों की मौत की पुष्टि आधिकारिक रूप से की जा चुकी चुकी है। कई लोग बुरी तरह जल चुके हैं जिनकी हालत गंभीर है। मरने वालों की सही संख्या बाद में ही पता चलेगी।

दिल्ली में भीषण आग, ४३ की मौत

राजधानी दिल्ली में रविवार तड़के भीषण आग लग जाने से मरने वालों की संख्या ४३ हो गयी है।  मरने वालों की संख्या ज्यादा हो सकती है। फिल्मीस्तान इलाके की  अनाज मंडी में एक फैक्टरी में लगी आग में अभी भी काफी लोग भीतर फंसे हैं। आग बुझाने का कार्य अब रुक गया है और एमसीडी अब मलबा हटाने का काम शुरू करेगी। मरने वालों में ज्यादातर मजदूर बताये गए हैं जो वहां सोये थे। अभी तक ५६ लोगों को बचाया गया है।
जानकारी के मुताबिक बचाव और राहत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। दिल्ली पुलिस ने ४३ लोगों के मरने की पुष्टि की है। ज्यादातर लोगों की मौत धुएं में दम घुटने से हुई है। जानकारी के मुताबिक जिन लोगों को बचाया गया है उनमें भी कई बहुत बुरी तरह जल चुके हैं। सफ़दरजंद अस्पताल में ही भर्ती लोगों की संख्या काफी है।

जानकारी के मुताबिक जो लोग भीतर फंसे हैं उनके बचने को लेकर आशंका जताई जा रही है, जिससे मरने वालों की संख्या ज्यादा हो सकती है। करीब ३० फायर टेंडर आग बुझाने में लगे रहे । जहाँ आग लगी वहां जगह काफी संकरी है। आसपास के काफी मकानों को खाली करवा लिया गया है।

आग तीन मकानों में लगी जिनमें प्लास्टिक और बेकरी का काम चल रहा है। दिल्ली के मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि जब उन्हें सूचना मिली तो यह नहीं बताया गया जहाँ आग लगी है उसमें लोग भी फंसे हैं। बताया कि अनाज मंडी में आग लगी लेकिन उसमें लोग भी फंसे हैं। उनके मुताबिक ५६ लोगों को बहार निकाला गया है। बहुत से लोगों की मौत अस्पताल में जाकर हुई। मलबे से कुछ लोग निकल सकते हैं।

बहुत से लोग घायल हुए हैं जिन्हें अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है। करीब चार घंटों के आपरेशन के बाद जाकर इन लोगों को बाहर निकाला जा सका।

अभी तक ४३ लोगों की मौत की पुष्टि आधिकारिक रूप से की जा चुकी चुकी है। कई लोग बुरी तरह जल चुके हैं जिनकी हालत गंभीर है। मरने वालों की सही संख्या बाद में ही पता चलेगी। आग छठी मंजिल में लगी जिससे कई लोग ऊपर ही फंसे रह गए।

रेप पीड़िता के परिजनों से मिलने उन्नाव गयी प्रियंका

जलाने के बाद ज़िंदगी की जंग लड़ रही रेप पीड़िता की मौत हो जाने के बाद कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी उसके परिजनों से गम साझा करने उन्नाव गयी। उन्होंने पीड़िता की मौत पर आक्रोश जताते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर हमला करते हुए राज्य में क़ानून व्यवस्था की खराब स्थिति पर गहरी चिंता जताई है।

जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता पहले से ही दो दिन के लखनऊ प्रवास पर हैं। प्रियंका गांधी ने अपने आज के सभी राजनीतिक कार्यक्रम रद्द करते हुए उन्नाव जाने का फैसला किया है। सुबह प्रियंका गांधी ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की मौत पर गहरा दुख जताते हुए योगी सरकार पर जबरदस्त हमला बोला और कई सवाल उठाये हैं।

इस बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेता लखनऊ में भाजपा दफ्तर के सामने धरने पर बैठने की तैयारी कर रहे हैं। उन्नाव की रेप पीड़िता की मौत के बाद देश भर में गुस्सा फैला है।

इस बीच प्रियंका गांधी ने अपने एक ट्वीट में कहा – ”मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि उन्नाव पीड़िता के परिवार को इस दुख की घड़ी में हिम्मत दे। यह हम सबकी नाकामी है कि हम उसे न्याय नहीं दे पाए। सामाजिक तौर पर हम सब दोषी हैं लेकिन ये उत्तर प्रदेश में खोखली हो चुकी कानून व्यवस्था को भी दिखाता है।”

धरने पर बैठे अखिलेश

इस बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव घटना पर आक्रोश दिखाने के लिए लखनऊ में कुछ देर विधानसभा के सामने धरने पर बैठे। उनके साथ पार्टी के कुछ और नेता भी थे। धरने के बाद यादव ने त्तर प्रदेश की योगी सरकार पर लापराही करने और सूबे में क़ानून व्यवस्था का दिवाला पिटने का आरोप लगाया।

प्रियंका गांधी का ट्वीट –
Priyanka Gandhi Vadra

@priyankagandhi
· 1h
मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि उन्नाव पीड़िता के परिवार को इस दुख की घड़ी में हिम्मत दे। यह हम सबकी नाकामयाबी है कि हम उसे न्याय नहीं दे पाए। सामाजिक तौर पर हम सब दोषी हैं लेकिन ये उत्तर प्रदेश में खोखली हो चुकी कानून व्यवस्था को भी दिखाता है।

अक्षय कुमार ने किया भारतीय पासपोर्ट के लिए आवेदन

बॉलीवुड के चर्चित अभिनेता अक्षय कुमार ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया है। राजधानी में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि मुझे तकलीफ होती है कि है लोग इस बात पर अड़ गए हैं कि अपने भारतीय होने का प्रमाण देने के लिए अपना पासपोर्ट दिखाना होगा। इस बारे में आगे मैं किसी को मौका नहीं देना चाहता और इसलिए मैंने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया।

नई दिल्ली में एचटी लीडरशिप समिट में अक्षय ने कहा कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि अपनी भारतीयता साबित करने के लिए दस्तावेज की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने बताया कि वह नागरिकता संबंधी विवाद के बाद कनाडाई पासपोर्ट को छोड़कर भारतीय पासपोर्ट ले रहे हैं। उन्होंने अपने कनाडाई पासपोर्ट लेने के पीछे की कहानी भी बताई। बताया कि जब लगातार उसकी 14 फिल्में फ्लॉप हो गईं तो उसने अपने एक भारतीय दोस्त,जो कनाडाई नागरिक है, के कहने पर कि साथ में कोई काम करेंगे, वहां की नागरिकता ली।

आगे चलकर जब मेरी 15 वीं फिल्म सफल हुई तो फिर उसके बाद मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। मैं आगे बढ़ता चला गया और पासपोर्ट को बदलवाने के बारे में कभी नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि विवाद के बाद भारतीय पासपोर्ट के लिए आवेदन करने का फैसला किया है।

52 वर्षीय खिलाड़ी कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी का अप्रैल में इंटरव्यू किया था और लोकसभा चुनाव के दौरान मुंबई में मतदान नहीं किया था। तब उनकी नागरिकता को लेकर सोशल मीडिया में खूब कमेंट किए गए थे। तभी से उनकी नागरिकता को लेकर कयास लगने लगे थे। हालांकि उन्होंने कभी इससे इनकार नहीं किया उनके पास कनाडाई पासपोर्ट है।

उन्नाव रेप पीड़िता की मौत, देश में फूटा गुस्सा

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में रेप पीड़िता, जिसे दो दिन पहले जला दिया गया था, भी आखिर ज़िंदगी की जंग हार गयी। सफदरजंग अस्पताल में पिछले रात करीब पोने  १२ बजे मौत हो गयी। देश में एक बार फिर इन घटनाओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर गुस्सा फूट पड़ा है। उसे दो दिन पहले बुरी तरह जला दिया गया था जिसके बाद उसे एयरलिफ्ट करके लखनऊ से दिल्ली लाया गया था।

डाक्टरों के मुताबिक पीड़िता का शरीर ९५ फीसदी जल चुका था। सफदरजंग अस्पताल के डाक्टरों के मुताबिक बहुत प्रयासों के बावजूद पीड़िता को बचाया नहीं जा सका।  शुक्रवार शाम ही उसकी हालत खराब होनी शुरू हो गई थी। रात करीब अवा ११ बजे उसे दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद उसका इलाज शुरू किया गया ताकि उसे बचाया जा सके लेकिन रात करीब पोने १२ बजे उसने दम तोड़ दिया।

उसकी मौत के बाद एक बार देश भर में में इस तरह की घटनाओं के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा फूट पड़ा है। पीड़िता की मौत के बाद कमोवेश सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने घटना पर गुस्सा जाहिर किया है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए लखनऊ में कहा कि उन्नाव में बीते ११ महीने में करीब ९० रेप हुए हैं। प्रियंका गांधी ने कहा – ”सरकार का कर्तव्य होता है कि वह कानून-व्यवस्था को कायम रखे। उन्नाव में पिछले ११ महीने में ९० बलात्कार हुए हैं। सरकार को फैसला करना पड़ेगा कि वह महिलाओं के पक्ष में है या फिर अपराधियों के पक्ष में?”

उन्होंने कहा कि उन्नाव में जो पिछला मामला हुआ था, उसमें सरकार ने आरोपी की तब तक सुरक्षा की जब तक उस महिला का परिवार खत्म नहीं हो गया। उन्नाव के बाद संभल, मैनपुरी में आपने देखा और अब फिर उन्नाव में गुरुवार को नया मामला हुआ है। प्रियंका गांधी ने कहा – ”मुख्यमंत्री मामलों को देखें और उन्हें मेरा सुझाव है कि वह अपने दफ्तर में एक प्रकोष्ठ बनाएं और हर जिला पुलिस अधीक्षक से कहा जाए कि अगर महिलाओं से संबंधित शिकायत आती है तो मुख्यमंत्री कार्यालय को उसकी सूचना दें और २४ घंटे के अंदर उसका मुकदमा दर्ज कर पीड़िता को सुरक्षा दी जाए।”

एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने अपना गुस्सा जाहिर किया – ”एक और रेप पीड़ित मासूम की जिंदगी खत्म हो गई। उन्नाव रेप पीड़िता की मौत के बारे में सुनकर बेहद दुख हुआ। मेरी हार्दिक संवेदना। उसकी आत्मा को शांति मिले। लेकिन हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि अन्य रेप पीड़ितों के साथ ही उसे भी न्याय मिले….अब बहुत हुआ।”

कांग्रेस की महिला शाखा ने ट्वीट कर कहा – ”यूपी सरकार सो गई है। भारत की एक और बेटी ने दम तोड़ दिया क्योंकि सिस्टम उसकी सुरक्षा करने में नाकाम रहा। रेप पीड़िता को उन्नाव में जला दिया गया था, जिसे एयरलिफ्ट कर सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पीड़िता की शुक्रवार रात ११.४० बजे मौत हो गई। बहादुर लड़की की आत्मा को शांति मिले। आपने कड़ा संघर्ष किया।”

बसपा सुप्रीमो मायावती, लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान सहित कई नेताओं ने भी ट्वीट कर पीड़िता की मौत पर दुख जाहिर किया है।

प्रदूषण से जिंदगी कम होने का किसी अध्ययन में दावा नहीं : जावड़ेकर 

नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को संसद में कहा कि भारत में किसी अध्ययन ने यह दावा नहीं किया कि प्रदूषण से जीवन की उम्र कम हो जाती है। इसको लेकर जनता के बीच किसी तरह का मनोवैज्ञानिक डर पैदा करने की जरूरत नहीं है।
सदन में प्रदूषण से जीवन प्रत्याशा घटने के दावों से जुड़े सवाल पर जावड़ेकर ने कहा, सरकार प्रदूषण को कम करने की दिशा में जरूरी कदम उठा रही है और अब जल्द ही आने वालों दिनों में असर भी दिखने को मिलेगा और दिखने भी लगा है। उन्होंने बताया कि भारतीय अध्ययनों में प्रदूषण और जीवन प्रत्याशा के बीच किसी तरह के संबंध का जिक्र नहीं है। वहीं जिन अध्ययनों में ऐसा जिक्र है भी वे पहली पीढ़ी के आंकड़ों पर आधारित नहीं हो सकते।
पिछले कुछ दिनों में मोदी सरकार के कई मंत्री अपने बयानों के चलते घिर चुके हैं। इस बार केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रदूषण को लेकर एक अजीबोगरीब बयान है।
जावड़ेकर ने यह बात तृणमूल कांग्रेस की सांसद काकोली घोष के सवाल का जवाब देते हुए कही। काकोली घोष ने पूछा था कि कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि प्रदूषण के चलते लोगों की उम्र साढ़े चार साल तक कम हो रही है। ऐसे में सरकार इस समस्या से निपटने के लिए क्या कदम उठा रही है?
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि प्रदूषण से निपटने के लिए पुराने कानूनों में संशोधन होना चाहिए, इस पर जावड़ेकर ने कहा कि इस सुझाव पर विचार किया जा सकता है।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता (ए क्यू आई)फिर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। बीते महीने इसके बेहद गंभीर हो जाने के चलते कई दिनों के लिए स्कूल बंद करने पड़े थे। इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर में निर्माण कार्यों, जनरेटर और फैक्ट्री पर रोक भी लगा दी थी।

पोक्सो एक्ट में दया याचिका का प्रावधान ख़त्म हो : राष्ट्रपति

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को कहा कि पोक्सो एक्ट में दया याचिका का प्रावधान ख़त्म होना चाहिए। इस बीच निर्भया रेप-हत्या मामले में दोषी विनय शर्मा की दया याचिका को खारिज करने की सिफारिश करते हुए गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास भेज दिया है।

एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बड़ा ब्यान देते हुए कहा है कि वे मानते हैं कि पोक्सो एक्ट में दया याचिका का प्रावधान ख़त्म होना चाहिए। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह काम विधायिका का है। राजस्थान के सिरोही में एक कार्यक्रम में  राष्ट्रपति ने कहा कि महिला सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है। उनहोंने कहा – ”पोक्सो एक्ट के तहत बलात्कार के दोषियों को दया याचिका दायर करने का अधिकार नहीं होना चाहिए। संसद को दया याचिकाओं की समीक्षा करनी चाहिए।”

उधर निर्भया मामले के दोषी विनय शर्मा की दया याचिका को गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास भेज दिया है। मंत्रालय ने इसे खारिज करने की सिफारिश की  है। राष्ट्रपति भवन ने दया याचिका मिलने की पुष्टि की है। गौरतलब है कि दोषियों ने दिल्ली सरकार के सामने अपनी दया याचिका लगाई थी इसे खारिज करते हुए दिल्ली सरकार ने अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेज दी थी।

अब गृह मंत्रालय के राष्ट्रपति को दया याचिका भेजने के बाद देश की निगाहें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर हैं कि वह क्या निर्णय लेते हैं।

उन्नाव रेप पीड़िता वेंटिलेटर पर

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में गैंगरेप पीड़िता, जिसे  जला दिया गया था, की हालत नाजुक बनी हुई है। उसकी हालत बिगड़ती देख उसे दिल्ली में वेंटिलेटर पर रखा गया है। पीड़िता को गुरूवार को एयरलिफ्ट करके दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था।

रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़िता ९० फीसदी के करीब जल चुकी है। उसने गुरवार को इस घटना के बाद सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट को बयान दिया था। इसमें पीड़िता ने बताया था कि वह गुरुवार सुबह चार बजे रायबरेली जाने के लिए बैसवारा स्टेशन जा रही थी। गौर गांव के मोड़ के पास पहले से मौजूद आरोपियों ने उसे कथित तौर पर लाठी-डंडों से पीटने के बाद चाकू के वार भी किए और बाद में पेट्रोल डाल कर आग लगा दी।

इधर सफदरजंग अस्पताल के डाक्टरों को भय है कि कहीं संक्रमण उसके पूरे शरीर में न फ़ैल जाए। अगर ऐसा होता है तो उसे नियंत्रित करना कठिन हो जाएगा।  अस्पताल के डाक्टरों का कहना है कि उनकी प्राथमिकता पीड़िता की जान बचाने की है जिसकी हालत इस समय बहुत ज्यादा नाजुक है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़िता के अंदरूनी दो अंग डैमेज हो चुके हैं जिससे उसकी हालत ज्यादा खराब हुई है। रिपोर्ट्स में डाक्टरों के हवाले से बताया गया है कि बर्न केस में ज्यादातर मरीज की मौत संक्रमण फैलने के चलते ही होती है। उन्नाव रेप पीड़िता ९० फीसदी से ज्यादा झुलस चुकी है।

पीड़िता ने इस मामले में जिन कथित आरोपियों के नाम लिए हैं वे हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर त्रिवेदी, उमेश वाजपेई, शिवम और शुभम त्रिवेदी हैं और पुलिस ने इस घटना में पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें दो लोग पीड़िता से गैंगरेप के भी आरोपी हैं और अभी जमानत पर हैं। याद रहे आरोप के मुताबिक लड़की से पिछले साल दिसंबर में रेप किया गया था।