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क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की ‘दशक की श्रेष्ठ टीमों” में कोहली, धोनी बने कप्तान

भारत के सफलतम कप्तानों में से एक विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने दुनिया की ”दशक की श्रेष्ठ टेस्ट और एक दिवसीय टीम” में कप्तान चुना है। कोहली दोनों टीमों में हैं जबकि टेस्ट टीम में भारत से अकेले विराट हैं। वन डे टीम में तीन भारतीयों को जगह मिली है।
टेस्ट टीम में कोहली को बल्लेबाजी क्रम में उन्हें पांचवें स्थान पर रखा गया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस दशक के लिए अपनी जो टेस्ट टीम मंगलवार को घोषित की उसमें विराट कोहली को कप्तान है। हाल के महीनों में बतौर कप्तान कोहली ने शानदार प्रदर्शन किया है। उनकी कप्तानी में भारत के वेस्ट इंडीज को २-१ से हराने के बाद अब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने दशक की अपनी श्रेष्ठ टीम में विराट को कप्तान बनाया है।
इस टीम में ओपनर्स के रूप में एलेस्टेयर कुक और डेविड वॉर्नर को चुना गया है। इसके बाद के बल्लेबाजी क्रम में न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को रखा गया है।
विराट कोहली को बल्लेबाज क्रम में नंबर पांच पर जगह दी गयी है। टीम का मध्य क्रम जबरदस्त है और इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कोहली के बाद एबी डिविलियर्स को चुना गया है। दूसरे टीम में दशक के तीन सबसे बड़े बल्लेबाज विलियमसन, स्मिथ और विराट के नाम शामिल हैं।
कोहली के बाद छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए एबी डिविलियर्स को चुना गया है और इसके बाद इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को रखा गया है। स्टोक्स ने हाल के सालों में एक बेहतरीन ऑलराउंडर के रूप में खुद को कई बार साबित किया है। टीम में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन, इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन को जगह दी गई है। स्पिन्नर के रूप में नाथन लायन टीम में हैं।
उधर दशक की श्रेष्ठ वन डे टीम में पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को कप्तान बनाया गया है। इस टीम में पाक‍िस्‍तान का कोई ख‍िलाड़ी नहीं है जबकि अफगान‍िस्‍तान के शानदार स्पिन्नर राश‍िद खान को शाम‍िल किया गया है। धोनी के अलावा व‍िराट कोहली और रोह‍ित शर्मा भी टीम का हिस्सा हैं। बांग्‍लादेश के शाक‍िब-अल-हसन, श्रीलंका के तेज गेंदबाज लस‍िथ मल‍िंगा, अफगान‍िस्‍तान के राश‍िद खान टीम में शाम‍िल हैं।
टीम चयन पर अपनी टिप्पणी में क्र‍िकेट ऑस्‍ट्रेल‍िया ने कहा – ”हालांक‍ि दशक के आख‍िरी ह‍िस्‍से में बल्‍ले से धोनी के प्रदर्शन में उतार आया है, लेक‍िन वे भारत की वनडे टीम के आधार स्‍तंभ थे। वर्ष २०११ में भारतीय सरजमीं पर भारत को वर्ल्‍डकप चैंप‍ियन बनाने में उनका अहम योगदान रहा।”
धोनी को लाजवाब फिनिशर माना जाता रहा है और उन्होंने भारत को कई मैच जिताए। बतौर कप्तान उन्हें ”कैप्टेन कूल” का नाम दिया जा चुका है। हरपरिस्थिति में शांत रहने की उनकी कला से दुनिया के कई दिग्गज उनसे प्रभावित रहे हैं।क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की दशक की श्रेष्ठ टीमें –

टेस्ट टीम : एलिस्टेयर कुक, डेविड वॉर्नर, केन विलियमसन, स्टीव स्मिथ, विराट कोहली (कप्तान), एबी डिविलियर्स, बेन स्टोक्स, डेल स्टेन, स्टुअर्ट ब्रॉड, नाथन लायन, जेम्स एंडरसन।

वनडे टीम : रोह‍ित शर्मा, हाश‍िम अमला, व‍िराट कोहली, एबी ड‍िव‍िल‍ियर्स, शाक‍िब अल हसन, जोस बटलर, एमएस धोनी (कप्तान), राश‍िद खान, म‍िचेल स्‍टॉर्क, ट्रेंट बोल्‍ट और लस‍िथ मल‍िंगा।

अब आईएमएएफ ने कहा, भारत में गहरी सुस्ती का दौर

देश में विपक्ष अर्थव्यवस्था को लेकर तरह-तरह के सवाल उठाता रहा है, साथ ही देश में बढ़ रही बेरोजगारी को लेकर भी चिंता जाहिर कर चुका है। इसके बावजूद सरकार की ओर से सीधे तौर पर इसे स्वीकार नहीं किया गया है। जीडीपी विकास दर में गिरावट के बाद आंकड़े अच्छे संकेत नहीं दे रहे थे।

अब अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था गहरी सुस्ती के दौर में है। इतना ही नहीं, उसने भारत सरकार से इससे निपटने के लिए तत्काल नीतिगत कदम उठाए जाने की जरूरत बताई है। आईएमएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत के आर्थिक विकास में तेजी आने से बहुत से लोग गरीबी रेखा से ऊपर आए थे। लेकिन पिछली तीन तिमाही से हालत अच्छी नही ंहै। इसलिए अब सरकार को ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही तमाम विकास के पहियों को गति दी जा सके।

बता देें कि इससे पहले सितंबर की तिमाही में जीडीपी की विकास दर पिछले छह सालों में घटकर सबसे निचले स्तर यानी 4.5 फीसदी पर आ गई थी। इससे पहले के आंकड़ों में बताया गया था कि 45 वर्षों में बेरोजगारी की दर सबसे ज्यादा है। इतना ही नहीं, बिस्कुट बनाने वाली कंपनियों के मालिक भी कह चुके हैं, लोग अब पांच रुपये का बिस्कुट तक खरीदने में  पहले सोचते हैं।

इसके अलावा रियलिटी सेक्टर में तमाम छूट देने के बावजूद रफ्तार नहीं पकड़ पाया है। हाल ही में सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी कह चुके हैं कि देश में योजनाओं को पूरा करने के लिए पैसों की कमी है। इसलिए सरकार को जल्द अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे अन्यथा आने वाले दिनों में विकास की गति और मंद पड़ सकती है।

मंडी हाउस पर जमे छात्र, मार्च शुरू

नागरिकता क़ानून और एनआरसी के खिलाफ मंगलवार को जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी के छात्रों  ने फिर प्रदर्शन शुरू किया है। मंडी हाउस इलाके में धारा १४४ लगा दी गयी है। छात्रों की मंडी हाउस से संसद मार्ग और जंतर-मंतर तक मार्च निकालने की तैयारी है। छात्र आज ”राष्ट्रीय विरोध दिवस” मना रहे हैं।

छात्रों के मार्च को देखते हुए संसद मार्ग इलाके में  पुलिस ने अवरोधक खड़े किये हैं। मंडी हाउस में छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए धारा १४४ लगा दी गयी है। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली में फिर प्रदर्शन की तैयारी करने का फैसला करते हुए जाम्मिया कॉर्डिनेशन कमेटी ने कहा कि छात्र गृहमंत्री अमित शाह के आवास तक मार्च निकालेंगे। वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव भी छात्रों के साथ मौजूद हैं।

दिल्ली के मंडी हाउस से मार्च शुरू हो रहा है। छात्रों ने आज ”राष्ट्रीय विरोध दिवस”  मनाने की भी अपील की है। याद रहे सीएए के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन आयोजित किये जा रहे हैं। विरोध प्रदर्शन देखते हुए दिल्ली के मंडी हाउस इलाके में धारा १४४ लागू कर दी गई है और बड़े पैमाने पर पुलिस बलों को तैनात किया गया है।

संसद मार्ग को बंद कर दिया गया है। प्रदर्शनकारी मंडी हाउस पर जमे हुए हैं।  प्रदर्शनकारियों के हाथ में संविधान की प्रति और बाबा साहब अंबेडकर की तस्वीर है. इन प्रदर्शनकारियों में दिल्ली यूनिवर्सिटी और जवाहरलाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र भी शामिल हैं।

उधर दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में कार्यरत सैकड़ों युवा डॉक्टर प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सोमवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया पहुंचे थे। नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे छात्रों के जुलूस में शामिल हुए। जुलूस में डॉक्टरों के साथ फिजियोथेरेपी में स्नातक का कोर्स कर रहे छात्र भी शामिल रहे।

जाधवपुर विवि के छात्रों ने बंगाल के राज्यपाल को काले झंडे दिखाए

नागरिकता कानून के विरोध में देश भर में चल रहे प्रदर्शनों के बीच पश्चिम बंगाल में मंगलवार को दोबारा जाधवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को काले झंडे दिखाए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे धनखड़ को पदेन कुलपति नहीं चाहते हैं और उनका बहिष्कार करेंगे। बाद में राज्यपाल ने इस घटना पर ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर की है।

छात्रों ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ के काफिले को जाधवपुर यूनिवर्सिटी में रोक दिया। प्रदर्शनकारियों ने उन्हें काले झंडे दिखाए और उनके खिलाफ नारे लगाए। मौक़ा जाधवपुर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह का था। सोमवार को भी छात्रों ने  रोक लिया था। छात्र ”भाजपा कार्यकर्ता जगदीप धनखड़ वापस जाओ” जैसे नारे भी लगा रहे थे।

छात्रों ने जो पोस्टर पकड़ रखे थे उनपर भी राज्यपाल को लेकर  टिप्पणियां की गयी थीं। एक पोस्टर में लिखा था – ”राजभवन नागपुर (आरएसएस मुख्यालय) बन गया है।” प्रदर्शनकारियों ने साफ़ तौर पर कहा कि वे धनखड़ को पदेन कुलपति नहीं चाहते हैं और उनका बहिष्कार करेंगे। प्रदर्शनकारियों में वामपंथी और टीएमसी से जुड़े कर्मचारी संघ ने धनखड़ को काफी देर तक कार से नहीं उतरने दिया। मुश्किल से सुरक्षाकर्मी उन्हें प्रशासनिक भवन में ले गए। वहां उनका रास्ता फिर से सारा बंगले शेखबंधु समिति-तृणमूल के एक गैर-शिक्षण कर्मचारी संघ ने रोक दिया।

बाद में इस घटना को लेकर मंगलवार सुबह राज्यपाल ने ट्वीट कर लिखा – ”दुर्भाग्य से विश्वविद्यालय में आयोजन स्थल तक जाने वाला रास्ता अवरुद्ध कर दिया गया है। स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। यहां बाधा डालने वालों की संख्या पचास के आसपास है। सिस्टम को बंधक बनाया जा रहा है। ऐसी स्थितियों में मीडिया को लोक कल्याण पर ध्यान देना चाहिए। यह भी ध्यान देना चाहिए कि छात्र हितों को खतरे में नहीं डाला जाए।”

धनखड़ ने ट्वीट में लिखा – ”जाधवपुर यूनिवर्सिटी में दर्दनाक परिदृश्य बना हुआ है। कुलपति जानबुझकर अपने दायित्वों से अनजान बने हुए हैं। वे बहाना तलाशने में लगे हैं। वह धवस्त हो चुके कानून व्यवस्था का नेतृत्व कर रहे हैं।”

राजघाट पर कांग्रेस का ‘सत्याग्रह’

झारखंड में जेएमएम के साथ मिलकर भाजपा को सत्ता से उखाड़ने के बीच कांग्रेस ने सोमवार शाम राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ राजघाट पर धरना ”सत्याग्रह” आयोजित किया। इसमें कांग्रेस की पूरी लीडरशिप शामिल हुई जिसमें पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन  शामिल हैं।

कांग्रेस के दो मुख्यमंत्रियों, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, ने अपने-अपने राज्यों में नागरिकता संशोधन क़ानून को लागू नहीं करने का ऐलान किया। राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और महासचिव प्रियंका गांधी ने राजघाट पर इस धरने के दौरान संविधान की प्रस्तावना पढ़ी।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस मौके पर कहा कि वह और उनकी पार्टी के लोग नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलन में ”शहीद” हुए लोगों के नाम पर संकल्प लेते हैं कि वे संविधान की रक्षा करेंगे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर कांग्रेस की ओर से आयोजित ”सत्याग्रह” में प्रियंका ने संविधान की प्रस्तावना हिंदी में पढ़ी।

उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून विरोधी प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले उत्तर प्रदेश के दो युवकों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि बिजनौर का २२ साल का अनस कॉफी की मशीन चलाकर परिवार चलाता था। हाल में उसकी शादी हुई थी। और २१ साल का सुलेमान यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। उसकी मां ने कल मुझसे कहा कि मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ है। जो लोग इस आंदोलन में शहीद हुए हैं उन सबके नाम हम संकल्प लें कि हम संविधान को नष्ट नहीं होने देंगे और इसकी रक्षा करेंगे।’’

इस मौके पर कांग्रेस के तमाम बड़े नेता गुलाम नबी आज़ाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया,  अहमद पटेल, आनंद शर्मा आदि भी मौजूद थे। गौरतलब है कि नागरिकता क़ानून के खिलाफ कुछ रोज पहले कांग्रेस ने दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ी रैली की थी। इसमें पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा गया था।

इसके बाद रविवार को भी कांग्रेस ने एनआरसी के संबंध में बयान जारी कर पीएम मोदी से सवाल किया था क्या उनके और गृह मंत्री मंत्री अमित शाह के बीच सामंजस्य नहीं है या फिर दोनों मिलकर देश को बेवकूफ बना रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में कहा था – ”साहेब दिल्ली में बोलते हैं कि एनआरसी पर कोई डिस्कशन नहीं हुआ, पर २८ नवंबर को झारखंड चुनाव के घोषणापत्र में भाजपा  एनआरसी लागू करने का वादा करती है। सच कौन बोल रहा है।”

भारतीय टीम की घोषणा

श्रीलंका के खिलाफ टी२० और ऑस्ट्रेलिया के साथ एक दिवसीय सीरीज के लिए भारतीय टीम की सोमवार को घोषणा कर दी गयी है। चोटिल शिखर धवन और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अब स्वस्थ हैं और उनकी एक दिवसीय और टी२० टीमों में वापसी हुई है। उधर विराट कोहली के डेपुटी रोहित शर्मा को श्रीलंका टी२० सीरीज और मोहम्मद शमी को श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज के लिए आराम दिया गया है।

भारत को २०२० की शुरुआत में श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी२० सीरीज खेलनी है और यह उनके साल की शुरुआत होगी। पहला मैच ५ जनवरी को गुवाहाटी, दूसरा ७ जनवरी को इंदौर और तीसरा १० जनवरी को पुणे में होगा।

इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत दौरे पर आएगी। भारत-आस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज होगी। पहला मैच १४ जनवरी को मुंबई, दूसरा १७ को राजकोट और तीसरा १९ जनवरी को बेंगलुरु में खेला जाएगा। इसके बाद भारत पांच टी-२०, तीन वनडे और दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए न्यूजीलैंड का दौरा करेगी।

चोटिल बुमराह पिछले चार माह से मैदान से बाहर थे। उन्हें अब फिटनेस सर्टिफिकेट मिल गया है। बुमराह श्रीलंका के खिलाफ टी२० सीरीज से पहले केरल के खिलाफ गुजरात के लिए रणजी मैच खेलेंगे। उधर धवन की बात करें तो उन्हें सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के मैच में चोट लगी थी, लेकिन अब वो फिट हैं। हार्दिक पंड्या अब भी फिट नहीं हैं। दीपक चाहर भी चोट के चलते दोनों सीरीज से बाहर रहेंगे।

श्रीलंका टी२० सीरीज के लिए टीम: विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, शिवम दुबे, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, नवदीप सैनी, शार्दुल ठाकुर, मनीष पांडे, वॉशिंगटन सुंदर और संजू सैमसन।

ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज के लिए टीम: विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), केदार जाधव, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, नवदीप सैनी, शार्दुल ठाकुर और जसप्रीत बुमराह।

झारखंड में कांग्रेस-जेएमएम सरकार तय

झारखंड की चुनावी तस्वीर अब लगभग साफ़ हो गयी है। रुझानों में कांग्रेस-जेएमएम की सरकार बनना निश्चित हो गया है वहीं ”६५ पार” का नारा लगानी वाली भाजपा २४  सीटों के आसपास सिमट गयी है। भाजपा को इस चुनाव में बहुत बड़ा झटका लगा है और उसके कई बड़े नेता जिनमें मुख्यमंत्री रघुबर दास, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और स्पीकर तक चुनाव हार गए हैं।
झारखंड में हेमंत सोरेन का नया मुख्यमंत्री बनना अब तय लग रहा है। भाजपा की इस हार के साथ ही उसकी झोली में एक राज्य और कम हो गया है। कुछ साल पहले ”कांग्रेस मुक्त भारत” का नारा देने वाली भाजपा अब खुद ही राज्यों में सिमटती दिख रही है। झारखंड के चुनाव में अभी तक के रुझानों के मुताबिक कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन को करीब ४८-४९ सीटों पर बढ़त है।
अंतिम नतीजे आने में अभी समय लगेगा जिससे सीटों का गणित थोड़ा ऊपर-नीचे हो सकता है। लेकिन यह तय है कि भाजपा सत्ता से बाहर हो गयी है। भाजपा से बागी हुए नेता ने ही मुख्यमंत्री को धूल चटा दी। अब तक के रुझानों में भाजपा २३-२४, कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन ४७-४८ सीटें जीतते दिख रहे हैं। आरजेडी-अन्य ४, आसजू ३ और जेवीएम भी ३ सीटों पर आगे हैं।
हेमंत सोरेन ने जीत का श्रेय प्रदेश की जनता को दिया है। उन्होंने रुझानों पर कहा कि पूरे नतीजे आने का इन्तजार करेंगे लेकिन हमें भरोसा था कि जनता भाजपा को सत्ता से बाहर करने वाली है।

आठ करोड़ रुपये का डॉगी ‘लापता’

कर्नाटक की राजधानी बेंगलोर में खास नस्ल का 8 करोड़ रुपये में खरीदा डॉगी लापता हो गया है। डॉगी के मालिक ने इसकी बाकायदा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसका कहना है कि अगर कोई इसकी जानकारी देता है या वापस लाता है या फिर ठिकाने की जानाकरी देता है तो उसे इनाम के तौर पर एक लाख रुपये दिए जाएंगे।
पालतू कुत्ते का मालिक चेतन एन है और उसने हनुमंतनगर पुलिस थाने में गुमशुदगी की एफआईआर दर्ज करवाई है। कुतिया अलस्कन मलम्यूट नस्ल की बताई गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, आशंका जताई गई है कि कोई ऑटो चालक इसे चुरा ले गया हो। चेतन का कहा है कि इस बारे में एक शख्स से चर्चा भी हो रही थी।
अलास्कन मलमुट प्रजाति की कुतिया तब चर्चा में आ गई है, जब यह खो गई। चेतन ने बताया कि इस डॉगी की नस्ल के पिल्ले की कीमत भी दो लाख रुपये से अधिक से शुरू होती है। इसलिए हो सकता है कि इसे चुराने वाला इससे वाकिफ हो। चेतन ने इसे चीन से करीब आठ करोड़ रुपये में खरीदने का दावा किया है।

मुंबई में महंगी होगी चाय! चाय शौकीनों को झटका।

चाय के शौकीनों को अब ज्यादा पैसे गिनने पड़ेंगे क्योंकि मुंबई में अब चाय और कॉफी महंगी होने जा रही है। मुंबई व आसपास के इलाकों में चाय 1 से 2 रुपये तक महंगी हो सकती है। इस वाणिज्यिक महानगरी में लगभग 5000 से अधिक चाय स्टॉल्स हैं। चाय के इन खोकों को, जिसे यहां की आम भाषा में टपरी कहा जाता है, में फिलहाल कटिंग चाय 6 से 8 रुपये में, फुल चाय 10 से 12 में और स्पेशल चाय 15 से 16 रुपये में मिलती है। कॉफी (कटिंग) के लिए 10 से 12 और फुल के लिए 15 से18 रुपये गिनने पड़ते हैं।लेकिन अब इनकी कीमतों में इजाफा होने जा रहा है। तकरीबन 4 साल पहले वजूद में आई टीसीए यानी टी एंड कॉफी एसोसिएशन टपरियों में बिकने वाली चाय और कॉफी के दामों को बढ़ाने की वजह महंगाई बताई है।

एसोसिएशन का कहना है कि पिछले दिनों में दूध, चाय पत्ती, चीनी और एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में काफी इजाफा हुआ है। जिसका असर चाय बेचने वालों के बिजनेस पर हुआ है जिसके चलते चाय और कॉफी की कीमत बढाने के अलावा उनके पास दूसरा चारा नहीं है।

एसोसिएशन का तर्क यह भी है कि होटल एवं रेस्टोरेंट में चाय के लिए इससे दोगुनी तीगुनी कीमत अदा की जाती है। इतना ही नहीं ब्रांडेड टी स्टॉल्स जैसे येवले, टी पी, कुल्हड़ में चाय की कम से कम कीमत ₹10 है। ऐसे में टपरी कीमत बढ़ाना गैर वाजिब नहीं है। लेकिन दूसरी ओर टपरी में चाय पीने वाले लोगों की राय जुदा है। उनका कहना है कि टपरी में चाय पीने वाले भले ही अलग-अलग वर्ग से आते हैं, जिनमें व्यवसाई भी हैं, सरकारी गैर सरकारी वर्कर्स भी हैं, लेकिन अधिकतर लोग कामगार वर्ग के हैं मजदूर हैं जिन्हें चाय आवश्यक होती है। उनके लिए टॉनिक का काम करती है चाय। ऐसे में इसका असर उन दिहाड़ी मजदूरों पर ज्यादा पड़ेगा जो आधी कप चाय पी कर अपना भूख शांत करते हैं और पेट काटकर अपने कुटुंब का भरण पोषण करते हैं।

माना जा रहा है कि एक दफा मुंबई में चाय की कीमतों में इजाफा होने के बाद पुणे, नागपुर व महाराष्ट्र के अन्य शहरों में भी चाय व कॉफ़ी की कीमतें बढ़ जाएंगी।

अब दिल्ली में किराड़ी के कपड़े के गोदाम में आग, तीन बच्चों समेत 9 की मौत

नई दिल्ली। लगता है कि न दिल्ली वाले और न ही अग्रिशमन समेत तमाम विभाग आग की घटनाओं सीख ले रहे हैं। अगर सावधानी बरती गई होती और जरूरी सुरक्षा के उपकरण लगाए या तरीके अपनाए गए होते तो शायद हादसों को टाला जा सकता था या फिर जान-माल के नुकसान को कम किया जा सकता था। रविवार देर रात एक बार फिर आग ने दिल्ली में तीन मासूमों समेत नौ लोग अपनी जान गंवा बैठे। मृतकों में इमारत का मालिक राम चंद्र झा (65) भी शामिल है। राजधानी के किराड़ी इलाके में भूतल पर कपड़े का गोदाम था, जबकि ऊपर मंजिलों पर लोग रहते थे। कुछ लोगों ने बगल वाली इमारत में कूदकर जान बचाई।

अग्रि विभाग के अधिकारी ने बताया कि किराड़ी में आग देर रात 12:30 बजे लगी और मौके पर दमकल की आठ गाडिय़ां भेजी गईं। आग पर पूरी तरह से काबू पाने में करीब साढ़े तीन घंटे लगे। आग की लपटों से घिरे लोगों में से तीन बगल वाली इमारत में कूए गए, जिससे उनकी जान बच गई।

इमारत में अग्नि सुरक्षा से बचाव के लिए कोई उपकरण नहीं मिला। अग्रिशमन के एक अधिकारी ने बताया कि दूसरी मंजिल पर सिलेंडर फटने के कारण इमारत का एक हिस्सा ढह गया। फिलहाल आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। आशंका है कि  शॉर्ट सर्किट की वजह से सिलेंडर फटा और उसी के बाद इमारत में आग लग गई, जोरदार विस्फोट से एक दीवार भी ढह गई। और उसी से आग लगी जिसके बाद इमारत की एक दीवार ढह गई।

बता दें कि इसी माह उत्तरी दिल्ली के फिल्मिस्तान इलाके के अनाज मंडी में 8 दिसंबर को चार मंजिला इमारत में आग लगने से 44 कामगारों की मौत हो गई थी। इनमें से ज्यादातर वहीं उसी इमारत में रहकर काम करने वाले मजदूर थे। इमारत के पास कोई वैध लाइसेंस नहीं था।