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नौशेरा में २ जवान शहीद, आतंकियों से मुठभेड़ जारी  

जम्मू कश्मीर में आतंकियों से एक मुठभेड़ में २ जवान शहीद हो गए हैं। जम्मू संभाग के राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़  जिसमें दो जवान शहीद हो गए।

जानकारी के मुताबिक आतंकियों को घेरने के लिए सेना अभियान जारी रखे हुए है। सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है और सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। मुठभेड़ में कोइ आतंकी भी मारा गया है या नहीं इसकी जानकारी अभी नहीं है।

सेना को इलाके में तीन आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिली। ऐसा माना जाता है कि यह आतंकी कुछ दिन पहले नियंत्रण रेखा से भीतर घुसे हो सकते हैं। स्थानीय लोगों ने भी एक दिन पहले इलाके में कुछ संदिग्ध लोगों की गतिविधि महसूस की थी।

सूचना के बाद सुरक्षा बलों ने बुधवार को तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। यह खबर लिखे जाने के बाद भी वहां गोलीबारी जारी थी।

सेना ने कहा है कि मुठभेड़ में २ जवान शहीद हुए हैं। सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि  संदिग्ध आतंकवादियों की गतिविधि के बाद बुधवार को सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी। जबरदस्त गोलीबारी के दौरान दो जवान शहीद हो गए। आतंकियों को पकड़ने या मार गिराने के लिए ऑपरेशन जारी है।

कश्मीर में एसएमएस सेवा बहाल

नए साल पर जम्मू कश्मीर में एसएमएस सुविधा बहाल कर दी गई है। यह सेवा ५ अगस्त बे बंद थी। जम्मू-कश्मीर में मंगलवार आधी रात से यह सेवा बहाल की गयी।

सरकार की घोषणा के मुताबिक स्कूल, कॉलेज और अस्पतालों में इंटरनेट सेवा को भी शुरू किया गया है।  जम्मू कश्मीर से धारा ३७० ख़त्म करने के बाद से यह सेवायें बंद हैं। उस समय घाटी में लैंडलाइन, इंटरनेट और एसएमएस सुविधा बंद कर दी गई थी। हाल के हफ़्तों में चरणवार तरीके से लैंडलाइन सर्विस शुरू की जा रही है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने बताया कि मंगलवार आधी रात से सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में भी ब्राडबैंड सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। मोबाइल सेवा बहाल किये जाने से घाटी में लोगों ने राहत की सांस ली है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार को अब जनता के लिए ब्राडबैंड इंटरनेट सेवाओं को भी अब बहाल कर देना चाहिए।

इससे पहले लैंडलाइन सेवा बहाल की गई थी जिसके बाद पोस्टपेड मोबाइल फोन सेवा शुरू  गयी। जम्मू में ब्राडबैंड इंटनेट बहाल किया है हालांकि इसपर कश्मीर में अभी पाबंदी है।

कोटा अस्पताल में बच्चों की मौत पर राजस्थान सरकार को एनसीपीसीआर का नोटिस

राजस्थान के एक अस्पताल में पिछ्ले एक महीने में ९१ बच्चों की मौत पर राजनीतिक बयानबाजी के बीच राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने इस मामले में राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है और सरकार से जवाब माँगा है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक एनसीपीसीआर ने राजस्थान सरकार को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब तलब किया है। साथ ही आयोग ने कोटा के सीएमओ बीएस तंवर को इस मामले पर जवाब देने के लिए ३ जनवरी को आयोग के कार्यालय में हाजिर होने   को कहा है।

मुख्यमंत्री  अशोक गहलोत ने बच्चों की मौत को लेकर पिछले दिनों एक ब्यान भी  दिया था कि सरकार की कोशिशों के कारण पिछले सालों के मुकाबले अब कम मौतें हुई हैं। गहलोत ने कहा कि एक भी बच्चे की मौत होना दुर्भाग्यपूर्ण है।

उधर विपक्षी भाजपा ने प्रदेश सरकार पर बच्चों के इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं होने का आरोप लगाया है। इसपर कांग्रेस ने उसे  इस मामले में राजनीति न करने की नसीहत दी है। याद रहे कोटा के जेके लोन अस्पताल में अब तक ९१ बच्चों की मौत हो चुकी है।

अस्पताल प्रशासन ने भी मौतों की जांच के एक कमेटी गठित की है। उसकी तरफ से कहा गया है कि अस्पताल के सारे उपकरण सुचारू हैं लिहाजा अस्पताल की तरफ से लापरवाही का सवाल ही पैदा नहीं होता।

अब प्रियंका गांधी के दुर्गा सप्तशती मंत्र पर कयास

कुछ रोज पहले लखनऊ में महिला पुलिस कर्मी पर उन्हें धक्का देने और गाला दबाने  लगाने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार रात माता दुर्गा का मंत्र ट्वीट कर सभी को अचरज में डाल दिया। दरअसल प्रियंका गांधी ने अपने आधिकारिक टि्वटर अकाउंट से सोमवार आधी रात ”ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडाय विच्चे”  मंत्र ट्वीट किया।

प्रियंका का पोस्ट किये ”दुर्गा सप्तशती” के इस मंत्र को लेकर अब  अपना-अपना अनुमान लगा रहा है। कोइ समझ पा रहा कि प्रियंका इस ट्वीट के जरिये क्या सन्देश  देना चाह रही हैं। दो दिन पहले ही कांग्रेस महासचिव ने यूपी की सीम योगी के भगवा कपड़े पर निशाना साधते हुए कहा था कि ”भगवा हिंदुस्तान की धार्मिक परंपरा की पहचान है, जिसमें हिंसा की कोई जगह नहीं होती।”

उनके इस ब्यान पर खूब सियासी बयानबाजियां हुई हैं। सीएम ऑफिस से इस पर टिप्पणी की गयी। भाजपा नेताओं ने प्रियंका की इसके लिए निंदा की तो सोशल मीडिया पर लोगों ने अपने-अपने हिसाब से टिप्पणियां कीं।

अब प्रियंका गांधी के दुर्गा सप्तशती मंत्र ट्वीट करने के बाद फिर कयासों और टिप्पणियों का दौर शुरू हो गया है। गौरतलब है कि प्रियंका इन दिनों यूपी में बहुत ज्यादा सक्रिय हैं और यूपी सरकार के कई फैसलों और कार्यशैली को लेकर हमला कर रही हैं।

प्रियंका गांधी का मंत्र ट्वीट –

Priyanka Gandhi Vadra

@priyankagandhi
ॐ ऐँ ह्रीं क्लिं चामुँड़ायै विच्चै।।

जनरल रावत को ‘गॉर्ड ऑफ ऑनर’, आज होंगे रिटायर

जनरल बिपिन रावत आज थल सेनाध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सरकार ने पिछले कल ही उनकी देश के पहले सीडीएस के रूप में नियुक्ति का ऐलान किया था। उनकी जगह मनोज नरवणे  सेनाध्यक्ष होंगे जिन्होंने आज अपना पद ग्रहण करलिया। रावत बुधवार को देश के पहले सीडीएस पद ग्रहण करेंगे।

रावत को आज साउथ ब्लॉक में ”गॉर्ड ऑफ ऑनर” दिया गया। थल सेना के प्रमुख के तौर आज वह रिटायर हो रहे हैं। गॉर्ड ऑफ ऑनर के बाद उन्होंने  पत्रकारों से बातचीत में कहा – ”जो सैनिक इस ठंड में देश की सेवा कर रहे हैं, मैं उन्हें बधाई देना चाहता हूं। मैं उनके परिवार को भी बधाई देना चाहता हूं जो उन्हें सेवा करने के लिए प्रेरित करते हैं। मैं सभी को नए साल की शुभकामना देना चाहता हूं।”

उन्होंने इस मौके पर  सेनाध्यक्ष मनोज नरवणे को भी बधाई दी। रावत ने कहा – ”सभी की मदद से मैंने अपने कार्य को पूरा किया। मैं आपको ये कहना चाहता हूं कि सीडीएस बस एक ओहदा है। अकेला काम नहीं कर सकता है, टीम वर्क ही सफलता दिलाती है।”

उन्होंने कहा कि बिपिन रावत सिर्फ एक नाम, इंडियन आर्मी सिर्फ एक टीम है।  अकेला आदमी कोई काम नहीं कर सकता है। ”लेकिन ये कह देना कि मैं चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ रहते हुए जो कार्रवाई कर रहा था वो सीडीएस के लिए नहीं थी, वो चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के तौर पर थी। अब अगर मुझे कोई नई जिम्मेदारी मिल रही है तो उसकी रणनीति के बारे में सोचूंगा।”

सरकार की घोषणा के मुताबिक जनरल रावत अब रक्षा मंत्रालय के प्रधान सैन्य सलाहकार और सैन्य मामलों के नए विभाग के प्रमुख होंगे। सीडीएस के रूप में वह ६५ वर्ष की आयु यानी ३१ मार्च, २०२३ तक इस पद पर बने रहेंगे। हालांकि, सरकार जरूरत के लिए उनका कार्यकाल बढ़ा भी सकती है।

सीएए के समर्थन में मोदी ने शुरू किया अभियान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में ऑनलाइन अभियान की शुरुआत की है। पीएम मोदी ने अभियान की शुरुआत करते हुए लिखा, ‘सीएए का समर्थन भारत करता है, क्योंकि पीड़ित शरणार्थियों को नागरिकता देने के बारे में है। यह किसी की नागरिकता नहीं छीनने जा रहै है। नमो ऐप पर सीएए से जुड़े कई दस्तावेज, वीडियो और कंटेंट हैं. इसके समर्थन में अभियान चलाने का भी आह्वान किया।
#IndiaSupportsCAA हैशटैग से पीएम मोदी ने कैंपेन की शुरुआत करते हुए लिखा, ‘भारत सीएए का समर्थन करता है, क्योंकि सीएए सताए गए शरणार्थियों को नागरिकता देने के बारे में है।
मोदी, नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ हिंसा करने वालों से कह चुके हैं कि ऐसे लोगों को खुद से सवाल पूछना चाहिए कि क्या उनका रास्ता सही है। 25 दिसंबर को लखनऊ में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, “सीएए के खिलाफ हुए प्रदर्शन में जिस सार्वजनिक संपत्ति को उन्होंने तोड़ा, क्या वह उनके परिवार के काम नहीं आती? इस तरह अफवाहों पर हिंसा करने से उनका खुद का ही नुकसान है। जो इस प्रकार की हिंसा कर रहे हैं, उनको खुद से पूछना चाहिए कि क्या उनका रास्ता सही है।
मोदी ने बताया, ऐसे लोग जो लंबे समय से नागरिकता न मिलने के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे थे, उन्हें नए कानून (सीएए) के तहत नागरिकता प्रदान की है। हम 2014 से ही चुनौतियों को चुनौती दे रहे हैं। मुश्किलें आती हैं, लेकिन हम चुनौतियों को चुनौती दे रहे हैं।
मोदी के बाद सीएए के समर्थन में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी मोर्चा संभाला। उन्होने कहा, यह किसी के खिलाफ नहीं है। इसका मकसद नागरिकता प्रदान करना है, न कि छीनना।

जनरल विपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त

केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की  नियुक्ति का फैसला कर लिया गया है। सेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत को  देश का पहला सीडीएस नियुक्त किया गया है। उनकी जगह मनोज मुकुंद नरवणे  नए सेनाध्यक्ष होंगे।

 रावत  का कार्यकाल ६५ साल की आयु  तक होगा। सरकार जरूरत के हिसाव से सीडीएस का कार्यकाल बढ़ा सकती है।

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की जिम्मेदारी सशस्त्र सेनाओं के ऑपरेशंस में समन्वय और उनके वित्त प्रबंधन की होगी और वे सशस्त्र सेनाओं से जुड़े मुद्दों पर सेना और सरकार के बीच कड़ी होंगे।  वे भीसेना के तीनों अंगों के प्रमुखों की तरह ही चार स्टार वाले अधिकारी होंगे, लेकिन उनसे प्रोटोकॉल में ऊपर होंगे। तीनों सेनाओं की आपूर्ति के लिए प्राथमिकता के आधार पर फंड जुटाना और बेहतर प्रबंधन उनकी जिम्मेवारियों में शामिल होंगे।

तीनों सेनाओं के समन्वित ऑपरेशंस सीडीएस के अंडर दिए जाने की संभावना है।  इनमें नई बनाई गईं कमांड – साइबर स्पेस और स्पेशल फोर्सेज आते हैं। उनके पास  तीनों सेवाओं के समन्वित प्रशासनिक मुद्दों पर फैसला लेने की शक्ति होगी।

अजीत पवार उपमुख्यमंत्री, आदित्य ठाकरे मंत्री बने

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में चल रही महा विकास अघाडी सरकार के मंत्रिमंडल का सोमवार को पहला विस्तार किया गया। एनसीपी के अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। उनके आलावा सीएम उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे को भी मंत्री बनाया गया है। कुल ३६ मंत्रियों ने शपथ ली है। राजभवन में एक समारोह में राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने सभी मंत्रियों को शपथ दिलाई।

आज शिवसेना के १४, राकांपा के १२ और कांग्रेस के १० विधायकों को मंत्री गया है।

अजीत पवार को लेकर काफी दिन से चर्चा चल रही थी। बारामती से वे विधानसभा का चुनाव जीते हैं। इससे पहले एनसीपी से ”बागी” होकर २३ नवंबर को भाजपा के साथ जाकर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ अजीत पवार ने ली थी लेकिन बाद में वे इस्तीफा देकर एनसीपी में लौट आये थे। इससे भाजपा को काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी।

उनके अलावा कांग्रेस के अशोक चवण, जो पहले मुख्यमंत्री रह चुके हैं, ने भी मंत्री पद की शपथ ली। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी मंत्री बने हैं। पहले जब शिव सेना की सरकार बनाने की बात चुनाव के बाद उठी थी तब भी आदित्य   मुख्यमंत्री बनने की चर्चा चली थी हालांकि अब वे मंत्री बने हैं।

उनके अलावा धनंजय मुंडे, विजय वडेट्टीवार, अनिल देशमुख, हसन मश्रीफ, वर्षा एकनाथ गायकवाड़, राजेंद्र शिंगणे, नवाब मलिक, राजेश टोपे, सुनील केदार, संजय राठौड़, दादाजी भुसे, जितेंद्र आव्हाड, संदीपन भुमरे, बालासाहेब पाटिल, यशोमति ठाकुर, अनिल परब, केसी पाडवी, शंकरराव गडाख, असलम शेख आदि को मंत्री बनाया गया है।

याद रहे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार का गठन २८  नवंबर को हुआ था। कांग्रेस के बालासाहेब थोराट और नितिन राउत, शिवसेना के एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई और राकांपा के जयंत पाटिल और छगन भुजबल ने उस दिन ठाकरे के साथ शपथ ली थी।

कैबिनेट में नए मंत्रियों के शामिल होने के बाद विभागों में बदलाव हो सकता है। फिलहाल, मुख्यमंत्री उद्धव के पास कोई विभाग नहीं है। गृह और उद्योग विभाग शिवसेना के पास हैं।वित्त और ग्रामीण विकास विभाग राकांपा को दिए गए हैं। कांग्रेस को राजस्व, पीडब्ल्यूडी और ऊर्जा मंत्रालय सौंपा गया था।

महाराष्ट्र में मंत्री पद की अधिकतम संख्या ४३ निर्धारित है। महाराष्ट्र विधानसभा में २८८ सदस्य हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर चुनाव पूर्व के गठबंधन सहयोगी भारतीय जनता पार्टी के साथ बात बिगड़ने के बाद शिवसेना ने पिछले महीने कांग्रेस और एनसीपी के साथ हाथ मिलाकर राज्य में सरकार बनाई थी। भाजपा अब विपक्ष में है।

पेजावर मठ के प्रमुख स्वामीजी का निधन

कर्नाटक के उदुप्पी स्थित पेजावर मठ के प्रमुख विश्वेश तीर्थ स्वामीजी नहीं रहे। कुछ समय से बीमार चल रहे स्वामीजी ने रविवार को आखिरी सांस ली।
दक्षिण भारत के प्रमुख धार्मिक गुरुओं में से एक, 88 वर्षीय स्वामी जी को सांस लेने में दिक्कत थी।  पेजावर मठ के प्रमुख को मणिपाल स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह पेजावर मठ के 33वें प्रमुख थे।कर्नाटक में उनके लाखों फालोवर हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवेदना प्रकट करते हुए ट्वीट किया, ‘‘अध्यात्म और सेवा के शक्तिपुंज, उन्होंने अधिक न्यायपूर्ण और करुणामय समाज के लिए लगातार काम किया। ओम शांति।’’
कर्नाटक सरकार ने 3 दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया है।

मेरा गला दबाया, धक्का दिया,  प्रियंका गांधी का आरोप

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश की पुलिस पर गंभीर  आरोप लगाया है कि लखनऊ दौरे के दौरान यूपी पुलिस की महिला कर्मी ने उनका गला दबाने की कोशिश की। इससे पहले पूर्व पुलिस अधिकारी एसआर दारापुरी के परिवार से मिलने के लिए निकलीं प्रियंका गांधी को लखनऊ में पुलिस ने १०९०  चौराहे पर उनका काफिला रोक लिया।
प्रियंका गांधी पुलिस के काफिला रोके जाने के बाद पैदल चलने लगीं। कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि इसी दौरान पुलिस ने उनके साथ बदलसलूकी की। प्रियंका का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रोकते हुए उनका गला दबाया और उन्हें पकड़कर धकेला गया। इससे वो जमीन पर गिर गईं।
इसके बाद प्रियंका पार्टी के एक कार्यकर्ता के साथ स्कूटी पर दारापुरी के परिवार से मिलने गईं। मीडिया से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा – ”हमारा काफिला सड़क पर रोकने का कोई मतलब नहीं है। हम शांति से सब कुछ कर रहे थे। यह एसपीजी का नहीं बल्कि यूपी पुलिस का मुद्दा है।”
कांग्रेस ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। पार्टी का आरोप है कि विपक्ष पर वैसे ही दमनकारी तरीके अपनाये जा रहे हैं जैसे जनता के साथ। इसे किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
इससे पहले प्रियंका गांधी ने लखनऊ में  रैली की। इस दौरान उन्होंने एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर मोदी सरकार पर जबरदस्त हमला बोला। रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी दौरान एक मौके पर प्रियंका गांधी की सुरक्षा हेरा तोड़कर एक शख्स ने सेंध लगा दी। तुरंत हरकत में आकर प्रियंका के पास खड़े सुरक्षाकर्मी ने उस व्यक्ति को रोकने की कोशिश की। हालांकि प्रियंका ने ऐसा करने से मना कर दिया और उस शख्स से बात की। आखिर में प्रियंका ने उससे हाथ भी मिलाया।
इससे पहले रैली में प्रियंका ने देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ यूपी की हाजपा सरकार पर करारा हमला बोला और कहा कि ”जिन्होंने आजादी के आंदोलन में कोई योगदान नहीं दिया, आज वे देशभक्त बनकर देश में भय फैला रहे हैं।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि ”एक दमनकारी विचारधारा है, आज भी हम उसी से लड़ रहे हैं, जिससे हम आजादी के समय लड़े थे। जिन्होंने आजादी के संघर्ष में कोई योगदान नहीं दिया वे देशभक्त बनकर देशभर में भय फैलाना चाहते हैं। देशभक्ति के नाम पर लोगों को डराया जा रहा है।”