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फर्नांडीज, जेटली, सुषमा स्वराज को मरणोपरांत पद्मविभूषण

पदम् सम्मान की घोषणा कर दी गयी है। पद्मविभूषण के लिए इस वर्ष समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडीज, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और सुषमा स्वराज (अभी मरणोपरांत) और दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम सहित विभिन्न क्षेत्रों की सात हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा।

घोषणा के मुताबिक विभिन्न क्षेत्रों की सात हस्तियों को ‘पद्मविभूषण’, १६ को ‘पद्मभूषण’ और ११८ को ‘पद्मश्री’ सम्मान के लिए चुना गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इन नामों को मंजूरी दी है।

आज घोषित ‘पद्मविभूषण’ सम्मान के लिए दिवंगत जॉर्ज फर्नांडीस, अरुण जेटली और  सुषमा स्वराज को मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया है। उनके अलावा दिग्गज मुक्केबाज मैरीकॉम के अलावा सार्वजनिक सेवाओं के लिए सर अनिरुद्ध जगन्नाथ, शास्त्रीय गायक छन्नूलाल मिश्रा और अध्यात्म के क्षेत्र में विशवेश्वतीर्थ स्वामीजी  पेजावरा अधोखाजा माता उडुपी (मरणोपरांत) भी यह सम्मान पाने वालों में शामिल हैं।

इसके अलावा ‘पद्मभूषण’ उद्योगपति आनंद महेन्द्रा और बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू सहित १६ को चुना गया है। इसके अलावा बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत, एकता कपूर, अदनान सामी, निर्माता-निर्देशक करण जौहर को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।

गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (सार्वजनिक मामलों) को मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया है। उद्योगपति आनंद महिंद्रा और वेणु श्रीनिवासन, ओलंपिक बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू, नगालैंड के पूर्व मुख्यमंत्री एस सी जमीर और जम्मू कश्मीर के नेता मुजफ्फर हुसैन बेग को पद्म भूषण से नवाजा गया है।

लंगर बाबा, चाचा शरीफ, अंकल मूसा, अक्षर संत, सुंदरबन के सुजान और हाथी के साथी जैसे नामों से पहचाने जाने वाली उन २१ शख्सियतों को पद्मश्री से नवाजने का एलान किया है, जो हमारे गणतंत्र में आम आदमी का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन अपने काम से खास बन गए हैं।

गौरतलब है कि जगदीश लाल आहूजा १५ साल से रोज दो हजार लोगों को मुफ्त भोजन करवाते हैं, तो २१ हजार लावारिस लाशोंं का अंतिम संस्कार कर चुके मौहम्मद शरीफ भी हैं। भोपाल गैस कांड के बाद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाले अब्दुल जब्बार को मरणोपरांत इस सम्मान से नवाजा गया है, तो कश्मीर में दिव्यांग बच्चों के लिए काम करने वाले जावेद अहमद टाक और जगंलोंं की एनसाइक्लोपीडिया मानी जाने वाली तुलसी गौडा को भी प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान का हकदार पाया गया है।

उधर कंगना रनौत, एकता कपूर, अदनान सामी और करण जौहर, क्रिकेटर जहीर खान, हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल, निशानेबाज जीतू राय,  नौकरी डॉट कॉम के संस्थापक संजीव बिखचंदानी, उद्योगपति भरत गोयनका, टेक्नोक्रैट नेमनाथ जैन,  लखनऊ के इतिहासकार और पत्रकार योगेश प्रवीण, असम के इतिहासकार जोगेंद्र नाथ फूकन और गायक सुरेश वाडकर को पद्म श्री के लिए चुना गया है।

चीन: कोरोना वायरस का इलाज करने  वाले डॉक्टर की वायरस से मौत

चीन में कोरोना वायरस महामारी का रूप ले रहा है। लोगों में दहशत और हाहाकार मचा हुआ है। 13 शहरों में लोगों कु आवाजाही पर पाबंदी लगा दी गौ है। अब इसकी चपेट में इलाज करने वाला डॉक्टर भी आ गया है।
चाइना ग्लोबल टेलीविज़न नेटवर्क ने एक ट्वीट में बताया कि चीन के हुबेई प्रांत के एक अस्पताल में कोरोना वायरस से एक डॉक्टर की मौत हो गई है।
हुबेई शिन्हुआ अस्पताल के एक डॉक्टर लियांग वुडॉन्ग जो वुहान शहर में कोरोना वायरस प्रकोप का इलाज कर रहे थे, वे खुद इसकी चपेट में आ गए । वायरस से 62 वर्षीय डॉक्टर की कोरोना वायरस से मौत हो गई।
कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या चीन में बढ़कर 28 हो गई है और इससे सैकड़ों लोगों के पीड़ित होने की पुष्टि हुई है। इस वायरस का संक्रमण रोकने के लिए प्राधिकारियों ने देश के 13 शहरों को एक तरह से बंद कर दिया गया है। यहां आवागमन पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि इस वायरस के कारण 28 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 26 की मौत मध्य चीन के हुबेई प्रांत में और एक की मौत उत्तरी चीन के हेबेई में हुई है।
मुम्बई में 2 संदिग्ध केस आने बाद भारत के हवाई अड्डों पर भी सतर्कता बरती जा रही है। खासकर चीन से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है।

जम्मू कश्मीर के सभी जिलों में २जी मोबाइल इंटरनेट सेवा ३१ तक बहाल

गणतंत्र दिवस से पहले जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शनिवार को राज्य की जनता को बड़ी राहत देते हुए सभी २० जिलों में आजसे पोस्टपेड और प्रीपेड पर पांच महीने (५ अगस्त, २०१९) से ज्यादा समय से बंद रखी गयी २जी मोबाइल इंटरनेट सेवा बहाल करने का फैसला किया है।

जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने कहा है कि सशर्त और पाबंदियों के साथ ब्रॉडबैंड सेवा भी शहर-कस्बों में उपलब्ध होगी। हालांकि सूबे में सोशल मीडिया एप्लीकेशन को बहाल नहीं किया गया है। प्रशासन के मुताबिक अभी यह सुविधा ३१ जनवरी तक ही बहाल रहेगी। समीक्षा के बाद इसे आगे बढ़ाने का फैसला किया जाएगा।

गौरतलब है कि कुछ समय पहले २जी मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को जम्मू के सभी दस जिलों और कश्मीर के दो जिलों, कुपवाड़ा और बांदीपोरा में बहाल करने का फैसला किया गया था। अब इसे सभी २० जिलों के लिए कर दिया गया है।

जम्मू कश्मीर प्रशासन के प्रिंसिपल सचिव रोहित कंसल ने बताया कि सभी प्री-पेड कनेक्शनों के लिए वॉयस कॉल और एसएमएस सेवाओं को बहाल कर दिया गया है।

याद रहे कुछ समय पहले सर्वोच्च न्यायालय ने जम्मू-कश्मीर में लगाए प्रतिबंधों को लेकर केंद्र को कुछ आदेश जारी किये थे। सर्वोच्च अदालत ने यह भी कहा था कि इंटरनेट को अनिश्चित काल के लिए बंद नहीं किया जा सकता। इसे लेकर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और अन्य की याचिकाओं पर सर्वोच्च अदालत ने सुनवाई करते हुए कहा था कि इंटरनेट का अधिकार, अभिव्यक्ति के अधिकार के तहत आता है और यह भी मूलभूत अधिकार हैं। साथ सर्वोच्च अदालत ने जेके प्रशासन से अस्पतालों, शैक्षणिक संस्थानों जैसी जरूरी सेवाओं वाले संस्थानों में इंटरनेट बहाल करने को कहा था।

बाबा रामदेव को नहीं मिली शाहीनबाग जाने की इजाजत

योगगुरु बाबा रामदेव, जिन्होंने शुक्रवार को शाहीन बाग जाने की बात कही थी, उन्हें आज वहां जाने की अनुमति नहीं मिली है। रामदेव वहां धरने पर बैठी महिलाओं, बच्चों और अन्य लोगों से मिलना चाहते थे।
पुलिस ने शनिवार को कहा कि बाबा रामदेव को शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में जाने की इजाजत नहीं दी दी गयी है। पुलिस के इनकार के बाद पतंजलि के प्रवक्ता ने कहा कि रामदेव हालांकि शाहीन बाग जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं लेकिन वो तभी जाएंगे जब पुलिस से इसकी इजाजत मिल जाएगी।
योगगुरु ने शुक्रवार को एक टीवी कार्यक्रम में कहा था कि वे शनिवार को शाहीन बाग जाएंगे और धरने पर बैठी महिलाओं की बात सुनेंगे और फिर पीएम मोदी और उनके लोगों से मिलकर उन्हें इसके बारे में बताएंगे। ामदेव ने कहा था – ”मैं किसी के पक्ष या विपक्ष में नहीं जा रहा हूं और न ही किसी का बिचौलिया हूं।”
रामदेव का कहना था कि वे हिन्दू-मुस्लिम के बीच भाईचारे के प्रबल समर्थक हैं। उन्होंने कहा था कि इस देश में जितना हिन्दू को रहने का अधिकार है, उतना ही मुस्लिमों को भी है। योग गुरु ने कहा था – ”उन्हें डर क्यों है? देश में काल्पनिक भय तैयार किया जा रहा है। आजादी संविधान और न्याय पर आधारित होनी चाहिए। मुझे जिन्ना वाली आजादी नहीं चाहिए, महात्मा गांधी और भगत सिंह वाली आजादी चाहिए।  पिछले एक-दो महीनों से लग रहा है कि हिन्दुस्तान में सभी प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं। मैं आंदोलनों का पक्ष लेने वाला व्यक्ति हूं। आंदोलन करना लोगों का अधिकार है।”

नागरिकों पर टैक्स का बोझ नहीं डाला जाना चाहिए : सीजेआई

सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे ने शुक्रवार को कहा कि नागरिकों पर टैक्स का बोझ नहीं डाला जाना चाहिए। प्रधान न्यायाधीश ने एक और अहम बात कही कि टैक्स चोरी करना आर्थिक अपराध तो है ही, यह देश के बाकी नागरिकों से  सामाजिक अन्याय करना भी है लेकिन सरकार भी यदि अत्याधिक या मनमाने तरीके से टैक्स लगाती है तो ये भी अपने आप में सरकार की तरफ से किया गया सामाजिक अन्याय है।

इनकम टैक्स ट्रिब्यूनल के ७९वें स्थापना दिवस के कार्यक्रम में बोबडे ने यह सब महत्वपूर्व बातें तब कही हैं जब देश का आम बजट आने वाला है। निश्चित ही उनकी बातों से आम टैक्सकर्ता को राहत मिली होगी और वे सरकार से हमेशा की तरह टैक्स स्लैब में बड़ी राहत की उम्मीद कर रहे होंगे।

कार्यक्रम में प्रधान न्यायाधीश ने कहा – ”टैक्‍सपेयर्स को उचित और शीघ्र विवाद समाधान मिलना चाहिए ताकि वो प्रोत्साहित हो सकें। साथ ही एक कुशल टैक्स न्यायपालिका को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि टैक्‍सपेयर मुकदमेबाजी में ही न फंसे रहें।”

न्यायमूर्ति बोबडे ने न्यायपालिका में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग पर जोर देते हुए कहा कि टेक्‍नोलॉजी का उपयोग अहम है। उन्होंने कहा कि, ”आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फैसले लेने में अहम भूमिका निभा सकती है और कई क्षेत्र हैं जिन्हें इसके तहत लाया जा सकता है।”

वीबीए के ‘महाराष्ट्र बंद’ का मिलाजुला असर

प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाले वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), एनआरसी और केंद्र की आर्थिक नीतियों के खिलाफ बुलाए गए महाराष्ट्र बंद का मिला जुला असर रहा है। कुछ जगह हिंसा की भी खबरें हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बंद के दौरान मुंबई में एक बेस्ट बस पर पत्थरबाजी की सूचना है जिसमें एक बस चालक घायल हुआ है। मुंबई, नासिक, औरंगाबाद और अकोला में बंद का अच्छा असर दिखा जहाँ कुछ हिस्सों में दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहे। ठाणे में कुछ कार्यकर्ताओं ने मुख्य सड़क को अवरुद्ध करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने इसे खुलवा दिया। मुंबई में लोकल ट्रेन और बेस्ट बस पर बंद का ज्यादा असर नहीं दिखा। पुणे में सड़कों पर हलचल सामान्य रही।
वीबीए के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि सीएए, एनआरसी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) का विरोध करने के लिए एक शांतिपूर्ण और अहिंसक बंद का आह्वान किया गया जिसका अच्छा असर रहा। करीब ३५ सामाजिक और व्यापारिक संगठनों ने बंद का समर्थन किया। हालांकि यातायात सुचारु चलता रहा।
बंद के मद्देनजर राज्य भर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। सार्वजनिक परिवहन सेवाएं और जनजीवन पर खास असर नहीं पड़ा। कुर्ला, सायन-ट्रॉम्बे रोड, बाइकला, दादर, वडाला और अंधेरी जैसे इलाकों में बंद का आंशिक प्रभाव दिखा।

मुंबई में कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मिले, अस्पताल में भर्ती

कोरोना वायरस ने भारत में दस्तक दे दी है। मुंबई में कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मामले सामने आए हैं जिनका परीक्षण किया जा रहा है। उधर चीन के वुहान में इस वायरस से मरने वालों की संख्या २६ हो गयी है। ख़बरों के मुताबिक वुहान ऐसी जगह है जहाँ काफी भारतीय छात्र पढ़ाई करते हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक इन दोनों लोगों को मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका परीक्षण किया जा रहा है। चीन से लौटे दो लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका है। दोनों को कस्तूरबा अस्पताल के अलग वार्ड में भर्ती किया गया है। चिकित्सकों ने कहा है कि दोनों में हल्के सर्दी-जुकाम के लक्षण मिले हैं।

बीएमसी ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर एहतियातन चिंचपोकली स्थित  कस्तूरबा अस्पताल को कुछ निर्देश जारी किये हैं। कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को अलग वार्ड में रखा गया है ताकि उन्हें अन्य मरीजों के संपर्क में आने से बचाया जा सके। तमाम चिकित्सकों को हिदायत दी गयी है कि यदि कोरोना का लक्षण वाला कोइ भी व्यक्ति यदि मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दिखे तो उसे बिना देरी इस वार्ड में भेज दिया जाए।

उधर चीन में कोरोना वायरस फेलने से अब तक २६ लोगों की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि वहां लोगों में दहशत है। वहां अभी तक कई लोग वायरस से पीड़ित हैं। ख़बरों के मुताबिक चीन के वुहान में ९०० के करीब लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हैं। वहां इलाके में ७५० से ज्यादा भारतीय छात्र पढ़ाई करते हैं। चीन में वुहान समेत नौ शहरों का संपर्क एक तरह से बाकी जगह से काट दिया गया है ताकि वायरस न फैले।

भारत ने न्यूजीलैंड से पहला टी-२० जीत १-० की बढ़त बनाई

न्यूजीलैंड दौरे पर गयी भारत की टीम ने पांच मैचों की सीरीज के पहले टी-२० मैच में न्यूजीलैंड को ६ विकेट से हरा कर १-० की बढ़त ले ली है। ऑकलैंड में खेले गए मैच में भारत ने २०४ रन के लक्ष्य को महज ४ विकेट गंवाकर हासिल कर लिया है।
टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम ने निर्धारित २० ओवर में ५ विकेट खोकर २०३ रन बनाए। इस तरह भारत को जीत के लिए २०४ रन का लक्ष्य मिला। टीम इंडिया ने १९ ओवर में ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया। रोहित शर्मा के जल्दी आउट हो जाने के बावजूद भारत के लिए कप्तान विराट कोहली, लोकेश राहुल, श्रेयस अय्यर ने शानदार पारियां खेलकर हैरत को जीत के शिखर पर पहुंचाया।
लोकेश राहुल ने २७ गेंदों पर चार चौके और तीन छक्कों की सहायता से ५६ रन बनाए। कप्तान कोहली ३२ गेंदों पर ४५ रन बनाए। हालांकि, भारतीय पारी के सुपर स्टार श्रेयस अय्यर साबित हुए जिन्होंने १५ ओवर के बाद २७ गेंदों में तीन चौके और तीन छक्के ठोककर ५८ (नाबाद) रन बनाकर भारत को जीत दिलाई। उनके साथ आखिर में खेले मनीष पांडे भी १४ अच्छे रन बनाकर नाबाद रहे। न्यूजीलैंड के लिए ईश सोढ़ी ने सबसे ज्यादा 2 विकेट लिए।
इससे पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम ने २० ओवर में ५ विकेट गंवा कर २०३ रन बनाए। उसके लिए कोलिन मुनरो ने सबसे ज्यादा ५९ रन बनाए जबकि  रॉस टेलर ने ५४ और कप्तान केन विलियमसन ने ५१ रन की पारी खेली। न्यूजीलैंड की तरफ से कोलिन मुनरो और मार्टिन गप्टिल ने ओपनिंग करते हुए भारतीय गेंदबाजों की जमकर ठुकाई की और ७.५ ओवर में ८० रन ठोक दिए।
भारत के लिए युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, शिवम दुबे, शार्दुल ठाकुर और रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट हासिल किया। आजकी जीत जे साथ ही भारतीय टीम ने टी-२० इंटरनेशल मैचों में सबसे अधिक चार बार २०० से अधिक का लक्ष्य हासिल करने में कामयाबी पाई।

10 साल की उम्र में बच्चा बनेगा बाप

कहते हैं कि आजकल बच्चे जल्दी बड़े हो जा रहे हैं। बड़े ही नहीं हो रहे, बल्कि जवान भी हो रहे हैं! इससे साइंसदां भी हैरान हैं।  इस पर एकबारगी यकीन तो नहीं हो रहा, पर ये सच है कि 10 साल का बच्चा बाप बन सकता है। 13 साल की बच्ची भी मां बन सकती हैं। ऐसा दावा किया जा रहा है कि साइबेरिया में 10 साल के लड़के ने 13 साल की एक लड़की को प्रेग्नेंट कर दिया। इतना ही नहीं, दोनों ने अपने मां-बाप की इजाजत से रूस के एक टीवी चैनल पर अपनी आप बीती भी बयान की।
अलग-अलग स्कूल में पढ़ने वाले 13 साल के दारिया और 10 साल के इवान की दोस्ती एक साल पहले हुई। दारिया 8 हफ्ते की प्रेग्नेंट है। उसने टीवी शो पर बताया कि एक साल पहले इनकी मुलाकात किसी दोस्त ने कराई थी। बाद में दोनों में दोस्ती हो गई। लड़की का कहना है कि उनकी मां उन्हें सपोर्ट कर रही है और उनके परिवारवालों को बेसब्री से बच्चे का इंतज़ार है।
दारिया की मां के मुताबिक जैसे ही उनकी बेटी में प्रेगनेंसी के लक्षण दिखने लगे वो उसे अस्पताल ले गए। लेकिन डॉक्टरों को तब पता नहीं चला। बाद में प्रेगनेंसी किट से पता चला कि वो गर्भवती है। टीवी शो में दारिया की मां भी आई थी। बच्ची ने टीवी पर 10 साल के उस ‘युवा’ के साथ दोस्ती की सारी कहानी सुनाई।
मेडिकल साइंस ये दावा करता है कि 10 साल का कोई लड़का पिता नहीं बन सकता है। स्थानीय डॉक्टर स्कोरोबोगैटोव का कहना है कि दोनों बच्चों में मां-बाप बनने की क्षमता है, लेकिन यहां के कुछ विशेषज्ञ ये मानने को तैयार नहीं हैं और वो हैरान हैं कि आखिर कैसे इस तरह का दावा किया जा रहा है।
इससे पहले, 2009 में ब्रिटेन में 12 साल के एक लड़के ने दावा किया था कि वो अपनी गर्लफ्रेंड के बच्चे का बाप बनने वाला है। इस खबर से ब्रिटेन में हंगामा बरपा था। लेकिन बाद में बच्चे का डीएनए मैच नहीं हुआ था।

रामदेव बोले, देश मोदी और मोदी विरोधी दोनों का है सीएए जैसे विरोध प्रदर्शन से देश की होती है बदनामी

योगगुरु बाबा रामदेव ने लंबे समय के बाद मीडिया से बात की।  नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), जेएनयू समेत देश के ज्वलंत मुद्दों पर अपनी बेबाकी से राय रखी। कभी काले धन को लेकर मुखर रहने वाला बाबा आज  बड़े कारोबारी बन चुके हैं। पतंजलि के उत्पाद आज देश के कोने-कोने तक पहुंच चुके हैं।
रामदेव ने नागरिकता कानून पर कहा कि यह देश जितना भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है, उतना ही विपक्ष का भी है। देश भर में विरोधी आंदोलन से विदेश में भारत की बदनामी होती है। शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन पर योगगुरु ने कहा कि सड़क पर धरना प्रदर्शन ठीक नहीं है। पर उन्होंने माना जितना हिन्दू को यहां पर रहने का अधिकार है उतना ही मुस्लिमों को भी इस देश में है। ये संवैधानिक हक़ है। उन्हें डर क्यों है? देश में जबरन का भय तैयार किया जा रहा है।
जनसंख्या की लेकर हाल में संघ प्रमुख के जोर और आंदोलन पर उन्होंने कहा कि ज्यादा बच्चे पैदा करने पर सजा का प्रावधान होना चाहिए। ऐसे लोगों से मताधिकार भी छीन लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में आज भी बिजनेस को गलत नजर से देखा जाता है। बाबा रामदेव ने  पतंजलि और रुचि सोया के साथ साथ मिलकर काम करने जी बात कही।
जेएनयू  में हुई हिंसा और गुंडागर्दी पर भी उन्होंने अपनी राय रखी। उनका मानना है कि छात्रों का काम आंदोलन करना सही नहीं है। छात्र अगर यह काम करेंगे तो सियासी पार्टियां बेकाम हो जाएंगी। छात्रों को आज़ादी जैसे नारों की बजाय देश निर्माण के कार्य में लगना चाहिए। विदेशों में ऐसे आंदोलनों की खबरों से देश के बारे में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है।