Home Blog Page 868

दिल्ली हिंसा में अब तक १८ लोगों की मौत

दिल्ली में ताजा हिंसा की कोइ खबर नहीं है लेकिन जो हिंसा हुई है उसमें अब तक  १८ लोगों की जान जा चुकी है जिनमें एक पुलिस कर्मी भी है। अभी तनाव बना हुआ है। करीब १५० लोग घायल हैं और कई का अस्पतालों में इलाज चल रहा है, जिनमें कमसे कम १२ की हालत गंभीर बताई गयी है। इस बीच कोर्ट में आधी रात को इस मामले पर सुनवाई हुई है जो आज भी जारी रहेगी। हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक की जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल भी शामिल हुए हैं।
अभी तक की जानकारी के मुताबिक १८ लोगों की मौत हो जाने की सरकारी स्तर पर पुष्टि की गयी है। करीब १५० लोग घायल हैं और ४४ को गोली लगी है। सुरक्षा बलों की १५ और कंपनियां तनाव वाली जगह भेजी गयी हैं।
इस बीच दिल्ली हिंसा पर कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक इस समय चल रही है। यह बैठक अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में बुलाई गयी है। इसमें तमाम बड़े नेता पहुँच रहे हैं। दिल्ली के चार इलाकों में अभी धारा १४४ लागू है।
सीबीएसई ने मंगलवार को ही १०वीं और १२वीं की परीक्षाएं उत्तर पूर्वी दिल्ली में टाल  दी हैं। इसके लिए केजरीवाल सरकार ने आग्रह किया था। कई जगह मेट्रो बंद हैं जिससे आम लोगों को काफी दिक्क्तें झेलनी पड़ रही हैं।
विभिन्न नेताओं ने लोगों को संयम बरतने और हिंसा से दूर रहने का आग्रह किया है। इस हिंसा का सबसे बड़ा नुक्सान गरीब आदमी का हो रहा है जिसकी रोजी-रोटी फिलहाल बंद हो गयी है।
पुलिस का कहना है कि हालात तनावपूर्ण हैं लेकिन नियंत्रण में हैं। जाफराबाद में प्रदर्शनकारियों को वहां से हटा लिया गया है।  हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक की जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल भी शामिल हुए हैं।

उत्तर पूर्व दिल्ली में सीबीएसई की परीक्षा टली, दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या ११ पहुँची

दिल्ली की हालत को देखते हुए सीबीएसई ने उत्तर पूर्व दिल्ली क्षेत्र में बुधवार को होने वाली बोर्ड परीक्षा टाल दी है। कल से १०वीं और १२वीं की परीक्षा शुरू होने वाली थी।
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने सीबीएसई से राजधानी में हिंसा के हालात देखते हुए इसका आग्रह किया था जिसे सीबीएसई ने स्वीकार कर कल होने वाली परीक्षा नहीं करने का फैसला किया है। यह फैसला दिल्ली के उत्तर पूर्व हिस्से के परीक्षा केंद्रों से ही जुड़ा है न कि पूरी दिल्ली के लिए।
सीबीएसई ने अपनी वेबसाइट पर उन सभी परीक्षा केंद्रों के नाम अपलोड कर दिए हैं जहाँ-जहाँ परीक्षा को टाला गया है। परीक्षा में अपीयर होने वाले छात्र वहां इसे देख सकते हैं।
इस बीच दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या ११ पहुँच गयी है। कई लोग अभी घायलावस्था में अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। करीब १५० लोग इस हिंसा में घायल हुए हैं जिनमें से कई हालत गंभीर बताई जा रही है।

किसानों की कर्ज माफी और महिला सुरक्षा की भेंट चढ़ा महाराष्ट्र बजट सत्र का दूसरा दिन

महाराष्ट्र राज्य के बजट सेशन के दूसरे दिन किसानों की कर्ज माफी और महिला सुरक्षा को लेकर बीजेपी के विधायक आक्रमक रुख में रहे। कामकाज शुरू होते ही विपक्ष ने किसान कर्ज माफी और उसमें हो रही गड़बड़ियों को लेकर सरकार को घेरना शुरू किया। सभागृह में और बाहर बीजेपी विधायकों ने नारे लगाए और अंत में विपक्षियों के चलते विधानसभा का काम स्थगित कर दिया गया।

विधानसभा नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा वह किसानों को बरगला रही है। प्रतिपक्ष नेता का कहना था कि 2 महीने में सिर्फ 15000 किसानों की फेहरिस्त तैयार की गई और सरकार की तरफ से किसानों को महज आश्वासन ही दिया गया है। ठाकरे सरकार की तरफ से सिर्फ साढे छहजार किसानों को कर्ज दिया गया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा इसी गति से अगर कर्ज माफी का सिलसिला चला तो कर्ज माफ करते-करते वर्षों बीत जाएंगे।

विपक्ष द्वारा महिला सुरक्षा पर स्थगन प्रस्ताव पेश किए जाने के बावजूद सरकार ने कामकाज चलाने की कोशिश की ।देवेंद्र फडणवीस ने किसानों के सातबारा कोरा करने के वादे को पूर्ण करने और किसानों को प्रति हेक्टेयर ₹25000 की मांग की। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि विपक्ष आज इन मुद्दों को लेकर राज्यपाल से भी मुलाकात करेगा।

विधान परिषद में भी नेता प्रतिपक्ष प्रवीण प्रवीण अरे करने दरेकर ने आरोप लगाया कि यह सरकार सिर्फ बदले की राजनीति कर रही है ।

कल भी इन्हीं मुद्दों के चलते महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सेशन की शुरुआत हंगामे और नारेबाजी के साथ शुरू हुई थी। हालांकि सरकार ने किसानों की कर्ज माफी की पहली फेहरिस्त जारी कर अपनी मंशा जाहिर कर दी कि वह विपक्ष के विरोध को इग्नोर करना चाहती है ।फ़ेहरिस्त 15358 किसानों के नाम हैं।

सत्र के पहले दिन ही विधानसभा की कार्यवाही आधे घंटे चली और विधान परिषद की बैठक महज 13 मिनट में खत्म हो गई । हालांकि इसे हंगामे के बीच सरकार ने 24723 करोड़ की पूरक मांगे रखी इसमें से 15000 करोड रुपए किसानों की कर्ज माफी के लिए है।

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस के किसान कर्ज माफी और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार के मुद्दे पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन प्रस्ताव की मांग को अस्वीकार किए जाने से विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के बीच सरकार ने अध्यादेश 219 -20 की पूरक मांग और 2014 -15 ,2015- 16 तथा 2016- 17 के अतिरिक्त खर्च की मांग के सदन में रखी गईं। विधान परिषद में भी नेता प्रतिपक्ष द्वारा किसानों की कर्ज माफी और महिला अत्याचार का मुद्दा उठाने और स्थगन प्रस्ताव पेश करने की मांग को सदन में सभापति राम जी नाईक निंबालकर ने अनुमति नहीं दी ।

गौतम गंभीर ने कहा, कपिल मिश्रा समेत भड़काऊ भाषण देने वालों पर कार्रवाई हो, अब तक दिल्ली हिंसा में में ९ लोगों की मौत, घायल डीसीपी की ब्रेन सर्जरी  

राजधानी दिल्ली में फ़ैली हिंसा में अब तक ९ लोगों की जान जा चुकी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ७० लोगों को गोली लगी है और वे अस्पतालों में अपना उपचार करवा रहे हैं। इतने लोगों के गोली लगने से घायल होने को बहुत गंभीर मामला कहा जाएगा। यह भी जानकारी मिली है कि सोमवार को हिंसा में घायल हुए डीसीपी की हालत गंभीर है और उनकी ब्रेन सर्जरी हुई है। प्रभावित इलाकों में बेमियादी तौर पर धारा १४४ लगा दी गयी है।

दिल्ली में हिंसा सीएए विरोधियों और समर्थकों के बीच हिंसक झड़पों में बदल गयी है।

नागर‍िकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे प्रदर्शनों और हिंसा के बीच दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने मंगलवार को मांग की कि चाहे कपिल मिश्रा (भाजपा नेता) हों या कोइ और, जिसने भी भड़काऊ भाषण द‍िया है तो उसके ख‍िलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

यह आरोप लग रहे हैं कि भाजपा नेता कपिल मिश्रा की ओर से सीएए पर द‍िए गए भड़काऊ बयान के कारण ह‍िंसा भड़की। अब उनकी ही पार्टी के सांसद गंभीर ने भी उनके और उन सभी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है जिन्होंने भड़काऊ भाषण दिए हैं। इस मामले में म‍िश्रा के ख‍िलाफ दो मामले दर्ज क‍िए गए हैं।

मंगलवार को भाजपा सांसद गंभीर तीखे लहजे के साथ सामने आये और कहा कि  ”कोई भी व्‍यक्‍त‍ि हो, चाहे वह कप‍िल म‍िश्रा हो या कोई और, भले ही वह क‍िसी भी पार्टी से संबंध रखता हो यद‍ि उसने भड़काऊ भाषण द‍िया है तो उसके ख‍िलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।”

सबसे चिंताजनक जानकारी यह सामने आई है कि दिल्ली की हिंसा में करीब १५० लोग घायल हुए हैं, उनमें से आधे गोलियां लगने से घायल हुए हैं। यह बहुत बड़ा आंकड़ा कहा जाएगा और इससे जाहिर होता है कि पथरबाजी तो पथरबाजी, गोलियों का भी इतने बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हिंसा में हुआ है। यह गोलियां किसने चलाई हैं, यह अभी जाहिर होना बाकी है।

यह भी जानकारी मिली है कि सोमवार को हिंसा में घायल हुए डीसीपी की हालत गंभीर है और उनकी ब्रेन सर्जरी हुई है। दिल्ली में ह‍िंसा के चलते मेट्रो की पिंक लाइन के पांच स्टेशन मंगलवार को लगातार दूसरे दिन बंद हैं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने ट्वीट किया – ”जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एनक्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन बंद हैं। ट्रेनें वेलकम मेट्रो स्टेशन से आगे नहीं जाएंगी।” सीएए के विरोधियों और समर्थकों के बीच हिंसक झड़पों के चलते जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन रविवार को बंद किए थे लेकिन बाकी तीनों स्टेशन सोमवार को बंद किए गए हैं।

याद रहे दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने रास्ता खुलवाने के लिए भाषण द‍िया था। कपिल मिश्रा ने धमकी दी थी कि ”दिल्ली पुलिस तीन दिन के अंदर रास्तों को खाली कराए। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के बाद वापस जाने तक हम यहां से शांतिपूर्वक जा रहे हैं, लेकिन अगर तीन दिन में रास्ते खाली नहीं हुए, तो हम फिर सड़कों पर उतरेंगे और इसके बाद हम दिल्ली पुलिस की नहीं सुनेंगे।”

दिल्ली के बेखौफ दंगाई

देश की राजधानी नई दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके के लोग अब भी दहशत में हैं। सोमवार को दिन में शुरू हुआ उपद्रव शाम होते-होते और ज्यादा हिंसक होता चला गया। लाइव सोशल मीडिया के इस दौर में गोलीबारी, आगजनी, पत्थरबाजी, पेट्रोल बम, लोहे की रॉड का खुल्लमखुल्ला खेल किया गया। यानी प्रशासन और कानून को जूती की नोक पर रखा गया। प्रशासन लाचार है या इसे बना दिया गया, क्योंकि वह इस दौरान उदासीन बना रहा, कई जगह तो बेखौफ दंगाइयों के साथ भी दिखा।

इतना ही नहीं, देर रात गृह मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठकों का दौर चलता रहा, सुबह से भी जारी है। पर जमीन में कुछ और ही चल रहा है। मुस्तफाबाद, कर्दमपुरी, चांद बाग, मौजपुर जैसे इलाकों में तो उपद्रवियों और दंगाइयों के साथ ही खाकीधारी भी दिखे। लोगों को चुन-चुनकर यानी नाम पूछ-पूछकर लोगों को पीट रहे थे और उनके वाहनों को आग का गोला बना रहे थे। ये सिलसिला तकरीबन रातभर चला रहा। दिल्ली सरकार तो मानो पुलिसिया काम के लिए धरने पर बैठने को मजबूर रहती है। देर रात मंत्री समेत कुछ विधायक एलजी हाउस में उनके न मिलने पर धरने पर ही बैठ भी गए।

ये अलग बात है कि ट्रंप के राजधानी में होने के चलते राष्ट्रीय मीडिया ने इसे ज्यादा महत्व दिया, पर लोगों ने शायद 1984 के बाद पहली बार इतने बड़े पैमाने पर दिल्ली को जलते हुए देखा होगा। सिर्फ दिल्ली को जलाया ही नहीं गया, बल्कि यहां की संस्कृति को भी मिटाने का प्रयास किया गया। लोगों को सांप्रदायिक करार देने का मंसूबा भी देखने को मिला। दिलवालों की कही जाने वाली दिल्ली के लिए नासूर बने ऐसे उपद्रवियों पर नरमी बरती गई तो आने वाले वक्त में मुल्क के लिए नासूर साबित होने से कोई भी इनकार नहीं कर सकता।

यह सच है कि हिंसा और दंगों में किसी नेता का रिश्तेदार तक नहीं मारा जाता, पर गरीबों को ही मारा और मिटाया और फिर बसाया जाता है। आखिर कब तक ये सिलसिला चलता रहेगा। क्या किसी आंदोलन को दबाने के लिए हिंसा का सहारा लेना जरूरी  है। अगर ऐसा होता है तो यह लोकतंत्र के लिए कहीं ज्यादा खतरनाक साबित होने वाला है।

सामना के जरिए उद्धव ठाकरे ने फडणवीस पर साधा निशाना। दी सलाह, ‘देवेंद्र जी काम शुरू करो!’

महाराष्ट्र के महा विकास आघाडी सरकार के पहले बजट सेशन से पूर्व नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के चाय पान के बहिष्कार पर शिवसेना ने फडणवीस को सलाह दी है कि वह काम शुरू करें और सवाल पूछा है बहिष्कार से संवाद कैसे होगा,?

विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोप कि राज्य की महा विकास आघाडी सरकार के दलों में आपस में कोई संवाद नहीं है और सबसे पहले वह आपस में संवाद स्थापित करें और फिर हमें चाय पान के लिए निमंत्रण दें, पर उद्धव ठाकरे का कहना है कि फडणवीस का आरोप हास्यास्पद है और फडणवीस को विरोधी दल के नेता के तौर पर लोकतांत्रिक परंपरा को कायम रखना चाहिए।

शिवसेना के मुखपत्र सामना के एडिटोरियल के जरिए उद्धव ठाकरे कहते हैं कि महाराष्ट्र की जनता इस बात का जवाब चाहती है, कि भारतीय जनता पार्टी के साथ हिंदुत्व के मुद्दे पर 25 साल साथ देने वाली शिवसेना से बीजेपी का संवाद क्यों टूटा?

नेता प्रतिपक्ष फडणवीस को असफल बताते हुए उद्धव कहते हैं कि नेता प्रतिपक्ष शैडो मुख्यमंत्री होता है और मुख्यमंत्री के जितने ही लोग उनके पास समस्याएं और जानकारी लेकर आते जाते रहते हैं। लेकिन फडणवीस इस काम में असफल दिखते हैं उनके पास अधूरी जानकारी है।

सामना आगे कहता है यदि संवाद की नीति बनाई रखी होती तो आज महाराष्ट्र की राजनीति की तस्वीर कुछ अलग होती इसलिए श्री फडणवीस महाविकास अघाड़ी को संवाद कुशलता का ज्ञान ना दें और संवाद कुशलता के लिए बीजेपी नेताओं के साथ रामभाऊ महालगी संस्था में शिविर मे शामिल हो जाएं।

संवाद पर ही तंज कसते हुए उद्धव कहते हैं,’ श्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के मुख्यमंत्री पद को दो बार विभूषित किया है । एक बार 5 साल और दूसरी बार 80 घंटे। इन 80 घंटों का अनुभव महत्वपूर्ण है क्योंकि 80 घंटों में राष्ट्रपति भवन ,राज भवन, गृह मंत्रालय, ईडी और सीबीआई से संवाद स्थापित करने के बावजूद महा विकास आघाडी का एक भी विधायक नहीं टूटा इसलिए तुम्हारी तुलना में हमारे बीच अच्छा संवाद है।’

भारतीय जनता पार्टी के पास खुद के 105 विधायक हैं और कोई उनके साथ दिखता नहीं ।

इन 105 में से 50 ऐसे हैं ,जो विचारों से बाहर ही है और विरोधी दल में रहकर काम करना उनके बस की बात नहीं।

बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए शिवसेना कहती है, भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग करके विरोधी दल खरीदी विक्री संघ खोला था। महा विकास आघाडी या मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कम से कम आज उस मार्ग से नहीं जाते दिख रहे। उन्होंने अगर विरोधी खेमे में बैठे ‘105’ लोगों से संवाद स्थापित किया तो विरोधी दल के नेता का क्या होगा ?

नागपुर में संघ के नेता भैयाजी जोशी ने एक हवाई घोषणा की। देवेंद्र फडणवीस बहुत समय तक विरोधी दल में नहीं रहेंगे ।उनके नाम के आगे लगा ‘पूर्व’ शब्द जल्दी निकल जाएगा! इस बयान से विरोधी दलों को मानसिक गुदगुदी जरूर हुई होगी लेकिन महाराष्ट्र में ऐसा कुछ नहीं होगा। तो देवेंद्र जी विरोधी दल के नेता के रूप में काम शुरू करो, हम इतना ही सुझाव दे सकते हैं!

एएमयू छात्रों पर हमला करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का आदेश 

गत वर्ष 15 दिसंबर को पुलिसकर्मियों द्वारा एएमयू में घुसकर की गई कार्रवाई और छात्रों को हिरासत में लिए जाने के बाद अब अदालत ने सख्ती दिखाई है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, सूबे के पुलिस महानिदेशक, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक, वाइस चांसलर और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यलाय के रजिस्ट्रार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सिफारिशें लागू करने का निर्देश दिया है।

15 दिसंबर को एएमयू में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध के दौरान मामला हिंसक हो गया था। इसके बाद यूपी पुलिस और अन्य सुरक्षाकर्मियों ने कैंपस और हॉस्टल में घुसकर छात्रों पर हमला किया था। एनएचआरसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि निहत्थे छात्रों पर गैर जरूरी हमला किया गया था। अदालत ने संबंधित अधिकारियों को आदेश पालने करने के लए 25 मार्च तक का समय दिया है। साथ ही अगली रिपोर्ट भी 25 मार्च को दाखिल करने को कहा है।

चीफ जस्टिस गोविंद माथुर और जस्टिस समित गोपाल की खंडपीठ ने प्रयागराज के मोहम्मद अमन खान की दायर याचिका में पुलिस के बर्बर और क्रूर होने के आरोप में यह आदेश दिया है। याचिकाकर्ता ने हाई कोर्ट से पिछले साल 12 से 15 दिसंबर के बीच एएमयू में यूपी पुलिस और अअर्धसैनिक बलों द्वारा हिंसा किए जाने साथ ही और मनमाने ढंग से छात्रों-युवाओं को हिरासत में रखने के मामले में गौर करने के लिए एक अदालत की निगरानी में कमेटी बनाने का निर्देश पारित करने का अनुरोध किया था। 8 जनवरी, 2020 को मामले में हाई कोर्ट ने राष्ट्रीय मानवाधिकर आयोग को जांच करने का निर्देश दिया था।

छह सदस्यीय टीम ने अलीगढ़ का दौरा करके मामले की जांच और आयोग ने यह रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी। आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक की गई सिफारिशों में छह छात्रों को मुआवजा, सीसीटीवी फुटेज में देखे गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई, छात्रों पर हमला और एएमयू परिसर में मोटर साइकिलों को जलाए जाने जैसे नुकसान पहुंचाने के तथ्य रखे गए। एनएचआरसी ने यह भी सिफारिश की कि पुलिस बल, सीआरपीएफ और रैपिड एक्शन फोर्स को संवेदनशील बनाया जाना चाहिए और विशेष प्रशिक्षण मॉड्यूल का आयोजन किया जाना चाहिए, ताकि वे ऐसी स्थितियों को बेहतर ढंग से संभाल सकें।

राज्यसभा चुनाव का ऐलान, २६ मार्च को होंगे

राज्यसभा
चुनाव आयोग की तरफ से मंगलवार को राज्यसभा की खाली हो रही ५५ सीटों के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। चुनाव २६ मार्च को होगा।
आयोग ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्यसभा में १७ राज्यों की जो सीटें अप्रैल में रिक्त हो रही हैं उन ५५ में सबसे ज्यादा ७ महाराष्ट्र, ६ तमिलनाडू, पांच-पांच पश्चिम बंगाल और बिहार से, चार-चार सीटें गुजरात और आंध्र प्रदेश से और तीन-तीन सीटें राजस्थान, ओडिशा और मध्यप्रदेश से हैं।
यदि पार्टीवार राजसभा की स्थिति देखें तो उच्च सदन में भाजपा के नेतृत्व वाले  एनडीए और अन्य सहयोगी दलों की सदस्य संख्या राज्यसभा में १०६ जबकि खुद  भाजपा की ८२ है। कुल ४२५ सदस्यीय राज्यसभा में बहुमत के लिए १२३ सदस्यों की जरूरत होती है। कांग्रेस के ४५ सदस्य हैं।
जिन प्रमुख नेताओं का कार्यकाल पूरा हो रहा है, उनमें केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, रामदास आठवले, दिल्ली भाजपा नेता विजय गोयल, कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार भी शामिल हैं।

राजघाट पर बापू को पुष्पांजलि अर्पित की राष्ट्रपति ट्रंप और पत्नी मेलानिया ने

भारत के दौरे पर आये अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पत्नी मेलानिया के साथ  मंगलवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट गए और पुष्पांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति ट्रंप ने राजघाट में आगंतुक पुस्तिका में संदेश भी लिखा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक आज राष्ट्रपति भवन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया का पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया गया। बाद में ट्रंप और मेलानिया राजघाट पहुंचे और बापू के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। राजघाट परिसर में ट्रंप ने एक पौधा भी रोपा। उन्हें महात्मा गांधी की एक प्रतिमा भेंट की गई।  राजघाट पर राष्ट्रपति ट्रंप के साथ केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी मौजूद थे। इसके बाद पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के लिए ट्रंप हैदराबाद हाउस पहुंचे हैं।
ट्रंप और मोदी के बीच आज व्यापक बातचीत होगी। दोनों नेताओं का उद्देश्य भारत अमेरिका वैश्विक साझेदारी को विस्तार देना है। अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में कल आयोजित ”नमस्ते ट्रंप” कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति ने घोषणा की थी कि तीन अरब डॉलर कीमत के अत्याधुनिक सैन्य हेलीकाप्टर और अन्य उपकरणों के लिए मंगलवार को समझौते किये जाएंगे। सौदे में भारत अमेरिका से २४ एमएच ६०  रोमियो हेलीकाप्टर की २.६ अरब अमेरिकी डालर में खरीद शामिल है। एक अन्य सौदा छह एएच ६४ई अपाचे हेलीकाप्टर को लेकर है जो ८० करोड़ डालर का होगा।

हिंसा की आग में झुलसी दिल्ली, ७ की मौत

अमेरिका के राष्ट्रपति के भारत दौरे के बीच दिल्ली में हिंसा की हालत बहुत ज्यादा खराब हो गयी है। नागरिकता क़ानून विरोधी हिंसा की हालत यह है कि अब तक ७ लोगों की मौत हो चुकी है, ४० के करीब पुलिस कर्मी घायल हुए हैं जबकि ५० से ज्यादा नागरिक अस्पतालों में पड़े हैं। बड़े पैमाने पर संपत्ति को जलाया गया है। नार्थईस्ट दिल्ली में धारा १४४ जारी है और वहां तमाम स्कूलों बंद कर दिए गए  हैं। हालात को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।
अब तक की ख़बरों के मुताबिक उत्तर पूर्वी दिल्ली के पूरे इलाके में धारा १४४ लागू की गयी है और आज इलाके के सभी स्कूल बंद रखे गए हैं। वहां मेट्रो भी बंद पड़ी है। बड़े पैमाने पर संपत्ति जला दी गयी है और एक तरह से केंद्र सरकार की नाक के नीचे क़ानून व्यवस्था का दिवाला पिट गया है। इन ७ लोगों की मौत हुई है, उनमें एक हेड कॉन्स्टेबल भी शामिल है।
एहिताहतन जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एन्क्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है। पूरे इलाके में धारा १४४ लागू कर दी गई है। साथ ही नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के सभी स्कूल आज बंद है। पूरे इलाके में पुलिस फोर्स की भारी तैनाती की गई है। दिल्ली से सटे दूसरे राज्यों को हाई अलर्ट कर दिया गया है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में अब हालात बहुत खतरनाक स्थिति तक पहुँच गए हैं। वहां  सोमवार को जमकर हिंसा हुई और आज (मंगलवार) को भी मौजपुर और ब्रह्मपुरी इलाके में पत्थरबाजी शुरू हुई है। दिल्ली हिंसा में अबतक ७ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि ९० से ज्यादा लोग घायल हैं। आज सुबह पांच मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया गया जिसके बाद बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात की गयी है।
दिल्ली के भजनपुरा इलाके के नॉर्थ घोंडा कब्रिस्तान के पास मंगलवार सुबह फायरिंग हुई जिसमें एक नाबालिग के हाथ में गोली लगी है। घायल को पास के जग प्रवेश अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी आपात बैठक बुलाई जिसके बाद सीएम ने कहा कि ”पुलिस को ऊपर से कार्रवाई का आदेश नहीं है, इसलिए वह उचित कार्रवाई नहीं कर पा रही है। सीमाई इलाकों से लोग दिल्ली आ रहे हैं और हिंसा कर रहे हैं। हमने बॉर्डर को सील करने और उपद्रवियों पर कार्रवाई की मांग की है।”
उधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक शुरू की है जिसमें सीएम केजरीवाल भी शामिल हुए हैं। इस बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल के अलावा  सभी पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल हैं।