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दिल्ली हिंसा में ४ लोगों की मौत, नार्थईस्ट दिल्ली में धारा १४४

दिल्ली में नागरिकता क़ानून के खिलाफ आंदोलन में समर्थक और विरोधी गुटों के आ जुटने के बाद हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या ४ हो गयी है। उत्तरपूर्वी दिल्ली में धारा १४४ लगा दी गयी है। सीबीएसई की परीक्षाओं पर भी काले बादल मंडराने लगे हैं जबकि मंगलवार को स्कूल बंद रहेंगे।
अभी तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में जबरदस्त हिंसा का दौर जारी है। दर्जनों वाहन फूंक दिए गए हैं और कई भवनों को आग लगा दी गयी है। दिल्ली के एक भाजपा नेता दो दिन पहले ही नागरिकता क़ानून को विरोधियों को हिंसा की चेतावनी दी थी जिसके बाद मामला गर्म ही होता गया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपील की है हिंसा न की जाये। राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा – ”दिल्ली में आज की हिंसा परेशान करने वाली है और इसकी निंदा की जानी चाहिए। शांतिपूर्ण विरोध स्वस्थ लोकतंत्र का प्रतीक है, लेकिन हिंसा को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता। मैं दिल्ली के नागरिकों से अनुरोध करता हूं कि वे उकसावे में नहीं आएं और संयम, करुणा और समझ दिखाएं।”
अभी तक की ख़बरों के मुताबिक एक पुलिस हेड कांस्टेबल और तीन नागरिकों के मौत सोमवार के हिंसा में हो चुकी है। कई लोग गंभीर हालत में अस्पतालों में भर्ती हैं जबकि पुलिस के दो और भी अधिकारी घायल हुए हैं।
नार्थईस्ट दिल्ली में धरा १४४ लगा दी गयी है। मंगलवार को स्कूल बंद रहेंगे। गोकुलपुरी में कार मार्केट में भी आग लगा दी गयी है। वहां छह दमकल गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हैं।

देश में पहली बार वल्र्ड मार्केटिंग समिट का आयोजन 29 फरवरी को  

भारत में पहली बार वल्र्ड मार्केटिंग समिट एवं फिलिप कोटलर इम्पैक्ट अवार्ड का आयोजन  दिल्ली के विज्ञान भवन में 29 फरवरी को आयोजित होने जा रहा है। इस समिट में देश दुनिया के जाने माने व्यापारी और छात्र भाग लेगे जो मार्केटिंग से जुड़ी जानकारियां हासिल करेगें।फिलिफ कोटलर ग्रुप की विष्वस्तरीय टीम द्वारा डब्ल्यूएमएस का प्रषिक्षण दिया जायेगा। साथ ही प्रबंधन के अंतर्गत आने वाले आधुनिक जगत में लोकप्रिय पर जानकारी दी जायेगी। जैसे ग्रीन मार्केटिंग , सीएसआर बेस्ट मार्केटिंग , डिजिटल मार्केटिंग ,इंटरनेषनल सेल्फ ब्रांड पोजिषनिंग , ग्लोबल मार्केटिंग स्ट्रेटेजी के विभिन्न पहलुओं पर कई देषों से आने वाले ग्लोबल ट्रेनर  , एकेडेमिषियन , वैष्विक कारपोरेट दिग्गज , इंडस्ट्री एक्सपर्ट द्वारा उच्चस्तरीय प्रषिक्षण दिया जायेगा।इस समिट में फुजीफिल्म इंडिया प्राईवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेषक हरूतो इवता , वल्र्ड मार्केटिंग समिट ग्रुप की मुख्य ककार्यकारी अधिकारी सादिया किबरिया , प्रतिस्पर्धा और रणनीति मुद्दों के  जानकार डोमिनिक हैन्सैस , जर्मन प्रोफेसर , विष्व प्रसिद्व लेखक औरश्षोधकर्ता मार्क ओलिवर एवं मार्केटिंग पुस्तकों के लेखक और विज्ञान कंसल्टेंसी की सह -संस्थापक लौरा रीज इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद होगी।

विजन रूट्स सर्विसेज से मिली उपरोक्त जानकारी के अनुसार वल्र्ड मार्केटिंग समिट भारत से पहले 20 देशों मेें आयोजित हो चुका है। इस कार्यक्रम में देष के उ़द्योग जगत को नई उर्जा मिलेगी। गौरतलब है कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को पिछले साल नई दिल्ली में प्रथम फिलिप कोटलर प्रेसिडेंषियल अवार्ड प्रदान किया गया था।

सीएए के समर्थक और विरोधी आमने- सामने

दिल्ली में ऐसा क्या हो गया है कि अब दिल्ली की गलियां तक सीएए और एनआरसी कानून को लेकर समर्थकों और विरोधियों जमावड़ा हर जगह एक बवाल का रूप धारण करता जा रहा है। जिस तरीके से एक मौजपुर और जाफराबाद में दो समुदाय के बीच, जिस अंदाज में सीएए के समर्थक और विरोधी आमने सामने दिखें वो कोई एक दिन की रूप रेखा नहीं है। बल्कि सुनियोजित तरीके से मामलें को अंजाम दिया जा रहा है। उससे तो साफ हैं कि ये आग अब आसानी से बुझने वाली नहीं है। सबसे चैकाने वाली. बात ये देखने को मिल रही है जो अमूमन ऐसा देखने और सुनने को नहीं मिलता था। पर जैसे दोनों समुदायों के लोगों के बीच देखने और सुनने को मिला है। दोनों तरफ से अपने अपने धर्म के समर्थन में नारे बाजी और युद्व से नारों को लगाया गया । सबसे दुखद तो ये देखने को मिला है कि कई जगह तो लाठी डंडों के साथ साथ हथियार देखने को मिले है। पुलिस भी कई जगह उग्र, कई जगह जनता को शांत करने में लगी रही है। ऐसे में मौजपुर और जाफराबाद के स्थानीय लोगों के बीच भय का माहौलरहा है। भले ही 144 धारा लगा दी गई है।पर माहौल एक दम हिंसक है। बताया जा रहा है कि दिल्ली मेें जिस तरीके से शाहीन बाग में लगभग 70 दिनों से जो धरना सीएए के विरोध में चल रहा है।  अब दिल्ली के कई क्षेत्रों मेें एक समुदाय सीएए के समर्थन में दिल्ली की गलियों में चक्का जाम के पक्ष में है । सोशल मीडिया में चर्चा भी है कि आगामी 28 फरवरी को एन एच 24 पर धरना प्रदर्षन कर सकते है। मौजपुर और जाफराबाद के लोगों का कहना है कि दिल्ली में जब से देश आजाद हुआ है तब से अब तक ऐसा उपद्रव कभी नहीं देखने को मिला है जो गत दो महीनों से देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अगर  केन्द्र सरकार ने कोई ठोस कदम नहीे उठाये तो आने वाले दिनों मेें दिल्ली आग की चपेट में आ सकती है। जिसकी लपटों की आंच देश भर को झुलसा सकती है।

जाफराबाद में जमकर हिंसा, एक पुलिस कर्मी की मौत

ऐसे समय में जबकि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भारत के दौरे पर हैं और राजधानी दिल्ली भी आने वाले हैं, दिल्ली के जाफराबाद में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई है और एक पुलिस कर्मी की मौत हो गयी है। सोमवार दोपहर दिल्ली के भजनपुरा इलाके में नागरिकता कानून के विरोधी और समर्थक आमने सामने आ गए। मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशन बंद कर दिया गया है। उधर हिंसक घटनाओं पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने चिंता जताई है।
दिल्ली में नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का दौर रुकता नहीं दिख रहा। जाफराबाद और मौजपुर में रविवार रात जमकर हंगामा हुआ था और अब सोमवार को भी बड़े पैमाने पर झड़पें और आगजनी की घटनाएं हुई हैं।  दिल्ली के भजनपुरा इलाके में नागरिकता कानून के विरोधी और समर्थक आमने सामने आ गए जिसके बाद जमकर हिंसा हुई।
इस हिंसा में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गयी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मृतक हेड कॉन्सटेबल रतनलाल गोकुलपुरी एसीपी के रीडर थे। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली के मौजपुर के बाद भजनपुरा में भी झड़पें हुई हैं। प्रदर्शनकारियों ने वहां खड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
उधर शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा भी हिंसा के दौरान घायल हो गए हैं। हालात बेकाबू होने पर घटनास्थल पर अर्द्धसैनिक बल को बुलाया गया है। विरोध प्रदर्शनों के बीच मौजपुर मेट्रो स्टेशन के पास भी पत्थरबाजी हुई है। सीएए के समर्थक और विरोधियों ने एक-दूसरे पर पथराव किया। यह घटना मौजपुर मेट्रो स्टेशन के नजदीक कबीर नगर इलाके का है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने कम से कम दो घरों में आग लगा दी, जिससे तनाव और बढ़ गया है। इन इलाकों में सोमवार को लगातार दूसरे दिन सीएए समर्थक और विरोधी समूहों के बीच झड़पें हुईं।  प्रदर्शनकारियों ने एक-दूसरे पर पथराव किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने समूहों को शांत कराने के भी प्रयास किए।
मौजपुर में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एक सभा बुलाई थी जिसमें मांग की गयी थी कि पुलिस तीन दिन के भीतर सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाए, इसके तुरंत बाद दो समूहों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।

हिंदी में ट्वीट करने के बाद ट्रंप ने भारतीय सरजमीं पर रखा कदम

भारत में कदम रखने से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हिंदी में ट्वीट कर हिंदुस्तानियों का दिल जीतने की कोशिश की। उन्होंने लिखा-हम भारत आने के लिए तत्पर हैं। हम रास्ते में हैं, कुछ ही घंटों में हम सबसे मिलेंगे। इसके महज कुछ घंटे बाद ही उनका विशेष विमान अहमदाबाद पहुंचा। अहमदाबाद एयरपोर्ट में भारतीय सरजमीं पर पैर रखते ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गले लगकर उनका स्वागत किया। ट्रंप के साथ उनकी पत्नी मेलानिया भी आई हुई हैं। मोदी ने भी ट्वीट का जवाब अतिथि देवो भव: लिखकर दिया।

अहमदाबाद में ट्रंप का पीएम मोदी के साथ करीब 22 किलोमीटर लंबा रोड शो शुरू हो गया है। ट्रंप के साथ उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप, बेटी इवांका ट्रंप और दामाद जेरेड कुशनर भी आए हैं। उनके साथ बारह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी है। रोड शो के बाद अमेरिका के ह्यूस्टन में पिछले साल हुए हाउडी मोदी की तर्ज पर अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इस कार्यक्रम में करीब एक लाख लोगों के पहुंचने का दावा किया गया है।

ट्रंप पूरे परिवार के साथ इसके बाद शाम को ताजनगरी आगरा पहुंचेंगे। इस दौरान मोहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार करेंगे। अहमदाबाद में नमस्ते ट्रंप के बाद आगरा में राधे-राधे के साथ स्वागत किया जाएगा। इसके बाद देर शाम ही उनके दिल्ली लौटने का प्रोग्राम है। दिल्ली में उनके लिए पूरा होटल बुक किया गया है। सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंध किए गए हैं। यूपी में महज दो घंटे के दौरे के दौरान ही सुरक्षा में 120 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का आकलन है।

ट्रम्प अहमदाबाद पहुंचे

अमेरिकी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत दौरे के पहले दिन अब से कुछ देर पहले अहमदाबाद पहुंच गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का जहाज से उतरते ही पीएम मोदी ने गले लगाकर स्वागत किया। ट्रंप के साथ उनकी पत्नी फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप और बेटी इवांका ट्रंप और दामाद भी हैं।
उनका स्वागत मोटेरा स्टेडियम में ”नमस्ते ट्रंप” कार्यक्रम के तहत होगा। अब से कुछ देर पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गुजरात के अहमदाबाद पहुंच गए।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां एयरपोर्ट पर डोनाल्ड ट्रंप का गले लगाकर स्वागत किया। इस दौरान फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप भी उनके साथ रहीं। बतौर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ये पहला भारत दौरा है और वह पूरे परिवार के साथ भारत आए हैं।
गौरतलब है कि एयरपोर्ट से मोटेरा स्टेडियम तक दोनों नेता २२ किलो मीटर लंबा रोड शो करेंगे। साबरमती आश्रम में भी बीच में थोड़ी देर का पड़ाव होगा जहां डोनाल्ड ट्रंप  राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे।
ट्रम्प अपने परिवार के साथ अहमदाबाद के अलावा दिल्ली और आगरा का दौरा भी करेंगे। भारत आने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने हिंदी में वीट किया – ”हम रास्ते में हैं, कुछ घंटों में सबसे मिलेंगे।” डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप भी साथ हैं। गुजरात के राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी स्वागत के लिए एयरपोर्ट  थे।

खुद चल नहीं सकता, पर दूसरों की राह बनाई आसान

यूपी के मुरादाबाद के हमीरपुर गांव के सलमान जन्म से ही दिव्यांग हैं। नौकरी के लिए कई प्रयास किए, कोटे के तहत भी भरपूर कोशिश की। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए कई साल तक कोशिश करते रहे, सफलता नहीं मिली तो हार नहीं मानी। दिसंबर 2019 में नौकरी की आस छोड़कर अपना ही काम शुरू करने का फैसला किया। अपने जैसे दिव्यांग साथियों को रोजगार देने का संकल्प लिया है।
इसके लिए सलमान ने अपने गांव में पांच लाख रुपये लगाकर किराये के मकान में टारगेट नामक कंपनी खोली। कंपनी में चप्पल और डिटर्जेंट बनाने का काम शुरू कर दिया। छह महीने पहले से सलमान ने मार्केटिंग शुरू की। अब उनका कारोबार साथियों का वेतन निकालकर लाभ में पहुंच गया है। उनके कारखाने में अब तक 30 दिव्यांग रोजगार से जुड़ गए हैं। उनको स्वरोजगार भी सिखाया जा रहा है, ताकि खुद आत्मनिर्भर हो सकें। उनका लक्ष्य 100 लोगों को रोजगार प्रदान करना है।

कंपनी में 15 दिव्यांग एक शिफ्ट में काम में लगते हैं। दिन भर में यह टीम 150 जोड़ी से ज्यादा चप्पलें तैयार कर लेते हैं। मार्केटिंग में 15 से अधिक दिव्यांग रोजाना छह हजार तक का माल बेच देते हैं। गांवों में घर-घर जाकर चप्पलों और डिटर्जेंट की बिक्री करके बतौर कमीशन प्रति व्यक्ति 500 रुपये तक कमा लेते हैं।

टारगेट कंपनी के संस्थापक सलमान ने बताया कि हमारी फैक्ट्री में तैयार चप्पल 100 रुपये तक बिक रही है। हमने दिव्यांगों की एक संस्था के बैनर तले सोशल मीडिया पर अपने काम को शेयर किया। सलमान की मां हमीरपुर की वर्तमान प्रधान हैं। उनसे पहले सलमान के पिता मोहम्मद अच्छन इस गांव के प्रधान रहे हैं। बताया जा रहा है कि एक सप्ताह पहले पीएमओ ने मुरादाबाद के अधिकारियों से सलमान के बारे में जानकारी मांगी थी।

अब पीएम मोदी ने ‘मन का बाात’ में सलमान की तारीफ करते हुए कहा, आप भी ये गौर करिए कि सलमान खुद से चलने में दिक्कत थी, लेकिन उन्होंने दूसरों का चलना आसान करने वाली चप्पल बना दी। सलमान ने सभी दिव्यांगों को ट्रेनिंग दी। सलमान ने 100 और दिव्यांगों को रोजगार देने का संकल्प लिया है।

गायक के बंगले में मीका की मैनेजर ने की खुदकुशी

गायक मीका सिंह के बंगले में उसकी मैनेजर सौम्या खान की संदिग्‍ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। बताया गया कि सौम्या ने नींद की गोलियां खाकर जान दे दी है। उनका शव अंधेरी स्थित गायक के फ्लैट में मिला। सौम्या मीका की बेहद करीबी बताई जाती हैं।
पुलिस के मुताबिक, सौम्या खान मीका सिंह के अंधेरी स्थित चार मंजिला बंगले की पहली मंजिल के स्टूडियो में रहती थीं। उन्होंने पिछले हफ्ते रात में 11:30 बजे नींद की गोलियां खा लीं जिसके ाद उन्हे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सौम्या मूल रूप से पंजाब की रहने वाली थीं। पुलिस को मामले में किसी तरह की साजिश की आशंका नजर नहीं आई है। पुलिस ने दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया है।
पंजाब में रहने वाले उसके परिजन शव ले गए थे, जहां उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। सौम्या के माता-पिता नहीं हैं और उनके दादा-दादी पंजाब में रहते हैं। सौम्‍या की मौत के बारे उनके पति जोएब खान और सिंगर मीका सिंह दोनों ने इंस्‍टाग्राम पर भी जानकारी दी।
हाल ही में केआरके बॉक्स ऑफिस ने ट्विटर पर इस बात की जानकारी दी थी। उन्होंने सौम्या की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा कि सिंगर मीका सिंह की मैनेजर सौम्या ने उनके मुंबई के अंधेरी वेस्ट स्थित रिकॉर्डिंग स्टूडियो में आत्महत्या कर ली अब तक आत्महत्या के कारणों की जानकारी नहीं मिल पाई है। सुसाइड नोट न मिलने से मामले को संदिग्‍ध बना दिया है।

शाहीनबाग आंदोलनकारियों ने जामिया से कालिंदी कुंज, नोयडा जाने वाली सड़क खोली, पुलिस ने रखी है अभी बंद  

पिछले लगभग ढाई महीने से शाहीनबाग में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों ने शनिवार को जामिया-कालिंदी कुंज-नोयडा जाने वाली ९ नंबर सड़क को खोल दिया है। उन्होंने यह सड़क सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त एक वार्ताकार साधना रामचंद्रन के दोपहर को अचानक उनसे मिलने पहुँचने और उनसे हुई बातचीत के बाद यह सड़क खोलने का फैसला किया है।

हालांकि, आंदोलनकारियों के इस फैसले के बाद भी सड़क खुलना मुश्किल होगा क्योंकि इसे यूपी और दिल्ली पुलिस ने आगे बैरिकेट लगाकर बंद किया हुआ है। लिहाजा लोगों को अभी कोइ राहत नहीं मिल पाएगी।
इससे पहले दोनों वार्ताकारों संजय हेगड़े और रामचंद्रन ने इस बात पर नाखुशी जाहिर की थी कि पुलिस ने तीन जगह रास्ता बैरिकेट से रोक रखा है। रामचंद्रन आज  अकेले ही शाहीनबाग पहुँची और बीच में जाकर आंदोलनकारियों से बातचीत की।

रामचंद्रन को इस तरह के मामलों में समझौता करवाने में माहिर माना जाता है। शाहीनबाग के आंदोलनकारियों के साथ भी उनकी बातचीत का तरीका बहुत मित्रवत दिखा था जिससे लग रहा था कि कोइ सकारात्मक नतीजा निकल सकता है।

आंदोलनकारियों ने भी वार्ताकारों से बातचीत के पहले ही दिन यह साफ़ किया था कि उनकी तरफ से तो सड़क एक ही जगह रोकी गयी है, बाकी तीन जगह तो पुलिस ने बैरिकेट लगाकर रोक रखी है।

झोलाछाप कहे जाने से होम्योपैथी डॉक्टर ने लगा ली आग

कानपुर में लोगों के ताने से परेशान एक होम्योपैथी डॉक्टर ने केरासिन डालकर खुद को आग लगा ली। आग की लपटों से घिरे इस डॉक्टर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कुछ लोग वीडियो बनाते दिख रहे हैं, पर एक युवा आगे आकर उसे बचाता है। यह मामला सीसीटीवी में कैद हो गया।

कानपुर के लाल बंगले में रहने वाला डॉक्टर संदीप सिंह बीएचएमएस डिग्रीधारक हैं। रेलबजार थाना क्षेत्र स्थित मीरपुर में संदीप अपने पिता इंद्रजीत सिंह की क्लीनिक में बैठते थे। संदीप पर झोलाछाप होने का आरोप लगता था। यह भी अफवाह फैला दी थी कि संदीप पर केस दर्ज करा दिया गया है। इससे वह तनाव में रहने लगा था। 20 फरवरी को डॉक्टर ने खुद पर मिट्टी का तेल छिडक़र आग लगा ली। आग का गोला बन डॉक्टर मदद के लिए क्लीनिक से बाहर की ओर भागा। स्थानीय लोगों ने आग बुझाई और उसे बचाया।

पुलिस को सूचना देने के बाद गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। संदीप करीब  80 फीसदी झुलस गया है। स्थानीय पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में यह बात सामने आई कि उन्हे कुछ लोग झोलाछाप डॉक्टर कह कर परेशान करते थे। मुकदमा किए जाने की धमकी की वजह से वो तनाव में रहते थे। ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

आत्मदाह की वजह आर्थिक तंगी तो नहीं
हालांकि परिवार वाले इस पर कोई बयान देने से बच रहे हैं। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह भी कहा जा रहा है कि डॉक्टर लंबे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। उनकी कुछ पारिवारिक समस्याएं भी थीं। वैसे मामला कुछ भी हो इस घटना ने देशभर में फैले ‘झोलाछापों’ को सदमे में ला दिया है।