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आरबीआई ने की रेपो दर में ०.७५ फीसदी कटौती, बैंकों को तीन महीने तक ईएमआई न लेने की सलाह

कोरोनावायरस के दुनिया भर में अर्थव्यवस्था पर विपरीत असर और सरकार के २१ दिन की लॉक डाउन के ऐलान को मद्देनजर शुक्रवार को भारतीय रेसर्व बैंक (आरबीआई) ने कई ऐलान किये हैं। आरबीआई ने ब्याज दरों में ७५ बेसिस प्वॉइंट की बड़ी कटौती कर दी है जिससे अब रेपो दर घटकर ४.४ फीसदी रह गयी है। इसका मकसद इस महामारी में अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान से बचाना है।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका एलान करते हुए कहा – ”रेपो दर में ०.७५ फीसदी की कटौती की गई है और ये ५.१५ फीसदी से घटाकर ४.४० फीसदी कर दी गई है।” इसके अलावा आरबीआई ने सभी बैंकों को सलाह दी है कि वो ग्राहकों से तीन महीने के लिए ईएमआई को लेने के लिए टाल दें। आरबीआई के इस दिशा निर्देश के बाद बैंक अपने ग्राहकों को ईएमआई के मोर्चे पर कुछ राहत दे सकते हैं। वैसे इसे लेकर आरबीआई ने बैंकों के लिए छोड़ दिया है कि वे क्या निर्णय लेते हैं।
आरबीआई की घोषणा के बाद ब्याज दरें घटने से अब बैंक जब भी आरबीआई से फंड लेंगे, उन्हें नई दर पर फंड मिलेगा।  सस्ती दर पर बैंकों को फंड मिलेगा तो इसका फायदा बैंक अपने उपभोक्ता को भी देंगे। यह राहत सस्ते कर्ज और कम हुई ईएमआई के रूप पर दी जाती है।
इसके अलावा आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट में भी ०.९० फीसदी की कटौती भी की है और अब ये ४.९० फीसदी से घटकर चार फीसदी हो जाएगी। आरबीआई ने सभी बैंकों का कैश रिजर्व रेश्यो भी पूरे एक फीसदी यानी १०० बेसिस पॉइंट घटाकर तीन  फीसदी कर दिया है जिससे अब ये एक साल के लिए चार फीसदी की जगह तीन फीसदी होगा। इसमें कटौती होने से बैंकों के पास १.३७ लाख करोड़ रुपये की रकम बैंकों को मिल पाएगी।
प्रेस कांफ्रेंस में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था पर कोरोना महामारी का असर पड़ सकता है और देश के कई सेक्टर इसका निगेटिव प्रभाव झेलेंगे। वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी मंदी आ सकती है और इसके चलते आर्थिक स्थिरता प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा है कि उसका फोकस आर्थिक स्थिरता पर है और विश्व के कई देश कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रहे हैं। भारत में लॉकडाउन के चलते आर्थिक गतिविधियां ठप हैं लेकिन आरबीआई का ध्यान लोगों को राहत दिलाने पर है। लिहाजा आरबीआई ने ये बड़े फैसले किये हैं।सेंसेक्स में तेजी
आरबीआई की घोषणाओं से पहले घरेलू बाजार अच्छी तेजी के साथ खुले। खुलने के कुछ मिनटों के भीतर ही सेंसेक्स में १००० अंकों की तेजी के साथ ३१ हजार का स्तर पार हो गया और निफ्टी ने ९००० का लेवल पार कर लिया।

सायबर क्राइम माफिया की नजर आप पर

जब एक ओर देश कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है सायबर क्राइम माफिया इस वक्त भी अपनी हरकतें से बाज नहीं आ रहे हैं। इन्होंने ‘कोरोना वायरस मैप’ नाम से एक मालवेयर बनाया है। इस लिंक को क्लीक करने पर यूजर की निजी जानकारी, बैंक डिटेल्स, पासवर्ड जैसी महत्वपूर्ण जानकारी चोरी होने की संभावना है।

पुलिस ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि, अगर इस प्रकार की कोई लिंक सोशल मिडिया द्वारा मिलती है तो इसपर क्लिक न करें। कोरोना ने दुनिया के साथ-साथ भारत को भी अपनी चपेट में लिया है। जिसके चलते हर कोई कोरोना की अपडेट पाने के लिए ऐसी लिंक ओपन कर देखते है। किसी के लिंक ओपन करने के बाद उसके मोबाइल में सेव बैंक डिटेल्स, अन्य जानकारी, गोपनीय जानकारी, पासवर्ड चोरी के होने की संभावना है।

‘पुलिस महकमे के अनुसार कोरोना वायरस के बाबत सोशल मिडिया पर फैलाई जा रही अफ़वाओं के संबंध में राज्य में कई स्थानों पर अफवा फ़ैलाने वाले संबंधित व्यक्तियों और ग्रुप एडमिन के खिलाफ अपराध दर्ज किये गए। चेतावनी है कि कोई भी मेसेज आगे फॉरवर्ड करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें।

कोरोना पर केंद्र की ओर से उठाए कदमों की सोनिया ने की तारीफ

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार की तारीफ की है। कोरोना वायरस को लेकर केंद्र की ओर से उठाए जा रहे कदमों की सराहना करते हुए कहा, मोदी के पूरे देश में 21 दिन के लॉकडाउन के दूसरे दिन फैसले का भी समर्थन किया।

पीएम को पत्र लिखकर सोनिया ने कहा कि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में कांग्रेस सरकार के साथ मजबूती से खड़ी है। इसी के साथ उन्होंने सरकार को कई सुझाव भी दिए। नौकरीपेशा लोगों को राहत देने के लिए ईएमआई पर 6 महीने तक रोक लगाने की मांग की है। इसके अलावा बैंकों द्वारा ब्याज भी माफ करने का सुझाव दिया गया है।

सोनिया ने चार पेज के लिखे पत्र में लिखा, ‘लोगों की नौकरियां चली गईं, कामकाज ठप हो गया है। ऐसे में गरीब तबका सबसे ज्यादा परेशान है। इसलिए ऐसे लोगों के खाते में तत्काल प्रभाव से 7500 रुपये सरकार की तरफ से पैसे तत्काल दिये जाने चाहिए। यह एकमुश्त राशि जनधन खाताधारक, पीएम किसान योजना खाताधारक, बुजुर्ग महिलाएं, विधवा महिलाओं, विकलांग, मनरेगा मजदूरों के खातों में ट्रांसफर करने चाहिए।

सोनिया ने राशन कार्ड धारकों को 10-10 किलो चावल गेहूं देने की मांग की है। पत्र में सोनिया ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि निर्माण क्षेत्र के कामगारों के कल्याण के लिए बने राज्य बोर्डों ने उपकर के माध्यम से 31 मार्च, 2019 तक 49,688 करोड़ रुपये की राशि का संग्रह किया था और इसमें से सिर्फ 19,380 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। ऐसे में शेष धनराशि को मुसीबत की इस घड़ी में खर्च किया जा सकता है।

मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा पर ध्यान दें
कांग्रेस अध्यक्ष ने डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए जरूरी और उचित कदम उठाए जाने का आग्रह किया है। उन्होंने उद्योग जगत के साथ ही आम लोगों के लिए भी राहत पैकेज जारी करने का सुझाव दिया है। सप्लाई चेन को भी मजबूत करने की मांग पत्र में की गई है। देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान सरकारी कर्मचारियों की सैलरी न कटे साथ ही लोगों की ईएमआई भी 6 महीने तक टाले जाने की बात कही है।

कोरोना को लेकर केंद्र ने १.७० लाख करोड़ राहत पैकेज का ऐलान किया

कोरोना लॉक डाउन को देखते हुए केंद्र सरकार ने वर्कर्स, ग्रामीण-शहरी गरीबों आदि के लिए १.७० लाख करोड़ का ऐलान किया है। प्रभावित लोगों के खाते में सीधा पैसा ट्रांसफर होगा। पीएम गरीब कल्याण योजना से लोगों की मदद के लिए इस पैकेज का ऐलान किया गया है। यह राहत तत्काल रूप से लागू करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है।

उन्होंने कहा कि यदि कोइ दुर्घटना किसी के साथ घटती है तो ज़मीन पर काम कर रहे कर्मियों के लिए ५० लाख मेडिकल बीमा दिया जाएगा। ऐसे २० लाख कर्मी इस लाभ के तहत आएंगे।

सीतारमण और अनुराग ठाकुर ने साझी प्रेस कांफ्रेंस में ऐलान किया। कहा कि हम नहीं चाहते कोइ भूखा रहे। लोगों के पास भी कुछ पैसा हाथ में रहे इसकी भी कोशिश हम कर रहे हैं। फ्रंटलाइन जनसेवकों की प्रंशसा की और कहा वे आशा  वर्कर्स, पैरा मेडिक्स, डाक्टर, सफाई कर्मचारी, तकनीशियन आदि की तारीफ़ की।

पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत ८० करोड़ लोगों को ५ किलो चावल और आटा प्रति व्यक्ति नहीं अगले टीम महीने तक फ्री में दिया जाएगा। इसके अलावा एक किलो दाल ही दी जाएगी। यह इलाके में इस्तेमाल के हिसाब से उनकी पसंद के हिसाब से देंगे। दो किश्तों में ले सकते हैं। यह सारा अनाज जो पहले से पीडीएफ में मिल रहा है, उसके अलावा होगा।

उन्होंने कहा कि मनरेगा, विधवा, दिव्यांग, महिला, किसानों को भी मदद दी जाएगी। अन्नदाता के लिए भी राहत मिलेगी। इससे ८.७० करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा। उनके खाते में २००० रूपये की किश्त खाते में पहली अप्रैल को दाल दी जाएगी। मनरेगा में वेतन बढ़ाया गया है। मनरेगा वर्कर को दिहाड़ी १८२ से २०२ रूपये कर दी गयी है। करीब ५ करोड़ वर्कर को इसका लाभ होगा।

बुजुर्ग गरीब लोगों को (६० साल से ऊपर) को एकमुश्त १००० रूपये दो किश्तों में मिलेगा। इससे ३ करोड़ गरीब वरिष्ठों को लाभ मिलेगा। इसमें दिव्यांग और महिला शामिल हैं। सीधा डीबीडी के जरिये लाभार्थी के खाते में जाएगा।

इसके अलावा करीब साढ़े २० करोड़ महिला जो जनधन खाते से जुड़ी हैं, उन महिलाओं को ५०० रूपये हर महीने अगले तीन महीने तक मिलेंगे। सीधे खाते में डाला जाएगा।

उज्ज्वला योजना के तहत ८.३ करोड़ बीपीएल परिवारों की महिलाओं को तीन महीने तक ३ सिलेंडर फ्री दिए जायेंगे। पीएम गरीब कल्याण योजना में सेल्फ हेल्प ग्रुप्स के लिए भी घोषणा की गयी है। दीनदयाल योजना में २० लाख रूपये कर्ज ले सकते सकते हैं जो पहले १० लाख रूपये थी।

संगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए पीएफ का सारा मासिक जमा पैसा (शेयर) १२ प्रतिशत कर्मचारी और १२ प्रतिशत नियोक्ता का (कुल २४ फीसदी) सरकार जमा करेगी। यह उन संस्थानों के लिए है जिनके १०० से ज्यादा कर्मी हैं और जिनके कर्मी मासिक १,००० रूपये से कम वेतन पाते हैं। इससे ८० लाख कर्मियों को लाभ होगा। इसके अलावा ४.८ करोड़ वर्कर जो ईपीएफ में हैं उन्हें तीन महीने का वेतन या जमा का ७५ फीसदी धन निकाल सकते हैं।

बिहार में १०० करोड़
उधर बिहार सरकार ने १०० करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया है जबकि दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने कहा है कि जरूरी वस्तुएं ले जाने वालों को कर्फ्यू पास न होने पर भी जाने दिया जाएगा।

काबुल के गुरुद्वारे पर हमले में मरने वालों की संख्या २७ हुई, चार आतंकी भी ढेर

अफगानिस्तान के काबुल में एक गुरुद्वारे पर आज सुबह हुए हमले में मरने वाले  श्रद्धालुओं की संख्या २७ हो गयी है। आठ से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं। आईएस ने इस घटना की जिम्मेवारी ली है। सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए चार आतंकियों को मार गिराया है।

यह हमला तब हुआ जब सिख सांगत बड़ी संख्या में वहां प्रार्थना के लिए जुटी थी। धमाके में मरने वालों  २७ हो गयी है जबकि कई लोग घायल हैं। इसके बाद सुरक्षाबलों ने गुरुद्वारे की घेराबंदी कर जवाबी कार्रवाई की और चार आतंकियोंं को मार गिराया। आठ से ज्यादा घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। सूचना के मुताबिक अभी भी कुछ श्रद्धालु वहां फंसे हैं।

इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। अफगानिस्तान में करीब 3२५ सिख परिवार रहते हैं। इनकी संख्या काबुल और जलालाबाद में अधिक है। इन्हीं दो शहरों में गुरुद्वारे भी हैं।

भारत ने इस हमले की निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘कोरोनावायरस महामारी के समय में अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थानों पर इस तरह के कायरतापूर्ण हमले, अपराधियों और उनके आकाओं की शैतानी मानसिकता दिखाते हैं।’’

रिपोर्ट्स के मुताबिक अफगानिस्तान सरकार ने इस हमले की पुष्टि की है। घटना के बाद सुरक्षाबलों ने गुरुद्वारे की घेराबंदी कर जवाबी कार्रवाई की। अफगानिस्तान में  सिख परिवारों की संख्या काबुल और जलालाबाद में अधिक है। इन्हीं दो शहरों में गुरुद्वारे भी हैं।

चीन के वुहान में बस सेवा चालू

दो महीने तक लॉकडाउन के बाद चीन में कोरोना वायरस से सबसे ज़्यादा प्रभावित वुहान शहर में बुधवार को बस सेवा शुरू हो गई। घरों में कैद करोड़ों लोगों को एक तरह से ‘आज़ाद’ कर दिया गया। पर अभी एहतियात बरती जा रही है।
चीन के वुहान में स्थानीय स्तर पर कोई नया मामला सामने नहीं आने का दावा किया गया है। हालांकि आज 47 नए केस दर्ज किए गए, जो विदेश से लौटे चाइनीज  बताए गए हैं। यानी एक तरह से चीन ने इस पर नियंत्रण पा लिया है। चीन के पड़ोसी देशों हांगकांग, जापान और दक्षिण कोरिया में भी काबू में बताया जा रहा है।
दुनिया में 20 हज़ार की मौत
चीन में विदेशों से आए, कोरोना वायरस संक्रमित लोगों के 47 नए मामले सामने आए हैं। जबकि इटली, स्पेन और अमेरिका में हजारों केस रोज़ाना सामने आ रहे हैं। अब तक दुनिया भर में इस वायरस ने करीब 20 हज़ार लोगों की ज़िंदगी लील ली है।
सबसे ज़्यादा मौते इटली में हुई हैं। अकेले यहां करीब 7 हजार लोगों की मौत हुई है।
दुनिया भर 4.35 लाख से अधिक संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं। और अच्छी खबर ये है कि एक लाख से अधिक मरीज ठीक भी हो चुके हैं , जबकि अब भी हजारों की हालत गंभीर बनी हुई है। अमेरिका और ब्रिटेन जिसे विकसित और ताकतवर देश भी इस वायरस के सामने असहाय नज़र आ रहे हैं।
स्पेन में चीन से ज़्यादा मौतें
चीन के बाद सबसे ज़्यादा प्रभावित देशों में इटली शामिल हो गया है। यहां पर चीन में हुईं 3281 मौतों की तुलना में अब तक 3434 लोग जान गंवा चुके हैं। ईरान में भी हालत खस्ता है। भारत में इसके तेज़ी से पैर पसार जाने की आशंका बरकरार है।

प्रिंस चार्ल्स भी कोरोना पॉजिटिव, भारत में ५५० मामले

ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। अभी यह मालुम नहीं है कि इस शाही परिवार में और कोइ भी इस संक्रमण से प्रभावित है या नहीं। लेकिन खबर है कि उनकी पत्नी कैमिला को भी आईसोलेशन में रखा गया है। यह खबर पहले ही आई थी कि महारानी बकिंघम पैलेस से पहले ही दूसरे महल में जा चुकी हैं।

इससे पहले दुनिया के कई बड़े नेताओं या उनके परिवार के सदस्यों को कोरोना संक्रमण के कारण आईसोलेशन में जाना पड़ा है। इंग्लैंड में कोरोना के कारण ४२२ लोगों की जान जा चुकी है। दुनिया भर में अब कोरोना  से मरने वालों की संख्या १८,७३८ हो गयी है जिनमें सबसे ज्यादा इटली में ६८२० लोग हैं जबकि चीन में ३२८१, अमेरिका में ७०६, जर्मनी में १५९, स्पेन में २८०८, फ्रांस में ११००, नीदरलैंड्स में २७६, बेल्जियम में १२२ और दक्षिण कोरिया में १२६ लोगों की जान जा चुकी है।

भारत में इस समय ५५० मामले सामने हैं जबकि कुल (३० जनवरी से) ६०० मामले सामने आये हैं जिनमें ४१ स्वस्थ हो चुके हैं और ११ की मौत हुई है। भारत में २१ दिन के पूरे लॉक डाउन की घोषणा पिछले कल पीएम मोदी ने की थी जिससे उम्मीद बंध  रही है कि भारत में इससे कोरोना पर काबू पाने में मदद मिलेगी। जितना लोग घर पर रहेंगे और एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखें उतनी ही उनमें कोरोना फैलने की संभावना नहीं के बराबर रहेगी।

कोरोना कहर : संकट गंभीर, लेकिन सरकार मजबूत – सीएम उद्धव

महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर उद्धव ठाकरे ने कोरोना वायरस के बारे में लोगों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि माना कि संकट गंभीर है लेकिन सरकार इससे भी ज्यादा मजबूत है। हमने जीना नहीं रोका है, केवल जीने की शैली बदली है।

ठाकरे ने यह भी कहा, ‘मैं कुछ बंद करने नहीं आया। लेकिन लोगों को चाहिए कि वे कोरोना वायरस को गंभीरता से लें और घर में ही रुके, बेवजह घर से बहार न निकले। इस बीच पुलिस ने मास्क की कालाबाजारी करने वालों पर कड़ी करवाई की।

भाषण के महत्वपूर्ण मुद्दे

घरेलु विमानसेवा बंद ।

जांच के लिए प्रयोगशालाओं के विस्तार के अनुरोध को केंद्र ने मंजूरी ।

खेत मजदूरों की कोई आवाजाही बंद नहीं ।

कोई खाद्य परिवहन बंद नहीं ।

साथ ही शहरों में आवश्यक वस्तुओं का परिवहन शुरू ।

टहलने, सैर करने के लिए बाहर न जाएं, घर में ही रहें, सुरक्षित रहें।

महाराष्ट्र में पर्याप्त खाद्य भंडार ।

परिवहन और वितरण प्रणाली को सरल रखने के भी निर्देश।

कई संगठन मदद के लिए आगे आ रहे हैं। उन सभी का स्वागत ।

सभी जिलों की सीमाएं बंद कर दी । लेकिन कृषि पंपों का परिवहन बंद नहीं ।

यदि महत्वपूर्ण सेवा के लोगों को परिवहन में कोई समस्या आती है, तो सहायता के लिए 100 इस नंबर पर कॉल करें पुलिस सहायता करेगी।

काबुल के गुरुद्वारे पर  फिदायीन हमला, ११ श्रद्धालुओं की मौत, कई घायल

अफगानिस्तान के काबुल में एक गुरुद्वारे पर फिदायीन हमले में ११ श्रद्धालुओं की जान चली गयी है और कई घायल हुए हैं जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई गयी है।  हमले के बाद गुरुद्वारे में  सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है। उधर तालिबान ने कहा है कि इस हमले से उसका कोइ लेनादेना नहीं है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक अफगानिस्तान सरकार ने इस हमले की पुष्टि की है और कहा है कि आत्मघाती हमलावर अभी भी गुरुद्वारे में ही हैं। राजधानी काबुल के गुरुद्वारे में आतंकियों ने यह हमला बुधवार सुबह साढ़े सात बजे किया जब बड़ी संख्या में सिख संगत प्रार्थना के लिए वहां थी। वहां अचानक धमाका हुआ जिसमें ११ श्रद्धालुओं की मौत हो गई।

घटना के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने गुरुद्वारे की घेराबंदी कर जवाबी कार्रवाई की। अभी किसी आतंकी संगठनहमलावर अभी भी गुरुद्वारे में ही हैं। राजधानी काबुल के गुरुद्वारे में आतंकियों ने यह हमला बुधवार सुबह साढ़े सात बजे किया जब बड़ी संख्या में सिख संगत प्रार्थना के लिए वहां थी। वहां अचानक धमाका हुआ जिसमें ११ श्रद्धालुओं की मौत हो गई।

घटना के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने गुरुद्वारे की घेराबंदी कर जवाबी कार्रवाई की। अभी किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। बता दें कि अफगानिस्तान में करीब ३२५ सिख परिवार रहते हैं। इनकी संख्या काबुल और जलालाबाद में अधिक है। इन्हीं दो शहरों में गुरुद्वारे भी हैं।

बताया गया है कि घटना के समय गुरुद्वारे में १५० से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद थे। हमले में ११ लोगों की जान गयी है। इस बीच आतंकी गुट तालिबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट कर कहा कि उनके संगठन का हमले से कोई लेनादेना नहीं है। ”हमने कोई हमला नहीं किया”।

देश भर में १५ अप्रैल तक लॉक डाउन : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश भर में २१ दिन के लॉक डाउन का ऐलान कर दिया है। इस तरफ २१ दिन तक लोग अपने घरों से बाहर नहीं जा पाएंगे। पीएम  ने कहा यह एक लक्ष्मण रेखा है जो देश के किसी भी नागरिक को नहीं लांघनी है।

उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो जहां हैं, वहीं रहें। पीएम ने कहा – ”यह लॉकडाउन आपके भविष्य के लिए बेहद जरूरी है। किसी भी कीमत पर घर के बाहर नहीं आएं।” कहा कि २२ मार्च को ‘जनता कर्फ्यू’ का संकल्प जो हमने लिया था उसकी सिद्धी के लिए भारत के लोगों ने योगदान दिया।

मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान जरूरी की सेवाएं जारी रहेंगी। जैसे अस्पताल, दूध, सब्जी और दवाई दुकान। उन्होंने लोगों से किसी भी कीमत पर घर के बाहर नहीं निकलने की सलाह दी।

पीएम ने कोरोना वायरस को लेकर राष्ट्र के नाम अपने दूसरे संबोधन में कहा कि तमाम तैयारियां और प्रयासों के बावजूद चुनौती बढ़ती जा रही है। सभी देशों के दो महीने के अध्ययन से निष्कर्ष निकल रहा है कि इस वैश्विक महामारी से प्रभावी मुकाबले के लिए एकमात्र विकल्प है सोशल डिस्टेंसिंग यानी एक दूसरे से दूर रहना। अपने घर में ही बंद रहना। कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकना है तो उसके संक्रमण के साइकल को तोड़ना होगा।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस गलतफहमी में हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग केवल मरीजों के लिए जरूरी है। यह सोचना सही नहीं है। पीएम ने कहा – ”सोशल डिस्टेंसिंग हर नागरिक और सदस्य केलिए है। प्रधानमंत्री के लिए भी है। कुछ लोगों की लापरवाही कुछ लोगों की गलत सोच आपको आपके बच्चों को आपके दोस्तों को आगे चलकर पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी। अगर ऐसी लापरवाही जारी रही तो भारत को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है।”