Home Blog Page 838

कोरोना फंड में जाएगा सांसदों का ३० फीसदी वेतन, अध्यादेश जारी

देश के सभी संसद सदस्यों का ३० फीसदी वेतन कोरोना फंड में देने का फैसला किया गया है। इसके लिए सरकार ने अध्यादेश जारी किया है। पीएम मोदी की दो दिन पहले ही कांग्रेस सहित देश के सभी प्रमुख दलों के अध्यक्षों से बात हुई थी, जिसमें संभवता यह सहमती बनी थी।

सांसदों के वेतन काटने का फैसला एक अध्यादेश के माध्यम से किया गया है। इसमें कहा गया है कि एक साल तक यह पैसा उनके वेतन से काटा जाएगा। उनके वेतन का ३० फीसदी काटा जाएगा। यह नियम राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्रियों से लेकर सभी सांसदों पर लागू होगा।

इस बीच सरकार ने सोमवार को बताया कि राज्यों को कोरोना से लड़ने के लिए जरूरी उपकरण आदि के लिए आज ३००० करोड़ रूपये दिए हैं। सरकार ने कहा है कि देश में युवाओं पर भी कोरोना का ख़तरा है इसलिए सभी आयु वर्ग के लोगों को एहितियात बरतने की जरूरत है। यह भी सलाह दी गयी है कि घर पर बने मास्क का प्रयोग करें।

देश में कोरोना से अब तक १०९ लोगों की मौत हुई है, जबकि २९२ लोग इस रोग से स्वस्थ होकर घर भेज दिए गए हैं। दुनिया भर में कोरोना से अब तक ७०,३२० लोगों की मौत  २,७१,७२१ स्वस्थ हो गए हैं।

अमेरिका के एक ज़ू में बाघिन कोरोना पॉजिटिव, भारत के चिड़ियाघरों के लिए प्राधिकरण ने जारी किया अलर्ट

अमेरिका के न्यूयॉर्क के ब्रोंक्स ज़ू में एक बाघ (टाइगर) को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। इसके बाद भारत के तमाम चिड़ियाघरों को पशु में किसी भी लक्षण या असामान्य व्यवहार की सीसीटीवी से चौबीसों घंटे निगरानी के निर्देश जारी किये गए हैं।

जानकारी के मुताबिक न्यूयॉर्क के ब्रोंक्स ज़ू में एक बाघ को कोरोना वायरस संक्रमण के बाद हाई  अलर्ट जारी किया है। इस बाघ (टाइगर) को टेस्ट में कोरोना कोविड-१९ विषाणु  से ग्रस्त और पॉजिटिव पाया गया है। रिपोर्ट्स में बताया कि इस ज़ू में चार साल की मादा बाघिन ”नादिया” कोरोना पॉजिटिव हैं जबकि वहां तीन अन्य बाघ और तीन अफ्रीकी शेर भी ”ड्राई कफ” से पीड़ित हैं और इसकी शिकायत दर्ज की गयी है।  उम्‍मीद जताई गयी है कि ये जल्‍द स्वस्थ हो जाएंगे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक आशंका है कि टाइगर जू के किसी ऐसे कर्मचारी के संपर्क में आये हो सकते हैं जो कोरोना वायरस पॉजिटिव हो। उसमें २७ मार्च से वायरस के संक्रमित होने के लक्षण दिखने शुरू हुए थे। बताया गया है कि ब्रांक्‍स जू के यह जानवर ठीक हैं और उन्हें वेटरेनरी केयर में रखा गया है और उनपर बारीकी से नजर रखी जा रही है।

इस तरह अमेरिका में जानवरों को भी कोरोना से संक्रमित पाए जाने के बाद वहां चिंता का दायरा बढ़ गया है। यह घटना अमेरिका में न्‍यूयॉर्क शहर की है जहाँ यह ज़ू है। अमेरिका में अब तक  सैंकड़ों लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।

इधर भारतीय केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने अमेरिका की  बाद एहतियातन एक  बयान में कहा है कि ”देशभर के चिड़ियाघरों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी लक्षण या असामान्य व्यवहार के लिए सीसीटीवी के माध्यम से २४ घंटे जानवरों की निगरानी करें”।

दिया अभियान में यूपी की महिला भाजपा नेता ने चलाई गोली, वीडियो वायरल होने के बाद मामला किया गया दर्ज  

पीएम मोदी के दिया जलाने की अपील पर कई जगह तमाशा भी देखने को मिला। जहाँ लोगों ने इस अवसर पर जमकर पटाखे-आतिशबाजी की, वहीं यूपी के बलरामपुर में एक महिला भाजपा नेता ने गोली चलाकर ”दिवाली” मनाई। इस नेता के खिलाफ अब मामला दर्ज कर लिया गया है। वैसे ”दिया जलाओ” अभियान का मकसद राष्ट्र रक्षकों के उत्साहवर्धन के लिए था।

कोरोना विषाणु से फ़ैली महामारी के खिलाफ पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर जब रविवार रात ९.९ बजे दीपक, मोमबत्ती और टॉर्च जलाकर एकजुटता का संदेश देने का मौका आया तो कई लोगों ने इस अवसर पर मूर्खतापूर्ण हरकतें भी कीं। कई जगह लोगों ने जमकर पटाखे चलाये और आतिशबाजी तक की। ऐसे में निश्चित ही उन लोगों को कष्ठ हुआ जिन्होंने अपने परिजनों को या तो कोरोना के कारण खो दिया है या जो  अस्पतालों में इस महामारी से लड़ रहे हैं।

उधर यूपी के बलरामपुर जिले में बीजेपी (BJP) महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष मंजू तिवारी ने तो गोली चलाकर यह ”जश्न” मनाया। उनका वीडियो जब वायरल हो गया तो  उन्होंने सफाई दी कि ”हर तरफ दीयों और आतिशबाजी से वे बहुत उत्साहित हो गईं और खुद को यह ”दीवाली” मनाने से रोक नहीं पाईं”। जबकि, पीएम ने सिर्फ घर की लाइट्स बंद करने और दिए की रोशनी करने का ही आह्वान किया था।

इस महिला भाजपा नेता ने जिस हथियार से गोली चलाई वह उनके पति के नाम का लाइसेंसी हथियार था। उनके वीडियो से हुई भाजपा की बदनामी के बाद पार्टी ने उन्हें उनके पद से हटाने में ही भलाई समझी। उधर मंजू के खिलाफ पुलिस ने भी मामला दर्ज कर लिया है। मंजू ने अपनी फायरिंग के इस वीडियो को अपने फेसबुक अकाउंट पर अपलोड कर लिया था जो तुरंत वायरल हो गया।

इससे पहले ”थाली बजाओ” अभियान के दौरान भी यह देखने को मिला था कि बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आये थे और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा दी थीं।

लॉक डाउन पर १२-१३ अप्रैल को समीक्षा बैठक

देश भर में २१ दिन के लॉक डाउन की अवधि १४ अप्रैल को ख़त्म होनी है लेकिन उससे पहले १२-१३ अप्रैल को केंद्र एक समीक्षा बैठक करेगा जिसमें स्थिति पर गहराई से चर्चा करके अगले कदम का फैसला किया जाएगा। संभावना है कि देश को दो हिस्सों के आधार पर बांटा जाएगा जिसमें एक ”हॉट स्पॉट” और दूसरा ऐसे क्षेत्र होंगे जहाँ एक भी मामला नहीं हुआ है, होगा। हॉट स्पॉट क्षेत्रों में लॉक डाउन की अवधि आगे बढ़ाई जा सकती है, जबकि कुछ जगह छूट मिल सकती है।

अभी तक यह एक आम राय है कि २१ दिन के लॉक डाउन से मिली सफलता को व्यर्थ न जाने दिया जाये और पूरी छूट देने को लेकर जल्दबाजी में कोइ फैसला न किया जाये, भले जल्दी में लॉक डाउन शुरू करने से बड़े स्तर परपलायन हुआ हो और लोगों, खासकर गरीबों को बहुत दिक्कत झेलनी पड़ी हो।

लॉक डाउन में ढील देने के खिलाफ एक बड़ा तर्क यह है कि देश में कोरोना के मामले अब बढ़ रहे हैं और जैसे जैसे जांच का दायरा बढ़ रहा है मामले सामने आ रहे हैं। देश में अस्पतालों में अभी भी इस महामारी से निबटने की तैयारी और इंतजाम नहीं हैं, लिहाजा लोगों को घरों में रखना ही सबसे बेहतर उपाए माना जा है। अभी भी चेन टूटने में वक्त लगेगा क्योंकि बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं।

भाजपा दिवस पर पीएम का संदेश  
भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस (चालीस साल) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कोरोना वायरस के खिलाफ महाजंग में भागीदार बनने और सरकार के निर्देशों का पालन करने की अपील की।   पीएम मोदी ने जेपी नड्डा का जो संदेश ट्वीट किया है उसमें अपील की गई है कि सभी कार्यकर्ता एक वक्त का भोजन त्यागें। जब भी बीजेपी को सेवा करने का मौका मिला, पार्टी ने सुशासन और गरीबों के सशक्तिकरण पर जोर दिया। पार्टी के सिद्धांतों के अनुरूप हमारे कार्यकर्ताओं ने लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा की और समाज सेवा की नई मिसाल भी कायम की।”

मोदी ने अपने ट्वीट में कहा – ”भाजपा का ४०वां स्थापना दिवस ऐसे समय में आया है, जब देश कोविड-१९ से लड़ रहा है। मैं कार्यकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि वे पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के दिशानिर्देशों का पालन करें और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ जरूरतमंदों की मदद करें। एकजुट होकर भारत को कोरोना से मुक्त करें।”

लगातार दो नेगेटिव रिपोर्ट के बाद सिंगर कनिका को अस्पताल से छुट्टी, अब १४ दिन के होम आईसोलेशन में रहेंगी  

लंदन से लौट कर कुछ पार्टियों में शामिल होने के आरोपों से घिरीं बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर की लगातार दो कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। हालांकि, अभी उन्हें १४ दिन के होम आईसोलेशन में रहना होगा। उसके बाद पुलिस उनसे पूछताछ कर सकती है।

कनिका की लगातार चार कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थीं जिसके बाद उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई जाने लगी थी हालांकि, उनकी अगली दोनों रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। हालांकि अभी भी उन्हें १४ दिन के होम आईसोलेशन में रहना होगा।

उनका पांचवां टेस्ट निगेटिव आया था और अब छठा टेस्ट भी निगेटिव आया है और उनके अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। उनकी पांचवीं रिपोर्ट के बाद लखनऊ स्थित संजय गांधी पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआई) के निदेशक प्रोफेसर आरके धीमान ने ५वें टेस्ट के बाद कहा था – ”कनिका की रिपोर्ट अब नेगेटिव आई है लेकिन उन्हें घर जाने की अनुमति देने से पहले हम उनका एक और टेस्ट करेंगे।” अब छठी रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है।

वैसे कनिका कपूर को अब पुलिस जांच का सामना करना पड़ सकता है। उनसे १४ दिन के होम आईसोलेशन के बाद खुद को आइसोलेट करने के अधिकारियों के गए निर्देश न मानने और शहर में कुछ सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेने को लेकर उनपर  लापरवाही बरतने के आरोप के साथ तीन एसआईआर दर्ज हुई हैं, जिसके लिए पुलिस उनसे पूछताछ कर सकती है।

कोरोना टेस्ट को 45 मिनट में करने में सक्षम 10 मशीन अटकी टेंडर प्रक्रिया में

आज, देश भर में कोरोनों ग्रस्तों की संख्या बढ़ रही है और महाराष्ट्र में भी स्थिति खराब हो रही है। इस समय, स्वचालित आरएनए शोधन प्रणाली मशीन, जो 45 मिनट के भीतर परिणाम देती है, यह मशीन टेंडर प्रक्रिया में फंस गई हैं।

आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली द्वारा मशीन को खरीदने पर तत्काल ध्यान देने की मांग की गई हैं। उन्होंने चीफ मिनिस्टर उद्धव बालासाहेब ठाकरे, चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख, स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और संबंधित अधिकारियों को भेजे एक पत्र में लिखा हैं कि राज्य भर में 10 स्वचालित आरएनए शोधन प्रणाली मशीनों की खरीद के लिए हाफकिन बायोफर्मासिटिकल कॉर्पोरेशन (लिमिटेड) द्वारा 14 मार्च, 2020 को ई-टेंडर जारी किया गया था, जिसे 27 मार्च, 2020 को तय किया जाना था। 15 लाख ऐसी अंदाजन रकम एक मशीन की हैं और ऐसी 10 मशीन की आवश्यकता महाराष्ट्र राज्य को हैं।

एक बार में 24 नागरिकों का परीक्षण करने में सक्षम एक मशीन 45 मिनट में रिपोर्टिंग करने में सक्षम है। आज, रिपोर्ट उपलब्ध नहीं होने के कारण, पूरी प्रक्रिया 2 से 3 दिनों तक प्रलंबित रहती है और रिपोर्ट समय पर प्राप्त नहीं होने के कारण तनाव भी बढ़ जाता है। अनिल गलगली का कहना हैं कि मंत्रालय द्वारा हाफकिन को तुरंत धन हस्तांतरित किया जाना चाहिए लेकिम मंत्रालय में बैठे अफसर ढिलाई बरती जा रही हैं।

गलगली  ने मांग की है कि सभी 10 स्वचालित आरएनए शोधन प्रणाली मशीनों का टेंडर ताबड़तोड़ खोला जाए ताकि इस मशीन से राज्य की जनता लाभान्वित हो।

कश्मीर में ५ घुसपैठिये ढेर, ३ जवान शहीद

सेना ने उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर केरन सेक्टर में रविवार को घुसपैठ की कोशिश कर रहे पांच आतंकियों (घुसपैठियों) को मार गिराया। इस अभियान में सेना के तीन जवान भी शहीद हो गए हैं।

जानकारी के मुताबिक उत्तरी कश्मीर के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के नजदीक सुरक्षा बलों ने उस समय पांच आतंकियों को ढेर कर दिया जब वे घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। सेना के मुताबिक घुसपैठियों की कोशिश नाकाम करने के इस अभियान के दौरान तीन जवान भी शहीद हुए हैं। एक जवान मुठभेड़ स्थल पर ही शहीद हो गया जबकि अन्य दो अस्पताल में घावों की ताब न सहते हुए शहीद हो गए।

सुरक्षा बलों ने शनिवार को भी कश्मीर के कुलगाम जिले के बटपुरा में हिजबुल मुजाहिदीन के पांच आतंकवादियों को ढेर कर दिया था। कुलगाम की इस मुठभेड़ में सेना के दो जवान भी घायल हुए थे। इन आतंकियों पर आरोप था कि वे पिछले दिनों से स्थानीय लोगों की हत्या कर रहे थे। इस तरह पिछले ३० घंटे में कश्मीर में १० आतंकियों को ढेर किया गया है।

रविवार को अब जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में केरन सेक्टर के पोवाड़ा में सेना ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। है। मुठभेड़ के दौरान मारे गए यह पांच घुसपैठिये भारत-पाकिस्तान सीमा से भारत की तरफ भीतर घुसने की कोशिश में थे। सेना ने घुसपैठियों को ललकारा और जब दुसरी तरफ से फायरिंग शुरू हो गयी तो सेना ने इसका कड़ा जवाब दिया। फायरिंग में पांच घुसपैठिए मारे गए जबकि सेना के तीन जवान शहीद हुए हैं।

कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए फंडिंग करेंगे बिल गेट्स

अपनी दानवीरता के लिए दुनियाभर में मशहूर माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स कोरोना वायरस से निपटने वाली वैक्सीन बनाने के लिए फंडिंग करेंगे। बता दें कि दुनिया के सबसे अमीर आदमी में शुमार बिल गेट्स मार्च में ही कोरोना वायरस से निपटने के लिए अरबों रुपये दान कर चुके हैं। अब वह कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन बनाने में भी अरबों डॉलर ख़र्च करेंगे। यह घोषणा उन्होंने हाल ही में एक साक्षात्कार में की है। साक्षात्कार में उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए वह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी बताया है कि कोरोना वायरस के इलाज के लिए सात वैक्सीन बनायी जाएँगी और इनमें से दो सबसे बेहतर वैक्सीन का ट्रायल किया जाएगा।
बता दें कि कोरोना वायरस से निपटने और लोगों को भूखमरी से बचाने के लिए दुनिया भर के अमीरों ने दिल खोलकर सरकारों का सहयोग किया है। बिल गेट्स सभी दान दाताओं में अग्रणी हैं। उनका बड़प्पन यह है कि उन्होंने हमेशा पूरी मानव जाति की चिन्ता की है। पिछली बार कोरोना वायरस से निपटने के लिए सहायता राशि देने के दौरान बिल गेट्स ने कहा था कि हम चाहते हैं कि सभी देशों को कोरोना से बचाव के उपकरण उपलब्ध हों। उन्होंने यह भी कहा था कि वह इस बात को लेकर ख़ासे चिन्तित हैं कि विकासशाल देश आर्थिक नुकसान से कैसे निपटेंगे। बिल गेट्स की यह चिन्ता बाजिव है और इंसानियत के लिए उनकी संवेदनशीलता को दर्शाती है।

ज्मकर हुई दीया और मोमबत्ती की बिक्री

कोरोना वायरस के कहर के डर कोे भगाने के लिए दिल्ली के तमाम इलाकों में दीया और मोमबत्ती खरीददारी देखी गई। बताते चले जब 3 अप्रैल को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को सम्बोधित किया था कि 5 अप्रैल की रात 9 बजे 9 मिनट तक दीया और मोमबत्ती जलाकर या टोर्च की रोशनी से कोरोना वायरस के कहर को रोशनी दिखाकर हराना है। तहलका संवाददाता ने आज दिल्ली के उन इलाकों में देखा जहां पर दीया बेचे जाते हैं।
 दिल्ली के शशि गार्डन के पास लोहे का काम करने वाले और कुम्हार जो दहशरा और दीवाली पर दीया बेंचते हैं, उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के कहर के कारण जो लॉक डाउन था। उसके कारण उनकी दुकान पूरी तरह से बंद हो गयी थी और रोजगार संकट के साथ आर्थिक संकट आ गया था। पर ऐसे में दीया की बिक्री से उनकी जिन्दगी मेेें रोशनी आ गयी है।कुम्हार मनोहर ने बताया कि दीवाली पर्व के दौरान दीया की खरीददारी ग्राहक करते है उसी तरह आज दीया की बिक्री हुई है। उन्होंने बताया कि दीया वे भी बिक गये हैं, जो दीवाली में नहीं बिक सके थे।
राशन की दुकान चलाने वाले गिरीश जैन ने बताया, जो मोमबत्ती बेचते है कि लॉक डाउन के दौरान भी लोगों ने मोमबत्तियां खरीदी हैं। लोगों में एक उम्मीद है कि देश से कोरोना वायरस को हराने के लिये दीया और मोमबत्ती की रोशनी काफी कारगर होगी।
मौजूदा हालात में भले ही लॉक डाउन के कारण कई लोगों को काफी परेशानी हो रही है। पर ऐसे मेें सब्जी वालों ने सब्जी के साथ दीया की बिक्री की है। सब्जी बिक्रेता घनश्याम कांछी ने बताया कि सब्जी के साथ उन्होंने जनता की मांग को देखते हुए दीया की बिक्री है। खरीददारों का कहना है कि जब कोई संकट आता है मानव समुदाय तब संकट से बचने के लिए वो हर उपाय करता है। जिससे संकट को टाला जा सकें। इसलिए दीया और मोमबत्ती की रोशनी से उन्हें यहीं उम्मीद है कि कोरोना वायरस के कहर को खत्म करना है। बताते चले कि दीया और मोमबत्ती जलाने को लेकर सियायतदानों के बीच एक बहस भी छिड़ी हुई है। एक राजनीतिक दल का कहना है कि सरकार दीया और मोमबत्ती को जलाने के लिए कह रही है। क्या इससे से कोरोना वायरस को कम किया जा सकता है? जबकि सरकार के प्रतिनिधियों और भाजपा के नेता राजुकमार सिंह का कहना है कि सरकार जनता के हित की सोचती है। रोशनी में ताकत होती है जो हमें प्रेरणा देती है कि कोई भी संकट हो उसको काबू पाया जा सकता है। इसलिए दीया और मोमबत्ती की रोशनी हमारे टूटते मनोबल को साहस और ऊर्जा प्रदान करेगी।

…तो लॉकडाउन होने लगा अनलॉक

दुनिया भर की करीब आधी आबादी इन दिनों घरों में कैद है। कोरोना का खौफ बरकरार है। पूरे विश्व में करीब 12 लाख कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। 2.50 लाख से ज़्यादा मरीज ठीक भी हो चुके हैं और 64 हज़ार से ज़्यादा की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से लड़ने और बचने के तरीके अलग-अलग देशों में अलग-अलग हैं।
भारत में लॉकडाउन के साथ ही सामाजिक दूरी को अपनाया गया। शायद इसके अलावा कोई विकल्प भी नहीं था। यहां पर टेस्ट की सीमित उपलब्धता है, साथ ही सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था पहले से ही चरमराई हुई है। गरीबी और कुपोषण के मामले पहले से ही हैं। ऐसे में लॉकडाउन ने नई तरह की तमाम परेशानियों को जन्म दे दिया है। लोग घरों में भी ऊबने लगे हैं। गुस्सा बढ़ रहा है। बेरोजगारी का खतरा भी मंडरा रहा है, ऐसे में अब घरेलू हिंसा के बाद क्राइम की खबरें भी सामने आने लगी हैं। वेस्ट यूपी के बाद इलाहाबाद में गोली मारकर हत्या किये जाने का ताजा मामला सामने आया है।
पाकिस्तान सीमा पर लगातार गोले बरसा रहा है। इसमें कुछ जनहानि की भी सूचना है। कश्मीर में आतंकी भी सक्रिय हैं। शनिवार को ही चार आतंकी मारे गए। इतना ही नहीं अयोध्या में मंदिर में बड़ी तादाद में श्रद्धालु जुटने का वीडियो भी वायरल हुआ है। सड़कों पर पसरे सन्नाटे के बीच गुजरात में भीषण सड़क हादसा हुआ है, जिसमें 5 लोगों की जान चली गई। ये कुछ ऐसी घटनाएं हैं, जो लॉकडाउन के विफल साबित होने का संकेत दे रही हैं।
इसलिए अब लगता नहीं है कि लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद आगे बढ़ेगा। हालांकि एयर इंडिया ने 30 अप्रैल तक किसी भी तरह की बुकिंग नहीं करने का एलान किया है। ट्रेन के टिकट ज़रूर ऑनलाइन बुक हो रहे हैं क्योंकि सबकुछ तो बंद ही है। आगे सशर्त छूट मिलने के आसार बन रहे हैं।
इस बीच, यूपी के नोएडा में धारा-144 को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है। बता दें कि यूपी में नोएडा के बहुत से इलाके और सोसायटियां सील कर दी गई हैं क्योंकि इन जगहों पर कोरोना वायरस के संक्रमित लोग पाए गए हैं। दिल्ली से सटे नोएडा के गांवों में भी संक्रमण फैलने की आशंका है, इसलिये सख्ती यहाँ लंबे समय तक कायम रह सकती है।