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हेमंत सोरेन की जमानत रद्द करने की ED की याचिका सुप्रीम कोर्ट में खारिज

रांची : झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को हाईकोर्ट से मिली जमानत को निरस्त करने की मांग वाली ईडी की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी है। शीर्ष कोर्ट ने सोमवार को इस याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि सोरेन को हाईकोर्ट से मिली जमानत के आदेश में कोई त्रुटि नहीं है और इसमें हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही कोर्ट ने ईडी की याचिका को निष्पादित कर दिया है।

बता दें कि हाई कोर्ट के सिंगल बेंच ने 28 जून को हेमंत सोरेन को कुछ शर्तों के साथ रेगुलर बेल दी थी। हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि यह पूरा मामला संभावनाओं पर आधारित है। इस केस में ईडी ने अब तक इस बात का कोई पक्का सबूत पेश नहीं किया है कि 8.86 एकड़ जमीन के कब्जे में हेमंत सोरेन की कोई सीधी भूमिका है। यह भी साबित नहीं होता कि इसकी आड़ में सोरेन ने कोई ‘अपराध’ किया है। एजेंसी ने हाईकोर्ट के इस आदेश को चुनौती देते हुए हेमंत सोरेन की जमानत रद्द करने की मांग की है।

हाई कोर्ट से जमानत के बाद हेमंत सोरेन 28 जून की शाम रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल से बाहर आए थे और इसके बाद सातवें दिन उन्होंने एक बार फिर सीएम पद की शपथ ली थी। इसके पहले ईडी ने उन्हें 31 जनवरी को जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया था। वे पांच महीने जेल में रहे। गिरफ्तारी के साथ ही उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था।

हाइड्रोजन होगा रेलवे का भविष्य, इन्फ्रास्ट्रक्चर में होंगे ये बड़े बदलाव

नई दिल्ली : केंद्र सरकार की ओर से भारतीय रेलवे के कायाकल्प के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। इसमें सुरक्षा बढ़ाने के लिए कवच सिस्टम लगाने से लेकर नई टेक्नोलॉजी जैसे हाइड्रोजन भी शामिल है। रेलवे बोर्ड के सदस्य अनिल कुमार खंडेलवाल ने कहा कि भारत इस साल अपनी पहली हाइड्रोजन ट्रेन का संचालन शुरू कर देगा और 2047 तक ऐसी ट्रेनों की संख्या बढ़कर 50 हो जाएगी।

उन्होंने आगे कहा कि रेलवे लगातार सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कदम उठा रहा है। 16 जुलाई को कवच के चौथे वर्जन का अंतिम विनिर्देश कर लिया गया है। अब हम इसे पूरे देश में लागू करने जा रहे हैं। 1,400 किलोमीटर के ट्रैक पर काम पूरा हो चुका है। दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा के 3,000 किलोमीटर के लिए बोलियां स्वीकार की जा रही हैं। बजट 2024-25 में रेलवे को 2,62,200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसमें से करीब 1.08 लाख करोड़ रुपये केवल सुरक्षा बढ़ाने के लिए उपयोग किए जाएंगे।

खंडेलवाल ने आगे कहा कि गति शक्ति के आने से काम की रफ्तार में इजाफा हुआ है। अब सालाना 70 से 80 प्रोजेक्ट अप्रूव किए जा रहे हैं, जिनकी संख्या पहले 7 से 8 थी। साथ ही बताया कि रेलवे प्रतिदिन 14.50 किलोमीटर ट्रैक का निर्माण कर रहा है। पिछले वर्ष 5,000 किलोमीटर के ट्रैक का निर्माण किया गया। उन्होंने बुलेट ट्रेन को लेकर कहा कि 2027 तक देश में पहली बुलेट ट्रेन देखने को मिल सकती है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में कहा था कि पीएम मोदी ने रेलवे को 2 लाख 62 हजार करोड़ का बजट आवंटन दिया है। इसमें 1 लाख 8 हजार करोड़ रुपये सेफ्टी बढ़ाने के लिए है। पीएम मोदी ने 10 वर्षों में रेलवे को मजबूत करने के हर तरीके पर ध्यान दिया है। 2014 के पहले 60 साल देखें तो 20,000 किलोमीटर रेलवे का विद्युतीकरण हुआ था। 10 सालों में 40,000 किलोमीटर रेलवे विद्युतीकरण हुआ है। 2014 में नए ट्रैक 3 से 4 किलोमीटर एक दिन में बनते थे। पिछले वर्ष 14.50 किलोमीटर प्रतिदिन, पूरे साल में 5,300 किलोमीटर नए ट्रैक बने हैं।

शेयर बाजार ऑल टाइम हाई पर खुला सेंसेक्स 366 अंक चढ़ा ; निफ्टी पहली बार 24,900 के पार

मुंबई : भारतीय शेयर बाजार सोमवार के कारोबारी सत्र में तेजी के साथ खुला। बाजार के सभी सूचकांकों में बढ़त बनी हुई है। सत्र की शुरुआत में ही निफ्टी ने 24,980 का नया ऑल टाइम हाई बनाया। सुबह 9:20 तक, सेंसेक्स 366 अंक या 0.45 प्रतिशत बढ़कर 81,657 और निफ्टी 89 अंक या 0.36 प्रतिशत बढ़कर 24,924 अंक पर था। छोटे और मझोले शेयरों में तेजी का ट्रेंड देखने को मिल रहा है।

निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 376 अंक या 0.65 प्रतिशत बढ़कर 58,144 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 210 अंक या 1.72 प्रतिशत बढ़कर 19,064 पर बना हुआ है। ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फिन सर्विस, रियल्टी और मेटल सबसे ज्यादा बढ़ने वाले इंडेक्स हैं। वहीं, फार्मा और रियल्टी में दबाव के साथ कोरबार हो रहा है।

बैंकिंग शेयर बाजार का नेतृत्व कर रहे हैं। निफ्टी बैंक 512 अंक या एक प्रतिशत की बढ़त के साथ 51,808 पर है। सेंसेक्स पैक में एनटीपीसी, एसबीआई, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, एलएंडटी, इन्फोसिस और मारुति सुजुकी टॉप गेनर्स हैं। टाइटन, भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, आईटीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचयूएल और एमएंडएम टॉप लूजर्स हैं।

चॉइस ब्रोकिंग में रिसर्च एनालिस्ट देवेन मेहता का कहना है कि शुक्रवार के सत्र में बाजार ने ब्रेकआउट दिया था। इस कारण से सोमवार का बाजार सकारात्मक रह सकता है। निफ्टी के लिए 24,900, 24,850 और फिर 24,800 एक सपोर्ट के रूप में काम करेंगे। वहीं, 25,000 एक रुकावट का स्तर है। अगर यह पार हो जाता है तो 25,100 और 25,200 भी देखने को मिल सकते हैं।

सांसद अमृतपाल सिंह को जेल में रखना भी इमरजेंसी : चरणजीत सिंह चन्नी

नई दिल्ली : लोकसभा में सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू के बीच हुई बहस से सदन का माहौल काफी तनावपूर्ण रहा। वहीं इस बीच सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने संसद में सिद्धू मूसेवाला को इंसाफ और अमृतपाल सिंह का मुद्दा भी उठाया। चरणजीत सिंह चन्नी ने अमृतपाल सिंह की रिहाई की मांग करते हुए कहा, ‘पंजाब के लोगों ने उसे अपना नेता चुनकर संसद भेजा है लेकिन उसे जेल में डाल दिया गया है।
 
सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख और खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय सांसद अमृतपाल सिंह पर कहा कि वह कहते हैं, वे हर दिन आपातकाल के बारे में बोलते हैं। लेकिन आज देश में अघोषित आपातकाल के बारे में क्या? यह भी आपातकाल है कि पंजाब में 20 लाख लोगों द्वारा एक सांसद के रूप में चुना गया व्यक्ति एनएसए के तहत सलाखों के पीछे है। वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के विचारों को यहां प्रस्तुत करने में असमर्थ हैं। इसी के साथ चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि आज तक दिवंगत सिंगर सिद्धू मूसेवाला के परिजन इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं। यह भी इमरजेंसी है।

उन्होंने लोकसभा में कहा कि मैं जब चुनाव जीतकर आया तो सबसे पहले मैंने अम्बेडकर साहब की मूर्ति पर नमन करना चाहा, मैं वहां गया तो वहां मूर्ति नहीं थी। वहां से प्रतिमा को हटाकर पीछे कर कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि पर वे समझ लें कि अंबेडकर साहब की मूर्ति पीछे की जा सकती है, उनकी सोच नहीं। उन्होंने कहा कि वे लोग संविधान नहीं बदल सकते और यह बात लोगों ने उन्हें बता दी है।

इसके साथ सांसद चन्नी ने कहा कि 22 तारीख को बजट पेश हुआ। मैं बड़ा खुश हुआ पहली बार सदन में नए कपड़े पहनकर आया। उन्होंने कहा कि मैंने सोचा पंजाब में सभी सासंदों को बताऊंगा कि पंजाब को क्या-क्या मिला। लेकिन पंजाब को कुछ नहीं मिला। पंजाब के साथ फेयर डिस्ट्रिब्यूशन नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि यह सरकार देश के नागरिकों को एकसमान दृष्टि से नहीं देखती। क्योंकि सरकार ने राजनीति वाला चश्मा लगाया हुआ है।

नेपाल में हुए विमान दुर्घटना का वीडियो आया सामने,18 लोगों के मारे जाने की खबर

काठमांडू : नेपाल की राजधानी काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आज पूर्वाह्न एक विमान के रनवे से फिसल जाने के कारण हुयी दुर्घटना में 18 लोगों के मारे जाने की खबर है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शौर्य एयरलाइन्स का यह 9एन-एएमई (सीआरजे 200) विमान काठमांडू से पोखरा जाने वाला था। विमान में पायलट सहित 19 लोग सवार थे जिनमें अधिकतर एयरलाइन के तकनीकी कर्मचारी थे।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय समयानुसार करीब 11 बजे विमान रनवे पर उड़ान भरने के लिये आया, जैसे ही विमान ने गति पकड़ी अचानक वह एक ओर झुक गया और उसका डैना जमीन से टकरा गया और इसी के साथ विमान में आग लग गयी। आग की लपटों में घिरा तेज रफ्तार विमान रनवे से फिसलकर दाहिनी ओर एक खाई में जा गिरा।

दुर्घटना के तुरंत बाद ही हवाई अड्डे पर मौजूद दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाई। विमान के कप्तान मनीष शाक्य को घायलावस्था में निकाल कर एक अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया। टीआईए के प्रवक्ता सुभाष झा ने इस बात की पुष्टि की कि दुर्घटनास्थल से 18 शव बरामद कर लिये गये हैं।

संसद में बुलाए किसान नेताओं, एंट्री नहीं मिली तो राहुल गांधी भड़क गए

नई दिल्ली :  बजट को लेकर संसद में विपक्षी पार्टियों की तरफ से खूब हंगामा किया जा रहा है। वहीं लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कई किसान नेताओं को मिलने के लिए संसद में बुला लिया। बुधवार को संसद भवन पहुंचे इन किसान नेताओं को एंट्री नहीं मिली तो राहुल गांधी भड़क गए।

इस मौके राहुल गांधी ने कहा कि हमने इन लोगों को मुलाकात के लिए बुलाया था। लेकिन ये लोग संसद में उन्हें आने नहीं दे रहे हैं। ऐसा शायद इसलिए हो रहा है क्योंकि वे किसान हैं और उन्हें सरकार अंदर नहीं देखना चाहती। वहीं राहुल गांधी के ऐतराज के बाद उन्हें एंट्री मिल गई। अब किसान नेताओं से राहुल गांधी संसद भवन के अपने उस दफ्तर में मिल सकेंगे, जो उन्हें नेता विपक्ष के तौर पर मिला है। किसान नेताओं को एंट्री न मिलने के आरोपों पर मीडिया ने पूछा तो राहुल गांधी ने कहा कि यह बात तो आपको नरेंद्र मोदी ही बता पाएंगे।

राहुल गांधी ने अपने ही अंदाज में कहा कि इन लोगों को शायद इसलिए अंदर नहीं आने दे रहे हैं क्योंकि ये किसान हैं। वहीं अखिलेश यादव ने बजट में किसानों का ध्यान न रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हम तो किसानों के लिए बजट मांग रहे थे, लेकिन ये उन लोगों के लिए पैकेज ला रहे हैं, जो सरकार चला रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि आखिर यूपी को कुछ क्यों नहीं मिला। यदि आप बिहार के लिए पैकेज दे रहे हैं और बाढ़ से राहत दिलाना चाहते हैं तो पहले नेपाल से बात करनी होगी और यूपी में बाढ़ कम करनी होगी। उत्तर प्रदेश में बाढ़ आनी बंद हो जाए तो फिर बिहार में भी नहीं आएगी।

आम बजट के खिलाफ INDIA अलायंस के नेताओं ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन भी किया है। विपक्षी दलों ने कहा कि इस बजट में सिर्फ दो राज्यों का ही ध्यान रखा गया है। अन्य राज्यों के साथ यह भेदभाव जैसी स्थिति है। राहुल गांधी ने कहा कि यह बजट तो संघीय ढांचे के खिलाफ है। राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, अखिलेश यादव और टीएमसी के नेताओं ने भी आंदोलन में हिस्सा लिया।

विपक्षी नेताओं ने कहा कि अब यह सरकार ऐसा बजट लाई है कि बस कुर्सी बची रहे। संजय राउत ने कहा कि अब तक सिर्फ गुजरात ही ख्याल रखा जाता था। अब इस लिस्ट में दो और राज्य आंध्र प्रदेश और बिहार में शामिल हो गए। संजय राउत ने कहा कि पूरे बजट भाषण में एक बार भी महाराष्ट्र तक नहीं बोला गया।

पंजाब के वित्त मंत्री ने केंद्रीय बजट को बताया ‘‘पूर्ण रूप से निराशाजनक’’

पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए वित्त वर्ष 2024-25 के केंद्रीय बजट की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इसमें महिलाओं, गरीबों और किसानों की चिंताओं की अनदेखी की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि बजट में पंजाब के हितों की पूरी तरह से अनदेखी की गई है।

यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने वित्त वर्ष 2024-25 में उर्वरक सब्सिडी में कटौती के खतरनाक परिणामों पर प्रकाश डाला।* इस भारी कटौती से न केवल देश के किसानों पर बोझ बढ़ेगा बल्कि पंजाब की अर्थव्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, जहां कृषि एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। उन्होंने कहा, “यह कदम विशेष रूप से केंद्र सरकार की किसानों के कल्याण को प्राथमिकता देने और उनकी आय दोगुनी करने की घोषित प्रतिबद्धता को देखते हुए चिंताजनक है। इसके अलावा, बजट किसानों के लिए महत्वपूर्ण न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने में विफल रहा है, जिससे उनकी अनिश्चितता और बढ़ गई है।”

वित्त मंत्री चीमा ने निराशा व्यक्त की कि यह बजट पंजाब के किसानों के लिए कोई अतिरिक्त, निर्धारित राहत प्रदान करने में विफल रहा है, जो पहले ही जल प्रबंधन, फसल विविधीकरण और स्थिरता जैसी विशिष्ट चुनौतियों से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में बाढ़ की आशंका के बावजूद, बजट में राज्य की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने वाली बाढ़ प्रबंधन और सिंचाई से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं के लिए पर्याप्त, विशिष्ट फंड आवंटित करने की उपेक्षा की गई है। 

वित्त मंत्री चीमा ने वित्तीय असमानताओं और क्षेत्रीय असंतुलन को बरकरार रखने के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पड़ोसी पहाड़ी राज्यों के साथ तरजीही व्यवहार के कारण पहले से ही क्षेत्रीय असमानताओं के प्रति पंजाब को एक बार फिर केंद्र सरकार द्वारा भेदभावपूर्ण व्यवहार का सामना करना पड़ा है। चीमा ने कहा, ‘‘अतिरिक्त वित्तीय पैकेज हासिल करने वाले बिहार और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों के विपरीत पंजाब को किसी भी विशेष वित्तीय सहायता से वंचित रखा गया’’, और चेतावनी दी कि इस तरह का भेदभाव क्षेत्रीय असंतुलन को बढ़ा सकता है और पंजाब के विकास पथ को बाधित कर सकता है। 

चीमा ने पंजाब की विकास कार्यों से जुड़ी आवश्यकताओं, विशेष रूप से पर्यटन के क्षेत्र में जानबूझकर अनदेखी करने के लिए केंद्र सरकार की कड़ी निंदा की, जहां कोई भी परियोजना आवंटित नहीं की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि बजट में पूर्वी क्षेत्र का पूरा ध्यान रखा गया है और पंजाब सहित उत्तर-पश्चिमी सीमावर्ती राज्यों की उपेक्षा की गई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, केंद्र सरकार पंजाब को उसके एम.एस.एम.ईज़ के लिए कोई निर्धारित सहायता या अतिरिक्त फंड प्रदान करने में पूरी तरह विफल रही है, जो स्थानीय रोजगार और आर्थिक विकास के लिए बेहद जरूरी हैं।

चीमा ने बजट के गरीब विरोधी पक्ष को भी उजागर किया, जिसमें आम आदमी के लिए प्रत्यक्ष करों से राहत की कमी को उजागर किया गया। उन्होंने स्टैंडर्ड डिडक्शन में 50,000 रुपये से 75,000 रुपये की मामूली वृद्धि के माध्यम से मध्यम वर्ग के करदाताओं को दी जाने वाली मामूली राहत की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस बजट में आम आदमी के स्वास्थ्य को भी नजरअंदाज किया गया है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य बजट में केवल मामूली वृद्धि की गई है। 

अपने बयान को समाप्त करते हुए, पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने जोर देकर कहा कि समर्पित फंडों की कमी कृषि विकास, औद्योगिक विकास (विशेष रूप से एम.एस.एम.ईज़ के लिए) और बुनियादी ढांचे के विस्तार सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में राज्य की प्रगति को गंभीर रूप से बाधित करेगी, जबकि राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों के तेजी से हो रहे विकास को भी हानि होगी। दिल्ली के साथ तुलना करते हुए वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि पंजाब के शहरी स्थानीय निकाय भी शहरी विकास पहलों के लिए अपर्याप्त केंद्रीय सहायता से उत्पन्न चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।

शेयर मार्किट से हुई कमाई पर देना होगा ज्यादा टैक्स

नई दिल्ली :  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में शेयर मार्किट से पैसा कमाने वालों को लेकर भी बड़ा ऐलान किया है। जिसके बाद मार्किट में गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स पिछली क्लोजिंग से 1270 अंक नीचे जा लुढ़का तो निफ्टी में भी 480 अंकों की गिरावट देखने को मिली।

वित्त मंत्री ने कुछ एसेट्स पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन को बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया है जबकि फाइनेंशियल और नॉन-फाइनेंशियल एसेट्स पर इनकम टैक्स रेट के हिसाब से शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा। वित्त मंत्री ने कुछ खास एसेट्स पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स को भी 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया है। जबकि लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन के तहत मिलने वाली छूट की लिमिट को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये कर दिया गया है।

फाइनेंस बिल 2024 के मुताबिक कैपिटल गेन के टैक्स नियमों का सरलीकरण करने के साथ उसे तर्कसंगत बनाया गया है। इस सरलीकरण के तीन कॉम्पोनेंट है। शार्ट टर्म कैपिटल गेन और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन निर्धारित करने के लिए केवल 12 महीने और 24 महीने का केवल दो होल्डिंग पीरियड होगा। स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड सिक्योरिटीज के लिए 12 महीने का होल्डिंग पीरियड और दूसरे एसेट्स के लिए 24 महीना होगा। बॉन्ड, डिबेंचर और सोने के लिए होल्डिंग पीरियड को 36 महीने से घटाकर 24 महीने कर दिया गया है, जबकि अनलिस्टेड शेयर्स और इमोवेबल प्रॉपर्टी के लिए 24 महीने की ही अवधि बनी रहेगी।

इक्विटी शेयर्स, इक्विटी म्यूचुअल फंड पर पहले 15 फीसदी शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगा करता था उसे बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया गया है। फाइनेंस बिन के मुताबिक शॉर्ट टर्म कैपिचल गेन टैक्स बेहद कम है और इसका फायदा केवल हाई नेटवर्थ इंडीविजुअल को ही मिलता है।

फाइनेंस बिल के मेमोरंडम के मुताबिक लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन को सभी कैटगरी के एसेट्स के लिए 12.50 फीसदी किया गया है जो इक्विटी शेयर्स, इक्विटी म्यूचुअल फंड के मामले में 10 फीसदी था। जबकि प्रॉपर्टी के मामले में 20 फीसदी के इंडेक्सेशन के साथ 20 फीसदी एलटीसीजी लगता था। नए प्रस्ताव के मुताबिक 1.25 लाख रुपये तक लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर छूट मिलेगी। बॉन्ड डिबेंचर के मामले में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन 20 फीसदी के दर से लगा करता था। अब लिस्टेड बॉन्ड डिबेंचर के लिए इसे घटाकर 12.50 फीसदी कर दिया गया है। जबकि लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन के कैलकुलेशन के लिए इंडेक्सेशन की बेनेफिट को खत्म कर दिया गया है।

नीट की परीक्षा दोबारा नहीं होगी, सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

नई दिल्ली  : नीट पेपर लीक मामले में दोबारा परीक्षा आयोजित कराए जाने की मांग करने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है। शीर्ष अदालत ने दोबारा परीक्षा आयोजित न करने का फैसला सुनाया है। रिपोर्ट्स के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह तय है कि पेपर लीक हुआ है। हजारीबाग में पेपर लीक हुआ था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि परीक्षा में खामी के पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं। दोबारा परीक्षा कराने की मांग सही नहीं है। इससे छात्रों पर गलत असर पड़ेगा।

इससे पहले सोमवार को नीट एग्जाम में उस सवाल पर चर्चा हुई थी जिसके 2 सही जवाब थे। एक याचिका में कहा गया था कि जिन लोगों ने इस सवाल का उत्तर दिया है उन्हें अंक मिले हैं। याचिका दाखिल करने वाले छात्र ने कहा कि मुझे सवाल का सही उत्तर पता था लेकिन भ्रम की स्थिति बनने से मैंने उसे छोड़ दिया। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आईआईटी दिल्ली के डायरेक्टर में एक एक्सपर्ट कमेटी गठित कर इस सवाल का सही जवाब निर्धारित करने का निर्देश दिया था। इसके लिए मंगलवार की दोपहर तक का समय शीर्ष अदालत ने दिया था।

नीट का 4 जून को रिजल्ट आने के बाद से पेपर लीक को लेकर छात्रो का आक्रोश सामने आया था। सबसे पहले इस परीक्षा में बिहार में पेपर लीक की खबर ने तूल पकड़ा था। उसके बाद रिजल्ट आने पर परीक्षा में 67 टॉपर और एक ही परीक्षा केंद्र से कई टॉपर आना, एक सवाल के दो उत्तर, ग्रेस मार्क्स जैसे प्वाइंट्स किसी को हजम नहीं हो रहे थे। उसी दौरान नेशनल टेस्ट‍िंंग एजेंसी पर भड़के छात्रों ने पूरे देश में रिजल्ट में हेरफेर और पेपरलीक को लेकर प्रदर्शन किया।

परीक्षा में पेपर लीक के संदेह पर देशभर के हाईकोर्ट में दोबारा परीक्षा कराने की मांग को लेकर याचिकाओं का सिलस‍िला शुरू हुआ। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में एक साथ सभी याचिकाओं को सुनने की कार्यवाही शुरू हुई। इस सुनवाई में बिहार पेपर लीक से लेकर हजारीबाग, सीकर और गोधरा तक के मामलों की जांच, एक सवाल के दो उत्तर, सीबीआई जांच जैसे सभी मुद्दों पर बहस हुई। सर्वोच्च अदालत की बेंच ने सभी पहलुओं पर बहस सुनने के बाद यह तय किया कि इस पर जल्द से जल्द फैसला देना होगा, क्योंकि छात्रों को किसी भी हाल में लटकाकर नहीं रख सकते।

बजट-2024 : शेयर बाजार में मचा कोहराम, निवेशकों के डूबे 10 लाख करोड़

नई दिल्ली :  केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज आम बजट पेश कर दिया। बजट पेश करने के बाद दोनों प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स निफ्टी में बड़ी गिरावट देखने को मिली। अभी तक मिली खबरों के मुताबिक निवेशकों के 10 लाख करोड़ डूब गए।

 बताया जा रहा है कि बजट में सरकार ने पूंजीगत लाभ और ट्रेडिंग डेरिवेटिव पर कर बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है, इसकी वजह से शेयर बाजार में गोता लगा है। बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स करीब 1200 अंकों की गिरावट के साथ 79224.32 अंकों पर आ गया, वैसे सेंसेक्स 80,724.30 अंकों पर ओपन हुआ था। निफ्टी 232.65 अंकों की गिरावट के साथ 24,276.60 अंकों पर कारोबार करता हुआ दिखाई दिया. वैसे निफ्टी 24,568.90 अंकों पर ओपन हुआ था। वैसे कृषि क्षेत्र को 1.52 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए जाने की घोषणा के बाद कृषि से जुड़े स्टॉकों में 10 फीसदी उछाल देखा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा झींगा पालन की योजना की घोषणा के बाद एपेक्स फ्रोजन फूड्स, अवंती फीड्स, वॉटरबेस शेयर में आठ फीसदी तक उछाल आया।