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दिल्ली में ३१ जुलाई तक संक्रमितों की संख्या ५.५ लाख होने की आशंका : सिसोदिया का आकलन

दिल्ली में जुलाई के आखिर तक कोविड-१९ से संक्रमित लोगों की संख्या ५.५० लाख हो सकती है। यह अनुमान दिल्ली सरकार ने जताया है। दिल्ली आपदा प्रबंधन अथॉरिटी की मंगलवार को हुई बैठक में केंद्र सरकार के अधिकारियों ने कहा दिल्ली में अभी कम्यूनिटी स्प्रेड की स्थिति नहीं है, लेकिन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यह जरूर कहा है कि राजधानी में १२-१३ दिन के अंतराल में कोरोना के मामले दोगुने  हो रहे हैं।
दिल्ली आपदा प्रबंधन अथॉरिटी की बैठक की अध्यक्षता उपराज्यपाल अनिल बैजल ने की। सिसोदिया ने बैठक के बाद बताया कि बैठक में एलजी ने दिल्ली में बाहर से आए लोगों के इलाज से जुड़े अपने फ़ैसले को पलटने से मना कर दिया, लिहाजा बहार के लोगों का इलाज भी दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में किया जाएगा।
सिसोदिया और उनके साथ उपस्थित दूसरे मंत्री सत्येंद्र जैन ने यह भी कहा कि बैठक में केंद्र सरकार के अधिकारियों ने कहा है कि दिल्ली में अभी कम्यूनिटी स्प्रेड की स्थिति नहीं है। सिसोदिया ने कहा – ”हम कह रहे हैं   कि दिल्ली में स्प्रेड है, लेकिन कम्यूनिटी स्प्रेड को लेकर केंद्र सरकार ही फ़ैसला ले कि सकती है।
उन्होंने कि दिल्ली में निजी अस्पतालों में ५० फीसदी लोग बाहर से इलाज करवाने आते हैं और बड़े सरकारी अस्पतालों में ७० फीसदी लोग बाहर के होते हैं। कहा कि ३१ जुलाई तक सिर्फ़ दिल्ली वालों के लिए ८० हज़ार बिस्तरों की जरूरत र हेगी।
बाहर के लोगों के दिल्ली में इलाज के सरकार के फैसले को पलटने एलजी के आदेश पर सिसोदिया ने कहा कि बैठक में हमने एलजी से पूछा कि ”जब आपने सब के लिए इलाज खोला है तो आपने कुछ प्लान किया होगा, हालांकि एलजी ने कहा प्लान कोई नहीं किया है, देखते हैं क्या होता है”।
दिल्ली सरकार के कोविड-१९ मामलों को लेकर आकलन पर सिसोदिया ने कहा कि राजधानी में हर १२-१३ दिन में कोरोना केस दोगुने हो रहे हैं। कहा कि १५ जून तक दिल्ली में ४४,००० मामले होंगेऔर ६६०० बेड की ज़रूरत रहेगी। जबकि ३० जून तक दिल्ली में एक लाख मामले हो जाएंगे और १५,००० बेड की जरूरत पड़ेगी। यही नहीं १५ जुलाई तक सवा दो लाख मामले हो जाएंगे और ३३,००० बेड की जरूरत रहेगी जबकि जबकि ३१ जुलाई तक दिल्ली में संक्रमितों की संख्या ५.५ लाख हो सकती है और ८०,००० बिस्तरों की जरूरत सरकार को पड़ेगी।

ज्योतिरादित्य सिंधिया कोरोना से संक्रमित, मैक्स में भर्ती

कांग्रेस से कुछ महीने पहले भाजपा में गए मध्य प्रदेश के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। उनकी माता भी कोरोना से संक्रमित पाई गयी हैं जिसके बाद दोनों को दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्ती किया गया है।

जानकारी के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया का कोरोना टेस्ट हुआ था जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गयी है साथ ही उनकी माता भी कोरोना से संक्रमित मिली हैं। इसके बाद दोनों को राजधानी दिल्ली राजधानी दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्ती किया गया है।

कल ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को भी खांसी और गले में खराश की शिकायत के बाद आज उनका कोरोना का टेस्ट किया गया है। वे खुद ही सोमवार को घर में आईसोलेट हो गए थे।

रक्षा मंत्री बताएं, क्या चीन ने लद्दाख में भारतीय क्षेत्र में कब्ज़ा किया है : राहुल

भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच चला ट्वीट युद्ध अभी जारी है। राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कांग्रेस के चुनाव चिन्ह आठ पर शायराना कमेंट के जवाब में राहुल गांधी ने राजनाथ से पूछा है कि रक्षा मंत्री का हाथ पर टिप्पणी करना खत्म हो जाए, तो वह इस सवाल का जवाब दे सकते हैं – क्या लद्दाख में चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा किया है ?

कुछ समय पहले एक पूर्व सेनाधिकारी ने भी अपने एक आलेख में इस तरह की बात कही थी। इस तनाव के बीच पिछले दिनों भारत और चीन के सेनाधिकारियों की बैठक भी हुई थी। अब राजनाथ सिंह और राहुल गांधी के बीच इस मसले पर टिप्पणियों का आदान-प्रदान जारी है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया – ”रक्षा मंत्री का हाथ पर टिप्पणी करना खत्म हो जाए, तो वह इस सवाल का जवाब दे सकते हैं – क्या लद्दाख में चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र पर कब्जा किया है ?” सोमवार को भी गांधी ने एक शेर  कहा था – ”सब को मालूम है सीमा की हकीकत, लेकिन दिल के खुश रखने को, शाह-यद ये ख्याल अच्छा है।”

वैसे तो राहुल गांधी की यह टिप्पणी गृह मंत्री अमित शाह पर थी, लेकिन इसका जवाब दिया था राजनाथ सिंह ने। रक्षा मंत्री ने ट्वीट में लिखा – ”मिर्जा गालिब का ही शेर थोड़ा अलग अंदाज में है। ”हाथ” में दर्द हो तो दवा कीजै, ”हाथ” ही जब दर्द हो तो क्या कीजै ‘।

राजनाथ सिंह ने कहा यह भी कहा था कि ”सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर चीन के साथ बातचीत जारी है। छह जून को सैन्य स्तर पर वार्ता हुई है। हम किसी भी देश के मान, सम्मान और स्वाभिमान को न चोट पहुंचाते हैं और न ही हम चोट बर्दाश्त करेंगे। कांग्रेस के नेता सवाल पूछ रहे हैं कि भारत-चीन सीमा पर क्या हो रहा है? मैं देश की जनता को आश्वस्त करना चाहूंगा कि संसद में इस बारे में विस्तार से जानकारी दूंगा”।

अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट किया है – ”रक्षा मंत्री का हाथ पर कमेंट करना खत्म हो जाए, तो वह इस सवाल का जवाब दे सकते हैं – क्या लद्दाख में चीनी सैनिकों ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया है?”

राहुल गांधी का ट्वीट –

@RahulGandhi
Once RM is done commenting on the hand symbol, can he answer: Have the Chinese occupied Indian territory in Ladakh?

सुप्रीम कोर्ट का आदेश, प्रवासी मजदूरों के मामले वापस हों, उन्हें रोजगार की योजना बने और उनकी पहचान का काम शुरू हो  

जगह-जगह फंसे प्रवासी मजदूरों को लेकर मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय ने बड़ा फैसला दिया है। एक तो सर्वोच्च अदालत ने इन मजदूरों के खिलाफ वो सारे मामले वापस लेने का निर्देश दिया है जो उनके खिलाफ लॉक डाउन के नियम तोड़ने के आरोप में लगाये गए हैं और साथ ही उनके लिए उनके गाँव में ही रोजगार की योजना लाने को कहा है। । इसके अलावा सर्वोच्च अदालत ने निर्देश दिया है कि उन मजदूरों को १५ दिन के भीतर ट्रेन उपलब्ध करवाई जाए जो घर जाना चाहते हैं।
सर्वोच्च अदालत ने निर्देश दिया है कि जो मजदूर अपने घर जाना चाहते हैं उनकी पहचान कर उन्हें पंजीकृत करना होगा। यह काम १५ दिन के भीतर करना होगा। उसके बाद उन्हें घर भेजा जाएगा। इस मामले की अगली सुनवाई अब ८ जुलाई को   होगी।

इस मामले पर सुनावी के दौरान ,मंगलवार को सर्वोच्च अदालत ने केंद्र सरकार को कहा है कि राज्य मांगे तो २४ घंटे के भीतर उन्हें मजदूरों को ले जाने के लिए ट्रेन उपलब्ध करवाई जाएं। इसके अलावा १५ दिन के भीतर मजदूरों को वापस भेजा जाये जो जाना चाहते हैं।

एक और बड़ा फैसला यह भी सुप्रीम कोर्ट ने दिया है कि प्रवासी मजदूरों के खिलाफ लॉक डाउन को तोड़ने के दौरान बनाये गए सभी मामले तत्काल वापस लिए जाएं।  अदालत ने केंद्र और राज्य सरकारों को प्रवासियों के लिए काऊंसलिंग सेंटर बनाने को भी कहा है।

इसके अलावा सर्वोच्च अदालत ने इन प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार को केंद्र और राज्य को योजना लाने को कहा है। प्रवासियों की पहचान के लिए योजना बने कि इनमें से कौन कुशल है और कौन अकुशलहालांकि, सच यह भी है कि ज्यादातर मजदूर आज की तारीख में घर वापस लौट चुके हैं, लिहाजा उन्हें ले जाने वाले मामले में शायद सरकारों को ज्यादा कवायद अब न करनी पड़े लेकिन उनके खिलाफ मामले वापस लेने और उन्हें उनके गांव में ही रोजगार देने के लिए योजा का आदेश बहुत अहम् है। साथ ही अदालत के आदेश के बाद अब उनकी पहचान करनी होगी।

पीएनबी घोटाले में कोर्ट ने नीरव मोदी की संपत्ति जब्त करने का दिया आदेश

मुंबई में  स्पेशल कोर्ट ने पंजाब नेशनल बैंक के 14 हज़ार करोड़ के घोटाले में भगोड़ा घोषित हीरा व्यापारी नीरव मोदी की संपत्ति जब्त करने के आदेश दिए हैं। नीरव के खिलाफ यह कार्रवाई दो साल पहले लागू हुए नए  भगोड़ा आर्थिक अपराध कानून के तहत की गई। इस कानून के तहत यह देशभर की पहली कार्रवाई है।
 
पीएनबी की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता नितेश जैन ने बताया कि विशेष जज वीस बारदे ने ईडी को नीरव की उन संपत्तियों को जब्त करने के निर्देश दिए जिन्हें पीएनबी के पास गिरवी नहीं रखा गया हो। ईडी को एक महीने के भीतर इन संपत्तियों को जब्त करना होगा। इन संपत्तियों को कानून की धाराओं के तहत केंद्र सरकार के कब्जे में देना होगा। 
 
नीरव मोदी 14 हजार करोड़ रुपये के इस घोटाले में फरार है और ब्रिटेन की जेल में बंद है। नीरव ने अपने प्रत्यर्पण को वहां के कोर्ट में चुनौती दी हुई है।
 
नीरव की पेंटिंग नहीं होंगी जब्त
इस बीच,कोर्ट ने ईडी को नीरव मोदी की पेेंटिंग जब्त नहीं करने का निर्देश दिया है। इन पेंटिंग्स को आयकर विभाग पहले ही जब्त कर चुका है और बॉम्बे हाईकोर्ट ने इनकी नीलामी का आदेश दिया है। 

राज्यपाल बैजल ने केजरीवाल सरकार के बाहरी लोगों के इलाज पर रोक, और बिना लक्ष्ण टेस्ट से मनाही वाले फैसले पलटे  

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केरीवाल की तबीयत नासाज होने की ख़बरों के बीच इस केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने केजरीवाल मंत्रिमंडल के रविवार को किये उस फैसले को पलट दिया है, जिसमें बाहरी मरीजों का इलाज दिल्ली सरकार के अस्पतालों में नहीं करने की बात कही गयी है। बैजल ने यह फैसला बतौर दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी चेयरमैन किया है, लिहाजा देखना होगा केजरीवाल सरकार उपराज्यपाल के इस आदेश पर क्या रुख अपनाती है। यही नहीं उपराज्यपाल ने बिना लक्षण वाले लोगों को सिर्फ आशंका के चलते टेस्ट करवाने से मनाही के केजरीवाल सरकार के फैसले को भी बदल दिया है।

जानकारी के मुताबिक उपराज्यपाल अनिल बैजल ने फिलहाल सरकार का फैसला पलट दिया है। इसके बाद दिल्ली के अस्पतालों में बाहरी मरीजों का इलाज भी हो सकता है। केजरीवाल केबिनेट ने रविवार को ही बड़ा फैसला करते हुए कहा था कि दिल्ली से बाहर के मरीजों का इलाज अब राज्य सरकार के अस्पतालों में नहीं होगा।
हालांकि, २४ घंटे के भीतर उपराज्यपाल अनिल बैजल ने इस फैसले को पलट दिया है जिससे दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप राज्यपाल एक बार फिर आमने-सामने आ सकते हैं।

बैजल दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन भी हैं और उसी उन्होंने हैसियत से यह फैसला यह फैसला पलटा है। बैजल ने अफसरों को आदेश दिया है कि किसी भी व्यक्ति को इलाज के लिए सिर्फ इसलिए मना न किया जाए कि वे दिल्ली के नागरिक नहीं है।

यही नहीं उपराज्यपाल ने बिना लक्षण वाले लोगों को सिर्फ आशंका के चलते टेस्ट करवाने से मनाही के केजरीवाल सरकार के फैसले को भी बदल दिया है। केजरीवाल सरकार ने यह फैसला अस्पतालों में भीड़ न हो और जरूरतमंदों को टेस्ट और इलाज की सुविधा पहले मिले, इसलिए किया था। लेकिन उपराज्यपाल ने इस फैसले को भी बदल दिया है।

दिल्ली में भूकंप के झटके, तीव्रता २.१

राजधानी दिल्ली में फिर सोमवार दोपहर भूकंप के झटके महसूस किये गए हैं। इनकी तीव्रता २.१ बताई गयी है।

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी है कि राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, ये झटके काफी हल्के थे और रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता २.१ मापी गई है। भूकंप का केंद्र हरियाणा के गुरुग्राम से १३ किलोमीटर की दूरी पर बताया गया है।

याद रहे १२ अप्रैल को पहली बार भूकंप के झटके आने के बाद यह १२वां अवसर है जब राजधानी की धरती भूकंप के झटकों से कांपी है। पिछले बुधवार को भी कम तीव्रता के झटके महसूस किए गए थे जिसका केंद्र दक्षिण पूर्व नोएडा था और भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर ३.२ मापी गई थी।

अभी तक ज्यातर झटके हलके ही रहे हैं। इससे पहले १२ अप्रैल को ३.५, १३ अप्रैल २.७,  १६ अप्रैल को २.०, ३ मई को ३.०, ६ मई को २.३, १० मई को ३.४, १५ मई को २.२, २८ मई को २.५, २९ मई को ४.५, २९ मई को २.९ और ३ जून को ३.२ तीव्रता के झटके महसूस किये गए थे जिनमें ज्यादातर में केंद्र दिल्ली था।

सीएम केजरीवाल को बुखार, गले में खराश, खुद को घर में आईसोलेट किया, कल कोरोना टेस्ट

देश में लगातार बढ़ रहे कोविड-१९ के मामलों के बीच खबर है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबीयत कुछ नासाज है। उन्हें हल्का बुखार और गले में खराश की शिकायत है और मंगलवार को उनका कोरोना का टेस्ट किया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक सीएम केजरीवाल ने खुद को घर में आइसोलेट कर लिया है। मंगलवार को उनका कोरोना टेस्ट किया जाएगा। सीएम ने अपने तमाम सरकारी कार्यक्रम भी रद्द कर दिए हैं। रविवार को उन्होंने दिल्ली कैबिनेट की बैठक की थी जिसमें दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली वालों का ही इलाज करने जैसे बड़े फैसले किये गए थे।

सीएम की सेहत को लेकर दिल्ली सरकार के मंत्रियों में चिंता है। आम आदमी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने पुष्टि की है कि सीएम की सेहत को लेकर पार्टी  लोगों को अवगत किया गया है। वैसे सीएम की तबीयत के पीछे कारण मौसम बदलना भी हो सकता है। कल कोरोना टेस्ट के बाद ही उनकी स्थिति साफ़ होगी।

ओडिशा में ट्रेनर एयरक्राफ्ट हादसे में महिला पॉयलट, प्रशिक्षक की मौत

ओडिशा में सोमवार को एक दो सीटर ट्रेनर एयरक्राफ्ट हादसे का शिकार हो गया जिसमें जिसमें एक महिला ट्रेनी पायलट और उनके प्रशिक्षक की मौत हो गयी।
जानकारी के मुताबिक यह हादसा ओडिशा के ढेंकनाल जिले में हुआ। टू सीटर ट्रेनर एयरक्राफ्ट बिरासल स्थित सरकारी एविएशन ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (गति) की एयरस्ट्रिप पर हादसे का शिकार हो गया। इसमें दो ही जन सवार थे और हादसे के बाद दोनों को कमाख्यानगर स्थित अस्पताल ले जाया गया, हालांकि चिकित्सकों ने दोनों को मृत  घोषित कर दिया। दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं।
हादसे में महिला ट्रेनी पायलट अनीश फातिमा (२०) और ट्रेनर संजीव कुमार झा की मौत हुई है। ढेंकनाल के सहायक उपयुक्त के मुताबिक घटना सुबह साढ़े छह बजे की है।
जानकारी के मुताबिक एयरक्राफ्ट के उड़ान भरने के दौरान ही यह हादसा हो गया और एयरक्राफ्ट में मौजूद दोनों की मौत हो गई। हादसे की वजह अभी पता नहीं चल सकी है हालांकि तकनीकी खराबी के आशंका जताई गयी है। मौसम भी हादसे का एक कारण हो सकता है। घटना की जांच की जा रही है।

अनलॉक का पहला दिन : मंदिर-मस्जिद-गुरूद्वारे खुले

लंबे लॉक डाउन के बाद अनलॉक का पहला दिन धार्मिक स्थलों में रौनक का रहा। आपसी दूरी का पालन करते हुए श्रद्धालु मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारे पहुंचे। उधर लॉकडाउन के बावजूद देश में कोविड-१९ के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उधर लॉक डाउन हटने से पहले ही देश में पेट्रोल-डीज़ल महंगा हो गया है। दिल्ली के आर्चडियोसीज बिशप अनिल कोउतो ने कहा है कि रोमन कैथलिक चर्च के तहत आने वाले गिरजाघर सोमवार से तत्काल नहीं खुलेंगे।

देश में कंटेनमेंट ज़ोन को छोड़ सभी जगह शॉपिंग मॉल, धार्मिक स्थल, होटल और रेस्तरां फिर से खुल गए हैं। नये नियमों के तहत प्रवेश के लिए टोकन प्रणाली जैसी व्यवस्थाएं की गयी हैं और मंदिरों में प्रसाद वितरित नहीं किया जा रहा है। इस बीच  लॉक डाउन हटने से पहले ही देश में पेट्रोल-डीज़ल महंगा हो गया है।

अनलॉक की घोषणा के बाद फ़िल्मों की शूटिंग शुरू करने को भी हरी झंडी मिल चुकी है। तमाम चीजें २५ मार्च को लॉकडाउन की घोषणा होते ही बंद हो गयी थीं। अनलॉक के फेज़ एक के लिए राज्यों ने अपनी गाइडलाइंस जारी की हैं। सरकार ने ५  जून को धार्मिक स्थलों, होटल्स और मॉल्स के लिए यह गाइडलाइंस जारी की थीं।

इस बीच राजधानी दिल्‍ली के सभी बॉर्डर सोमवार से खोल दिए गए हैं। सुबह से दिल्‍ली से लगे गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद, आदि से वाहनों की आवाजाही- बेरोक-टोक शुरू हो गई है। निषिद्ध क्षेत्र से बाहर चरणबद्ध रूप से दी जाने वाली छूट आज से शुरू हो गई है।

दिल्‍ली में सुबह से ही झंडेवालां इलाके में स्थित मंदिर में श्रद्धालु पहुंचने शुरू हो गए और नियमों का पालन करते हुए दर्शन किए। शीश महल गुरुद्वारा साहिब भी आज से खुल गया है और वहां सेनेटाइजेशन से लेकर तमाम इंतजाम किये गए हैं। जामा मस्जिद भी खोल दी गई है और तमाम श्रद्धालुओं से कहा गया है कि आपसी दूरी के नियमों का पालन करें।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को घोषणा की थी शहर की सीमाएं सोमवार से फिर खुल जाएंगी। मॉल, रेस्तरां और धार्मिक स्थल खुलेंगे लेकिन होटल और बैंक्वेट हॉल बंद रहेंगे, क्योंकि आने वाले समय में उन्हें अस्पतालों में तब्दील करना पड़ सकता है।

दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने रविवार को कहा कि ऐतिहासिक मस्जिद में सुरक्षा के सभी कदम उठाए गए हैं। वैसे उन्होंने यह भी कहा था कि सरकार को कोविड-१९ के बढ़ते मामलों के मद्देनजर धार्मिक स्थलों को खोलने पर पुनर्विचार करना चाहिए। बुखारी ने कहा कि लोगों से कहा गया है कि वे मस्जिद में नमाज के लिए आने से पहले अपने घर में ही वजू करें। मस्जिद में वजू के काम आनी वाली हौज खाली कर दी गई है और नमाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दरियां हटा दी गई हैं। लोगों को घरों से चटाई लेकर आने को कहा गया है।

उधर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सीसगंज, रकाबगंज और बंगला साहिब गुरद्वारों में भी संक्रमणमुक्ति सुरंग स्थापित की गई हैं। समूचे परिसरों को नियमित तौर पर संक्रमणमुक्त किया गया है।  श्रीगुरु ग्रंथ साहिब को नमन करने के स्थल पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। एक-दूसरे के शरीर से दूरी सुनिश्चित करने के लिए प्रवेश और निकास बिंदुओं की संख्या बढ़ा दी गई है। आने वालों को सर ढंकने के लिए पटका नहीं दिया जाएगा, यह उन्हें अपना लाना होगा। पैरों को साफ करने के लिए संक्रमणमुक्त पानी का इस्तेमाल किया जाएगा।