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पाकिस्तान में बड़ा ट्रेन हादसा, 19 सिख श्रद्धालुओं की मौत

पाकिस्तान में शुक्रवार दोपहर एक बड़ा ट्रेन हादसा हो गया। इस हादसे में 19 सिख श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि आठ लोगों के घायल हो गए।
यह हादसा पाकिस्तान के शेखपुरा जिले में हुआ। बताया जा रहा है कि यह हादसा रेलवे क्रॉसिंग पर हुआ, जहां गेट नहीं है। जानकारी के मुताबिक ,15 श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही बचावकर्मी और प्रशासन के कुछ अधिकारी मौके पर पहुंच गए है। बताया जा रहा है कि ये हादसा बिना बैरियर वाली क्रॉसिंग पर हुआ है। सभी घायलों को अस्पताल पहुंचा दिया गया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भीषण हादसे पर दुख व्यक्त किया है। इतना ही नहीं इमरान खान ने प्रशासन से कहा कि सभी घायलों को अच्छी मेडिकल सहायता तत्काल दी जाए।
हादसे की जानकारी देते हुए रेल अधिकारी ने बताया कि तेज रफ्तार से आ रही शाह हुसैन एक्सप्रेस यहां से निकल रही थी। उसी वक्त बस ड्राइवर बस को कॉसिंग से निकालने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान ये भयानक हादसा हो गया।

हाल की घटनाओं में सैनिकों की वीरता ने दुनिया को भारत की ताकत दिखाई : मोदी

भारत-चीन के बीच सीमा पर जबरदस्त तनातनी के बीच लेह के दौरे पर अचानक पहुंचे पीएम मोदी ने शुक्रवार को जवानों को संबोधित किया। मोदी ने कहा कि सिर्फ मुझे ही नहीं, बल्कि पूरे देश को अप्पर अटूट विश्वास है और देश निश्चिंत भी है। अभी जो आपने और आपके साथियों ने वीरता दिखाई है, उसने पूरी दुनिया में ये संदेश दिया है कि भारत की ताकत क्या है। पीएम अब राजधानी लौट आए हैं।
मोदी, लेह में १५ जून की भारत-चीन सैनिकों की खूनी भिड़ंत में घायल जवानों से भी मिले और उनका उत्साह वर्धन किया। बाद में जवानों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा – ”आपका ये हौसला, शौर्य और मां भारती के मान-सम्मान की रक्षा के लिए आपका समर्पण अतुलनीय है। आपकी जीवटता भी जीवन में किसी से कम नहीं है।  जिन कठिन परिस्थितियों में जिस ऊंचाई पर आप मां भारती की ढाल बनकर उसकी रक्षा, उसकी सेवा करते हैं, उसका मुकाबला पूरे विश्व में कोई नहीं कर सकता है।
आपका साहस उस ऊंचाई से भी ऊंचा है, जहां, आप तैनात हैं। आपका निश्चय, उस घाटी से भी सख्त है, जिसको आप रोज अपने कदमों से नापते हैं।”
पीएम ने इस मौके पर अपने संबोधन में राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता की पंक्तियाँ भी सुनाई – ”जिनके सिंहनाद से सहमी, धरती रही अभी तक डोल, कलम, आज उनकी जय बोल। मैं आज अपनी वाणी से आपकी जय बोलता हूं।”
मोदी ने कहा कि ”आपकी भुजाएं, उन चट्टानों जैसी मजबूत हैं, जो आपके इर्द-गिर्द हैं।  आपकी इच्छा शक्ति आस पास के पर्वतों की तरह अटल हैं। जब देश की रक्षा आपके हाथों में है, आपके मजबूत इरादों में है, तो सिर्फ मुझे ही नहीं बल्कि पूरे देश को अटूट विश्वास है और देश निश्चिंत भी है। अभी जो आपने और आपके साथियों ने वीरता दिखाई है, उसने पूरी दुनिया में ये संदेश दिया है कि भारत की ताकत क्या है।”
जवानों को जोश से भरते हुए मोदी ने कहा – ”मैं आज अपनी वाणी से आपकी जय बोलता हूं और आपका अभिनंदन करता हूं। मैं गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों को आज पुनः श्रद्धांजलि देता हूं। उनके पराक्रम, उनके सिंहनाद से धरती अब भी, उनका जयकारा कर रही है। आज हर देशवासी का सिर, आपके सामने आदरपूर्वक नमन करता है। आज हर भारतीय की छाती आपकी वीरता और पराक्रम से फूली हुई है।”
पीएम मोदी ने कहा कि १४ कोर की जांबाजी के किस्से हर तरफ है। दुनिया ने आपका अदम्य साहस देखा है। आपकी शौर्य गाथाएं घर-घर में गूंज रही है। भारत के दुश्मनों ने आपकी फायर भी देखी है और आपकी फ्यूरी भी। आज लद्दाख के लोग हर स्तर पर चाहे वो सेना हो या सामान्य नागरिक के कर्तव्य हों, राष्ट्र को सशक्त करने के लिए अद्भुत योगदान दे रहें हैं।
मोदी ने कहा कि हमारे यहां कहा जाता है, वीर भोग्य वसुंधरा। यानी वीर अपने शस्त्र की ताकत से ही मातृभूमि की रक्षा करते हैं। ये धरती वीर भोग्या है। इसकी रक्षा-सुरक्षा को हमारा सामर्थ्य और संकल्प हिमालय जैसा ऊंचा है। ये सामर्थ्य और संकल्प में आज आपकी आंखों पर, चेहरे पर देख सकता हूं। आप उसी धरती के वीर हैं, जिसने हजारों वर्षों से अनेकों आक्रांताओं के हमलों और अत्याचारों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। हम वो लोग हैं जो बांसुरीधारी कृष्ण की पूजा करते हैं, वहीं सुदर्शन चक्रधारी कृष्ण को भी अपना आदर्श मानते हैं।
पीएम ने कहा – ”भारत आज जल, थल, नभ और अंतरिक्ष तक अगर अपनी ताकत बढ़ा रहा है, तो उसका लक्ष्य मानव कल्याण ही है। भारत आज आधुनिक अस्त्र शस्त्र का निर्माण कर रहा है, दुनिया की आधुनिक से आधुनिक तकनीक भारत की सेना के लिए ला रहें हैं, तो उसके पीछे की भावना भी यही है। विश्व युद्ध हो या फिर शांति की बात, जब भी जरुरत पड़ी है तो विश्व ने हमारे वीरों का पराक्रम भी देखा है और विश्व शांति के उनके प्रयासों को महसूस भी किया है।”
इससे पहले मोदी ने सैन्य अधिकारियों से तमाम स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने  घायल सैनिकों से भी भेंट की और उनका उत्साह वर्धन किया।

कोरियोग्राफर सरोज खान सुपुर्द-ए-ख़ाक

मशहूर बॉलीवुड कोरियोग्राफर सरोज खान का दिल का दौरा पड़ने से पिछली रात करीब डेढ़ बजे निधन हो गया। उन्हें चारकोप (मलाड) के कब्रिस्तान में सुपर्द-ए-खाक कर दिया गया है। सरोज खान कुछ समय से अस्वस्थ चल रही थीं।
सरोज खान (७२) को सांस लेने में दिक्कत की शिकायत के बाद बांद्रा के गुरु नानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार रात करीब १.५२ बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। बाद में उनके शव को रात में ही परिजनों को सौंप दिया गया। सरोज खान की बेटी सुकैना ने मीडिया को जो जानकारी दी है उसके मुताबिक सुबह सवा सात बजे के करीब चारकोप (मलाड) के कब्रिस्तान में सरोज खान को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
जानकारी के मुताबिक उनके लिए शोक सभा का आयोजन तीन दिन बाद किया जाएगा। सरोज करीब ७२ साल की थीं। सांस में तकलीफ के बाद मुंबई के बांद्रा में स्थित गुरु नानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुछ दिन पहले ही उनका कोरोना टेस्ट भी हुआ था, जो नेगेटिव आया था।
सरोज के निधन पर फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गजों ने शोक प्रकट किया है। अक्षय कुमार,कोरियोग्राफर-डायरेक्टर रेमो डिसूजा, मनीषा कोइराला, निर्देशक विवेक अग्निहोत्री और अन्य ने उनके निधन पर शोक जताया है।
सरोज खान ने महज तीन साल की उम्र में बतौर बाल कलाकार फिल्मों में काम शुरू कर दिया था। सरोज ने अपने डांस टीचर सोहनलाल से ही शादी की थी। वहीं, अगर करियर की बात करें, तो सरोज ने आखिरी बार कलंक फ़िल्म बतौर कोरियोग्राफार काम किया था। इसके अलावा उन्होंने गोविंदा और माधुरी दीक्षित जैसे बेहतरनी डांसर को अपने कला से नवाज है।

पीएम मोदी लेह पहुंचे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी १५ जून की चीन के साथ खूनी झड़प के बाद देश के जांबाज सैनिकों से मिलने लेह पहुंचे हैं। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भी लद्दाख जाने का कार्यक्रम था, लेकिन शुक्रवार को इसे ताल दिया गया था। पीएम मोदी के साथ सीडीएस विपिन रावत भी साथ हैं।

जानकारी के मुताबिक पीएम का अचानक लेह पहुँचाना हुआ है। इस दौरे के कार्यक्रम को सार्वजानिक नहीं किया गया था। याद रहे १५ जून को भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प में २० सैनिक शहीद हो गए थे। चीन के भी ४३ सैनिकों के मारे जाने की बात सामने आई थी।

कुछ देर पहले ही मोदी का चॉपर लेह पहुंचा है। एलएसी पर तनाव के बीच पिछले दिनों में सेना के तमाम बड़े अधिकारी यहाँ आ चुके हैं, लेकिन पीएम वहां सैनिकों का उत्साह बढ़ाने के लिए जाने वाले पहले राजनेता हैं।

उनका घायल सैनिकों के साथ मिलने का कार्यक्रम हो सकता है। इससे निश्चित ही उनमें उत्साह का संचार होगा। अभी तक किसी नेता के वहां न जाने से सवाल भी उठ रहे थे क्योंकि घटना हुए १८ से ज्यादा दिन गुजर चुके हैं।

कानपुर में अपराधी के घर दबिश देने गयी पुलिस पर हमला, ८ पुलिसवालों की मौत

उत्तर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था को धता बताते हुए शुक्रवार को एक बड़ी घटना में ८ पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी गयी। यह घटना कानपुर की है, जहाँ एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर के घर दबिश देने गई पुलिस की टीम पर गुंडों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी जिसमें इन लोगों की मौत हो गयी। अभी तक की ख़बरों के मुताबिक बाद में २ बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिरिराय है।

जानकारी के मुताबिक २००३ में एक राजनेता संतोष शुक्ला की हत्या में आरोपी  कुख्यात अपराधी विकास दुबे के घर गुरुवार देर रात दबिश देने गई पुलिस पर हमला  कर दिया गया जिसमें ८ पुलिसवालों की मौत हो गयी। बदमाशों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की जिसमें शिवराजपुर एसओ महेश यादव, सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत ८ पुलिसकर्मी शहीद हो गए।

रिपोर्ट्स के मुताबिक चार पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी, तीन एसपी और एक दर्जन से अधिक थानों से फोर्स मौके पर पहुँची।

जानकारी के मुताबिक यह घटना देर रात १२.३० बजे की है। चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिकरू गांव निवासी विकास दुबे के घर पर पुलिस टीम दबिश देने गई थी। बिठूर और चौबेपुर पुलिस ने छापेमारी करके विकास के घर को चारों तरफ से घेर लिया। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर बदमाशों को पकड़ने का प्रयास कर ही रही थी कि विकास के साथ मौके पर मौजूद ८-१० बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिसकर्मी जब तक कुछ समझ पाते गोली मेरी जांघ और हाथ पर लग गई। इसके बाद अपराधी मौके से भाग निकले।

महज पांच दिन में एक लाख बढ़ गए कोरोना मरीज

कोरोना वायरस के मामले देश में तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। बीते पांच दिनों में कोविड-19 के मामले छह लाख से ज़्यादा पहुंच गए। ऐसा तब हुआ जब ताजा मामलों की वृद्धि दर के साथ-साथ पिछले एक लाख मामलों में मृत्यु दर में मामूली गिरावट देखने को मिली है।
26 जून को एक लाख मामलों की वृद्धि दर 3.6 प्रतिशत थी। इस अवधि के दौरान मृत्यु दर की वृद्धि दर 2.9 प्रतिशत से घटकर 2.6 प्रतिशत रह गई। दो दिनों के अंतराल के बाद नए मामलों की संख्या 19,000 से ज़्यादा दर्ज किए गए। बुधवार को 19,684 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई जिसके बाद देश में कुल संक्रमितों की संख्या 605,068 पर पहुंच गई।
हालांकि बुधवार को कोरोना की वजह से मरने वाले लोगों की संख्या 434 रही जो इससे एक दिन पहले 510 थी।
भारत में अब तक वायरस के कारण 17,837 लोगों की मौत हुई है। सकारात्मक पहलू यह है कि यहां 359,671 लोग वायरस से लड़ाई जीतकर ठीक हो चुके हैं।
महाराष्ट्र में बुधवार को 5,537 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 180,298 हो गई है। वहीं राज्य में मृतकों की संख्या 8,053 पर पहुंच गई है। देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां बुधवार को कोरोना के 2,442 मरीज सामने आए जबकि मंगलवार को यह संख्या 2,199 थी। राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 89,802 हो गई है। वहीं मृतकों की संख्या 2,803 हो गई है।
तमिलनाडु में बुधवार 3,882 नए मामले सामने आए और 63 लोगों की मौत हो गई। राज्य में मृतकों की कुल संख्या 1,264 हो गई है। जबकि राज्य के हॉटस्पॉट शहर चेन्नई में 2,182 मामले सामने आए।

रक्षा मंत्री राजनाथ का लद्दाख दौरा रद्द, नई तारीख जारी होगी  

वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गलवान घाटी में १५ जून को चीनी सैनिकों से हुई खूनी झड़प, जिसमें २० भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, के १८ दिन बाद लद्दाख-लेह के दौरे पर जाने वाले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का शुक्रवार का दौरा रद्द कर दिया गया है। वे अपने दौरे में लेह में इलाज करवा रहे घायल सैनिकों और मोर्चे पर डटे सैनिकों से मिलने वाले थे। अब उनका दौरा नए सिरे से तय होगा।

राजनाथ के लद्दाख दौरे के टलने की जानकारी अब से कुछ देर पहले आई है। दौरा स्थगित क्यों हुआ, इसका तात्कालिक रूप से पता नहीं चला है। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि रक्षा मंत्री के दौरे की नई तारीख जल्द घोषित की जाएगी। रक्षा मंत्री के साथ थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे भी लेह जाने वाले थे।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को अपने दौरे में सबसे पहले सेना की १४वीं कोर, जिसे फायर एंड फ्यूरी कहा जाता है, के हेडक्वार्टर पहुंचना था, जहां लेह कोर के कमांडर, ले.ज.  हरिंदर सिंह का पूर्वी लद्दाख से लगती एलएसी पर चीन से तनाव को लेकर उन्हें पूरी स्थिति एक प्रस्तुति से दिखाने का कार्यक्रम था।

सेना प्रमुख नरवणे ने २३ और २४ जून को लद्दाख का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ बैठकें की थीं। इससे पहले जनरल नरवणे ने २२ मई को लेह का भी दौरा किया था। उधर, चीन सीमा पर अभी भी तनाव बना हुआ है। तीस   जून को चीन के कोर कमांडर मेजर जनरल लिउ लिन ने भारत के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरेंदर सिंह से १२ घंटे एक बातचीत की थी, लेकिन अभी तक कोइ ठोस नतीजा सामने नहीं आया है।

बीच में यह मीडिया रिपोर्ट्स भी आ रही हैं कि चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर में एलएसी के पास लगभग दो डिवीजन, जिसमें करीब २० हजार सैनिक रहते हैं, को तैनात किया है। यही नहीं चीन को लेकर यह भी कहा जा रहा है कि उसने एक और डिव जिसमें करीब १० हजार सैनिक शामिल हो सकते हैं, नार्थ शिनजियांग प्रांत में तैनात की है।

प्रियंका गांधी का मकान खाली करवाने के सरकार के नोटिस से गरमाई राजनीति

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के दिल्ली के सुरक्षा कारणों से करीब २३ साल पहले एचडी देवेगौड़ा के प्रधानमंत्री रहते मिले मकान को खाली कराने के मोदी सरकार के आदेश के बाद देश में जबरदस्त राजनीति शुरू हो गयी है। कांग्रेस ने इसे ”मोदी और योगी सरकार की घबराहट” बताया है तो वहीं भाजपा के लोग कह रहे हैं कि ”यह सब नियमों के तहत” किया गया है। जो मकान प्रियंका को खाली करने के लिए कहा गया है, वह उसका अभी तक अरीब ३७ हजार रुपये प्रति माह किराया अदा कर रही थीं।

जानकारी है कि प्रियंका जल्दी ही यह मकान खाली करके उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डेरा जमाने वाली हैं, जिससे योगी सरकार की दिक्कत और बढ़ सकती है, क्योंकि प्रियंका पिछले लंबे से उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हो चुकी हैं। हैरानी की बात यह है कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के जितनी सक्रिय हैं, उतने तो बसपा की मायावती और समाजवादी पार्टी के अखिलेश भी नहीं दिख रहे।

उत्तर प्रदेश में २०२२ में ही विधानसभा चुनाव हैं और प्रियंका को लेकर कांग्रेस में यह चर्चा तेज है कि वे पार्टी को सक्रिय करने में सफल हो रही हैं। कांग्रेस के बीच उन्हें अगले विधानसभा चुनाव में बतौर मुख्यमंत्री पेश करने की मांग जोर पकड़ रही है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को सरकारी बंगला खाली करने के मिले नोटिस के बाद राजनीति तेजी से गरमा गयी है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस फैसले के लिए केंद्र की मोदी सरकार को निशाने लेते हुए दिलचस्प टिप्पणी की है। भगेल ने कहा – ”भले कहते रहो कि तुमको डर नहीं लगता, तुम्हारे माथे का पसीना, हकीकत का बयां है।”

कांग्रेस के तमाम नेता प्रियंका को मकान खाली करने के मोदी सरकार के आदेश को लेकर यही कह रहे हैं कि भाजपा उत्तर प्रदेश में प्रियंका की  सक्रियता से घबरा गयी है, और इसी घबराहट में ऐसे फैसले ले रही है, जिसका जनता में और भी गलत संदेश गया है। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तो मोदी सरकार को यह फैसला वापस लेने को कह दिया है।

हालांकि, भाजपा के लोग कह रहे हैं कि यह नियमों के तहत एक सरकारी फैसला है, और इसका राजनीति से कोइ लेना-देना नहीं है। याद रहे मोदी सरकार के केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की ओर से प्रियंका गांधी वाड्रा को दिल्ली के लोधी एस्टेट स्थित सरकारी बंगले को छोड़ने का नोटिस मिला है और इसमें कहा गया है कि इसे अगस्त तक इसे खाली करना होगा।

सरकार का अपने सफाई में कहना है कि पिछले साल नवंबर में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश में एसपीजी सुरक्षा को लेकर रिव्यू किया था जिसके बाद गांधी परिवार जिनमें  सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल हैं, से एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली गयी थी। अब यह तीनों जेड प्लस सुरक्षा कवर में हैं, जिसे सीआरपीएफ देख रही है। प्रियंका को जेड प्लस प्रोटेक्शन के तहत लोधी एस्टेट का सरकारी बंगला अलॉट किया गया था ताकि उनकी बेहतर सुरक्षा हो सके।

केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने कहा है कि चूंकि एसपीजी कवर अब उन्हें नहीं है, , इसलिए एक अगस्त तक यह बंगला उनके खाली करना होगा। ऐसा न किया गया तो  अतिरिक्त किराया देना होगा। प्रियंका गांधी वाड्रा को एसपीजी सुरक्षा के तहत २१ फरवरी, १९९७ को लोधी रोड स्थित यह बंगला अलॉट हुआ था। उस समय एचडी देवेगौड़ा देश के प्रधानमंत्री थे, और जान को गंभीर खतरा देखते हुए गांधी परिवार को एसपीजी सुरक्षा मिली हुई थी, जिसे पिछले साल रिव्यू के बाद मोदी सरकार ने घटाकर ”जेड प्लस” कर दिया था, जिसमें सरकारी मकान की सुविधा नहीं मिलती। वैसे प्रियंका इस मकान के लिए करीब ३७,००० हजार रुपये प्रति माह का किराया अदा कर रही हैं।

वाजपेयी सरकार के समय साल २००० में में ये नियम बना दिया गया कि जिस व्यक्ति के पास एसपीजी सुरक्षा नहीं, उसे सरकारी मकान नहीं दिया जाएगा। पहले तय हुआ था कि इस श्रेणी में बंगले का मार्केट रेट के आधे (५० प्रतिशत) से ज्यादा का किराया देना होगा, जिसे बाद में ३० प्रतिशत कर दिया गया। प्रियंका यही किराया सरकार को अदा कर रही थीं।

अब कांग्रेस मोदी सरकार के इस फैसले से खफा है और उसने प्रियंका से मकान खाली करवाने को ”बदले की कार्रवाई” बताया गया है। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा – ”प्रियंका गांधी वाड्रा लगातार केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साध रही हैं, इसी वजह से मोदी सरकार ने बदले में ये फैसला किया है”।

म्यांमार में भारी बारिश से खान में भूस्खलन, १०० से ज्यादा मजदूरों की मौत की आशंका

म्यांमार में भारी बारिश के कारण गुरुवार को एक बड़े हादसे में एक खान में १०० से ज्यादा मजदूरों की मौत होने की आशंका है। लोगों को बचने के लिए युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना भारी बारिश के कारण म्यांमार की एक जेड खदान में  हुई है जहां अभी तक की ख़बरों के मुताबिक कम से कम ११३ लोगों की जान चली गयी है। अभी भी वहां १०० से ज्यादा मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई गयी है।

जानकार मुताबिक शवों और दबे लोगों को मलबे से निकालने का काम बड़े पैमाने पर शुरू किया गया है। राहत और बचाव कार्य के लिए म्यांमारसरकार ने आदेश दिए हैं।

यह घटना काचिन सूबे के जेड-समृद्ध हापाकांत क्षेत्र की है जहां खनिक जेड पत्थर को इकट्ठा कर रहे मजदूर भारी बारिश के कारण उनपर मलबा आ गिरने से दब गए।

मलबा तब गिरा जब बारिश के चलते वहां बड़ा भूस्खलन हो गया। ये मजदूर नीचे दब गए।

अभी तक की जानकारी १०० से ज्यादा शव निकाले जा चुके हैं। मरने वालों की संख्या ज्यादा हो सकती है। राहत और बचाव कार्य तेज किया गया है। वहां की खदानों में पहले भी कई हादसे होने की ख़बरें हैं।

शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार, २८ नए मंत्री, सिंधिया का दबदबा

काफी खींचतान और अपने=अपने लोगों को मंत्री पद देने के दबाव के बीच आखिर मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल का विस्तार गुरूवार को कर दिया गया। इसमें २८ नए मंत्रियों को जगह दी गयी है, जिनमे से अकेले कांग्रेस से भाजपा में दलबदल करके आए ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक ९ विधायकों को मंत्री बनाया गया है। नए मंत्रियों में २० केबिनेट मंत्री और आठ राज्यमंत्री बनाये गए हैं। कार्यवाहक राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। सीएम शिवराज सिंह के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहे।

मध्यप्रदेश में मंत्रिमडंल विस्तार में सिंधिया समर्थकों का दबदबा दिख रहा है। माना जा रहा है कि भाजपा के भीतर बहुत से लोग इस बात से सख्त नाराज हैं कि सिंधिया को इतनी तरजीह दी गई है। इसमें कोइ संदेह नहीं कि सिंधिया अपने लोगों को मंत्री बनाने का दबाव डालने में सफल रहे और भाजपा आलाकमान को भी उनके आगे झुकना पड़ा। विस्तार को देखने से साफ़ लगता है कि शिवराज सिंह की भी आलाकमान के आगे ज्यादा नहीं चली है।

प्रद्युम्न सिंह तोमर, जो सिंधिया के बेहद करीबी माने जाते हैं को भी मंत्री बनाया गया है। तोमर कमलनाथ सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक हैं। जिन लोगों को मंत्री बनाया गया है उनमें भाजपा के १६, इनमें ७ पुराने और ९ नए चेहरे शामिल हैं। यह मंत्री बनाए गये हैं। गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, विजय शाह, जगदीश देवड़ा, बृजेंद्र प्रताप सिंह, विश्वास सारंग,  प्रेम सिंह पटेल, इंदर सिंह परमार, उषा ठाकुर, ओम प्रकाश सकलेचा, भारत सिंह कुशवाह, रामकिशोर कांवरे, मोहन यादव, अरविंद भदौरिया, राम खिलावन पटेल जबकि सिंधिया खेमे से महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर,  इमरती देवी, राज्यवर्धन सिंह, ओपीएस भदौरिया, गिर्राज दंडोतिया, सुरेश धाकड़,  बृजेंद्र सिंह यादव और कांग्रेस से भाजपा में आए हरदीप सिंह डंग,  बिसाहूलाल सिंह और एंदल सिंह कंसाना शामिल हैं।

इससे पहले राजभवन में राष्ट्रगान के साथ शपथ ग्रहण की औपचारिक शुरुआत हुई। कार्यवाहक राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। सीएम शिवराज सिंह के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहे।

कुल २८ मंत्री शिवराज मंत्रिमंडल में लिए गए हैं जिनमें २० केबिनेट और आठ राज्यमंत्री हैं। अब केबिनेट में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों का दबदबा दिख रहा है जिससे कई भाजपा नेताओं में बेचैनी है।