Home Blog Page 808

पायलट खेमा कोर्ट में, नोटिस को चुनौती, 3 बजे हाईकोर्ट में सुनवाई

राजस्थान में अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट का मामला कोर्ट में पहुँच गया है।

विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी की ओर से सदन की सदस्यता खत्म किए जाने को लेकर जारी नोटिस के खिलाफ गुरुवार को सचिन के समर्थक विधायक राजस्थान हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। इसकी सुनवाई अब से कुछ देर बाद 3 बजे होगी।

जानकारी के मुताबिक पायलट और उनके 18 साथी बागी विधायकों की मुश्किलें स्पीकर के नोटिस से बढ़ी हुई हैं। अब कोर्ट में स्पीकर के नोटिस के खिलाफ याचिका दायर की गयी है। दोपहर 3 बजे इस मामले में कोर्ट में सुनवाई होगी।

सचिन खेमे का कहना है कि उसने कोइ पार्टी विरोधी कार्रवाई नहीं की जिसके लिए उन्हें नोटिस जारी किया जाये। उन्होंने हाईकोर्ट में विहिप की वैधानिकता को चुनौती दी है। पायलट गुट ने कानूनी सलाहकारों की राय के बाद यह कदम उठाया है। माना जा रहा है कि अगर विप की वैधानिकता पर सचिन पायलट गुट को हाई कोर्ट से कोई आदेश या ”स्टे” मिल जाता है तो उनकी विधानसभा सदस्यता पर कोई खतरा नहीं रहेगा।

वैसे सचिन के इस फैसले से यह भी लगता है उनका गुट ज्यादा से ज्यादा समय खींच रहा है। हो सकता है इसके पीछे उसकी कोइ रणनीति हो। इससे पहले कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की याचिका पर राजस्थान विधानसभा सचिवालय की ओर से सचिन पायलट समेत 19 विधायकों को नोटिस थमाया गया था।

कांग्रेस विधायक दल की हालिया बैठकों में शामिल नहीं होने को लेकर इस नोटिस में विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की मुख्य सचेतक की याचिका का हवाला दिया गया। इन विधायकों से तीन दिन में अपना पक्ष रखने को कहा गया था।

बराक ओबामा, जो बिडेन, टेस्ला सीईओ एलन मस्क, बिल गेट्स के ट्विटर अकाउंट हैक किये

अमेरिका में एक बड़े साइबर अटैक में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार जो बिडेन, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क, माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स और आईफोन की निर्माता कंपनी एप्पल सहित दुनिया के बड़े कारोबारियों और नेताओं के ट्विटर अकाउंट बुधवार को हैक कर लिए गए।

इस घटना के बाद ट्विटर ने कहा कि ”यह उसके लिए एक कठिन दिन है और वह इस समस्या के जल्द समाधान पर काम कर रहे हैं”। रिपोर्ट्स के मुताबिक टेस्ला कंपनी के सीईओ ट्विटर अकाउंट से दोपहर करीब 4:17 बजे एक अप्रत्याशित ट्वीट किया गया, जिसमें लिखा था – ”मैं कोविड-19 के कारण खुद को उदार महसूस कर रहा हूं। मैं मेरे बीटीसी खाते पर भेजे गए किसी भी बीटीसी भुगतान को अगले एक घंटे में दोगुना कर दूंगा। शुभकामनाएं, और सुरक्षित रहें !”

ट्वीट में बिटकॉइन का पता भी था। माना जा रहा है कि यह संभवतः हैकर के क्रिप्टो वॉलेट से जुड़ा हुआ। होगा ऐसे में इसे हैकर्स की हरकत या हैकिंग बिटक्वाइन स्कैम माना जा रहा है। हैक किए अकाऊंट्स पर किए गए पोस्ट में बिटक्वाइन में दान मांगा गया है।

माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स के अकाउंट से किए गए ट्वीट में कहा गया है – ”हर कोई मुझसे समाज को वापस लौटाने के लिए कहता रहा है, अब वो समय आ गया है। आप मुझे एक हजार डॉलर भेजिए मैं आपको दो हजार डॉलर वापस भेजूंगा”। इसके बाद पुराने ट्वीट को डिलीट करके एक नया ट्वीट किया गया, जिसमें एक हजार डॉलर भेजने पर सिर्फ 30 मिनट में दो हजार डॉलर वापस देने की बात कही गई थी।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन, रैपर कानये वेस्ट, उबर, एपल आदि जैसे दुनिया के कुछ प्रमुख लोगों और बड़ी कंपनियों के ही अकाउंट हैक कर लिए गए हैं। मशहूर हस्तियों के अकाउंट से पोस्ट किए गए ट्वीट कुछ ही मिनट बाद डिलीट हो गए। परंतु इसके बाद तो जैसे एक लहर सी चल पड़ी और कई अन्य प्रमुख लोगों के अकाउंट धड़ाधड़ हैक होने लगे। हालांकि, इस दौरान लाखों की संख्या में लोगों ने  हैकरों को लाखों डॉलर भेज दिए।

देश में सिर्फ 24 घंटे में 32,695 नए कोविड-19 मामले, 606 लोगों की मौत

देश में पिछले 24 घंटे में अब तक के सबसे ज्यादा कोविड-19 मामले सामने आये हैं और सबसे ज्यादा मौतों का भी आंकड़ा सामने आया है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 32,695 नए मामले सामने आए जबकि रेकॉर्ड 606 लोगों की मौत हुई है।

देश में अब कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 9,68,876 हो गई है। इनमें से 3,31,146 सक्रिय मामले हैं जबकि 6,12,815 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक देश में 24,915 लोगों की जान जा चुकी है।

इस तरह देखा जाये तो कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। कुल संक्रमितों की संख्या 10 लाख के करीब पहुंचती दिख रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 9 लाख 68 हजार 876 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 24,915 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 6 लाख 12 हजार लोग ठीक  हुए हैं जबकि पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 32 हजार 695 नए मामले सामने आए और 606 मौतें हुई हैं।

कोरोना संक्रमितों की संख्या में भारत दुनिया का अब तीसरा सबसे प्रभावित देश है।  अमेरिका, ब्राजील के बाद कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित भारत है। भारत से अधिक मामले अमेरिका में 3,615,991) जबकि ब्राजील में 1,970,909 लोग संक्रमित हैं।

भारत की बात करें तो देश में इस वक्त 3 लाख 31 हजार कोरोना के एक्टिव मामले हैं। सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में हैं जहाँ एक लाख से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। दूसरे नंबर पर तमिलनाडु, तीसरे पर दिल्ली, चौथे पर गुजरात जबकि पांचवे पर पश्चिम बंगाल है।

सोना फिर 50 हज़ार प्रति 10 ग्राम पार

अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं पर निवेशकों का भरोसा देखने को मिल रहा है। दुनिया भर में कीमतों में तेजी के बाद बुधवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 244 रुपये की तेजी के साथ 50,230 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। मंगलवार को यह कीमत 49,986 रुपये प्रति 10 ग्राम थी।
चांदी भी 673 रुपये प्रति किलो महंगी
वैश्विक नज़रिये के साथ ही देश में चांदी को भी लिवाली का समर्थन मिला और इसकी कीमत 673 रुपये की तेजी के साथ 54,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी लाभ के साथ 19.35 डॉलर प्रति औंस हो गई।
आर्थिक विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका-चीन के रिश्तों के कारण मंगलवार से सोने में लिवाली गतिविधियां देखी जा रही हैं। इसके अलावा कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण भी सोने पर लॉन का भरोसा और बढ़ा है। इसीलिए इसकी कीमतों में तेज़ी देखी गई।
रुपया सुधार के बाद भी 75 पार
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर जगी उम्मीद और पीएफआई  का निवेश बढ़ने की उम्मीदों के कारण विदेशी विनिमय दर में बुधवार को रुपया 27 पैसे सुधरा। इसके बावजूद एक डॉलर के मुकाबले यह 75.15 पर बिका।

जिसे जाना है, वो जाएगा : राहुल गांधी

राजस्थान में सचिन पायलट के बागी तेवर के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक बड़ा ब्यान आया है जिससे सचिन की कांग्रेस में वापसी पर ग्रहण लगता दिख रहा है। राहुल गांधी ने बुधवार शाम छात्र संगठन एनएसयूआई की बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा – ”जिसे जाना है, वो जाएगा। इससे युवा नेताओं के लिए जगह बनेगी”। राहुल की सचिन संकट के बाद यह पहली टिप्पणी है
इस ब्यान से राहुल गांधी का रुख सख्त दिख रहा है और जाहिर है कि कांग्रेस आलाकमान के पास सचिन पायलट के ”भाजपा के लिंक” को लेकर कुछ पुख्ता चीजें हैं। अब आज राहुल ने युवा कांग्रेस के कार्यक्रम में कहा है कि ”जिसे जाना है जाएगा, पार्टी छोड़ कर जाने वालों से डरने की जरूरत नहीं है। इससे युवाओं के लिए रास्ता निकलेगा”।
राहुल की कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी छोड़ कर जाने वालों से घबराने की जरूरत नहीं है, उल्टे ऐसे लोग युवा पीढ़ी के लिए रास्ते खाली कर रहे हैं। बैठक में राहुल ने कहा, ”जिसे जाना है, वो जाएगा”।
जानकारी के मुताबिक बैठक में राहुल गांधी के साथ एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन, प्रभारी रुचि गुप्ता और राष्ट्रीय पदाधिकारी भी थे जबकि कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ख़ास तौर पर उपस्थित रहे। वे जयपुर में हैं। राहुल के ब्यान के बाद यह कयास लगने शुरू हो गए हैं कि वास्तव में अब सचिन पायलट के पार्टी में वापसी की कितनी संभावनाएं बचती हैं।
माना जाता है कि जिस तरह राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अलावा सोनिया ने सचिन को ”समझाने” की कोशिश की और वे अड़े रहे उससे उनके प्रति बहुत सहानुभूति रखने वाले राहुल गांधी भी नाराज हैं। राहुल का बयान पार्टी के सख्त रुख को दर्शाता है। सचिन कह रहे हैं कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे, लेकिन उनके घर वापसी की संभावना भी कम लग रही है।
इस बीच बैठक में राहुल ने कहा कि आने वाले दिनों में अर्थव्यवस्था के हालात काफी खराब होंगे। राहुल ने कहा कि उन्होंने फरवरी की शुरुआत में ही आर्थिक सुनामी की चेतावनी दे दी थी, लेकिन सरकार ने ध्यान नहीं दिया। राहुल ने कहा कि अर्थव्यवस्था के बिगड़ते हालात की वजह कोरोना तो है ही साथ ही इसके पीछे मोदी सरकार के ए नोटबंदी जैसे गलत फैसले और गलत तरीके से लागू किया गया जीएसटी भी है। राहुल गांधी ने कांग्रेस के छात्र संगठन के नेताओं को आने वाले दिनों में मुश्किलों में फंसे लोगों की मदद करने को कहा है।

खट्टर की ”मेजबानी” छोड़ जयपुर आएं सचिन : सुरजेवाला

रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस प्रवक्ता

कांग्रेस ने बुधवार को ”बागी” बने बैठे सचिन पायलट को एक और मौका देते हुए उन्हें हरियाणा की ”खट्टर सरकार की मेजबानी छोड़कर” तत्काल जयपुर आकर पार्टी के बीच अपनी बात रखने को कहा है। उधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्तमान हालात  और सचिन पायलट की महत्वाकांक्षा पर चुटकी लेते हुए कहा है कि ”प्लेट में सोने की छुरी खाने के लिए नहीं होती है”।

सचिन पायलट को मौका देने का ऐलान कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से बातचीत करते हुए  किया और सचिन को ”हरियाणा सरकार की मेजबानी छोड़कर” जयपुर आकर पार्टी के बीच अपनी बात रखने को कहा है। एक तरह से गहलोत से बाजी हार चुके सचिन के लिए निश्चित ही बहुत दुविधा की स्थिति बन गयी है।

पहले यह चर्चा थी कि उनके जो तीन चार समर्थक विधायक पिछले तीन दिन से पाला बदलकर गहलोत के समर्थन में जा खड़े हुए हैं, वे वापस सचिन के पास आ सकते हैं, लेकिन इसके विपरीत ऐसा लग रहा है कि जो विधायक सचिन पायलट के साथ हैं और हरियाणा के होटल में रुके हैं, वो भी सचिन से छिटकने की तैयारी में हैं। उन्हें अपनी चिंता सताने लगी है।

उधर सुरजेवाला ने आज मीडिया से बातचीत में सचिन को लेकर जैसे तेवर बनाये रखे, उससे साफ़ लग रहा है कि उन्हें ”बिना शर्त” कांग्रेस में वापस आना होगा। या फिर, जैसा कि उनपर भाजपा से ”मिलीभगत” का आरोप है, उन्हें अपना कोई रास्ता खोजना पड़ेगा। अभी तक के हालत से लग रहा है कि सचिन बहुत जल्दी और बिना सोचे-बिचारे फैसला कर गए जिससे उनके कांग्रेस में बहुत शानदार चल रहे करियर पर ग्रहण लग गया है, भले वे बार-बार सफाई दे रहे हों कि भाजपा में वे किसी सूरत में नहीं जायेंगे और कांग्रेस में ही हैं।

सुरजेवाला ने आज की मीडिया कांफ्रेंस में सचिन को जिस तरह ”हल्का” बनाकर पेश किया है, उससे साफ़ लग रहा है कि कांग्रेस में सचिन की वापसी बहुत ”कमजोर” रहेगी और राजस्थान में तो शायद ही उन्हें रखा जाए। दिल्ली में भी उन्हें वापसी करने में अभी महीनों लग जायेंगे। हालांकि, हो सकता है कि कुछ महीने का ”ईमानदार धैर्य” उनकी कांग्रेस राजनीति को पटरी पर ले आये। फिलहाल तो देखना यह है कि वे कांग्रेस में ही रहती भी हैं या नहीं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी आज मीडिया से बातचीत करते हुए सचिन के प्रति बहुत तल्ख़ दिखे हैं। वे साफ़ तौर पर यह आरोप लगा रहे हैं कि ”उप मुख्यमंत्री और   प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष होते हुए भी उन्होंने (सचिन) भाजपा के साथ मिलकर षड्यंत्र किया। गहलोत ने एक तरह से साफ़ कर दिया है कि कांग्रेस में रहे भी तो भी वे सचिन को अब राजस्थान में किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। गहलोत ने यह भी साफ़ कहा है कि सारे षड्यंत्र के ”सबूत” उनके पास हैं। उन्होंने मीडिया के एक वर्ग को भी आईना दिखाया कि कैसे ”उलटे सीधे कयासों” के जरिये उनकी सरकार गिराने की ”मुहिम” ही शुरू कर दी गयी और यह अभियान चलाया गया कि राहुल गांधी और गांधी परिवार जानबूझकर सचिन और उन जैसे युवाओं को किनारे करना चाहता है।

उधर सुरजेवाला ने जिस तरह सचिन पायलट पर हमला किया है उससे साफ़ जाहिर है कि पूरी कांग्रेस आलाकमान में सचिन के प्रति ”नाराजगी” है। ऐसा लगता है कि गहलोत ने आराम और बहुत तैयारी से सचिन को आलाकमान के पास ”कमजोर” किया। शायद इसलिए वे कुछ सबूतों का दावा कर रहे हैं।

राजस्थान में भी सचिन पायलट ”सहानुभूति” खोते दिख रहे हैं। उनके साथ रहने वाले ”भाजपा के साथ मिलकर षड्यंत्र रचने” के आरोपों से बेचैन हैं और जानते हैं राजस्थान जैसे मूल्यों वाले प्रदेश में जनता इसके लिए उन्हें सजा दे सकती है। इसलिए खबर आ रही है कि सचिन की साथ वाले विधायक कांग्रेस से माफी मांगने की तैयारी में हैं।

सुरजेवाला ने आज साफ़ कहा कि 14-15 साल में ही कांग्रेस ने उन्हें इतना आगे बढ़ाया। शायद ही कांग्रेस, यहाँ तक कि भाजपा में भी ऐसा प्रोत्साहन किसी नेता को मिला हो। सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने सचिन को अवसर दिया कि भूल हो सकती है और उसे सुधारा जा सकता है लेकिन उन्होंने (सचिन) नहीं माना। सुरजेवाला के मुताबिक सचिन को इतना तक कहा गया कि आपका राजस्थान में विधायक दल में बहुमत है तो साबित करिये और अपना मनपसंद (सीएम) पद पा लीजिये।

इस बीच विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने सचिन पायलट समेत 19 विधायकों को नोटिस जारी कर 17 जुलाई को दोपहर एक बजे तक विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष लिखित जवाब मांगा है। विधानसभा की ओर से इन 19 विधायकों को तमाम माध्यमों से नोटिस के संबंध में सूचना भिजवाई गयी है। कांग्रेस विधायक दल की व्हिप की अवेहलना करके पार्टी की बैठक में नहीं आने पर मुख्य सचेतक महेश जोशी ने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष मंगलवार देर रात एक मेल के जरिए एक याचिका लगाई थी, जिसके बाद स्पीकर ने यह नोटिस जारी किये।
इस स्थिति में यदि 19 विधायकों की सदन की प्राथमिक सदस्यता खत्म होती है (यदि कोइ विधायक वापस नहीं लौटता है), तो  200 सदस्यों वाली विधानसभा में 19 विधायकों की प्रथमिक सदस्यता खत्म होते ही 181 सदस्य रह जाएंगे। सदन में अभी कांग्रेस के पास 107 विधायक हैं जिनमें से 19 निकलने पर कांग्रेस के पास 88 सदस्य ही बचेंगे। इस तरह 181 की संख्या में बहुमत का आंकड़ा 92 हो जाएगा और कांग्रेस के पास इससे ज्यादा संख्या है।

भाजपा में भी हलचल
भले राजस्थान की सरकार गिराने के आरोप भाजपा पर लगाए जा रहे हों, खुद राजस्थान भाजपा में सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा। मुख्यमंत्री रहीं और ताकतवर नेता  वसुंधरा राजे सिंधिया आज भाजपा की बैठक में नहीं आईं। वो नाराज बताई जा रही हैं और उन्हें लग रहा है कि पायलट को भाजपा में लाने की ”कोशिश करके” उन्हें कमजोर करने का ”षड्यंत्र” रचा जा रहा है।

कोविड-19 से अब तक 24,309 की मौत, देश में पिछले 24 घंटे में 29,429 मामले

भारत में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या तेजी से 10 लाख की तरफ बढ़ती दिख रही है। इस वायरस से मौतों की संख्या भी 24,309 हो गयी है, हालांकि, देश में अब तक 5,92,032 लोग ठीक हो चुके हैं और अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। उधर अमेरिका में वायरस से मरने वालों की संख्या 1.39 लाख से पार चली गयी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को जो आंकड़े जारी किये उनके मुताबिक पिछले 24 घंटे में देश में 29,429 नए मामले सामने आए हैं। कुल  582 लोगों की जान गयी है। देश में 25 जनवरी से लेकर अब तक कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 9,36,181 हो गई है। इनमें से 3,19,840 सक्रिय मामले हैं।  अच्छी खबर यह है कि अब तक 5,92,032 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं।

भारत सरकार की ओर से बताया गया कि ‘देश में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 63.20 फीसदी हो गई है। अब रिकवरी और मृत्यु का अनुपात 96.05: 3.95 फीसदी है।’

मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना मरीजों के वायरस से ठीक होने की दर बढ़कर 63.20 फीसदी हो गई है और अब रिकवरी और मृत्यु का अनुपात 96.05: 3.95 प्रतिशत है। मंत्रालय के मुताबिक देश में आज तक कुल 24,309 लोगों की मौत हुई है।

उधर देश में कोविड-19 के टेस्ट की संख्या भी बढ़ रही है। आईसीएमआर के मुताबिक देशभर में 14 जुलाई तक कोरोना के लिए 1,24,12,664 नमूनों का परीक्षण किया गया है जिनमें से 3,20,161 टेस्ट पिछले 24 घंटे में किये गए हैं।

यदि दुनिया भर की बात करें तो अमेरिका में मृतकों की संख्या 1.39 लाख से पार चली गयी है। करीब 35.45 लाख से ज्यादा लोग अभी संक्रमित हैं। ब्राज़ील में भी मौतों की संख्या बहुत तेजी से बड़ी है। वहां पिछले 24 घंटे में 1341 लोगों की जान गयी है जबकि अमेरिका में 935 लोगों की मौत हुई है।

पीएम ओली बोले, भगवान राम नेपाली हैं और भारत ने बनाई है ‘नकली अयोध्या’, संतों ने किया उनपर जवाबी हमला, माफी की मांग  

भारत से रिश्तों को तल्ख़  करने के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कई बार विवादित ब्यान दिए हैं। अब राजनीति से हटकर वे धर्म पर आ गए हैं। उन्होंने नए ब्यान में कहा है कि ”भगवान राम नेपाली हैं और भारत ने ”नकली अयोध्या” खड़ी की है। उधर अयोध्या के संतों ने ओली के ब्यान पर कड़ा विरोध जताते हुए आरोप लगाया है कि ”चीन के उकसावे पर” नेपाल इस तरह की बयानबाजी कर रहा है।

इस ब्यान में ओली ने भारत पर ”सांस्कृतिक अतिक्रमण” का आरोप लगाया है।  प्रधानमंत्री निवास में आयोजित एक कार्यक्रम में ओली ने‌ कहा ”भारत ने नकली अयोध्या को खड़ा कर नेपाल के सांस्कृतिक तथ्यों का अतिक्रमण किया है। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या भारत के उत्तर प्रदेश में नहीं, बल्कि नेपाल के वाल्मीकि आश्रम के पास है। हम लोग आज तक इस भ्रम में हैं कि सीताजी का विवाह जिस भगवान श्रीराम से हुआ है, वो भारतीय हैं। भगवान श्रीराम भारतीय नहीं, बल्कि नेपाल के हैं”।

उधर अयोध्या के संतों ने ओली के ब्यान पर कड़ा विरोध जताते हुए आरोप लगाया है कि ”चीन के उकसावे पर” नेपाल इस तरह की बयानबाजी कर रहा है। हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने नेपाल के प्रधानमंत्री से माफी मांगने के लिए कहा है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि नेपाल के पीएम ओली से कहें कि वह माफी मांगे।

याद रहे भानु जयंती के अवसर पर ओली ने यह ब्यान दिया है। उन्होंने कहा कि अयोध्या, जनकपुर से पश्चिम में रहे बीरगंज के पास ठोरी नामक जगह में एक वाल्मीकि आश्रम है। वहां एक राजकुमार रहते थे। वाल्मीकि नगर नामक जगह अभी बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले में है, जिसका कुछ हिस्सा नेपाल में भी है। उन्होंने कहा कि भारत के दावा किए जाने वाले स्थान पर राजा से शादी करने के लिए अयोध्या के लोग जनकपुर में कैसे आए?

भाजपा की साजिश नाकाम, पॉयलट खेल रहे थे विरोधी दल के हाथ, सीएम गहलोत बोले

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया है कि पिछले छह महीने से उनकी सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा जा रहा था। उन्होंने कहा कि भाजपा यह षड्यंत्र कर रही थी और सचिन पॉयलट भाजपा के हाथ खेल रहे हैं। गहलोत ने यह बात मंगलवार दोपहर राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने के बाद कही।

गहलोत ने कहा कि ”भाजपा की साजिश” नाकाम हो गयी है। वह खुला खेल खेल रही थी। ऐसा ही उसने मध्य प्रदेश में भी किया था। गहलोत ने इस मौके पर यह भी दावा किया कि ”बहुमत से ज्यादा” विधायकों का समर्थन उन्हें प्राप्त है। गहलोत ने सचिन पायलट और उनके समर्थकों से ज्यादतीन के आरोपों को लेकर कह कि ”मैंने कोई भेदभाव नहीं किया”।

वरिष्ठ नेता ने कहा कि सचिन को अवसर भी दिया गया। कहा कि मजबूरी में कांग्रेस आलाकमान ने यह फैसला किया है। हमने उनको वापसी का पूरा अवसर दिया।
जनता समझ गयी है, उनपर दबाव है।

इस बीच पार्टी के अपने प्रति फैसले के बाद सचिन पायलट ने ट्वीट करके कहा – ”सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं”। चर्चा है कि सचिन या तो अपनी पार्टी बना सकते हैं या भाजपा में जा सकते हैं, हालांकि, उनके बहुत से समर्थक भाजपा में जाने के खिलाफ हैं। संभावना है कि पॉयलट क्षेत्रीय दल या किसान मोर्चा जैसा कोई संगठन बनाने का आने वाले दिनों में ऐलान कर सकते हैं। वैसे वे अभी भी कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य हैं, और उन्हें इससे नहीं हटाया गया है।

इस बीच सचिन पॉयलट को लेकर हुए फैसले के बाद दिल्ली में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी स्वे मुलाकात की है। इसमें दोनों में किस बात पर चर्चा हुई, इसकी जानकारी नहीं है।

इससे पहले राजस्थान कांग्रेस के संकट के बीच पार्टी ने मंगलवार को घोषणा की कि भाजपा के साथ मिलकर गहलोत सरकार गिराने का षडयंत्र रचने और उन्हें समझाने के बावजूद सरकार गिराने की कोशिश करने के आरोप में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, दो मंत्रियों विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया है। सचिन को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है। गोबिंद सिंह डोटासरा को नया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है।

दोपहर एक साझी प्रेस कांफ्रेंस में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं और आलाकमान के दूतों रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन और प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने इसकी जानकारी मीडिया को दी। सुरजेवाला ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हेम सिंह शेखावत को सेवा दल का अध्यक्ष जबकि विधायक गणेश घोगरा को प्रदेश युवा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है। पॉयलट को हालांकि, अभी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से नहीं हटाया गया है, लेकिन उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से कांग्रेस शब्द हटा लिया है।

 सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा ने एक षड्यंत्र करके पूर्ण बहुमत से चुनी सरकार को गिराने की कोशिश की है। ईडी और आयकर विभाग के जरिये सरकारी इदारों का केंद्र की भाजपा सरकार ने गहलोत सरकार को कमजोर करने का षड्यंत्र रचा।

विधायक दल की बैठक में यह सारे फैसले किये गए और एक प्रस्ताव पास किया गया। गहलोत खेमे ने दावा किया है उसके पास बहुमत है और सरकार को कोई खतरा नहीं है। अब देखना है कि सचिन पायलट क्या फैसला करते हैं उनके गुट के ज्यादातर विधायक किसी भी सूरत में भाजपा में नहीं जाना चाहते हैं।

तीन दिन से चल रहे घटनाक्रम के बाद यह नतीजा निकला है। बतौर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अपनी पूरी ताकत कांग्रेस के सरकार बनाने के लिए झौंक देने वाले सचिन पायलट को ऐसे कांग्रेस से जाना पडेगा, शायद इसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी।

बिहार भाजपा मुख्यालय में कोरोना विस्फोट, 75 नेता संक्रमित

बिहार में कोरोना का कहर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ताज़ा मामला बिहार का भाजपा मुख्यालय का है, जो इसकी गिरफ्त में आ गया है। दफ्तर के स्टाफ समेत 75 नेता कोरोना संक्रमित मिले हैं। इन लोगों की टेस्ट रिपोर्ट मंगलवार को सामने आई है। सोमवार को ही 100 नेताओं का टेस्ट कराया गया था। पॉजिटिव मामले आने के बाद बीजेपी दफ्तर को सील कर दिया गया है। अब इसे सैनिटाइज किया जाएगा।
बिहार में कुल मरीजों का आंकड़ा 18 हजार पहुंच गया है।  यहां अब तक 160 लोगों की मौत हो चुकी है। राहत की बात है कि अब तक 12 हजार 317 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या 5482 है। लिजिन डराने वाली बात ये है कि पिछले कुछ दिनों कोरोना मरीजों के मामले तेजी से बढ़े हैं।
कोरोना संक्रमित मिले भाजपा नेताओं में संगठनात्मक महासचिव नागेंद्र और राज्य महासचिव देवेश कुमार भी शामिल हैं। नागेंद्र का कुछ माह पहले हार्ट का ऑपरेशन हुआ है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश वर्मा और पूर्व एमएलसी राधा मोहन शर्मा की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। भाजपा मुख्यालय में कार्यरत तीन कर्मचारियों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
प्रशासन ने पार्टी नेताओं और कर्मचारियों के पॉजिटिव मिलने के बाद भाजपा कार्यालय को सील कर दिया है। पटना के बीर चंद पटेल मार्ग पर स्थित भाजपा कार्यालय को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है।