राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश में भाजपा नेता गिरफ्तार
पुलिस को भी न्याय तंत्र पर भरोसा नहीं!
मुठभेड़’ में विकास दुबे की मौत, ८ पुलिस कर्मियों की हत्या का था मुख्य आरोपी
नाटकीय घटनाक्रम में ”पकड़े” जाने के बाद कानपुर के बिकरू में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे, जिसे उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा था, रास्ते में भौती के पास उसका वाहन हादसे का शिकार हो गया। विकास दुबे की इस हादसे के बाद हुई ”मुठभेड़” में मौत हो गयी है। इस घटना में दो पुलिस जवानों के घायल होने की भी खबर है। इस सारे घटनाक्रम से ढेर सारे सवाल भी खड़े हो गए हैं, जिनमें सबसे बड़ा यही है कि जिस अपराधी ने २४ घंटे पहले चुपचाप समर्पण कर दिया, उसने अब भागने की कोशिश की। उसकी मौत की पुष्टि कर दी गयी है।
घटनास्थल पर गोलीबारी हुई थी, इसकी तस्दीक गाँव वालों ने की है। पता चला है कि जब उसे अस्पताल लाया गया उसकी छाती सहित ऊपर का हिस्सा खून से सना हुआ था। जाहिर है, इस सारे नाटकीय घटनाक्रम पर बहुत सवाल उठ खड़े हुए हैं। यह आरोप लगते रहे हैं कि जिन ”बड़े और ताकतवर” लोगों को अपने नाम सामने आने का डर था, वो नहीं चाहते थे कि विकास जिंदा रहे। इस मुठभेड़ की आशंका कल से ही जताई जा रही थी। इस घटना में दो पुलिस जवानों के घायल होने की भी खबर है।
पता चला है कि जब उसे अस्पताल लाया गया वो मर चुका था। अभी तक यह सामने लाया गया है कि वाहन के ”पलटने” के बाद विकास ने कथित रूप से साथ बैठे पुलिस अधिकारी से हथियार छीनने और भागने की कोशिश की। घटनास्थल पर गोलियों की आवाज भी सुनी गयी। हालांकि, इस सारे मामले पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
जानकारी के मुताबिक विकास इस सारे घटनाक्रम में गंभीर रूप से घायल हुआ है और उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है। पता चला है कि उसे कमर और छाती में गोली भी लगी है। अभी तक यह नहीं मालूम कि वाहन का हादसा कैसे हुआ और उसने कैसे भागने की कोशिश की। उसके साथ बड़ी संख्या में पुलिस थी, जिस कारण सारे घटनाक्रम पर वाल उठ रहे हैं। पता चला है कि उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी थी।
पता चला है कि विकास की मौत टीवी चैनलों पर आने के बाद उसकी माता की तबीयत खराब हो गयी है।
गैंगस्टर विकास दुबे के दो और बदमाश मुठभेड़ में ढेर
कानपुर के बिकरू में सीओ समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे का एक और करीबी कुख्यात प्रभात मिश्रा मारा गया है। प्रभात को पुलिस ने बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। यूपी पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर ले जा रही थी। रास्ते में प्रभात ने भागने का प्रयास किया। उसने पुलिस की पिस्टल छीनकर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में प्रभात को ढेर कर दिया गया। दूसरी ओर, विकास दुबे गैंग के ही बऊआ दुबे उर्फ प्रवीण को पुलिस ने इटावा में मार गिराया। ये दोनों बदमाश 2 जुलाई को बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल थे। पिछले एक हफ्ते में विकास दुबे गैंग के पांच बदमाश ढेर किए जा चुके हैं। इससे पहले तीन बदमाश प्रेमप्रकाश पांडे, अतुल दुबे, अमर दुबे भी पुलिस एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं।
इटावा के एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि वीरवार सुबह बकेवर इलाके के महेवा कस्बे के पास बऊआ और उसके 3 साथियों ने एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी (डीएल-1 जेडए-3602) को लूटा था। चेकिंग के दौरान सिविल लाइन इलाके की कचौरा घाट रोड पर पुलिस ने बदमाशों को घेर लिया, लेकिन इसी बीच उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में 50 हजार का इनामी बदमाश बऊआ मारा गया। उसके साथी फरार हो गए। मुठभेड़ स्थल से एक पिस्टल, एक दुनाली बंदूक और कारतूस मिले हैं।
चौबेपुर थाने के एसओ और दरोगा गिरफ्तार
कानपुर के जिस थाने में बिकरू गांव आता है, उस चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी और दरोगा केके शर्मा को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। दोनों पर मुखबिरी का शक होने के साथ ही विकास से मिलीभगत के गंभीर आरोप हैं। कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि तिवारी और शर्मा 2 जुलाई को बिकरु गांव में मौजूद थे, लेकिन, शूटआउट शुरू होते ही दोनों मौके से भाग गए थे। एसएसपी दिनेश प्रभु ने बताया कि विनय तिवारी और केके शर्मा ने विकास दुबे को जानकारी दी थी कि पुलिस की रेड पड़ने वाली है।
आठ पुलिसकर्मियों का हत्यारा गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार
आखिर कानपुर पुलिसकर्मी हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे गिरफ्तार हो गया है। उसे गुरूवार सुबह करीब ९ बजे उज्जैन के महाकाल के मंदिर परिसर में गिरफ्तार किया गया, जहाँ वो पूजा करने आया था। हैरानी की बात यह है कि जिस विकास दुबे को एक दिन पहले फरीदबाद में देखा गया था, वो अचानक इतनी दूर उज्जैन सुरक्षित पहुँच गया। यह भी आश्चर्य है कि उसको पकड़ते वक्त पमीडिया के लोग भी वहां मौजूद थे।
जानकारी के मुताबिक वो उज्जैन के महाकाल मंदिर में वो संरेंडर करना चाहता था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस को उसकी जानकारी मिल गयी। अधिकारीयों किया है कि पकड़ा गया व्यक्ति विकास दुबे ही है। मंदिर में तैनात सुरक्षा कर्मी उसे संदिग्ध मानकर उसपर नजर रखने लगे। पुलिस को भी सूचना दे दी गयी।
पुलिसवाले विकास को पकड़ कर ले गए। महाकाल मंदिर के सिक्योरिटी गार्ड ने यह जानकारी पुलिस को दी थी। उसपर ५ लाख का इनाम था।
इससे पहले पुलिस ने गुरुवार सुबह ही मुठभेड़ में विकास दुबे के दो और साथियों प्रभात मिश्रा और बउअन को ढेर कर दिया।
गैंगस्टर के राइट हैंड अमर दुबे की 9 दिन पहले हुई थी शादी
मोदी का मानना है कि दुनिया उनके जैसी है, वह सोचते हैं कि हर एक की कीमत है या उसे डराया जा सकता है : राहुल गांधी
चीन पर लगातार मोदी सरकार और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच चल रही बयानबाजी के बीच गांधी ने अब सीधे पीएम मोदी पर निशाना साधा है। गांधी परिवार से जुड़े तीन ट्रस्ट पर सरकार के जांच समिति गठित करने के मामले में राहुल गांधी ने एक ट्वीट में बिना इसका जिक्र करते हुए कहा है कि ”मोदी का मानना है कि दुनिया उनके जैसी है। वह सोचते हैं कि हर एक की कीमत है या उसे डराया जा सकता है।”
राफेल से लेकर चीन तक के मसले पर पीएम मोदी से सीधे ”लोहा” लेते रहे राहुल गांधी ने इस ट्वीट में जो पूरी बात कही है वो यह है – ”श्री मोदी का मानना है कि दुनिया उनके जैसी है। वह सोचते हैं कि हर एक की कीमत है या उसे डराया जा सकता है। वह यह कभी नहीं समझेंगे कि जो लोग सच्चाई के लिए लड़ते हैं, उनकी कोई कीमत नहीं है और उन्हें डराया नहीं जा सकता है।”
राहुल का यह ट्वीट मोदी सरकार के गांधी परिवार से जुड़े तीन ट्रस्ट पर जांच समिति गठित करने के बाद आया है। मोदी सरकार ने बुधवार को ही ही कहा है कि गांधी परिवार से जुड़े तीन ट्रस्टों के खिलाफ वित्तीय लेन-देन में कथित अनियमितताओं को लेकर जांच की जाएगी।
इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार सुबह एक ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने बताया है कि राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट के आयकर और वित्तीय दान से जुड़े नियमों के कथित उल्लंघन के खिलाफ जांच के लिए मंत्रालय ने अंतर-मंत्रालयी समिति का गठन किया है।
जाहिर है इस पर राजनीति तेज हो गयी है। राहुल गांधी ने बिना इसका जिक्र किये ट्वीट किया है।
गृह मंत्रालय के ट्वीट में कहा गया है कि ”जांच का फोकस गांधी परिवार के संचालित किए जाने वाले ट्रस्टों के प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट (पीएमएलए), इनकम टैक्स एक्ट और फॉरेन कॉन्ट्रीब्यूशन (रेग्युलेशन) एक्ट जैसे कानूनों के उल्लंघन पर रहेगा। गृह मंत्रालय के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के विशेष निदेशक इस समिति के प्रमुख होंगे।
राहुल का ट्वीट –
@RahulGandhi
Mr Modi believes the world is like him. He thinks every one has a price or can be intimidated. He will never understand that those who fight for the truth have no price and cannot be intimidated.
4:20 PM, Jul 8, 2020
गैंगस्टर विकास दुबे का साथी अमर मुठभेड़ में ढेर
देश भर को हिलाकर रख देने वाले उत्तर प्रदेश के बिकरू गांव में ८ पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले में अब पुलिस तेजी दिखा रही है। देश के लोगों में इस घटना से उपजे गुस्से को देखते हुए पुलिस ने अब इस घटना के मुख्य आरोपी और इनामी अपराधी विकास दुबे को हर हाल में पकड़ने की ठान ली है। बुधवार को उसका रिश्तेदार और दायना हाथ अमर दुबे एक मुठभेड़ में मारा गया। मुठभेड़ में हुई फायरिंग में एक एसआई और एसटीएफ का सिपाही भी घायल हो गए।
विकास के ज्यादातर नजदीकी मारे या पकड़े गए हैं, और संभावना जताई जा रही है कि विकास भी अब जल्दी ही पकड़ा जाएगा या किसी मुठभेड़ में मारा जाएगा। पुलिसवालों की हत्या के छठे दिन पुलिस ने विकास दुबे के करीबी अमर दुबे को मुठभेड़ में मार दिया। यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने हमीरपुर में अमर को मार गिराया। फायरिंग में एसआई मनोज शुक्ला और एसटीएफ का एक सिपाही घायल हो गया।
अमर बिकरू के शूटआउट में भी शामिल था और विकास का दायना हाथ कहा जाता था। पुलिस ने अमर पर २५ हजार का इनाम रखा था। दूसरी ओर विकास के साले ज्ञानेंद्र प्रकाश को मध्य प्रदेश के शहडोल से हिरासत में लिया गया है।
बताया जा रहा कि मंगलवार को विकास फरीदाबाद के एक होटल में देखा गया था, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गया। वह फरीदाबाद के सेक्टर-८७ में कथित तौर पर रिश्तेदार के घर रुका था। उसके साथी अंकुर और प्रभात होटल में रुके हुए थे। उनसे मिलने ही विकास होटल गया था। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही विकास फरार हो गया।
अब अंकुर और प्रभात को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है जिनके पास से दो पिस्टल मिली हैं। दिलचस्प यह है कि ये यूपी पुलिस की हैं। बिकरू शूटआउट में बदमाशों ने ८ पुलिसवालों की हत्या कर कर उनके हथियार भी लूट लिए थे।