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केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह बोले, ऑडियो में आवाज उनकी नहीं, जांच को तैयार ; संजय जैन गिरफ्तार

कांग्रेस के राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार गिराने की साजिश के कांग्रेस के आरोप और ऑडियो जारी करने के बाद केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ऑडियो में अपनी आवाज होने से इंकार किया है और कहा है कि वे किसी संजय जैन को नहीं जानते। उन्होंने कहा कि वे जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं। उनके ब्यान के बाद राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के मुख्य व्हिप महेश जोशी ने कहा कि जांच होते  ही पता चल जाएगा कि सच क्या है। इस बीच शेखावत और संजय जैन के खिलाफ एफआईआर में आपराधिक धारा के अलावा राजद्रोह (सेडिशन) की धारा भी डाली गयी है, जो गंभीर बात कही जाएगी। उधर डबल बेंच में भी सचिन -पायलट खेमे की याचिका पर भी सुनवाई अब से कुछ देर में शुरू होगी। उधर संजय जैन को हिरासत में ले लिए गया है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ”ऑडियो विस्फोट” के बाद कहा कि वे किसी भी तरह की जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं और ऑडियो में उनकी आवाज नहीं हैं। उनके मुताबिक ऑडियो में बीकानेरी टोन हैं जबकि वे जोधपुर से हैं।
राजस्थान कांग्रेस के मुख्य व्हिप महेश जोशी ने कहा कि उन्होंने स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप में इसकी शिकायत की है कि इसकी नियमानुसार जांच हो और जांच के आधार पर कार्रवाई हो, मुकदमा दर्ज हो।
इस बीच राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि ”कुर्सी का मोह, कुर्सी बचाने की फिक्र कैसी होती है ये कोई अशोक गहलोत से सीखे। बड़ा अजीब नजारा था कि अपना घर टूटता देख कोई विक्ट्री का साइन बनाए। बड़ी विचित्र बात है कि आपसी लड़ाई का मोहरा भाजपा को बताया जाए। सरकार के पास अगर बहुमत है तो तिकड़म क्यों?’
उधर वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की चुप्पी पर राजस्थान के राजनीतिक हलकों में बहुत चर्चा है। कल ही भाजपा के सहयोगी दल के एक विधायक ने आरोप लगाया था कि वसुंधरा कथित तौर पर मुख्यमंत्री गहलोत की मदद कर रही हैं। वे कल भाजपा की बैठक में भी नहीं गयी थीं। राजस्थान में अधिकतर विधायक सिंधिया के समर्थक माने जाते हैं, हालांकि, यह माना जाता है कि वहां भाजपा आलाकमान गजेंद्र सिंह शेखावत को सिंधिया के मुकाबले खड़ा कर रही है, ताकि सिंधिया से ”छुटकारा” पाया जा सके।

बुन्देलखण्ड में सूखे के आसार किसान दुविधा में

इस साल बुन्देलखण्ड में सूखा पडने की आहट को देखते ही किसानों में मायूसी के बादल छाने लगे है। बताते चले बुन्देलखण्ड सूखा के नाम से ही जाना है। यहां पर साल दर साल कम वर्षा होने के कारण लोगों को पानी की समस्या से जूझना ही पड रहा है।आलम ये है कि जुलाई का आधा महीना बीत गया  है ।वर्षा ना के बराबर हुई है। मानसून विशेषज्ञों का कहना है कि अगर वर्षा में और विलम्ब हुआ तो, किसानों को वुबाई में काफी दिक्कत होगी। वैसे ही यहां का किसान मौजूदा वक्त में कोरोना काल में काफी परेशान है । ऐसे में अगर मानसून दगा देता है, तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है। किसान प्रेमबाबू का कहना है कि बुन्देलखण्ड का इतिहास ही यही रहा है कि एक साल अगर अच्छी वर्षा हो जाये तो अगले साल जरूर वर्षा काफी कम होगी। क्योंकि सन् 2019 में यहां पर जमकर वर्षा हुई थी । जिसके कारण यहां के किसानों की जिन्दगी में काफी राहत रही है, पर लगता है कि इस साल बारिश चकमा देने के मूढ में है।

बुन्देलखण्ड के जिला महोबा के किसानों जुगल और लखनपाल का कहना है कि जुलाई के महीने में अनुमानित वर्षा काफी कम हुई है, जो सूखा पडने का संकेत है। पर उम्मीद है कि आगामी दिनों में और अगस्त में अगर सही बारिश हो जाती है तो किसानों को काफी राहत होगी।बांदा और झांसी जिले में भी यही हाल है । सबसे चौकानें वाली बात ये है कि मौसम विभाग के आंकडों पर गौर करें तो झांसी जिले में औसत 800 से 900 मिमी यानि की 31 से 35 इंच बारिश होती है।

जबकि 15 जुलाई तक 70.64 ममी ही बारिश दर्ज की गई है यानि की 8.33 इंच कम है।इसी तरह के बुन्देलखण्ड के अन्य जिलों की  स्थिति है। किसानों का साफ कहना है कि अगर बारिश ने रफ्तार ना पकडी तो सूखे के हालात ही पैदा ना होगे बल्कि किसानों को कोरोना काल में काफी दिक्कतों से जूझने को मजबूर होना पडेगा। मूंगफली की बुवाई करने वाले किसान रतन का कहना है कि देश में जब भी कोई समस्या आती है तो किसानों को सबसे पहले ही सामना करना होता है। जैसे कोरोना काल में किसानों को अपनी फसल को बेचने के लिये काफी दिक्कत का सामना करना पडा और फसल के दाम भी सही नहीं मिलें।अब किसानों को मंहगे दामों में डीजल को खरीदना पड रहा है। अगर बारिश ना हुई तो आगे भी  बुवाई के लिये खेतों में पानी के डीजल से ही सिंचाई करनी होगी जो  गरीब किसानों को और कमजोर कर देगीं।

कांग्रेस ने राजस्थान में भाजपा की ‘खरीद फरोख्त’ के ऑडियो टेप जारी किये, भंवर पार्टी से निलंबित, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र, जैन के खिलाफ एसओजी की एफआईआर  

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह और भाजपा नेता संजय जैन पर राजस्थान में कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त का गंभीर आरोप लगते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को तीन ऑडियो क्लिप जरी की हैं, जिसमें गजेंद्र और जैन की कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा से बातचीत का दावा किया गया है। यह सब तब सामने आया है जब ”बागी” सचिन पॉयलट गुट ने हाईकोर्ट में अपने 19 विधायकों को स्पीकर की तरफ से नोटिस को चुनौती दी है। उधर कांग्रेस ने अपने विधायकों भंवर लाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। उधर राजस्थान एसओजी ने इस मामले में गजेंद्र सिंह और संजय जैन और भंवर लाल शर्मा पर एफआईआर दर्ज कर ली है।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने शुक्रवार को राजस्थान के इस सियासी संकट के बीच उस समय बड़ा विस्फोट किया जब एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने राजस्थान सरकार गिराने की कोशिश के पीछे भाजपा का हाथ बताया। सुरजेवाला ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भाजपा नेता संजय जैन और कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा के बीच की ”बातचीत” के ऑडियो टेप जारी करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए और खुलासे किए।

सुरजेवाला ने जयपुर में इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि कोरोना महामारी से लड़ने के बजाय केंद्र की मोदी सरकार और उनकी पार्टी भाजपा राजस्थान और दूसरी  जगह आलोकतांत्रिक तरीके से सरकार गिराने में व्यस्त है। कांग्रेस नेता ने इस मौके पर ऑडियो टेप जारी किए जिसमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भाजपा नेता संजय जैन और कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा के विधायकों को रिश्वत देने और राजस्थान सरकार को गिराने बात का दावा किया गया है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि ऑडियो टेप की बातचीत सामने आने के बाद कांग्रेस ने विधायक भंवर लाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि भाजपा राजस्थान की सरकार गिराने की कोशिश कर रही है, इसके कुछ ऑडियो भी सामने आ रहे हैं, जिसमें राजस्थान के कांग्रेस विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। इस दौरान रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस नेता भंवरलाल शर्मा और भाजपा नेता संजय जैन की बातचीत से जुड़े कई ”खुलासे” किए।

कांग्रेस के दावे वाली ऑडियो टेप में गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम सामने आना इस बात का भी संकेत है कि भाजपा में उन्हें राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के मुकाबले तरजीह दी जा रही है। यह इस बात से भी जाहिर होता है कि सिंधिया गुरुवार को भाजपा की एक बैठक में शामिल नहीं हुई थीं। भाजपा के एक नेता ने उसके बाद आरोप लगाया था कि सिंधिया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ”मदद” कर रही हैं।

ऐसी स्थिति से जाहिर है कि संकट सिर्फ कांग्रेस के भीतर ही नहीं है, बल्कि राजस्थान के भाजपा के बीच भी है, और वह भी गंभीर। भाजपा के लिए विधानसभा में गहलोत को बहुमत सिद्ध करने के लिए न कहने के पीछे एक बड़ा यह भी है। भाजपा को लगता है कि ऐसा न हो, भयाजपा के विधायक ही क्रास वोटिंग कर गहलोत को वोट दे दें।

जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह के ही बेटे हैं, जिन्होंने गहलोत के बेटे भैभव को हराया था। अब जाहिर है ऑडियो टेप सामने आने से भाजपा के लिए लिए भी पेचीदी स्थिति बन गयी है। सचिन पायलट गुट के पार्टी (कांग्रेस) के खिलाफ कुछ न करने के दावे की भी इस से हवा निकल गयी है। पिछले एक महीने से लगता है गहलोत और कांग्रेस ने ”बागियों” के खिलाफ काफी मसाला जुटा लिया है। देखना यही है कि सचिन को लेकर कांग्रेस अब क्या रणनीति अपनाती है। हो सकता है उनके कुछ विधायक पार्टी में वापस लौट आएं।

कोरोना से ठीक हुये मरीजों को हो रही दिक्कत , डाक्टरों ने काउंसिल पर बल दिया

एक ओर तो दिन व दिन कोरोना का कहर शहरों और गांवों में तेजी से फैलता जा रहा है । जो इस समय की भयंकर समस्या ,लोगों में डर का कारण बनी हुई है । वहीं जो लोग कोरोना से ठीक होकर घरों में आये है उनको भी अब स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो रही है।डाक्टरों का कहना है कि देश – दुनिया में नया कोरोना वायरस है। ऐसे में अभी तक इसकी कोई पुख्ता दवा या वैक्सीन सामने नहीं आयी है।ऐसे में काउंसिल के माध्यम से काफी हद तक रोका जा सकता है । वैसे भी, डाक्टर्स इलाज कर ज्यादा से ज्यादा मरीजों को सही कर रहे है।डीएमए के पूर्व अध्यक्ष डाँ अनिल बंसल का कहना है कि कोरोना से डरे नहीं । बल्कि इसका इलाज करवाये। रही बात परेशानी की तो जिनको हार्ट , लीवर, किडनी और मधुमेह सहित अन्य बीमारी है उनको दिक्कत हो रही है तो वे अपना इलाज डाक्टरों से करवाते रहे। मैक्स अस्पताल के कैथ लैब के डायरेक्टर डाँ विवेका कुमार का कहना है कि जब, कोई भी किसी भी बीमारी की चपेट में आता है ,तो स्वाभाविक है। कि उसे तनाव और अवसाद जैसी दिक्कते होती है। हार्ट के रोगी को अगर कोरोना है तो निश्चित तौर पर उसको सावधानी बरतनी चाहिये । जैसे मधुमेह और उच्चरक्तचाप जैसी बीमारी घातक हो सकती है।हार्ट रोगी नियमित जांच करवायें ।अगर वायें हाथ  और जबडें में दर्द के साथ घबराहट हो तो उसे नजरअंदाज ना करें क्योंकि ये हार्ट रोग के ही लक्षण है। जाने –माने आर्युवेदाचार्य डाँ दिव्यांग देव गोस्वामी का कहना है कि कोरोना काल में महिलाओं को अपने स्वास्थ्य कि चिंता करनी चाहिये। खासकर गर्भवती महिलाओं को । कोरोना वायरस की चपेट में आयी गर्भवती महिलायें लापरवाही के कारण उनके गर्भ में पल रहे बच्चें को भी कोरोना होने की संभावना रहती है। इसलिये नियमित जाच करवायें और सावधानी बरतें।उनका कहना है कि कोरोना से ठीक होकर गय़े मरीज काफी ऐसे है जो स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना कर रहे है। नेशनल मेडिकल फोरम के चैयरमेन डाँ प्रेम अग्रवाल का कहना है कि इस समय लोगों में ये दुविधा है कि कोरोना  का पुख्ता इलाज अभी नहीं है। सो लोगों में एक डर है। ऐसे में सरकार का दायित्व बनता है कि लोगों के बीच एक व्यापक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाकर और उन मरीजों की कांउसिल करें जो कोरोना से ठीक होकर घरों में गये है। जांच का दायरा शहरों के साथ-साथ गांवों में भी बढाये क्योंकि अब गांवों में  कोरोना का कहर काफी तेज गति से बढ रहा है और गांवों में पहले ही स्वास्थ्य सेवाओं लचर है।

कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस मिला, दो भारतीय अधिकारी उनसे करेंगे मुलाकात  

पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक और पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस मिल गया है। दो अधिकारी उनसे मिल रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक जाधव को यह काउंसलर एक्सेस अब से कुछ देर पहले मिला है। उन्हें दो अधिकारियों से मिलने की इजाजत दी गयी हुई। पहले भारत ने पाकिस्तान से कहा था कि वो बिना किसी शर्त के जेल में कैद भारतीय नागरिक और पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव से बातचीत करने का मौका दे। भारत ने कहा था कि वो इस मामले में कानूनी विकल्पों को टटोल रहा है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान ने दावा किया था कि सैन्य अदालत से मौत की सजा पाए जाधव ने पुनर्विचार याचिका दायर करने से इनकार कर दिया है। हालांकि भारत के सख्त रुख के बाद पाकिस्तान पलट गया था। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने जाधव को मौत की सजा के खिलाफ अपील करने की इजाजत दे दी है।

याद रहे जाधव 2016 से पाकिस्तान की जेल में बंद हैं। पाकिस्तान का आरोप है कि जाधव एक ”जासूस” हैं, जबकि भारत कई बार इस दावे को नकार चुका है। जाधव को पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने 3 मार्च, 2016 को ”जासूसी और आतंकवाद के आरोप” में बलूचिस्तान से जाधव को गिरफ्तार किया था। भारत ने अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) में 2017 को इस मुद्दे को उठाया था।

पायलट खेमे की याचिका पर सुनवाई आज टली ; डबल बेंच में सुनवाई करने की मांग, याचिका में भी संशोधन करेंगे वकील

राजस्थान में अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट का मामला गुरुवार को हाई कोर्ट पहुंच गया, हालांकि आज होने वाली सुनवाई टाल दी गयी है। पायलट गुट के लिए पेश हुए वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने याचिका में संशोधन करने की बात कही है। साथ ही उन्होंने इस मामले की सुनवाई डबल बेंच से करने की मांग की। पहले की याचिका में पायलट गुट की तरफ से ”तत्काल सुनवाई” का आग्रह किया गया था। उधर कांग्रेस ने भी एक केविएट के जरिये खुद को एक पार्टी के रूप में उसका पक्ष सुनने का आग्रह किया है।

अब राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ”मास्टर आफ रोस्टर” होने के नाते डबल बेंच का गठन करेंगे। इसकी सुनवाई अब कल हो सकती है, हालांकि, पहले लग रहा था कि आज ही सुनवाई होगी।

सचिन पायलट के लिए जाने माने वकील हरीश साल्वे भी जुड़ गए हैं जबकि मुकुल रोहतगी पहले से उनके वकील हैं। स्पीकर के लिए अभिषेक मनु सिंघवी जिरह करेंगे। याद रहे विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी की ओर से सदन की सदस्यता खत्म किए जाने को लेकर जारी नोटिस के खिलाफ गुरुवार को सचिन के समर्थक विधायक राजस्थान हाईकोर्ट पहुंच गए।

सचिन पायलट गुट की आज की याचिका में कहा गया है कि वे पार्टी के खिलाफ कोई काम नहीं कर रहे थे। अभी भी पार्टी में हैं और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा बरकरार है। सरकार गिराने का भी कोई सबूत नहीं हैं, लिहाजा इस तरह विधानसभा के बाहर नेतृत्व के प्रति लोकतान्त्रिक तरीके से विरोध जाताना पार्टी विरोधी काम कैसे हो सकता है। नोटिस की वैधता को भी नई याचिका में चुनौती दी जा सकती है।

पायलट गुट ने कानूनी सलाहकारों की राय के बाद यह कदम उठाया है। माना जा रहा है कि अगर विप की वैधानिकता पर सचिन पायलट गुट को हाई कोर्ट से कोई आदेश या ”स्टे” मिल जाता है तो उनकी विधानसभा सदस्यता पर कोई खतरा नहीं रहेगा। यह भी संभावना है कि स्पीकर मामले के कोर्ट में चले जाने के कारण शायद नोटिस को लेकर अब कोई फैसला अपनी तरफ से न करें।

सचिन पायलट के इस फैसले से यह भी लगता है उनका गुट ज्यादा से ज्यादा समय खींच रहा है। हो सकता है इसके पीछे उसकी कोइ रणनीति हो। हो सकता है वे भविष्य की तैयारी कर रहे हों। इससे पहले कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की याचिका पर राजस्थान विधानसभा सचिवालय की ओर से सचिन पायलट समेत 19 विधायकों को नोटिस थमाया गया था।

कांग्रेस विधायक दल की हालिया बैठकों में शामिल नहीं होने को लेकर इस नोटिस में विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की मुख्य सचेतक की याचिका का हवाला दिया गया। इन विधायकों से तीन दिन में अपना पक्ष रखने को कहा गया था।

पायलट खेमा कोर्ट में, नोटिस को चुनौती, 3 बजे हाईकोर्ट में सुनवाई

राजस्थान में अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट का मामला कोर्ट में पहुँच गया है।

विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी की ओर से सदन की सदस्यता खत्म किए जाने को लेकर जारी नोटिस के खिलाफ गुरुवार को सचिन के समर्थक विधायक राजस्थान हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। इसकी सुनवाई अब से कुछ देर बाद 3 बजे होगी।

जानकारी के मुताबिक पायलट और उनके 18 साथी बागी विधायकों की मुश्किलें स्पीकर के नोटिस से बढ़ी हुई हैं। अब कोर्ट में स्पीकर के नोटिस के खिलाफ याचिका दायर की गयी है। दोपहर 3 बजे इस मामले में कोर्ट में सुनवाई होगी।

सचिन खेमे का कहना है कि उसने कोइ पार्टी विरोधी कार्रवाई नहीं की जिसके लिए उन्हें नोटिस जारी किया जाये। उन्होंने हाईकोर्ट में विहिप की वैधानिकता को चुनौती दी है। पायलट गुट ने कानूनी सलाहकारों की राय के बाद यह कदम उठाया है। माना जा रहा है कि अगर विप की वैधानिकता पर सचिन पायलट गुट को हाई कोर्ट से कोई आदेश या ”स्टे” मिल जाता है तो उनकी विधानसभा सदस्यता पर कोई खतरा नहीं रहेगा।

वैसे सचिन के इस फैसले से यह भी लगता है उनका गुट ज्यादा से ज्यादा समय खींच रहा है। हो सकता है इसके पीछे उसकी कोइ रणनीति हो। इससे पहले कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की याचिका पर राजस्थान विधानसभा सचिवालय की ओर से सचिन पायलट समेत 19 विधायकों को नोटिस थमाया गया था।

कांग्रेस विधायक दल की हालिया बैठकों में शामिल नहीं होने को लेकर इस नोटिस में विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की मुख्य सचेतक की याचिका का हवाला दिया गया। इन विधायकों से तीन दिन में अपना पक्ष रखने को कहा गया था।

बराक ओबामा, जो बिडेन, टेस्ला सीईओ एलन मस्क, बिल गेट्स के ट्विटर अकाउंट हैक किये

अमेरिका में एक बड़े साइबर अटैक में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार जो बिडेन, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क, माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स और आईफोन की निर्माता कंपनी एप्पल सहित दुनिया के बड़े कारोबारियों और नेताओं के ट्विटर अकाउंट बुधवार को हैक कर लिए गए।

इस घटना के बाद ट्विटर ने कहा कि ”यह उसके लिए एक कठिन दिन है और वह इस समस्या के जल्द समाधान पर काम कर रहे हैं”। रिपोर्ट्स के मुताबिक टेस्ला कंपनी के सीईओ ट्विटर अकाउंट से दोपहर करीब 4:17 बजे एक अप्रत्याशित ट्वीट किया गया, जिसमें लिखा था – ”मैं कोविड-19 के कारण खुद को उदार महसूस कर रहा हूं। मैं मेरे बीटीसी खाते पर भेजे गए किसी भी बीटीसी भुगतान को अगले एक घंटे में दोगुना कर दूंगा। शुभकामनाएं, और सुरक्षित रहें !”

ट्वीट में बिटकॉइन का पता भी था। माना जा रहा है कि यह संभवतः हैकर के क्रिप्टो वॉलेट से जुड़ा हुआ। होगा ऐसे में इसे हैकर्स की हरकत या हैकिंग बिटक्वाइन स्कैम माना जा रहा है। हैक किए अकाऊंट्स पर किए गए पोस्ट में बिटक्वाइन में दान मांगा गया है।

माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स के अकाउंट से किए गए ट्वीट में कहा गया है – ”हर कोई मुझसे समाज को वापस लौटाने के लिए कहता रहा है, अब वो समय आ गया है। आप मुझे एक हजार डॉलर भेजिए मैं आपको दो हजार डॉलर वापस भेजूंगा”। इसके बाद पुराने ट्वीट को डिलीट करके एक नया ट्वीट किया गया, जिसमें एक हजार डॉलर भेजने पर सिर्फ 30 मिनट में दो हजार डॉलर वापस देने की बात कही गई थी।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन, रैपर कानये वेस्ट, उबर, एपल आदि जैसे दुनिया के कुछ प्रमुख लोगों और बड़ी कंपनियों के ही अकाउंट हैक कर लिए गए हैं। मशहूर हस्तियों के अकाउंट से पोस्ट किए गए ट्वीट कुछ ही मिनट बाद डिलीट हो गए। परंतु इसके बाद तो जैसे एक लहर सी चल पड़ी और कई अन्य प्रमुख लोगों के अकाउंट धड़ाधड़ हैक होने लगे। हालांकि, इस दौरान लाखों की संख्या में लोगों ने  हैकरों को लाखों डॉलर भेज दिए।

देश में सिर्फ 24 घंटे में 32,695 नए कोविड-19 मामले, 606 लोगों की मौत

देश में पिछले 24 घंटे में अब तक के सबसे ज्यादा कोविड-19 मामले सामने आये हैं और सबसे ज्यादा मौतों का भी आंकड़ा सामने आया है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 32,695 नए मामले सामने आए जबकि रेकॉर्ड 606 लोगों की मौत हुई है।

देश में अब कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 9,68,876 हो गई है। इनमें से 3,31,146 सक्रिय मामले हैं जबकि 6,12,815 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक देश में 24,915 लोगों की जान जा चुकी है।

इस तरह देखा जाये तो कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। कुल संक्रमितों की संख्या 10 लाख के करीब पहुंचती दिख रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 9 लाख 68 हजार 876 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 24,915 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 6 लाख 12 हजार लोग ठीक  हुए हैं जबकि पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 32 हजार 695 नए मामले सामने आए और 606 मौतें हुई हैं।

कोरोना संक्रमितों की संख्या में भारत दुनिया का अब तीसरा सबसे प्रभावित देश है।  अमेरिका, ब्राजील के बाद कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित भारत है। भारत से अधिक मामले अमेरिका में 3,615,991) जबकि ब्राजील में 1,970,909 लोग संक्रमित हैं।

भारत की बात करें तो देश में इस वक्त 3 लाख 31 हजार कोरोना के एक्टिव मामले हैं। सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में हैं जहाँ एक लाख से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। दूसरे नंबर पर तमिलनाडु, तीसरे पर दिल्ली, चौथे पर गुजरात जबकि पांचवे पर पश्चिम बंगाल है।

सोना फिर 50 हज़ार प्रति 10 ग्राम पार

अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं पर निवेशकों का भरोसा देखने को मिल रहा है। दुनिया भर में कीमतों में तेजी के बाद बुधवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 244 रुपये की तेजी के साथ 50,230 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। मंगलवार को यह कीमत 49,986 रुपये प्रति 10 ग्राम थी।
चांदी भी 673 रुपये प्रति किलो महंगी
वैश्विक नज़रिये के साथ ही देश में चांदी को भी लिवाली का समर्थन मिला और इसकी कीमत 673 रुपये की तेजी के साथ 54,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी लाभ के साथ 19.35 डॉलर प्रति औंस हो गई।
आर्थिक विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका-चीन के रिश्तों के कारण मंगलवार से सोने में लिवाली गतिविधियां देखी जा रही हैं। इसके अलावा कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण भी सोने पर लॉन का भरोसा और बढ़ा है। इसीलिए इसकी कीमतों में तेज़ी देखी गई।
रुपया सुधार के बाद भी 75 पार
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर जगी उम्मीद और पीएफआई  का निवेश बढ़ने की उम्मीदों के कारण विदेशी विनिमय दर में बुधवार को रुपया 27 पैसे सुधरा। इसके बावजूद एक डॉलर के मुकाबले यह 75.15 पर बिका।