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गुप्त भाषा की चिट्ठी के साथ संसद भवन के पास एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा गया

आइएसआइएस के एक संदिग्ध के पकड़े जाने के बाद अब राजधानी दिल्ली में ही एक और संदिग्ध पकड़ा गया है। बुधवार सुबह इस व्यक्ति को दिल्ली पुलिस ने संसद भवन के पास विजय चौक से गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक ऐसी चिट्ठी भी  मिली है, जो गुप्त (कोड) भाषा में लिखी हुई है। इस व्यक्ति से सख्ती से पूछताछ शुरू हो गयी है।

जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह विजय चौक, जो संसद भवन के नजदीक है, से इस संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से एक चिट्ठी मिली है, जो कोड वर्ड में लिखी हुई है। संदिग्ध को संसद मार्ग पुलिस थाने ले जाया गया है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। आशंका है कि यह व्यक्ति किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है।

उसके पास से बरामद गुप्त भाषा वाली चिट्ठी को डी-कोड करने के बाद ही पता चलेगा, इसमें क्या लिखा है। याद रहे यह व्यक्ति कुछ दिन पहले एक आईएसआईएस ऑपरेटिव अबू यूसुफ की गिरफ्तारी के बाद पकड़ा गया है। आईएसआईएस के ऑपरेटिव के पास से दो प्रेशर कुकर आईईडी भी बरामद किये गए थे। लिहाजा आशंका है कि दिल्ली में आतंकवादी घटना की कोशिश की जा रही है। इसे देखते हुए सुरक्षा पहले ही कड़ी कर दी गयी है।

आईएसआईएस के कथित ऑपरेटिव को पुलिस अदालत में पेश कर चुकी है, जिसके बाद उसे आठ दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस के स्पेशल सेल ने बताया था कि उसकी टीम को लीड मिली थी जिसके बाद यह आईएसआईएस ऑपरेटिव पकड़ा गया था।

नीट और जेईई मेन परीक्षाओं पर सोनिया और ममता के बीच आज बैठक, अन्य दलों के सीम से भी होगी बातचीत

नीट और जेईई मेन एग्जाम करवाने के मोदी सरकार के फैसले को रद्द करने की मांग देश में तेज हो रही है, भले एनटीए ने परीक्षाओं की तारीखें भी घोषित कर दी हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सबसे पहले इस फैसले के खिलाफ सामने आए और उन्होंने यह परीक्षाएं फिलहाल न करने की मांग की। अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आज इस मसले पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत होने वाली है।

सोनिया गांधी ममता से बातचीत के अलावा कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों से भी इस मसले पर बातचीत करने वाली हैं। आज गैर भाजपा के मुख्यमंत्री भी इस मसले पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक कर सकते हैं। फिलहाल यह मसला देश भर में तूल पकड़ गया है और ज्यादातर इन परीक्षाओं को करवाने के फैसले का विरोध हो रहा है।

कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। कांंग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज पार्टी और उसके सहयोगी दलों के सीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करेंगी। इस बातचीत के बाद ही नीट और जेईई एग्जाम को लेकर कांग्रेस आगे की रणनीति तय करेगी। राहुल गांधी पहले ही इन परीक्षाओं को लेकर खुले रूप से विरोध दर्ज करवा चुके हैं।

सोनिया गांधी की आज पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छतीसगढ़ और पंजाब सहित कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत प्रस्तावित है। मुद्दा जेईई और नीट एग्जाम ही होगा। कांग्रेस एक बार फिर खुद को मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी एकजुटता के केंद्र में लाने की कोशिश में जुट गयी है। इसकी शुरुआत नीट और जेईई एग्जाम के विरोध से हो रही है।

इस बीच एनटीए ने कहा कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा का आयोजन सितंबर में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगा। शिक्षा मंत्रालय की राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने कहा कि यह परीक्षाएं घोषित तारीखों क्रमशः 1 से 6 सितंबर और 13 सितंबर के अनुसार ही होंगी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 17 अगस्त को कहा था कि परीक्षाएं तय समय पर होंगी। हालांकि, इसके बावजूद सच यह है कि इन परीक्षाओं को करवाने को लेकर विरोध भी बड़े पैमाने पर हो रहा है।

टेस्ट इतिहास में 600 विकेट लेने वाले जेम्स एंडरसन पहले तेज गेंदबाज बने

इंग्लैंड के 38 वर्षीय जेम्स एंडरसन टेस्ट क्रिकेट में 600 विकेट लेने वाले दुनिया के पहले तेज गेंदबाज बन गए हैं। उनके बाद दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा हैं जिनके 563 टेस्ट विकेट हैं। हालांकि, दुनिया में टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तीन टॉप गेंदबाज स्पिनर हैं। इनमें  मुथैया मुरलीथरन के 800, शेन वार्न के 708 और अनिल कुंबले के 619 टेस्ट विकेट हैं।

एक तेज गेंदबाज के रूप में जेम्स एंडरसन ने 600 विकेट की उपलब्धि साउथेम्प्टन में पाकिस्तान के खिलाफ तीसरे और आखिरी क्रिकेट टेस्ट में अजहर अली का विकेट लेकर हासिल की। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने पहली स्लिप में उनका कैच जैसे ही लपका, सभी खिलाड़ियों ने एंडरसन को घेर लिया। उपलब्धि हासिल करते ही एंडरसन ने दाहिने हाथ में गेंद लेकर सभी का अभिवादन किया। कोरोना महामारी के बीच प्रतिबंधों की वजह से मैदान में एक भी दर्शक नहीं था।

टेस्ट जीवन का 156वां टेस्ट खेल रहे एंडरसन सर्वाधिक विकेट लेने वाले टेस्ट गेंदबाजों की सूची में अब चौथे स्थान पर आ गए हैं। मैक्ग्रा के अलावा वेस्ट इंडीज के कर्टनी वॉल्स के 519 विकेट हैं। इस बीच एंडरसन की उपलब्‍धि पर भारत के पूर्व लेग स्पिनर कुंबले ने कहा कि एक महान तेज गेंदबाज का यह बड़ा कारनामा है।  कुंबले ने कहा – ”इस क्लब में आपका स्वागत है”।

एंडरसन 600 विकेट तक पहुंचने वाले दूसरे सबसे कम गेंदें लेने वाले गेंदबाज भी हैं। उन्होंने मुरलीधरन से छह गेंद ज्यादा ली, लेकिन उनके 600 विकेट पहले ही हो जाते अगर तीसरे और चौथे दिन पाकिस्तान के चार बल्लेबाजों के कैच नहीं छूटे होते।

पुलवामा हमले में एनआईए ने आरोप पत्र जम्मू की अदालत में दायर किया

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी, 2019 को हुए आतंकी हमले, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे, के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 11 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर कर दिया है। यह आरोप पत्र जम्मू की एनआईए अदालत में दायर किया गया है जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर, उसके भाई अब्दुल रऊफ असगर सहित 19 लोगों के नाम हैं।

आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। पाकिस्तान स्थित इस संगठन का सरगना मसूद अजहर है। आरोप पात्र में बताया गया है कि करीब 200 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल इस हमले में किया गया था जिसमें आरडीएक्स और अमोनियम नाइट्रेट शामिल था। करीब 5,000 से अधिक पन्नों की चार्जशीट डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल सोनिया नारंग और पुलिस अधीक्षक राकेश बलवाल की एक टीम ने जांच के बाद तैयार की है।

आरोप पत्र में जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर, उसके भाई अब्दुल रऊफ असगर, आतंकवादी संगठन के कई अन्य आतंकियों और सात गिरफ्तार आतंकियों और आरोपियों के नाम शामिल हैं। अधिकारियों के मुताबिक चार्जशीट में हमले में पाकिस्तान की भूमिका के पुख्ता सबूत, तकनीकी, सामग्री और परिस्थितिजन्य साक्ष्य हैं। पाकिस्तान ने एक स्थानीय आतंकी आदिल अहमद डार का इस्तेमाल किया, जिसने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले में विस्फोटक से लदी एक कार से टकराया था।

एनआईए की जांच में सामने आया है कि हमले में इस्तेमाल हुआ आरडीएक्स पाकिस्तान से मंगवाया गया था, जबकि अमोनियम नाइट्रेट स्थानीय स्तर पर जुटाया गया। जैश आतंकियों ने भारत में घुसपैठ की थी और एनआईए के पास इसके साक्ष्य भी हैं। एनआईए ने जांच के दौरान आत्मघाती हमलावर के सभी साथियों को गिरफ्तार किया था। चार्जशीट में एक महिला सहित सभी आरोपियों के नाम शामिल हैं, जिन्होंने पाकिस्तान के इशारे पर हमले को अंजाम देने के लिए आत्मघाती हमलावर की मदद की थी।

महाराष्ट्र में ईमारत गिरने के हादसे में अब तक 11 की मौत, कुछ अभी भी दबे हैं मलबे में

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के महाड में सोमवार देर शाम पांच मंजिला भवन गिरने की घटना में अब तक 11 लोगों की मौत हुई है। अभी भी कुछ लोग ईमारत के मलबे में दबे हैं, जिन्हें बचाने की कोशिश जारी है। आशंका है मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। पीएम मोदी ने ट्वीट करके घटना पर दुख जताया है।

कल जब ईमारत गिरी थी उसमें 70 से ज्यादा लोग मलबे में फंस गए थे। उसके बाद बचाव और राहत कार्य शुरू किया गया था लौर काफी लोगों को बचा लिया गया था। हालांकि, अभी भी काफी लोग भीतर दबे हो सकते हैं। अभी भी उनको बचाने का काम जारी है।  के रायगढ़ के महाड में पांच मंजिला इमारत के गिरने की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. सोमवार की शाम हुई इस घटना में अबतक 11 लोगों की मौत की जानकारी है।

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में सोमवार को इमारत गिरने के बाद अब तक 11 लोगों की मौत हुई और कई लोग अब भी लापता हैं। अधिकारियों ने कहा कि 60 से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की तीन टीमें और दमकल विभाग की 12 टीमें मौके पर मौजद हैं। धराशायी हुई इमारत सात साल पुरानी बताई गयी है।

इस बीच घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। पीएमओ की तरफ से किए ट्वीट के मुताबिक, पीएम मोदी ने घटना पर कहा – ”महाराष्ट्र के रायगढ़ के महाड में बिल्डिंग गिरने की घटना से दुखी हूं। मेरी संवेदना इस हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के साथ है। मेरी प्रार्थना है कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। फिलहाल एनडीआरएफ की टीमें और स्थानीय अथॉरिटीज़ घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं और लोगों को जरूरी मदद पहुंचा रही हैं।”

हादसे के बाद ईमारत के ठेकेदार को जिम्मेदार ठहराया गया है। महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि घटना के लिए बिल्डिंग का ठेकेदार जिम्मेदार है और  बिल्डिर, कॉन्ट्रैक्टर और आर्किटेक्ट सभी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि घटना में किसी भी तरह से सरकारी अधिकारियों की भूमिका सामने आती है, तो उनपर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत भूषण अवमानना मामले में अपना फैसला सुरक्षित रखा

वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गयी है। सर्वोच्च अदालत की बेंच ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है। इससे पहले अदालत ने भूषण को 30 मिनट का समय दिया था और कहा था कि इसके बाद अदालत अपना फैसला सुनाएगी।

आज सुनवाई के दौरान अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि प्रशांत भूषण को अवमानना मामले में चेतावनी देकर छोड़ दिया जाना चाहिए, हालांकि, मामले की सुनवाई कर रही पीठ ने कहा कि व्यक्ति को अपनी गलती का एहसास होना चाहिए। इसके बाद अदालत ने भूषण को अपने फैसले पर पुनर्विचार के लिए 30 मिनट का समय दिय, हालांकि उन्होंने अपना कल के फैसले पर रहने की बात कही। ।

जहाँ तक नए अवमानना मामले की बात है उसपर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। आज अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि प्रशांत भूषण को अवमानना मामले में चेतावनी देकर छोड़ दिया जाना चाहिए। इस पर पीठ ने कहा कि व्यक्ति को अपनी गलती का एहसास होना चाहिए। पीठ ने कहा कि हमने प्रशांत भूषण को समय दिया, लेकिन उनका कहना है कि वह माफी नहीं मांगेंगे। शीर्ष अदालत ने अटॉर्नी जनरल से पूछा कि प्रशांत भूषण का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का पतन हुआ है, क्या यह आपत्तिजनक नहीं है। अदालत ने भूषण को अब 30 मिनट का समय दिया है, जिसके बाद बेंच अपना फैसला सुनाएगी।

याद रहे, सर्वोच्च अदालत ने 20 अगस्त को भूषण की सजा पर सुनवाई करने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। कोर्ट ने भूषण को बिना शर्त माफी मांगने के लिए 24 अगस्त तक का समय दिया था, हालंकि, भूषण ने पिछले कल माफी मांगने से इन्कार कर दिया था। अदालत में दायर अपने बयान में प्रशांत भूषण ने कहा कि अगर वह माफी मांगते हैं तो ऐसा करना उनकी नजर में उनकी अंतरात्मा और इस संस्था की अवमानना होगी।

इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने वकील प्रशांत भूषण के ही खिलाफ 2009 के एक अन्य अवमानना मामले में सुनवाई 10 सितंबर तक टाल दी है। यह मामला ”तहलका” पत्रिका में प्रशांत भूषण के छपे एक इंटरव्यू से जुड़ा है। इस इंटरव्यू में भूषण ने भ्रष्टाचार के संबंध मे न्यायपालिका पर टिप्पणी की थी। कोर्ट ने कहा कि राजीव धवन की ओर से उठाए गए सवालों पर लंबी सुनवाई की जरूरत है। अभी समय कम है। मामला उचित पीठ में लगाने केलिए सीजेआइ के समक्ष पेश किया जाए।

गैर गांधी परिवार का अध्यक्ष – सरकार पर अधिक हमलावर हो सकता है

अगर सही मायने में कांग्रेस को भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र  मोदी जैसे वक्ता का सामना करना है और तमाम कांग्रेस के ऊपर लगे आरोपों से बचना है,  तो गांधी परिवार को ही गैर गांधी परिवार के युवा कांग्रेसी नेता को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनना होगा  । जिन 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखे है, उस पर गौर ना करके देश की राजनीति को भांप कर मोदी सरकार का सामना करें। तो निश्चित ही कांग्रेस का भला होगा।

कांग्रेस एक के वरिष्ठ नेता ने तहलका संवाददाता को बताया कि राहुल गांधी एक नेक इरादों वाले नेता है , उनकी मेहनत और देश के प्रति वफादारी पर किसी को कोई शक नहीं है। पर वे मोदी के मुकाबले प्रखर वक्ता नहीं है । ऐसे में  हिन्दी भाषी क्षेत्र से जमीनी नेता को अगर कांग्रेस मौका देती है । तो निश्चित ही वो तमाम आरोपों से बच सकती है। जैसे कांग्रेस पर जो परिवारवाद का आरोप लगता है, उससे बच सकती है। क्योंकि देश की मौजूदा राजनीति का मिजाज बदला हुआ है। ऐसे में उसी मिजाज में सेंध लगाने की जरूरत है ना कि पार्टी के अंदर ही पुराने वफादार नेताओँ को शक की नजर से देखने की जरूरत है। जैसे इस समय देश में जब भी कांग्रेस मोदी सरकार पर आरोप लगाती है तो सरकार पलटवार करने में देरी नहीं करती है। कांग्रेस- मोदी सरकार पर प्रेस की आजादी पर जब भी आरोप लगाती है ,तो सरकार पल भर में इंदिरा गांधी के आपातकाल का प्रचार –प्रसार कर कांग्रेस को चुप कर देती और कठघडें में ही खडा कर देती है। इसी तरह मोदी सरकार द्वारा जो चीन को लेकर जो लीपा –पोती का आरोप कांग्रेस के नेता लगाते है, तो मोदी सरकार आक्रामक होकर कांग्रेस की गलतियों को नतीजा बताकर कांग्रेस पर  हमलावर होकर और जबाब देती है कि 1962 में जवाहरलाल नेहरू ने ही चीन के समर्पण किया था ।

ऐसे तमाम सवालों से घिरी कांग्रेस  हमलावर ना होकर खुद जबाबों से ज्यादा सवालों से घिर जाती है। गैर गांधी परिवार का अध्यक्ष होने से कांग्रेस के साथ पूरा गांधी परिवार कई आरोपों से बच सकता है और सरकार को सीधे गांधी परिवार पर हमला करने में दिक्कत होगी ।क्योंकि मौजूदा दौर में देश कई संकटों से जूझ रहा है, जैसे कोरोना महामारी के कारण आर्थिक सकंट, बेरोजगारी और स्वास्थ्य सेवाओं संकट आदि जैसे तमाम सवाल है जिसमें मोदी सरकार को घेरा जा सकता है। बताते चले 2014 में केन्द्र की सत्ता से कांग्रेस के बाहर होने के बाद लगातार पार्टी मुश्किलों के दौर से गुजर रही है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी स्वस्थ्य नहीं है और राहुल गांधी दोबारा जिम्मेदारी उठाने के लिये तैयार नहीं है। ऐसे में कांग्रेस के सामने एक अवसर व मौका है जिसकी सियासत में जरूरत है कि गैर गांधी परिवार को फिलहाल मौका मिलना चाहिये ताकि एक नया संदेश जा सकें कि कांग्रेस में सभी को अवकर मिलता है।ये सर्वविदित है कि कांग्रेस का अस्तित्व गांधी परिवार की निष्ठा के बिना नहीं है। और जो भी गैर गांधी परिवार का अध्यक्ष बनेगा उसकी डोर भी गांधी परिवार के हाथ ही होगी। ऐसे में कांग्रेस को नया अध्यक्ष चुनने में देरी नहीं करनी चाहिये।

यूपी के बलिया में पत्रकार को घेरकर बदमाशों ने सिर में मारी गोली, मौत  

यूपी हत्या, डकैती और फिरौती जैसी वारदात का गढ़ बनता जा रहा है। कोई भी शख्स सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। कोरोना संकट के बीच बदमाशों के हौसले और बढ़ गए हैं। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार तक सुरक्षित नहीं हैं। ताजा मामला बलिया का है, जहां पर सहारा समय न्यूज चैनल के पत्रकार रतन सिंह (42) की सोमवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई।
वारदात के पीछे जमीन की रंजिश बताई जा रही है। रंजिश के चलते ही दो साल पहले पत्रकार के भाई की भी हत्या हो चुकी है। फेफना थाना क्षेत्र के गांव फेफना में रतन सिंह का पुराना मकान है, जिसको लेकर पट्टीदारों से विवाद है। सोमवार देर शाम रतन सिंह अपने पुराने मकान पहुंचे थे, जहां बदमाशों ने दौड़ा लिया। वहां से वह भागते-भागते ग्राम प्रधान सीमा सिंह के घर में घुसे, जहां पर बदमाशों ने उनके सिर में गोली मार दी। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस सक्रिय हुई और आला अफसर समेत भारी फोर्स मौके पर पहुंचा। पत्रकार की पहले ही मौत हो चुकी थी। आनन-फानन में मामला दर्ज किया गया। हत्या के मामले में देर रात ही पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही योगी सरकार ने फेफना थानाध्यक्ष शशिमौलि पांडेय को निलंबित कर दिया है।

महाराष्ट्र में पांच मंजिला ईमारत ढही ; 70 लोग मलबे में दबे, बचाव अभियान शुरू

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में एक पांच मंजिला भवन गिरने से 70 से ज्यादा लोग उसके भीतर मलबे में फंस गए हैं। अभी तक कुछ लोगों को निकाला गया है और अन्य को बचाने की कोशिश की जा रही है।

जानकारी के मुताबिक यह घटना रायगढ़ के महाड इलाके की है। वहां सोमवार शाम एक बहुमंजिला इमारत ढह गयी है। अभी तक की ख़बरों के मुताबिक इस भवन के मलबे में 70 के करीब लोग दबे होने की आशंका है। अभी तक 15 लोगों के हादसे में घायल होने की जानकारी है, जबकि मलबे में फंसे लोगों को निकलने की कोशिश शुरू कर दी गयी है।

घटना के बाद वहां एनडीआरएफ की तीन टीमें बुलाई गयी हैं। यह इलाका मुंबई से सटा है। महाड नगर के पुलिस थाना अंतर्गत काजलपुरा इलाके में एक यह पांच  मंजिला इमारत देर शाम सात बजे ढह गई। इमारत में 45 से 47 फ्लैट हैं। इनमें लगभग 70-80 लोगों के फंसे होने की आशंका है।

जानकारी के मुताबिक 15 लोगों को मलबे से निकला गया है जबकि अन्य को निकालने के लिए अभियान शुरूकिया गया है। स्थानीय लोग भी इसमें मदद कर रहे हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। मुंबई और पुणे से  एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर भेजी गयी हैं।

सोनिया गांधी अभी रहेंगी अध्यक्ष, एआईसीसी के अधिवेशन में होगा नए अध्यक्ष का फैसला

कांग्रेस में नए अध्यक्ष को लेकर आज हुए मंथन के बाद यह खबर सामने आई है कि सोनिया गांधी अभी अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी। पार्टी की वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की आज हुई बैठक में नेताओं के विचारों के बाद यह फैसला हुआ है। बैठक में यह विचार किया गया कि जल्दी ही अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) का अधिवेशन बुलाया जाए और तब तक सोनिया गांधी अंतरिम रूप से अध्यक्ष का जिम्मा संभाले रहेंगी ।

आज सीडब्ल्यूसी के बैठक की अध्यक्षता अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की। बैठक में कई मुद्दे उभरे और नेताओं ने अपने विचार रखे। बैठक में यह विचार भी आया है कि जल्दी ही अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) का अधिवेशन बुलाया जाए और तब तक सोनिया गांधी अंतरिम रूप से अध्यक्ष का जिम्मा संभाले रहें।

अभी तक की जानकारी के मुताबिक सोनिया गांधी ने सीडब्ल्यूसी से कहा है कि उन्हें नया अध्यक्ष चुनना चाहिए। आज की इस वर्चुअल बैठक में कई मसलों पर नेताओं के बीच तनातनी की भी ख़बरें आई हैं। यह भी खबर आई थी कि बैठक के बीच राहुल गांधी ने नेतृत्व के मसले पर 23 नेताओं की सोनिया गांधी को भेजी चिट्ठी को लेकर कहा कि जब पार्टी राजस्थान में भाजपा से लड़ रही थी, इस तरह की चिट्ठी के क्या मायने माने जाएं।

लेकिन कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करके बताया कि राहुल ने ऐसा कुछ नहीं कहा है। सुरजेवाला का यह ट्वीट तब आया जब वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट करके कहा कि चिट्ठी और अन्य कुछ घटनाओं को राहुल गांधी ने भाजपा की साजिश से जोड़कर नाराजगी जताई है, हालांकि बाद में सिब्बल ने कहा कि वे अपना ट्वीट वापस ले रहे हैं क्योंकि राहुल गांधी ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से इसे लेकर कहा कि ऐसी बात उन्होंने नहीं की है। यह भी चर्चा रही कि इस मसले पर राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने ”इस्तीफे की पेशकश” की।

इस आभासी बैठक की शुरुआत में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इ अपने विचार रखे। उन्होंने सोनिया गांधी से आग्रह किया कि वे अभी अपने पद पर बने रहें। अन्य नेताओं ने भी अपने विचार रहें। वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने राहुल गांधी से पार्टी अध्यक्ष का जिम्मा संभालने का आग्रह किया। पटेल की इस मांग को महत्पूर्ण माना जायेगा, क्योंकि उनकी बात को 10 जनपथ की बात माना जाता है।

बैठक में यह विचार भी आया है कि जल्दी ही अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) का अधिवेशन बुलाया जाए और तक तक सोनिया गांधी अंतरिम रूप से अध्यक्ष का जिम्मा संभाले रहें। हालांकि, इसे लेकर अंतिम फैसला होता है या नहीं, यह देखना होगा।

बैठक को लेकर अभी तक जो ख़बरें छन कर बाहर आई हैं उनसे ऐसा लगता है कि वरिष्ठ नेताओं और युवा नेताओं में तनातनी है। बैठक अभी चल रही है लिहाजा अंतिम क्या फैसला होता है यह शाम तक ही पता चलेगा। पार्टी के बीच कुछ नेता सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाये रखने तो बाकी राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की बकालत कर रहे हैं।