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नड्डा की नई टीम घोषित, राम माधव की छुट्टी

लंबे इंतजार के बाद आखिर अमित शाह की जगह भाजपा के जनवरी में अध्यक्ष बने जगत प्रकाश नड्डा ने अपनी नई टीम गठित कर दी है। नई टीम में राम माधव सहित कई कई बड़े नामों को जगह नहीं मिली है। अनिल बलूनी को मीडिया विभाग के प्रमुख का जिम्मा दिया गया है। इस टीम में 8 महासचिव, तीन संयुक्त सचिव और 12 उपाध्यक्ष शामिल किये गए हैं।

जानकारी के मुताबिक कई नए लोगों को जिम्मेवारी दी गयी है। चार ताकतवर महासचिव हटा दिए गए हैं जिनमें राम माधव भी शामिल हैं। यह अनुभव और युवा टीम दिखती है। सभी राज्यों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गयी है। युवा चेहरों  को खूब अवसर दिया गया है जबकि महिलाओं को भी स्थान दिए गए हैं। टीम में 23 प्रवक्ता बनाये गए हैं।

आरएसएस से भाजपा में आये राम माधव जैसे बड़े नाम को नई टीम में जगह नहीं मिली है। माधव अभी तक जम्मू कश्मीर का जिम्मा देख रहे थे। देखना होगा कि क्या राम माधव पूरी तरह आरएसएस में वापस लौट जायेंगे।

दुष्यंत कुमार गौतम, तरुण चुग को नया महासचिव बनाया गया है। राधामोहन सिंह और रेखा वर्मा नए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होंगे।

तेजी से एक लाख की तरफ बढ़ रहा है कोरोना से मौतों का आंकड़ा

देश में कोरोनावायरस के मामले बढ़ते-बढ़ते 59 लाख के पार हो गए हैं। कोरोना संक्रमितों की अब तक की कुल संख्या 59,03,932 हो गई है जबकि पिछले 24 घंटे  में कोरोना के 85,362 नए मामले सामने आए हैं। देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या, हालांकि, अब एक लाख की तरफ बढ़ती दिख रही है जो अब तक 93,379 हो चुकी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले कुछ दिन से कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या बढ़ रही है, हालांकि संक्रमित लोगों की संख्या भी काफी बढ़ी है। पिछले 24 घंटे में देश भर में 93,420 मरीज ठीक हुए हैं जबकि इस दौरान देश में 1089 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक कुल 48,49,584 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि 93,379 लोगों की जान गई है। इस समय 9,60,969 एक्टिव केस हैं। रिकवरी रेट की बात करें तो यह मामूली बढ़ोतरी के बाद 82.14 प्रतिशत पर पहुंच गया है जबकि पॉजिटिविटी रेट 6.36 प्रतिशत है।

शुक्रवार को ( 25 सितंबर) को 13,41,535 कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए। अभी तक कुल 7,02,69,975 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। दुनिया में अमेरिका के बाद भारत दूसरा सबसे ज्यादा टेस्ट करने वाला देश बन गया है, हालांकि भारत की आबादी को देखते हुए प्रति 10 लाख टेस्ट के हिसाब से टेस्ट की संख्या अभी भी बहुत कम बताई जा रही है।

बिहार चुनाव में सियासी दलों के गठबंधन में गांठ पड़ने के संकेत

बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। बिहार में राजनीतिक समीकरणों के साथ सियासी दल अपने –अपने दावों के साथ जीत हार का गुणा-भाग लगाने में लगे है।  राजनीति दलों के आकाओं के पास इस समय बड़ी ही असमजंस की स्थिति बनी हुई है, कि गठबंधन भी हो जाये और गांठ भी ना बने । पर ऐसा होता दिख नहीं रहा है। बिहार के नेताओं का कहना है कि अगर लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव को कांग्रेस सहयोग करती है तो तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री घोषित किया जा सकता है। क्योंकि तेजस्वी यादव की छवि तेजी से बिहार की राजनीति में उभरी है। पर कांग्रेस की ओर से अभी तक कोई ऐसे संकेत नहीं मिले है । वहीं लोजपा के नेता रामविलास पासवान के बेटा चिराग पासवान भले ही जेडीयू और भाजपा से अपनी बात को अपने तरीके से कह रहे है कि चुनाव में उनको सीटें ज्यादा से ज्यादा दी जाये । पर जेडीयू और भाजपा की और से उनकी मांगों पर कोई गौर ना किया गया है और ना भाव दिये गये है। ऐसे में कुछ गठबंधन की राजनीति में गांठ पड़ने के संकेत मिल रहे है। जबकि भाजपा आलाकमान और बिहार इकाई के नेताओं का कहना है कि भाजपा जेडीयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी ।

बिहार के नेता रोहित सिंह का दावा है कि “अगर कांग्रेस, राजद या अन्य विपक्षी दल नीतिश कुमार और भाजपा के खिलाफ सिर्फ किसान की मांगों, कोरोना महामारी पर सरकार की असफलता और बेरोजगारी पर ही चुनाव लड़ेगे तो चुनाव परिणाम चौकांने वाले साबित होगें। क्योंकि जनता कोरोना काल में काफी परेशानी से जूझ रही है । लेकिन सरकार द्वारा कोई भी ऐसा काम नहीं किया जा रहा है जिससे वो राहत में हो, बिहार की जनता बदलाव चाहती है।”

यूक्रेन में वायुसेना का विमान क्रैश, 21 कैडेट्स की जान गई

यूक्रेन में वायुसेना का विमान हादसे का शिकार हो गया है। इस विमान में लोग सवार थे, जिनमें से सेना के 22 कैडेटस थे, जिनकी मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि दो जवान गंभीर रूप से घायल बताए गए हैं।यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में खारकीव इलाके में विमान क्रैश हुआ। यूक्रेन के एक मंत्री ने हादसे के बारे में जानकारी दी है।

मंत्री एंटोन गेराशेंको ने बताया कि हादसे में 21 युवा जांबाज जवानों की असमय मौत हो गई है, जबकि दो घायल हुए हैं। दो अन्य लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश की जा रही हे। मंत्री ने बताया कि ट्रांसपोर्ट प्लेन में 28 लोग सवार थे। इनमें से 21 मिलिट्री स्टूडेंट्स थे जबकि 7 विमान के क्रू मेंबर मंत्री ने बताया कि हादसे की वजह का पता अभी नहीं चल पाया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा है कि वह शनिवार को दुर्घटनाग्रस्त इलाके का दौरा करने खुद जाएंगे।

उन्होंने फेसबुक पर लिखा कि वह तत्काल हादसे की जांच के लिए एक आयोग गठित कर रहे हैं। यह आयोग हादसे के कारणों की जांच करेगी। बताया गया कि एंटोनोव -26 परिवहन विमान स्थानीय समयानुसार रात 8रू50 बजे (17रू50 ळडज्), चुहिव सैन्य हवाई अड्डे से दो किलोमीटर (1 मील) की दूरी पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना के बाद विमान में आग लग गई। आग पर काबू पाने में एक घंटे लगे। हादसे में 22 लोग मारे गए। दो गंभीर रूप से घायल हैं।

बिहार चुनाव को लेकर दिल्ली में सियासी हलचल तेज

बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही दिल्ली में सियासी हलचल तेज हो गयी है। कोरोना  काल में देश का पहला बड़ा चुनाव होने जा रहा है। बताते चले बिहार चुनाव की तारीखें का ऐलान जरूर आज हुआ है, पर सियासत का बाजार एक सप्ताह पहले से ही गर्म था । बिहार भवन से लेकर भाजपा और कांग्रेस के साथ -साथ लोकजनशक्ति पार्टी पासवान के निवास के बाहर, बिहार के नेताओं का जमावड़ा देखा गया है।

चुनाव  तीन चरणों में 28 अक्टूबर , 3 नवम्बर और 7 नवम्बर को समपंन्न होने है । चुनाव परिणाम 10 नवम्बर को घोषित किये जायेगे। बिहार कांग्रेस के नेता आलोक रंजन का कहना है कि इस बार का चुनाव पूरे देश की राजनीति की एक नयी दिशा तय करेगा। क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने जनता के साथ छल किया है। सिर्फ स्वार्थ की राजनाति की है। क्योंकि पिछले चुनाव में कांग्रेस और लालू यादव (राजद)की पार्टी के साथ गठबंधन किया था। चुनाव भी जीते , सरकार भी चलाई फिर अचानक बाद में भाजपा के साथ सरकार बना ली । इस बार जनता सबक सिखाकर नीतिश को घर पर बैठाएगी। लोक जनशक्ति पार्टी के कार्यकर्ता विनोद कुमार ने बताया कि इस बार का चुनाव बिहार की राजनीति में एक नया अध्याय लिखने जा रहा है। उनका कहना है कि चुनाव परिणाम 10 नवम्बर को आने है और 14 नवम्बर को दीपावली का पर्व है। चुनाव परिणाम के साथ ही यहां झूठ बोलने वाले  नेताओं का दीपावली के पहले ही दिवाला निकलेगा। नेता रोहित सिंह का कहना है कि बिहार चुनाव के रास्ते ही देश की राजनीति में बदलाव आयेगा । क्योंकि किसानों की, केन्द्र सरकार से बड़ी नाराजगी है। महगांई बढ़ रही है। कोरोना बे –काबू है। ये गरम मुद्दे ही नीतिश कुमार का राज सिंघासन बदल सकते है।

गायक एसपी बालासुब्रमण्यम का कोरोना से चेन्नई में निधन

दिग्गज गायक एसपी बालासुब्रमण्यम का शुक्रवार दोपहर चेन्नई में निधन हो गया। वे कोरोना से पीड़ित हो गए थे, और फिर उससे बाहर नहीं आ सके। उनकी आयु  74 साल थी। कई बेहतरीन गाने उनके खाते में हैं।

बालासुब्रमण्यम कोरोना से काफी दिन से जंग लड़ रहे थे और उनका इलाज चल रहा था। लेकिन शुक्रवार उन्होंने चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें 5 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद वह एमजीएम अस्पताल में भर्ती हो गए थे। वैसे उन्हें कोरोना के बहुत कम लक्षण थे इसके बावजूद उन्होंने एहतियातन अस्पताल में भर्ती होने का फैसला किया था। बाद में उनकी समस्याएं बढ़ गयी थीं।

दो दिन पहले अस्पताल की तरफ से सूचना आई थी कि बालासुब्रमण्यम की हालत बहुत नाजुक हो गयी है। इसके बाद उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर और ईसीएमओ सपोर्ट पर रखा गया था। अभिनेता कमल हासन भी उनसे मिलने एमजीएम अस्पताल पहुंचे थे और उन्होंने बताया था कि गायक की हालत बहुत नाजुक है।

बालासुब्रमण्यम के नाम कई बेहतरीन गाने हैं। उनके निधन से बॉलीवुड सदमे में है। अपने करियर में 5 से ज्यादा भाषाओं में 40 हजार से ज्यादा गाने उन्होंने गाए। तेलुगु, तमिल, कन्नड़, हिंदी और मलयालम भाषा में उनके कई बेहतरीन गीत हैं। कहा जाता है कि एक समय सुब्रमण्यम इतने व्यस्त थे कि वह करीब 12 घंटे में 17 गाने गा लेते थे। यही नहीं उनके नाम सबसे ज्यादा गाना गाने का रिकॉर्ड दर्ज है और नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल है। कई जानी मानी हस्तियों ने उनके निधन पर शोक जताया है।

किसानों का आज भारत बंद, पंजाब-हरियाणा में आंदोलन

संसद में पास हुए तीन कृषि विधेयकों का विरोध अब सड़कों पर जोर पकड़ने लगा है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) समेत विभिन्न किसान संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है, उसके अभी तक अच्छा समर्थन मिला है, खासकर पंजाब और हरियाणा में जबकि यूपी के बागपत इलाके में भी यह दिख रहा है। कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष का इस आंदोलन को समर्थन मिला है।

पंजाब में किसान आंदोलन काफी तेज है और यही स्थिति हरियाणा में है। कृषि बिल के विरोध में आज किसानों ने देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। हरियाणा और पंजाब के किसान इस बिल के खिलाफ सबसे ज्यादा विरोध दर्ज कर रहे हैं। बिल के विरोध में अब किसानों संगठनों के अलावा कांग्रेस और सपा का भी समर्थन मिल रहा है। आज किसानों के 31 संगठनों ने बंद का एलान किया है।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों के बंद का समर्थन करते हुए कहा कि आज प्रदेश में धारा 144 का उल्लंघन करने पर उनके खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की जायेगी। किसानों के प्रदर्शन की वजह से बठिंडा की ओर जा रहा भारतीय सेना का काफिला भी अमृतसर में अमृतसर-पठानकोट हाईवे पर चक्काजाम में फंस गया। अम्बाला-शम्भू बॉर्डर सील कर दिया गया है।

पंजाब और हरियाणा से कोई भी बॉर्डर से इधर-उधर नहीं जा सकता है और वहां पुलिस की कंपनियां तैनात हैं। पंजाबी कलाकार भी किसान आंदोलन का समर्थन करने पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर पहुंचे। अम्बाला-पटियाला बॉर्डर पर भी पंजाबी सिंगर किसानों के समर्थन में नजर आए।

बिहार में तेजस्वी यादव कृषि विधेयक के विरोध में आज सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने कहा – ‘सीएम नीतीश कुमार सबको कहते हैं कि ज्ञान नहीं है और खुद को बड़का ज्ञानी समझते हैं, लेकिन हम पूछना चाहते हैं कि क्या उन्होंने कृषि विधेयक को पढ़ा भी है या नहीं’। तेजस्वी ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि एक बार फिर से नीतीश जी ने यू टर्न मार लिया है। तेजस्वी ने कहा कि इस बिल ने अन्नदाताओं को तोड़ दिया है। इस बिल की वजह से किसान और गरीब होता जाएगा। इस बिल को हर हाल में सरकार को वापस लेना चाहिए।

उधर भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने किसान बिल के खिलाफ दिल्ली की सीमा के पास सड़कों पर प्रदर्शन किया। मौके पर पुलिस तैनात है। एडिशनल डीसीपी नोएडा ने कहा कि हमने ट्रैफ़िक को डायवर्ट किया है ताकि लोगों को किसी अनिश्चितता का सामना न करना पड़े।

किसान आंदोलन पर प्रियंका गांधी का ट्वीट –
Priyanka Gandhi Vadra
@priyankagandhi
किसानों से MSP छीन ली जाएगी। उन्हें कांट्रेक्ट फार्मिंग के जरिए खरबपतियों का गुलाम बनने पर मजबूर किया जाएगा। न दाम मिलेगा, न सम्मान। किसान अपने ही खेत पर मजदूर बन जाएगा। भाजपा का कृषि बिल ईस्ट इंडिया कम्पनी राज की याद दिलाता है। हम ये अन्याय नहीं होने देंगे।

बिहार में 28 अक्टूबर से तीन चरणों में चुनाव, आचार संहिता लागू हुई

बिहार विधानसभा चुनाव की शुक्रवार को चुनाव आयोग ने घोषणा कर दी। यह चुनाव   तीन चरणों में होगा और 28 अक्टूबर  से शुरू होकर 7 नवंबर तक ख़त्म हो जाएगा। इसी के साथ बिहार में चुनाव आचार संहिता लागू हो गयी है। इस बार ऑनलाइन नामांकन की भी व्यवस्था चुनाव में होगी। मतगणना 10 नवंबर को होगी।

इस बार एक घंटे मतदान का टाइम बढ़ाया गया है। मतदान अब सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे के बीच होगा। कुल 46 लाख मास्क का इस्तेमाल होगा जबकि 7 लाख सेनेटाइजर  का इस्तेमाल होगा। एक लाख से ज्यादा पोलिंग बूथ चुनाव में होंगे। क्वारंटीन मरीज भी चुनाव में वोट डाल सकेंगे। प्रत्येक पोलिंग स्टेशन पर सिर्फ 1000 मतदाता ही होंगे।

एक घंटे मतदान का टाइम बढ़ाया गया है। ऑनलाइन नामांकन की भी व्यवस्था की जा रही है। बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं जिसमें आज की एनडीए की 130 सीटें हैं।

जिसमें जदयू की 69, भाजपा की 54, लोजपा की 2, हम की 1 जबकि निर्दलीय 4 हैं। उधर महागठबंधन की कुल सीटें 101 हैं जिनमें राजद की 73, कांग्रेस की 23, सीपीआई (एमएल) की 3 और निर्दलीय 1 उनके साथ है। अन्य दलों में एआईएमआईएम का 1 अदस्य हैं जबकि 12 सीटें खाली पड़ी हैं।

सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी कर चुके हैं जबकि गठबंधनों की सूरत भी जल्दी ही साफ़ हो जाएगी। लोजपा को लेकर अभी तक कयास चल रहे हैं। दुनिया भर में कोरोना फैलने के बाद भारत में यह पहले चुनाव होंगे। निर्वाचन आयोग ने कोविड प्रोटोकॉल के मुताबिक, गाइडलाइन्स भी जारी की है। मतदान केंद्रों की तादाद भी डेढ़ गुना से ज्यादा बढ़ा दी गई है। मतदान कर्मियों की संख्या भी बढ़ाई गई है जबकि हर मतदान केंद्र पर मतदाताओं की तादाद घटा कर सीमित कर दी गई है।

तमाम मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को मास्क लगाकर और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करके आने को कहा गया है, लेकिन एहतियातन प्रत्येक मतदान केंद्र पर मास्क, हैंडफ्री सेनेटाइजिंग और शरीर का तापमान मापने के इंतजाम किए जा रहे हैं। मतदान शुरू होने से पहले बूथ को पूरी तरह से सैनिटाइज कर डिसइनफेक्ट करने की भी सख्त हिदायत दी गई है।

बिहार चुनाव की घोषणा आज संभव, चुनाव आयोग की प्रेस कांफ्रेंस होगी

आखिर बिहार विधानसभा के चुनाव की तारीखों का आज ऐलान हो सकता है। चुनाव आयोग ने आज 12.30 बजे एक कांफ्रेंस रखी है जिसमें बिहार के अलावा कुछ उपचुनावों की घोषणा हो सकती है जिनमें मध्य प्रदेश के महत्पूर्व विधानभा उपचुनाव शामिल हैं।

चुनाव आयोग आज दोपहर 12.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा जो विज्ञान भवन में होगी। बिहार विधानसभा की  243 सीटों के अलावा 65 उपचुनावों की घोषणा भी आज होगी। अभी तक के संकेतों के मुताबिक यह सभी चुनाव अक्टूबर के तीसरे हफ्ते से शुरू हो सकते हैं, और एक से ज्यादा (संभवता तीन) चरणों में होंगे। संभावना है नवंबर के आखिरी हफ्ते (29 नबंबर तक) बिहार में नई विधानसभा का गठन हो जाएगा।  चुनाव प्रक्रिया के 15 नवंबर पूरा होने की संभावना है।

बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं जिसमें आज की एनडीए की 130 सीटें हैं। जिसमें जदयू की 69, भाजपा की 54, लोजपा की 2, हम की 1 जबकि निर्दलीय 4 हैं। उधर महागठबंधन की कुल सीटें 101 हैं जिनमें राजद की 73, कांग्रेस की 23, सीपीआई (एमएल) की 3 और निर्दलीय 1 उनके साथ है। अन्य दलों में एआईएमआईएम का 1 अदस्य हैं जबकि 12 सीटें खाली पड़ी हैं।

सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी कर चुके हैं जबकि गठबंधनों की सूरत भी जल्दी ही साफ़ हो जाएगी। लोजपा को लेकर अभी तक कयास चल रहे हैं। दुनिया भर में कोरोना फैलने के बाद भारत में यह पहले चुनाव होंगे। निर्वाचन आयोग ने कोविड प्रोटोकॉल के मुताबिक, गाइडलाइन्स भी जारी की है। मतदान केंद्रों की तादाद भी डेढ़ गुना से ज्यादा बढ़ा दी गई है। मतदान कर्मियों की संख्या भी बढ़ाई गई है जबकि हर मतदान केंद्र पर मतदाताओं की तादाद घटा कर सीमित कर दी गई है।

तमाम मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को मास्क लगाकर और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करके आने को कहा गया है, लेकिन एहतियातन प्रत्येक मतदान केंद्र पर मास्क, हैंडफ्री सेनेटाइजिंग और शरीर का तापमान मापने के इंतजाम किए जा रहे हैं। मतदान शुरू होने से पहले बूथ को पूरी तरह से सैनिटाइज कर डिसइनफेक्ट करने की भी सख्त हिदायत दी गई है।

बिहार विधानसभा के चुनाव के अलावा 65 सीटों पर उपचुनाव भी होंगे। इनमें देश की एक लोकसभा सीट और विधानसभा की  64सीटें शामिल हैं।

फिर रफाल का भूत; ‘कैग’ ने दासौ के करार की शर्त पूरी नहीं करने पर उठाये सवाल, एमबीडीए ने नहीं सौंपी भारत को तकनीक

लगता है रफाल लड़ाकू विमानों का भूत मोदी सरकार का पीछा नहीं छोड़ेगा। सरकार की ही एजेंसी नियंत्रक और लेखा परीक्षक (कैग) ने कुछ गंभीर सवाल उठाये हैं। संसद में रखी गयी कैग की रिपोर्ट में 36 राफेल की खरीद पर कहा गया है कि फ्रांस की युद्धक विमान निर्माता कंपनी दासौ एविएशन और यूरोपीय मिसाइल निर्माता एमबीडीए ने अभी तक करार के तहत दी जाने वाली तकनीक भारत को नहीं सौंपी है।

कैग की रिपोर्ट बुधवार को संसद में रखा गया था। बता दें दासौ एविएशन ने रफाल जेट बनाए हैं जबकि एमबीडीए विमान के मिसाइलों की आपूर्ति करने वाली कंपनी है।

रिपोर्ट में कैग ने कहा है कि उसने अभी तक एक भी मामला ऐसा नहीं देखा जिसमें विदेशी कंपनी ने भारतीय उद्योग को उच्चस्तरीय तकनीक हस्तांतरित की हो। साथ ही यह भी कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) के मामले में रक्षा क्षेत्र का स्थान कुल 63 क्षेत्रों में से 62वां है।

निश्चित ही कैग के यह सवाल उठाने से मोदी सरकार की परेशानी बढ़ सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रक्षा सौदे के तहत दासौ एविएशन और एमबीडीए ने डीआरडीओ को 30 फीसद उच्च तकनीक देने का प्रस्ताव किया था। कैग के मुताबिक हल्के युद्धक विमान एलसीए के इंजन कावेरी के निर्माण में डीआरडीओ तकनीकी सहायता चाहता है। अब तक कंपनी ने तकनीक के ट्रांसफर की पुष्टि नहीं की है।

कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2005 से मार्च, 2018 तक विदेशी कंपनियों के साथ कुल 66,427 करोड़ रुपये के कुल 48 ऑफसेट करार हुए हैं। दिसंबर, 2018 तक कंपनी को 19,223 करोड़ के ऑफसेट करार की भरपाई करनी थी। हालांकि अभी तक केवल 11,396 करोड़ का काम हुआ है जो कुल करार का 59 फीसद है। करार के तहत बाकी विमान 55,000 करोड़ रुपये के विमान 2024 तक दिए जाने हैं।  कैग के मुताबिक ऑफसेट करार के तहत निर्माता कंपनियों इन बाध्यताओं को पूरा करने में विफल रही हैं। चूंकि करार का अधिकांश समय निकल चुका है इसलिए इस देरी में निर्माता कंपनी को ही फायदा होता है।

बता दें पांच रफाल विमानों की पहली खेप की आपूर्ति फ्रांस ने हाल में भारत को की है। मोदी सरकार ने फ्रांस से अंतर-सरकारी सौदा किया था जिसके तहत 59,000 करोड़ रुपये में 36 राफेल युद्धक विमान भारत को सौंपे जाने हैं। भारत की ऑफसेट नीति के तहत विदेशी रक्षा कंपनियों को अनिवार्य रूप से भारत से करार की कुल लागत का तीस फीसद हिस्सा भारत में खर्च करना होता है।

यही नहीं एमआइ-17 हेलीकॉप्टरों को अपग्रेड करने में हुई देरी पर भी कैग ने रक्षा मंत्रालय की आलोचना की है। आपूर्ति की समय सीमा में निरंतर देरी के कारण इन हेलीकॉप्टरों को अपग्रेड करने में केवल दो साल का समय बचा है। इन हेलीकॉप्टरों को अपग्रेड करने का प्रस्ताव वर्ष 2002 में रखा गया था। लेकिन 18 साल बाद भी इन्हें उन्नत नहीं बनाया जा सका है। इसीलिए इन हेलीकॉप्टों के उड़ने की क्षमता बेहद सीमित हो गई है।