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बीआरओ की इंजीनियरिंग की बेजोड़ मिसाल अटल टनल का उद्घाटन किया पीएम मोदी ने

सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की अथक मेहनत और बेजोड़ इंजीनियरिंग की श्रेष्ठ मिसाल – रोहतांग टनल – शनिवार को देश को समर्पित कर दी गयी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सीडीएस जनरल विपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, बीआरओ के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति में अटल टनल का उदघाटन किया।

इस टनल का सपना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देखा था जबकि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने इसकी मंजूरी दी और तत्कालीन यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 2009 में इसकी आधारशिला रखी। अब पीएम मोदी ने आज इसका उदघाटन किया है।

इस मौके पर पीएम मोदी ने पूर्व यूपीए की पूर्व मनमोहन सिंह सरकार पर बरसते हुए कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद इस सुरंग के निर्माण का काम तेज हुआ अन्यथा यह 2040 में बनकर तैयार होती। मोदी ने इस मौके पर बिना यूपीए का नाम लिए उसपर जमकर राजनीतिक हमले किये और उसपर देश की सुरक्षा से खिलवाड़    का आरोप लगाया। उन्होंने इस स्थिति को बदलने का श्रेय खुद को और अपनी सरकार को दिया।

इस सुरंग की योजना में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का भी बड़ा रोल रहा है जिन्होंने अपने पहले मुख्यमंत्रित्व काल में वाजपेयी के समक्ष इस सुरंग के निर्माण का मुद्दा बहुत जोर शोर से उठाया था। तब मोदी हिमाचल भाजपा के प्रभारी थे जिन्होंने आज अपने संबोधन में धूमल का खास तौर पर जिक्र किया और कहा कि हम दोनों वाजपेयी से हिमाचल की योजनाओं का जिक्र करते थे तो वो बहुत गंभीरता से उन्हें सुनते थे।

सामरिक रूप से भारत के लिए यह सुरंग बेहद महत्पूर्ण है। सुरंग बन जाने से इस सुरंग के कारण मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर कम हो जाएगी और यात्रा का समय भी चार से पांच घंटे कम हो जाएगा। अटल सुरंग दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है। लाहुल स्पीति के सीसू में उद्घाटन समारोह के बाद मोदी सोलांग घाटी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

अटल सुरंग दुनिया में सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है और 9.02 लंबी सुरंग मनाली को सालों भर लाहुल स्पीति घाटी से जोड़े रखेगी। पहले घाटी छह महीने तक भारी बर्फबारी के कारण शेष हिस्से से कटी रहती थी। सुरंग को हिमालय के पीर पंजाल की पर्वत श्रृंखलाओं के बीच अत्याधुनिक विशिष्टताओं के साथ समुद्र तल से करीब तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है।

अटल सुरंग की डिजाइन इस तरह बनायी गयी है कि प्रतिदिन तीन हजार कार और 1500 ट्रक यहां से पार हो सकते हैं। इसमें वाहनों की अधिकतम गति 80 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने रोहतांग दर्रे के नीचे सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस सुरंग का निर्माण कराने का निर्णय किया था और सुरंग के दक्षिणी पोर्टल पर संपर्क मार्ग की आधारशिला 26 मई, 2002 को रखी गई थी।

इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि आज इस ऐतिहासिक अवसर पर देश का सपना पूरा हुआ। देश के लिए हिमाचल का योगदान बहुत ज्यादा है। देश के लिए किसी भी योगदान में हिमाचल पीछे नहीं है। इसके बन जाने के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। लाहुल स्पीति को लोगों की परेशानी दूर होगी। टनल के निर्माण से दुनिया भर में इंजीनियरिंग के बेहतरीन मिसाल पेश की।

इससे पहले मोदी ने अटल टनल को बनाये जाने के समय की तस्वीरें भी देखीं। इन तस्वीरों में दिखाया गया है कि किस प्रकार से अटल टनल के निर्माण में कितनी बाधाएं आयी है। बीआरओ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने उन्हें इन तस्वीरों का परिचय दिया।

हाथरस कांड : जंतर-मंत्र पर भीम आर्मी का धरना, प्रियंका वाल्मीकि मंदिर प्रार्थना सभा में शामिल हुईं

उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड को लेकर गुस्सा देश भर में फ़ैल गया है। कई जगह से विरोध प्रदर्शन की ख़बरें आ रही हैं। घटना और योगी सरकार के रवैया पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ही नहीं, कई अन्य प्रदेशों में भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं। दिल्ली के जंतर-मंतर पर शुक्रवार को हाथरस की घटना के विरोध में लेफ्ट और भीम आर्मी के समर्थकों ने प्रदर्शन किया, वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पीड़िता के लिए दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर में आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुईं।

दिल्ली के जंतर-मंतर पर भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आज़ाद ने समर्थकों सहित  प्रदर्शन किया। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और सीपीआई नेता डी राजा भी धरने में शामिल हुए। इस मौके पर सीताराम येचुरी ने कहा – ‘यूपी सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। हमारी मांग है कि न्याय दिया जाए।’ उधर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा – ‘मैं हाथरस का दौरा करूंगा। हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक यूपी के सीएम इस्तीफा नहीं देते, और न्याय दिया जाता है। मैं सर्वोच्च न्यायालय से घटना का संज्ञान लेने का आग्रह करता हूं।’

उधर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पीड़िता के लिए दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर में आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुईं। उन्होंने कहा कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सभी आवाज उठाएं। प्रियंका ने कहा – ‘इस देश की एक-एक महिला सरकार पर नैतिक दबाव डाले। हमारी बहन के साथ न्याय होना चाहिए।’ लड़की का आधी रात को परिवार की मर्जी के बिना अंतिम संस्कार करने पर कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हमारे देश की ये परंपरा नहीं है कि उसका परिवार उसकी चिता को आग नहीं दे पाए।

इस बीच हाथरस कांड और कृषि संबंधी नये कानून के विरोध में मौन व्रत पर बैठने के लिए जा रहे समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को शुक्रवार को हजरतगंज इलाके में पुलिस ने आगे नहीं जाने दिया। जब सपा कार्यकर्ताओं ने हजरतंगज स्थित गांधी प्रतिमा तक जाने का प्रयास किया, तो उन्हें रोक दिया गया।  पार्टी नेताओं और पुलिस के बीच बहस हुई जिसके बाद सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।महिलाओं पर अपराधों के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्रों ने भी प्रदर्शन किया।

इधर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी को हाथरस जाने से पुलिस के रोके जाने और कथित तौर पर धक्का-मुक्की किए जाने के विरोध में पार्टी  कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास के निकट प्रदर्शन किया। कुछ देर बाद ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया, हालांकि कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इसी मसले पर नाराज पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी और उनके साथी मंत्रियों ने शुक्रवार को पुडुचेरी में भूख हड़ताल की। पुडुचेरी कांग्रेस अध्यक्ष एवी सुब्रमण्यम ने भूख हड़ताल कार्यक्रम का नेतृत्व किया।

हाथरस : योगी सरकार ने 5 पुलिसवाले निलंबित किये, प्रियंका ने कहा कुछ मोहरों के सस्पेंशन से क्या होगा?

देश भर में बढ़ रहे गुस्से और दबाव के आगे झुकते हुए आखिर योगी सरकार ने हाथरस गैंगरेप मामले में 5 पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। एसआईटी की प्राथमिक जांच के आधार पर यह कार्रवाई की गयी है। इसके साथ ही दोनों पक्षों समेत अधिकारियों का भी नार्को टेस्ट कराया जाएगा। उधर इस मामले को जोर शोर से उठा रहीं कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने सरकार पर निशाना साधा है और कहा कि कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा?

प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर समेत 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में योगी सरकार की बहुत फजीहत हुई है और उसकी छवि को जबरदस्त धक्का लगा है।

जिन पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है उनमें हाथरस के एसपी विक्रांत वीर, सीओ राम सबद, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, एसआई जगवीर सिंह और हेड कांस्टेबल महेश पाल शामिल हैं। एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार की इस कार्रवाई के बाद विनीत जायसवाल को हाथरस का नया एसपी बनाया गया है।

इस बीच पुलिस अधिकारियों के निलंबन के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने  योगी सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट में कहा – ‘कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? पीड़िता के परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया ? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएं’। इसके अलावा कांग्रेस नेता ने हाथरस दुष्कर्म मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा भी मांगा है।

इस बीच हाथरस मामले में पहले से दबाव झेल रहे सीएम योगी की मुश्किलें अब उनकी अपनी पार्टी के ही नेता बढ़ाने लगे हैं। भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बड़ा बयान देते हुए कहा – ‘हमने रामराज्य लाने का दावा किया है, लेकिन इस घटना में पुलिस की संदेहपूर्ण कार्यवाही से आपकी (योगी आदित्यनाथ), यूपी सरकार और भाजपा की छवि पर आंच आई है।’

घटना को लेकर शुक्रवार शाम उमा भारती ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए।  भारती ने सीएम योगी से अपील की कि वे मीडियाकर्मियों और राजनीतिक दलों के लोगों से पीड़ित परिवार से मिलने दें। याद रहे सरकार ने वहां राजनीतिक लोगों और मीडिया के जाने पर पाबंदी लगा राखी है, जिससे संदेह और गहरा गया है। उमा ने कहा कि कोरोना से स्वस्थ होकर वे पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस जाएंगी।

उमा ने ट्वीट में लिखा – ‘मैंने हाथरस की घटना के बारे में देखा। पहले तो मुझे लगा कि मैं न बोलू क्योंकि आप इस संबंध में ठीक ही कार्यवाही कर रहे होंगे। किंतु जिस प्रकार से पुलिस ने गांव की और पीड़ित परिवार की घेराबंदी की है, उसके कितने भी तर्क हों लेकिन इससे विभिन्न आशंकाए जन्मती हैं। वह एक दलित परिवार की बिटिया थी। बड़ी जल्दबाजी में पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि की और अब परिवार और गांव की पुलिस ने घेराबंदी कर दी है। मेरी जानकारी में ऐसा कोई नियम नहीं है की एसआईटी जांच में परिवार किसी से मिल भी न पाए। इससे तो एसआईटी की जांच ही संदेह के दायरे में आ जाएगी।

प्रियंका गांधी का ट्वीट –
Priyanka Gandhi
योगी आदित्यनाथ जी कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएँ। मुख्यमंत्रीजी अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है योगीआदित्यनाथ इस्तीफा दो।

अब टीएमसी सांसदों के साथ यूपी पुलिस की बदसलूकी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को धक्का मारकर ज़मीन पर गिरा देने के एक दिन बाद आज ममता बनर्जी की टीएमसी के सदस्यों की बारी थी। यूपी पुलिस ने टीएमसी की सांसद प्रतिमा मोंडल और डेरेक ओ ब्रायन के साथ शुक्रवार को धक्का-मुक्की और बदसलूकी की। घटना के बाद टीएमसी सांसद धरने पर बैठ गए। महिला सांसद ने आरोप लगाया है कियूपी पुलिस के पुरुष कर्मियों ने उन्हें छुआ।

प्रतिमा मोंडल ने कहा – ‘हमें ममता बनर्जी ने कथित दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए भेजा है ताकि हम अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर सकें। हालांकि हमने अपना परिचय दिया, हमें उनसे मिलने नहीं दिया गया और पुलिस ने धक्का दिया।   यदि वे एक महिला सांसद का सम्मान नहीं कर सकते हैं तो आम लोगों की स्थिति की कल्पना करें।’

उधर टीएमसी नेता ममता ठाकुर ने कहा – ‘हम पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे थे, लेकिन हमें अनुमति नहीं दी गई। जब हमने जोर दिया, तो महिला पुलिसकर्मियों ने हमारे ब्लाउज को खींचा और हमारी सांसद प्रतिमा मंडल पर लाठीचार्ज किया। वह नीचे गिर गईं। पुरुष पुलिस अधिकारियों ने उन्हें छुआ। यह शर्मनाक है।’

हाथरस की घटना देश भर में चर्चा का विषय बन गयी है और आधी रात को पीड़िता को जलाने की घटना ने देश की जनता में गुस्सा भर दिया है। हाथरस की सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की मौत पर विरोधी भी योगी सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं और सीएम से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। रिपोर्ट्स हैं कि गाँव के सभी लोगों के मोबाइल पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिए हैं और छोटे से गांव में 250  पुलिस वाले नाकाबंदी किये हुए हैं।

जिले के डीएम का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वो पीड़िता के परिवार को धमकी देते हुए दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को कल हाथरस आते हुए रोक लिया गया।  बदसलूकी की गयी और यूपी पुलिस के एक कर्मी ने राहुल को धक्का देकर नीचे गिरा दिया। राहुल गांधी को इससे हाथ में चोट लगी है।

आज फिर राहुल गांधी ने योगी सरकार पर हमला बोला और पूछा कि आखिर पीड़िता के गांव जाने से क्यों रोका जा रहा है।

उधर सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा है – ‘उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है। इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा। आपकी यूपी सरकार प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा और विकास हेतु संकल्पबद्ध है। यह हमारा संकल्प है-वचन है।”

उधर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा – ‘भारत के प्रधानमंत्री चुनाव से पहले दलितों के पैर धोते हैं। जिस उत्तर प्रदेश से चुनकर वो सदन में गए हैं जब उसी उत्तर प्रदेश के हाथरस की बेटी के साथ हैवानियत होती है, उसके परिवार को बंधक बना लिया जाता है, तब प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोलते, प्रधानमंत्री जी आप कब तक चुप रहेंगे? आपको जवाब देना पड़ेगा।’

हाथरस की घटना पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की फटकार, अफसर तलब ; मीडिया, प्रतिनिधिमंडल के गांव जाने पर पाबंदी लगी

उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ हुए दुष्कर्म और उसकी जघन्य हत्या के मामले पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सभी उच्च अधिकारियों को नोटिस भेज कर 12 अक्टूबर को अदालत में तलब किया है। इस बीच यूपी सरकार ने पीड़िता के गांव में मीडिया और प्रतिनिधिमंडलों के जाने पर रोक लगा दी है। बता दें हाथरस के मामले में  योगी सरकार की देश भर में जमकर फ़ज़ीहत हुई है और उसपर बहुत सवाल खड़े हो गए हैं।

लड़की से दुष्कर्म और उसकी जघन्य हत्या की घटना पर हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने बहुत सख्त टिप्पणी करते हुए कहा है कि एक क्रूरता अपराधियों ने पीड़िता के साथ दिखाई और इसके बाद जो कुछ हुआ, अगर वो सच है तो उसके परिवार के दुखों को दूर करने की बजाए उनके जख्मों पर नमक छिड़कने के समान है। बेंच ने यूपी सरकार के जिन अधिकारियों को नोटिस भेजे हैं उनमें यूपी के डीजीपी, एडीजी क़ानून व्यवस्था, हाथरस के डीएम और एसपी भी शामिल हैं। कोर्ट ने इन सभी अधिकारियों को 12 अक्टूबर को अदालत में तलब किया है। मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए पीड़िता की मौत के बाद प्रशासन के आनन फानन में अंतिम संस्कार करने की रिपोर्ट्स पर उपरोक्त टिप्पणी की है।

हाईकोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले से ही ये तय किया है कि जीवन ही नहीं बल्कि मृत्यु के बाद गरिमापूर्ण ढंग से अंतिम संस्कार भी एक मौलिक अधिकार है। मृतक के शव को उनके घर ले जाया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। हमारे समक्ष मामला आया जिसके बारे में हमने संज्ञान लिया है यह मामला सार्वजनिक महत्व और सार्वजनिक हित का है क्योंकि इसमें राज्य के उच्च  अधिकारियों पर आरोप शामिल है, जिसके परिणामस्वरूप न केवल मृतक पीड़ित बल्कि उसके परिवार के सदस्यों की भी मूल मानवीय और मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होता है।

इस मामले पर बेंच ने कहा कि ‘हमने मृतक पीड़िता के खिलाफ किए गए घृणित अपराध पर भी विचार किया है और हालांकि मामले में राज्य सरकार ने एक एसआईटी का गठन किया गया है, हम इसे भविष्य की तारीखों पर अपने विचार के लिए खुला छोड़ देते हैं कि जांच की निगरानी करें या कानून के अनुसार एक स्वतंत्र एजेंसी के माध्यम से जांच कराएं। बेंच ने कहा कि लखनऊ में शासन की सीट और उच्च पुलिस अधिकारी, पुलिस महानिदेशक (यूपी) का रात में दाह संस्कार करना और इसे उचित बताना, इस पर भी हमने मामले का संज्ञान लिया है।

कोर्ट ने कहा कि मृतक के परिवार के सदस्य यानी पिता, माता, भाई और बहन भी इस अदालत के समक्ष उपस्थित होंगे ताकि यह अदालत श्मशान के समय हुई घटना के तथ्यों और उनके संस्करण का पता लगा सके। इस संबंध में हम जिला न्यायाधीश, हाथरस को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देते हैं कि उक्त परिवार के सदस्य निर्धारित तिथि पर न्यायालय के समक्ष उपस्थित हों। कोर्ट ने कहा कि राज्य के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया जाता है कि किसी भी प्रकार से मृतक के परिवार के सदस्यों पर प्रभाव या दबाव न डाला जाए।

इस बीच योगी सरकार ने पीड़िता के गांव को सील करते हुए वहां मीडिया के जाने पर पूर्ण पाबंदी लगा दी है। साथ ही कोई राजनीतिक या अन्य प्रतिनिधिमंडल भी गांव नहीं जा पाएगा। मीडिया के लोगों को इसकी जानकारी अब से कुछ देर पहले अतिरिक्त एसपी (एएसपी) प्रकाश कुमार ने दी। उनसे पत्रकारों ने पूछा कि यह किसके आदेश हैं तो प्रकाश कुमार ने कहा – ‘हायर ऑफिशियल्स के आर्डर हैं और वे इनके बारे में ही बताने यहां आये हैं। जब तक एसआईटी की टीम वहां जांच कर रही है, कोइ वहां नहीं जा सकेगा’।

एक निजी चैनल को गांव से भागकर खेतों तक आए एक बच्चे ने बताया कि गांव में 200 से 250 पुलिस वाले हैं। बच्चे के मुताबिक पुलिस लोगों के साथ बहुत सख्ती कर रही है और उनका घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया गया है। बच्चे ने बताया कि लोगों को डराया धमकाया जा रहा है और उन्हें हिदायत दी गयी है कि मीडिया से कोई बात नहीं करेगा और घटना के बारे में नहीं बताएगा।

एम.सी.डी चुनाव 2022 के लिये सियासतदानों ने कमर कसी

दिल्ली भाजपा आगामी 2022 के दिल्ली नगर निगम के चुनाव (एमसीडी) को लेकर अभी से कमर कस रही है ताकि चुनाव में जीत का परचम लहराता रहे । इसी के मद्देनजर भाजपा ने पहले जिला अध्यक्षों, मंडल अध्यक्षों के बाद अब प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों की सूची जारी कर कार्यकर्ताओँ को साफ संकेत दिया गया है कि चुनाव नजदीक आ रहे है, पार्टी के साथ –साथ जनता की समस्याओं पर ध्यान दो और काम करों। वैसे इस बार पार्टी के पदाधिकारियों में सांसदों और विधायकों को दूर रखा गया है। बताते चले कि दिल्ली में जब से अरविन्द केजरीवाल ने राजनीति में कदम रखा है , तब से वो दिल्ली की सियासत में एक मजबूत नेता बनकर उभरे है। ऐसे में भाजपा को अब ये लगने लगा है कि अगर आप पार्टी ने एम.सी.डी में दिल्ली विधानसभा चुनाव की तरह जीत का परचम लहराना शुरू कर दिया तो, भाजपा को दिक्कत हो सकती है।

सूत्रों का कहना है कि कोरोना काल में आर्थिक मंदी से भाजपा की हालत पतली हुई है। ऐसे में अब भाजपा को अपनी स्थिति को मजबूत बनाने के लिये कड़ी मेहनत करनी होगी।  हालांकि राम मंदिर निर्माण और हाल ही में आये बाबरी मस्जिद ढांचा के मामले में भाजपा नेताओं पर जो आरोप लगे थे। उससे भाजपा के नेता सब बरी हो गये है। जिससे भाजपा गदगद है। बता दें कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव 2020 में कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला था ।लेकिन 2017 के एम.सी.डी के चुनाव में कांग्रेस के पार्षद चुनाव जीत कर आये थे। अब इस बार एम.सी.डी के चुनाव में कांग्रेस का सीधा मुकाबला आप और भाजपा से है। कांग्रेस का कहना है कि आप और भाजपा की जनविरोधी नीतियों से दिल्ली का विकास रूका है। भाजपा और आप  कोरोना को रोकने में असफल हुई है। जिससे दिल्ली में मामले बढ़े है।

ट्रंप और पत्नी कोरोना पॉजिटिव

अमेरिकी के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। अमेरिका जो इस समय कोरोना संक्रमण के मामलों की गिनती  में दुनिया भर में सबसे आगे है, में राष्ट्रपति के कोविड-19 होने के बाद देश में चिंता है, हालांकि, ट्रंप ने भरोसा जताया है कि जल्दी ही वे इससे बाहर निकलेंगे। खुद के और पत्नी के कोविड-19 पॉजिटिव होने की जानकारी ट्रंप ने एक ट्वीट के जरिए दी है।

ट्रंप ने ट्वीट में कहा कि वो और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप कोरोना संक्रमण के शिकार हो गए हैं। उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। ट्रंप ने शुक्रवार सुबह इस ट्वीट में लिखा – ‘हम दोनों अपना क्वारंटीन पीरियड और रिकवरी प्रोसेस तुरंत शुरू कर रहे हैं और इस संकट काल से एक साथ निकल जाएंगे।’

बता दें ट्रंप की निजी सलाहकार की कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनका और उनकी जीवन संगिनी का टेस्ट कराया गया जिसमें दोनों पॉजिटिव निकले। व्हाइट हाउस में ट्रंप की निजी सलाहकार होप हिक्स कोरोना संक्रमण का शिकार हुई थीं। इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी उनकी निजी सलाहकार के कोरोना के शिकार होने के बाद उन्होंने और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप ने भी कोरोना का टेस्ट करवाया।

याद रहे बहुत से मौकों पर ट्रंप मास्क का इस्तेमाल नहीं करते दिखे हैं। एकाध मौके पर तो उन्होंने इसपर व्यंग्य भी किया था। हालांकि, बाद में उन्हें मास्क में देखा गया है। ट्रंप ने अपने कोविड-19 टेस्ट से पहले ट्वीट करके कहा था कि चूंकि उनकी निजी सलाहकार होप हिक्स कोविड-19 पॉजिटिव हो गई हैं लिहाजा वो सेल्फ क्वारंटीन करेंगे। बता दें कि होप हिक्स ने बीते मंगलवार को डॉनल्ड ट्रंप के साथ क्लीवलैंड में होने वाली प्रेसिडेंशियल डिबेट के लिए ट्रंप के साथ एयर फोर्स वन में सफर किया था।

ट्रंप का ट्वीट –
Donald J. Trump
@realDonaldTrump
Tonight, @FLOTUS and I tested positive for COVID-19. We will begin our quarantine and recovery process immediately. We will get through this TOGETHER!

पाकिस्तानी सीमा पर भारी गोलाबारी, तीन जवान शहीद, पांच घायल

जम्मू-कश्मीर में वीरवार को पाकिस्तान की ओर से हुई भारी गोलाबारी में अलग-अलग क्षेत्र में भारतीय सेना के तीन जवान शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हुए हैं। संघर्षविराम उल्लंघन की ये घटनाएं उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा और जम्मू क्षेत्र  के पुंछ जिले में हुई हैं। पाकिस्तान की ओर से हुई भारी गोलाबारी के बाद एलओसी पर तनाव के हालात बने हुए हैं। आसपास के लोग दहशत में हैं।

पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा स्थित नौगाम सेक्टर और पुंछ जिले के केजी सेक्टर में बुधवार देर रात से ही भारी गोलाबारी की जा रही है। पाकिस्तानी सेना के जवानों ने यहां पर रिहाइशी इलाकों में भी गोले बरसाए हैं।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के नौगाम सेक्टर में वीवार सुबह पाकिस्तानी सेना ने मोर्टार दागे। घायल सेना के जवानों को आर्मी के अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। अभी तक यह साफ नहीं है कि जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को कितना नुकसान हुआ है।

पिछले आठ माह में पाकिस्तान ने एलओसी पर 3,000 से ज्यादा बार संघर्षविराम उल्लंघन किया गया है। पिछले 17 सालों में सबसे ज्यादा है। गत माह सितंबर में पाकिस्तान 47 बार संघर्षविराम तोड़ा। दोनों देशों के बीच 2003 संघर्ष विराम का समझौता हुआ था।

हाथरस जाते हिरासत में लिए राहुल-प्रियंका को पुलिस ने छोड़ा, धक्कामुक्की में नीचे गिर गए थे राहुल

यमुना एक्सप्रेस-वे पर काफिले को रोकने के बाद पैदल हाथरस जाते हुए हिरासत में लिए गए कांग्रेस नेताओं प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने रिहा कर दिया है। उन्हें दो घंटे के करीब पुलिस हिरासत में रखा गया। इससे पहले एक्सप्रेसवे पर उनसे पुलिस की धक्कामुक्की की तस्वीरें सामने आई हैं। इस धक्कामुक्की में राहुल गांधी ज़मीन पर गिर गए और उनके हाथ में चोट आई है।

अब पुलिस ने राहुल और प्रियंका को रिहा कर दिया है। धक्कामुक्की में इस दौरान राहुल गांधी नीचे झाड़ियों के पास गिर गए। अभी तक यह मालूम नहीं है कि उन्हें चोट आई है या नहीं, हालांकि, राहुल इस घटना के बाद काफी देर तक पुलिस अधिकारियों के साथ राहुल की बहस हुई। इसके बाद प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इस बीच यूपी के एडीजी ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं की गयी है।

पुलिस के रोके जाने के बाद राहुल ने यूपी पुलिस के अधिकारियों से पूछा कि उन्हें किस धारा में गिरफ्तार किया जा रहा है। पुलिस ने धारा 188 का हवाला दिया। राहुल ने पूछा 188 में किस आधार पर। फिर पुलिस ने 144 का हवाला दिया जिसपर राहुल ने कहा कि वे अकेले ही हाथरस जाना चाहते हैं, भीड़ लेकर नहीं जायेंगे। हालांकि, इसके बाद उन्हें प्रियंका के साथ हिरासत में ले लिया गया है।

इससे पहले पुलिस के एक अधिकारी के धक्का देने से राहुल नीचे गिर गए। वहां झाड़ियां थीं। प्रियंका और राहुल गांधी हाथरस घटना की पीड़ित परिवार से मिलने उनके वाहन रोके जाने के बाद पैदल ही जा रहे थे। एक्सप्रेस-वे पर काफी हंगामा हुआ है और आरोप के मुताबिक यूपी पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। घटना के बाद राहुल ने कहा कि उन्हें पुलिस के लोगों ने धक्का दिया और लाठी भी मारी। कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा।

इस बीच प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें लड़की के पिता अपना दर्द सुना रहे हैं। प्रियंका ने ट्वीट में कहा – हाथरस की बेटी के पिता का बयान सुनिए। उन्हें जबरदस्ती ले जाया गया। सीएम से वीसी के नाम पर बस दबाव डाला गया। वो जांच की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। अभी पूरे परिवार को नजरबंद रखा है। बात करने पर मना है। क्या धमकाकर उन्हें चुप कराना चाहती है सरकार? अन्याय पर अन्याय हो रहा है।

पोस्ट मार्टम रिपोर्ट

इस बीच हाथरस में गैंगरेप और बर्बरता की शिकार युवती की ऑटोप्सी रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में लड़की का गला दबाने और उसके हुई बर्बर मारपीट की पुष्टि हुई है। हालांकि, रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं की गयी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि युवती की रीढ़ की हड्डी पर भी चोट के निशान थे। ये रिपोर्ट दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल द्वारा ने जारी की है, जहां 20 वर्षीय युवती की मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

उसकी मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया है कि युवती का गला दबाकर मारने की भी कोशिश की गई थी। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि स्पाइनल इंजूरी की वजह से युवती की मौत हो गई। पीड़ित परिवार के मुताबिक गले पर चोट की वजह से युवती को लकवा मार गया था और इस वजह से वह सांस नहीं ले पा रही थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि मरीज का शुरुआती इलाज कमजोर तरीके से किया गया और उसके अटेंडेंट को बताया गया कि मरीज की हालत स्थिर है। बाद में पर्याप्त उपचार के बावजूद रोगी की हालत धीरे-धीरे बिगड़ती गई और उसकी मौत हो गई। उसे सीपीआर भी दिया गया लेकिन हरसंभव कोशिशों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। मंगलवार सुबह 8.55 बजे उसकी मौत हो गई।

इस रिपोर्ट के बाद परिवार की तरफ से लगाए जा आरोपों की पुष्टि होती है। निश्चित ही  यह मामला अब गंभीर राजनीतिक मुद्दा बन गया है और योगी सरकार के सामने इस मामले ने बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, जिन्होंने उन्नाव मामले को भी पूरी ताकत से उठाया था, अब हाथरस परिवार से मिलने जा रही हैं। पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी उनके साथ हैं।

हाथरस पैदल जा रहे राहुल यूपी पुलिस धक्कामुक्की में नीचे गिरे, प्रियंका के साथ उन्हें हिरासत में लिया पुलिस ने

यमुना एक्सप्रेस-वे पर काफिले को रोकने के बाद पैदल हाथरस जा रहे कांग्रेस नेताओं से यूपी पुलिस ने धक्कामुक्की की है। इस दौरान राहुल गांधी नीचे झाड़ियों के पास गिर गए। अभी तक यह मालूम नहीं है कि उन्हें चोट आई है या नहीं, हालांकि, राहुल इस घटना के बाद काफी देर तक पुलिस अधिकारियों के साथ राहुल की बहस हुई। इसके बाद प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

पुलिस के रोके जाने के बाद राहुल ने यूपी पुलिस के अधिकारियों से पूछा कि उन्हें किस धारा में गिरफ्तार किया जा रहा है। पुलिस ने धारा 188 का हवाला दिया। राहुल ने पूछा 188 में किस आधार पर। फिर पुलिस ने 144 का हवाला दिया जिसपर राहुल ने कहा कि वे अकेले ही हाथरस जाना चाहते हैं, भीड़ लेकर नहीं जायेंगे। हालांकि, इसके बाद उन्हें प्रियंका के साथ हिरासत में ले लिया गया है।

इससे पहले पुलिस के एक अधिकारी के धक्का देने से राहुल नीचे गिर गए। वहां झाड़ियां थीं। प्रियंका और राहुल गांधी हाथरस घटना की पीड़ित परिवार से मिलने उनके वाहन रोके जाने के बाद पैदल ही जा रहे थे। एक्सप्रेस-वे पर काफी हंगामा हुआ है और आरोप के मुताबिक यूपी पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। घटना के बाद राहुल ने कहा कि उन्हें पुलिस के लोगों ने धक्का दिया और लाठी भी मारी। कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा।

जैसे ही पुलिस ने उनके साथ चल रहे काफिले को यमुना एक्सप्रेस-वे पर पुलिस ने रोका लेकिन सिर्फ राहुल की गाड़ी को जाने की इजाजत दी, उसके बाद राहुल भी गांधी से उतर गए और यूपी की कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी के साथ पैदल ही हाथरस के लिए निकल गए हैं। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प हो गयी जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसी दौरान राहुल गांधी ज़मीन पर गिर गए जहाँ झाड़ियाँ थीं। उन्हें एक व्यक्ति ने हाथ बढाकर उठाया , हालांकि, इसके बाद भी राहुल ने कहा कि वे रुकेंगे नहीं और पीड़ित परिवार से जरूर मिलेंगे।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बड़ी भीड़ दिल्ली से ही उनके काफिले के साथ जा रही थी। रास्ते में पुलिस भी बड़ी संख्या में तैनात की गयी है। लेकिन हाथरस जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के काफिले को रोक दिया गया। यमुना एक्सप्रेस-वे पर काफिले को बैरिकैड के आगे रोका गया। इसके बाद दोनों ही नेता गाड़ी से उतरकर पैदल चलने लगे। कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता उनके साथ हैं।

गांधी पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस जा रहे हैं। दिल्ली से दोनों नेता एक ही वाहन में जा रहे थे। पार्टी के बड़े नेता जिनमें यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी हैं, उनके साथ हैं।

बता दें गैंगरेप और अमानुषिकता का शिकार पीड़िता की इलाज के दौरान मौत और उसके बाद आधे रात को यूपी पुलिस के उसके बिना परिवार की मंजूरी के अंतिम संस्कार से देश भर में गुस्सा फ़ैल गया है। कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं और सरकार विरोधी नारे लगा रहे हैं।

इस बीच प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें लड़की के पिता अपना दर्द सुना रहे हैं। प्रियंका ने ट्वीट में कहा – हाथरस की बेटी के पिता का बयान सुनिए। उन्हें जबरदस्ती ले जाया गया। सीएम से वीसी के नाम पर बस दबाव डाला गया। वो जांच की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। अभी पूरे परिवार को नजरबंद रखा है। बात करने पर मना है। क्या धमकाकर उन्हें चुप कराना चाहती है सरकार? अन्याय पर अन्याय हो रहा है।

पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आई
इस बीच हाथरस में गैंगरेप और बर्बरता की शिकार युवती की ऑटोप्सी रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़की की मौत गैंगरेप के बाद गला दबाने और उसके साथ हुई बर्बर मारपीट से हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि युवती की रीढ़ की हड्डी पर भी चोट के निशान थे। ये रिपोर्ट दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल द्वारा जारी की गई है, जहां 20 वर्षीय युवती की मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

उसकी मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया है कि युवती के साथ गैंगरेप हुआ था और उसे गला दबाकर मारने की भी कोशिश की गई थी। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि स्पाइनल इंजूरी की वजह से युवती की मौत हो गई। पीड़ित परिवार के मुताबिक गले पर चोट की वजह से युवती को लकवा मार गया था और इस वजह से वह सांस नहीं ले पा रही थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि मरीज का शुरुआती इलाज कमजोर तरीके से किया गया और उसके अटेंडेंट को बताया गया कि मरीज की हालत स्थिर है। बाद में पर्याप्त उपचार के बावजूद रोगी की हालत धीरे-धीरे बिगड़ती गई और उसकी मौत हो गई। उसे सीपीआर भी दिया गया लेकिन हरसंभव कोशिशों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। मंगलवार सुबह 8.55 बजे उसकी मौत हो गई।

इस रिपोर्ट के बाद परिवार की तरफ से लगाए जा आरोपों की पुष्टि होती है। निश्चित ही  यह मामला अब गंभीर राजनीतिक मुद्दा बन गया है और योगी सरकार के सामने इस मामले ने बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, जिन्होंने उन्नाव मामले को भी पूरी ताकत से उठाया था, अब हाथरस परिवार से मिलने जा रही हैं। पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी उनके साथ हैं।