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लखनऊ हवाई अड्डा गुजरात की कंपनी अडानी ग्रुप के हवाले, संभाला कामकाज

मोदी सरकार ने आखिर लखनऊ का चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डा निजी हाथों में दे दिया है। इस हवाई अड्डे के कामकाज का जिम्मा रविवार आधी रात से गुजरात की कम्पनी अडानी ग्रुप ने संभाल लिया। विपक्ष, खासकर कांग्रेस, लंबे समय से मोदी सरकार के सरकारी उपक्रमों को निजी हाथों में देने का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस, अडानी ग्रुप पर हमलावर रही है और उसे मोदी का ‘दोस्त’ बताती रही है। कांग्रेस हासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार के इस फैसले पर ट्ववीट करके लिखा – ‘भाजपा का अपने पूंजीपति मित्र को दीवाली गिफ्ट : 6 एयरपोर्ट’।

अब लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे का पूरा कामकाज अडानी ग्रुप ने संभाल लिया है। रविवार रात 12 बजे तक इसकी तमाम औपचारिकतायें पूरी कर ली गईं। लिहाजा सोमवार से लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट का संचालन अडानी ग्रुप ने करना शुरू कर दिया है। आगे से एयरपोर्ट के प्रबंधन से लेकर वित्तीय मामलों में अडानी ग्रुप के अधिकारी ही फैसले करेंगे। अडानी ग्रुप के पास इस एयरपोर्ट की जिम्मेदारी अगले 50 साल तक रहेगी।

बता दें करीब 34 साल पुराने इस हवाई अड्डे को सरकारी और खास उद्योगपतियों के इस्तेमाल के लिए सन 1986 में बनाया गया था और 17 जुलाई, 2008 को इस एयरपोर्ट को यात्रियों के लिए शुरू किया गया। उसके बाद मई 2012 में लखनऊ एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिला। वर्तमान में करीब 165 विमानों का यहां से संचालन होता है और 55 लाख से अधिक यात्री सालाना यहां से सफर करते हैं।

एयरपोर्ट के लिए अडानी ग्रुप के साथ जो करार हुआ है उसमें शुरुआती तीन साल तक अडानी समूह के अधिकारी एयरपोर्ट प्रशासन के साथ काम करेंगे। सुरक्षा व्यवस्था की कमान पहले की ही तरह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यानी सीआईएसएफ के जवान ही संभालेंगे। फायर फाइटिंग सिस्टम और इंजीनियरिंग सेवाएं भी अडानी समूह के अधिकारी संभालेंगे। लखनऊ एयरपोर्ट के पूर्व निदेशक एससी होता को अडानी लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड का सीईओ बनाया गया है।

लखनऊ एयरपोर्ट के लिए 6 कंपनियों ने बोली लगाई थी, जिसमें प्रति यात्री शुल्क के आधार पर अडानी ग्रुप ने 171 और एएमपी कैपिटल ने 139 रुपए की बोली लगाई थी। यह अहमदाबाद के 177 रुपए प्रति यात्री के बाद किसी एयरपोर्ट के लिए अडानी ग्रुप की सबसे बड़ी बोली थी, जिसके बाद अडानी ग्रुप ने इस बिड को अपने नाम किया।

इस बीच कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके इस फैसले पर तंज कैसा है। प्रियंका ने कहा – ‘भाजपा का जनता को दीवाली का गिफ्ट : भयंकर महंगाई, भाजपा का अपने पूंजीपति मित्र को दीवाली गिफ्ट : 6 एयरपोर्ट, पूजीपतियों का साथ, पूंजीपतियों का विकास।’

प्रियंका गांधी का ट्वीट

Priyanka Gandhi Vadra
@priyankagandhi
भाजपा का जनता को दीवाली का गिफ्ट : भयंकर महंगाई, भाजपा का अपने पूंजीपति मित्र को दीवाली गिफ्ट : 6 एयरपोर्ट, पूजीपतियों का साथ, पूंजीपतियों का विकास।

किसानों ने मांगी मंडी, प्रधानमंत्री ने थमा दी भयानक मंदी : राहुल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर हैं। वे देश के मुद्दों पर सवाल उठा रहे हैं। राहुल जरूरी चीजों की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि, अर्थव्यवस्था में जबरदस्त मंदी और कृषि कानूनों को लेकर पीएम मोदी पर हमले कर रहे हैं। अब राहुल ने किसानों के मसले पर एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि देश के किसानों ने मोदी सरकार से मांगी तो मंडी थी लेकिन जनता के हाथ में प्रधानमंत्री ने भयानक मंदी थमा दी है।

मोदी सरकार के किसान कानूनों के खिलाफ अभी भी प्रदर्शन और आंदोलन चल रहे हैं। किसान कानूनों को अपने खिलाफ बता रहे हैं। कांग्रेस, खासकर राहुल गांधी,  लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। अब राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दे पर पीएम मोदी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा है कि देश के किसानों ने तो मंडी माँगी थी लेकिन प्रधानमंत्री ने उन्हें भयानक मंदी थमा दी है।

एक ट्वीट में गांधी ने कहा – ‘देश के किसानों ने माँगी मंडी, PM ने थमा दी भयानक मंदी।’ ट्वीट में राहुल ने अनाज की बोरियों और कुछ लोगों की एक तस्वीर भी शेयर की है।

बता दें कांग्रेस ने रविवार को भी सरकार से कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और महंगाई पर रोक लगाने के लिए बाजार में खाद्य वस्तुओं का पर्याप्त भंडार उपलब्ध कराने को कहा था। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने प्याज और आलू की कीमतों के आसमान छूने का जिक्र करते हुए कहा – ‘यह 10 साल में अपने उच्चतम स्तर पर है। सरकार अनजान बनी हुई है। सरकार भंडार को सड़ा रही है और इसका खामियाजा लोग भुगत रहे हैं।’

राहुल का ट्वीट –

Rahul Gandhi
@RahulGandhi
देश के किसानों ने माँगी मंडी
PM ने थमा दी भयानक मंदी।

यूपी के बहराइच में सड़क हादसे में 6 जायरीनों की मौत, 10 घायल

उत्तर प्रदेश के बहराइच में बड़े सड़क हादसे में सोमवार को 6 जायरीनों की जान चली गयी। हादसे में 10 जायरीन घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई गयी है।

जानकारी के मुताबिक हादसा गोंडा-बहराइच राजमार्ग पर शिवदहा मोड़ के पास हुआ जब जायरीनों से भरी एक गाड़ी को अज्ञात वाहन ने सोमवार सुबह टक्कर मार दी। पता चला है कि चालक को झपकी आने के कारण हादसा हुआ। घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। घायल जायरीनों ने एम्बुलेंस सेवा पर आरोप लगाया है कि समय से एम्बुलेंस नहीं मिलने के कारण ज्यादा लोगों की मौत हुई। समय पर मिल जाती तो कई घायलों की जान बचाई जा सकती थी।

आरोप है कि हादसे के बाद लोग घंटों गाड़ी में फंसे रहे लेकिन एम्बुलेंस नहीं आई। काफी देर के बाद जाकर घायलों को अस्पताल भेजा गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

पुलिस के मुताबिक आंबेडकरनगर के किछौछा में श्रद्धालु जियारत करने गए थे और जब वे जियारत करके लखीमपुर लौट रहे थे तब यह हादसा हुआ। शिवदहा मोड़ के पास किसी अज्ञात वाहन ने वैन को टक्कर मार दी जिसमें छह लोगों की मौत हो गयी।  घायलों को मेडिकल कॉलेज बहराइच में भर्ती किया गया है।

सभी सीटों पर सवारी ,लोगों ने ली राहत की सांस

जब से कोरोना महामारी ने दस्तक दी है तब से लेकर 31 अक्टूबर तक दिल्ली परिवहन की बसों में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिये एक बस में सिर्फ 17 ही सवारी की अनुमति थी। जिसका बस चालक और संवाहक पालन भी कर रहे थे। लेकिन सवारियों को बसों में यात्रा करने में दिक्कत हो रही थी और यात्रीगण दिल्ली सरकार से मांग करते रहे है कि बसों में जितनी सीटें है, उतनी सवारियों को बैठने की अनुमति दी जाये।

सरकार ने यात्री की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुये 1 नवम्बर से बसों में सीटों पर बैठने की अनुमति दे दी है। जिससे दिल्ली के यात्रियों ने राहत की सांस ली है। बस स्टाँप पर भी भीड़ कम दिखी है। इस बारे में दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि बसों में सभी सीटों पर यात्रा करने की अनुमति दे दी है। लेकिन किसी यात्री को बस में खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं दी है। वहीं दिल्ली परिवहन में हो रहे नुकसान को लेकर भाजपा के नेता रामाधार का कहना है कि  दिल्ली सरकार कोरोना को रोकने में असफल रही है। बसों की संख्या बढ़ा नहीं पायी है। जिससे लोगों को यात्रा करने में दिक्कत हुई है। इस लिये सरकार को चाहिये कि कोरोना का कहर बसों के रास्ते ना फैले इसलिये बसों की संख्या बढाये ताकि कोरोना काल में लोगों को किसी प्रकार का संक्रमण ना फैले।

यात्रियों ने तहलका संवाददाता को बताया कि दिल्ली सरकार का फैसला देर से आया है जबकि ये फैसला जुलाई से होता तो यात्रियों को दिक्कत ना होती और ना ही सरकार को नुकसान होता , यात्रियों ने दिल्ली सरकार से मांग की है बसों को अधिक से अधिक सड़कों पर उतारें ताकि लोगों को आने-जाने में परेशानी ना हो, जो अभी तक होती रही है। लोगों ने दिल्ली सरकार की लचर परिवहन व्यवस्था को सुचारू करने की मांग भी की है।

कश्मीर में हिज़्बुल का टॉप कमांडर सैफुल्लाह ढेर, साथी पकड़ा गया

कश्मीर के श्रीनगर में सुरक्षा बलों के साझे अभियान में हिज्बुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर और रियाज नाइकू का उत्तराधिकारी माने जाने वाला सैफुल्लाह एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया है। यही नहीं उसके एक साथी को सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार कर लिया है। सैफुल्लाह A++ कैटिगरी का आतंकी था।

सैफुल्लाह उर्फ गाजी हैदर पुलवामा के मलंगपोरा इलाके का रहने वाला था।  उस पर लाखों रुपये का इनाम था। हिज्बुल के चीफ सैयद सलाहुद्दीन ने उसे नाइकू की मौत के बाद कश्मीर में तबाही का जिम्मा  सौंपा था। नाइकू के मारे जाने के बाद सैफुल्लाह कश्मीर में हिज्बुल की कमान संभाल रहा था। आरोप है कि वह हथियार लूट, आईईडी हमलों और सुरक्षाबलों के काफिले पर हमलों जैसी अन्य घटनाओं में शामिल रहा था।

मुठभेड़ श्रीनगर के रंगरेथ इलाके में हुई।  सुरक्षा बलों को श्रीनगर के रंगरेथ इलाके में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद सेना की राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी और सीआरपीएफ के जवानों ने साझा ऑपरेशन शुरू किया। कुछ उपद्रवियों ने वहां प्रदर्शन कर ऑपरेशन में बाधा डालने की कोशिश की लेकिन सीआरपीएफ ने आंसू गैस के गोले दागकर वहां से खदेड़ दिया।

सुरक्षा बलों ने आतंकियों को सरेंडर करने के लिए कहा लेकिन उन्होंने प्रदर्शन के बीच वहां से भागने की कोशिश की। सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई कर सैफुल्लाह उर्फ गाजी हैदर को मार गिराया। मुठभेड़ में सैफुल्लाह का एक साथी जिंदा पकड़ा गया। पकड़े गए आतंकी से पूछताछ की जा रही है।

पाकिस्तान की गोलीबारी
इस बीच पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू के कठुआ और पुंछ जिलों में अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर कई सेक्टरों में गोलियां चलाईं और मोर्टार के गोले दागे। गोलियां एक मंदिर और कुछ मकानों में लगीं। सेना और सीमा सुरक्षा बल ने इसका करारा जवाब दिया। कठुआ जिले में हीरानगर सेक्टर में मनियारी, चंदवा और लोंदी गावों में गोलीबारी से भगवान शिव का एक मंदिर और कुछ मकान अंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कुछ मवेशियों को भी गोलियां लगी हैं।

आईपीएल: लगातार तीन फिफ्टी लगा इस अनकैप्ड खिलाड़ी ने रचा इतिहास

आईपीएल-13 में वैसे तो चेन्नई सुपरकिंग्स के सितारे गर्दिश में हैं। टॉप-4 रेस से धोनी के धुरंधर पहले ही बाहर हो चुके हैं। लेकिन जाने से पहले पंजाब की टीम को भी बाहर का रास्ता दिखवा दिया। इस बीच, सीएसके के स्टार बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने खास रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया है। मौजूदा सीजन में लगातार तीन अर्धशतक जड़ने वाले पहले अनकैप्ड खिलाड़ी बन गए हैं। साथ ही गायकवाड़ ने चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए आईपीएल इतिहास में लगातार तीन फिफ्टी लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
रविवार को आईपीएल-2020 के 53वें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को नौ विकेट से हरा दिया। इस हार के साथ ही पंजाब प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गया।  सीएसके पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है। यह चेन्नई के लिए इस सीजन का आखिरी मैच था। यूएई के अबु धाबी में खेले गए इस मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पंजाब ने चेन्नई को 154 रन का लक्ष्य दिया था। जवाब में चेन्नई ने 18.5 ओवर में एक विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया।
ऋतुराज गायकवाड़ ने लीग में लगातार तीसरी फिफ्टी लगाते हुए सबसे ज्यादा 62 रन की नाबाद पारी खेली। फाफ डुप्लेसिस (48) और अंबाती रायुडू ने नाबाद 30 रन बनाए। सीएसके के सलामी बल्लेबाज गायकवाड़ ने इस सीजन में कुल छह मैच खेले, जिनमें तीन फिफ्टी की मदद से 204 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 120.71 का रहा।
गौरतलब है कि आईपीएल शुरू होने से ठीक पहले ही ऋतुराज गायकवाड़ कोरोना संक्रमित हो गए थे। इसके बाद वह दो सप्ताह तक क्वारन्टीन पर रहे थे। कोविड-19 की दो अनिवार्य परीक्षणों में निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद खेलने के लिए स्टेडियम में उतर सके।

प्रदूषण के विरूद्ध युद्ध के अभियान पर नहीं है किसी का ध्यान , जमकर पैल रहा है प्रदूषण

भले ही दिल्ली सरकार प्रदूषण के विरूद्ध युद्ध अभियान चलाये हो , पर धरातल में इस अभियान पर किसी का कोई ध्यान नहीं है, जिसके कारण प्रदूषण का कहर लगातार बढ़ रहा है। दिल्ली में आलम ये है कि जहां- तहां पुराने वाहन सारे यातायात के नियमों की धज्जियों को तोड़ते हुये धुआं छोड़ते हुये धुआंधार तरीके से अपने वाहनों से निकल रहे है।

सबसे गंभीर बात तो ये है कि दिल्ली में लोगों की शरारत कहें या अराजकता जो कूड़े में आग लगाने से नहीं बच रहे है। तहलका संवाददाता को दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदूषण के विरूद्ध अभियान में सरकार को अगर कोई पलीता लगा रहा है तो प्रदूषण विभाग और यातायात पुलिस जो कार्रवाई के नाम पर कोई एकाध का ही चालान काट रही है। जबकि सच्चाई तो ये है, अगर सख्ती से पालन करें तो ना तो पुराने वाहन ना निकल पायेगें और ना ही प्रदूषण फैल पायेगा ।जो लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है।एमसीडी के कर्मचारी रामप्रसाद का कहना है कि हर साल प्रदूषण को लेकर निर्माणाधीन मकानों का काम धूल –धक्कड़ को रोकने के लिये रोक दिया जाता था । पर इस साल अभी तक काम पर रोक नहीं लगी है जो प्रदूषण को बढ़ावे में अहम् भूमिका निभाता है।क्योंकि दिल्ली में आज भी धड़ल्ले से कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है। जो डस्ट और गंदगी भी फैला रहा है।

तेजस्वी का 10 लाख नौकरी के बाद अब रिटायरमेंट की उम्र 50 साल करने के नीतीश सरकार के फैसले को रद्द करने का वादा

बिहार विधानसभा चुनाव में 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा करके इसे चुनाव का मुख्य मुद्दा बना देने वाले आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने रविवार को एक और बड़ा वादा करते हुए कहा है कि उनकी सरकार आने पर 50 साल में रिटायरमेंट की उम्र के नीतीश-भाजपा सरकार के आदेश को रद्द कर दिया जाएगा।

तेजस्वी ने पटना में भाजपा और नीतीश कुमार पर जबरदस्त हमला करते हुए कहा –

‘नीतीश और भाजपा की सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को 50 साल में ही रिटायर कर देने का फरमान जारी किया है जबकि खुद 70 साल से अधिक हैं। हमारी सरकार आते ही 50 साल में रिटायर कर देने के वर्तमान सरकार के फैसले को रद्द कर दिया जाएगा।’

आरजेडी नेता ने नीतीश कुमार से सवाल पूछा कि बिहार में बेरोजगारों को नौकरी देने पर वो क्यों नही बोलते हैं। तेजस्वी ने कहा – ‘आज बिहार में डॉक्टर और नर्सें नहीं हैं। शिक्षा का ढांचा नीतीश कुमार-भाजपा सरकार ने चौपट कर दिया है। बिहार में अब तीन साल में ग्रेजुएशन क्यों नहीं पूरा होता है?

इस चुनाव में तेजस्वी यादव बेरोजगारी को मुख्य मुद्दा बना रहे हैं। उनकी 10 लाख सरकारी नौकरी देने के वादे के बाद भाजपा-नीतीश गठबंधन को भी रोजगार का वादा करना पड़ा था। तेजस्वी अपनी हर चुनाव सभा में दोहरा रहे हैं कि उनकी सरकार बनते ही पहली ही केबिनेट बैठक में 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी के कागजों पर हस्ताक्षर किये जाएंगे। अब रिटायरमेंट की उम्र 50 साल ख़त्म करने की उनकी घोषणा से चुनावी गर्मी बढ़ने की संभावना है।

वोट पाने की खातिर नेता ‘कुत्ता’ बनने से भी नहीं कर रहे परहेज

मध्य प्रदेश में उपचुनाव का चुनाव प्रचार अंतिम दौर में है। नेता एक दूसरे पर ऊल जलूल बयान देने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। किसी भी हालत में चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कहने और बनना भी कुबूल है। शनिवार को भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा में खुद को जनता का वफादार बता डाला।
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पूर्व कांग्रेसी और भाजपा की सरकार बनवाने वाला भाजपा नेता सिंधिया ने कहा कि पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ जी यहां आते हैं और मुझे कुत्ता बताते हैं। सिंधिया यहीं नहीं रुकते हैं, वह कहते हैं, कमलनाथ जी, सुन लीजिए। हां, मैं कुत्ता हूं, क्योंकि मेरा मालिक मेरी जनता है, जिसकी मैं सेवा करता हूं। कुत्ता अपने मालिक और अपने दाता की रक्षा करता है। हां, कमलनाथ जी मैं कुत्ता हूं, कोई भी मेरे मालिक के साथ भ्रष्टाचार करेगा और उसे अंगुली दिखाएगा, तो कुत्ता उसे काट लेगा।
इससे पहले, शुक्रवार को एक चुनावी सभा में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने भाषण में कुत्ते का जिक्र किया था। माना जा रहा है कि उनका इशारा सिंधिया की तरफ था। कृष्णम ने कहा था कि जिस तरह से एक पिल्ले की रक्षा के लिए कुत्ता आगे आ जाता है, उसी तरह से यहां के विधायक को कार्रवाई से बचाने के लिए कुत्ता आ गया था। इस सभा के मंच पर कमलनाथ भी मौजूद थे।

‘जेम्स बॉन्ड’ सर सीन कॉनेरी का निधन, ऑस्कर, बाफ्टा और तीन गोल्डन ग्लोब विजेता एक्टर थे

बड़ी स्क्रीन पर 1962 में पहली बार जेम्स बॉन्ड का किरदार निभाने वाले दिग्गज एक्टर सर सीन कॉनेरी का निधन हो गया है। करीब 90 साल के कॉनेरी ने अभी अगस्त में अपना  90वां जन्मदिन मनाया था। साल 1988 में ऑस्कर जीतने वाले कॉनेरी को सबसे ज्यादा ख्याति, दरअसल, जेम्स बॉन्ड के किरदार से ही मिली।
सर सीन कॉनेरी काफी समय से बीमार थे। उन्होंने अपने करियर में सात बार (फिल्मों में) बॉन्ड का किरदार निभाया। स्कॉटिश मूल के सीन ऑस्कर, बाफ्टा और तीन गोल्डन ग्लोब सहित कई पुरस्कार जीतने वाले दिग्गज अभिनेता थे। कॉनेरी ने ‘मर्नी’, ‘मर्डर ऑन द ओरिएंट एक्सप्रेस’, ‘द मैन हू बी किंग’, ‘द नेम ऑफ द रोज’, ‘हाईलैंडर और इंडियाना जोन्स एंड द लास्ट क्रूसेड’, ‘द हंट फॉर रेड अक्टूबर’ और ‘द रॉक’  जैसी फिल्मों में काम किया।
सीन को ‘द अनटचेबल्स’ के लिए पहली बार 1988 में ऑस्कर से सम्मानित किया गया था। उन्हें हमेशा मूल जेम्स बॉन्ड के रूप में याद किया जाएगा, जिसका सिनेमा के इतिहास में अमिट प्रवेश तब शुरू हुआ जब उन्होंने उन अविस्मरणीय शब्दों की घोषणा की।’
बता दें कॉनरी जेम्स बॉन्ड के कैरेक्टर को बड़े पर्दे पर लाने वाले पहले एक्टर थे। वे जासूसी थ्रिलर सीरीज 007 के सात में से पहले एक्टर थे, जिन्होंने यह किरदार निभाया था। उन्हें लंबे समय से चल रही जेन्म बॉन्ड फ्रैंचाइज़ी में 007 की भूमिका निभाने वाले सर्वश्रेष्ठ एक्टर के रूप में माना जाता था। अक्सर चुनावों में ऐसे नाम का प्रयोग किया जाता था। कॉनरी को ऑस्कर अवॉर्ड ‘द अनटचेबल्स’ में आयरिश पुलिस के रूप में उनके रोल के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के रूप में नामित किए जाने के बाद मिला था।
निर्माता माइकल जी विल्सन और बारबरा ब्रोकोली ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा – ‘सर शॉन कॉनरी के निधन की खबर से हमें गहरा सदमा लगा है। विल्सन और ब्रोकोली ने कहा – ‘नाम है बॉन्ड… जेम्स बॉन्ड’. उन्होंने सेक्सी और करिश्माई गुप्त एजेंट के अपने पराक्रमी किरदार और उसके मजाकिया चित्रण से दुनिया में क्रांति ला दी। वे निस्संदेह जेम्स बॉन्ड सीरीज की सफलता के लिए काफी हद तक जिम्मेदार हैं और हम हमेशा के लिए उनके आभारी रहेंगे।’