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आपके खातों पर हैकर्स की नज़र

पिछले महीने भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (एमएचए) ने धन-शोधन में शामिल अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधी सिंडिकेट्स के द्वारा किराये के बैंक खातों का उपयोग करके बनाये गये अवैध भुगतान के तरीक़ों के ख़िलाफ़ चेतावनी दी थी। गुजरात (एफआईआर 0113/2024) और आंध्र प्रदेश (एफआईआर 310/2024) के मुताबिक की गयी छापेमारी से पता चला कि आपराधिक नेटवर्क अवैध डिजिटल भुगतान की सुविधा के लिए किराये के खातों का उपयोग करते हैं।

जाँच से पता चला कि फ़र्ज़ी कम्पनियों या संदिग्ध व्यक्तियों के चालू और बचत खातों को सोशल मीडिया, मुख्य रूप से टेलीग्राम और फेसबुक के माध्यम से निशाना बनाया जाता है। इन किराये के खातों को दूर से नियंत्रित किया जाता है तथा भुगतान के रास्ते स्थापित किये जाते हैं, जो फ़र्ज़ी निवेश जैसे घोटालों, ऑनलाइन जुआ खेलने की साइट्स और नक़ली स्टॉक ट्रेडिंग ऐप्स जैसे धोखाधड़ी वाले प्लेटफॉर्म्स से अवैध रूप से धन की निकासी करते हैं। चुराये गये धन को अक्सर बैंकों द्वारा प्रदान की गयी थोक भुगतान सुविधाओं का लाभ उठाकर कई स्तरों के लेन-देन के माध्यम से शीघ्रता से सफ़ेद कर लिया जाता है। पीस-पे, आरटीएक्स-पे और पोको-पे जैसे भुगतान के माध्यमों को इन अवैध कामों में प्रमुख उपकरण के रूप में पहचाना गया है।

इस अवैध काम को बारीक़ी से उजागर करने के लिए ‘तहलका’ एसआईटी ने एक गुप्त पड़ताल शुरू की, जिसमें यह उजागर किया गया कि साइबर अपराधी किस प्रकार व्यक्तिगत बैंक खातों को हैक करते हैं और गेमिंग प्लेटफॉर्म को भी निशाना बनाते हैं। ये हैकर्स अपनी गतिविधियों को छिपाने के लिए उधार लिए गये खातों का उपयोग करते हैं। पड़ताल में बैंकिंग सुरक्षा में गंभीर ख़ामियाँ उजागर हुईं। आवरण कथा- ‘बिक रहे हैं बैंक खाते’ में विस्तार से बताया गया है कि किस प्रकार साइबर अपराधी अब धन शोधन के लिए निष्क्रिय बैंक खातों को ख़रीद लेते हैं, जिससे क़ानून प्रवर्तन के लिए नयी चुनौतियाँ उत्पन्न हो जाती हैं।

पड़ताल में साइबर अपराधियों और भ्रष्ट बैंकरों के बीच ख़तरनाक सहयोग पर भी प्रकाश डाला गया है, जो इन योजनाओं को सुविधाजनक बनाने के लिए ग्राहकों की संवेदनशील जानकारी, जिसमें एटीएम पिन, आईएफएससी कोड और खाता संख्या शामिल हैं; प्रदान करते हैं। पद्म भूषण से सम्मानित और वर्धमान समूह के मालिक से सात करोड़ रुपये की ठगी का हालिया मामला बताता है कि यह साज़िश कितनी गहरी है। गुवाहाटी और पश्चिम बंगाल में हुई गिरफ़्तारियाँ इस बात की पुष्टि करती हैं कि अपराधियों की पहुँच देशव्यापी है।

‘तहलका’ के निष्कर्षों से पता चलता है कि किस प्रकार धोखेबाज़ आम नागरिकों को खाते खोलने के लिए लुभाते हैं या प्रोत्साहन देकर मौज़ूदा खातों तक पहुँच प्रदान करते हैं, जिससे चुराये गये धन को दूसरे खातों में हस्तांतरित किया जाता है। ये खाते न केवल धन शोधन के लिए माध्यम बनते हैं, बल्कि इनका उपयोग आतंकवादी वित्तपोषण में भी किया जा सकता है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर ख़तरा पैदा करता है।

डिजिटल भुगतान के अधिक व्यापक होने के कारण साइबर अपराध का ख़तरा भी बढ़ रहा है। गृह मंत्रालय की सलाह स्पष्ट है- ‘नागरिकों को अपने बैंक खाते, कम्पनी पंजीकरण प्रमाण-पत्र या उद्यम आधार प्रमाण-पत्र नहीं बेचने चाहिए या किराये पर नहीं देने चाहिए। ऐसे खातों में अवैध धनराशि जमा होने पर गंभीर क़ानूनी परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं, जिसमें गिरफ़्तारी भी शामिल है।’ यह जोखिम बहुत बड़ा है; सिर्फ़ व्यक्तियों के लिए ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी। हमें अपनी वित्तीय प्रणालियों को शोषण से बचाने के लिए मिलकर कार्य करना होगा।

सुखबीर सिंह बादल को मिली सजा, गले में पहनेंगे तख्ती

प्रकाश सिंह बादल से ‘फक्र ए कौम ‘सम्मान वापस लिया

अमृतसर : अकाली दल की सरकार के वक्त डेरा सच्चा सौदा सिरसा के मुखी राम रहीम को माफी और बेअदबी के मामले में सुखबीर बादल और बाकी सिख मंत्रियों को सजा सुना दी गई है। इस मामले को लेकर श्री अकाल तख्त साहिब पर सोमवार को पांच सिख साहिबानों की मीटिंग हुई।

श्री अकाल तख्त साहिब में व्हीलचेयर पर पहुंचे सुखबीर बादल ने अपनी गलती कबूल ली है। उन्होंने राम रहीम को माफी देना और गोली कांड का गुनाह भी कबूल किया है। सुखबीर बादल ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान हमसे कई गलतियां हुई है। वहीं प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि मुझे पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं।

सुखबीर बादल को श्री दरबार साहिब (गोल्डन टेंपल) के घंटाघर के बाहर ड्यूटी करनी होगी। इस दौरान उनके गले में तख्ती और हाथ में बरछा रहेगा। ये सजा उन्हें 2 दिन के लिए दी गई है। इसके बाद 2 दिन श्री केसगढ़ साहिब, 2 दिन श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो, 2 दिन श्री मुक्तसर साहिब और 2 दिन श्री फतेहगढ़ साहिब में सेवादारों वाला चोला पहनकर हाथ में बरछा लेकर ड्यूटी करेंगे। बादल चोट के चलते ये ड्यूटी वह व्हीलचेयर पर बैठ कर देंगे। जत्थेदार ने कहा कि सुखबीर सिंह बादल इन साहिबों में ड्यूटी के बाद एक-एक घंटा लंगर घर में जाकर संगत के जूठे बर्तन साफ करेंगे। साथ ही एक घंटा बैठकर कीर्तन सुनना होगा और श्री सुखमणि साहिब का पाठ करना होगा। इसके अलावा पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल से फक्र ए कौम सम्मान वापस लिया जाएगा।

साल 2015 में बादल कैबिनेट मेंबर रहे वह सभी 3 दिसंबर को 12 बजे से लेकर 1 बजे तक दरबार साहिब के बाथरूम साफ करेंगे। जिसके बाद नहा कर वह लंगर घर में सेवा करेंगे। बाद में श्री सुखमणि साहिब का पाठ करना होगा। इन्हें भी श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से तख्ती पहनाई जाएगी।

पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह ने जेपी नड्डा के जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी

नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा का सोमवार को जन्मदिन है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत कई नेताओं ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेपी नड्डा के संगठनात्मक कार्य की तारीफ करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। मैं नड्डा को वर्षों से जानता हूं और पार्टी में उनके उल्लेखनीय योगदान का गवाह हूं। उन्होंने हर संगठनात्मक, विधायी और कार्यकारी जिम्मेदारी को पूरी लगन से निभाया है। वे स्वस्थ भारत सुनिश्चित करने के प्रयासों में सबसे आगे हैं। ईश्वर उन्हें दीर्घायु और स्वस्थ जीवन प्रदान करे।”

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जेपी नड्डा के बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, “भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। आपके नेतृत्व में संगठन विस्तार व विश्वास का सुंदर कालखंड देख रहा है। साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश के स्वास्थ्य क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने में आप सराहनीय योगदान दे रहे हैं। ईश्वर से आपकी दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।”

केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ‘एक्स’ पर लिखा, “केंद्रीय कैबिनेट में मेरे साथी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। आप स्वस्थ और दीर्घायु रहें, ईश्वर से यही कामना करता हूं।”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा को जन्मदिन की हार्दिक बधाई! प्रभु श्री राम से आपके स्वस्थ, सुदीर्घ एवं सुयश पूर्ण जीवन की प्रार्थना है।”

इन दिग्गज नेताओं के अलावा पार्टी के भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेता, संगठन के नेता और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं द्वारा जेपी नड्डा को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी जा रही हैं।

बॉर्डर पर ट्रैक्टर और बुलडोजर लेकर पहुंचे किसान, नोएडा पुलिस का बैरिकेड तोड़ आगे बढ़े

नोएडा : संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में हजारों किसान नए कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। किसानों ने नोएडा से दिल्ली की ओर विरोध मार्च शुरू किया है और वे संसद का घेराव करने की धमकी दे रहे हैं।

किसानों के दिल्ली कूच की खबर मिलते ही दिल्ली पुलिस ने भी एहतियात बरतते हुए चिल्ला बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर किसानों के मार्ग को अवरुद्ध करने की कोशिश की है। किसानों ने पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की, जिससे पुलिस और किसानों के बीच झड़प हो गई। किसानों का आरोप है कि सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है।

किसानों के प्रदर्शन के कारण नोएडा एक्सप्रेस-वे को दोनों ओर से बंद कर दिया गया है। इससे यातायात व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है। 5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि सरकार किसानों की बात सुनने के लिए तैयार है और पहले भी किसानों के हित में कई फैसले लिए गए हैं।

झारखंड  के लातेहार में अपराधियों ने दो वाहनों को आग के हवाले किया

झारखंड के लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र अंतर्गत कुसमाही रेलवे कोल साइडिंग के पास बीती रात अपराधियों ने जमकर उत्पात मचाया।

इस दौरान अपराधियों ने दो वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया है। फिलहाल घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है।

दरअसल बीती रात करीब 2:00 बजे अज्ञात अपराधी बालूमाथ थाना क्षेत्र के मकईयाटांड़ के पास पहुंचे और वहां कोयले से लदे दो वाहनों में आग लगा दी।

जानकारी के अनुसार, जब अपराधियों ने एक वाहन में आग लगाई तो दूसरे वाहन का चालक वहां से भागने की कोशिश करने लगा। लेकिन, अपराधियों ने फायरिंग कर ट्रक चालक को रोक लिया और उसके साथ बदसलूकी करते हुए चालक को वाहन से उतार कर दूसरे वाहन में भी आग लगा दी।

घटनास्थल नेशनल हाईवे के बिल्कुल किनारे है। ट्रक चालक साबिर अंसारी ने बताया कि वह तुबेद से कोयला लेकर कुसमाही साइडिंग आ रहा था। लेकिन, साइडिंग के पास चार अपराधी पहुंचे और उसके वाहन को रोक लिया। अपराधियों ने सबसे पहले उसका मोबाइल छीन लिया और गाड़ी में पेट्रोल डालकर आग लगा दी।

इससे पहले, लातेहार जिले के बालूमाथ स्थित रेलवे कोयला साइडिंग पर 28 नवंबर की सुबह अज्ञात अपराधियों ने कोयला लदे ट्रकों को निशाना बनाकर जमकर फायरिंग की थी।

हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं थी। लेकिन, घटना से क्षेत्र में डर का माहौल बन गया था।

इस संबंध में घटनास्थल पर मौजूद ट्रक चालकों ने बताया था कि तड़के सुबह 4 बजे के लगभग मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपराधी साइडिंग के अंदर प्रवेश किए और ट्रकों को निशाना बनाकर गोलियां चलानी आरंभ कर दी। अपराधियों ने इस दौरान लगभग 15 से 20 फायरिंग की थी। इसके बाद अपराधी घटनास्थल से फरार हो गए थे।

किसानों का दिल्ली कूच, सभी रास्तों पर भयंकर जाम

दिल्ली : अपनी मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश के हजारों किसान दिल्ली कूच पर निकले हैं। जिसके कारण दिल्ली बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। दिल्ली आने वाले सभी रास्तों पर भारी जाम की स्थिति है। किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली पहुंच रहे हैं। इनमें मुख्य रूप से भूमि अधिग्रहण, कर्ज माफी और फसल की उचित कीमतें शामिल हैं। किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर में बैरिकेड लगाने और रूट डायवर्ट करने सहित सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए हैं।

पुलिस की तरफ से जारी किए गए बयान के मुताबिक 2 दिसंबर को किसानों के दिल्ली आह्वान को लेकर दिल्ली/बार्डर एरिया में चेकिंग की जा रही है, जिसमें यातायात धीमी गति से संचालित हो रहा था, वर्तमान में सभी रेड लाइट को निरन्तर ग्रीन कर दिया गया है। एक बार फिर यातायात सामान्य गति से संचालित है। कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस यातायात को सुचारू रूप से संचालित करा रही है।

पुलिस अपने इस बयान के जरिए यह बताने की कोशिश कर रही है कि जाम को खुलवा दिया गया है। लेकिन सड़कों पर उतरे वाहन चालकों को मिनटों का सफर घंटे में तय करना पड़ रहा है। यह स्थिति तब बनी हुई है जब अभी तक किसानों ने अपने मीटिंग प्वाइंट तक पहुंचना शुरू भी नहीं किया है। हालांकि यातायात विभाग के मुताबिक डायवर्जन प्लान तैयार कर लिया गया है और जरूरत के हिसाब से उसे लागू किया जाएगा।

महामाया फ्लाईओवर एक केंद्र बिंदु है जहां पर सभी किसानों को एकत्र होना है और फिर यहां से दिल्ली की तरफ बढ़ना है। यहां से कालिंदी कुंज के जरिए और डीएनडी और उसके बाद चिल्ला बॉर्डर के जरिए दिल्ली की तरफ जाया जा सकता है, जहां पर दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस दोनों ही तरफ से चेकिंग अभियान चलाकर किसी भी किसान को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश कर रही है।

झारखंड में आज से हेमंत सरकार की चौथी पारी, सीएम अकेले लेंगे शपथ

विश्वास मत के बाद होगा कैबिनेट विस्तार

हेमंत सोरेन गुरुवार शाम चार बजे झारखंड के सीएम के तौर पर चौथी बार शपथ लेंगे। रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में देश भर से ‘इंडिया’ ब्लॉक के शीर्ष नेता जुट रहे हैं।

शपथ ग्रहण के पूर्व हेमंत सोरेन ने राज्य की जनता के नाम जारी संदेश में है, ‘विधानसभा चुनाव में झारखंड की जनता ने ‘सोना झारखंड’ के निर्माण के लिए अनेकता में एकता का जो संदेश दिया है, वह ऐतिहासिक है, अद्भुत है, अविस्मरणीय है। वीर पुरखों के सपनों और राज्यवासियों की आशाओं-आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अबुआ सरकार पूरी संवेदनशीलता और नई ऊर्जा के साथ काम करेगी।‘

नई सरकार के मंत्रियों के नाम फिलहाल तय नहीं हुए हैं इसलिए हेमंत सोरेन अकेले शपथ लेंगे। सरकार के करीबी सूत्रों के अनुसार, विधानसभा में विश्वास मत साबित करने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। समारोह को भव्य बनाने की तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

कार्यक्रम में एक लाख से ज्यादा लोगों के जुटने का अनुमान है। सड़कों पर ट्रैफिक का बोझ देखते हुए आज रांची के तमाम सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद रखे गए हैं। शहर में ऑटो और ई-रिक्शा का परिचालन भी प्रशासन ने बंद करा दिया है।

शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार, पश्चिम बंगाल की की मुख्यमंत्री और टीएमसी की अध्यक्ष ममता बनर्जी, आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, मेघालय के मुख्यमंत्री कोराड कोंगकल संगमा, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, सीपीआई एमएल के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, शिवसेना (उद्धव) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे,

जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती, तमिलनाडु के डिप्टी सीएम उदय स्टालिन, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार, बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, बिहार के सांसद पप्पू यादव और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह समारोह में मौजूद रहेंगे।

हेमंत सोरेन झारखंड में मुख्यमंत्री के रूप में चौथी बार शपथ लेने वाले पहले नेता होंगे। इसके पहले उन्होंने पहली बार 13 जुलाई 2013 को झामुमो, कांग्रेस, राजद गठबंधन के सहयोग से बनी सरकार में सीएम पद की शपथ ली थी। इस सरकार का कार्यकाल 23 दिसम्बर 2014 तक था। दूसरी बार उन्होंने 29 दिसम्बर 2019 में शपथ ली थी। 31 जनवरी 2024 को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। जमानत पर बाहर आने के बाद 4 जुलाई 2024 को उन्होंने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली थी। हेमंत सोरेन के पहले उनके पिता शिबू सोरेन और भाजपा के अर्जुन मुंडा तीन-तीन बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं।

कौन बनेगा महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री ?…प्रधानमंत्री मोदी लेंगे बड़ा फैसला

मुंबई : महाराष्ट्र में नए मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान को लोग तरस रहे है कि आखिर कौन सीएम बनेगा? वहीं इसी बीच एकनाथ शिंदे ने सरेंडर कर दिया है। ठाणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिंदे ने कहा कि मैंने राज्य के लिए काम किया है और आगे भी करता रहूंगा। मुख्यमंत्री बीजेपी का होगा और मैं उसे पूरे मन से स्वीकार करूंगा। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी किसे मुख्यमंत्री बनाएगी, इस पर सस्पेंस बरकरार है।

एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैंने अपने आपको कभी सीएम नहीं समझा। मैंने हर क्षण जनता के लिए काम किया। पीएम मोदी और अमित शाह ने हमेशा मेरा साथ दिया। मोदी-शाह में जनता के सपनों को पूरा करने की ताकत है। एकनाथ शिंदे ने कहा, महाराष्ट्र के अगला मुख्यमंत्री भाजपा से ही होगा। मैंने पीएम मोदी को फोन करके कहा था कि हमारे बीच कोई अड़चन नहीं है। आप जो भी फैसला करेंगे वो हमें मंजूर होगा। हम सब एनडीए का हिस्सा हैं और रहेंगे। पीएम मोदी जो कुछ भी निर्णय लेंगे वो शिवसेना को मंजूर है। महायुति मजबूत है और हम सब मिलकर काम करने को तैयार हैं।’

महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैं महाराष्ट्र के सभी मतदाताओं को महायुति का समर्थन करने और हमें भारी जीत दिलाने के लिए धन्यवाद देता हूं। यह अभूतपूर्व है। पीएम मोदी और अमित शाह ने एक आम शिवसैनिक को सीएम बनाने के बालासाहेब ठाकरे के सपने को पूरा किया है। वे हमेशा मेरे साथ खड़े रहे हैं। महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि चुनाव में हमें जनता का प्यार और भरोसा मिला। इसके लिए मैं सबका दिल से धन्यवाद करता हूं।

हमने लाडकी बहीण योजना पर बहुत अच्छे से काम किया। मैंने हमेशा एक कार्यकर्ता के तौर पर काम किया है। मैंने कभी खुद को मुख्यमंत्री नहीं माना। सीएम का मतलब आम आदमी होता है, मैंने यही सोचकर काम किया। हमें लोगों के लिए काम करना चाहिए। मैंने नागरिकों का दर्द देखा है, उन्होंने कैसे अपना घर चलाया। शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘पिछले 2-4 दिनों से आपने अफवाहें सुनी होंगी कि कोई नाराज है। हम नाराज होने वाले लोग नहीं हैं। मैंने कल पीएम से बात की और उन्हें बताया कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने में हमारी तरफ से कोई बाधा नहीं है। आप फैसला करें। हम फैसला स्वीकार करेंगे। सीएम पद के बारे में बीजेपी के वरिष्ठ नेता जो भी फैसला करेंगे, उनके उम्मीदवार को शिवसेना पूरा समर्थन देगी।’

बैलेट पेपर से चुनाव के लिए देश भर में चलाएंगे अभियान-मल्लिकार्जुन खड़गे

नई दिल्ली : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल उठाते हुए बैलेट पेपर से चुनाव की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं जो कहना चाह रहा हूं उसे हमारे विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मानते हैं। जितनी भी शक्ति लगाकर एससी-एसटी, ओबीसी, गरीब तबके के लोग, छोटे समुदाय के लोग जो अपना वोट दे रहे हैं वो वोट फिजूल जा रहा है। हमको ईवीएम नहीं चाहिए। बैलेट पेपर से वोटिंग होनी चाहिए।

उनको वो मशीनें अपने घर में रख लेने दो या पीएम मोदी के घर में रहने दो या अमित शाह के घर में रहने दो। अहमदाबाद में बहुत सारे गोदाम बने हैं, वहां ले जाकर रख लेने दो। हम को बैलेट पेपर पर करो। भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि उस वक्त आपको मालूम होगा तुम्हारी हालत क्या है? कहां खड़े हो, उस वक्त आपको मालूम होगा? उन्होंने आगे कहा कि हमें अपनी पार्टी के तरफ से एक मुहिम शुरू करनी चाहिए। सभी लोगों को कहना चाहिए, सभी पार्टियों से हम कहेंगे और राहुल गांधी के नेतृत्व में जैसे भारत जोड़ो यात्रा निकली थी, वैसे ही बैलेट पेपर से चुनाव के लिए एक देशव्यापी अभियान चलाएंगे। बता दें कि इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ईवीएम पर सवाल खड़ा किया था। उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र के चुनावी परिणाम देखकर यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा जो चाहती थी, वही हुआ है। दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “भाजपा जो चाहती थी, महाराष्ट्र में वही चुनावी परिणाम सामने आए हैं। भाजपा ने महाराष्ट्र में 148 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, इनमें से 132 उम्मीदवार चुनाव जीत गए हैं। ऐसे में अजित पवार और शिवसेना (शिंदे) के बिना ही सरकार बन सकती है।” उन्होंने ईवीएम को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि ईवीएम को मैनिपुलेट करते हुए यह चुनाव जीता गया है।

इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच युद्धविराम का ऐलान

नई दिल्ली : इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्धविराम की घोषणा हो गई है। करीब एक वर्ष तक चले संघर्ष के बाद यह समझौता लागू हुआ है। दुनिया की निगाह इस समझौते पर टिकी हैं। आखिर वह शर्ते कौन सी हैं जिन पर दोनों पक्ष राजी हुए। एक सवाल यह है कि क्या अब क्षेत्र में शांति लौटने की उम्मीद की जा सकती है?

इजरायली मीडिया के मुताबिक समझौता कथित तौर पर इजरायल को 60 दिनों की संक्रमण अवधि प्रदान करेगा, जिसके दौरान आईडीएफ दक्षिणी लेबनान से अपनी सेना वापस ले लेगा, जबकि लेबनानी सेना लिटानी नदी के दक्षिण में लगभग 5,000 सैनिकों को तैनात करेगी, जिसमें इजरायल की सीमा पर 33 चौकियां भी शामिल हैं। यूएस प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने मंगलवार को कहा कि इजरायल और लेबनान के बीच हुए युद्ध विराम समझौते के बाद लेबनानी सेना एक बार फिर अपने क्षेत्र पर कब्जा कर लेगी। उन्होंने कहा, “अगले 60 दिनों में, इजरायल धीरे-धीरे अपनी बाकी सेना को वापस बुला लेगा – दोनों पक्षों के नागरिक जल्द ही सुरक्षित रूप से अपने समुदायों में वापस लौट सकेंगे और अपने घरों का पुनर्निर्माण शुरू कर सकेंगे।”

युद्धविराम समझौते को इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्रिमंडल ने मंगलवार रात को मंजूरी दी। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्यूह ने समझौते को स्वीकारने के पीछे तीन वजह बताई पहली- ईरानी खतरे पर ध्यान केंद्रित करना, दूसरी सुरक्षा बलों को राहत देना, हथियारों के स्टॉक को फिर से भरना और तीसरी- मोर्चों को अलग कर हमास को अलग-थलग करना है। इजरायली पीएम ने कहा कि युद्ध विराम की अवधि ‘लेबनान में क्या होता है इस पर निर्भर करेगी।’ उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर हिजबुल्लाह ने दोबारा हथियारबंद होकर, सुरंग खोदकर, रॉकेट दागकर या इजरायली सीमा के निकट अपने बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण करके समझौते का उल्लंघन किया तो इजरायल फिर से हमले शुरू कर देगा।

हालांकि राष्ट्रपति बाइडेन ने युद्ध विराम को बेहद महत्वपूर्ण बताया लेकिन इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार भी समर्थन किया। उन्होंने कहा, “मैं स्पष्ट कर दूं कि अगर हिजबुल्लाह या कोई और इस समझौते को तोड़ता है और इजरायल के लिए सीधा खतरा पैदा करता है, तो इजरायल का अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत आत्मरक्षा का अधिकार बरकरार रहेगा।” उन्होंने कहा, “हिजबुल्लाह और अन्य आतंकवादी संगठनों के बचे हुए लोगों को फिर से इजरायल की सुरक्षा के लिए खतरा बनने की इजाजत नहीं दी जाएगी।” लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बातचीत के दौरान इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष विराम समझौते का स्वागत किया। पीएम मिकाती ने इस संबंध में एक्स पर कई पोस्ट किए। इनमें प्रस्ताव को लेबनान में शांति और स्थिरता बहाल करने, विस्थापित लोगों को उनके कस्बों, शहरों में लौटने में सक्षम बनाने की दिशा में एक मौलिक कदम बताया गया।

दूसरी तरफ नवीनतम जानकारी के मुताबिक हिजबुल्लाह की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। हिजबुल्लाह के सबसे बड़े समर्थक ईरान ने समझौते का समर्थन किया। अलजजीरा के मुताबिक ईरानी विदेश मंत्रालय ने ‘लेबनान के खिलाफ इजरायल की आक्रामकता’ के अंत की ‘खबर का स्वागत किया है।’ इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने समझौते के महत्व को स्वीकार किया लेकिन इसके जल्द लागू होने की बात पर जोर दिया। यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सभी पक्षों से इस समझौते के तहत की गई अपनी प्रतिबद्धताओं का पूरी तरह से सम्मान करने और उन्हें तेजी से लागू करने की अपील की। यूएन प्रमुख ने अपने प्रवक्ता के जरिए जारी एक वक्तव्य में उम्मीद जताई कि यह समझौता “उस हिंसा, विनाश और पीड़ा को समाप्त कर सकता है, जिसका सामना दोनों देशों के लोगों को करना पड़ रहा है।”

अगर आने वाले दिनों में हालात वैसे बनते हैं जैसी उम्मीद जतायी जा रही है तो इस युद्धविराम के बाद सबसे बड़ा फायदा नागरिकों को मिलेगा। दोनों तरफ की जनता युद्ध के कारण काफी कुछ खो चुकी है। युद्धविराम के कारण उन क्षेत्रों में सुरक्षा की स्थिति बेहतर हो सकती है, जो पहले संघर्षों के कारण प्रभावित हुए थे। इजरायली सेना ने 23 सितंबर से लेबनान पर हवाई हमले शुरू किए। कुछ दिनों के बाद उसने सीमा पार एक ‘सीमित’ जमीनी अभियान भी चलाया, जिसका उद्देश्य कथित तौर पर हिजबुल्लाह को कमजोर करना था। इजरायली हमलों में हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह समेत कई कमांडरों की मौत हो गई और उसके कई ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। हालांकि लेबनानी ग्रुप भी इजरायल पर मिसाइलें दाग कर पलटवार किया। 8 अक्टूबर, 2023 को हिजबुल्लाह ने गाजा में हमास के प्रति एकजुटता जाहिर करते हुए इजरायल पर रॉकेट दागने शुरू किए थे। तब से फिलिस्तीनी ग्रुप और यूहदी राष्ट्र में संघर्ष में उलझ गए।