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महाराष्ट्र सरकार ने लॉकडाउन 31 जनवरी तक बढ़ाया। न्यूईयर मनाने के लिए गाइडलाइन

25 नवंबर के बाद यूके से मुंबई लौटे तीन और यात्रियों की कोविड -19 रिपोर्ट पोजिटिव आयी है। कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट्स से संक्रमित पेशेंट की संख्या अब 15 तक पहुंच गई है।

महाराष्ट्र में कोरोनावायरस कसीलोएड के 3,018 नए मामलों के साथ कोरोना वायरस पेशेंट की संख्या 19,25,066 तक बढ़ने के बाद, उद्धव ठाकरे सरकार ने बुधवार को राज्य में अगले साल 31 जनवरी तक लॉकडाउन की घोषणा की है।
सरकारी बयान के अनुसार, लॉकडाउन के 31 जनवरी की मध्यरात्रि तक लागू रहेंगे।

महाराष्ट्र सरकार ने नववर्ष मनाने के लिए गाइडलाइन जारी की है।

*5 जनवरी 2021 तक रात का कर्फ्यू (रात 11 बजे से सुबह 6 बजे)
*10 वर्ष से कम और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को घर से न निकलने की अपील
*धार्मिक, सांस्कृतिक रैलियों / कार्यक्रमों के आयोजन पर रोक। धार्मिक स्थलों पर भीड़ न करने की अपील।
*कोरोना प्रतिबंधक मानदंडों का पालन अनिवार्य।
*रेस्तरां, पब और अन्य मनोरंजक प्रतिष्ठान रात 11 बजे बंद।
*गेटवे ऑफ इंडिया, मरीन ड्राइव, गिरगांव चौपाटी, जुहू, गोराई और मड आइलैंड पर भीड़ जमा करने पर प्रतिबंध।
इमारत की छतों और नावों पर पार्टी आयोजन की अनुमति नहीं।
मुंबई पुलिस के लगभग 35,000 कर्मचारी सड़कों पर रखेंगे वॉच।
इसके पूर्व भी महाराष्ट्र सरकार ने 22 दिसंबर से पांच जनवरी के बीच म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन इलाकों में एहतियातन रात के कर्फ्यू का ऐलान किया था। पांच या अधिक लोगों के एक साथ जमा होने की स्थिति में भी धारा 144 के तहत कार्रवाई की भी चेतावनी दी गयी थी।

सरकार-किसानों के बीच बातचीत शुरू, संगठनों ने कहा तीनों क़ानून वापस लेना उनकी सबसे बड़ी मांग

किसानों के यह साफ़ कह देने कि मोदी सरकार के टीम कृषि कानूनों को ख़त्म करने से कम में वे कोई समझौता नहीं करेंगे, 40 किसान नेताओं के साथ दिल्ली के विज्ञान भवन में सरकार की बातचीत शुरू हो गयी है। अभी तक यह दोनों के बीच छठे दौर की बातचीत है। बैठक शुरू होने से पहल वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने भले कहा है कि आज बातचीत का नतीजा निकलने की उम्मीद है, किसान संगठनों ने साफ़ कर दिया है कि सरकार चाहती है कि आंदोलन खत्म हो, तो उन्हें तीनों कानून वापस लेने चाहिएं क्योंकि किसानों को कोई संशोधन नहीं चाहिए।

उधर भारतीय किसान युनियन के नेता राकेश टिकैत ने बुद्धवार को बड़ी बात यह कही है कि विपक्ष के नेता भी अब टेंट लगाकर सड़कों पर आंदोलन शुरू करें। उन्होंने कहा कि देश में मजबूत विपक्ष की बहुत जरूरत है जिससे सरकार में डर पैदा हो। आज की बैठक में सरकार की तरफ से कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, खाद्य पीयूष गोयल, मंत्री सोम प्रकाश और कृषि सचिव और अन्य अधिकारी शामिल हैं।

फरीदकोट (पंजाब) के ज़िला प्रधान बिंदर सिंह गोले वाला ने आज कहा – ‘इस बैठक से हमें तो ज़्यादा उम्मीद नहीं है लेकिन इस साल इस कानून पर फैसला हो जाए तो ये हमारे और सरकार के लिए अच्छा होगा। जब कानून रद्द होगा हम तभी यहां से जाएंगे वरना नए साल पर भी यही रहेंगे।’ किसान यूनियन (दाओबा) के मंजीत सिंह ने कहा – ‘अगर सरकार चाहती है कि आंदोलन खत्म हो, तो उन्हें तीनों कानून वापस लेने चाहिए. पीएम कहते हैं कि सरकार किसानों के साथ है, तो उन्हें हमारी मांग माननी चाहिए।’

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा – ‘हमें उम्मीद है सरकार को कुछ ज्ञान प्राप्त हुआ होगा। हमारा रुख सरकार की वजह से अड़ियल हुआ है, ये क़ानून सिर्फ कारोबारियों के फायदे वाला है। हम सिर्फ कानून वापसी पर चर्चा करेंगे। हमारी ओर से अब 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने की तैयारी की जा रही है।’

कांग्रेस नेता राहुल गांधी, जो इस समय विदेश के दौरे पर हैं, ने जाने से पहले ट्वीट करके कहा था कि सरकार किसानों के साथ बहुत बुरा सलूक कर रही है। उन्होंने कहा तीनों क़ानून वापस लिए बगैर किसान नहीं मानेंगे और अपना आंदोलन जारी रखेंगे।

कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के अब कुल 20 मामले, ब्रिटेन की फ्लाइट पर भी 7 जनवरी तक रहेगी रोक

ब्रिटेन में पहली बार मिले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मंगलवार को 6 नए मामले भारत में  मिलने के बाद अब कुल 20 मामले हो गए हैं जिनमें से 8 राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के हैं। उधर इस खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने बुधवार को भारत ने अब ब्रिटेन आने-जाने वाली फ्लाइट पर लगी रोक 7 जनवरी तक बढ़ा दी। दुनिया में कोरोना वैक्सीन आने की खुशी के बीच चिंता की खबर देश में ब्रिटेन में पहली बार मिले नए कोरोना स्ट्रेन के दस्तक देने से है। देश में अबतक कुल 20 ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के लक्षण हैं और यह मामले यूपी, बंगाल, कर्नाटक, दिल्ली और अन्य कुछ राज्यों से सामने आए हैं।
जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ समय में ही 30 हजार से अधिक यात्री ब्रिटेन से भारत आये हैं। उनकी ट्रैकिंग की जा रही है। सरकार की ओर से सभी काआरटी-पीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है। इनमें अबतक 100 से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं, जिनकी जीनोम स्किवेंसिंग कराई जा रही है। इसी के बाद 20 लोगों में नया कोरोना स्ट्रेन होने की जानकारी मिली है।
ब्रिटेन से जो लोग भारत में आए हैं, उनका टेस्ट करने के अलावा आइसोलेशन, क्वारनटीन और अन्य सभी नियमों का पालन करवाया जा रहा है। साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों को भी ट्रैक कर उनका कोरोना टेस्ट हो रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार जानकारी दी कि स्ट्रेन के 20 मामलों में से 8 राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के हैं।
इस बीच केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को बताया कि कोरोना के  नए स्ट्रेन का खतरा देखते हुए भारत ने अब यूके से आने और जाने वाली फ्लाइट पर लगी रोक को 7 जनवरी तक बढ़ा दी है। सरकार ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन आने के बाद से ही विमान सेवा पर रोक लगा दी थी जो पहले 31 दिसंबर तक  थी जिसे अब बढ़ा दिया गया है।  पुरी ने बताया कि नए कोरोना स्ट्रेन को देखते हुए जल्द ही विमान सेवाओं से जुड़ी कुछ गाइडलाइन्स जारी की जाएंगी।

ब्रिटेन ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को मंजूरी दी, इसके बाद भारत में भी उम्मीद बढ़ी  

कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर बुधवार को बड़ी और राहत भरी खबर आई है। ब्रिटेन ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को कड़े ट्रायल के बाद मंजूरी दे दी है। भारत के लिए यह खबर इसलिए बड़ी और अच्छी है क्योंकि यहां इस्तेमाल के लिए मंजूरी की कतार में ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन सबसे आगे है।

ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन को इस्तेमाल करने की मंजूरी देने के बाद अब यह कुछ दिन के भीतर ही ब्रिटेन के लोगों को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन की खुराक मिलनी शुरू हो जाएगी। इस मंजूरी से पूरे देश में बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान के शुरू होने का रास्ता साफ हो गया है। वैक्सीन के अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं और वैक्सीन गंभीर बीमारी के साथ कोरोना के संक्रमण को रोकने में सफल रही है।

इस टीके को वायरस के खिलाफ गेम चेंजर माना जा रहा है। ब्रिटेन के नियामक संगठन एमएचआरए (मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी) ने बुधवार को इस वैक्सीन को हरी झंडी दिखा दी। ब्रिटेन ने इस वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक का ऑर्डर किया  है। कहा गया है कि ब्रिटेन के पांच करोड़ लोगों के लिए यह काफी है।

ब्रिटेन में स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता के मुताबिक सरकार ने एमएचआरए की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है। प्रवक्ता ने कहा – ‘अब हम ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को कोविड-19 के इलाज के लिए इस्तेमाल कर सकेंगे। कड़े क्लीनिकल ट्रायल और विशेषज्ञों की विस्तृत समीक्षा के बाद एमएचआरए ने यह फैसला किया है। पाया गया है कि वैक्सीन सुरक्षा, क्वालिटी और प्रभाव के मानकों पर खरी उतरी है।’

चार राज्यों असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में कोरोना वैक्सीनेशन का सफल रहा ‘ड्राई रन’  

नए साल के आखिर में देश के लोगों के लिए कोरोना महामारी से जुड़ी अच्छी खबर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया है कि 28-29 दिसंबर को देश के चार राज्यों असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में कोरोना के टीकाकरण के लिए किया गया ड्राई रन सफल रहा है। दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन की चर्चा के बीच भारत में तैयारी का यह पहला बड़ा कदम है।
बता दें ड्राई रन देश के राज्यों में कोल्ड चेन से वैक्सीनेशन साइट्स तक वैक्सीन लाने-ले जाने की प्रक्रिया (इंतजामों) को परखने के लिए है। वैक्सीनेशन स्थल पर कैसे और क्या दिक्कतें आ सकती है, उनका भी पता लगाने की कोशिश इसमें हो रही है। ड्राई रन के दौरान राज्यों के जिला प्रशासन विभिन्न कार्यों के लिए विशेष टीमों का गठन कर रहे हैं।
वैक्सीन के लिए कोल्ड स्टोरेज और ट्रांसपोर्टेशन की रियल-टाइम ट्रैकिंग भी ड्राई रन में शामिल है। ड्राई रन में ‘कोविन’ पर जरूरी डेटा एंट्री होगी। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर वैक्सीन डिलीवरी, टेस्टिंग की रिसीप्ट और अलॉटमेंट, टीम मेंबर्स का एप्वॉइंमेंट, साइट्स पर मॉक ड्रिल की निगरानी होगी। इस दौरान डमी लाभार्थी के डेटा, स्थल निर्माण, वैक्सीन आवंटन, टीका लगाने वालों के लिए टीकाकरण विवरण का संचार जैसी गतिविधियों को आजमाया गया। ‘
बता दें केंद्र सरकार कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर पूर्व तैयारियों पर ख़ास जोर दे रही है। अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि 28-29 दिसंबर को असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में कोरोना के टीकाकरण का सफल ड्राई रन आयोजित किया गया।
साथ ही कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए मशीनरी को जमीनी तैयारी को परखा जा रहा है ताकि जब वैक्सीनेशन होगी तो उससे पहले अड़चनों, दिक्क्तों आदि को जानकार उन्हें दूर किया जा सके। केंद्र ने कहा है कि वैक्सीनेशन जनवरी में शुरू हो सकती है। कोविड-19 वैक्सीन का देश को अब बेसब्री से इतंजार है। ड्राई रन के बाद अब माना जा रहा है सरकार अब जल्द ही कोरोना की वैक्सीन लगाने का काम शुरू कर सकती है।

पटना में राजभवन जा रहे किसानों पर पुलिस का लाठीचार्ज, कई लोग घायल

सिंघू बार्डर पर मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जहां लाखों किसान आंदोलन कर रहे हैं और सरकार से उनकी तनातनी बनी हुई है, वहीं मंगलवार को बिहार की राजधानी पटना में इन्हीं कृषि कानूनों के खिलाफ राजभवन की तरफ जा रहे किसानों पर पुलिस ने जबरदस्त लाठीचार्ज कर दिया जिससे कई किसान, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, घायल हो गए हैं। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पुलिस की लाठियों से बचने के लिए भाग रहे किसानों को भी पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।

पटना में किसान कृषि कानूनों का जबरदस्त विरोध कर रहे हैं और इसके खिलाफ सिंघू बार्डर पर जारी आंदोलन का भी समर्थन कर रहे हैं। पटना में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और वाम दलों के आह्वान पर गांधी मैदान से राजभवन तक निकाले जा रहे किसान मार्च को डाक बंगला चौराहे पर पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। हालांकि,  सैकड़ों की संख्या में मौजूद किसान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस का विरोध किया और उसकी बात नहीं मानी।

किसानों और पुलिस के बीच तब गर्मागर्मी हो गयी जब कृषि कानून के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के समर्थन में राजभवन जा रहे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झड़प हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया जिसमें कई किसान घायल हुए हैं।

पुलिस के लाठीचार्ज के दौरान डाकबंगला चौराहे पर भगदड़ मच गई। लाठी से बचने के किसान भागने लगे लेकिन पुलिस ने जान बचाने के लिए भाग रहे किसाओं पर बर्बर लऱीके से लाठियां भांजी और उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। कई महिला किसान सड़कों पर गिरकर चोटिल हो गईं जिन्हें इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा गया है।

याद रहे मोदी सर्कार ने आंदोलनकारी किसानों को 30 दिसंबर को बातचीत के लिए बुलाया है। हालांकि, कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने मंगलवार को साफ़ कह दिया है कि पीएम मोदी किसी भी फैसले से नहीं पलटेंगे। अर्थात सरकार किसी भी सूरत में अपने कृषि बिल वापस नहीं लेगी, जो किसानों की मुख्य मांग है। दिल्ली बॉर्डर पर जुटे लाखों किसानों के आंदोलन का आज 34वां दिन है।

रजनीकांत की राजनीति को ‘न’, बोले जनता के काम करते रहेंगे

कुछ समय पहले दिसंबर के आखिरी दिन अपनी पार्टी की घोषणा की जानकारी देने वाले तमिल सुपरस्टार रजनीकांत ने मंगलवार को ऐलान किया कि वे राजनीति में प्रवेश नहीं करेंगे। जाहिर है रजनीकांत अब अपनी पार्टी भी नहीं बनाएंगे। पहले कयास थे कि रजनीकांत नई पार्टी बनाकर भाजपा से तालमेल कर सकते हैं या भाजपा का चेहरा तमिलनाड में बन सकते हैं।

रजनीकांत ने एक ट्वीट करके मंगलवार को कहा कि राजनीति में एंट्री न करने का फैसला किया है। स्वास्थ्य को इसका उन्होंने मुख्य कारण बताया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक रजनीकांत ने हालांकि, कहा कि भले वे राजनीति में न जा रहे हों, जनता के लिए काम करते रहेंगे। रजनीकांत दो दिन पहले ही स्वास्थ्य लाभ कर अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर लौटे हैं।

बता दें रजनीकांत उच्च रक्तचाप के चलते 25 दिसंबर को हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में भर्ती हुए थे। अस्पताल में भर्ती होने से पहले 10 दिन तक उन्होंने  हैदराबाद में फिल्म की शूटिंग की थी। शूटिंग के सेट पर मौजूद दो लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद 22 दिसंबर को रजनीकांत ने भी अपना कोरोना टेस्ट कराया था, हालांकि उनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई थी।

याद रहे रजनीकांत ने कुछ दिन पहले कहा था कि 31 दिसंबर को वह अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे और नए साल में इसकी लांचिंग करेंगे। हालांकि, आज के उनके ट्वीट से साफ़ है कि फिलहाल रजनीकांत अगले साल तमिलनाड विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी नहीं बनाएंगे और न उसमें हिस्सा लेंगे।

गुजरात से भाजपा सांसद वसावा का राज्य सरकार के आदिवासियों से जुड़े फैसलों के खिलाफ इस्तीफा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात के भरूच से लोकसभा सदस्य मनसुख भाई वसावा ने आदिवासी गांव को इको सेंसेटिव जोन में शामिल करने के विरोध में भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। अपने इस्तीफे में वसावा ने कहा कि आदिवासियों से जुड़े कुछ मुद्दों को लेकर वे अब भाजपा के साथ नहीं रह सकते। यह भी जानकारी मिली है कि भाजपा से इस्तीफा देने के बाद अज्ञात कारणों के चलते वासवा भूमिगत हो गए हैं।

वसावा ने साथ ही अगले बजट सत्र में लोकसभा से इस्तीफा देने का भी ऐलान किया है। पहले भी वसावा कई बार भाजपा और रुपानी सरकार के रवैया के खिलाफ नाराजगी जता चुके थे लेकिन उनकी न सुने जाने से वे नाराज थे। बता दें रुपानी सरकार के आदिवासी बहुल नर्मदा जिले के 121 गाँवों को इको सेंसेटिव जोन के रूप में घोषित करने के बाद से ही सांसद मनसुख धनजी भाई वसावा नाराज थे और इस फैसले का सख्त विरोध कर रहे थे।

वासवा अक्सर गुजरात में शराबबंदी और आदिवासियों से जुड़े जल, जंगल और जमीन जैसे मामलों के अलावा इको सेंसेटिव जोन को लेकर मुखर रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार के सामने इस संबंध में वे विरोध दर्ज करवा रहे थे लेकिन इसपर कोई कार्रवाई न होने से उनके मन में भाजपा के प्रति नाराज बढ़ रही थी। अब मंगलवार को गुजरात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल को एक पत्र में वसावा ने कहा कि वे सामान्य व्यक्ति हैं और आदिवासियों से जुड़े कुछ मुद्दों को लेकर भाजपा के साथ रहना उनके लिए संभव नहीं है।

उधर इस्तीफा दिए जाने के बाद से सांसद वसावा भूमिगत हैं। इसके कारण अभी पता उनके समर्थक उनके घर पर जमा हैं। समर्थकों का मानना है कि इको सेंसेटिव जोन का मुद्दा काफी गंभीर है किस से किसानों की निजी जमीन के उपयोग में भी परेशानी होगी और जलवा जंगल की संपदा के उपयोग करने पर भी रोक लग जाएगी।

याद रहे, नर्मदा के जिन सवा सौ गांवों को इको सेंसेटिव जोन के भीतर घोषित किया गया है यह सभी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैचू ऑफ यूनिटी के आसपास के हैं। क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण भी हाल में बदले हैं क्योंकि असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के बीच गठबंधन हुआ है जिसमें उनके मुद्दों को साथ मिलकर लड़ने की बात कही गयी है। इस गठबंधन के बाद भाजपा में भी उथल-पुथल मची है।

दूसरा टेस्ट जीत भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ बराबर की चार मैच सीरीज

विराट कोहली की अनुपस्थिति में कप्तान बने अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में भारत ने मंगलवार को मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया को दूसरे टेस्ट में 8 विकेट से हराकर चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 1-1 की बराबरी कर ली। ‘मैन आफ द मैच’ रहाणे की टीम को विराट ने इस जबरदस्त जीत के लिए बधाई दी है।
बता दें एडिलेड में ऑस्ट्रेलियाई से कोहली के नेतृत्व वाली टीम को पहली पारी में बढ़त लेने के बावजूद दूसरी पारी में खराब प्रदर्शन के कारण हार झेलनी पड़ी थी। दूसरे मैच में हालांकि, भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चारों खाने चित करते हुए 8 विकेट से हरा दिया। दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन जीत के लिए मिले 70 रन भारत ने 2 विकेट खोकर बना लिए। अब चार मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर हो गई है जबकि सीरीज का तीसरा टेस्ट 7 जनवरी से खेला जाना है।
पहली पारी में कप्तान अजिंक्य रहाणे (112) के आकर्षक शतक और रवींद्र जडेजा (57) के अर्धशतक की मदद से भारत ने पहली पारी में 326 रन बनाकर 131 रनों की बड़ी बढ़त हासिल की थी। ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी में 195 रन थे।
याद रहे ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन की खेल समाप्ति पर 6 विकेट पर 133 रन बनाए थे और उसकी भारत पर केवल दो रन की बढ़त थी। चौथे दिन सुबह कंगारू टीम के पुछल्ले बल्लेबाजों ने 67 रन और जोड़ दिए। कैमरन ग्रीन (नाबाद 17) और पैट कमिंस (नाबाद 15) ने तीसरे दिन के बाकी बचे 18 ओवरों में कोई विकेट नहीं गिरने दिया था। इन दोनों ने 7वें विकेट के लिए कुल 213 गेंदों में 57 रन जोड़कर भारत की जीत का इंतजार बढ़ा दिया और साथ ही ऑस्ट्रेलिया को पारी की हार से भी बचाया।
आज सुबह भारत को पहला विकेट जसप्रीत बुमराह ने दिलाया। पैट कमिंस (22) को मयंक अग्रवाल ने लपका। ऑस्ट्रेलिया का 7वां विकेट 156 पर गिरा। कुल 177 के स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया ने 8वां विकेट गंवाया। कैमरन ग्रीन (45) को मोहम्मद सिराज ने रवींद्र जडेजा के हाथों कैच कराया। इसके बाद 185 के स्कोर पर 9वां विकेट नाथन लियोन (3) का गिरा जिन्हें सिराज की गेंद पर कीपर ऋषभ पंत ने लपका। आखिरी झटका अश्विन ने जोश हेजलवुड (10) का लिया जो बोल्ड हुए। लंच पर ऑस्ट्रेलिया की टीम 200 रन पर सिमट गई, जिससे भारत को जीत के लिए 70 रन का लक्ष्य मिला।
भारत की तरफ से मोहम्मद सिराज ने 3 (37 रन देकर) विकेट चटकाए, जबकि जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा और आर अश्विन ने 2-2 विकेट लिए। शानदार गेंदबाजी कर रहे उमेश यादव ने एक विकेट लिया, हालांकि, अपना चौथा ओवर करते समय पिंडली की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण उन्हें सोमवार को मैदान छोड़ना पड़ा और वे बाकी मैच में गेंदबाजी नहीं कर पाए।
आज लक्ष्य का पीछा करते हुए हुए भारत को 2 विकेट गंवाने पड़े। ओपनर मयंक अग्रवाल (5) को मिशेल स्टार्क ने टिम पेन ने हाथों कैच कराया जबकि आफफॉर्म दिख रहे चेतेश्वर पुजारा (3) को 19 के स्कोर पर पैट कमिंस ने कैमरन ग्रीन के हाथों कैच करा दिया। कप्तान अजिंक्य रहाणे ( नाबाद 27 रन) और शुभमन गिल ( नाबाद 35 रन) ने इसके बाद ऑस्ट्रेलिया इ गेंदबाजों को चलने नहीं दिया और जीत तक पहुंचा दिया।
मैच के तुरंत बाद नियमित कप्तान विराट कोहली ने टीम इंडिया की जीत पर ट्वीट कर रहाणे टीम को बधाई दी। भारत और ऑस्ट्रेलिया (1947-2020) के बीच यह 100वां टेस्ट मैच था और इस मैन ऑफ द मैच अजिंक्य रहाणे को जॉनी मुलाग पदक से सम्मानित किया गया। मुलाग विदेशी दौरे पर जाने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान थे जिनके नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया ने 1868 में ब्रिटेन का दौरा किया था।

पत्नी को ईडी का समन तो राउत बोले-मेरे पास भाजपा की फाइल, 121 लोगों के नाम शामिल

शिवसेना सांसद राउत की पत्नी को केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय  (ईडी) का फिर समन जारी हुआ तो उन्होंने खुलासा किया कि उनके पास भाजपा की एक फाइल है, जिसमें 121 लोगों के नाम हैं। और जल्द ही इस फाइल को ईडी को सौंप दूंगा।
महाराष्ट्र के चर्चित पीएमसी बैंक धोखाधड़ी मामले में संजय राउत की पत्नी को पूछताछ के लिए दोबारा समन जारी किया गया है। समन जारी होने के अगले दिन सोमवार को राउत ने कहा कि ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियां ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं रह गई हैं, क्योंकि उनका इस्तेमाल राजनीति के खेल में हो रहा है।
राउत ने कहा कि राजनीति की जंग आमने-सामने होनी चाहिए। उन्होंने कहा, मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की है और शिवसेना अपनी तरीके से उन्हें सही समय पर जवाब देगी।
राउत बोले, ईडी, सीबीआई या आयकर विभाग की महत्ता दिन ब दिन  घट रही है। पहले ये एजेंसियां जब कोई कार्रवाई करती थीं, तो माना जाता था कि कुछ गंभीर होगा, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से ऐसा लगता है कि जब एक राजनीतिक दल अपना गुस्सा निकाल रहा हो, तभी एजेंसी का कार्रवाई होती है।
शिवसेना सांसद राउत ने दावा किया कि भाजपा के मेरे पास इतने नेता के नाम हैं कि  ईडी को पांच साल तक काम करना पड़ेगा। राउत की पत्नी वर्षा राउत को 29 दिसंबर को ईडी के मुंबई दफ्तर में बुलाया है।  ईडी वर्षा राउत और प्रवीण राउत के बीच हुए कथित वित्तीय लेनदेन की जांच कर रही है। वर्षा स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर वह दो समन को टाल चुकी हैं।