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सरकारी नीतियों की निंदा करने वाले चीन के अरबपति जैक मा ‘लापता’

कुछ महीने पहले चीन की नीतियों के खिलाफ बोलने वाले देश के सबसे अमीर लोगों में से एक जैक मा करीब दो महीने से ‘लापता’ हैं। अभी पता नहीं है कि क्यों और कहाँ गए हैं या उनके लापता होने के पीछे कोई और कारण है।

बता दें जैक मा ने कुछ महीने पहले राष्ट्रपति शी जिन पिंग और चीन की सरकारी एजेंसियों के काम काज पर सवाल खड़े किये थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले दो महीने से जैक मा सार्वजानिक रूप से नहीं देखे गए हैं। यहाँ तक कि उनके खुद के टीवी कार्यक्रम ‘बिजनेस हीरोज ऑफ अफ्रीका’ में भी जैक की जगह कोई और आ गया है।

इसे लेकर ख़बरें सामने आने के बाद अलीबाबा कंपनी की तरफ से प्रवक्ता ने बताया कि ‘शेड्यूल कंफ्लिक्ट की वजह से जैक मा टीवी शो में शामिल नहीं हुए’। कुछ रिपोर्ट्स में यह आशंका जाहिर की गयी है कि जैक मा के अचानक गायब होने से यह संकेत भी उभरती है कि वे मुश्किल का सामना कर रहे हैं।

याद रहे पिछले साल नवंबर के शुरू में मा ने चीन के रेग्यूलेटर्स और सरकारी बैंकों की आलोचना की थी, जिसके बाद अधिकारियों ने उनपर जवाबी हमला किया था। यही नहीं उनकी कंपनी ‘एंट ग्रुप’ का आईपीओ स्थगित कर दिया गया था और अधिकारीयों ने कहा था कि मा की कंपनी ‘एंट ग्रुप’ के खिलाफ एंटीट्रस्ट जांच शुरू की जा रही है। एंट ग्रुप को कंज्यूमर फाइनेंस ऑपरेशन से भी रोक दिया गया था।

प्रियंका गांधी के पति वाड्रा से पूछताछ के लिए आयकर टीम उनके दफ्तर में  

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के घर आयकर विभाग की एक टीम सोमवार को पूछताछ करने पहुँची है। वाड्रा को बेनामी एक्ट के तहत समन भेजा गया था,  हालांकि कोविड-19 के चलते वो यह समन नहीं ले पाए थे। आयकर विभाग के अधिकारी आज रॉबर्ट वाड्रा के दिल्ली स्थित दफ्तर पहुंच गए और उनका बयान दर्ज किया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक विभाग की टीम आज वाड्रा के साउथ ईस्ट दिल्ली स्थित सुखदेव विहार वाले दफ्तर पहुँची। इस समय उनका ब्यान दर्ज किया जा रहा है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि आयकर विभाग की टीम वाड्रा से बीकानेर और फरीदाबाद जमीन घोटाले के सिलसिले में पूछताछ कर रही है।

इससे पहले कोविड के चलते वाड्रा अपना बयान देने के लिए आईटी विभाग के पास नहीं जा सके थे। अब आईटी टीम बयान रिकॉर्ड करने के लिए उनके घर ही पहुंच गयी है। वाड्रा से पहले भी कई बार पूछताछ की जा चुकी है। आयकर के अलावा  वाड्रा के खिलाफ प्रवर्तन विभाग (ईडी) भी मनी लांड्रिंग मामले की जांच कर रहा है।

पांच खिलाड़ियों के बायो-बबल नियम तोड़ने के विवाद के बीच सभी भारतीय क्रिकटरों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव

तीसरे टेस्ट से पहले ऑस्ट्रेलिया भारतीय क्रिकेट टीम के पांच खिलाड़ियों का मेलबर्न के एक रेस्टोरेंट के भीतर खाने का वीडियो वायरल होने से पैदा हुए विवाद के बीच सोमवार को टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। संभावना है कि विवाद में फंसे पाँचों खिलाड़ी अब अगले टेस्ट में खेल पाएंगे।

चार टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा टेस्ट सात जनवरी से सिडनी में खेला जाना है। कोविड टेस्ट रिपोर्ट से पहले तब विवाद पैदा हो गया था जब पांच क्रिकेटर रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, शुभमन गिल, नवदीप सैनी और पृथ्वी शॉ का मेलबर्न के एक रेस्टोरेंट के भीतर  खाना खाने का वीडियो वायरल हो गया था। इसके बाद कहा जा रहा था कि यह खिलाड़ी अब तीसरे टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे। साथ ही इसे नियमों का उल्लंघन भी बताया गया है, क्योंकि कोरोना प्रोटोकॉल के बायो-बबल के चलते रेस्त्रां के भीतर खिलाड़ियों को जाने की इजाजत नहीं है।

इस घटना के बाद बीसीसीआई और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इसकी जांच की और पांचों खिलाड़ियों को आइसोलेशन में भेज दिया है। ऑस्ट्रेलिया के मीडिया ने इस घटना को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर छापा जिसके बाद कुछ लोगों ने यह आरोप भी लगाया कि यह  किसी ‘षड्यंत्र’ का हिस्सा हो सकता है। टेस्ट सीरीज में फिलहाल दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं। टीम इंडिया मेलबर्न से चार्टड प्लेन से सिडनी रवाना होने वाली है।

सिडनी मॉर्निग हेराल्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई इसे लेकर व्यवहारिक तरीका आपनाएगी और पांचों खिलाड़ियों को बायो सिक्योरिटी प्रोटोकॉल्स तोड़ने के कारण जुर्माना लगाएगी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इन खिलाड़ियों को सजा नहीं दे सकती क्योंकि यह खिलाड़ी उसके कर्मचारी नहीं हैं। अब टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है।

तीसरे टेस्ट को लेकर जो रिपोर्ट्स अभी तक आई हैं उनके मुताबिक यह पांच क्रिकेटर रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, शुभमन गिल, नवदीप सैनी और पृथ्वी शॉ अब खेल सकते हैं।

किसान-सरकार बैठक आज, टिकैत की मांग इसका लाइव टेलीकास्ट हो

मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों और सरकार के बीच आज 2 बजे सातवें दौर की बैठक होगी। किसान नेता राकेश टिकैत ने बैठक का लाइव टेलीकास्ट करने की मांग की है वहीं कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने उम्मीद जताई है कि आज की बैठक में हम एक सकारात्मक समाधान तक पहुंचेंगे और सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

किसानों ने रविवार को यह साफ़ कर दिया था कि उन्हें कानून रद्द करने से कम कुछ भी मंजूर नहीं होगा। उधर सिंघू बार्डर पर किसान संगठनों का विरोध प्रदर्शन जारी है। आज विरोध प्रदर्शन का 40वां दिन है।

राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में किसान संगठनों और सरकार के बीच सातवें दौर की वार्ता होगी। किसान वार्ता के लिए विज्ञान भवन पहुँचाने वाले हैं। किसान पहली ही  कह चुके हैं कि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे आंदोलन तेज कर देंगे। सातवें दौर की वार्ता से पहले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा – ‘कई मुद्दों पर चर्चा होनी है। सरकार को समझना चाहिए कि किसान इस आंदोलन को अपने दिल में ले गया है और कानूनों को निरस्त करने से कम नहीं समझेगा। सरकार को स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागू करना चाहिए और एमएसपी पर कानून बनाना चाहिए। हम चाहते हैं कि आज की बैठक का लाइव प्रसारण हो।’

बता दें छठे दौर की वार्ता 30 दिसंबर को हुई थी। तब सरकार बिजली की दरों में वृद्धि न करने और पराली जलाने पर दंड के मामले में सहमत हो गयी थी। लेकिन तीन कृषि कानूनों पर कोई सहमती नहीं बन पाई थी। तीन कृषि कानूनों और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर ही असली गतिरोध है। किसान एमएसपी पर कानूनी गारंटी चाहते हैं, जो सरकार देना नहीं चाहती।

उधर दिल्ली सीमा पर आंदोलन कर रहे किसाओं की मौत का सिलसिला जारी है। खराब मौसम के बीच अब तक दिल्ली बॉर्डर पर 57 किसानों की जान जा चुकी है।  कड़ाके की ठंड और बारिश के बाद भी किसान दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं।

गाजियाबाद के श्मशान घाट में बड़ा हादसा, अंतिम संस्कार में पहुंचे 20 लोगों की मौत

दिल्ली-एनसीआर में सुबह से रुक-रुककर हो रही बारिश के बीच गाजियाबाद के मुरादनगर श्मशान घाट में हो रहे निर्माण से लेंटर गिर गया है। इससे अंतिम संस्कार में शामिल होने आए लोग चपेट में आ गए। 40 से अधिक लोग दब गए, जिनमें कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक घायल हो गए हैं। बताया गया कि बारिश से बचने के लिए छत के नीचे करीब 100 लोग खड़े थे।

हादसे में कई और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का एलान किया है। लेकिन सवाल उठ रहा है कि आखिर इस घटना के लिए जिम्मेदार कौन है? क्या जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई भी होगी?

भारी बारिश के चलते बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है। सीएम योगी ने मामले पर संज्ञान लेते हुए डीएम और एसएसपी को प्रभावी ढंग से बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मण्डलायुक्त, मेरठ एवं एडीजी, मेरठ जोन को घटना के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए हैं। एनडीआरएफ की टीम अभियान में लगाई गई है। मुरादनगर के श्मशान घाट परिसर में लेंटर का निर्माण किया जा रहा था। इसी दौरान बारिश होने के कारण लेंटर गिर गया। कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

10 साल पुराना है भवन
गाजियाबाद के मुरादनगर में सुबह तड़के साढ़े तीन बजे से आठ बजे तक बारिश हुई है। बारिश का सिलसिला रुक रुककर दोपहर तक जारी रहा। बताया जा रहा है कि जो भवन गिरा है, वह 10 साल पुराना है। इसका निर्णाण नगरपालिका ने कराया था।

‘कोविशील्ड’ के बाद स्वदेशी रूप से विकसित ‘कोवैक्सीन’ को भी मिली डीसीजीआई की आपात इस्तेमाल की मंजूरी, पीएम ने बधाई दी  

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर भारत बायोटेक की स्वदेशी रूप से विकसित ‘कोवैक्सीन’ को रविवार को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी प्रदान कर दी है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ को एक्सपर्ट कमेटी ने शुक्रवार को हरी झंडी दे दी थी। डीसीजीआई ने आज कहा कि दोनों कंपनियों ने ट्रायल रन के आंकड़े जमा कर दिए हैं और दोनों को ‘सीमित उपयोग’ की मंजूरी दी गयी है।

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) बीजी सोमानी ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक को इसके ‘सीमित उपयोग’ की मंजूरी दी गयी है। प्रेस कांफ्रेंस में सोमानी ने कहा – ‘यदि सुरक्षा संबंधी  थोड़ी आशंका भी होगी हम किसी भी चीज की अनुमति नहीं देंगे। हम कह सकते हैं कि दोनों वैक्सीन 100 प्रतिशत सुरक्षित हैं।’

इस तरह भारत में कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर लंबा इंतजार ख़त्म हो गया है।  डीसीजीआई ने कहा है कि कोविशील्‍ड और कोवैक्‍सीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं। टीकाकरण के दौरान इन वैक्‍सीन की 2-2 डोज दी जाएंगी। उन्होंने इसके साथ ही जायडस कैडिला की वैक्सीन ‘जाइकोव-डी’ को तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल के लिए मंजूरी देने की जानकारी भी दी है।

भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को ‘क्लिनिकल ट्रायल मोड’ में इमरजेंसी हालात में बहुत सावधानी के साथ इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। इसका अर्थ ये वैक्सीन लगाते वक्त वही सारे प्रोटोकॉल फॉलो होंगे जो क्लीनिकल ट्रायल करते वक्त होते हैं। इसमें  ‘वैक्सीन देने के पैमाने और न देने के पैमाने’ तय हैं। जैसे यदि किसी व्यक्ति को कोरोना हो चुका है तो उसको यह वैक्सीन नहीं दी जा सकती है।

कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद पीएम मोदी ने देश को बधाई देते हुए कहा कि सीरम इंस्टीटयूट और भारत बायोटेक की वैक्सीन को की मंजूरी मिलने के बाद कोरोना मुक्त राष्ट्र होने का रास्ता साफ हो गया है। बता दें कि वैक्सीन की सिफारिश के लिए बनाई गई सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने शनिवार को भारत बायोटेक के कोविड टीके कोवैक्सीन को कुछ शर्तों के साथ आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी देने की सिफारिश की थी।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड को एक्सपर्ट कमेटी ने शुक्रवार को हरी झंडी दे दी थी। कमेटी ने एक और दो जनवरी को बैठक की और भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को मंजूरी पर विचार करने और इस पर अंतिम निर्णय के लिए सिफारिशें भेजी थीं। याद रहे कोवैक्सीन को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर भारत बायोटेक ने स्वदेशी रूप से विकसित किया है। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन के उत्पादन के लिए एस्ट्रेजेनेका के साथ करार किया है।

अखिलेश बोले-भाजपा की वैक्सीन पर भरोसा नहीं

कोरोना महामारी में अभी टीके की औपचारिक घोषणा भी नहीं  हुई है कि इस पर राजनीत‍ि भी शुरू हो गई है। यूपी में प्रमुख विपक्षी दल के मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इसे एक अलग ही रंग दे दिया है। शनिवार को उन्‍होंने ऐलान कर दिया कि वह फिलहाल कोरोना की वैक्‍सीन नहीं लगवाएंगे क्‍योंकि उन्‍होंने भाजपा की वैक्‍सीन पर भरोसा नहीं है।
शनिवार को एसपी प्रमुख और यूपी के पूर्वसीएम अखिलेश यादव ने कहा, फिलहाल मैं टीका नहीं लगवा रहा हूं। मैं भाजपा की वैक्‍सीन पर कैसे भरोसा कर सकता हूं, जब हमारी सरकार बनेगी तो सभी को मुफ्त टीका लगेगा। हम भाजपा की वैक्‍सीन नहीं लगवा सकते।

मुफ्त टीकाकरण का एलान
मोदी सरकार की ओर से भी कोरोना वैक्‍सीन के टीकाकरण पर अहम घोषणा की गई। दिल्‍ली में कोरोना टीकाकरण के ड्राई रन का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि सिर्फ दिल्ली ही नहीं, पूरे देश में कोरोना की वैक्सीन मुफ्त में लगाई जाएगी।

हर एक को नहीं लगेगा टीका
स्वास्थ्यमंत्री ने फिर स्पष्ट किया कि देश में सभी नागरिकों को कोरोना का टीका नहीं लगेगा। सरकार पहले भी कई मौकों पर स्पष्ट कर चुकी है कि सभी भारतीयों को टीका लगाने की जरूरत ही नहीं होगी। सिर्फ उतनी आबादी को टीका लगाया जाएगा जिससे कोरोना के प्रति हर्ड इम्युनिटी विकसित हो जाए यानी कोरोना संक्रमण की चेन टूट जाए। लोगों टीके के लिए एक भी पैसा नहीं लिया जाएगा। पहले चरण में 51 लाख लोगों को टीका लगाया जाएगा जिनमें हेल्थकेयर वर्कर, कोरोना वॉरियर, 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग या किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग होंगे।

पहले किनको लगेगा टीका
टीकाकरण अभियान के पहले चरण में सबसे ज्यादा जोखिम वाले लोगों को टीका लगाया जाएगा। इसमें 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग, पहले से किसी अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित लोग, सावास्थ्यकर्मी और कोरोना  योद्धा शामिल होंगे। हर्षवर्धन ने बताया, ‘टीकाकरण के पहले चरण में देशभर में सर्वोच्च प्राथमिकता वाले लाभार्थियों को मुफ्त वैक्सीन दी जाएगी। इसमें 1 करोड़ हेल्थकेयर वर्कर और 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर भी शामिल होंगे। बाकी 27 करोड़ लोगों को जुलाई तक टीका लगना है और उन्हें अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।

सौरव गांगुली को हल्का दिल का दौरा, कोलकाता के अस्पताल में भर्ती हुए

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को सीने में दर्द के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया है जहाँ डाक्टरों ने उन्हें दिल का हल्का दौरा पड़ने की बात कही है। उन्हें कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहाँ उनकी हालत स्थिर है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें शनिवार सुबह सांस लेने में लक्लीफ और सीने मन दर्द महसूस होने के बाद अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टरों ने उनका निरिक्षण करने के बाद कहा कि सौरव को दिल का हल्का दौरा पड़ा है। इस 48 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर को अस्पताल में भर्ती करने की खबर के बाद सोशल मीडिया में उनके जल्द स्वस्थ होने की दुआओं का दौर शुरू हो गया।

ख़बरों के मुताबिक सौरव सुबह जिम में थे जब उन्होंने चक्कर महसूस किया। इसके बाद उन्हें वुडलैंड्स अस्पताल इ जाया गया जहाँ डाक्टरों ने उनके कुछ टेस्ट किये और उन्हें अस्पताल में भर्ती कर लिया। बाद में यह जानकारी मिली कि गांगुली को दिल से जुड़ी समस्या है तो अस्पताल ने तुरंत तीन सदस्यीय बोर्ड बनाया जो उनकी निगरानी कर रहा है।

खबर आने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके जल्द स्वस्थ होने की दुआ की। उनके अलावा कई गणमान्य लोगों ने सौरव जल्द स्वस्थ होने के दुआ की है।

बता दें सौरव को लेकर आजकल चर्चा है कि भाजपा उन्हें अपने साथ  इच्छुक है और उन्हें पश्चिम बंगाल के चुनाव में भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है। हालांकि, सौरव ने अभी तक इसे लेकर कोई ब्यान नहीं दिया है।

पहले चरण में 1 करोड़ हेल्थ वर्कर्स, दूसरे में 2 करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर् को ही फ्री वैक्सीन, 27 करोड़ लोगों पर फैसला अभी नहीं : हर्षवर्धन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना वैक्सीन फ्री में देने को लेकर दिए अपने ब्यान में संशोधन करते हुए अब ट्वीट करके कहा है कि पहले फेज में एक करोड़ हेल्थ वर्कर्स को मुफ्त में वैक्सीन दी जाएगी और उसके बाद 2 करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर्स को भी मुफ्त वैक्सीन दे जाएगी। प्राथमिकता वाले 27 करोड़ लोगों पर फैसला अभी नहीं हुआ है। पहले यह खबर आई थी कि सभी देशवासियों को मुफ्त में वैक्सीन दी जाएगी।
कोरोना वैक्सीन पर एक्सपर्ट कमेटी की बैठक अभी चल रही है। इस बैठक में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन पर फैसला हो सकता है। पहले स्वास्थ्य मंत्री के तरफ से यह ब्यान आया था कि सभी देशवासियों को वैक्सीन मुफ्त दी जाएगी लेकिन अस मंत्री ने एक ट्वीट में इसे लेकर संशोधन किया है।
हर्षवर्धन ने अब ट्वीट करके कहा है कि पहले फेज में एक करोड़ हेल्थ वर्कर्स को मुफ्त में वैक्सीन दी जाएगी और उसके बाद 2 करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर्स को भी मुफ्त वैक्सीन दे जाएगी। प्राथमिकता वाले 27 करोड़ लोगों पर फैसला अभी नहीं हुआ है।
उधर कोरोना वैक्सीन की तरफ एक बड़े कदम के रूप में शनिवार (आज) देश के 116 जिलों में 259 जगह कोविड-19 की तैराइयों का आकलन के लिए ड्राई रन का आयोजन शुरू हो चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने आज दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल में ड्राई रन का जायजा लिया। ये ड्राई रन कम से कम 3 सेशन साइटों में सभी राज्य की राजधानियों में आयोजित करने का प्रस्ताव हुआ है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन ठीक उसी पैटर्न पर किया जा रहा है, जिस पर वैक्सीन आने पर टीकाकारण की योजना तैयार की गयी है। बता दें ड्राई रन में वैक्सीन नहीं दी जाएगी बल्कि जनता का डेटा लिया जा रहा है और उसे coWin App पर अपलोड किया जा रहा है। माइक्रो प्लानिंग, सेशन साइट मैनेजमेंट और ऑनलाइन डेटा सिक्योर करने जैसी कई चीजों का परीक्षण किया जा रहा है।
आज स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि ड्राई रन में लोगों के वो सुझाव शामिल किए जा रहे हैं, जो उनकी तरफ से सरकार को मिले हैं। हर्षवर्धन ने कहा – ‘पिछले साल के आखिर में हमने ड्राई रन किया था। उस समय जो सुझाव लोगों ने दिए थे, उन्हें इस बार शामिल किया गया है। हम लोग इसके लिए पिछले चार महीनों से तैयारी कर रहे हैं। जनता ने इतना धैर्य रखा है, बस थोड़ा और इंतजार कर लें।’
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि देश के लोगों को अपील है कि वो किसी भी अफवाह में न जाएं। ‘भारत रकार देश के लोगों को कोविड-19 से सुरक्षित रखना चाहती है, वैक्सीन का विकास उसी प्रक्रिया का हिस्सा है।’
याद रहे तीन वैक्सीन कंपनियों ने इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन के लिए अनुमति मांगी थी जिनमें फाइजर, भारत बायोटेक इंटरनेशनल लि. और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया हैं। अब सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिश के आधार पर डीसीजीआई इस बाबत फैसला करेंगे।
बता दें आज देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 116 जिलों में 259 जगह ‘ड्राई रन’ का आयोजन चल रहा है। कुछ राज्यों में ऐसे जिले भी शामिल हैं जो दूर दराज हैं। ड्राई रन पिछले साल 20 दिसंबर को मंत्रालय की ऑपरेशनल गाइडलाइन के मुताबिक हो रहा है।
यह भी बता दें पहली जनवरी को सीडीएससीओ के विशेषज्ञ पैनल ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंज़ूरी देने की सिफारिश की है। कमेटी के इस फैसले से भारत को कोरोना महामारी के खिलाफ अपनी पहली वैक्सीन मिलने का रास्ता लगभग तया माना जा रहा है। कोविशील्ड वैक्सीन का निर्माण भारत की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है।

कांग्रेस नेता बूटा सिंह का निधन, मोदी और राहुल ने जताया शोक

देश के गृह मंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता बूटा सिंह का शनिवार सुबह निधन हो गया। वे 86 साल के थे और राज्यपाल भी रहे। पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल ने उनके निधन पर शोक जताया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक बूटा सिंह काफी समय से अस्वस्थ थे। उनका जन्म पंजाब के जलंधर के मुस्तफापुर गांव में हुआ था और वे जनता से जुड़े नेता थे। बूटा सिंह 8 बार लोकसभा सदस्य रहे। वे एक बड़े दलित नेता भी थे और हमेशा दलितों की आवाज उठाते रहे।

बूटा सिंह के परिवार में पत्नी, दो बेटे और एक बेटी हैं। बूटा सिंह राजीव गांधी की सरकार में 1986 से 1989 तक गृह मंत्री रहे। राजीव सरकार में ही 1984 से 1986 तकउन्होंने कृषि मंत्री का पदभार भी संभाला। अलावा बूटा सिंह 2004 से 2006 तक बिहार के राज्यपाल रहे।
साल 2007 से 2010 तक मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला। पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बूटा सिंह के निधन पर शोक जताया है।

प्रधानमंत्री ने अपने शोक सन्देश में कहा – ‘बूटा सिंह जी गरीबों के कल्याण के साथ-साथ दलितों के कल्याण के लिए एक अनुभवी प्रशासक और प्रभावी आवाज थे। उनके निधन से मैं दुखी हूं। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदना है।’

राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में शोक संवेदना में कहा – ‘सरदार बूटा सिंह जी के देहांत से देश ने एक सच्चा जनसेवक और निष्ठावान नेता खो दिया है। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा और जनता की भलाई के लिए समर्पित कर दिया, जिसके लिए उन्हें सदैव याद रखा जाएगा। इस मुश्किल समय में उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं।’

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह, मंत्रियों, विपक्षी नेताओं ने भी उनके निधन पर शोक जताया है।