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आखिरी टेस्ट से पहले भारत के लिए संकट; जडेजा बाहर हुए, बुमराह की चोट समस्या बनी

ऋषभ पंत, पुजारा, आर आश्विन और हनुमा बिहारी की जिम्मेदाराना बल्लेबाजी के चलते भारत ने तीसरा क्रिकेट टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के कहते में जाने से बचा लिया था, चौथे टेस्ट से पहले भारत के सामने खिलाड़ियों की फिटनेस बड़ा संकट लेकर आई है। रविंद्र जडेजा कल बाहर हो गए जबकि जसप्रीत बुमराह को लेकर खबर यह है कि की चोट शायद उन्हें भी अगले टेस्ट से बाहर कर दे। ऐसे में भारत के सामने गेंदबाजी की बड़ी समस्या का खतरा बन गया है।

रविंद्र जडेजा बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज से बाहर हो चुके हैं। वह चौथे टेस्ट में टीम इंडिया का हिस्सा नहीं होंगे जिसकी जानकारी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने कल दी थी। बता दें तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन बल्लेबाजी करते हुए जडेजा के बाएं अंगूठे में चोट लग गयी थी।

भारत के लिए चिंता यह है कि टेस्ट सीरीज के दौरान चोट के चलते उमेश यादव, केएल राहुल और मोहम्मद शमी बाहर हो चुके हैं और भुवनेश्वर कुमार और ईशांत शर्मा चोट के चलते ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ही नहीं जा सके थे। अब जडेजा अंगूठे में फ्रेक्चर के कारण चौथे टेस्ट से बाहर हो गये हैं।

ऑलराउंडर जडेजा अब भारत लौटने से पहले सिडनी में एक हाथ विशेषज्ञ से परामर्श करेंगे। जडेजा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के लिए उपलब्ध नहीं होंगे जो 15 से 19 जनवरी को गाबा में खेला जाना है।

दोनों टीमें सीरीज में 1-1 की बराबरी पर हैं, लिहाजा आखिरी टेस्ट ही सीरीज का फैसला करेगा। अब खबर यह आ रही है कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की चोट भी परेशान कर रही है और उनके अगले टेस्ट से बाहर होने का बड़ा खतरा बना हुआ है।

किसान आंदोलन पर कल अपना फैसला सुनाएगा सुप्रीम कोर्ट

किसान आंदोलन पर सर्वोच्च न्यायालय मंगलवार को अपना फैसला सुनाएगा। प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे ने सोमवार की सुनवाई के दौरान कहा कि हम कृषि विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाना चाहते हैं और कमेटी की रिपोर्ट आने तक नए कानून के लागू होने पर रोक लगाना चाहते हैं। सर्वोच्च अदालत ने कमेटी के लिए किसानों और सरकार से नाम मांगे हैं।

सर्वोच्च अदालत ने आज की सुनवाई में कहा कि हमारे लिए लोगों का हित जरूरी है।  कमेटी ही बताएगी कि कानून लोगों के हित में हैं या नहीं। अब अदालत मंगलवार को इस मामले में फैसला सुनाएगी। सर्वोच्च अदालत कल ही कमेटी को लेकर भी कोई फैसला कर सकती है।

आज की सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से अदालत में कहा गया कि वह सरकार के हाथ बांध रही है। सरकार ने कहा ‘हमें ये भरोसा मिलना चाहिए कि किसान कमेटी के सामने बातचीत करने आएंगे।’ उधर किसान संगठन की ओर से दुष्यंत दवे ने कहा कि हमारे 400 संगठन हैं, ऐसे में कमेटी के सामने जाना है या नहीं हमें ये फैसला करना होगा। इसपर अदालत ने कहा कि ऐसा माहौल न बनाएं कि आप सरकार के पास जाएंगे और कमेटी के पास नहीं। सरकार की ओर से कहा गया है कि किसानों को कमेटी में आने का भरोसा देना चाहिए। उधर किसान महापंचायत ने कहा कि उन्हें दिल्ली नहीं आने दिया जा रहा है।  वो कमेटी के सुझाव का स्वागत करते हैं और प्रदर्शन को शांतिपूर्ण ढंग से ही जारी रखेंगे।

आज की सुनवाई में प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि प्रदर्शन जैसे चल रहा है, चलता रहे।  हम बस ये अपील करेंगे कि सड़क की जगह किसी और स्थान पर बैठें। अगर किसी की जान जाती है या संपत्ति को नुकसान होता है, तो जिम्मेदारी कौन लेगा? जस्टिस बोबडे ने किसान संगठन के वकील से कहा कि आप प्रदर्शन में बैठे बुजुर्गों और महिलाओं को मेरा संदेश हैं, और कहें कि चीफ जस्टिस चाहते हैं कि आप घर चले जाएं।

कोरोना से बचाव के लिए देश में टीकाकरण की शुरूआत 16 जनवरी से : 200 रुपये होगी कोविशील्ड की कीमत

कोरोना से बचाव के लिए देश में टीकाकरण की शुरूआत संभवत: 16 जनवरी से हो सकती है। भारत के सीरम इंस्‍टीट्यूट को वैक्‍सीन खरीदी का ऑर्डर आज मिलने की संभावना है।  कोरोना के बचाव के लिए स्‍वीकृत ऑक्‍सफोर्ड वैक्‍सीन – कोविशील्ड की कीमत 200 रुपये प्रति वायल रखी गई है।

बताया जा रहा है कोविशील्‍ड की कुछ मिलियन डोज हर सप्‍ताह सप्‍लाई की जाएंगी। पहले दौर में एक करोड़, 10 लाख डोज की सप्‍लाई की जा सकती है।

टीकाकरण के शुरूआती चरण में ये वैकसीन 3 करोड़ हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्करों को लगायी जाएगी, जो निशुल्क होगी। हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्करों के अलावा अन्य को टीका मुफ्त मिलेगा या नहीं, इस पर अभी स्पष्टता नहीं है।

भारत में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने जिन दो टीकों के उपयोग की मंजूरी दी है उनमे कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (Covaxin) शामिल है।

केंद्रीय मंत्री नाईक की पत्नी और पीए की सड़क हादसे में मौत

केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाईक सोमवार रात को सड़क हादसे में घायल हो गए, जबकि उनकी पत्नी विजया व पीए दीपक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के अकोला में कार के पलटने से हुआ। कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। गोवा की राजधानी पणजी के अस्पताल में भर्ती नाईक की हालत खतरे से बाहर है।
बताया गया कि नाईक, पत्नी और निजी सहायक दीपक, विश्वासपात्र साई किरण, गनमैन व ड्राइवर के साथ यल्लापुर से गोकर्ण जा रहे थे। अंकोला तालुका में होसाकंबी गांव के पास ड्राइवर नियंत्रण खो बैठा और कार पलट गई। कर की हालत देखकर नहीं लगब्रह कि कोई बचा होगा। मगर गनीमत रही कि केंद्रीय मंत्री बच गए।
हादसे में मारी गईं केंद्रीय मंत्री की पत्नी की मौत पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री येद्दियुरप्पा ने शोक व्यक्त किया है। साथ ही मंत्री के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

सरकार ने कोरोना के 6 करोड़ टीके का दिया ऑर्डर

सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के लिए सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट व भारत बायोटेक से छह करोड़ खुराक खरीदने का ऑर्डर दिया है। पहले चरण में देश के तीन करोड़ कोरोना योद्धाओं को 16 जनवरी से टीके लगाने के लिए  1300 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सीरम से खरीदे जाने वाले कोविशील्ड के हर टीके की कीमत जीएसटी समेत 210 रुपये होगी। जीएसटी 5 फीसदी लगेगा।
भारत बायोटेक से पहली खेप में खरीदे जाने वाले 55 लाख कोवाक्सिन टीके के लिए 162 करोड़ रुपये चुकाने होंगे।
सीरम के कोविशील्ड टीके की 1.1 करोड़ खुराक के लिए 231 करोड़ रुपये दिए गए।
अगले चरण के लिए अप्रैल में कंपनी से 4.5 करोड़ टीके की दूसरी खेप मंगाई जाएगी। इसके लिए कुल 1176 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। टीके का वितरण मंगलवार से शुरू हो गया है। इनका निर्माण पुणे में किया जा रहा है। पुणे से देश के अलग अलग 60 जगहों पर इनकी विशेष विमानों से आपूर्ति की जाएगी। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड ने स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कोविशील्ड का ऑर्डर जारी किया है।

दिल्ली में भी बर्ड फ्लू की दस्तक, संजय झील की सभी बतखें मारीं

दिल्ली, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई।  इसके साथ ही अब तक दस राज्य एवियन इंफ्लूएंजा या बर्ड फ्लू की चपेट में आ चुके हैं। दिल्ली के मयूर विहार फेज-3 से चार, संजय झील से तीन और द्वारका से एक मृत पक्षी का सैंपल भोपाल लैब भेजा गया था। सभी आठों सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद संजय झीकल की सभी बत्तखों को मारने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। दिल्ली सरकार ने डिब्बाबंद चिकन पर भी रोक लगा दी है।
उत्तराखंड में देहरादून और कोटद्वार में मरे पक्षियों में फ्लू की पुष्टि हो गई है। वहीं महाराष्ट्र के परभणी, मुंबई, ठाणे, बीड और डपोली में पक्षियों की मौत की वजह बर्ड फ्लू ही है। परभणी में अकेले 80 हज़ार मुर्गियों को मार दिया गया है।
इससे पहले यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, हिमाचल, हरियाणा और केरल में भी इस बीमारी की पुष्टि हो चुकी है।

ऋषभ पंत की शानदार बल्लेबाजी से भारत ने तीसरा टेस्ट मैच ड्रा करवाया

भारत के बल्लेबाजों ने तीसरे टेस्ट के आखिरी दिन बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए सिडनी में मैच ‘ड्रॉ’ करा दिया। इस तरह चार मैचों की सीरीज अभी भी 1-1 की बराबरी पर है जबकि चौथा और आखिरी टेस्ट 15 जनवरी से ब्रिसबेन में होना है, जहाँ बारिश की बहुत संभावना रहती है। चोटिल विकेटकीपर ऋषभ पंत ने शानदार बल्लेबाजी की, हालांकि शतक से तीन रन से चूक गए।

दोनों पारियों के आधार पर ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 407 रनों का बड़ा और कठिन लक्ष्य दिया। लेकिन चोट के बावजूद मैदान में अपने नंबर से ऊपर खेलने उतरे विकेटकीपर ऋषभ पंत ने शानदार और जीत के लक्ष्य के साथ बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की नींद हराम कर दी। उन्होंने लगभग एक दिवसीय अंदाज में बल्लेबाजी की और एक मौके पर लग रहा था कि भारत यह मैच जीत रहा है।

हालांकि, उनके आउट होने के बाद भारतीय बल्लेबाजों ने रिस्क नहीं लिया और मैच ‘ड्रा’ के इरादे से खेलते हुए विकेट बचाने की कोशिश की जिसमें वे सफल रहे। चोटिल   हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन नाबाद पवेलियन लौटे। दोनों ने क्रीज पर रहकर करीब 44 ओवर बल्लेबाजी की।

भारत ने दूसरे सत्र में चेतेश्वर पुजारा (77) और ऋषभ पंत (97) के विकेट गंवाए। विशाल लक्ष्य के जवाब में पांचवें दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने 5 विकेट गंवाकर 334 रन बनाए और मैच बचा लिया। हनुमा विहारी (23) और रविचंद्रन अश्विन (39) नाबाद पवेलियन लौटे। ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरी पारी में नाथन लॉयन और पैट कमिंस ने 2-2 विकेट चटकाए और पैट कमिंस के खाते में एक विकेट आया।

किसान आंदोलन पर सुप्रीम कोर्ट की केंद्र सरकार को बड़ी फटकार, सरकार से कहा ‘आप क़ानून होल्ड नहीं कर सकते तो हम कर देते हैं

किसानों के आंदोलन को लेकर सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगाई है। सर्वोच्च अदालत ने किसान आंदोलन के दौरान किसानों की मौत पर भी गहरी चिंता जताई और सरकार से पूछा कि वह बताये कि किसानों से क्या बात कर रही है। अदालत ने सरकार से कहा कि आंदोलन संभालने के आपके तरीके से हम बहुत निराश हैं। सर्वोच्च अदालत ने एक मौके पर पूछा कि आप (कृषि) क़ानून ‘होल्ड’ कर रहे हैं या नहीं ? आप नहीं करते तो हम कर देंगे। अदालत ने कहा कि वह किसी भी संगठन के आंदोलन के खिलाफ नहीं है। अदालत ने कहा कि कानूनों की जांच के लिए कमिटी बनाएंगे।

प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे ने सुनवाई के दौरान कहा कि ‘आप हल नहीं निकाल पा रहे हैं। लोग मर रहे हैं। आत्महत्या कर रहे हैं। महिलाओं और वृद्धों को भी बैठा रखा है। हम कमिटी बनाने जा रहे हैं। चाहे आपको हम पर भरोसा हो या नहीं। हम देश का सुप्रीम कोर्ट हैं। अपना काम करेंगे।’

किसानों के मसले पर आज सर्वोच्च अदालत में सुनवाई चल रही है। अदालत ने केंद्र सरकार से पूछा कि बाह बताये कि किस तरह का समझौता कर रहे हैं। हर दिन हालत ख़राब हो रहे हैं। अदालत ने सरकार से कहा कि ‘हम आपसे बहुत निराश हैं’।

अदालत ने कहा कि हम कृषि मामलों के विशेषज्ञ नहीं हैं। हमारा मकसद समस्या का हल निकलना है। हर दिन हालत खराब हो रही है। सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगाई है। सर्वोच्च अदालत ने सरकार से पूछा कि वह बताये कि  किसानों से क्या बात कर रही है।

किसानों के मुद्दे पर सुप्रीम ‌कोर्ट की सुनवाई में सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि बहुत बड़ी संख्या में किसान संगठन कानून को फायदेमंद मानते हैं। प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे ने कहा कि हमारे सामने अब तक कोई नहीं आया है जो ऐसा कहे। अगर एक बड़ी संख्या में लोगों को लगता है कि कानून फायदेमंद है तो कमिटी को बताएं। आप बताइए कि कानून पर रोक लगाएंगे या नहीं। नहीं तो हम लगा देंगे।

अटॉर्नी जनरल ने कहा कि कानून से पहले एक्सपर्ट कमिटी बनी। कई लोगों से चर्चा की। पहले की सरकारें भी इस दिशा में कोशिश कर रही हैं। प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि यह दलील काम नहीं आएगी कि पहले की सरकार ने इसे शुरू किया था। उन्होंने  कहा कि आपने कोर्ट को बहुत अजीब स्थिति में डाल दिया है। लोग कह रहे हैं कि हमें क्या सुनना चाहिए, क्या नहीं। लेकिन हम अपना इरादा साफ कर देना चाहते हैं, हल निकले। अगर आपमें समझ है तो कानून के अमल पर ज़ोर मत दीजिए। फिर बात शुरू कीजिए। हमने भी रिसर्च किया है। एक कमिटी बनाना चाहते हैं।

प्रधान न्यायाधीश ने कहा हम ये नहीं कह रहे है कि आप कानून को रद्द करें। हम बहुत बकवास सुन रहे है कि कोर्ट को दखल देना चाहिए या नही। हमारा उद्देश्य सीधा है कि समस्या का समाधान निकले। हमने आपसे पूछा था कि आप कानून को होल्ड पर क्यों नही रख देते ? उन्होंने कहा कि ये सरकार को मदद नही करने वाला कि  किसी दूसरे सरकार ने शुरू किया था। किस तरह का समझौता आप कर रहे हैं ?

अटॉर्नी जनरल को रोकते हुए प्रधान न्यायाधीश कहा कि जब हम आपसे क़ानून की संवैधानिकता के बारे में पूछ रहे हैं तो आप हमको उसके बारे बताइए, कानून के फायदे के बारे में मत बताइए। केंद्र सरकार को फटकार लागते हुए राधान न्यायाधीश ने कहा कि हम आपसे बहुत निराश हैं। आपने कहा कि हम बात कर रहे हैं। क्या बात कर रहे हैं ? किस रह का निगोशिएशन कर रहे हैं ?

भारतीय क्षेत्र में पकड़े गए चीन के सैनिक को भारत ने वापस लौटाया

भारत ने सोमवार को उस चीनी सैनिक को वापस चीन को लौटा दिया जिसे सादे कपड़ों में शुक्रवार को भारतीय लद्दाख क्षेत्र में घूमते हुए पकड़ा गया था। यह दूसरी बार है जब चीन से चल रहे तनाव के बीच कोई चीनी सैनिक भारत के इलाके में पकड़ा गया था। पिछली बार भी भारत ने चीनी सैनिक को तीसरे दिन लौटा दिया था। चीन ने कल ही भारत से यह कहते हुए कि यह भटककर भारतीय इलाके में चला गया है, उसे लौटाने को कहा था।

भारतीय सेना ने शुक्रवार को इस चीनी सैनिक को लद्दाख में गिरफ्तार किया था। इसके बाद चीन ने पीएलए सैनिक को तुरंत वापस लौटाने की मांग की थी। पीएलए सैनिक को पूर्वी लद्दाख के चुशुल सेक्टर में गुरुंग हिल के पास भारतीय सीमा में घूमता हुआ पाया गया था जिसके बाद उसे भारतीय सेना ने गिरफ्तार कर लिया था।

बता दें शनिवार को भारतीय सेना ने जानकारी दी थी कि 8 जनवरी की सुबह एक चीनी सैनिक एलएसी पार कर चला गया आया था जिसे भारतीय सैनिकों ने हिरासत में ले लिया था। चीनी सैनिक के साथ नियमों के तहत कार्यवाही की जा रही है। याद रहे पिछले साल चीन के साथ संघर्ष और चीन के बड़ी संख्या में एलएसी पर सैनिकों को भेजने के बाद भारत ने भी एलएसी पर भारी मात्रा में सेना की तैनाती की है।

सिडनी में भारतीय क्रिकेटरों पर लगातार दूसरे दिन नस्ली टिप्पणी  

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज के तीसरे मैच में लगातार दूसरे दिन भारतीय क्रिकेटरों पर नस्ली टिप्पणी की गई। इस कारण चौथे दिन रविवार को 10 मिनट तक खेल भी रुका रहा। इस बीच, सुरक्षाकर्मियों ने स्टेडियम से टिप्पणी करने वाले छह दर्शकों को उठाकर मैदान से बाहर ले गए और पुलिस के हवाले कर दिया।

इस मामले में बीसीसीआई पहले ही मैच रेफरी से घटना की शिकायत दर्ज करा चुका है। रविवार को मोहम्मद सिराज के खिलाफ फिर टिप्पणी की गई। इससे पहले शनिवार को सिराज के साथ ही तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को निशाना बनाकर कमेंट किये गए थे। दर्शकों के इस भद्र व्यवहार की चौतरफा निंदा हो रही है।

ज्यादातर क्रिकेटरों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इस बीच, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली जो इस समय यपितृत्व अवकाश लेकर भारत लौट आए हैं। कोहली ने सिराज के खिलाफ की गई नस्ली टिप्पणी को ‘अभद्र व्यवहार की चरम सीमा’ करार देते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। नस्ली दुर्व्यवहार पूरी तरह से अस्वीकार्य है। सीमा रेखा पर क्षेत्ररक्षण करते समय मुझे भी घटिया बातें सुननी पड़ी हैं और यह अभद्र व्यवहार की चरम सीमा है। मैदान पर इस तरह की घटनाएं देखना दुखद है।

 बीसीसीआई सूत्रों का कहना है कि रविवार को दर्शक दीर्घा से सिराज को कथित रूप से ब्राउन डॉग और बिग मंकी कहा गया। सिराज ने कप्तान अजिंक्य रहाणे और स्क्वॉयर लेग अंपायर से इस बाबत शिकायत की। एक दिन पहले भी सिराज और बुमराह के लिए अपशब्द कहे थे।