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व्हाट्सऐप वेब की प्राइवेसी होगी और मजबूत

व्हाट्सऐप ने हाल ही में ऐप प्राइवेसी को लेकर एक नया बदलाव लाने का एलान किया है। व्हाट्सऐप वेब और डेस्कटॉप में लॉग-इन व ऐप लिंक करने के लिए कंपनी ने एक और सिक्योरिटी लेयर जोड़ दी है। जिसके बाद कम्प्यूटर में व्हाट्सऐप अकाउंट जोड़ने से पहले यूज़र से फिंगरप्रिंट या फिर फेस आइडी मांगी जाएगी।  इस  सिक्योरिटी लेयर के जुड़ने के बाद आपकी प्राइवेसी और मजबूत हो जायेगी और कोई भी आपकी गैरमौजूदगी में आपके व्हाट्सऐप अकाउंट को कम्प्यूटर पर एक्सेस नहीं कर सकेग।

व्हाट्सऐप का कहना है कि फेस और फिंगरप्रिंट ऑथेंटीकेशन प्रक्रिया यूज़र के मोबाइल फोन पर होती है और व्हाट्सऐप हैंडसेट के ऑपरेटिंग सिस्टम में स्टोर बायोमैट्रिक इंफोर्मेंशन को एक्सेस नहीं कर सकता। मोबाइल ऐप में इस नई एक्सट्रा सिक्योरिटी लेयर के जोड़े जाने का मकसद डेस्कटॉप पर गलत तरीके से व्हाट्सऐप के इस्तेमाल को रोकना है।

व्हाट्सऐप वेब या फिर डेस्कटॉप ऐप में व्हाट्सऐप अकाउंट लिंक करने से पहले यूज़र्स से उनके फोन पर फेस आइडी या फिर फिंगरप्रिंट अनलॉक का विकल्प option आएगा और जैसे ही Done पर क्लिक किया जाएगा यूज़र्स अपने फोन से QR कोड को एक्सेस कर सकेंगे, जो कि डेस्कटॉप में व कम्प्यूटर में उनके व्हाट्सऐप अकाउंट को लिंक करने की प्रक्रिया को पूरा करेगा।

व्हाट्सऐप की माने तो ये नई सिक्योरिटी लेयर को आने वाले हफ्ते में रोलआउट कर दिया जाएगा। साथ ही साथ जल्दी ही फोन पर व्हाट्सऐप वेब पेज पर एक विज़ुअल रिडिजाइन को भी पेश किया जाएगा।

लाल किले के भीतर व्यापक नुक्सान, हिंसा के लिए 22 एफआईआर दर्ज, केंद्रीय मंत्री पटेल ने किया दौरा, टिकैत ने कहा हिंसा करने वालों पर कार्रवाई करे सरकार

किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान 26 जनवरी को किसानों का जो एक गुट लाल किले के भीतर चला गया था, उसे लेकर पुलिस ने 22 एफआईआर दर्ज की हैं। केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने अधिकारियों की टीम के साथ लाल क़िले का दौरा किया जिसके बाद आरोप लगाया गया है कि उपद्रवियों की तरफ से ऐतिहासिक धरोहर लाल किले के भीतर व्यापक स्तर पर तोड़फोड़ की गयी है, जहाँ अब सीआरपीएफ की 15 कंपनियां तैनात कर दी गयी हैं। कल के घटनाक्रम में 300 पुलिसवालों के घायल होने की बात भी कही गयी है। पुलिस ने कुछ देर पहले 200 लोगों को हिंसा के सिसिले में गिरफ्तार किया है।

सभी किसान संगठनों ने इस हिंसा से खुद को अलग कर लिया है और इसे ‘सरकार की शह पर पन्नू गुट का कुकृत्य’ बताया है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि पुलिस को उन लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने हिंसा की है। इस बीच  किसानों की एक बड़ी संख्या वापस आंदोलन स्थल सिंघु बार्डर पर लोटनी शुरू हो गयी है। किसान संगठन भी बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार कर रहे हैं। संभावना है कि किसान मोर्चा कल लाल किले पर हिंसा करने वाले संगठन से खुद को अलग करने की घोषणा कर सकता है।

दिल्ली में हिंसा पर गृह मंत्रालय को शाम तक रिपोर्ट सौंपी जानी है।  संस्कृति मंत्रालय की नुकसान की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस और एफ़आईआर दर्ज करेगी। पांच अधिकारियों की टीम रिपोर्ट तैयार कर रही है। संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने अधिकारियों की टीम के साथ आज सुबह लाल क़िले का दौरा किया था।

उधर दिल्ली पुलिस ने आपराधिक साजिश के साथ लाल किले में डकैती का मामला भी दर्ज किया है। राजधानी के कोतवाली थाने में 10 से ज्यादा विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है जिनमें धारा 395, धारा 397, धारा 120बी  जैसी गंभीर आपराधिक धाराएं शामिल हैं। आरोप के मुताबिक लाल किले के अंदर आपराधिक साजिश के तहत डकैती डाली गई और वहां से कथित तौर पर कुछ सामान भी ले जाया गया।

जिन लोगों के खिलाफ आज एफआईआर दर्ज की गयी है उनमें पांच किसान नेताओं के नाम भी शामिल हैं। गृहमंत्री अमित शाह गृहसचिव, इंटेलिजेंस के अधिकारियों और दिल्ली पुलिस कमिश्नर के साथ गृह मंत्रालय में बैठक कर रहे हैं। दिल्ली में कल हुई हिंसा पर अब तक की कार्रवाई पर जानकारी ले रहे हैं। हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई गयी है।

दिल्ली के सीमाओं के सटे इलाकों में इंटरनेट सेवा पर शाम 5 बजे तक के लिए इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है। हरियाणा में भी यह पाबंदी लागू है जबकि पंजाब और हरियाणा में हाइ अलर्ट घोषित किया गया है। सिंघु बॉर्डर, लाल किले पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दो मेट्रो स्टेशनों पर आज भी सेवाओं को बंद रखा गया है जिनमें लाल किला और जामा मस्जिद शामिल हैं।

इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह द्वारा लाल किले में अपने संगठन का झंडा फहराने को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा – ‘मैंने शुरुआत से ही किसान आंदोलन का समर्थन किया है। लेकिन इस अराजकता को मैं स्वीकार नहीं कर सकता। गणतंत्र दिवस पर कोई दूसरा ध्वज नहीं, बल्कि सिर्फ पवित्र तिरंगा लाल किले पर फहराया जाना चाहिए।’

उधर लाल किले की कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आई हैं इसमें दिखाया गया है कि कैसे वहां चीजों के साथ तोड़फोड़ की गई।

इस बीच अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव मुल्ला हन्नान ने कहा है कि किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश लगातार चल रही थी। ‘हमें डर था कि कोई साजिश कामयाब न हो जाए लेकिन आखिर में साजिश कामयाब हो गई।  लाल किले में बिना किसी सांठगांठ के कोई नहीं पहुंच सकता। इसके लिए किसानों को बदनाम करना ठीक नहीं है।’

तिरंगा फहरा और पौधरोपण करके रखी गई धन्नीपुर मस्जिद की नींव

उत्तर प्रदेश सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी व अन्य सदस्यों ने गणतंत्र दिवस पर झंडा फहरा और पौधरोपण कर सांकेतिक रूप से धन्नीपुर मस्जिद का शिलान्यास किया। मिट्टी की जांच की रिपोर्ट आने के बाद शुरू होगा मस्जिद का निर्माण। यह मस्जिद अयोध्या में राम मंदिर से लगभग 25 किलोमीटर दूर नेशनल हाइवे 28 पर स्थित धन्नीपुर गांव में है। इस मस्जिद को इंसानियत की मिसाल के तौर पर तैयार किया जा रहा है।
इस मस्जिद का निर्माण इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की तरफ से किया जा रहा है। इसके लिए सोमवार को मिट्टी की जांच करने का काम शुरू हो गया। दोपहर बाद पहुंची गुंजन स्वायल कंपनी द्वारा निर्धारित पांच एकड़ में तीन स्थानों पर स्वायल टेस्टिंग के लिए जगह चिह्नित की गई है। इसमें एक स्थान से मिट्टी निकाली गई है साथ ही अन्य दो स्थानों से मिट्टी निकाली जाएगी। यह काम तीन दिन तक चलेगा। मस्जिद के साथ ही एक इंस्टीट्यूट और अस्पताल व सांस्कृतिक केंद्र भी बनाया जाएगा। जिसका नक़्शा पिछले दिनों जारी किया गया था।
गौरतलब है कि बाबरी मस्जिद और राममंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अयोध्या के धन्नीपुर के पांच एकड़ जमीन दी थी। इस जमीन पर इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की तरफ से मस्जिद सहित हॉस्पिटल व कल्चरल काम्पलेस की स्थापना की जानी है। इन सभी के निर्माण की तैयारी शुरू हो चुकी है। मिट्टी के परीक्षण की जिम्मेदारी गुंजन स्वायल कंपनी को दी गई है।

अमरिंदर, पवार ने कुछ तत्वों के हिंसा करने की निंदा की, किसान मोर्चा ने कहा हिंसा असामाजिक तत्वों ने की

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कुछ तत्वों के दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हिंसा की घटनाएं करने की कड़ी निंदा की है। उधर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि किसान बहुत संयम से आंदोलन कर रहे थे लेकिन सरकार ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने एक वक्तव्य में कहा है कि आज के किसान गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व भागीदारी के लिए हम किसानों को धन्यवाद देते हैं और साथ ही उन अवांछनीय और अस्वीकार्य घटनाओं की भी निंदा और खेद करते हैं जो आज घटित हुई हैं और ऐसे कृत्यों में लिप्त होने वाले लोगों से खुद को अलग करते हैं। इस बीच पंजाब में हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है।

पंजाब के मुख्यमंत्री पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कुछ तत्वों के दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हिंसा की घटनाएं करने की कड़ी निंदा की है। उन्होंने एक ट्वीट करके कहा – ‘दिल्ली में कुछ चौंकाने वाले दृश्य देखे। उच्च तत्वों द्वारा हिंसा करने की कड़ी निंदा करता हूँ। यह किसानों द्वारा शांति से चलाए आंदोलन के दौरान कमाई गयी गुडविल को धक्का पहुंचाएगी। किसान नेताओं ने खुद को इस हिंसा से अलग कर लिया है। मैं सभी किसानों से दिल्ली को खाली करने और वापस आंदोलन की जगह पहुँचाने की अपील करता हूँ।’

उधर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से आये किसान बहुत संयम से आंदोलन कर रहे थे लेकिन सरकार ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। केंद्र की जिममेवारी क़ानून व्यवस्था बनाने की थी लेकिन वो असफल रही।

इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने एक वक्तव्य में कहा है कि आज के किसान गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व भागीदारी के लिए हम किसानों को धन्यवाद देते हैं। हम उन अवांछनीय और अस्वीकार्य घटनाओं की भी निंदा और खेद करते हैं जो आज घटित हुई हैं और ऐसे कृत्यों में लिप्त होने वाले लोगों से खुद को अलग करते हैं।

मोर्चा ने कहा कि हमारे सभी प्रयासों के बावजूद, कुछ संगठनों और व्यक्तियों ने तय मार्ग का उल्लंघन किया और निंदनीय कृत्यों में लिप्त रहे। असामाजिक तत्वों ने अन्यथा शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की थी। हमने हमेशा माना है कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है, और किसी भी उल्लंघन से आंदोलन को नुकसान पहुंचेगा।

कहा कि अब 6 महीने से अधिक समय तक लंबा संघर्ष, और दिल्ली की सीमाओं पर 60 दिनों से अधिक का विरोध भी इस स्थिति का कारण बना है। हम अपने आप को ऐसे सभी तत्वों से अलग करते हैं जिन्होंने हमारी तरफ से जारी अनुशासन निर्देशों का का उल्लंघन किया है। हम परेड के मार्ग और मानदंडों पर चलने के लिए सभी से दृढ़ता से अपील करते हैं, और किसी भी हिंसक कार्रवाई या राष्ट्रीय प्रतीकों और गरिमा को प्रभावित करने वाली किसी भी चीज़ में लिप्त नहीं होते हैं। हम सभी से अपील करते हैं कि वे ऐसे किसी भी कृत्य से दूर रहें।

मोर्चा ने कहा कि आज के कार्यक्रम का पूरा फिकबैक लिया जा रहा है और उसके बाद पूरी तस्वीर देखने की कोशिश की जाएगी। इसके बाद जल्द ही एक विज्ञप्ति जारी की जाएगी।

दिल्ली की घटनाओं पर गृह मंत्री शाह ने बैठक की, अर्ध सैनिक बल तैनात करने की तैयारी

किसान आंदोलन के दौरान राजधानी दिल्ली में घटी घटनाओं को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर एक बैठक हुई है। बैठक में गृह सचिव और पुलिस कमिश्नर भी शामिल हैं। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक वहां अर्ध सैनिक बल (सीआरपीएफ) को तैनात करने की तैयारी कर ली गयी है। दिल्ली में अभी भी कुछ जगह इंटरनेट बंद है जबकि नांगलोई में हिंसा होने की खबर है।

शाह ने किसान आंदोलन के दौरान आज दिल्ली में घाटी घटनाओं की जानकारी ली है। उधर आज सोशल मीडिया पर एक मैजेस वायरल हो गया जिसमें कथित रूप से यह कहा गया है कि सरकार ने 31 जनवरी तक दोबारा लॉक डाउन लगाने का फैसला किया है और किसी भी तरह के राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी। हालांकि, जानकारी के मुताबिक लॉक डाउन के डिश निर्देशों को 31 जनवरी तक बढ़ाया गया है, लॉक डाउन नहीं लगाया गया है।

दिल्ली के नांगलोई में अभी भी किसानों और पुलिस के बीच तनाव बना हुआ है। वहां बड़ी संख्या में किसान मौजूद हैं। किसान ने आज ट्रैक्टर परेड की घोषणा की थी और वे लाखों की संख्या में इस समय दिल्ली पहुंचे हुए हैं।

उधर किसान आंदोलन के दौरान राजधानी दिल्ली में घटी घटनाओं को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर एक बैठक हुई है। बैठक में गृह सचिव और पुलिस कमिश्नर भी शामिल हैं। शाह ने इस बैठक में राजधानी ने किसान आंदोलन के दृष्टिगत वर्तमान स्थिति की जानकारी ली है।  ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक वहां अर्ध सैनिक बल (सीआरपीएफ) को तैनात करने की तैयारी कर ली गयी है। पुलिस आज स्थिति संभालने में पूरी तरह नाकाम रही।

इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने ‘तहलका’ से बातचीत में कहा कि ‘उपद्रव करने वाले किसान नहीं बल्कि राजनीतिक दलों के लोग हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिन एंट्री प्वाइंट्स की दिल्ली पुलिस ने इजाजत दी थी उन्हें आज 12 बजे तक बंद रखा गया जिससे गड़बड़ हुई।

इससे पहले दोपहर में किसानों का एक बड़ा जत्था लाल किले पहुंचा था और वहां तिरंगे के साथ निशान साहिब और किसानों के झंडे भी लगा दिए थे। अब वहां से ाफी संख्या में किसान वहां से हट गए हैं।

किसानों की भीड़ के आगे बेबस पुलिस, कई जगह स्थिति नियंत्रण से बाहर, लाल किले में घुसे, लाखों किसान दिल्ली पहुंचे

दिल्ली में किसानों की भीड़ के आगे पुलिस बेबस दिख रही है और कई जगह स्थिति अनियंत्रित हो गयी है। किसानों ने लाल किले पर कब्ज़ा कर वहां अपना झंडा लगा दिया है और उन्होंने वहां की पुलिस चौकी पर कब्ज़ा कर लिया है। इसके बाद पुलिस के लोग वहां से भाग गए हैं। कई जगह किसानों और पुलिस के बीच झड़पों में किसान और पुलिस के लोग घायल होने की खबर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर कहा है कि हिंसा किसी मसले का हल नहीं, चोट किसी भी लगे नुकसान देश का ही होगा। देश हित में किसान विरोधी क़ानून वापस लो।

किसानों की आज मोदी सरकार के तीन विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में ट्रैक्टर परेड थी। शुरू में माहौल शांतिपूर्ण लग रहा था लेकिन करीब 2.15 बजे यह रिपोर्ट  जगह स्थिति पुलिस के नियंत्रण से बाहर जा चुके है। लाल किले पर किसानों का कब्ज़ा हो गया है और वहां तिरंगे की बगल में उन्होंने अपना एक झंडा भी फहरा दिया है।

किसानों के लिए तय किये रुट अब छिन्न भिन्न हो गए हैं और किसान जहाँ तहँ पहुँच चुके हैं। एक जगह एक किसान के ट्रैक्टर के नीचे कुचले जाने की अपुष्ट सूचना है।

इस बीच किसान नेता शिव कुमार कक्का ने कहा है कि सरकार को तीनों कानून वापस लेने चाहिए। हम सिर्फ अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं किसी तरह की हिंसा नहीं करेंगे।

उधर लाल किले पर कब्ज़ा करने के बाद अब किसान वहां से छंटने शुरू हो गए हैं। वहां पुलिस दुबारा लौट आई है। सुबह आईटीओ सहित कई जगह पुलिस बेरिकेड्स तोड़ दिए हैं। इन किसानों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी हैं। किसानों पर लाठीचार्ज भी हुआ है और उनपर आंसू गैस छोड़ी गयी है। कुछ किसानों के लाठीचार्ज में घायल होने की खबर है। किसानों का एक ग्रुप आज सुबह समय से पहले ही दिल्ली की तरफ आगे बढ़ गया। किसान आईटीओ से आगे बढ़ चुके हैं और उन्होंने कहा है कि वे लाल किले तक पहुंचेंगे। पहले से तय रूट्स पर भी लाखों किसान आगे बढ़ रहे हैं। किसानों ने अपने ट्रैक्टरों पर तिरंगे लगा रखे हैं और देशभक्ति के गीत बजा रहे हैं।

दिल्ली पुलिस ने सोमवार को किसानों को दिल्ली में तय किये गए रूटों पर जाने की इजाजत दी थी। हालांकि, किसानों की इतनी बड़ी भीड़ है कि नहीं यह भी पता नहीं है कि कहाँ से जाना है। लिहाजा जहाँ बेरिकेड्स हैं, वहां किसान उन्हें तोड़ते हुए आगे बढ़ रहे हैं।  प्रदर्शनकारी किसान गाजीपुर बॉर्डर से प्रगति मैदान पहुंचकर सेंट्रल दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं।

अभी तक की स्थिति के मुताबिक किसान और पुलिस के बीच कुछ जगह अनाव की स्थिति भी बनी है। कई जगह पुलिस वाले खुद ही किसानों की भीड़ देखकर वहां से भागते हुए दिखे हैं। बता दें किसान आज दिल्ली में ट्रैक्टर परेड’ निकाल रहे हैं। इसके लिए किसानों ने सभी जगहों पर पुलिस के बैरिकेड्स तोड़कर दिल्ली की सीमाओं में दाखिल होना शुरू कर दिया है।

सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने दिल्ली पुलिस के लगाए गए बैरिकेड्स तोड़ दिए हैं और दिल्ली में दाखिल हो गए हैं। ऐसा की कुछ नजारा गुरुग्राम में फरीदाबाद में भी देखा गया। बेकाबू होते किसानों को रोकने के लिए पुलिस र किसानों को काबू करने के लिए जहां संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में आंसू गैस छोड़ी गई वहीं गाजीपुर में लाठीचार्ज किया गया। गुरुग्राम में किसानों की तिरंगा परेड रोकने के लिए मानेसर घाटी में गुरुग्राम पुलिस ने भारी वाहनों को रोककर जाम लगा दिया, जिसके कारण पिछले 12 घंटे से ट्रक चालक फंसे हुए हैं। ऐसे में मंगलवार सुबह ट्रक चालकों ने ट्रक के अंदर ही खाना बनाकर खाया।

गणतंत्र दिवस समारोह और किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर राजपथ और राष्ट्रीय राजधानी की कई सीमाओं पर हजारों सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। तीन विवादित कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संघों ने कहा था कि उनकी परेड मध्य दिल्ली में प्रवेश नहीं करेगी और यह गणतंत्र दिवस पर होने वाली आधिकारिक परेड के समापन के बाद ही शुरू होगी। संघों ने दावा किया था कि उनकी परेड में करीब दो लाख ट्रैक्टरों के हिस्सा लेने की उम्मीद है और यह सिंघू बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर तथा गाज़ीपुर (यूपी गेट) से रवाना होगी।

देश भर में गणतंत्र दिवस की धूम, राष्ट्रपति ने तिरंगा फहराया, देश की सैन्य ताकत की मिली झलक

देश भर में आज 72वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है। गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य कार्यक्रम दिल्ली में हुआ जहाँ राजधानी के राजपथ पर भारत की सैन्य ताकत और संस्कृति की झलक देखने को मिली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तिरंगा फहरा कर रिपब्लिक डे परेड कार्यक्रम की शुरुआत की।

रिपब्लिक डे परेड में तीन सेनाओं की ताकत के साथ अलग-अलग राज्यों, मंत्रालयों, सुरक्षाबलों की झांकियां भी देखने को मिलीं। पहली बार लड़ाकू विमान राफेल ने परेड में हिस्सा लिया और पूरी दुनिया को अपना दम दिखाया। राफेल की गर्जन से पूरा आसमान गूंज गया।

परेड का मुख्य आकर्षण सैन्य ताकत, राज्यों की अलग-अलग संस्कृति, बांग्लादेश का 122 सदस्यों का कॉन्टिनजेन्ट, स्कूलों के बच्चों की ओर से पेश कार्यक्रम रहा। उत्तर प्रदेश की झांकी में राम मंदिर की झलक दिखाई दी जबकि पंजाब की झांकी गुरु तेग बहादुर जी को समर्पित रही।

राजपथ पर गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम शानदार तरीके मनाया गया भले कोरोना के कारण भीड़ कम रही। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तिरंगा फहरा कर रिपब्लिक डे परेड कार्यक्रम की शुरुआत की। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी आउटर अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

उत्तर प्रदेश की झांकी में अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर को प्रदर्शित किया गया। रिपब्लिक डे परेड का समापन 900 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने वाले एक राफेल विमान के आसमान पर ‘वर्टिकल चार्ली’ बनाने के साथ हुआ। विमान को शौर्य चक्र विजेता हरकीरत सिंह उड़ा रहे थे।

कई जगह बेरिकेड्स तोड़कर किसान दिल्ली पहुंचे, पुलिस का लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले भी दागे गए

दिल्ली में किसानों और पुलिस के बीच तनाव बन गया है। किसानों ने मोदी सरकार के तीन विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ आईटीओ सहित कई जगह पुलिस बेरिकेड्स तोड़ दिए हैं। इन किसानों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी हैं। किसानों पर लाठीचार्ज भी हुआ है और उनपर आंसू गैस छोड़ी गयी है। कुछ किसानों के लाठीचार्ज में घायल होने की खबर है। किसानों का एक ग्रुप आज सुबह समय से पहले ही दिल्ली की तरफ आगे बढ़ गया। किसान आईटीओ से आगे बढ़ चुके हैं और उन्होंने कहा है कि वे लाल किले तक पहुंचेंगे। पहले से तय रूट्स पर भी लाखों किसान आगे बढ़ रहे हैं। किसानों ने अपने ट्रैक्टरों पर तिरंगे लगा रखे हैं और देशभक्ति के गीत बजा रहे हैं।

दिल्ली पुलिस ने सोमवार को किसानों को दिल्ली में तय किये गए रूटों पर जाने की इजाजत दी थी। हालांकि, किसानों की इतनी बड़ी भीड़ है कि यह भी पता नहीं है कि कहाँ से जाना है। लिहाजा जहाँ बेरिकेड्स हैं, वहां किसान उन्हें तोड़ते हुए आगे बढ़ रहे हैं।  प्रदर्शनकारी किसान गाजीपुर बॉर्डर से प्रगति मैदान पहुंचकर सेंट्रल दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं।

अभी तक की स्थिति के मुताबिक किसान और पुलिस के बीच कुछ जगह तनाव की स्थिति भी बनी है। कई जगह पुलिस वाले खुद ही किसानों की भीड़ देखकर वहां से भागते हुए दिखे हैं। बता दें किसान आज दिल्ली में ट्रैक्टर परेड’ निकाल रहे हैं। इसके लिए किसानों ने सभी जगहों पर पुलिस के बैरिकेड्स तोड़कर दिल्ली की सीमाओं में दाखिल होना शुरू कर दिया है।

सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने दिल्ली पुलिस के लगाए गए बैरिकेड्स तोड़ दिए हैं और दिल्ली में दाखिल हो गए हैं। ऐसा की कुछ नजारा गुरुग्राम में फरीदाबाद में भी देखा गया। बेकाबू होते किसानों को रोकने के लिए पुलिस किसानों को काबू करने के लिए जहां संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में आंसू गैस छोड़ी गई वहीं गाजीपुर में लाठीचार्ज किया गया। गुरुग्राम में किसानों की तिरंगा परेड रोकने के लिए मानेसर घाटी में गुरुग्राम पुलिस ने भारी वाहनों को रोककर जाम लगा दिया, जिसके कारण पिछले 12 घंटे से ट्रक चालक फंसे हुए हैं। ऐसे में मंगलवार सुबह ट्रक चालकों ने ट्रक के अंदर ही खाना बनाकर खाया।

गणतंत्र दिवस समारोह और किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर राजपथ और राष्ट्रीय राजधानी की कई सीमाओं पर हजारों सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। तीन विवादित कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संघों ने कहा था कि उनकी परेड मध्य दिल्ली में प्रवेश नहीं करेगी और यह गणतंत्र दिवस पर होने वाली आधिकारिक परेड के समापन के बाद ही शुरू होगी। संघों ने दावा किया था कि उनकी परेड में करीब दो लाख ट्रैक्टरों के हिस्सा लेने की उम्मीद है और यह सिंघू बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर तथा गाज़ीपुर (यूपी गेट) से रवाना होगी।

सात फेरे लेकर एक-दूजे के हुए वरुण-नताशा

बॉलीवुड के उभरते अभिनेता वरुण धवन रविवार रात अपनी गर्लफ्रेंड और फैशन डिजाइनर नताशा दलाल के साथ शादी के बंधन में बंध गए। वरुण और नताशा ने परिवार और करीबी दोस्तों की मौजूदगी में सात फेरे लिए। दोनों की शादी निजी समारोह के तौर पर हिंदू रीति-रिवाज से हुई।
अभिनेता वरुण धवन ने इंस्टाग्राम अकाउंट से शादी की दी तस्वीरें शेयर की हैं। वरुण ने लिखा-जिंदगीभर का प्यार आज आधिकारिक हो गया। एक तस्वीर में वरुण और नताशा वरमाला डालकर बैठे हुए हैं। इसमें नताशा, वरुण की तरफ बड़े ही प्यार से देख रही हैं। जबकि दूसरी तस्वीर में दोनों एक-दूसरे का हाथ थामे फेरे ले रहे हैं।
वरुण धवन और नताशा दलाल की शादी अलीबाग स्थित मेंशन हाउस के रिजॉर्ट में हुई है। इस मौके पर परिवार और रिश्तेदारों के अलावा करीबी दोस्त ही मौजूद रहे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए समारोह में कुछ चुनिंदा लोगों को ही निमंत्रण दिया गया था। कार्यक्रम में करण जौहर और मनीष मल्होत्रा जैसी कई मशहूर हस्तियां पहुंची। कई बॉलीवुड सितारे भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।
वरुण और नताशा दलाल दोनों बचपन से ही एक दूसरे को जानते हैं। दोनों को एकसाथ पार्टी और कार्यक्रमों में भी स्पॉट किया जाता रहा है। बता दें कि यह शादी पिछले साल यानी मई 2020 में तय थी, लेकिन कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से इसे टाल दिया गया था।

लालू यादव की तबीयत गंभीर, एयर लिफ्ट कर दिल्ली एम्स लाए गए

रांची के अस्पताल में क़ैद के दौरान इलाज करा रहे राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को शनिवार रात रांची के अस्पताल में इलाज के दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद एयर लिफ्ट कर दिल्ली एम्स लाया गया। उन्हें  कार्डियोथोरेसिक सेंटर की कोरोनरी केयर यूनिट (सीसीयू) में भर्ती किया गया है। उनको पिछले दो दिनों से सांस लेने में तकलीफ हो रही थी।
बिहार के पूर्व पूर्व मुख्यमंत्री व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एम्स तक पहुंचाया गया। लालू इससे पहले मार्च 2018 में भर्ती हुए थे और करीब एक महीने बाद ही एम्स ने छुट्टी दे दी थी। इलाज और उनकी तबीयत पर नजर रखने के लिये विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम बनाई गई है। एम्स के हृदय रोग संबंधी विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर राकेश यादव उनके स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए हैं।
71 वर्षीय लालू का झारखंड की राजधानी रांची के राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में इलाज चल रहा था। रिम्स के निदेशक डॉक्टर कामेश्वर प्रसाद ने बताया था कि लालू प्रसाद को बीते दो दिन से सांस लेने में तकलीफ हो रही है। शुक्रवार को उन्हें निमोनिया की शिकायत बताई गई। डॉक्टरों की सलाह पर बेहतर इलाज के लिये उन्हें दिल्ली एम्स भेजने का फैसला किया गया।
दिग्गज नेता की पत्नी और पूर्व सीएम राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती, बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी तबीयत बिगड़ने की खबर सुनकर शुक्रवार को विशेष विमान से रांची पहुंचे थे। परिवार ने रात में लालू से मुलाकात की थी।तेजस्वी ने बताया था कि पिताजी की तबीयत चिंताजनक है। तेजस्वी ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से उनके आवास पर मुलाकात कर अपने पिता को दिल्ली ले जाने की व्यवस्था करने को कहा था।