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छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में शहीद होने वाले जवानों की संख्या 24 हुई

छत्तीसगढ़ के तर्रेम इलाके में शनिवार को नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद होने वाले जवानों की संख्या 24 हो गयी है। कुछ अभी जबकि कम से कम 10 नक्सली भी मारे गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को कहा कि सुरक्षा बलों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी और नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज किया जाएगा।
यह मुठभेड़ शनिवार को हुई थी। अभी तक की जानकारी के मुताबिक 20 जवानों के शव घटनास्थल पर हैं। बताया गया है कि इस घटना में 24 जवान शहीद हुए हैं। नक्सल प्रभावित तर्रेंम क्षेत्र के जोन्नागुड़ा के जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच यह मुठभेड़ हुई थी। पुलिस के मुताबिक दो शव निकाले गए हैं जबकि 20 शव घटनास्थल पर हैं।
पुलिस के मुताबिक गांव के नजदीक के जंगल में जवानों के शव मिले हैं। हमलावर नक्सली जवानों के हथियार और यहाँ तक कि जूते और कपड़े भी अपने साथ ले गए हैं। मुठभेड़ के बाद 15 से 20 जवान लापता बताए जा रहे थे। करीब 30 जवान घायल हैं जिनमें से कुछ की हालत गंभीर थी लेकिन अब वे बेहतर हैं। अस्‍पताल में उनका जीवन बचाने की कोशिश की जा रही है। इनमें से सात का रायपुर जबकि 23 का बीजापुर में इलाज किया जा रहा।
मुठभेड़ में बड़ी संख्या में जवानों के शहीद होने की  शनिवार को ही घटना स्थल पर  बैकअप पार्टी भेजी गई है। पुलिस के मुताबिक मौके से अब तक एक नक्सली का शव मिला है जो महिला है। पुलिस ने कहा है कि 10 से ज्यादा नक्सली भी मारे गए हैं।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,  कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी है और उनके परिवारों से संवेदना प्रकट की है।
मुख्यमंत्री भूपेश भगेल घटना की जानकारी मिलते ही चुनाव प्रचार छोड़कर छत्तीसगढ़ लौट आये हैं। बघेल ने कहा है कि सुरक्षा बलों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। नक्सलियों के विरुद्ध और तेजी से अभियान चलाएंगे। उन्होंने घायलों को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
अभी तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक इलाके में दुर्दांत नक्सली हिड़मा का आतंक है। हिड़मा को नक्सलियों की बटालियन नंबर एक का कमांडर माना जाता है। सुरक्षा बलों को शुक्रवार को इलाके में उसकी उपस्थिति की जानकारी मिली थी जिसके बाद उसे घेरने की योजना बनाई गयी और बड़ी संख्या में टीम को इलाके को रवाना किया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजापुर जिला मुख्यालय से करीब 75 किलोमीटर दूर तर्रेंम क्षेत्र के सिलगेर गांव के नजदीक जंगल में शुक्रवार को डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड), सीआरपीएफ, एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और  कोबरा बटालियन की साझी टीम रवाना की गई। इसमें तर्रेम से 760 जवान, उसूर से 200, पामेड़ से 195, सुकमा जिले के मिनपा से 483 और नरसापुरम से 420 जवानों को मिलाकर कुल 2059 जवान शामिल थे।
शनिवार को सर्च के बाद के बाद जब तर्रेम और सुकमा के सिलगेर के बीच जोन्नागुड़ा के जंगल में फोर्स की एक टुकड़ी लौट रही थी तभी नक्सलियों ने उन्हें घेर लिया। इसके बाद वहां मुठभेड़ शुरू हो गयी। चूंकि नक्सली ऊंचाई वाली जगह पर थे, मैदान में  से गुजर रहे जवानों को उनसे भिड़ने में दिक्कत आई। पुलिस के मुताबिक वहां   225 से ज्यादा नक्सली थे। मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों ने राकेट लांचर तक इस्तेमाल किये।

फरीदाबाद में खुदाई के वक्त पीएनजी गैसपाइप फटने से आग, वाहन जले

हरियाणा के फरीदाबाद में शनिवार शाम जेसीबी से खुदाई करते समय पीएनजी गैस पाइप लाइन फटने से  गयी है। इस आग में कई वाहन जल गए हैं।
जानकारी के मुताबिक डीएलएफ इलाके में शाम पांच बजे एक कम्पनी के नजदीक  हो रही जेसीबी की खुदाई के दौरान वहां से गुजर रही पीएनजी गैस पाइप लाइन फट गई। इसके बाद गैस पाइप में अचानक आग लग गयी। लपटें इतनी तेज थीं कि वहां आसपास खड़ी कई बाइक और कार उसकी चपेट में आ गईं। आग लगने से  इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
लोगों ने दमकल विभाग को आग लगने की सूचना दी जिसके बाद दमकल की करीब 15 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया है। आग पर काबू पाया जा रहा है। पुलिस ने यातायात को नियंत्रित करते हुए कई वाहनों को आग की चपेट में आने से बचा लिया।  पीएनजी सप्लाई करने वाली कम्पनी को ही इसकी सूचना दी गयी है।
कुछ देर पहले तक घटनास्थल पर गैस में आग की लपटें उठ रही थीं, हालांकि, पहले के मुकाबले इसमें कमी आई है। पुलिस ने बताया कि आग की घटना में किसी तरह के जान के नुक्सान की खबर नहीं है। करीब 10 कारों, स्कूटर और एक जेसीबी मशीन को आग से नुक्सान पहुंचा है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से मुठभेड़ में 5 जवान शहीद, कई घायल

नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में  मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हो गए हैं जबकि कई घायल हो गए हैं जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। कमसे कम दो नक्सली भी मारे गए जिनमें से एक का शव मिला है।
जानकारी एक मुताबिक शहीद होने वाले जवानों में डीआरजी के 3 और सीआरपीएफ के 2 जवान हैं। घायलों की संख्या भी काफी है। शनिवार दोपहर बाद जवानों और नक्सलियों के बीच यह मुठभेड़ हुई जो  तक जारी रही। मुठभेड़ में कुछ नक्सलियों के भी मारे जाने की खबर है।
छत्तीसगढ़ में पुलिस महानिदेशक ने मीडिया को बताया कि बीजापुर जिले के तर्रेम क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें सुरक्षा बल के पांच जवान शहीद हो गए हैं जबकि कुछ घायल हैं। अधिकारी ने बताया कि तर्रेम क्षेत्र में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था। दल जब क्षेत्र में था तब नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी।
डीजीपी ने बताया कि मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों की और टुकड़ियां मौके पर रवाना की गई। जंगल में बड़ा तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। पुलिस ने कहा कि  घटना में शामिल नक्सलियों को छोड़ा नहीं जाएगा। जंगल में गोलीबारी की आवाजें अभी भी सुनाई दे रही हैं।

एनआईए ने सचिन वाजे की कस्टडी और 4 दिन बढ़ाने की मांग की

एनआईए अधिकारियों ने अदालत को बताया कि वर्सोवा में DCB बैंक में सचिन वाजे और एक सह आरोपी का जॉइन्ट बैंक अकाउंट है, जिसमें 1 मार्च तक 26.5 लाख रुपये थे। बैंक की उसी ब्रांच में उसका एक जॉइंट लॉकर भी है, एनआईए का मानना है कि लॉकर में केस से जुड़ा कुछ रखा था।

मुकेश अंबानी के घर के पास लावारिस कार में विस्फोटक रखने के मामले और कार के मालिक मनसुख हिरेन की हत्या से जुड़े केस में आरोपी सचिन वाजे को शनिवार कोर्ट में पेश किया गया । जहाँ एनआईए की टीम ने उसे कोर्ट में पेश किया और एनआईए की ओर से पेश एडिशनल सॉलिसिटर जनरल अनिल सिहं ने NIA को औऱ 6 दिन वजे की कस्टडी बढ़ाने की मांग की है। अनिल सिंह का कहना है कि सीआरपीसी की धारा 27 के तहत सचिन वाजे के खुलासे पर मीठी नदी से सबूतों की बरामदगी हुई है।

वही सचिन वजे के घर से एक पासपोर्ट भी मिला है, जो सचिन वझे का नही है। एनआईए को पता करना है कि वो किसका है और सचिन वाजे के पास ये पासपोर्ट क्यों था ?

गौरतलब है कि एनआईए ने रविवार को सचिन वाजे को बांद्रा की मीठी नदी ले जाकर गोताखोरों की मदद से डीवीआर, लैपटॉप समेत कई महत्वपूर्ण सबूत इकट्ठा किए थे। मुंबई में मीठी नदी से मिली नंबर प्लेट औरंगाबाद की एको कार की है। औरंगाबाद निवासी  विजय मधुकर नाडे ने बताया कि उनकी मारुति 16 नवंबर 2020 को चोरी हो गई थी। उन्होंने लिखित शिकायत भी की थी लेकिन अब तक उनकी कार का कुछ पता नही चला है।

 

दया और सहानुभूति ना जताये सरकार, किसानों का सम्मान करें

कृषि कानून के विरोध में गाजीपुर में बैठे किसानों ने तहलका संवाददाता को बताया कि देश में कोरोना को लेकर जो डर और भय का माहौल बनाया जा रहा है। उसके पीछे सोची समझी चाल है,ताकि किसानों को अलग-थलग किया जा सकें। किसान जगतपाल का कहना है कि किसी भी किसान को कोरोना होने की पुष्टि तक नहीं हुई है, जब से किसान आंदोलन कर रहे है।यानि की कोरोना के नाम पर डर और भय दिखा कर किसान आंदोलन को कुचने की साजिश की जा रही है। लेकिन किसान इस साजिश को नाकाम कर देगें।
चौकानें वाली बात ये है कि किसान इस गर्मी के मौसम में टेंट में रह कर आंदोलन को और उग्र करेगें। जैसे जैसे गर्मी बढ़ेगी वैसे वैसे किसान का आंदोलन तेज होगा।किसान शंभु ने बताया कि एक महीने के भीतर किसानों की फसल कट कर बाजारों में आ जायेगी। उसके बाद किसान पूरी तरह से फ्री हो जायेगा। उसके बाद देश भर का किसान मई के महीने से कृषि कानूनों के विरोध में आर-पार की लड़ाई लड़ेगा। क्योंकि सरकार के प्रतिनिधि जो किसानों के आंदोलन को फींका पड़ने की बात कर रहे है।उसके जबाब मई महीने के मिलेगा कि किसान अपनी मांगों को लेकर कितने एक जुट है।
बताते चलें कि किसान आंदोलन अब किसानों के साथ-साथ देश के किसानों के बेटों का आंदोलन हो गया है। किसान के बेटा रमन जो बी टेक कर रहे है। उनका कहना है कि किसानों को दया और सहानुभूति की जरूरत नहीं है। बल्कि सम्मान की जरूरत है और सरकार सत्ता के नशे में किसानों पर दया जता रही है। देश का अन्न दाता को परेशान कर रही है। जिसको हरगिज बर्दास्त नहीं किया जायेगा।  

राकेश टिकैत के काफिले पर हमला, कार के शीशे टूटे

राजस्थान के अलवर जिले में एक रैली को संबोधित करने जा रहे अखिल भारतीय किसान मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के काफिले पर शुक्रवार को अराजक तत्वों ने हमला बोला। इस दौरान लोगों ने पथराव भी किया। हमले में किसान नेता राकेश टिकैत की कार के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए।
यह हमला राजस्थान के ततारपुर चौराहे पर हुआ। उस वक्त टिकैत जिले में अपनी दूसरी रैली को संबोधित करने जा रहे थे। शुक्रवार को उन्होंने अलवर जिले में दो रैलियों को संबोधित किया। पुलिस ने बताया कि पथराव के वक्त टिकैत अपनी कार में नहीं थे।
पथराव से कार की पिछले हिस्से का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया।पुलिस ने पथराव करने के आरोप में चार लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें एक छात्र नेता भी शामिल है।  टिकैत ने ट्वीट कर घटना की जानकारी दी।
टिकैत ने बताया कि राजस्थान के अलवर जिले के ततारपुर चौराहा, बानसूर रोड़ पर भाजपा के गुंडों द्वारा जानलेवा पर हमला किया गया। रालोद नेता जयंत चौधरी ने कहा कि यह हमला शासकों में बढ़ी बेचैनी और बौखलाहट का प्रमाण है।
वहीं,  हमले के विरोध में दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। घटना को लेकर किसान लगातार नारेबाजी करने लगे। यूपी गेट पर किसानों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की लेन को बंद कर जाम लगा दिया। वहीं हापुड़ के भी आक्रोशित किसानों ने ततारपुर के निकट एनएच-9 को जाम कर दिया।

असम में भाजपा विधायक के वाहन में ईवीएम मिलने पर राहुल, प्रियंका का आयोग और भाजपा पर निशाना

ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों के बीच असम में एक भाजपा विधायक और उम्मीदवार के वाहन से ईवीएम मिलने के बाद देश भर में राजनीति गरमा गयी है। असम में सत्तारूढ़ भाजपा कांग्रेस के साथ एक बहुत कड़े मुकाबले में फंसी हुई है। कांग्रेस ने इसे लेकर भाजपा और चुनाव आयोग पर जबरदस्त हमला किया है। चुनाव आयोग ने इस मामले में चार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। उधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर बहुत सख्त प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट करके कहा – ‘ईसी की गाड़ी ख़राब, भाजपा की नीयत ख़राब, लोकतंत्र की हालत ख़राब !’ घटना से नाराज असम कांग्रेस के अध्यक्ष ने तो चुनाव बायकॉट करने जैसी कड़ी टिप्पणी की है।
असम में तीन चरणों में मतदान होना है। वहां अब यह चौंकाने वाला मामला सामने आया है। घटना असम के पथरकंडी विधानसभा क्षेत्र की है जहाँ भाजपा नेता की  सफेद रंग की बोलेरो कार से ईवीएम मिली है। एएस10बी0022 नंबर के अपने इस वाहन का हवाला भाजपा उम्मीदवार ने अपने नामांकन हलफनामे में भी दिया है।
भाजपा उम्मीदवार कृष्णेंदु पॉल की कार से ईवीएम मिलने के बाद कांग्रेस और एआईयूडीएफ आदि दलों ने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने अपना वाहन खराब होने की सफाई दी है लेकिन कांग्रेस ने इसे लेकर आयोग पर निशाना साधा है। कई दलों ने कहा है कि भाजपा असम में चुनाव हार रही है इसलिए अब ऐसे हथकंडे करने पर उत्तर आई है।
चुनाव आयोग ने 4 अधिकारियों को इस मामले में सस्पेंड कर दिया है और बूथ पर फिर से वोटिंग कराने का आदेश दिया है। भाजपा विधायक की बोलेरो कार में ईवीएम मशीन गुरुवार की आधी रात मिली है। जाहिर है यह ईवीएम मशीन दूसरे चरण के मतदान के बाद मिली है, जिससे आशंका गहरा गयी है।
आशंका होने पर स्थानीय लोगों ने कार को घेर लिया। इसपर कार का चालक घबराकर कार छोड़कर भाग गया। लोगों के मुताबिक जब कार लोगों ने पकड़ी उसमें   न तो चुनाव आयोग का कोई अधिकारी और न कोई सुरक्षाकर्मी था। कार में ईवीएम मिलने की खबर फैलते ही वहां बड़ी तादाद में स्थानीय ग्रामीण जमा हो गए और  माहौल तनावपूर्ण हो गया।
असम की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसके बाद लोगों ने चुनाव आयोग पर जमकर सवाल उठाये। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल आक्रामक हैं।  असम कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने चुनाव के बायकॉट की धमकी दे दी है और चुनाव आयोग से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा नेता की कार में ईवीएम मिलने के मामले पर निर्वाचन आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी से पूरी रिपोर्ट तलब की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ईवीएम की सील बरकरार मिली थी, हालांकि राताबारी (एससी) सीट के 149 नंबर पोलिंग बूथ – इंदिरा एमवी स्कूल पर दोबार चुनाव कराने केश चुनाव आयोग ने दिए हैं। याद रहे पश्चिम बंगाल में भी दूसरे चरण के मतदान के बाद एक कार में ईवीएम मिलने की घटना के बाद तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया था।
इस घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग को इस तरह की शिकायतों पर निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए।  कांग्रेस महासचिव ने कहा कि सभी राष्ट्रीय दलों द्वारा ईवीएम की जरूरतों के उपयोग का पुनर्मूल्यांकन किया जाना चाहिए।
प्रियंका ने कहा – ‘हर बार जब ईवीएम किसी निजी गाड़ी में पकड़ी जाती है तो अप्रत्याशित रूप से उनमें यह चीजे होती हैं – 1. वाहन आमतौर पर भाजपा उम्मीदवारों या उनके सहयोगियों के होते हैं। 2. वीडियो को सिर्फ एक घटना मान कर भ्रम के रूप में खारिज कर दिया जाता है। 3. भाजपा अपने मीडिया तंत्र का इस्तेमाल उन लोगों पर आरोप लगाने के लिए करती है जिन्होंने वीडियो के जरिए पर्दाफाश किया।’
ईवीएम घटना पर राहुल गांधी का ट्वीट –
राहुल गांधी
EC की गाड़ी ख़राब,
भाजपा की नीयत ख़राब,
लोकतंत्र की हालत ख़राब!
#EVMs

फिलहाल चिड़िया घर का खुलना ना तो इंसानों के लिये ठीक ना ही जानवरों के लिये

एक ओर तो कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुये सरकार स्कूलों को बंद करने का ऐलान कर रही है, जो पिछले साल फरवरी 2020 से बंद है। यानि कि खुले तक नहीं थे उनको बंद करने की बात कर रही है वहीं एक साल से अधिक समय से बंद चिड़िया घर को खोलकर कोरोना के बढ़ने का मौका दे रही है।

तहलका संवाददाता को जानकारों ने बताया कि अजीब विडंबना है कि दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे है। स्कूलों सहित तामाम संस्थानों को बंद किया जा रहा है। ताकि कोरोना की बढ़ती रफ्तार को रोका जा सकें। 1 अप्रैल से चिडिया घर खुलने से हजारों लोगों की भीड़ जिसमें बच्चें शामिल है। वे चिड़िया घर के बाहर और अंदर देखे गये। भले ही चिड़िया घर प्रशासन ने कोरोना गाइड लाइन को सख्ती से पालन करने की बात कर रही है, चिडिया घर प्रशासन से जुड़े अधिकारी ने तहलका को बताया कि अगर चिड़िया घर में हर रोज बच्चें, युवा और बुजुर्ग प्रतिदिन आयेगें तो, निश्चित तौर पर ना तो इंसानों के लिये ठीक होगा ना ही जानवरों के लिये।क्योंकि हजारों की भीड़ पर निगरानी रखने के लिये कर्मचारी नहीं है। उन्होंने बताया कि टिकट काउन्टर से लेकर चिड़िया घर में प्रवेश पाने तक तो कोरोना गाइड लाइन का पालन तो हो सकता है। क्योंकि प्रवेश के दौरान ही लोगों का मुंह में मास्क, सेनेटाईज करना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाया जा सकता है। लेकिन चिड़िया घर के अंदर कोरोना गाइड लाईन का पालन मुश्किल हो सकता है।ऐसे में कोरोना के मामले बढ़ सकते है।चिड़िया घर में कार्यरत कर्मचारी बदला नाम मुकेश ने बताया कि चिड़िया घर में 50 प्रतिशत से अधिक लोग दिल्ली के बाहर के होते है। जो दिल्ली घूमने आते है। ऐसे में कोरोना संक्रमित मरीज भी हो सकता है। ऐसे में सरकार को इस मामलें में पुनः विचार करना चाहिये ताकि कोरोना जैसी महामारी को रोका जा सकें।

बिल्डर्स एसोसिएशन ने डॉक्टर रामनिवास गुप्ता को अध्यक्ष पद के लिए चुना

देश की राजधानी दिल्ली में पिछले दिनों हुए बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के चुनावों में प्रसिद्ध समाज सेवी राम निवास गुप्ता को इस चुनाव में नीर विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुना गया।

बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (BAI) के यह चुनाव 2021-2022 के लिए हुए हैं। बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (BAI) ऑल इंडिया बॉडी ऑफ इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन कॉन्ट्रैक्टर्स और रियल एस्टेट कंपनियों के लिए एक शीर्ष संस्था हैं जिसकी स्थापाना वर्ष 1941 में की गई थी। वर्तमान में इस संस्था के अंतर्गत 20,000 से अधिक के व्यावसायिक संस्थाएं हैं जो देशभर में 200 से अधिक शाखाओं के साथ काम कर रही हैं।

वहीं बात करें यदि राम निवास गुप्ता की तो वे रामा सिविल इंडिया कंस्ट्रक्शन प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी के प्रबंध निदेशक  है। कम्पनी का मुख्य उद्देश्य राष्ट्र निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करना है। इसके अलावा राम निवास गुप्ता स्वच्छ भारत अभियान से भी जुड़े हुए हैं।

सांसद डॉ सुशील गुप्ता जींद की किसान महापंचायत के लिये लोगों में भर रहें है उत्साह

नई दिल्ली, 31 मार्च,हरियाणा आम आदमी पार्टी के सह-प्रभारी व राज्यसभा सांसद डा सुशील गुप्ता जींद में होने वाली किसानों की महापंचायत को लेकर गांव-गांव जाकर लोगों में जोश भर रहें है। किसान महापंचायत का आयोजन रविवार 4 अप्रैल को जींद के हुडडा मैदान पर किया जा रहा है।
डा सुशील गुप्ता ने बताया कि ऐसा कोई भी गांव नहीं मिला, जहां लोगों का उत्साह कम मिला हो। उन्होंने बताया कि 4 अप्रैल की महापंचायत के मुख्यअतिथि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल होंगें। वह इस महापंचायत में किसानों की मांगो को लेकर उनके समर्थन में अपना पक्ष रखेंगे। इस मौके पर हरियाणा सहप्रभारी सांसद राज्यसभा डॉ सुशील गुप्ता, पंजाब सांसद भगवत मान भी रैली को संबोधित करेंगे।
डॉ गुप्ता ने बताया हरियाणा में वर्तमान भाजपा सरकार और उसकी सहयोगी जेजेपी से प्रदेश के लोग त्रस्त हो चुके है। ऐसे में यह स्पश्ट हो गया है कि आज प्रदेश की जनता की आस अगर किसी से है तो वह आम आदमी पार्टी है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा की असंवदेशनशील सरकार ने तीन महीने से अधिक समय से दिल्ली की सीमााओं पर बैठे किसानों की कोई सुनवाई नहीं की। वह लगातार उन पर एक के बाद एक पुलिस केस दर्ज करवा रही है। इस संघर्श में आम आदमी पार्टी लगातार किसानों के साथ खडी है।
उन्होंने कहा कि जबतक केन्द्र सरकार तीनों कृशि बिल और किसानों पर पुलिस केसो को वापस नहीं लेगी  पार्टी किसानों के साथ खडी है और हमेशा रहेगी।
डा सुशील गुप्ता ने कहा कि 4 अप्रैल को होने वाली रैली को सफल बनाने के लिए हरियाणा के लोगों का उत्साह देखते ही बनता है। उनके साथ युवा नेता साहिल लठवाल, अंकित क़दियन भी लगातार जनसम्पर्क में लगे हुए है। उन्होंने बताया कि जींद, सिरसा, पानीपत, फतेहाबाद, बहादुरगंढ, हांसी, बडौदा, भोसला, धनखेडी,शाहपुर, शामडो, थूना, सैडिल, मंडी, अलीपुरा,गेंदा खेरा, खर्कबुरा, तरखा ग्राम,सुदकेन कलां आदि ग्रामो में लोग किसान रैली में बढ चढकर हिस्सा लेने का भरोसा दे रहें है। इनमें पुरूष, महिलाओं के अलावा युवाओं में तो जोश अलग ही है।
उन्होंने बताया कि वह जिस भी गांव व ग्राम में जाते है तो उनके स्वागत के लिए खुद ही आगे आ रहें है, वह लगातार उनको भरोसा दे रहें है कि केजरीवाल की किसान महापंचायत के लिए वह कोई कसर नहीं छोडेंगे।
मालूम हो कि किसान महापंचायत को सफल बनाने के लिए सांसद डाक्टर सुशील गुप्ता पिछले एक सप्ताह से हरियाणा के विभिन्न जिलों का सघन दौरा कर है। जहां वह प्रत्येक दिन में 10 से 15 स्थानीय मीटिंग कर रहे है।
रैली का आयोजन रविवार 4 अप्रैल को हरियाणा के जींद जिले के हुडडा मैदान पर होगा, जहां केन्द्र सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ लाए गए तीनों काले कृषि कानून के खिलाफ पार्टी के राष्टीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, सांसद डा सुशील गुप्ता,भगवत मान तथा अन्य लोग भी संबोधित करेंगे।