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म्यांमार में लोकतंत्र की मांग को लेकर कफ्र्यू तोड़कर सड़कों पर उतरे लोग

पड़ोसी देश म्यांमार में पहली फरवरी को हुए तख्तापलट के बाद जनता सड़कों पर उतर आई है। लोग चाहते हैं कि देश में लोकतंत्र की तत्काल वापसी हो और उनके चुने हुए नेताओं की तत्काल रिहा किया जाए। सैकड़ों नेताओं की गिरफ्तारी के साथ ही सैन्य शासन ने देश भर में इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी है। विरोध प्रदर्शनों को देखे हुए कई शहरों में कफ्र्यू भी लगा दिया है। इसके बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं हैं। मंगलवार को भी राजधानी यंगून समेत कई शहरों में लोग सड़कों पर उतरकर सेना के खिलाफ प्रदर्शन को उतरे हैं। इससे पहले सोमवार को भी पुलिस और आम लोगों के बीच झड़प हुई थी, जिसमें सेना ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया था।

सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर युवा हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हम अपनी आंखों के सामने लोकतंत्र खत्म होते नहीं देख सकते। हमें कफ्र्यू  की कोई परवाह नहीं, देश में किसी भी लोकतंत्र वापस चाहिए।बता दें कि म्यांमार में पहली फरवरी को तख्तापलट के बाद सेना ने 5 फरवरी को देश के किसी भी हिस्से में लोगों के जुटने या रैली करने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद विरोध और तेज होता गया। लोग फेसबुक और ट्विटर जैसी साइट के जरिये अभियान चलाने लगे।

इसेक बाद सेना ने फेसबुक पर पाबंदी लगा दी। जिससे ज्यादातर लोग ट्विटर पर एक्टिव हो गए। फिर सैन्य शासन ने देश में ट्विटर और इंस्टाग्रामू पर भी रोक लगा दी। इसके बाद तो इंटरनेट पर ही पाबंदी लगा दी गई। संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका समेत ज्यादातर देशों ने लोकतंत्र की वापसी की उम्मीद जताई है। इतना ही नहीं, सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से बात की। इस वार्ता में भी म्यांमार पर चर्चा की गई।

बिहार मंत्रिमंडल का आज विस्तार, शाहनवाज सहित 17 विधायकों के मंत्री पद की शपथ की संभावना

बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में आज मंत्रिमंडल विस्तार होगा। जानकारी के मुताबिक वरिष्ठ भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन को भी मंत्री बनाया जा सकता है। मंत्रिमंडल में करीब 17 मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है। शपथ ग्रहण समारोह दोपहर 12.30 बजे राजभवन के राजेन्द्र मंडप में आयोजित होगा।

जानकारी के मुताबिक आज 17 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है  जिनमें 9 भाजपा और 8 जेडीयू के हो सकते हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा सरकार में 13 मंत्री हैं जिनमें जदयू के 4, भाजपा के 7, हम और वीआईपी कोटे का एक-एक मंत्री है।

‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक भाजपा की तरफ से वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन के अलावा नितिन नवीन, सम्राट चौधरी, सुभाष सिंह, आलोक रंजन, प्रमोद कुमार, जनकराम, नारायण प्रसाद, नीरज सिंह बबलू जबकि जेडीयू से श्रवण कुमार, लेसी सिंह, संजय झा, जमा खान, सुमित कुमार सिंह, जयंत राज, सुनील कुमार और मदन सहनी के नामों की चर्चा है। इनके अलावा महेश्वर हजारी का नाम भी चर्चा था।

बता दें बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं। ऐसे में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित कुल 36 मंत्री बन सकते हैं। अभी सीएम समेत 14 मंत्री हैं लिहाजा अभी 22 मंत्रियों के शामिल होने की गुंजाइश है। हालांकि, फिलहाल 4-5 मंत्रिपद खाली रखे जाने की संभावना है। दोपहर 12.30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा।

दिल्ली हिंसा के आरोपी दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया

किसान आंदोलन के दौरान 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली में लाल किले पर हुड़दंग मचाने के मुख्य आरोपी दीप सिद्धू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल्ल की टीम ने पकड़ा। उस पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था।

दिल्ली पुलिस ने राजधानी में हिंसा के मास्टमाइंड कहे जाने वाले दीप सिद्धू को पिछली रात गिरफ्तार कर लिया। दीप 26 जनवरी की घटना के बाद भी लगातार सोशल मीडिया पर अपने वीडियो अपलोड कर रहा था। बता दें तीन फरवरी को दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू, जुगराज सिंह समेत चार लोगों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित किया था।

इन सभी लोगों पर लाल किले पर एक धार्मिक झंडा फहराने और लोगों को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। सिद्धू को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया। दीप के अलावा पूर्व गैंगस्टर लक्खा सिधाना और लाल किले पर झंडा फहराने वाला जुगराज अभी लापता हैं जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। हाल में दिल्ली पुलिस ने हिंसा फैलाने के आरोपी करीब 50 लोगों की तस्वीरें भी जारी की थीं।

चमोली में अब तक 19 लोगों के शव मिले, अभी कई लापता, राहत जारी

उत्तराखंड के चमोली में रविवार की देर रात ग्लेशियर टूटने से हुई तबाही का कर्म जारी है। अब तक वहां 19 लोगों के शव मिल चुके हैं जबकि प्रशासन का कहना है कि अभी भी 202 लोग लापता हैं। कई लोगों को बचाया भी गया है। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट करके कहा है कि पूरा देश इस विपत्ति में उत्तराखंड के साथ खड़ा है।

प्रशासन का जोर राहत-बचाव कार्यों पर है। सरकार ने कहा है कि उसकी प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने की है ताकि उनकी जान बचाई जा सके। तपोवन प्लांट के पास सुरंग में अभी भी करीब 37 लोग फंसे हैं, जिन्हें निकालने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। पुलिस ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा – अभी तक 202 लोग लापता हैं और कुल 19 शव बरामद हुए हैं।’

तपोवन टनल में अभी तक करीब 120 मीटर तक सफाई हुई है। वहां लोगों को बाहर निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है। तपोवन टनल के पास आईटीबीपी का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, यहां पर अब स्निफर डॉग की मदद ली जा रही है।

सोमवार सुबह से ही वहां वायुसेना का रेसक्यू ऑपरेशन जारी है। वहां एमआई और चिनूक हेलीकॉप्टर लगातार काम पर जुटे हैं। देहरादून से भी जोशीमठ के लिए जवानों को घटनास्थल पर भेजा गया है।

इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तराखंड को लेकर ट्वीट में आज कहा – ‘पूरा देश उत्तराखंड के साथ है, इस समय सबसे ज़रूरी है कि आने वाले कुछ दिन राहत कार्य में कोई बाधा न आए। मैं पूरे दिल से प्रभावितों के साथ हूँ और आपकी सुरक्षा की कामना करता हूं।’

विपक्ष राजनीति न करे किसानों को समझाकर आंदोलन खत्म करवाए, राज्य सभा में पीएम मोदी ने कहा  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्य सभा में विपक्षी दलों से आग्रह किया कि किसानों को समझाएं कि यह क़ानून उनके हित में हैं लिहाजा उन्हें आंदोलन ख़त्म करना चाहिए। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपने जबाव में मोदी ने कहा कि उनकी सरकार कानूनों में वहीं सब लाई है जो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कहते रहे हैं। मोदी ने तंज की भाषा में कहा कि देश को ‘आंदोलन जीवी’ लोगों से बचने की जरूरत है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर अपने जवाब में मोदी ने कहा कि सदन में किसान आंदोलन की भरपूर चर्चा हुई है और ज्यादा से ज्यादा समय जो बात बताई गईं वो आंदोलन के संबंध में बताई गयी हैं। यह कोई नहीं बता रहा कि किस बात को लेकर आंदोलन है? उस पर सब मौन रहे हैं। जो मूलभूत बात है, अच्छा होता कि उस पर भी चर्चा होती। उन्होंने कहा – ‘किसान आंदोलन पर राजनीति हावी हो रही है।  विपक्ष ने इस मुद्दे पर अचानक से यू-टर्न ले लिया है। विपक्ष को किसानों से आंदोलन खत्म करने की बात करनी चाहिए।’

अब जबकि किसान आंदोलन एक नए तेवर के साथ सामने आया है, पीएम ने इसपर कहा कि खेती की मूलभूत समस्या क्या है, उसकी जड़ कहां है। मैं आज पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण जी की बात बताना चाहता हूं। वो छोटे किसानों की दयनीय स्थिति पर हमेशा चिंता करते थे। कृषि सुधारों की बात करने वाले अचानक से पीछे हट गए।

मोदी ने कहा कि 86 फीसदी किसानों के पास 2 हेक्टेयर से कम जमीन है। पहले छोटे किसानों को कर्जमाफी का फायदा नहीं मिलता था। मोदी ने कहा – ‘हमारी हर किसान को क्रेडिट कार्ड देने की योजान है। अब तक पौने दो करोड़ किसानों को क्रेडिट कार्ड दिया। हमनें फसल बीमा योजना का दायरा बढ़ाया। प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत करोड़ परिवारों को लाभ हुआ। हमने उनके खाते में सीधे पैसे डाले हैं।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर सदन में हाजिर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की तरफ देखते हुए कहा कि मनमोहन सिंह ने जो कहा था हमने वही कृषि सुधार किया है। इसके लिए कांग्रेस को गर्व करना चाहिए। हर सरकारों ने कृषि सुधारों की वकालत की है। सुधारों की बात करे विपक्ष ने यू-टर्न ले लिया। आंदोलनकारियों को समझाते हुए देश को आगे बढ़ाना होगा।’

पीएम ने मनमोहन सिंह का कथन भी पढ़ा – ‘हमारी सोच है कि बड़ी मार्केट को लाने में जो अड़चने हैं, हमारी कोशिश है कि किसान को उपज बेचने की इजाजत हो। जो मनमोहन सिंह ने कहा वो मोदी को करना पड़ रहा है, आप गर्व कीजिए।’

आंदोलन का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा – ‘खेती की मूलभूत समस्या क्या है, उसकी जड़ें कहां हैं, मैं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण के भाषण का जिक्र करना चाहूंगा। किसानों का सेंसेस लिया गया, तो 33 फीसदी किसान ऐसे हैं जिनके पास जमीन 2 बीघे से कम है, 18 फीसदी जो किसान कहलाते हैं उनके पास 2-4 बीघे जमीन है। ये कितनी भी मेहनत कर ले, अपनी जमीन पर इनकी गुजर नहीं हो सकती है।’

मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मौजूदा वक्त में जिनके पास एक हेक्टेयर से कम जमीन है, वो 68 फीसदी किसान हैं। 86 फीसदी किसानों के पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है। हमें अपनी योजनाओं के केंद्र में 12 करोड़ किसानों को रखना होगा।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि शरद पवार समेत कई कांग्रेस के नेताओं ने भी कृषि सुधारों की बात की है। शरद पवार ने अभी भी सुधारों का विरोध नहीं किया, हमें जो अच्छा लगा वो किया आगे भी सुधार करते रहेंगे। आज विपक्ष यू-टर्न कर रहा है, क्योंकि राजनीति हावी है।

उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से आई बाढ़ में 100 से 150 लोगों की जान जाने की आशंका : मुख्य सचिव

उत्तराखंड के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने की घटना में 100 से 150 लोगों की जान जाने का आशंका है। यह बात उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कही है। ाव तक 3 लोगों के शव मिले हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी कुछ देर पहले घटनास्थल पर पहुंचे हैं। एनडीआरफ की टीम मार्च कर चुकी है जबकि आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें वहां राहत कार्य में जुटी हैं। लोगों को नदी किनारे जाने से सख्त मन किया गया है।

मुख्य सचिव ने तबाही को लेकर कहा है कि 100 से 150 लोगों के बहने की आशंका है जबकि 3 लोगों के शव अब तक मिल चुके हैं। यह प्राकृतिक आपदा चमोली जिले के तपोवन इलाके की है जहाँ रविवार की देर रात ग्लेशियर फटने से बाढ़ आ गयी। इससे ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है और उसका बड़ा हिस्सा तबाह हो गया है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत कुछ देर घटनास्थल  अधिकारियों से सारे नुक्सान की जानकारी ली है। रावत ने कहा कि आपदा से प्रभावित दो कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे मजदूरों की जान बचाने के लिए पुलिस, राज्य आपदा मोचन बल और आईटीबीपी की टीमें काम कर रही हैं। अब तक तीन शव बरामद हुए हैं।

ग्लेशियर टूटने से बड़ी तबाही आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 13,500 फुट की ऊंचाई पर स्थित ग्लेशियर के टूटने से जोशीमठ से करीब 24 किलोमीटर पैंग गांव में रविवार की रात ग्लेशियर टूटने से बाढ़ आ गयी।  कई लोगों के इसमें फंसने की खबर है। इसके अलावा  धोली नदी में अचानक आई बाढ़ से ऋषि गंगा बिजली परियोजना को जबरदस्त नुकसान के खबर है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचना शुरू हो गई हैं।

जानकारी के मुताबिक 11 मैगावाट के ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट को नुकसान पहनने के अलावा उसमें काम करने वाले कई लोग भीतर फंसे होने की खबर है। पूरे नुक्सान की कोई अधिकृत जानकारी अभी नहीं है। बाढ़ से कई झूला पुल भी इलाके में बह गए हैं। एनटीपीसी के निर्माणाधीन तपोवन विष्णुगाढ़ जल विद्युत प्रोजेक्ट के डैम साइड बराज साइट को भी नुकसान होने की जानकारी है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रशासन ने अलकनंदा नदी और धौली नदी के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है क्योंकि वहां की तरफ बढ़ का पानी जा रहा है। लोगों को वहां से हटने को कहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने घटना पर गहरी चिंता जताई है और प्रशासन से लोगों की हरसंभव मदद को कहा है। उन्होंने लोगों को अफवाहों की तरफ ध्यान न देने की अपील की है। सीएम ने आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव और डीएम चमोली से घटना की पूरी जानकारी ली है और स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।

उत्तराखंड सरकार ने सभी संबंधित जिलों को अलर्ट कर दिया है। चमोली जिला प्रशासन, एसडीआरएफ के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर हैं और लोगों से अपील की है कि गंगा नदी के किनारे न जाएं।

जो रूट 100वें टेस्ट में दोहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज

इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान जो रूट अपने 100वें टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले यह रिकाॅर्ड पाकिस्तान के इंजमाम उल हक का था, जिन्होंने भारत के ही खिलाफ मार्च 2005 में अपने 100वें टेस्ट मैच में 184 रन की पारी खेली थी।

जो रूट ने भारत के खिलाफ चेन्नई में पहले टेस्ट के दूसरे दिन यानी शनिवार को दोहरा शतक लगाकर इंजमाम के रिकाॅर्ड को तोड़ दिया। रूट ने अपना दोहरा शतक छक्का लगाकर पूरा किया। रूट का टेस्ट मैचों में यह पांचवां और पिछले तीन टेस्टों में दूसरा दोहरा शतक है।

रूट 100वें टेस्ट में शतक बनाने की उपलब्धि हासिल करने वाले टेस्ट इतिहास के नौवें बल्लेबाज बन गए हैं। रूट दुनिया के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी बने हैं जिन्होंने अपने 98वें, 99वें और 100वें टेस्ट में शतक बनाने का कारनामा कर दिखाया है।

देशभर में आज चक्काजाम, दिल्ली के बॉर्डर पर 50 हजार से ज्यादा जवानों की तैनाती

केंद्र के तीन कृषि बिलों के खिलाफ किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे है। और इसी के चलते किसान देशभर में आज 12 से 3 बजे तक चक्काजाम करेंगे।

चक्काजाम के चलते दिल्ली व एनसीआर में 50 हज़ार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के साथ ही सुरश्क्षा के सभी इंतज़ाम किए गए है और ड्रॉन से भी नज़र रखी जा रही है।

राकेश टिकैत ने कहा है, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के एक लाख किसान सड़को पर उतरकर जाम नहीं लगाऐंगे अर्थात् वे किसान अपने तहसील व जिला मुख्यालय के अधिकारियों को ज्ञापन देंगे। इस ज्ञापन के अंतर्गत तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी पर कानून की मांग शामिल है।

आपकों बता दें, 26 जनवरी को ट्रेक्टर रैली में हुर्इ हिंसा की दुर्घटना से आविश्वास उपजा है और इसी को देखते हुए, सरकार इस बार पूरी तैयारी के साथ सतर्क है जिससे 26 जनवरी की घटना को दुबारा ना दोहराया जा सकें।

दिल्ली के कोने-कोने पर सुरक्षा बलों के जवानों की तैनाती की गर्इ है। जिसमें दिल्ली पुलिस, रिजर्व पुलिस फोर्स (आरपीएफ) व पैरामिलिट्री फोर्स के जवान शामिल है।

दिल्ली में इन अलग-अलग बॉर्डरों पर जिनमें शाहजहांपुर (दिल्ली-राजस्थान) बॉर्डर, दिल्ली का आर्इटीओ, लोनी बॉर्डर, दिल्ली-गुरूग्राम बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर व लालकिला शामिल है। इन सभी बॉर्डरो पर सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ-साथ ड्रॉन से भी नज़र रखी जा रही और सुरक्षा के पुखता इंतजाम किए गए है। जिससे किसी भी प्रकार की दुर्घटना को अंजाम ना दिया जा सके।

भारत में फाइजर ने वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी वापस ली

हाल ही में फाइज़र ने भारत में कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी के लिए दिए अपने आवेदन को वापस ले लिया है।

गौरतलब है फाइजर ने सबसे पहले, भारत में वैक्सीन की इमरजेंसी इसतेमाल की अनुमति के लिए भारत में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) के समक्ष आवेदन किया था।

फाइजर के प्रवक्ता ने बताया -“कोविड-19 वैक्सीन के इमरजेंसी इसतेमाल की इजाज़त के लिये फाइजर ने तीन फरवरी को औषधि नियामक की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की बैठक में हिस्सा लिया था।

बैठक में हुई बातचीत में  भारत में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया नियामक को अतिरिक्त जानकारी की जरूरत होने की हमारी समझ पर ज़ोर देते हुए, कंपनी ने अभी अपने आवेदन को वापस लेने का फैसला किया है। कंपनी का कहना है हम आगे वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए फिर से आवेदन करने के बारे में विचार करेंगे।

ट्वीट्स पर देशद्रोह के मुकदमे से किसान आंदोलन का हुआ अंतर्राष्ट्रीयकरण!

स्वीडन की विश्वविख्यात सामाजिक कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग समेत कई दिग्गजों के किसान आंदोलन को समर्थन वाले ट्वीट पर दिल्ली में देशद्रोह की धारा का केस दर्ज करने के बाद मुद्दा और  वैश्विक हो गया है। दिल्‍ली पुलिस ने ऐसे ट्वीट के खिलाफ केस दर्ज किया है, इसमें देशद्रोह की धारा समेत आपराधिक साजिश और समूहों में दुश्‍मनी फैलाने का आरोप लगाया गया है। इसके बावजूद पॉप स्टार रिहाना, ग्रेटा थनबर्ग, मिया खलीफा और मीना हैरिस जैसी हस्तियों ने अपने बयान पर कायम रहने की बात न सिर्फ कही है, बल्कि समर्थन का दायरा भी बढ़ा दिया है।
केस दर्ज होने के बाद ग्रेटा थनबर्ग ने फिर से ट्वीट किया और लिखा, मैं अब भी किसानों के समर्थन में खड़ी हूं और नफरत, धमकी या मानवाधिकारों के उल्‍लंघन से इसे बदल नहीं सकते। ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए दिग्गज भारतीय अभिनेता प्रकाश राज ने भी किसानों को समर्थन करते हुए लिखा- मैं भी किसानों को अपना समर्थन देना जारी रखूंगा।
ग्रेटा थनबर्ग ने पहले ट्वीट में लिखा था कि हम भारत में चल रहे किसान आंदोलन के साथ एकजुटता से खड़े हैं। इस ट्वीट पर जमकर हंगामा हुआ था। यही नहीं, अमेरिकी पॉप सिंगर रिहाना, मीना हैरिस और अभिनेत्री मिया खलीफा ने भी किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट किए थे। इसके बाद भारतीय क्रिकेटरों, कुछ अभिनेताओं और राजनेताओं ने इनके ट्वीट को दुष्प्रचार करार देने की कोशिश की थी।
वहीं, अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस ने भारत में आंदोलन पर उठे विवाद और एफआईआर के बाद फिर हमला बोलते हुए किसानों का समर्थन किया है। मीना हैरिस ने ताज़ा ट्वीट में लिखा – न तो मुझे डराया जा सकता है और न चुप कराया जा सकता है।