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लगातार जीत दर्ज करता देख अन्य दलों के नेता आप में शामिल होने के इच्छुक

कहते कि सियासत में संबंधों से ज्यादा स्वार्थ पर ही ध्यान दिया जाता है। दिल्ली नगर निगम के उपचुनाव में 5 में से 4 सीटों पर आम आदमी पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिलने पर आप पार्टी के नेताओं के हौंसले बुलंद है।

बताते चलें कि 2022 में होने वाले दिल्ली नगर निगम के चुनाव में आप पार्टी की ओर लोगों का रूझान देखते हुये आप पार्टी में शामिल होने वालों का तांता लगा है। और 2022 में निगम पार्षद के टिकट लेने के लिये अभी से आप पार्टी के छोटे से नेता से लेकर बड़े नेताओं से संपर्क साध रहे है।

आप पार्टी के नेता दिल्ली नगर के उपचुनाव से गदगद है। आप पार्टी के नेताओं का दावा है कि आगामी 2022 का दिल्ली नगर निगम का चुनाव दिल्ली नगर निनम के तीनों जोनों में आप पार्टी जीतेगी।जो कल तक भाजपा और कांग्रेस के दिल्ली की राजनीति में बड़े नेता माने जाते थे। वे आज आप पार्टी में शामिल होने के लिये रात –दिन एक कर रहे है। स्वार्थ की राजनीति का तानाबाना बुन रहे है। आप पार्टी के मुखिया के कामकाज का गुणगान कर रहे है।सबसे चौकानें वाली बात ये है कि दिल्ली के छुटभैया नेता से लेकर बड़े नेता दिल्ली नगर निगम में आप पार्टी को जिताऊ पार्टी बता रहे है।

तहलका संवाददाता को आप पार्टी के नेताओं ने बताया कि जैसे–जैसे दिल्ली नगर निगम में चुनाव की तारीख नजदीक आती जायेगी । वैसे –वैसे आप पार्टी में लोगों के साथ अन्य राजनीतिक दलों के नेता शामिल होते जायेगे।

फिलहाल दिल्ली में आप पार्टी के कार्यालय में सियासी गर्मी का माहौल है। जीत का जश्न मनाया जा रहा है।

पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय पर 25 हजार रुपये का इनाम

यूपी में जौनपुर के पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 25 हजार रुपये के इनाम का ऐलान कर दिया है। धनंजय अजीत सिंह हत्‍याकांड में वांछित है।
यूपी पुलिस ने बुधवार रात धनंजय सिंह के चार ठिकानों पर छापा मारा, लेकिन कहीं कोई सुरा नहीं लगा। पूर्व बाहुबली सांसद छह जनवरी की रात में कठौता चैराहे पर हुए गैंगवार में मऊ मुहम्मदाबाद गोहाना के अजीत सिंह की हत्या में आरोपी है। अदालत ने धनंजय के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है।
पुलिस ने धनंजय के तमाम ठिकानों के अलावा एक बर्खास्त सिपाही के घर भी दबिश दी, लेकिन धनंजय का कुछ पता नहीं चल सका है। इस दौरान दो ठिकानों से तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इन तीनों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। पुलिस को अजीत सिंह हत्‍याकांड में अन्‍य तीन शूटरों रवि यादव, राजेश तोमर, शिवेंद्र सिंह उर्फ अंकुर की भी तलाश है।
इस बीच लखनऊ पुलिस को खबर मिली कि धनंजय सिंह दिल्‍ली के एक वकील के संपर्क में है। इस सूचना पर पुलिस की एक टीम ने दिल्ली में भी दो स्‍थानों पर दबिश दी, पर कामयाबी नहीं मिल सकी।
अजीत सिंह के साथ मौजूद मोहर सिंह ने एफआईआर कराई थी कि आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह और अखण्ड सिंह ने गिरधारी के जरिये हत्या करवाई है। गिरधारी ने पांच शूटरों के साथ अजीत की हत्या की थी। गिरधारी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था। इसके बाद ही पुलिस ने सांसद धनंजय सिंह को गिरधारी के बयान के आधार पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोपी बनाया था। इसके अलावा कुछ अन्य लोगों की हत्या करवाने का भी पूर्व सांसद पर आरोप है।

ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्क्रीनिंग की ज़रूरत: सुप्रीम कोर्ट

ओवर द टॉप (OTT) प्लेटफॉर्म पर आपत्तिजनक कॉन्टेंट को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जताई और कहा कि ओटीटी प्लेटफार्म पर स्क्रीनिंग की जरूरत है.

सुप्रीम केर्ट ने कहा कभी-कभी इस प्लेटफॉर्म पर पोर्नोग्राफी भी दिखाई जाती है।

साथ ही साथ,  कोर्ट ने कहा कि वो केंद्र का रेगुलेशन देखेगा। कोर्ट इस मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को करेगा।

असल में इस मामले में अमेजोन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जिसपर कंपनी की हेड अपर्णा पुरोहित के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि ‘ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के रेगुलेशन हाल ही में आए हॉ।   मेरी मुवक्किल महज अमेजन की एक कर्मचारी हैं। जिन्होंने सीरियल बनाया, मामला उनके खिलाफ बनता है। हमारे खिलाफ 10 मामले दर्ज कर दिए गए।

गौरतलब है कि, अपर्णा पुरोहित के साथ-साथ सीरीज के निर्देशक अली अब्बास, निर्माता हिमांशु कृष्ण मेहरा और लेखक गौरव सोलंकी और अन्य के खिलाफ, हजरतगंज कोतवाली में मामला दर्ज किया गया था।

विवादास्पद वेब सीरीज ‘तांडव’ में देवी देवताओं का कथित रूप से अपमानजनक चित्रण किए जाने के आरोप में केस दर्ज किया गया था ।

फोन पर बम होने की खबर के बाद ताज महल खाली करवाया, युवक गिरफ्तार, जांच के बाद फिर खोला

बम होने की धमकी वाला फोन मिलने के बाद गुरुवार को प्रसिद्ध ताज महल को खाली करवा लिया गया। हालांकि वहां कुछ न मिलने के बाद अब इसे दोबारा सैलानियों के लिए खोल दिया गया है। फोन करने वाले युवक का पता लगा लिया गया है और आगरा पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार सुबह यूपी पुलिस को आगरा में ताजमहल को बम से उड़ाने की धमकी वाला एक फोन मिला। किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन करके कहा कि ताजमहल में बम है। सूचना मिलते ही पुलिस ने ताजमहल के गेट बंद कर दिए और सभी सैलानियों को बाहर निकाल लिया गया।
यह फोन पुलिस के 112 नंबर पर आया था जिसमें फोन करने वाले ने कहा कि ताजमहल, लखनऊ और इलाहाबाद के कैंट एरिया में बम रखे गए हैं। इसके तुरंत बाद ताज महल को खाली करा लिया गया। पुलिस ने चप्पे-चप्पे की जांच की लेकिन वहां कुछ नहीं मिलने के बाद ताजमहल को पर्यटकों के लिए दोबारा खोल दिया गया।
पुलिस की जांच में पाया गया कि फिरोजाबाद के एक लड़के ने यह कॉल की थी और वह पुलिस या सेना की भर्ती रद्द होने से खफा था। फोन कॉल के बाद जब पुलिस ने नंबर को ट्रेस किया तो युवक का पता चला और हिरासत में ले लिया।
हालांकि, सुबह जब पुलिस को ताजमहल में एक बम रखे होने की जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया। आगरा के आईजी ने मीडिया को बताया कि फोन करने वाला बन्दा फिरोजबाद का है और पुलिस भर्ती रद्द होने से खफा था।

दिल्ली नगर निगम उपचुनाव के चार वार्ड में आप की जीत; एक में कांग्रेस

दिल्ली नगर निगम के पांच वार्ड में हुए उपचुनावों के बुधवार को घोषित परिणामों में चार वार्ड में आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की जबकि एक वार्ड में कांग्रेस प्रत्याशी विजयी रहा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोग दिल्ली के तीन नगर निगमों में पार्टी को सत्ता में लाना चाहते हैं।
हालांकि आप को अल्पसंख्यक बहुल चौहान बांगर वार्ड में झटका लगा जहां से कांग्रेस उम्मीदवार चौधरी जुबैर अहमद ने आप के उम्मीदवार मोहम्मद इशराक खान को 10,642 मतों से हराया।
नगर निकाय के लिए चुनाव 2022 में निर्धारित है, ऐसे में इन उप चुनावों को उसका सेमी फाइनल माना जा रहा था।
पहले, इन पांच वार्ड में से एक भाजपा के पास था। हालांकि इस बार भाजपा खाता तक नहीं खोल पाई।
कल्याणपुरी, रोहिणी-सी, त्रिलोकपुरी और शालीमार बाग नॉर्थ से आप उम्मीदवार जीते हैं।
नगर निगम के पांच वार्ड के लिए 28 फरवरी को उपचुनाव हुए थे। इनमें 50 फीसदी से अधिक मतदान हुआ था।
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक उपचुनाव में आप को सर्वाधिक 46.10 मत हासिल हुए, भाजपा को 27.29 फीसदी और कांग्रेस को 21.84 फीसदी मत प्राप्त हुए।

नौकरी के बदले महिला के यौन शोषण में फंसे कर्नाटक के मंत्री का इस्तीफा

सत्ताधारी भाजपा की सियासत में एक बार फिर सीडी कांड चर्चा में है। कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री रमेश जारकीहोली एक महिला के साथ सीडी में नजर आ रहे हैं। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने सीडी जारी करते हुए आरोप लगाया कि मंत्री रमेश जारकीहोली ने महिला का नौकरी दिलाने के नाम पर यौन शोषण किया। हंगामा और मामले को गंभीर मानते हुए रमेश जारकीहोली बुधवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
सेक्स सीडी कांड में आरोपी मंत्री रमेश जारकीहोली ने एक पत्र जारी किया। इस पर उन्होंने लिखा, ‘मुझ पर लगे आरोपों का सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। मैं नैतिक आधार पर इस्तीफा दे रहा हूं।
इससे पहले, जारकीहोली ने यह बातAने की कोशिश की कि यह उनके खिलाफ एक राजनीतिक साजिश है। यह सीडी फर्जी है। इसकी पूरी जांच होनी चाहिए। अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने ऐसी किसी भी महिला को जानने से इनकार किया।
कर्नाटक में विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मंत्री रमेश जारकीहोली के इस्तीफे की मांग को लेकर बेंगलुरु में धरना प्रदर्शन किया था। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को तत्काल प्रभाव से रमेश जारकीहोली का इस्तीफा लेना चाहिए और इस मामले में एफआईआर दर्ज कराकर मंत्री को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। मामले में कर्नाटक के डिप्टी सीएम सीएन अश्वथ नारायण ने कहा, हमने साजिश के तहत ऐसे वीडियो बनाकर हनीट्रैप और ब्लैकमेलिंग के कई मामलों को देखा है। जांच के बाद सच सामने आएगा। उसके बाद कार्रवाई होगी।
सीडी कांड पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, हम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकते, हमें सच्चाई जानने की जरूरत है। अगर यह सच है, तो यह शर्मनाक है। हम नेताओं को नैतिक रूप से सही होने की जरूरत है। यही भाजपा की नीति है।
जांच के बाद कार्रवाई की बात
कर्नाटक के गृह मंत्री बी बोम्मई ने कहा कि शिकायत के आधार पर मामले पर कार्रवाई की जा रही है। कानून के अनुसार जांच की जा रही है। रमेश जारकीहोली पर भाजपा फैसला करेगी।

बेरोज़गारी की वजह सरकार के ग़लत फ़ैसले : मनमोहन सिंह

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने मंगलवार को केंद्र पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि 2016 में भाजपा नीत सरकार द्वारा ‘‘बगैर सोच-विचार के लिए गए नोटबंदी के फैसले’’ के चलते देश में बेरोजगारी चरम पर है और अनौपचारिक क्षेत्र खस्ताहाल है।

उन्होंने राज्यों से नियमित रूप से परामर्श नहीं करने को लेकर भी केंद्र की (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की।

आर्थिक विषयों के ‘थिंक टैंक’ राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज द्वारा डिजिटल माध्यम से तिरूवनंतपुरम में आयोजित एक विकास सम्मेलन का उदघाटन करते हुए सिंह ने कहा कि बढ़ते वित्तीय संकट को छिपाने के लिए भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा किये गए अस्थायी उपाय के चलते आसन्न कर्ज संकट से छोटे और मंझोले (उद्योग) क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं और इस स्थिति की हम अनदेखी नहीं कर सकते हैं।

उन्होंने ‘प्रतीक्षा 2030’ में कहा, ‘‘ बेरोजगारी चरम पर है और अनौपचारिक क्षेत्र खस्ताहाल है। यह संकट 2016 में बगैर सोच-विचार के लिए गये नोटबंदी के फैसले के चलते पैदा हुआ है।’’

सम्मेलन का आयोजन एक दृष्टि पत्र पेश करने के लिए किया गया, जो केरल में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के विकास पर विचारों का एक प्रारूप है।

सिंह ने कहा कि केरल और कई अन्य राज्यों में लोक वित्त अव्यवस्थित है, जिसके चलते राज्यों को अत्यधिक मात्रा में कर्ज लेना पड़ा है और इससे भविष्य के बजट पर असहनीय बोझ बढ़ गया है।

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘संघवाद और राज्यों के साथ नियमित परामर्श भारतीय अर्थव्यवस्था और राजनीतिक दर्शन का आधार स्तंभ है, जो संविधान में निहित है, लेकिन मौजूदा केंद्र सरकार ने इससे मुंह मोड़ लिया है।’’

सिंह ने कहा कि हालांकि केरल के सामाजिक मानदंड उच्च हैं, लेकिन ऐसे अन्य क्षेत्र भी हैं जिन पर भविष्य में ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, ‘‘आगे कई अड़चनें हैं, जिन्हें राज्य को पार करना होगा। पिछले दो-तीन साल में वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती (कोविड-19) महामारी के चलते और बढ़ गई है, जिसका केरल पर भी प्रभाव पड़ा है। ’’

सिंह ने कहा, ‘‘डिजिटल माध्यमों के उपयोग बढ़ने से आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) क्षेत्र अपनी रफ्तार कायम रख सकता है, लेकिन पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और केरल में महामारी ने इस क्षेत्र(पर्यटन) को काफी प्रभावित किया है।’’

हरियाणा : निजी क्षेत्र में 75 फीसदी राज्य के युवाओं के लिए आरक्षण लागू

हरियाणा के युवाओं को राज्य के निजी क्षेत्र में 75 फीसदी नौकरियों के बिल पर राज्यपाल सत्यदेव नायारण आर्या ने मंगलवार को अपनी मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि अब जल्द अधिसूचना जारी होगी।
हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि बहुत खुशी के साथ आप सबसे साझा कर रहा हूं कि महामहिम राज्यपाल की अनुमति के बाद हरियाणा में स्थानीय युवाओं के किये आरक्षण बिल आज से पूरे हरियाणा में लागू हो गया। अब निजी क्षेत्र में 75% नौकरियां हरियाणा के युवाओं के लिए आरक्षित हो गई।
नवंबर 2020 में हरियाणा के लोगों को राज्य की प्राइवेट नौकरियों में 75 फीसदी आरक्षण देने वाला बिल हरियाणा विधानसभा में पास हुआ था। दुष्यंत ने कहा कि हरियाणा के लाखों युवाओं से किया हमारा वादा आज पूरा हुआ है।
उन्होंने कहा,  सरकार का हिस्सा बनने के ठीक एक साल बाद आया ये पल मेरे लिए भावुक करने वाला है। जननायक की प्रेरणा और आपके सहयोग से सदैव आपकी सेवा करता रहूं,यही मेरी कामना है। इससे जुड़े अध्यादेश के ड्राफ्ट को हरियाणा सरकार की कैबिनेट ने पिछले साल जुलाई में अपनी मंजूरी दे दी थी।

हाईकोर्ट ने दिल्ली देगों की पुलिस रिपोर्ट को कहा रद्दी का टुकड़ा

दिल्ली दंगों के मामले में एक आरोपी का कबूलनामा लीक होने के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाते हुए पुलिस की विजिलेंस रिपोर्ट को “अधपका हाफ बेक्ड (Half Baked)” और “कागज का बेकार टुकड़ा बताया है।

दिल्ली हाईकोर्ट ने मीडिया में सूचनाऐं लीक होने को लेकर पुलिस को कड़ी फटकार लगाई। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर (विजिलेंस) को 5 मार्च को पेश होने के लिये कोर्ट ने आदेश दिए।

दरअसल, दिल्ली पुलिस ने जामिया के एक छात्र आसिफ इकबाल के खिलाफ अगस्त में, दिल्ली दंगों में षड़यंत्र के मामले में एक सप्लीमेंट चार्जशीट दायर की थी।

इसमें इकबाल का पुलिस के सामने कबूलनामा मीडिया में लीक हो गया और मीडिया चैनलों पर खूब चलाया गया। इकबाल ने इस पर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी और छवि खराब होने की शिकायत भी दी थी।

जिसके बाद कोर्ट ने चैनल और दिल्ली पुलिस को नोटिस भी दिया था।

कंगना की मुश्किलें बढ़ीं, जमानती वारंट जारी

बाॅलीवुड अदाकारा कंगना रनौत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने कुछ समय पहले कंगना के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था, जिसमें सोमवार को सुनवाई और अदालत ने कंगना के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया है। जावेद अख्तर ने कंगना पर उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया है।

मुंबई में अंधेरी के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट ने कंगना के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया है। अभिनेत्री को समन भेजे जाने के बावजूद कोर्ट में उपस्थित नहीं होने की वजह से कोर्ट ने वारंट जारी किया। कंगना को एक फरवरी को समन जारी किया गया था। उन्हें एक मार्च को कोर्ट में पेश होने के लिए तलब किया था, पर वह नहीं पहुंची। इससे कोर्ट ने उनके खिलाफ सख्त कदम उठाया। कंगना के वकील ने कहा कि वह समन को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे। मामले की अगली सुनवाई अब 26 मार्च को होगी।

क्या है मामला
जावेद अख्तर ने कंगना रनौत पर उनके खिलाफ गलत बयानबाजी करने का आरोप लगाया था। जावेद ने कहा था कि कंगना ने उनके खिलाफ कई न्यूज चैैनलों में जाकर गलत बयान दिए हैं, इससे उनकी छवि धूमिल हुई है। इसके लिए उन पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

क्या कहा था कंगना ने
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कंगना ने बॉलीवुड की कई हस्तियों पर गुटबाजी करने का सार्वजनिक तौर पर आरोप लगाया था। कंगना ने जावेद अख्तर के बारे में कहा था कि उन्होंने ऋतिक रोशन के खिलाफ केस वापस लेने की धमकी दी थी। जावेद अख्तर ने उन्हें ये भी कहा था कि अगर वो केस वापस नहीं लेंगी तो उनके पास कुछ नहीं बचेगा।