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गणेश उत्सव की धूम कम होने से  मूर्ति विक्रेता परेशान

भले ही दिल्ली में कोरोना का कहर नहीं है पर दिल्ली सरकार द्दारा कोरोना के कहर को रोकने के लिये गणेश चतुर्दशी के पर्व को इस बार भी सार्वजनिक स्थल पर धूमधाम से ना मनाने पर गणेश की मूर्ति बेचने वालों में काफी उदासी और मायूसी है।

गणेश मूर्ति बेचने वालों ने तहलका संवाददाता को बताया कि पिछले साल 2020 में भी कोरोना के मद्देनजर गणेश उत्तव नही मनाया गया था । इस बार भी कोरोना को लेकर फिर से रोक लगने पर उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

मूर्ति बेचने वाले जगदीश शरण ने बताया कि गणेश मूर्ति के साथ –साथ अन्य देवताओं की मूर्ति भी बिक जाया करती थी। लेकिन इस बार भी सरकार ने रोक लगा दी है। जिसके कारण उनको आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि इस कार्य को वो जून  माह से काम शुरू कर देते थे। इस बार उन्होंने कर्ज लेकर काम शुरू किया था।

तकरीबन 38 साल से गणेश मूर्ति बेचने का काम करनी वाली सुशिचा ने बताया कि अगर गणेश मूर्ति घर में पूजा करने वालों ने नही खरीदी तो उनहे काफी दिक्कत हो सकती है, क्योंकि इसमें उनके कई लाख रूपये खर्च हुए  है।

अंतिम टेस्ट रद्द, सीरीज में विजेता को लेकर अभी स्थिति साफ़ नहीं, भारत की थी 2-1 की बढ़त

इंग्लैंड के दौरे पर गयी भारतीय क्रिकेट टीम के स्टाफ में कोविड-19 पॉजिटिव होने के बाद भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां टेस्ट मैच रद्द कर दिया गया है। दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड्स ने सहमति से इसका फैसला किया। इस फैसले के बाद सीरीज के फैसले को लेकर स्थिति साफ़ नहीं है। चौथा टेस्ट जीतकर भारत ने 2-1 बढ़त बना ली थी। भारत को सीरीज में विजेता घोषित किया जाता है तो 14 साल बाद इंग्लैंड में सीरीज जीतने का यह पहला मौक़ा होगा। वैसे सीरीज बराबर भी घोषित हो सकती है।

आज मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान में अंतिम टेस्ट खेला जाना था। कोरोना संक्रमण के मामले इसका कारण बने हैं। चौथे टेस्ट मैच तक टीम इंडिया सीरीज में 2-1 से आगे थी। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने पांचवें टेस्ट को रद्द किए जाने की पुष्टि की है। उसने कहा कि बीसीसीआई के साथ बातचीत के बाद एमिरेट्स ओल्ड ट्रैफर्ड में आज से शुरू होने वाले पांचवें टेस्ट मैच को रद्द कर दिया गया है। कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि की आशंका से भारत टीम को मैदान में उतारने में असमर्थ है।’

बता दें दिनेश कार्तिक ने पांचवें टेस्ट मैच के शुक्रवार से नहीं खेले जाने की भी बात कही थी। उन्होंने ट्वीट में कहा था कि आज कोई भी खेल नहीं होगा। उन्होंने लिखा –  ”नो प्ले टुडे, ओके टाटा, बाय-बाय।’ टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री और सपोर्ट स्टाफ के तीन सदस्य इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। इसके बाद असिस्टेंट फिजियो योगेश परमार भी पांचवें टेस्ट मैच से ऐन पहले कोविड संक्रमित हो गए थे।

वैसे एक दिन पहले टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों का कोरोना की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बाद दोनों बोर्डस ने मैच शुक्रवार को समय पर शुरू  करने पर सहमति जताई थी, लेकिन इसके बाद बोर्ड की फिर बातचीत हुई और अंतिम टेस्ट न खेलने का फैसला हुआ।

राहुल गांधी ने वैष्णो देवी मंदिर में माथा टेका, बोले दर्शन करने के लिए आया हूँ

कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को कटरा की पहाड़ी पर स्थित माता वैष्णो देवी के मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। राहुल पैदल ही कटरा से वैष्णो देवी मंदिर पहुंचे। राहुल ने माता की आरती में भी हिस्सा लिया।
इससे पहले जम्मू पहुँचने पर गांधी का जोरदार स्वागत किया गया। राहुल गांधी ने मीडिया के सवालों पर कहा – ‘मैं यहां माता के दर्शन करने आया हूं। मैं कोई राजनीतिक बयानबाजी नहीं करूंगा।’ जम्मू पहुंचे राहुल गांधी का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत हुआ। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से राहुल गांधी सीधे कटरा रवाना हुए। पैदल ही यात्रा मार्ग से माता के दरबार पहुंचे।
राहुल गांधी ने मंदिर परिसर में काफी समय बिताया। उनकी लद्दाख जाने की भी योजना है। जम्‍मू-कश्‍मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने बताया कि राहुल की माता वैष्‍णो देवी में खास आस्‍था है। राहुल गांधी कई साल से वैष्‍णो देवी मंदिर आना चाहते थे। अब राहुल गांधी माता का आशीर्वाद लेने जम्‍मू पहुंचे हैं।
कांग्रेस नेता का दो दिवसीय दौरा ऐसे समय हो रहा है जब अगले साल यूपी और पंजाब समेत कई महत्‍वपूर्ण राज्‍यों में चुनाव हैं। फिर 2024 में लोकसभा चुनाव हैं। राहुल गांधी का मंदिरों का दौरा हाल के दिनों में हमेशा चर्चा का विषय बना है। बीते दिनों राहुल जम्मू-कश्मीर के अपने दौरे पर खीर भवानी मंदिर गए थे और वहां माथा टेका था। गुजरात चुनाव के दौरान वह सोमनाथ मंदिर गए थे।

आप पार्टी की फ्री की राजनीति की काट के लिये भाजपा और कांग्रेस गहन मंत्रणा में लगी

भले ही दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव में अभी 6 महीनें से अधिक का समय बचा हो, पर दिल्ली की सियासत में हलचल तेज़ है। बतातें चलें एमसीडी चुनाव को लेकर कांग्रेस, भाजपा और आप पार्टी सहित अन्य राजनीतिक दल अब एक दूसरें पर प्रत्यारोप – आत्यारोपका दौर तेज हो गया है।

दिल्ली में आप पार्टी के द्वारा दी जा रही महिलाओं को बसों में फ्री की सेवा और बिजली-पानी भी फ्री में दिये जाने पर आप पार्टी की लोकप्रियता बढ़ी है। इसी के काट के लिये कांग्रेस और भाजपा में गहन मंत्रणा चल रही है कि कैसे वे उन सेक्टरों को छुये जिनमें जनता को फ्री की सेवा दी जाये ताकि जनता के बीच आप पार्टी का काट निकला जा सकें।

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक एमसीडी के चुनाव में निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की फीस माफ करने पर विचार किया जा रहा है और मैट्रो में बढ़े दामों को कम करने जैसे मुद्दे शामिल हो सकते है।

जबकि भाजपा एमसी़डी  के चुनाव में आप पार्टी से सीधे मुकाबले में इस लिहाज से वो आप पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल और आप पार्टी द्वारा विकास कार्य ना कराये जाने मुद्दो पर घेरना चाहती है। भाजपा का कहना है कि आप पार्टी की कथनी करनाी में काफी अंतर है जिसके कारण दिल्ली की जनता को काफी परेशान होना पड़ा है।

भाजपा का मानना है कि आप पार्टी ने भी तामाम घोटालें किये है जो एमसीडी के चुनाव में जनता के सामने खोलें जायेगें।

चुनाव आयोग ने छह राज्य सभा सीटों के लिए चुनाव की घोषणा की, चुनाव 4 अक्टूबर को होंगे

चुनाव आयोग ने छह राज्य सभा सीटों के लिए गुरुवार को चुनाव की घोषणा कर दी। यह चुनाव पश्चिम बंगाल, असम, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में होंगे। यह चुनाव 4 अक्टूबर को होंगे।

आयोग की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक पश्चिम बंगाल, असम, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश में एक-एक सीट जबकि तमिलनाडु की दो सीटों के लिए चुनाव होगा।

ब्यान के मुताबिक पश्चिम बंगाल की सीट मानस रंजन भुनिया के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी। इसी तरह असम की सीट विश्वजीत दईमारी के इस्तीफे से खाली हुई। उधर तमिलनाडु की एक सीट थिरु आर वैथिलिंगम के इस्तीफे के बाद जबकि दूसरी  सीट थिरु केपी मुन्नुस्वामी के इस्तीफे से खाली पड़ी है।

उधर महाराष्ट्र में एक सीट राजीव शंकर राव सातव मृत्यु के बाद खाली हुई है। वे कांग्रेस के सदस्य थे। मध्य प्रदेश की भी एक सीट खाली है जो थावर चंद गहलोत के इस्तीफे से खाली हुई है। उन्हें राज्यपाल नियुक्त किया गया है। इन सभी सीटों के लिए  चुनाव 4 अक्टूबर को होंगे।

अफगानिस्तान पर अमेरिका-जर्मनी की बुलाई वर्चुअल बैठक में नहीं आये रूस, चीन और ईरान ; भारत हुआ शामिल

अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के परिदृश्य के बीच अमेरिका और जर्मनी के गुरुवार को विभिन्न देशों के विदेश मंत्रियों की बुलाई बैठक में चीन, रूस और ईरान शामिल नहीं हुए। बैठक, जिसमें भारत और पाकिस्तान शामिल हुए, में  विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये वर्तमान हालात पर चर्चा की गयी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक में 24 देशों के विदेश मंत्री शामिल हुए और अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर चर्चा की। इस बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी बलिंकन और जर्मन विदेश मंत्री हेइको मास ने विडियो कांफ्रेंसिंग में सभी विदेश मंत्रियों से बातचीत की। दिलचस्प यह है कि इस में चीन, रूस और ईरान के विदेश मंत्री शामिल नहीं हुए। पाकिस्तान ने बैठक में शिरकत की।

इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किया। बैठक के बाद जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा – ‘तालिबान ने जो वादे किये हैं उसे उनपर अमल  करना चाहिए। हमारा विरोध अफगानिस्तान की ज़मीन का हमारे खिलाफ किसी भी आतंकी गुट के इस्तेमाल करने को लेकर है और इसे किसी सूरत में मंजूर नहीं किया जाएगा।’

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बैठक में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया। याद रहे पाकिस्तान तालिबान का समर्थन कर रहा है। पाकिस्तान की खुफिया  एजेंसी आईएसआई के प्रमुख विदेश से काबुल जाने वाले पहले प्रतिनिधि हैं।

बैठक से जाहिर होता है कि ज्यादातर देश इन्तजार करो और देखो की रणनीति अपनाना चाहते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक में ज़्यादातर विदेश मंत्रियों ने नए  तालिबानी शासन के दावों के विपरीत वहां हो रही घटनाओं पर चर्चा की। यहाँ यह बताना दिलचस्प है कि अफगानिस्तान में महिलाएं और अन्य लोग तालिबान और उसे पाकिस्तान के समर्थन के कारण दोनों का विरोध कर रहे हैं।

करनाल में किसान मोर्चा ने तम्बू गाड़े ; धरना जारी, इंटरनेट बंद

हरियाणा के करनाल में संयुक्त किसान मोर्चा का सचिवालय परिसर में धरना लगातार तीसरे दिन भी जारी है, जिसे अब बेमियादी कर दिया है। बुधवार को जिला प्रशासन के साथ एक और बैठक नाकाम रहने के बाद किसान ने सचिवालय के बहार पक्का मोर्चा लगाते हुए वहां तम्बू गाड़ दिया है। वहां इंटरनेट सेवा अभी भी बंद है। उधर संयुक्त किसान मोर्चा के बड़े नेता दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे धरना स्थल पर पहुँच गए हैं।
बुधवार को प्रशासन और किसानों के बीच एक और बैठक जरूर हुई, लेकिन वह बेनतीजा रही। अब किसानों ने कर्नल सचिवालय के बाहर स्थाई मोर्चा बना लिया  सरकार से उसके किसी समझौते की सम्भावना न के बराबर है।
इस बीच प्रशासन ने कर्नल में इंटरनेट सेवा गुरुवार को भी बंद रखने का आदेश दिया है। उसका कहना है कि ऐसा अफवाहें रोकने के लिए किया गया है। हालांकि, यह भी सच है कि इससे लोगों को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
बड़े नेताओं के दिल्ली की सीमा की तरफ जाने के बाद करनाल में धरने को चलाने का जिम्मा पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उतर प्रदेश के किसानों और नेताओं को सौंपा गया है। मंगलवार शाम संयुक्त किसान मोर्चा ने धरने को बेमियादी घोषित कर दिया। अब किसान करनाल में पूरी ताकत से डट गए हैं।
मिनी सचिवालय के बाहर किसानों के तंबू गाड़ दिया है जिससे वहां आवाजाही पर भी असर पड़ा है। सचिवालय आने वाले सभी रास्ते जिला प्रशासन ने पहले ही सील कर दिए हैं। लोग वहां अब वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
तीन कृषि कानूनों के अलावा किसान मोर्चा ने अब करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज का मुद्दा भी पूरी ताकत से खड़ा कर दिया है। जिनमें किसानों के खिलाफ बोलने वाले एक आईएएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई और लाठीचार्ज में प्रभावित किसानों या उनके परिजनों को मुआवजा देने की मांग भी शामिल है।

विश्व टी-20 कप के लिए भारतीय टीम घोषित; कोहली बने कप्तान, धोनी मेंटर के रूप में जुड़ेंगे साथ

विराट कोहली के नेतृत्व में टी-20 क्रिकेट विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा कर दी गयी है। रोहित शर्मा टीम के उप-कप्तान होंगे जबकि पूर्व कप्तान एमएस धोनी टीम के साथ मेंटर के रूप में जुड़ेंगे। टीम की घोषणा अब से कुछ देर पहले बीसीसीआई ने की है। भारत टी20 विश्‍व कप में अपने अभियान की शुरूआत चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्‍तान के खिलाफ 24 अक्‍टूबर को करेगा।

घोषणा के मुताबिक केएल राहुल और सूर्य कुमार यादव को भी टीम में शामिल किया गया है। अन्य खिलाड़ियों में ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ईशान किशन, आर आश्विन, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या, राहुल चहर, रविंदर जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, अक्षर पटेल और वरुण चक्रवर्ती शामिल हैं। पूर्व कप्तान एमएस धोनी टीम के साथ मेंटर के रूप में जुड़ेंगे।

चयनकर्ताओं ने विकेटकीपर ऋषभ पंत पर भरोसा बनाये रखा है जो इंग्लैंड के वर्तमान दौरे में भी टीम में शामिल हैं। बल्लेबाजी से बेहतर प्रदर्शन न कर पाने के बावजूद पंत टीम के लिए जरूरी हैं और उनके फ़ार्म में आने का इन्तजार है। वैसे चौथे टेस्ट में पंत ने बेहतर बल्लेबाजी की थी।
इन खिलाड़ियों के अलावा तीन खिलाड़ियों को स्टैंड बाई में रखा  गया है। इनमें शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर और श्रेयश अय्यर शामिल हैं। बता दें भारत टी-20 विश्‍व कप में अपने अभियान की शुरूआत चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्‍तान के खिलाफ 24 अक्‍टूबर को करेगा।

महामारी में भी असहिष्णुता, हिंसा और आतंकवाद की बढ़ोतरी चिंताजनक: भारत    

अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद भारत सरकार का पहला आधिकारिक ब्यान आया है जिसमें उसने बिना किसी का नाम लिए कहा कि वैश्विक महामारी में भी असहिष्णुता, हिंसा और आतंकवाद में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसके  अलावा भारत ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि पाकिस्तान अपनी सरजमीं पर और सीमा पार हिंसा की संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है।

संयुक्त राष्ट्र में शांति की संस्कृति पर आयोजित बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि आतंकवाद धर्मों और संस्कृतियों का भी विरोधी है। धर्म का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने वालों और उनका समर्थन करने वालों को सही ठहराने के लिए नहीं किया जा सकता।

महासभा में भारत ने संयुक्त राष्ट्र के मंच का इस्तेमाल उसके खिलाफ नफरत भरा भाषण देने के लिए करने पर पाकिस्तान को आड़े हाथ लिया। मैत्रा ने कहा कि पाकिस्तान अपनी सरजमीं पर और सीमा पार हिंसा की संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है।
उन्होंने कहा – ‘हमने भारत के खिलाफ नफरत भरे भाषण के लिए संयुक्त राष्ट्र मंच का दुरुपयोग करने के पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की एक और कोशिश को देखा जबकि उनका देश अपनी सरजमीं और सीमा पार भी हिंसा की संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है।’

बता दें संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के दूत मुनीर अकरम ने महासभा में जम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाया और पाकिस्तान समर्थक नेता दिवंगत सैयद अली शाह गिलानी के बारे में बात की थी।

मैत्रा ने कहा कि शांति की संस्कृति सम्मेलनों में चर्चा के लिए केवल एक अमूर्त मूल्य या सिद्धांत नहीं है बल्कि सदस्य देशों के बीच वैश्विक संबंधों में इसका दिखना जरूरी है।

तालिबान ने अफगानिस्तान में 5 स्थानीय पत्रकार गिरफ्तार किए

तालिबान सरकार के गठन के 24 घंटे के भीतर काबुल में बुधवार को पांच पत्रकारों को गिरफ्तार कर लिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह सभी पत्रकार एक ही अखबार के हैं। दिलचस्प यह है कि यह सभी पत्रकार तालिबान ने गिरफ्तार किये हैं।
जानकारी के मुताबिक जिन पांच पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है वे काबुल से निकलने वाले दैनिक अखबार एतिलातरोज के हैं। अभी यह साफ़ नहीं है कि उन्हें किस कारण से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, इस घटना से यह संकेत मिलता है कि तालिबान ऐसे मीडिया के प्रति सख्ती कर सकता है जो उसके हिसाब से न चले।

कहने को तो तालिबान ने यह कहा था कि मीडिया को पहले की तरह काम करने दिया जाएगा लेकिन एतिलातरोज के पत्रकारों की गिरफ्तारी से जाहिर होता कि यह सच नहीं है। वैसे भी तालिबान ने अभी तक यही कहा है कि मीडिया को आलोचना करने का अधिकार है लेकिन वह किसी का चरित्र हनन नहीं कर सकता।

तालिबान के पिछले शासन में भी मीडिया को स्वतंत्र नहीं रखा गया था और उस दौर में भी उनपर गिरफ्तारियों की तलवार लटकती रहती थी। हत्यायें तक हुई थीं। वर्तमान में अफगानिस्तान में महिलाएं और दूसरे लोग तालिबान का विरोध कर रहे हैं जिससे तालिबान चिंतित है क्योंकि विश्व मीडिया में इसकी ख़बरें छप रही हैं। तालिबान को लगता है कि जो छवि वह अपनी बनाना चाहता है वह बन नहीं रही है। यही कारण है कि मीडिया जब सरकार विरोधी घटनाओं की ख़बरें छपेगा तो उसे परेशानी होगी।