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बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमला, मानवता पर हमला: दिलीप घोष

बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं पर हमले के विरोध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर आज बड़ी संख्या में हिन्दुओं ने प्रदर्शन किया। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा – “जिस तरह से सुनियोजित तरीके से बांग्लादेश में हिन्दुओं के मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, लोगों की जानें ली जा रही है और उनकी संपत्ति को लूटा जा रहा है, वो मानवता पर हमला है।”

उन्होंने कहा कि भारत में किसी भी देश का नागरिक बिना किसी भय के साथ रहता रहा है । बांग्लादेश और भारत के संबंधों के बारे में चर्चा करते हुए दिलीप घोष ने कहा कि दुनिया के कुछ देश नहीं चाहते है कि बांग्लादेश और भारत देश के बीच मधुर संबंध रहे है। इसलिये दोनों देशों के बीच जानबूझकर तनाव पैदा किया जा रहा है। बंगला देश में माँ- बहनों पर हमला लोकतंत्र पर हमला है।

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश को इस मामले में सकारात्मक कदम शीघ्र उठना चाहिये। ताकि वहां पर रहे हिन्दुओं पर हमलें ना हो सकें। उन्होंने सवाल किया कि जिस तरह सुनियोजित तरीके से जो हमले मंदिरों में हो रहे है वह बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं है? क्योंकि ऐसे हमलों  से हिन्दुओं के बीच डर है वो आज सहमे हुये है।

दिलीप घोष के अनुसार भारत सरकार वहां रह रहे हिन्दुओं को हर संभव सहायता देना को तैयार है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं की जान-माल को खतरा है लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक भी शब्द नहीं बोला है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के समय भी हिन्दुओं पर हमले हो रहे था। लेकिन जब से शेख हसीना प्रधानमंत्री बनी है तब से हिन्दुओं पर हमले भी कुछ कम हुआ है और हालात में सुधार है। अब अचानक जो हिन्दुओं पर जो हमले हो रहे है ये बड़ी साजिश का हिस्सा है।

विश्व हिंदू परिषद ने इन हिंसक घटनाओं के खिलाफ 20 अक्टूबर को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है साथ ही इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता सभी जिला मुख्यालयों पर इस्लामिक आतंकवाद का पुतला दहन करेंगे। साथ ही इस तरह की हिंसक घटनाओं पर रोक लगाने के लिए बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाने के लिए राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेंगे और इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए विश्व हिंदू परिषद ने अधिक से अधिक लोगों से शामिल होने की अपील की है।

महंगाई और बेरोज़गारी से लोगों के बीच निराशा

भले ही सरकार तमाम दावे करें, कि देश में रोज़गार मुहैया कराये जा रहे है। पर धरातल पर सब कुछ उल्टा है। ना तो लोगों के पास रोज़गार है और ना ही काम- धंधे सही चल रहे है।

दिल्ली के युवाओं ने तहलका संवाददाता को बताया कि, एक ओर तो देश में महगांई हर रोज आसमान को छू रही है। वहीं काम धंधे और रोज़गार ना होने के कारण घर का खर्चा चलाना मुश्किल हो रहा है।

दिल्ली व्यापार मोर्चा के पवन अरोड़ा का कहना है कि, कोरोना काल के पहले ही देश में युवाओं को रोज़गार नहीं थे। सरकार अब भले ही कह रही है कि कोरोना के चलते रोज़गार की दिक्कत हुई है। जबकि सच्चाई ये है कि कोरोना काल के पहले  2018 से देश में बेरोजगारी बढ़ी है।

तमाम आँकडे इसके गवाह है। कि सरकार रोज़गार मुहैया कराने में असफल रही है। रहा सवाल महंगाई तो, आने वाले दिनों में सरकार की उदासीनता और निजीकरण के बढ़ते प्रभाव के कारण देश में महंगाई बढ़ेगी। खने-पीने के सामान की कीमते आसमान छू रही है। डीजल –प्रेट्रोल के दामों में वृद्धि के चलते आना-जाना और खाना –पीना  सब कुछ महंगा हो गया है।

फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री से जुड़े अनिल अग्रवाल ने बताया कि, कोरोना काल में दवा का कारोबार जमकर बढ़ा है। साथ ही दवाईयों के दामों में इज़ाफा होने से गरीब मरीजों को बाजार से दवा खरीदनें में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। अगर देश को स्वास्थ्य चाहिये तो, महंगाई के साथ दवा को सस्ता करना बेहद ज़रूरी है। अन्य़था दवा के अभाव में लोगों को इलाज करवाने में दिक्कत होगी। अनिल अग्रवाल का कहना है कि महंगाई और बेरोजगारी से देश में निराशा का माहौल बन गया है।

 

दिल्ली में बारिश से यातायात बाधित लोगों को करना पड़ा मुसीबत का सामना

दिल्ली में रविवार की सुबह से सोमवार की सुबह तक हुई बारिश से एक ओर तो दिल्ली में सर्दी ने दस्तक दें दी है। वहीं बारिश से दिल्ली में जगह-जगह जल भराव के चलते लोगों को आने-जाने में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली की रिंग रोड़ से लेकर अन्य प्रमुख मार्गो पर ट्रैफिक जाम के चलते कर्मचारी समय पर आँफिस नही पहुंच सके ।

मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में  अगले 24 घंटे तक रूक-रूक बारिश होने की संभावना है। अक्तूबर महीने की बारिश के चलते इस साल अक्तूबर महीने के अंत तक सर्दी पड़ने लगेंगी।

दिल्ली में बारिश के कारण दिल्ली गेट के पास नई दिल्ली रेलवे स्टेशन मार्ग पर कई वाहनों के खराब होने के कारण इस मार्ग पर यातायात भी काफी समय तक बाधित रहा है।

ट्रैफिक जाम में फंसे लोगों का आरोप है कि दिल्ली में राजनीति के नाम पर आरोप-प्रत्यारोप के अलावा कुछ नहीं होता है। सड़कों और नालों की सफाई समय पर नहीं होती है। जिसके कारण सड़को पर जलभराव की समस्या बढ़ जाती है। जिसके कारण यातायात बाधित होता है। जो लोगों के लिये मुसीबत का कारण बनता है।

दिल्ली में जल भराव के कारण एक ओर तो लोगों को आने – जाने में दिक्कत हो रही है वही दुसरी तरफ मौसमी बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। ऐसे में ये बारिश कहीं अन्य बीमारियों का कारण ना बन जाये।

किसानों का रेल रोको जारी; कई जगह ट्रेन रोकी गईं, रेलवे ने कई रद्द भी कीं

संयुक्त किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन का आम जनजीवन पर काफी असर पड़ा है। आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। किसान लखीमपुर खीरी घटना के मद्देनजर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा , जिनका बेटा आशीष मिश्रा किसानों को कार के नीचे कुचलकर मार देने का मुख्य आरोपी है, के मंत्री पद से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।

बता दें किसान आज देश भर में 6 घंटे तक ‘रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं जो सुबह 10 बजे शुरू हो गया। यह शाम 4 बजे तक चलेगा। इसके तहत जगह-जगह ट्रेन रोकने का ऐलान किया गया है। आंदोलन का व्यापक असर दिख रहा है। रेल रोको को देखते हुए रेलवे ने कई ट्रेन रद्द करने का फैसला किया है। कुछ के रूट डायवर्ट कर दिए गए हैं। रोहतक में किसान नेता गुरमान सिंह चढूनी ने कहा कि सभी किसान भाई स्टेशनों के पास जाकर ट्रेनें रोकेंगे।

किसान मोर्चा ने आज सुबह एक बयान जारी कर कहा है कि रेल रोको पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा और रेल संपत्ति को कोई क्षति नहीं पहुंचाई जाएगी। एसकेएम ने अपने सभी घटकों से दिशानिर्देश को सख्ती से पालन करने की अपील भी की है।

रेलवे की दी जानकारी के मुताबिक, बरेली से रोहतक जाने वाली नई दिल्ली तक आने वाली (02715) गाड़ी रद्द कर दी गई है जबकि नांदेड़ श्रीगंगानगर तिलकब्रिज पर  रोक कर रखी गई है। फिरोजपुर-फाजिल्का सेक्शन का फिरोजपुर सिटी यार्ड भी प्रभावित हुआ है। जिन और ट्रेन को रद्द किया गया है उनमें बहराईच से चलने वाली 05361 बहराईच-मैलानी स्पेशल, मैलानी-बहराईच स्पेशल गाड़ी, 05357 बहराईच-नानपारा और 05358 नानपारा-बहराईच स्पेशल गाड़ी शामिल है।

उधर पंजाब में किसान अमृतसर के देवी दासपुरा गांव में रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठ गए हैं। दिल्ली-कालका शताब्दी अम्बाला कैंट में रोक लिया गया। रेल रोको अभियान  के चलते कई ट्रेनें प्रभावित रहेंगी, उत्तर पूर्वी रेलवे ने दिल्ली-यूपी रूट की कुछ ट्रेनों को रद्द करने का ऐलान किया है। रेल रोको के कारण हाईवे जाम होने से दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम के अलावा कई जगहों पर भारी जाम लग गया।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने कहा कि किसान संगठनों के बुलाए रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। जिले में सीआरपीसी की धारा-144 लगाई गई है और यदि कोई सामान्य स्थिति को बाधित करने की कोशिश करता है तो उस पर एनएसए लगाया जाएगा।

इस बीच किसान मोर्चा ने एक ट्वीट में कहा – ‘लखीमपुर खीरी में हुई हिंसक घटना को भुलाया नहीं जा सकता। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर आज किसानों ने 6 घंटे का ‘रेल बंद’ बुलाया है। विभिन्न राज्यों के किसान इसमें शामिल होंगे।’

भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने कहा – ‘हमने अपने संगठन के लोगों से रेल रोको कार्यक्रम की रूप रेखा बनाई है। सभी जिलों के किसान नेताओं को जरूरी दिशानिर्देश दे दिए गए हैं। जिला स्तर पर हमारे किसान रेलवे स्टेशनों पर जाकर रेल सेवाएं बाधित करेंगे।’

संयुक्त किसान मोर्चा के सभी नेताओं ने अजय मिश्रा टेनी को मोदी सरकार में मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने की मांग की है। बता दें 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा के तुरंत बाद ही संयुक्त किसान मोर्चा ने घटना में न्याय सुनिश्चित करने के लिए कई कार्यक्रमों की घोषणा की थी। मोर्चा ने साफ कर दिया है कि लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड में जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा।’

कश्मीर में 2 और प्रवासियों की हत्या, सभी प्रवासी मजदूर अब पुलिस-सेना के कैम्पों में रहेंगे

तहलका ब्यूरो
कश्मीर में हालत लगातार खराब हो रहे हैं। रविवार शाम 6.30 बजे कुलगाम में आतंकवादियों ने अन्धाधुंध गोलीबारी करके दो और लोगों की हत्या कर दी जबकि एक गंभीर रूप से घायल व्यक्ति की हालत भी खराब बताई गई है। उधर जम्मू कश्मीर पुलिस ने इन घटनाओं को देखते हुये अब से कुछ दूर पहले एक इमरजेंसी एडवाइजरी जारी करके सभी गैर कश्मीरी मजदूरों को पुलिस और सेना के कैम्पों में लाने को कहा है।

याद रहे शनिवार को भी कश्मीर में आतंकवादियों ने 2 लोगों की हत्या कर दी थी। इस तरह पिछले 24 घंटे के भीतर 4 प्रवासियों की हत्या हो चुकी है। कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं के बढ़ने से सुरक्षा एजेंसियों में चिंता पसर गयी है। हाल के एक पखवाड़े में आतंकवादियों ने अपनी गतिविधियां तेज करते हुए कश्मीर से बाहर के लोगों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। है

जानकारी के मुताबिक आज शाम जिन लोगों की हत्या की गयी है उनके नाम राजा ऋषिदेव और जोगिन्दर ऋषिदेव हैं जबकि एक व्यक्ति चुनचुन ऋषिदेव गंभीर रूप से घायल है और उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है जहाँ उसे बचाने की कोशिश की जा रही है। यह सभी लोग बिहार के रहने वाले हैं।

इस बीच जम्मू कश्मीर पुलिस ने इन घटनाओं को देखते हुये अब से कुछ दूर पहले एक इमरजेंसी एडवाइजरी जारी करके सभी गैर कश्मीरी मजदूरों को पुलिस और सेना के कैम्पों में लाने को कहा है।

पूरे इलाके को पुलिस ने घेरे में ले लिया है और आतंकियों की तलाश की जा रही है। पिछले कल भी गोलगप्पे बेचने वाले 2 गैर काश्मीरी लोगों की आतंकियों ने हत्या कर दी थी। इस तरह आतंकी लगातार अपने मंसूबों में कामयाब हो रहे हैं जिससे कश्मीर में रहने वाले गैर कश्मीरियों पर दबाव और उनमें डर बढ़ रहा है।

आज की घटना कुलगाम की है जहाँ आतंकियों ने एक घर में घुसकर तीन लोगों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी। यह सभी बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें अस्पताल लाया गया जहाँ दो की मौत हो गयी जबकि एक ज़िंदगी की जंग लड़ रहा है।

दिल्ली की फिर आवो-हवा खराब

हर साल की भाँति इस साल भी अक्टूबर महीने में दिल्ली-एमसीआर में वायु प्रदूषण के बढ़ने से लोगों को
सांस लेने में दिक्कत होने लगी है। वहीं पराली के जलाये जाने की से भी प्रदूषण में बढ़ोत्तरी होने की संभावना भी
बढ़ रही है। आलम ये है कि आंखों में जलन और सांस लेने में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को परेशानी हो रही है।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को खराब श्रेणी में दर्ज की गयी है।
लेकिन रविवार की सुबह हुई बारिश से वायु प्रदूषण में काफी सुधार होने की संभावना है। मौसम विभाग के
अधिकारी का कहना है कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिये हमें व्यापक स्तर पर सुधार करना होगा जैसे धुएं छोड़ते
वाहनों पर रोक लगनी चाहिये। पराली को जलाये पर कानूनी रोक लगनी चाहिये । कड़ाई से नियमों का पालन
होना चाहिये। तब जाकर वायु प्रदूषण पर रोक ही संभव है। अन्यथा वायु प्रदूषण के चलते अक्टूबर से लेकर
दिसम्बर तक काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जिसके चलते स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना भी
करना पड़ सकता है। इसलिये सरकार को चाहिये की निर्माण कार्य जो चल रहे है। उस पर तत्काल रोक लगें।
क्योंकि निर्माण कार्य के चलते उड़ने वाला धूल के कण से वायु प्रदूषण बढ़ता है।जो आवो –हवा को खराब करती है।

चुनाव से पहले ही कार्यकारी अध्यक्ष बनने को राजी हो सकते हैं राहुल गांधी !

राहुल गांधी को आज दिल्ली में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में एक सुर से अध्यक्ष बनाने की मांग हुई। संगठन चुनाव का भी ऐलान कर दिया गया है जिसका काम पहली नवंबर से शुरू हो जाएगा। लेकिन आज की सीडब्ल्यूसी की सबसे बड़ी खबर यह है कि पूर्णकालिक अध्यक्ष के चुनाव, जिनके अगले साल अक्टूबर तक पूरा होने की सम्भावना है, से पहले ही राहुल गांधी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभाल सकते हैं।

‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक आज की सीडब्ल्यूसी की बैठक में जिस तरह राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग हुई, उससे जाहिर हो गया है कि कथित असंतुष्ट (जी-23) खेमा अकेले पड़ चुका है। रही सही कसर आज अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूरी कर दी जिन्होंने पार्टी के बीच अनुशासन पर सख्ती से जोर दिया। सोनिया ने साफ़ कहा जिन्हें जो कहना है सीधे मुझ से बात करे, मीडिया के जरिये नहीं।

बैठक में जी-23 के तमाम नेता भी राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के समर्थन में दिखे। बैठक के बाद वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ल ने बताया – ‘जिन्हें आप जी-23 कहते हैं, वो भी राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए सहमत हैं। सब ने मिलकर एक दम से पार्टी को अगले चुनावों से पहले पूरी तरह क्रियाशील करने का संकल्प किया है।’

बैठक के बीच में जब राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की बात हुई तो इसपर सभी ने समर्थन किया। उनसे कुछ नेताओं ने संगठन को और गति देने के लिए चुनाव से पहले  कार्यकारी अध्यक्ष का जिम्मा सँभालने का आग्रह किया। इसपर राहुल ने कहा -‘मैं इसपर विचार करूंगा।’ बैठक में उपस्थित नेताओं ने बताया कि राहुल की शारीरिक भाषा विशवास से भरी थी और वे इस आग्रह पर बहुत सकारात्मक दिख रहे थे। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि वे ‘कार्यकारी अध्यक्ष’ बनने को तैयार हो सकते हैं।

संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम चलेगा। यह कार्यक्रम ब्लाक स्तर से जिला स्तर तक चलेगा। इसमें जनजागरण तैयारी की जाएगी और यह अभियान 14 नवंबर से शुरू होगा। इसमें केंद्र सरकार की विभिन्न नाकामियों को जनता के सामने लाया जाएगा। इसके तहत पद यात्रा जैसे कार्यक्रम होंगे। सदस्यता अभियान भी जल्दी ही शुरू होगा।

वेणुगोपाल ने बताया कि आज की बैठक में पार्टी ने तीन प्रस्ताव पास किये हैं। इसमें वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की गयी। आर्थिक मोर्चे पर भी चर्चा हुई और स्थिति पर चिंता जताई गयी। महंगाई पर सबसे एक सुर से चिंता जताई और कहा कि देश भर में इसके कारण आम आदमी का जीना मुहाल हो गया है।

बैठक में चीन की भारतीय सीमा में घुसपैठ पर गहन चिंता जताई गयी और कहा गया कि अफगानिस्तान में तालिबान के आने के बाद सुरक्षा को लेकर जो खतरा बना है, केंद्र सरकार उसपर खामोश है और लगता है कि सरकार सोई हुई है। पार्टी नेताओं ने गुजरात के अडानी पोर्ट पर बड़े पैमाने पर मिली नशीले पदार्थों की खेप पर सवाल उठाया।

बैठक में लॉक डाउन में बंद हुई छोटी और माध्यम

कांग्रेस के संगठन चुनाव की तैयारी, आज हो सकती है सीडब्ल्यूसी में घोषणा

आखिर कांग्रेस ने संगठन और अध्यक्ष का चुनाव करवाने की तैयारी कर ली है। दिल्ली में चल रही कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसका ऐलान किया है। चुनाव की रूपरेखा तैयार कर ली गयी है और इसका काम इसी पहली नवंबर से शुरू हो जाएगा जो करीब एक साल तक चल सकता है।  संभावना है कि पार्टी का नया अध्यक्ष जब चुना जाएगा तब तक अगले साल देश में होने वाले कुछ विधानसभाओं के चुनावों के नतीजे आ चुके होंगे।

आज की बैठक में सोनिया गांधी ने सख्त लफ्जों का इस्तेमाल करते हुए असंतुष्टों को मीडिया के बजाए अपनी बात पार्टी मंचों पर रखने की हिदायत दी है। सोनिया गांधी ने कहा कि युवा निचले स्तर पर पार्टी का जिम्मा संभाल रहे हैं। आज की बैठक में सोनिया गांधी ने बिना किसी का नाम लिए ‘ड्राइंग रूम’ की राजनीति करने वाले नेताओं को साफ़ कर दिया है कि ऐसा नहीं चलेगा और उन्हें सही तरीके से चलना पड़ेगा।

सोनिया गांधी के जी-23 के नेताओं की हाल की मांग कि पार्टी में पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाया जाए, का जिक्र किये बिना साफ़ तौर पर कहा कि वे पूर्णकालिक अध्यक्ष ही हैं। आज की बैठक में सोनिया गांधी के भाषण से साफ़ जाहिर हो गया है कि अनुशासन से बाहर जाकर सार्वजनिक मंचों से पार्टी और नेतृत्व को कोसने वालों को अब सीमा में रहना होगा, अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है। हाल के दिनों में कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, गुलाम नबी आज़ाद आदि नेताओं ने विरोध के स्वर उठाए थे। आज बाद में संगठन चुनाव की विधिवत जानकारी (तारीख आदि) पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल देंगे।

पार्टी के चुनाव की भी तैयारी कर ली गयी है। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक पहली नवंबर से संगठन चुनाव का काम शुरू हो जाएगा और लगभग एक साल तक चलेगा। ऐसे में पार्टी को अगले साल अक्टूबर के आखिर या नवंबर के शुरू में नया अध्यक्ष मिल जाएगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि उस चुनाव में क्या पार्टी के बीच आम सहमति से अध्यक्ष चुना जाएगा या गांधी परिवार को चुनौती दी जाएगी। वैसे पार्टी के 95 फीसदी कार्यकर्ता और नेता राहुल गांधी या उनके इंकार करने की स्थिति में प्रियंका गांधी को अध्यक्ष बनाने के पक्ष में हैं।

सोनिया गांधी ने आज की बैठक में मोदी सरकार और भाजपा पर भी जमकर हमला किया। महंगाई पर सोनिया ने कहा कि जनता का जीना दूभर हो गया है। उन्होंने लखीमपुर-खीरी की घटना को चौंकाने वाली घटना बताया और कहा कि यह घटना भाजपा की मानसिकता को दिखाती है कि वह किस तरह किसान आंदोलन को देखती है। उन्होंने कहा – ‘ये दिखाती है कि भाजपा किसानों के अपने जीवन और आजीविका की रक्षा के लिए इस मजबूत संघर्ष से कैसे निपट रही है।’

आज की बैठक में गांधी ने हाल में जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यकों की हत्या की सख्त निंदा की और कहा कि दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने और इस केंद्रशासित प्रदेश में शांति और सौहार्द बहाल करने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है।

बैठक में तमाम बड़े पार्टी नेता, जो विस्तारित सीडब्ल्यूडी के सदस्य हैं, हिस्सा ले रहे हैं जिनमें हाल में पंजाब के सीएम बने चरणजीत सिंह चन्नी भी शामिल हैं। राहुल गांधी भी बैठक में हैं। जानकारी के मुताबिक बैठक में 52 सदस्य पहुंचे हैं। बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ सीडब्ल्यूसी सदस्य, स्थायी आमंत्रित और समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल हैं।

बैठक में आगे पार्टी नेता आने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी की रणनीति पर भी चर्चा करेंगे। अगले साल उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। बैठक में सीडब्ल्यूसी में प्रस्ताव भी पास होंगे जिनमें महंगाई, राजनीतिक और कांग्रेस संगठन के चुनाव शामिल हैं।

आज बाद में संगठन चुनाव की विधिवत जानकारी भी पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल देंगे। उससे पहले बैठक में संगठनात्मक स्तर पर बदलाव को लेकर चर्चा की जाएगी और सभी नेताओं के विचार जाने जाएंगे। संभावना पकी है कि पार्टी में अब अंतरिम चुनाव की जगह पूर्णकालिक अध्यक्ष और संगठन चुनाव की चर्चा होगी। सीडब्ल्यूसी चुनाव पर मुहर लगाएगी।

राहुल गांधी से मिले सिद्धू, वापस लिया अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा नवजोत सिंह सिद्धू ने वापस ले लिया है। वे देर शाम दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिले जिसके बाद पार्टी के राज्य प्रभारी महासचिव और वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि सिद्धू पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद पर काम करते रहेंगे। उधर सिद्धू ने कहा कि वे राहुल गांधी से मिले हैं और उन्हें भरोसा है कि तमाम चीजें सुलझा ली जाएंगी। इस तरह, लगता है, पंजाब में कांग्रेस ने  अपना झगड़ा सुलझा लिया है।

सिद्धू की राहुल गांधी से बैठक के बाद हरीश रावत ने कहा – ‘सिद्धू अपना इस्तीफा इस्तीफा वापस ले रहे हैं। उन्होंने कुछ चीजें उठाई हैं जिनपर गौर किया जाएगा। सिद्धू की बातों का ध्यान रखा जाएगा।’ प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि सिद्धू पंजाब में पार्टी संगठन को मजबूत करेंगे।

माना जाता है कि सिद्धू ने पंजाब में नई सरकार बनने के बाद हुई कुछ नियुक्तियों पर निराशा जाहिर की थी और कहा था कि यह जनता से किये वादों के खिलाफ हैं। इनमें प्रदेश के उच्च पदों पर हुईं दो नियुक्तियां शामिल हैं।

उधर सिद्धू ने कहा कि मैंने आज शाम राहुल गांधी से मुलाक़ात की और अपनी बातें उनके सामने रखी हैं। मुझे भरोसा दिया गया है कि उन्हें सुलझा लिया जाएगा।’ जानकारी के मुताबिक सिद्धू को कहा गया है कि उन्हें प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष इसलिए बनाया गया है कि उनसे पार्टी चुनाव से पहले पंजाब सगठन को मजबूत करने की उम्मीद रखती है।

सिद्धू ने नेतृत्व से वादा किया है कि वे पूरी ताकत झोंककर कांग्रेस को सूबे में फिर सत्ता में लाएंगे। साथ ही पार्टी आलाकमान ने सिद्धू की भावनाओं का सम्मान किया और उन्हें कहा कि उसका उनपर भरोसा है, इसलिए ही उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेवारी  दी गयी है। पहले यह खबर आई थी कि इस तरह अचानक इस्तीफा दे देने के उनके कदम से पार्टी नेतृत्व नाराज था।

पटाखा बाज़ार में सन्नाटा

कोरोना काल के नियमों की पालन की अनदेखी करते हुये भी दिल्ली में दशहरे के पर्व की धूम देखने को मिली । लोगों ने बाजारों में जमकर खरीददारी की और दशहरे का उत्सव धूमधाम से मनाया। वहीं एक ओर पाटाखों की दुकानों में सन्नाटा देखने को मिला ।

पटाखा विक्रेता धनीराम सेठ ने बताया कि, “एक ओर तो कोरोना के चलते कामधंधा बंद है। उस पर अदालत के आदेश के चलते बढ़ते प्रदूषण के कारण पटाखों की बिक्री में रोक के कारण उनके कारोबार एकदम बंद सा हो गया है”।

दिल्ली सहित आस-पास के इलाके में पटाखों सप्लाई होती थी। लेकिन इस अब दिन व दिन बंद होती जा रही है। दिल्ली के दीपाली चौक के पटाखा व्यापारी घनश्याम वर्मा ने बताया कि सरकार अगर व्यापारियों की और ध्यान नहीं देगी तो वो दिन दूर नहीं जब दिल्ली में पटाखा मिलना बंद हो जायेगे। उनका कहना है कि कोरोना काल में शादी विवाह भी कम हुये है और जो हुये है उसमें पटाखों की बिक्री भी नहीं हुई है।

अब त्यौहारों में भी पटाखों की बिक्री बंद हो रही है। जिसके कारण पटाखा व्यापार बंद होने की कगार पर है।इस बार तो रावण में भी पटाखों पर रोक के कारण और भी कारोबार चौपट हो गया है।