Home Blog Page 481

राजेन्द्र नगर विधानसभा उपचुनाव का मतदान जारी

दिल्ली राजेन्द्र नगर विधानसभा उप चुनाव का आज मतदान जारी है। उप चुनाव में आप पार्टी और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। आप पार्टी का दावा है कि इस बार का उपचुनाव भाजपा को आप पार्टी के विकास कार्यो की जीत होगी । जबकि भाजपा का कहना है कि दिल्ली में जब से आप पार्टी की सरकार बनी है। तब दिल्ली मेें विकास कार्यो का पलीता लगा है।

खैर चुनाव में आरोप -प्रत्यारोप की बात छोड़े तो जनता का मिजाज कुछ बदला -बदला सा देखने को मिला है। आलम ये है कि सुबह से ही पोलिंग बूथ पर लोगों का आना शुरू हो गया था। सुरक्षा व्यवस्था चाँक चौबंद की गई ताकि चुनाव में किसी प्रकार की धांधली न हो सकें। राजेन्द्र नगर के लोगों का कहना है कि उप चुनाव में जीत हार से दिल्ली सरकार पर तो कोई खास असर नहीं पड़ेगा लेकिन इतना तो जरूर है कि आगामी दिल्ली के नगर निगम के चुनाव पर काफी असर पड़ेगा। चाहे भाजपा जीते या आप पार्टी । मौजूदा समय में दिल्ली की सियासत रूख कुछ बदला है। चाहे वो भाजपा की प्रवक्ता की ओर से दिये गये बयान के चलते या फिर अग्निपथ योजना को लेकर क्यों न हो।

बताते चले चुनाव के पूर्व भाजपा और आप पार्टी ने अग्निवीर को लेकर जमकर एक दूसरे दल पर तीखें हमले किये है। जिसका मतदाताओं ने जमकर मचा भी लिया है।चुनाव परिणाम 26 जून को घोषित किये जायेगे। जानकारों का कहना है कि 26 जून के बाद चुनाव परिणाम के दिल्ली की सियासत का अपना अलग से रूख होगा। जो एमसीडी के चुनाव की रूप रेखा लिखेगा।

कुमारी सैलजा, सिंघवी, रेड्डी और लल्लू सीडब्ल्यूसी में शामिल किये

हरियाणा में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटाई गईं कुमारी सैलजा को अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण समिति कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) में शामिल किया है। उनके अलावा अभिषेक मनु सिंघवी, टी सुब्बारामी रेड्डी और अजय कुमार लल्लू को भी समिति में जगह मिली है।

पार्टी के महासचिव ( संगठन) किसी वेणुगोपाल की तरफ से जारी एक प्रेस नोट के मुताबिक कुमारी सैलजा और अभिषेक मनु सिंघवी को सीडब्ल्यूसी में स्थाई सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।

इसके अलावा टी सुब्बारामी रेड्डी को सीडब्ल्यूसी में स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में जगह दी गयी है। उत्तर प्रदेश के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को विशेष आमंत्रित के तौर पर सीडब्ल्यूसी में शामिल किया गया है।

अमेरिकी सांसद इल्हान का भारत विरोधी प्रस्ताव विदेश मामलों की समिति को भेजा

कुछ महीने पहले पाकिस्तान और उसके बाद पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) की यात्रा करने वाली अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद इल्हान अब्दुल्ला उमर ने अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में एक प्रस्ताव पेश करके भारत को धार्मिक स्वतंत्रता के ‘उल्लंघन’ के लिए ‘विशेष रूप से चिंता वाला देश’ घोषित करने की मांग की है। मंगलवार को पेश इस प्रस्ताव को अब आवश्यक कार्रवाई के लिए सदन की विदेश मामलों की समिति को भेजा गया है। याद रहे हाल में धार्मिक स्वतंत्रता पर आई अमेरिकी विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया था, जिसमें भारत को लेकर सवाल उठाए गए थे।

इल्हान उमर को भारत विरोधी तेवर रखने वाली सांसद माना जाता है। उनके प्रस्ताव को सांसद रशीदा तालिब और जुआन वर्गास ने सह-प्रायोजित किया है। इसमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन से अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग की सिफारिशों को लागू करने का आग्रह किया गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह प्रस्ताव खारिज होने की संभावना है।

उमर के प्रस्ताव में भारत में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन और अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन की निंदा की गयी है। और दावा किया गया है कि वहां मुसलमानों, ईसाइयों, सिखों, दलितों, आदिवासियों और अन्य धार्मिक और सांस्कृतिक अल्पसंख्यकों को ‘लक्षित’ किया जा रहा है। प्रस्ताव में भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ ‘खराब सलूक’ का आरोप लगाते हुए इस पर ‘गंभीर चिंता’ जताई गई है।

यहाँ यह बताना दिलचस्प होगा कि इल्हान अप्रैल में पाकिस्तान गयी थीं और तब के प्रधान मंत्री इमरान खान और अन्य शीर्ष नेताओं से मिलीं थीं। यही नहीं इसके तुरंत बाद इल्हान पीओके भी गई थीं। उनकी इस यात्रा का क्या मकसद था, यह आज तक साफ़ नहीं हुआ। भारत ने उनकी इस यात्रा पर सवाल उठाया था।

पीलीभीत हादसे में 10 लोगों की मौत, सात घायलों में तीन की हालत गंभीर

एक बड़े सड़क हादसे में उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 10 लोगों की मौत हो गई है जबकि 7 अन्य बुरी तरह घायल हो घायल हो गए हैं। हरिद्वार से लखीमपुर खीरी जा रही एक डीसीएम बेकाबू होकर सड़क पर पलट गई। घायलों का इलाज किया जा रहा है जिनमें तीन की हालत काफी गंभीर बताई गयी है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसा तब हुआ जब लखीमपुर खीरी के गोला कोतवाली क्षेत्र के तीरथ मोहल्ले का निवासी परिवार बेटी की शादी के बाद गंगा स्नान के बाद घर लौट रहा था। पीलीभीत-गोला मार्ग पर वाहन बेकाबू होकर पेड़ से टकराकर पलट गया।

माना जा रहा है कि वाहन चालक को नींद आने से हादसे हुआ। यह हादसा तड़के पौने चार बजे हुआ। डीसीएम में कुल 17 लोग सवार थे जिनमें आठ की मौके पर ही जान चली गई। दो लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया जबकि 7 घायल हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुःख जताते हुए अधिकारियों को घायलों का बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए हैं। हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। तीन ज्यादा घायल लोगों को बरेली रेफर किया गया है।

महाराष्ट्र में सियासी उठापटक जारी; ठाकरे ही रहेंगे सीएम: संजय राउत

महाराष्ट्र में चल रहे घटनाक्रम के बीच भाजपा ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र में वर्तमान राजनीतिक उठापटक शिवसेना का आंतरिक मामला है और भाजपा राज्य में सरकार बनाने का दावा नहीं कर रही है। उधर शिव सेना के वरिष्ठ नेता संजय राऊत ने दावा किया है कि उद्धव ठाकरे ही मुख्यमंत्री रहेंगे और शिवसेना की सरकार भी रहेगी। इस बीच भाजपा शासित असम में शिवसेना के ‘बागी’ विधायकों को जहाँ ठहराया गया है उस होटल की जबरदस्त किलेबंदी की गयी है और वहां आम लोगों का प्रवेश रोक दिया गया है।

केंद्रीय मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने आज कहा कि ‘महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट शिवसेना का आंतरिक मामला है और भाजपा राज्य में सरकार बनाने का दावा नहीं कर रही है। उन्होंने कल पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी। शिवसेना के किसी भी विधायक के भाजपा के संपर्क में होने से भी उन्होंने इनकार किया।

दानवे ने कहा – ‘हमारी एकनाथ शिंदे से कोई बात नहीं हुई है। यह शिवसेना का आंतरिक मामला है। भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं। हम सरकार बनाने का दावा नहीं कर रहे हैं।’

उधर बागियों के नेता समझे जा रहे विधायक एकनाथ शिंदे ने कहा कि ‘अप्राकृतिक गठबंधन’ से बाहर निकलने के लिए पार्टी के अस्तित्व के लिए यह (जो उन्होंने किया) जरूरी था। राज्य सरकार में गठबंधन के कार्यकाल के दौरान सिर्फ घटक दलों (कांग्रेस और एनसीपी) का ही भला हुआ।

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, जिन्होंने बुधवार रात ही सरकारी आवास छोड़ दिया है, ने कहा कि पार्टी विधायकों को अपना इस्तीफा देना चाहते हैं, जो इसे राजभवन ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा – ‘अगर पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग है तो मैं पार्टी प्रमुख का पद छोड़ने को भी तैयार हूँ।’

इस बीच शिव सेना के मुखपत्र ‘सामना’ के आज के संपादकीय में बागियों को चेतावनी दी गई है कि ‘वो समय रहते संभल जाएं और भाजपा की चाल में न फंस कर समझदारी दिखाएं। शिवसेना ने ऐसे कई प्रसंगों को पचाया है। ऐसे संकटों के सीने पर पांव रखकर शिवसेना खड़ी रही। जय-पराजय को पचाया। सत्ता आई या गई, शिवसेना जैसे संगठन को फर्क नहीं पड़ता है।’

संपादकीय में आगे कहा गया है – ‘शिवसेना की टिकट और पैसों पर, निर्वाचित हुए मेहनतवीर विधायक बीजेपी की गिरफ्त में हैं। राज्य की जनता मूर्ख नहीं है। होटल, हवाई जहाज, वाहन, घोड़े, विशेष सुरक्षा व्यवस्था भाजपा सरकार की ही कृपा नहीं है क्या? अकोला के विधायक नितीन देशमुख सूरत से मुंबई लौट आए और उन्होंने जो हुआ, इस बारे में सनसनीखेज सच्चाई बताई।’

इसमें कहा गया है – ‘शिवसेना का संगठन मजबूत है इसलिए ‘अलग समूह’ बनाकर असम गए लोगों को विधायक, माननीय बनने का मौका मिला। आज जो बीजेपी वाले उन्हें हाथों की हथेली पर आए जख्म की तरह संभाल रहे हैं, वे आवश्यकता समाप्त होते ही पुन: कचरे में फेंक देंगे। बीजेपी की परंपरा यही रही है। इसलिए कोई कितना भी जोर लगा रहा होगा फिर भी तूफान खत्म होगा और आकाश साफ होगा। भाजपा के प्रलोभन और दबाव के शिकार हुए विधायकों, शिवसैनिकों ने तय किया तो सभी लोग हमेशा के लिए ‘भूतपूर्व’ हो जाएंगे।’

हाल के महीनों में कोविड के सबसे ज्यादा 13,313 मामले सामने आए

देश में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक 8.68 फीसदी का बड़ा उछाल हुआ है जिससे पिछले 24 घंटे में इसके 13,313 नए मामले सामने आए हैं, जो हाल के कुछ महीनों में सबसे ज्यादा हैं। इस दौरान 38 लोगों की मौत हुई है। उधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को विशेषज्ञों के दल के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई है।

कोरोना के कुल मामलों की संख्या अब 43,344,958 हो गई है। देशभर में सक्रिय मामले 83,990 हैं। देश भर में कोविड से अब तक कुल 524,941 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना से 10,972 लोग ठीक हुए जिससे कुल ठीक होने वालों की संख्या 42,736027 हो गयी हैं। पिछले 24 घंटे में कोरोना से 38 लोगों की मौत हुई है।

इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया शुक्रवार को देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर विशेषज्ञों के दल के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई है।बैठक में शामिल होने होने वालों में एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया, आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव और एनसीडीसी के निदेशक सुजीत सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव राजेश एस गोखले, औषधि विभाग में सचिव एस अपर्णा प्रमुख होंगे।

पिछले कुछ हफ्तों से देश में कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुए यह बैठक महत्वपूर्ण है। वर्तमान में महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और गुजरात में कोविड-19 के 1,000 से अधिक मरीज उपचाराधीन हैं।

बागी 34 विधायकों की राज्यपाल को चिट्ठी, कहा शिंदे विधायक दल नेता

एकनाथ शिंदे अब खुले तौर पर शिव सेना नेतृत्व के खिलाफ हो गए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि वे अपने गुट को असली शिवसेना बनाकर मान्यता लेने की तैयारी में हैं। उनके समर्थक 34 विधायकों ने राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी को चिट्ठी लिखकर एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता बताया है।

इस पत्र की कॉपी उन्होंने विधानसभा के उपाध्यक्ष को भी सौंपी है। उधर उद्धव ठाकरे कुछ देर में फेसबुक लाइव के जरिये जनता को सम्बोधित करेंगे। शिवसेना ने कहा है कि कुछ विधायक वापस लौट आये हैं।

शिव सेना के इन बागियों के इस पत्र में अपनी नाराजगी का कारण भी बताया है। उन्होंने कहा है कि वे इस बात की पुष्टि करते हैं कि शिंदे विधायक दल के नेता हैं। उन्होंने भरत गोगावले की चीफ व्हिप के तौर पर नियुक्ति की बात कही और कहा कि सुनील प्रमुख की इस पद पर नियुक्ति को रद्द कर दिया गया है। पत्र में निर्दलीय सहित 34 विधायकों के हस्ताक्षर हैं।

उधर बागियों के नेता शिंदे पहले ही ट्वीट के जरिये सीएम उद्धव ठाकरे की ओर से आज बुलाई गई पार्टी विधायकों की बैठक को ‘अवैध’ बता चुके हैं। बता दें शिवसेना ने बैठक का पत्र जारी करते हुए चेतावनी दी थी कि शाम 5 बजे की बैठक में भाग न लेने वालों विधायकों पर कार्रवाई की जाएगी। सीएम ठाकरे, क्योंकि कोविड संक्रमित है, लिहाजा वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक की अध्यक्षता करेंगे।

‘अग्निपथ’ के जरिये मोदी सरकार ने सेना और देश से धोखा किया: राहुल

पांच दिन से नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सवालों का सामना कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को सेना में नई भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ को देश और सेना के साथ मोदी सरकार का नया धोखा बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस योजना को वापस लेना पड़ेगा।

नई दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में राहुल गांधी ने उनसे ईडी की पांच दिन चली पूछताछ के दौरान एकजुटता प्रकट करने के लिए कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता, सांसद और विधायक उपस्थित थे।

राहुल गांधी ने कहा – ‘युवाओं के भविष्य की रक्षा करना हमारा फर्ज है। कृषि कानूनों के बारे में मैंने कहा था कि मोदी जी को तीनों कानून वापस लेने पड़ेंगे। कांग्रेस अब कह रही है कि मोदी जी को अग्निपथ योजना वापस लेनी पड़ेगी। हिंदुस्तान का हर युवा इस मुद्दे पर हमारे साथ खड़ा है। हर युवा जानता है कि सच्ची देशभक्ति सेना को मजबूत करने में होती है। सरकार ने देश और सेना के साथ नया धोखा किया है। इस योजना को हम रद्द करवाएंगे।’

अग्निपथ को लेकर राहुल ने कहा – ‘देशभक्ति और सेना में जाने का आखिरी रास्ता था, उसे भी इन लोगों ने बंद कर दिया। वन रैंक, वन पेंशन की बात करते थे, अब नो रैंक, नो पेंशन हो गया। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवा जब चार साल की सेवा के बाद सेना से बाहर निकलेंगे तो उन्हें रोजगार नहीं मिल पाएगा।’

राहुल ने कहा कि कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को डराया और धमकाया नहीं जा सकता। गांधी ने कहा कि ईडी की उनसे पूछताछ एक छोटा मामला है क्योंकि आज बेरोजगारी और अग्निपथ योजना सबसे जरूरी मुद्दे हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘मेरा मामला छोटा सा मामला है। सच कहूं तो यह जरूरी भी नहीं है। आज सबसे जरूरी बात रोजगार की है। लघु और मध्यम उद्योग देश की रीढ़ की हड्डी हैं। नरेंद्र मोदी जी ने इस रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया है। यह बात मैं महीनों से कह रहा हूं।’

उन्होंने कहा कि हमारे जो युवा सेना में भर्ती के लिए रोज सुबह दौड़ते हैं उनसे मैं कह रहा हूं कि प्रधानमंत्री ने देश की रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया और यह देश अब रोजगार नहीं दे पाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश को दो-तीन उद्योगपतियों के हवाले कर दिया है।

राहुल ने कहा कि आज चीन की सेना हिंदुस्तान की धरती पर बैठी है। एक हजार वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र चीन की सेना ने हमसे छीना है। ऐसे में सेना को मजबूत करना चाहिए, लेकिन सरकार सेना को कमजोर कर रही है। जब युद्ध होगा तब इसका नतीजा सामने आएगा। देश का नुकसान होगा। ये लोग अपने आप को राष्ट्रवादी कहते हैं।

अफ़ग़ानिस्तान में 6.1 का भूकंप, 950 से ज्यादा लोगों की मौत

अफगानिस्तान में बुधवार को 11 बजे के आसपास आये भयंकर भूकंप में बड़ी तबाही हुई है और अब तक 950 से ज्यादा लोगों की जान जाने की खबर है।

जानकारी के मुताबिक इस भूकंप में मरने वालों की संख्या ज्यादा हो सकती है। भूकंप का अहसास होते ही लोगों घरों से बाहर भागने लगे। वहां कई इमारतें ज़मींदोज़ होने की आशंका है।

प्रारंभिक सूचनाओं में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 बताई गयी है। वहां बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया है।

संभलकर निकलें, बिना मास्क के कटेगा चालान

दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही दिल्ली में बिना मास्क लगाये लोगों के साथ फिर से चालान काटे जाने लगे है। यानि वसूली तेज कर दी गई है। साथ ही दिल्ली मेट्रो में भी बिना मास्क लगाये लोगों का चालान काटा जा रहा है।

बताते चलें दिल्ली में कोरोना का कहर कम होने से दिल्ली में लोग बिना मास्क के चलने लगे थे। न ही उनको कोई रोकता था न ही कोई चालान काटे जाने की कोई खबर तक नहीं आ रही थी। लेकिन गत 3 दिनों से फिर से कनॉट प्लेस में बिना मास्क पा जाने पर चालान काटे जा रहे है।

इस सारे मामले में एक बात तो सामने आयी है और लोगों ने तहलका संवाददाता को बताया कि दिल्ली में मौजूदा समय में 90 प्रतिशत से अधिकतर लोग बिना मास्क के देखे जा सकते है। लेकिन उनके साथ कोई रोक- टोक तक नहीं करता है। लेकिन जो सीधे -सादे लोग है। उनके पुलिस पकड़ कर चालान काट रही है। इससे कुछ लोगों में नाराजगी देखी जा रही है

कनॉट प्लेस में दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों से लोग घूमने आते है लेकिन अन्य राज्यों में मास्क को लेकर कोई पाबंदी नहीं है। वे लोग अपने ही अंदाज में आते है । लेकिन दिल्ली में पुलिस वाले इन भोले-भाले लोगों को चालान काट रही है। जिससे दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है।

स्वास्थ्य विभाग से जुड़े डॉ रमन सिंह का कहना है कि अगर नियम हो तो सबके लिए अन्यथा न हो क्योंकि कुछ लोगों के चालान काटे जाने से लोगों को परेशान करने के अलावा कुछ नहीं है।उनका कहना है कि अभी कोरोना गया नहीं है को देश में बिना मास्क को छूट नहीं देनी चाहिये।