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हेमंत सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग केस में मिली राहत, झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने लगायी रोक

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को माइनिंग लीज मामले में सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। शेल कंपनियों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप पर झारखंड हाईकोर्ट मे सुनवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, याचिकाकर्ता या प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सोरेन के खिलाफ पहली नजर में केस स्थापित नहीं कर पाए और र्इडी पर सवाल उठाते हुए कहा कि आपके पास यदि सोरेन के खिलाफ सबूत हैं तो कार्रवाई करिए। पीआईएल याचिकाकर्ता के कंधे पर बंदूक क्यों चला रहे हैं? यदि आपके पास इतने अधिक ठोस सबूत हैं, तो आपको कोर्ट के आदेश की आवश्यकता क्यों हैं?”

कोर्ट ने ईडी की सील कवर रिपोर्ट को लेने से भी इंकार कर दिया। और कहा कि हम फिलहाल सील कवर रिपोर्ट बाद में देखेंगे। पहले प्रथम दृष्टया मामला स्थापित करें। हम आपको रोक नहीं रहे यदि आपको जांच में कुछ मिल रहा है तो आप आगे बढ़ सकते हैं। आप अपनी प्रक्रिया को जारी रख सकते है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि आप जो कह रहे हैं उसके अनुसार चलेंगे तो यह क खतरनाक मिसाल कायम करेगा। किसी पर बी आपराधिक मुकदमा चल सकता है सुप्रीम कोर्ट अब यह तय करेगा कि झारखंड हाईकोर्ट में सोरेन के खिलाफ कार्रवाई चलती रहेगी या नहीं।

बता दें, माइनिंग लीज मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई को चुनौती देते हुए याचिका दायर की गयी थीं।

भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति और संसदीय बोर्ड का पुनर्गठन

भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति और केंद्रीय संसदीय बोर्ड का पुनर्गठन किया गया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा दोनों समितियों के चेयरमैन होंगे। संसदीय बोर्ड से वरिष्ठ नेताओं लाल कृष्ण आडवाणी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बाहर कर दिया गया है।

चुनाव समिति में अन्य के अलावा पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदयुरप्पा और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को शामिल किया गया है।

पार्टी के महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह की तरफ से जारी जानकारी के मुताबिक भाजपा की चुनाव समिति में अध्यक्ष जेपी नड्डा को चेयरमैन बनाया गया है। समिति में पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, बीएस येदयुरप्पा प्रमुख नेताओं में शामिल हैं।

उनके अलावा समिति में वरिष्ठ नेताओं सर्वानंद सोनोवाल, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा पाठक, सत्यनारायण जटिया, भूपेंद्र यादव, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, ओम माथुर, बीएल संतोष (सचिव) और बनथी श्रीनिवास (पदेन) को जगह गयी है।

अरुण सिंह के मुताबिक भाजपा संसदीय बोर्ड में जेपी नड्डा अध्यक्ष होंदे जबकि पीएम मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, बीएस येदयुरप्पा, सर्वानंद सोनोवाल, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया और बीएल संतोष को इसमें शामिल किया गया है।

पार्टी ने कई वरिष्ठ नेताओं को संसदीय बोर्ड से बाहर कर दिया है जिनमें केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हैं।

आप ने लॉन्च किया ‘मेक इंडिया नंबर 1’ कैंपेन, “जब तक भारत को नंबर 1 नहीं बनाएंगे चैन नहीं लेंगे” – अरविंद केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ‘मेक इंडिया नंबर वन’ कैंपेन को लॉन्च किया। इस समारोह में केजरीवाल ने स्टेज पर राष्ट्रीय ध्वज भी फहराया, और आजादी की शुभकामनाएं भी दी।

तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा कि आज हम एक राष्ट्र मिशन की शुरुआत करने जा रहे है। इसका नाम मेक इंडिया नंबर वन हैं। इसके जरिये देश के 130 करोड़ लोगों को जोड़ना है। केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि 75 साल में किसी सरकार ने कुछ नहीं किया। और आज हम प्रण लेते है कि जब तक भारत को नंबर एक देश नहीं बनाएंगे, तब तक चैन नहीं लेंगे।“

उन्होंने आगे कहा कि, मैं देशभर में जाऊंगा, लोगों को जोडूंगा, हम 130 करोड़ लोगों का अलायंत बनाएं और जब 130 करोड़ लोग जुड़ गए तो भारत को नंबर वन बनने से कोई नहीं रोक सकता।“

केजरीवाल ने अन्य देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि सिंगापुर हमसे 15 साल बाद आजाद हुआ और हमसे आगे निकल गया। जापान सेकंड वर्ल्ड के दौरान तहस नहस हो गया लेकिन आज हमसे आगे रह गया है। लेकिन भारत पीछे क्यों रह गया, भारत का हर नागरिक यह पूछ रहा है कि भारत के लोग दुनिया के सबसे इंटेलिजेंट और मेहनती लोग हैं, लेकिन फिर भी हम पीछे रह गए?

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ईश्वर ने भारत को सब कुछ दिया है किसी भी चीज की कोई कसर नहीं छोड़ी। भगवान ने हमें नदियां दी, पहाड़ दिए, जड़ी-बूटियां दीं, फसलें दी, समुद्र दिया…क्या नहीं दिया भगवान ने हमें। यहां तक की सबसे इंटेलिजेंट लोग भी भारत में पैदा किए। फिर भी हम पीछे रह गए। दोस्तों यदि हम इन पार्टियों और नेताओं के भरोसे छोड़ दिया तो अगले 75 साल और पीछे रह जाएंगे। और अब 130 करोड़ लोगों को मिलकर बागडोर संभालनी होगी।

बिलकिस के दोषियों की रिहाई पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 अगस्त को लाल किले से देश की महिलाओं को सम्मान देने वाले संबोधन के कुछ घंटे के ही भीतर गुजरात सरकार के गर्भवती बिलकिस बानो मामले से दुष्कर्म और उनके समेत परिवार के 7 लोगों की निर्मम हत्या के 11 दोषियों की रिहाई करने को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री की कथनी और करनी में अंतर पूरा देश देख रहा है।

कांग्रेस नेता ने देश विषय बन गए इस मामले में मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने बुधवार को ट्वीटर पर अपने कमेंट में कहा – ‘5 महीने की गर्भवती महिला से बलात्कार और उनकी 3 साल की बच्ची की हत्या करने वालों को ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ के दौरान रिहा किया गया। नारी शक्ति की झूठी बातें करने वाले देश की महिलाओं को क्या संदेश दे रहे हैं? प्रधानमंत्री जी, पूरा देश आपकी कथनी और करनी में अंतर देख रहा है।’

बता दें देश भर में अमृत महोत्सव के दौरान बानो मामले में दोषियों की रिहाई करने को लेकर गुजरात सरकार को देश भर में फजीहत झेलनी पड़ी है। सोशल मीडिया में दोषियों को लड्डू खिलाने वाला भी एक वीडियो वायरल हुआ है। इसके बाद सोशल मीडिया में नेटीजेंस इसकी खूब निंदा कर रहे हैं। कांग्रेस इस मसले पर बहुत मुखर है जबकि विपक्ष की तमाम पार्टियां भी सरकार को खूब कोस रही हैं।

याद रहे बानो मामले में मुंबई में सीबीआई की एक विशेष अदालत ने 11 दोषियों को 21 जनवरी, 2008 को सामूहिक बलात्कार और बानो के परिवार के सात सदस्यों की हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। बॉम्‍बे हाईकोर्ट ने उनकी इस सजा को बरकरार रखा था।

दोषियों ने 15 साल से अधिक कैद की सजा काट ली तो एक दोषी ने समय से पहले रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था जिसने गुजरात सरकार से सजा पर क्षमा पर गौर करने का निर्देश दिया जिसके बाद गठित एक समिति ने सभी 11 दोषियों को क्षमा करने के पक्ष में निर्णय किया। राज्य सरकार ने इसके आधार पर उनकी रिहाई के आदेश जारी कर दिए।

श्रीलंका भेजे हमारे पोत से किसी देश की सुरक्षा नहीं होगी प्रभावित : चीन

क़र्ज़ के बदले श्रीलंका से उसकी हंबनटोटा बंदरगाह 99 साल की लीज़ पर लेने वाले चीन ने अपने बैलेस्टिक मिसाइल और उपग्रहों का पता लगाने में सक्षम पोत ‘युआन वांग 5′ के श्रीलंका बंगरगाह पहुँचने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में बुधवार को कहा कि इसकी उपस्थिति किसी देश की सुरक्षा और उसके आर्थिक हितों को प्रभावित नहीं करती और किसी तीसरे पक्ष को इसे बाधित नहीं करना चाहिए।

बता दें भारत और अमेरिका ने चीन के जासूसी पोत के श्रीलंका आने को लेकर आशंकाएं जताई हैं। जब यह पोत पहुंचा तो श्रीलंका में चीनी राजदूत क्यूई जेनहोंग ने हंबनटोटा बंदरगाह पर स्वागत समारोह की मेजबानी की। चीन के दावे के मुताबिक समारोह में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के प्रतिनिधि के अलावा दस से अधिक दलों और मित्र समुदायों के प्रमुख भी शामिल हुए।

हालांकि भारत और अमेरिका का नाम लिए बगैर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा – ‘हमारे उच्च प्रौद्योगिकी वाले अनुंसधान पोत की गतिविधियों से किसी देश की सुरक्षा प्रभावित नहीं होगी। किसी तीसरे पक्ष को उसे बाधित नहीं करना चाहिए।’

बता दें यह पोत 22 अगस्त तक श्रीलंका की बंदरगाह पर ही रुकेगा। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ‘युआन वांग 5 श्रीलंका के सक्रिय सहयोग से हंबनटोटा बंदरगाह पर सफलतापूर्वक पहुंच गया। मैं फिर से जोर देना चाहता हूं कि युआन वांग 5 की समुद्री वैज्ञानिक अनुसंधान गतिविधियां अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय सामान्य प्रक्रिया के अनुरूप हैं।’

हंबनटोटा बंदरगाह बीजिंग ने 2017 में श्रीलंका से कर्ज के बदले में 99 साल के पट्टे पर ली थी। श्रीलंका सरकार ने पोत में लगे उपकरणों को लेकर भारत और अमेरिका की चिंता व्यक्त किए जाने के बाद चीन सरकार से इस पोत को भेजने में विलंब करने को कहा था। हालांकि, उसने 16 से 22 अगस्त तक जहाज को बंदरगाह पर ठहरने की अनुमति दे दी। श्रीलंका ने कहा कि उसने व्यापक विचार-विमर्श के बाद जहाज को अनुमति दी है।

सोनिया की गठित जम्मू कश्मीर की दो समितियों से आज़ाद ने दिया इस्तीफा

कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में मंगलवार शाम वकार रसूल वानी को जम्मू-कश्मीर इकाई का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। हालांकि, वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद, जिन्हें पार्टी ने जम्मू कश्मीर में चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया था, उन्होंने नियुक्ति के कुछ घंटे बाद ही पिछली रात इस्तीफा दे दिया।

आज़ाद, जिन्हें हाल तक कांग्रेस के भीतर जी-23 गुट का नेता माना जाता था, ने पार्टी की जम्मू कश्मीर की राजनीतिक मामलों की समिति की सदस्यता भी छोड़ने का ऐलान किया है। अभी यह पता नहीं चला है कि आज़ाद ने ऐसा क्यों किया क्योंकि नए प्रदेश अध्यक्ष वानी उनके ही नजदीकी हैं। अपेक्षाकृत युवा (47 वर्षीय) वानी विधायक रह चुके हैं और आज़ाद के ही पैतृक इलाके डोडा के बनिहाल के रहने वाले हैं।

आजाद के जम्मू-कश्मीर कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की सदस्यता से इस्तीफे से लोगों को हैरानी हुई है क्योंकि यह माना जा रहा था कि गांधी परिवार से उनके मतभेद ख़त्म हो गए हैं। आजाद ने 15 अगस्त को राहुल और प्रियंका गांधी के साथ ‘आजादी गौरव यात्रा’ में भी हिस्सा लिया था। वे लगातार पार्टी के कार्यक्रमों में भी शामिल हो रहे हैं, ऐसे में उनका इस्तीफा हैरानी से देखा जा रहा है।

पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कल शाम आजाद को चुनाव अभियान समिति की कमान सौंपी थी। साथ ही गांधी ने जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी के लिये चुनाव अभियान समिति और राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) समेत सात समितियों का भी गठन किया था।

इससे पहले पिछले करीब पांच साल से प्रदेश अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। आजाद के करीबी माने जाने वाले नए प्रदेश अध्यक्ष वानी प्रदेश में पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं।

महाराष्ट्र: पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी में टक्कर, 50 से ज्यादा यात्री घायल

महाराष्ट्र के गोंदिया में मंगलवार को देर रात भीषण ट्रेन हादसा हुआ है। इस हादसे में पैसेंजर ट्रेन भगत की कोठी और मालगाड़ी के बीच सिग्नल न मिलने के कारण टक्कर हुर्इ।

टक्कर होने के बाद ट्रेन की एक बोगी S3 डिब्बा पटरी से उतर गया। इस हादसे में 50 लोग जख्मी हुए, इनमें 13 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।

गंभीर रूप से घायल यात्रियों को नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। बता दे, हादसे का कारण सिग्नल की खराबी को बताया जा रहा है।

जम्मू में दो मुस्लिम परिवारों के घर से छह सदस्यों के शव मिले

जम्मू के एक इलाके में एक घर से 6 लोगों के शव मिले हैं। सभी मृत लोग एक ही परिवार के सदस्य थे। जब पुलिस ने लोगों की सूचना के बाद घर खोला तो शव गलने के कारण भीतर से बदबू आ रही थी।

जानकारी के मुताबिक जम्मू के तवी विहार सिदड़ा में घर से तीन महिलाओं सहित छह शव मिले हैं। दो मुस्लिम परिवारों के इन सदस्यों की हत्या किये जाने की आशंका है। उनके शव जम्मू मेडिकल कालेज अस्पताल में रखे गए हैं। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाड़े ही कारण पता चल सकेगा।

पुलिस की फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सैंपल जुटाए हैं। प्राथमिक जांच में जहरीला पदार्थ निगलने की संभावना जताई गयी है। इन लोगों की पहचान सकीना बेगम, उसके बेटे जफर सलीम, दो बेटियों रुबीना बानो, नसीमा अख्तर, नूर-उल-हबीब, सज्जाद अहमद के रूप में की गयी है।

पड़ौसियों के मुताबिक जिस घर में शव मिले वह नूर उल हबीब का है जबकि सकीना और उसका परिवार घर की देखरेख करता था। ये परिवार डोडा जिले का रहने वाला है जबकि नूर उल हबीब श्रीनगर का रहने वाला था।

परिवार के सदस्य तीन चार दिन से नहीं दिख रहे थे लिहाजा सुबह घर से पड़ौसियों को बदबू आने के बाद तुरंत पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने जब मकान का दरवाजा खोला तो भीतर यह शव मिले। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

खुला देह व्यापार!: कोलकाता हवाई अड्डे पर खड़े अवैध टैक्सी चालक चला रहे जिस्म-.फरोशी का धंधा

अधिकतर बड़े शहरों में कुछ ऑटो, टैक्सी चालक ऐसे लोगों पर नज़र रखते हैं, जो अपनी रात रंगीन करने के लिए शराब और शबाब की तलाश में रहते हैं। इसी के मद्देनज़र ये अवैध ऑटो, टैक्सी चालक बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों के उन स्टैण्ड्स पर खड़े रहते हैं, जहाँ से वे लोगों को जिस्म-फ़रोशी के ठिकानों पर ले जा सकें। कोलकाता अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ऐसे ही अवैध टैक्सी चालक यात्रियों को लुभाने के लिए सैक्स रैकेट चलाते हैं। जब भी कोई फ्लाइट आती है, ये अवैध टैक्सी चालक दलालों के रूप में दोगुने हो जाते हैं और यात्रियों को घेरने में लग जाते हैं। यात्रियों में से अगर कोई शराब और शबाब की तलाश वाला होता है, तो इनमें से कुछ उसे शिकार की तरह झपट लेते हैं और उसके गंतव्य तक पहुँचाकर अपना कमीशन वसूलकर फिर नये ग्राहक की तलाश में अपने अड्डे पर जम जाते हैं। इसी अवैध और अनैतिक धंधे को लेकर तहलका एसआईटी की रिपोर्ट :-

भारत में कोरोना-काल था। देश में कोरोना वायरस के मामलों में काफ़ी गिरावट देखी जा रही थी। देश से तालाबंदी धीरे-धीरे हट रहा था। हम पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आधिकारिक दौरे पर थे। हमें मिली जानकारी के मुताबिक, संवेदनशील जगह होने के बावजूद कोलकाता हवाई अड्डे की कुछ कहानियाँ थीं। दुर्भाग्य से ये कहानियाँ सकारात्मक नहीं, अपितु नकारात्मक कहानियाँ हैं; जिन्हें देश और आम जनता के हित में बताया जाना ज़रूरी है।
एक अच्छी सुबह नाश्ते के बाद हम कहानी की सच्चाई खोजने के लिए होटल से कोलकाता हवाई अड्डे के लिए निकल पड़े। महामारी से भरे साल के बाद देश में हवाई सेवाएँ फिर शुरू होने की तैयारी में थीं और दलाल सक्रिय हो चुके थे। कोलकाता हवाई अड्डा गतिविधियों से गुलजार दिख रहा था। यात्री टैक्सी की तलाश में इधर-उधर भाग रहे थे। कोलकाता हवाई अड्डे पर अवैध टैक्सी संचालकों के गिरोह ने भी वापसी कर ली थी। उन्हें यात्रियों के पीछे दौड़ते और वेश्याओं के लिए लुभाने की कोशिश करते देखा गया। उसी समय अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए आगमन द्वार संख्या-5 पर ‘तहलका’ रिपोर्टर ने एक व्यक्ति संजीव से मुलाक़ात की, जो पेशे से दलाल और टैक्सी चालक था। रिपोर्टर ने ख़ुद को संजीव के सामने एक व्यवसायी के रूप में पेश किया।
यह जानने के तुरन्त बाद कि हम दिल्ली से हैं और किसी व्यावसायिक कार्य के लिए कोलकाता आये हैं; संजीव ने हमें 14 और 15 वर्ष आयु की नाबालिग़ लड़कियों को शारीरिक सम्बन्धों और मसाज के लिए उपलब्ध कराने की पेशकश की। संजीव ने कहा- ‘मैं आपको 16 और 18 साल की उम्र की नाबालिग़ लड़कियों को शारीरिक सम्बन्धों और मसाज के लिए उपलब्ध कराऊँगा। अगर आपको और भी छोटी उम्र की लड़कियों की ज़रूरत है, तो मैं आपके लिए शारीरिक सम्बन्धों और मसाज के लिए 14 और 15 साल की लड़कियाँ भी ला सकता हूँ।’
इसके बाद संजीव ने ‘तहलका’ रिपोर्टर से विस्तृत चर्चा की। उसने नाबालिग़ लड़कियों के साथ शारीरिक सम्बन्धों और मसाज के तरह-तरह के ऑफर दिये।


रिपोर्टर : कितनी बड़ी?
संजीव : वो ही 18-16..।
रिपोर्टर : उससे कम ?
संजीव : 15, 14..।
रिपोर्टर : 15 साल की लड़की मिल जाएगी?
संजीव : आराम से।
रिपोर्टर : मसाज के लिए या ले जा भी सकते हैं?
संजीव : सभी के लिए।
रिपोर्टर : ऐसा बोलते हैं, होता नहीं है?
संजीव : नहीं होगा, तो पैसे नहीं लेगा। मेरा गाड़ी वाला नहीं लेगा।

संजीव ने कहा कि वह अपने कई यात्रियों को सम्बन्धित मसाज सेंटर ले गया है। उसके मुताबिक, मसाज सेंटर की नाबालिग़ लड़की हमें बॉडी (शारीरिक) मसाज देगी और उसके बाद हम उसी सेंटर पर उसके साथ सेक्स कर सकते हैं। मसाज सेंटर के मालिक को इसके बारे में कभी पता ही नहीं चलेगा।
रिपोर्टर : ये जो आप 15 साल की लड़की बता रहे हो…,14-15 साल की?
संजीव : वो मसाज कर देगी आपका।
रिपोर्टर : वो हमारी बॉडी मसाज कर देगी, और उसके अलावा?
संजीव : उसको ले जाएगा। उसको बोलेगा पैसा देगा। …काम कर देगा।
रिपोर्टर : लड़की का काम कर देगा वहीं?
संजीव : वो वहीं होगा।
रिपोर्टर : मसाज सेंटर में? वह अलाउ नहीं करेगा न?
संजीव : वो जानेगा कैसे? वो जानेगा ही नहीं।
रिपोर्टर : उसको पता ही नहीं चलेगा मसाज सेंटर वाले को? लड़की मना करे फिर?
संजीव : बोल रहा हूँ, होगा। हम लेकर गया है, कितना गेस्ट वहाँ पर।
रिपोर्टर : उसी मसाज सेंटर में वहाँ पर?
संजीव : हाँ।

अब संजीव ने हमें मसाज का रेट बताया।
संजीव : मसाज का 2000-2500 रुपये लगेगा।
रिपोर्टर : हैं जी?
संजीव : 2000 रुपये में मसाज करेगा।
रिपोर्टर : 2000 रुपये में मसाज करेगा?
संजीव : भीतर मैं आप बात करोगे कितना लगेगा काम, वो बोलेगा इतना लगेगा। आपको पसन्द करेगा…, नहीं तो नहीं करेगा।
रिपोर्टर : उसने मना कर दिया फिर?
संजीव : करेगा।

मसाज सेंटर के अलावा संजीव ने हमें बताया कि वह हमारे लिए एक होटल की व्यवस्था कर सकता है, जहाँ हम उसके द्वारा प्रदान की गयी महिलाओं के साथ सेक्स कर सकें।
संजीव : लड़की चाहिए? सब मिल जाएगा आपको।
रिपोर्टर : दिलवाओगे?
संजीव : हाँ।
रिपोर्टर : बताओ कहाँ ले चलोगे?
संजीव : होटल मैं कर देंगे।
रिपोर्टर : कौन-सा होटल?
संजीव : होटल।
रिपोर्टर : कौन-सा होटल ?
संजीव : चलिए न मेरे साथ। कितना चाहिए आपको, 2 (दो) चाहिए या 3 (तीन)?
रिपोर्टर : दो हैं; दो अलग-अलग रूम्स होंगे।

संजीव ने अब हमें बताया कि वह होटल के कमरे में लड़कियों को उपलब्ध कराने के लिए कितना पैसा लेगा।
रिपोर्टर : पूरे दिन का कितना लोगे?
संजीव : 2000 रुपये दे दीजिएगा।
रिपोर्टर : पूरे दिन का 2000 रुपये?
संजीव : मसाज करना है, मसाज करवा देंगे।
रिपोर्टर : मसाज करवा दोगे, कहाँ ?
संजीव : चलिये, मॉल में। अच्छा लड़की। बच्चा लड़की।

लेकिन संजीव के पास कुछ और सरप्राइज (आश्चर्य) थे। फिर उसने कहा कि उसके पास कई तरह की महिलाएँ हैं, जिनमें विवाहित महिलाएँ भी शामिल हैं। हमें उसे अपनी पसन्द बतानी चाहिए, वह हमें वह मुहैया कराएगा।
संजीव : मैं अपने दोस्त को फोन करूँगा, वह लड़की लेकर आएगा।
रिपोर्टर : वो लड़की कितने साल की होगी?
संजीव : बड़ी चाहिए, लड़की चाहिए, आपको मिल जाएगी। शादी वाली, शादी वाला…।
रिपोर्टर : शादीशुदा औरत भी मिल जाएगी?
संजीव : हाँ, हर तरह का मिल जाएगा।

यह आपके लिए संजीव था। कोलकाता हवाई अड्डे के अंतरराष्ट्रीय गेट नंबर-5 के ठीक सामने खड़ा एक टैक्सी चालक, जो हमें चुनने के लिए कई तरह की महिलाओं की पेशकश करता है- नाबालिग़, युवती या विवाहित; सेक्स और मसाज के लिए। उसने दावा किया कि उसने अपने अधिकांश यात्रियों, जो उसकी टैक्सी में सवार हुए; यह पेशकश की है।
हालाँकि कहानी यहीं ख़त्म नहीं होती है। हम कोलकाता हवाई अड्डे पर एक अन्य टैक्सी चालक रविदास से मिले- गेट नंबर-1बी पर। उसने हमें सोनागाछी तक ले जाने का वादा किया, जिसे मध्य कोलकाता में स्थित एशिया का सबसे बड़ा रेड-लाइट एरिया (वेश्यावृत्ति क्षेत्र) कहा जाता है। रविदास ने कहा कि सोनागाछी में हम एक घंटे तक एक महिला का नग्न नृत्य देख सकते हैं और उसके बाद उसके साथ सेक्स भी कर सकते हैं। सब पैसे के बदले।
रविदास : सोनागाछी में एक घंटे नृत्य और नेक्ड डांस (नंगा नाच)। एक आदमी को शॉट करने देगा।
रिपोर्टर : लड़की कपड़े उतारकर डांस (नृत्य) करेगी?
रविदास : हाँ, एक घंटा। 4-5 आदमी देख सकता है।
रिपोर्टर : ख़र्चा कितना?
रविदास : 4000, 4500, 6000…, जैसा लड़की लीजिएगा।
रिपोर्टर : आप हमें लेकर चलेंगे?
रविदास : अभी?
रिपोर्टर : शाम को, जब भी, कल-वल।
रविदास : जब बोलिएगा।
रिपोर्टर : आपकी सेटिंग है वहाँ?
रविदास : एकदम।

रविदास ने हमें आश्वासन दिया कि अगर हम सोनागाछी जाते हैं, तो हमें पुलिस की छापेमारी से डरने की ज़रूरत नहीं, क्योंकि वह पुलिस को पैसे देता है। उसने यह भी कहा कि उसे एक दलाल को पकडऩा है और सोनागाछी में उसे पैसे देने हैं। उसके बिना हमें कुछ नहीं मिलेगा। रविदास ने कहा कि यह सब उनका नियमित काम है।
रिपोर्टर : पुलिस का कोई रेड?
रविदास : कोई रेड नहीं। पुलिस का हमें मालूम है। नाइट (रात) में जाने से पुलिस को 100 रुपये देने का। देखिए, दलाल पकडऩा पड़ेगा। उसके बिना कुछ नहीं मिलेगा।
रिपोर्टर : दलाल आपके पास है?
रविदास : हाँ, हम लोगों का तो काम ही यह सब है। वो लोग (दलाल) 200-500 रुपये का खाएगा।

यह पूछे जाने पर कि क्या हम महिलाओं को अपने होटल के कमरे में ला सकते हैं? रविदास ने हमें बताया कि वास्तव में हमें अपने होटल के कमरे में महिला मिल सकती है। लेकिन इनकी दरें अलग होंगी- 10,000-12,000 रुपये और 15,000 रुपये प्रति रात। रविदास ने कहा कि हम अन्त में कितना भुगतान करेंगे? यह इस बात पर निर्भर करेगा कि हम किस प्रकार की महिला को चुनते हैं। उसने कहा कि वह हमें उनकी तस्वीरें हमारे फोन पर भेजेगा और फिर हम उसे अपनी पसन्द बता सकते हैं। रविदास ने कहा कि जैसे ही हम तस्वीरों में से एक महिला का चयन करते हैं, वह उन सभी को अपने फोन से डिलीट कर देगा।
रिपोर्टर : अगर हमें होटल में लड़की बुलानी हो तो?
रविदास : होटल में आएगी लड़की, 10,000-12,000-15,000…।
रिपोर्टर : एक रात का?
रविदास : एक रात का।
रिपोर्टर : उस लेवल की लड़की होगी?
रविदास : उस लेवल की; मॉडल।
रिपोर्टर : आप फोटो भेजो?
रविदास : 10-15 मिनट लगेगा। फोटो मँगाना पड़ता है। घर में फोन में नहीं रखते। काम ख़त्म, सब डिलीट।

रविदास के बाद अब ‘तहलका’ की मुलाक़ात कोलकाता हवाई अड्डे पर एक अन्य टैक्सी चालक दिग्विजय बाबू से हुई, जो सेना के एक कर्नल के हरियाणा से कोलकाता आने का इंतज़ार कर रहा था…; उसे दो बंगाली महिलाओं के साथ मस्ती करने के लिए कोलकाता के किसी होटल में लेने और छोडऩे के लिए। जब दिग्विजय कोलकाता हवाई अड्डे पर फ्लाइट के उतरने का इंतज़ार कर रहा था, उसने हमसे खुलकर बातचीत की।
रिपोर्टर : यहाँ पब व$गैरह नहीं है क्या?
दिग्विजय : बहुत कुछ है सर! अभी देखो सर, जो साहेब आ रहे हैं, कर्नल साहब आ रहे हैं।
रिपोर्टर : अच्छा, आप कर्नल साहब के इंतज़ार मैं खड़े हैं?
कहाँ से?
दिग्विजय : आ रहे हैं; हरियाणा से आ रहे हैं। तो उनको लेकर जाएँगे। दो आइटम (सुन्दर लड़कियाँ) आएँगी।
रिपोर्टर : कर्नल साहब के साथ?
दिग्विजय : नहीं, बंगाल से। होटल ले जाएँगे। रहेंगे अपना ऐश से।

दिग्विजय ने आगे कोलकाता में स्थित एक होटल के नाम का ख़ुलासा किया, जो अपने उन ग्राहकों को महिलाओं की आपूर्ति करता है, जो उसमें (होटल में) ठहरते हैं। दिग्विजय के मुताबिक, होटल में महिलाओं की सूची है। ग्राहक द्वारा कैटलॉग से चुनी गयी महिलाओं को उसके कमरे में उपलब्ध कराया जाता है। दिग्विजय के अनुसार, चूँकि होटल एक पुलिस वाले का है, इसलिए पुलिस की कोई छापेमारी नहीं होगी।
दिग्विजय : एक होटल है पास में… उसमें क्या आपको नाईट सेवा मिलेगा। वो कैटलॉग दिखा देगा। जैसा आइटम आपको चाहिए, मिल जाएगा। वो होटल प्रशासन के आदमी का है। पुलिस वाले का होटल है।
रिपोर्टर : पुलिस की छापेमारी?
दिग्विजय : पुलिस की रेड-वेड नहीं होती है सर!

‘तहलका’ रिपोर्टर कोलकाता हवाई अड्डे पर सेक्स रैकेट का पर्दा$फास करने गये थे। लेकिन इस पड़ताल के दौरान पता चला कि जो लोग कोलकाता हवाई अड्डे पर सेक्स रैकेट चला रहे हैं और घरेलू व अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को रेड लाइट डिस्ट्रिक्ट्स (वेश्यावृत्ति वाले ज़िलों) में कम उम्र की मसाज करने वाली और कुलीन यौनकर्मियों को उपलब्ध कराने के लिए लुभाते हैं, वे हवाई अड्डे से अवैध टैक्सी चला भी रहे हैं। कुछ समय पहले कोलकाता के होटल में महिलाओं को सेक्स के लिए खुलकर बात करने वाले दिग्विजय बाबू ने अब ख़ुलासा किया कि कैसे अवैध टैक्सी संचालकों के गिरोह कोलकाता हवाई अड्डे से अवैध रूप से टैक्सी चला रहे हैं।
रिपोर्टर : क्या ये टैक्सी यहाँ से चलना एयरपोर्ट (हवाई अड्डे) से ऐसे चलना अलॉउड (अनुमति) नहीं है क्या?
दिग्विजय : नहीं।
रिपोर्टर : क्यों?
दिग्विजय : प्री-पेड की अनुमति है। हम लोग प्रीपेड में नहीं चलते हैं।
रिपोर्टर : ओला-उबर में भी नहीं चलते?
दिग्विजय : ओला-उबर में भी नहीं चलते।
रिपोर्टर : ऐसे अलाउड नहीं है?
दिग्विजय : ऐसे अलाउड नहीं है। लेकिन हमारी यूनियन है। हम लोकल हैं। हम अपने बलबूते पे चलते हैं।
रिपोर्टर : मतलब आपकी दबंगई?
दिग्विजय : दबंगई समझो।

‘तहलका’ सूत्रों के मुताबिक, कोलकाता हवाई अड्डे से सिर्फ़ प्रीपेड टैक्सी और ओला-उबर (की टैक्सी) ही यात्रियों को ले जा सकती हैं। दूसरों को हवाई अड्डा परिसर में प्रवेश करने की भी अनुमति नहीं है। लेकिन कोलकाता में कई अवैध संचालक हैं, जो हवाई अड्डे से टैक्सी चला रहे हैं और पुलिस को कथित रूप से पैसे देकर यात्रियों को उठा रहे हैं। यही बात दिग्विजय ने भी हमें बतायी, जब हमने उससे एक पखवाड़े के भीतर दिल्ली से कोलकाता आने वाले अपने यात्री को पिक करने के लिए कहा।
रिपोर्टर : 15 दिन में आपको क्लाइंट (ग्राहक) दूँगा। कोलकाता के, दिल्ली से एयरपोर्ट से। लेकिन आप ये देख लेना कभी कोलकाता पुलिस आपको एयरपोर्ट पर एंट्री न दे, कोलकाता में?
दिग्विजय : नहीं, प्रशासन से लेकर सब मेरा अंडरस्टैंडिंग (साँठगाँठ) है। मैं समझ लूँगा।
रिपोर्टर : ऐसा न हो क्लाइंट यहाँ पर आये और गाड़ी न मिले?
दिग्विजय : हमारी गाड़ी, जिस गेट पर बोलिएगा, उस गेट पर लगवा देंगे। एक भी गाड़ी ऐसी नहीं है, मैं डिसीजन (निर्णय) लेता हूँ। सारा थाना-पाना हम देखता हूँ। टेंशन मत लीजिए।
रिपोर्टर : अच्छी सेटिंग है पुलिस-वुलिस में?

दिग्विजय ने अब ख़ुलासा किया कि कोलकाता हवाई अड्डे पर सभी यूनियनों के अपने-अपने निश्चित द्वार हैं, जहाँ से वे अपनी-अपनी अवैध टैक्सी चलाते हैं। पार्टी एक ही है।
रिपोर्टर : यहाँ आउटलाइन में कितना गाडिय़ाँ है, एयरपोर्ट पर; टोटल में?
दिग्विजय : हर यूनियन का फिक्स अलग-अलग है। हर गेट की यूनियन अलग-अलग है। पार्टी एक ही है।

रविदास, जिसने हमें सोनागाछी में सेक्स के लिए महिलाएँ उपलब्ध कराने का वादा किया था, उसने ख़ुलासा किया कि वह कोलकाता हवाई अड्डे से एक अवैध टैक्सी भी चला रहा है। व्यापारी बनकर हमने रविदास से पूछा कि क्या वह कोलकाता हवाई अड्डे से टैक्सी चलाने में हमारी मदद कर सकता है? इस पर रविदास ने हाँ में जवाब दिया और हमें यह अर्थशास्त्र समझाया कि कितना पैसा हम रोज़ाना अवैध टैक्सी कारोबार से कमाएँगे।
रिपोर्टर : जो गाड़ी लगेगी हमारी, उसका क्या रेट होगा?
रविदास : क्या रेट होगा बोले तो?
रिपोर्टर : आप हमें कितना दोगे?
रविदास : प्राइवेट गाड़ी 500, कमर्शियल गाड़ी 700 रुपये।
रिपोर्टर : प्राइवेट गाड़ी अगर हम लगाते हैं, तो 500 रुपये डेली (रोज़)?
रविदास : 500 रुपये डेली।
रिपोर्टर : और कमर्शियल लगाते हैं, तो?
रविदास : 700 रुपये।
रिपोर्टर : 700 रुपये डेली…। यार प्राइवेट में कम दे रहे हो आप?
रविदास : प्राइवेट में जो गाड़ी रास्ते में पुलिस पकड़े, वो हम
देखेंगे न!
अब रविदास ने ख़ुलासा किया कि कैसे वह पुलिस की मदद से कोलकाता हवाई अड्डे से अवैध टैक्सी चला रहा है।
रिपोर्टर : ऐसा न हो कोलकाता एयरपोर्ट पर हमारी गाड़ी की एंट्री न हो?
रविदास : क्यों एंट्री नहीं होगा?
रिपोर्टर : कहीं पुलिस वाले मना कर दे?
रविदास : हम लोग हैं न।
रिपोर्टर : पुलिस में सेटिंग है?
रविदास : हम लोगों का पुलिस से सेटिंग है। पार्किंग की सेटिंग है। लेकिन आपको (उनको) थोड़ी पता चलेगा आपकी गाड़ी है। हम गाड़ी चलाएगा, तो हमारी गाड़ी है।

अब रविदास ने समझाया कि वह कोलकाता हवाई अड्डे से अपनी टैक्सियों को अवैध रूप से चलाने के लिए पुलिस को कितना पैसा दे रहा है।
रिपोर्टर : अच्छा, जो पुलिस को पैसा देना होगा, वो हमें तो नहीं देना होगा?
रविदास : पुलिस को काट के एक गाड़ी पर 100 रुपये करके।
रिपोर्टर : एक ही तो पुलिस है, ट्रैफिक पुलिस?
रविदास : जो जितना गाड़ी चलता है। एक गाड़ी का 100 रुपये देता है।
रिपोर्टर : डेली?
रविदास : डेली।
रिपोर्टर : पुलिस को?
रविदास : ट्रैफिक अलग है; एयरपोर्ट का पुलिस अलग है।
रिपोर्टर : तो डेली कितना लगता है तुम्हारा?
रविदास : डेली 200 रुपये।

रविदास ने ख़ुलासा किया कि वे (सभी टैक्सी चालक) कोलकाता हवाई अड्डे से शिफ्ट में अवैध टैक्सी चला रहे हैं। साथ ही सभी ठेकेदारों ने हवाई अड्डे के गेट आपस में बाँट लिये हैं। और वे एक-दूसरे की सीमा का अतिक्रमण नहीं करते हैं।
रिपोर्टर : तो, 120 गाडिय़ों का तो बहुत हो गया डेली का? कितना होगा 120 गाडिय़ों का?
रविदास : तीन शिफ्ट चलता है। जैसे सोचिए, हम चलता है, सुबह 2:00 बजे से 3:00 बजे तक चलता है। ऐसे शिफ्टिंग चलती है। एक साथ नहीं चलता है। 120 गाड़ी में नहीं चलता है। नाईट (रात) में चलता है। दिन में चलता है। मॉर्निंग (सुबह) में चलता है।
रिपोर्टर : अच्छा, गेट का भी अलग-अलग होगा? ये गेट मेरा?
रविदास : हाँ, हम लोगों का यह गेट है।
रिपोर्टर : 1बी?
रविदास : हाँ, वो लड़का इधर नहीं आएगा, हम उधर नहीं जाएगा।

कोलकाता हवाई अड्डे के अंतरराष्ट्रीय गेट नंबर-5 पर हम हवाई अड्डे से अवैध टैक्सी चलाने वाले एक अन्य ठेकेदार मनोज सिंह से मिले। मनोज ने हमें बताया कि वह हवाई अड्डे पर अवैध रूप से अपनी टैक्सी पार्क करता है। हालाँकि जब कोई वीआईपी (अति विशिष्ट व्यक्ति) हवाई अड्डे पर आता है, जिसके लिए उसे पहले से अलर्ट किया जाता है, तो वह अपनी अवैध रूप से पार्क की गयी टैक्सी को हटाकर पार्किंग में डंप कर (लगा) देता है।
मनोज : देखिए, हमारे यहाँ कोई वीआईपी आता है न। साफ़ बोल रहे हैं; हमारे कोई वीआईपी आता है न, तो हमको बोल देता है गाड़ी हटाने को। हम लोग गाड़ी को पार्किंग में लगा देते हैं। ये पार्किंग है हम लोग ये करते हैं। देखिए, इस गाड़ी से लेकर उस गाड़ी तक हमारा है, यहाँ से लेकर उतनी दूर तक हमारी है। 40 गाड़ी हमारी है।
रिपोर्टर : आपकी यूनियन की 40 गाड़ी?
मनोज : यूनियन की 40 गाड़ी है।
रिपोर्टर : वैसे आपकी गाडिय़ाँ लगी रहती हैं?
मनोज : हाँ।
रिपोर्टर : पुलिस का कोई लफड़ा नहीं है?
मनोज : पुलिस का कोई लफड़ा नहीं है। आगर कोई वीवीआईपी (अत्यधिक महत्त्वपूर्ण व्यक्ति) आएगा, तो पुलिस हमको बोल
देती है।
जब हम मनोज से बात कर रहे थे, तब हमारी मुलाक़ात कोलकाता हवाई अड्डे से टैक्सी चलाने वाले एक अन्य ठेकेदार विकास धर से हुई। विकास ने कहा कि वह हवाई अड्डे से अवैध टैक्सी चलाने के लिए हर महीने पुलिस को पैसे दे रहा है।
रिपोर्टर : कोई पुलिस-वुलिस का लफड़ा तो नहीं है, एयरपोर्ट पर?
विकास : कुछ नहीं, कुछ नहीं। हम सब लोग मंथली (रिश्वत यानी महीने का बँधा हुआ पैसा) देता है न। पार्किंग देता। मंथली देता।
रिपोर्टर : पुलिस को?
विकास : हाँ।

वो दिन गये, जब दुनिया का सबसे पुराना पेशा वेश्यावृत्ति देश के विभिन्न हिस्सों में वेश्यालयों तक सीमित था। पिछले कुछ वर्षों के दौरान तरीक़ा बदल गया है। अब यह सब बस एक कॉल पर उपलब्ध है। हवाई अड्डे पर पिक करने से लेकर होटल में अपने ठहरने की व्यवस्था करना, महिलाओं के साथ बैठक (मीटिंग) तय करने और पुलिस को दूर रखने के लिए अब अवैध टैक्सी वाले उपलब्ध हैं, जो कोलकाता हवाई अड्डे पर दलालों के रूप में दोहरी भूमिका निभा रहे हैं।
‘तहलका’ के खोजी रिपोर्टर ने कोलकाता हवाई अड्डे पर दो बातों का ख़ुलासा किया। सबसे पहला यह कि अवैध टैक्सी संचालकों के गिरोह कोलकाता के हवाई अड्डे पर नियमों की जमकर धज्जियाँ उड़ा रहे हैं। दूसरा, कोलकाता के एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर सेक्स (लड़कियों, औरतों का जिस्म) बेचने वाले अवैध टैक्सी चालकों के गिरोह। शहर के रेड-लाइट एरिया (वेश्यावृत्ति क्षेत्र) में आने वाले घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को नाबालिगों और कुलीन यौनकर्मियों के साथ मसाज और शारीरिक सम्बन्धों के लिए उपलब्ध करने के लिए।

यौनकर्मियों की त्रासदी

खुला देह व्यापार : कोलकाता हवाई अड्डे पर बिक्री के लिए सेक्स किसी कहानी के लिए एक आकर्षक शीर्षक है। लेकिन तहलका की विशेष जाँच टीम ने कैमरे में इसे तब क़ैद किया, जब कोरोना महामारी में हुई तालाबंदी के बाद सामान्य स्थिति लौट रही थी। यहाँ तक कि नाबालिग़ लड़कियों को मसाज और शारीरिक सम्बन्धों के लिए बुलाने वाले यात्रियों को लुभाने वाले दलालों के रूप में अवैध टैक्सी संचालक दोहरी भूमिका निभाते दिखते हैं। भारत में अपने स्तर पर वेश्यावृत्ति ग़ैर-क़ानूनी नहीं है। सर्वोच्च न्यायालय ने 19 मई को वेश्यावृत्ति को एक पेशे के रूप में मान्यता देने और इस बात पर ज़ोर देने के लिए निर्देश दिया था कि किसी भी अन्य पेशेवरों की तरह यौनकर्मी भी गरिमा और संवैधानिक अधिकारों के हक़दार हैं। हालाँकि वेश्यालय चलाने के लिए सम्पत्ति को दलाली करने के लिए या फिर किराये पर देना अवैध है। यहाँ इस मामले में दलालों ने 14 और 15 वर्ष की आयु वर्ग की नाबालिग़ लड़कियों को तब सेक्स और मसाज के लिए भेजने की पेशकश की जब व्यवसायी के रूप में आये रिपोर्टर ने सवाल किया कि क्या वे उसे मसाज के लिए ले जा भी सकते हैं? ‘सभी के लिए।’

यह सब बेख़ौफ़ चल रहा है। जब सर्वोच्च न्यायालय का ऐतिहासिक फ़ैसला आया, तो एशिया के सबसे बड़े रेड-लाइट ज़िलों में से एक कोलकाता के सोनागाछी की तंग गलियों में यौनकर्मियों ने चेहरों पर रंग लगाकर और मिठाई बाँटकर ख़ुशी मनायी। यौनकर्मियों के कल्याण के लिए काम करने वाले एक ग़ैर-सरकारी संगठन, दरबार महिला समन्वय समिति की क़ानूनी अधिकारी महाश्वेता मुखर्जी ने कहा था कि संगठन के 27 साल के संघर्ष ने आख़िरकार फल दिया है। लेकिन ऐसा लगता है कि बहुत कुछ नहीं बदला है। यह अनुमान है कि भारत में 15-35 आयु वर्ग में लगभग 30 लाख यौनकर्मी हैं। इनमें अधिकांश नाबालिग़ लड़कियाँ हैं। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश सिर्फ़ पहला क़दम भर हैं। हालाँकि ग़रीबी, अभाव, भूख और असमानताओं से गम्भीर रूप से पीडि़त कई लोगों के लिए जीवित रहना सर्वोच्च प्राथमिकता है और मानवाधिकार और गरिमा उनके लिए इसके बाद की चीज़ें हैं।

ज़्यादातर महिलाएँ, जिन्होंने स्वेच्छा से या जबरन इस पेशे को चुना है; ग़रीब पृष्ठभूमि से हैं और उन्हें अपने परिवार का समर्थन करने के लिए इस पेशे में घसीटा जाता है। निश्चित ही देश के लिए यह शर्मनाक बात है। वेश्यावृत्ति कई शहरों में समान रूप से फैल गयी है। व्यस्त सड़कों और बाज़ारों में दिन से शाम तक देह व्यापार के लिए पिक-अप प्वॉइंट बन जाते हैं। और अब तो ऑनलाइन देह व्यापार के मामले भी सामने आ रहे हैं, जिन्हें सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। पुलिसकर्मी भी यौनकर्मियों की त्रासदी को समझने की जगह उन्हें एक अपराधी के रूप में अधिक देखते हैं। यह हाशिये पर जाने का एक दुष्चक्र है, क्योंकि महिला वेश्याओं को नीची दृष्टि से देखा जाता है; जबकि वेश्यालयों में पैदा होने वाले बच्चों को भी स्कूलों में आसानी से स्वीकार नहीं किया जाता। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के मुताबिक, पुलिस को यौनकर्मियों की शिकायतों को गम्भीरता से लेना है; लेकिन पुलिस पर अक्सर लापरवाही के आरोप लगते रहते हैं। पुनर्वास, समान अधिकार और सुरक्षा सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के मुख्य विषय प्रतीत होते थे। लेकिन यह खोजी रिपोर्ट एक बड़ा सवाल खड़ा करती है कि क्या वे सम्मान के साथ ज़िन्दगी जीने के अधिकारी नहीं?