अभी गुजरात के एक कोचिंग सेंटर में भीषण आग और २२ छात्रों की ज़िन्दगी जाने की ख़बरों के स्याही सूखी भी नहीं है कि बुधवार को राजधानी दिल्ली के जनकपुरी में एक गर्ल्स हॉस्टल में भीषण आग लग गई। आग की इस घटना में ६ लड़कियां ध्येन के कारण बेहोश हो गईं।
जानकारी के मुताबिक अचानक आग फैलने से हॉस्टल में खौफ का माहौल बन गया और अफरातफरी मच गयी। खौफजदा एक लड़की ने जान बचाने के लिए हॉस्टल की पहली मंजिल से नीचे छलांग लगा दी। जानकारी के मुताबिक ५० छात्राओं को हॉस्टल से रेस्क्यू कर लिया गया है। धुएं में बेहोश हुईं ६ लड़कियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि दक्षिणी दिल्ली के जनकपुरी स्थित कावेरी हॉस्टल के बेसमेंट में इलेक्ट्रिक पैनल में बुधवार तड़के करीब तीन बजे आग की यह घटना हुई। आग फैलते-फैलते ग्राउंड फ्लोर तक पहुंच गई जहां लड़कियां रहती हैं। आग की लपटें देखते ही चीख-पुकार मच गई। हॉस्टल प्रशासन ने तुरंत आग की सूचना दी, जिससे मौके पर पहुंची तीन फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया।
याद रहे पिछले हफ्ते ही गुजरात के सूरत में चौथी मंजिल पर चल रहे एक कोचिंग सेंटर में आग लगने से २२ छात्रों की मौत हो गई थी। इस दौरान बहुत से छात्रों ने बिल्डिंग से कूदकर अपनी जान बचाई थी।
दिल्ली के छात्रावास में आग, ६ लड़कियां बेहोश
वाड्रा को ईडी ने कल पूछताछ के लिए बुलाया
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय ने गुरूवार को धनशोधन मामले में समन किया है। वाड्रा से ३० मई को दिल्ली में पूछताछ की जाएगी।
वाड्रा को सुबह १०.३० बजे ईडी के सामने पेश होना होगा। जानकारी के मुताबिक ईडी की टीम वाड्रा से लंदन की प्रॉपर्टी और उनके करीबी संजय भंडारी के बारे में सवाल कर सकती है। ईडी का दावा है कि लंदन में प्रॉपर्टी को गलत तरीके से खरीदा गया है और इसमें कथित तौर पर कालेधन का इस्तेमाल किया गया है।
यद् रहे इससे पहले ईडी ने दिल्ली हाई कोर्ट में रॉबर्ट वाड्रा की जमानत खारिज करने की अपील की थी। ईडी की इस अर्जी पर हाई कोर्ट ने रॉबर्ट वाड्रा को नोटिस भी जारी किया है और कहा है कि क्यों न उनकी जमानत रद्द कर दी जाए।
ईडी की तरफ से कोर्ट में कहा गया था कि क्योंकि रॉबर्ट वाड्रा जानते हैं उनकी गिरफ्तारी नहीं की जा सकती इसीलिए वह किसी सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं। ईडी के मुताबिक ऐसे में उनकी जमानत खारिज होना जरूरी है, क्योंकि ईडी उनको हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती है। कोर्ट ने वाड्रा को नोटिस भेजते हुए केस की अगली सुनवाई के लिए १७ जुलाई का दिन तय किया है।
निचली अदालत ने बगैर अनुमति देश न छोड़ने और जरूरत पड़ने पर जांच में शामिल होने की शर्त पर वाड्रा को एक अप्रैल को अग्रिम जमानत दी थी। ईडी ने निचली अदालत के इस फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी है।
पूरा मामला विदेशों में रॉबर्ट वाड्रा की १९ लाख पाउंड की संपत्ति के मालिकाना से जुड़ा है जिसमें टैक्स से बचने के लिए अघोषित विदेशी संपत्ति होने का आरोप है। ईडी पहले भी रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ कर चुकी है। उनसे अब तक करीब ५९ घंटे की पूछताछ हो चुकी है।
नवीन पटनायक पांचवीं बार बने सीएम
नवीन पटनायक बुधवार को लगातार पांचवीं बार ओडिशा के मुख्यमंत्री बन गए।
भुवनेश्वर में एक सार्वजनिक समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने उन्हें और २० मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सीएम सहित सरकार में मंत्रियों की संख्या २१ है।
पटनायक लगातार पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने हैं जिससे सूबे में उनकी लोकप्रियता का पता चलता है। उनके २० मंत्रियों में से करीब आधे पहली बार मंत्री बने हैं। शपथ ग्रहण समारोह से पहले, ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने मंगलवार की शाम को पटनायक की सिफारिश पर ११ केबिनेट और नौ राज्य मंत्रियों की नियुक्ति की। पटनायक से पहले मात्र दो मुख्यमंत्री पश्चिम बंगाल में ज्योति बसु और सिक्किम में पवन चामलिंग लगातार पांच बार मुख्यमंत्री रहे। हिमाचल में वीरभद्र सिंह भी पांच बार सीएम बने हैं हालाँकि वे लगातार सीएम नहीं रहे। चुनाव से पहले यह कयास लग रहे थे कि भाजपा के बढ़ते प्रभाव के चलते ओडिशा में बंटा जनादेश आ सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बीजेडी ने नवीन पटनायल की लोकप्रियता के बूते ११२ सीटों पर जीत दर्ज की। याद रहे २०१४ में पटनायक की पार्टी ने ११७ सीटें जीती थीं लिहाजा उसकी लोकप्रियता में कोइ ख़ास फर्क नहीं दिखा है।
शपथ ग्रहण समारोह में नवीन पटनायक की बहन और जानी मानी लेखिका गीता मेहता भी उपस्थित थीं। केबिनेट मंत्रियों में झारसुगुडा के विधायक नबा किशोर दास और तितलागढ़ के विधायक टुकुनी साहू भी हैं जो नए चेहरे हैं। नौ राज्य मंत्रियों में भी अशोक पांडा को छोड़ अन्य सभी नए हैं।
एकता संग 14 किमी पैदल पहुंच, सिद्धिविनायक के दर्शन किए स्मृति ने
लोकसभा इलेक्शन में अमेठी सीट पर ऐतिहासिक जीत के बाद स्मृति इरानी मुंबई के सिद्धिविनायक गणपति मंदिर पहुंची। 14 किलोमीटर पैदल यात्रा के दौरान स्मृति के साथ उनकी मित्र एकता कपूर भी थीं। एकता ने इंस्टाग्राम और ट्विटर पर सेल्फि शेयर करते हुए कैप्शन लिखा -सिद्धिविनायक तक 14 किमी चलने के बाद का ग्लो। इस पोस्ट पर स्मृति का कमेंट था -यह भगवान की इच्छा थी, भगवान दयालु हैं।
स्मृति के साथ एक विडियो शेयर करते हुए
एकता उवाच -14 किमी तक बिना जूते के सिद्धि विनायक मंदिर। ओ गॉड, मुझे यकीन नहीं हो रहा है।
स्मृति उवाच- यह भगवान की मर्जी है।
तकरीबन आठ साल तक टीवी सीरियल क्योंकि सास भी कभी बहू थी में तुलसी के आदर्श बहु के रूप में घर-घर पहचान बनाने वाली स्मृति इरानी ने बीजेपी ज्वाइन कर राजनीति में तेजी से पहचान बनाई है । अमेठी में राहुल को हराकर स्मृति ने गांधी परिवार का 39 साल के दबदबे को तोड़ दिया है।
बंगाल में विधायकों का दलबदल
पश्चिम बंगाल से तीन बड़ी ख़बरें हैं। पहली तो यह कि विधानसभा चुनाव से पहले ही भाजपा ने ”आपरेशन बंगाल” शुरू कर दिया है। मंगलवार को ममता बनर्जी की तृणमूल के दो और सीपीएम का एक विधायक ही नहीं बल्कि ६२ पार्षद भी दिल्ली जाकर भाजपा में शामिल हो गए। इसके अलावा ममता ने अपने मंत्रिमंडल में मंगलवार देर शाम फेरबदल किया है। तीसरी खबर यह है कि ममता मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकती हैं।
पहले बात चुनाव नतीजों के बाद बंगाल में दलबदल की शुरुआत की। भाजपा ने बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपनी ”खुन्नस” निकालने की शुरुआत उनके दो विधायकों को अपने पाले में करके की है। यही नहीं माकपा का विधायक भाजपा में शामिल हो गया है। इसके आलावा करीब ६२ पार्षद भी दलबदल करके भाजपा में चले गए।
इन सब घटनाओं के बीच ममता ने मंगलवार देर शाम अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है। कुछ मंत्रालयों की जिम्मेवारी बदली गयी है।
घटनाओं की शुरुआत तृणमूल कॉन्ग्रेस (टीएमसी) के दो विधायकों और ५० पार्षदों के भाजपा में शामिल होने से हुई। माकपा के विधायक देबेन्द्रनाथ रॉय भी भाजपा में शामिल हो गए जिससे कभी बंगाल की इस ताकतवर पार्टी को भी झटका लगा है। इन सभी ने बंगाल भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिल्ली के अशोक रोड स्थित पार्टी मुख्यालय में ग्रहण की।
पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान टीएमसी के ४० विधायकों के ”उनके संपर्क” में होने का दावा किया था। कैलाश विजयवर्गीय ने पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि बंगाल के तीन विधायक और काफी पार्षद भाजपा में आने वाले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आगे और ”चरण” अभी बाकी हैं और भाजपा में और लोग शामिल होंगे।
लोकसभा चुनाव में हार :शरद पवार ने एक जून को एनसीपी लीडर्स, एमपी की बैठक बुलाई।
लोकसभा चुनावों में एनसीपी- कांग्रेस एलायंस के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने मीटिंग बुलाई है। महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटों में से एलायंस
केवल पांच सीटों पर ही जीत पा सकी , जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी-शिवसेना एलायंस को 41 सीटों पर शानदार जीत मिलीं।
शरद पवार ने राज्य में राजनीतिक स्थिति का जायजा लेने के लिए अपनी पार्टी के लीडरान और एमपीज की मीटिंग बुलाई है।
एनसीपी स्पोक पर्सन नवाब मलिक के अनुसार पवार द्वारा बुलाई बैठक मुंबई के वाई वी चह्वाण केंद्र में एक जून को होगी।
महाराष्ट्र बोर्ड के 12वीं के नतीजे घोषित, maharesult.nic.in पर मैसेज के जरिए पाएं रिजल्ट।
महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन (MSBSHSE) 12वीं कक्षा के रिजल्ट जारी हो चुके हैं। रिजल्ट महाराष्ट्र बोर्ड की ओफिशियल वेबसाइट mahresult.nic.in पर जारी किए गए हैं। इस परीक्षा में 90.25% लड़कियां और 82.40% लड़के पास हुए हैं। कुल प्रतिशत 85.88% बच्चे पास हुए हैं।
महाराष्ट्र बोर्ड ने 12वीं कक्षा की परीक्षा का आयोजन 21 फरवरी से 20 मार्च 2019 तक किया था, जिसमें 14,21,936 लाख छात्र शामिल हुए थे।
ऐसे करें चेक:
महाराष्ट्र के वेब पोर्टल mahresult.nic.in पर लॉग इन करें
महाराष्ट्र एचएससी रिजल्ट मार्च 2019 टैब पर क्लिक करें
अपना रोल नंबर दर्ज करें ।अपनी मां का नाम दर्ज कर सबमिट पर क्लिक करें।
आपका रिजल्ट आपके स्क्रीन पर दिखने लगेगा
आप चाहें तो प्रिंट आउट भी ले सकते हैं
मैसेज के जरिए ऐसे करें चेक:
महाराष्ट्र 12 वीं के रिजल्ट को (SMS) एसएमएस के जरिए चेक करने के लिए MHHSC स्पेस (सीट नंबर) टाइप कर और 57766 पर भेज दें।
इन वेबसाइट्स पर भी कर सकते हैं रिजल्ट चेक-
examresults.net
indiaresults.com mahahsscboard
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में जहरीली शराब से हुई 12 लोगो की मौत
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में जहरीली शराब कांड में सरकारी ठेके से शराब पीकर मरने वालों की संख्या 6 से बढ़कर 12 हो चुकी है और अभी यह संख्या और अधिक बढ़ने की आशंका है।
मरने वालों में इन लोगों का ब्यौरा इस प्राप्त हुआ हैं–
1. सोनू पुत्र सुरेश (25)।
2. राजेश (35) पुत्र सालिक राम।
3. रमेश (35) पुत्र छोटेलाल।
4. सोनू (25) पुत्र छोटेलाल।
5. मुकेश (28)
पुत्र छोटे लाल।
6. छोटेलाल (60) पुत्र घूरू। (राजेश, रमेश, सोनू व छोटेलाल एक ही परिवार के हैं।)
7. सूर्यभान पुत्र सूर्य बख्श।
8. राजेंद्र वर्मा पुत्र जगमोहन निवासी उमरी।
9. महेंद्र पुत्र कप्तान सिंह निवासी सेमराय।
10. महेंद्र पुत्र दलगंजन निवासी ततेहरा।
बाराबंकी में जहरीली शराब से मौतों पर डीजीपी ने इंस्पेक्टर रामनगर राजेश कुमार सिंह और सीओ रामनगर पवन गौतम को सस्पेंड कर दिया है। आईजी फैजाबाद को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला आबकारी अधिकारी एसएन दुबे सहित आबकारी विभाग के 5 हेड कांस्टेबल और 5 सिपाही भी सस्पेंड किया जा चुका है।
उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री आदित्य योगी नाथ ने प्रमुख सचिव आबकारी को और जिला प्रशासन बाराबंकी को सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
इसबीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद बाराबंकी में शराब से हुई लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया।
भाजपा की ऐतिहासिक जीत के जश्न के माहौल विजयोत्सव रंग में भंग डालने वाले इस दर्दनाक हादसे से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अत्यंत नाराज़ हैं।
सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए राजीव कुमार
सीबीआई की तरफ से शारदा चिट फंड मामले में सबूतों को नष्ट करने के आरोपी, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खास अधिकारी माने जाने वाले आईपीएस राजीव कुमार सोमवार को सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए। पिछली रात सीबीआई के अधिकारियों ने उनके घर जाकर उन्हें समन दिया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक राजीव कुमार के कार्यालय के दो पुलिस अधिकारियों ने समन के अनुपालन के लिए उन्हें एक सप्ताह देने के अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि कुमार अभी अपने गृहराज्य उत्तर प्रदेश में छुट्टी पर हैं और जल्द ही वापस आ जाएंगे।
सीबीआई ने पहले ही आव्रजन अधिकारियों से कहा है कि वे कोलकाता पुलिस आयुक्त को देश से बाहर न जाने दें। शारदा चिट फंड मामले में जांच के सिलसिले में सीबीआई अधिकारियों ने उन्हें अपने कार्यालय में बुलाया था। बता दें कि २०१४ में सीबीआई द्वारा मामला संभालने से पहले राजीव कुमार के एक विशेष जांच दल ने चिट फंड मामले की जांच की थी। सीबीआई का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस से जुड़े नेताओं को बचाने के लिए कुमार ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की।
जांच एजेंसी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि कुमार ने एसआईटी के प्रभारी होने पर महत्वपूर्ण रिकॉर्ड वाले मोबाइल फोन और लैपटॉप ले जाने की अनुमति दी थी। सुप्रीम कोर्ट के चुनावी संरक्षण की अवधि खत्म होने के बाद, सीबीआई ने अब अपनी कार्यवाही तेज़ कर दी है।










