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पंचतत्व में विलीन सुषमा

हज़ारों हज़ार नाम आँखों के बीच सुषमा स्वराज बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गईं। उनकी अंतिम यात्रा में लाल कृष्ण आडवाणी, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायुडू, पीएम मोदी, अमित शाह और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद सहित कई बड़े- छोटे नेता शामिल हुए।

उनकी बेटी बांसुरी, पति स्वराज कौशल ने लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में सुषमा की अंतिम रस्में पूरी कीं। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। बुधवार को अंतिम सफर पर निकलते हुए उनकी चिरपरिचित बड़ी सी लाल गोल बिंदी सुषमा के माथे पर दमक रही थी। ऐसा लग रहा था मानों लाल जोड़े में लिपटीं सुषमा अभी बोल पड़ेंगी।

उनके अंतिम संस्कार के मौके पर लाल कृष्ण आडवाणी, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायुडू, पीएम मोदी, गृह मंत्री/ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस नेता गुलाम नबी, पूर्व मंत्री आनंद शर्मा सहित कई मंत्री, मुख्यमंत्री, विभिन्न दलों के नेता उपस्थित थे। इनके अलावा देश के कई हिस्सों से पार्टी कार्यकर्ता और आम लोग सुषमा के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।

इससे पहले पीएम मोदी, सोनिया गांधी सहित तमाम बड़े नेताओं ने उनके आवास पर जाकर सुषमा को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री मोदी ने सुषमा स्वराज के निधन पर कहा कि भारतीय राजनीति के एक गौरवशाली अध्याय का अंत हो गया।

मोदी ने ट्वीट किया – ”असाधारण नेता के निधन से भारत शोकाकुल है। हम भूल नहीं सकते कि कैसे पूर्व विदेश मंत्री बिना थके काम करती थीं। यहां तक कि जब उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था तब भी वह अपने काम के साथ न्याय करने के लिए जो कर सकती थीं करती थीं और अपने मंत्रालय के मसलों से वाकिफ रहती थीं।”

पीएम ने ट्वीट किया – ”भारतीय राजनीति में एक गौरवशाली अध्याय का अंत हो गया।  भारत एक असाधारण नेता के निधन से शोकसंतप्त है, जिन्होंने जनसेवा और निर्धनों के जीवन में सुधार के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. सुषमा जी अपने आप में अलग थीं और करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणास्रोत थीं।”

विराट बोले, ऋषभ पंत हमारा भविष्य

युवा बल्लेबाज-विकेटकीपर ऋषभ पंत को कप्तान विराट कोहली से भरपूर प्रशंसा मिली है। विराट ने ऋषभ को भारतीय क्रिकेट का भविष्य बताया है। मंगलवार को वेस्ट इंडीज के साथ तीसरे टी-२० में ऋषभ ने लाजवाब पारी खेलते हुए ४२ गेंदों पर ६५ रन बनाये थे और कप्तान कोहली के साथ सौ से ज्यादा रन की साझेदारी की थी।

यही नहीं टी-२० में भारत की तरफ से ऋषभ पंत सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी हो गए हैं । उन्होंने दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी का रेकॉर्ड तोड़ा। टीम इंडिया ने वेस्ट इंडीज को तीसरे और आखिरी टी२० इंटरनैशनल मैच में ७ विकेट से हराकर ३ मैचों की सीरीज ३-० से जीत ली।

मैच के बाद टीम के प्रदर्शन पर तो कप्तान विराट कोहली ने संतोष जताया। विराट ने युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की जमकर तारीफ की। पत्रकारों ने ऋषभ को लेकर सवाल पूछा तो कोहली ने कहा – ”हम उन्हें भविष्य के रूप में देख रहे हैं। उनके पास भरपूर काबिलियत और भरपूर प्रतिभा है। हमें उनको वक्त देना चाहते हैं और उन पर कोई दबाव नहीं रखना चाहते।”

पंत की तारीफ करते हुए विराट ने कहा कि पंत यहां लंबे संघर्ष के बाद यहां पहुंचे हैं।  जब से उन्होंने शुरुआत की है। विराट ने कहा – ”हम एक प्रोफेशनल टीम बनना चाहते हैं। अब हमारी निगाहें वनडे और टेस्ट पर भी हैं।”

कोहली की यह तारीफ़ ऋषभ के लिए इसलिए भी अहम् है क्योंकि फ्लोरिडा में खेले गए पहले दो मैचों में पंत फ्लॉप रहे थे। पंत ने शून्य और चार रन ही बना पाए थे। फिर भी कप्तान कोहली ने उनपर भरोसा दिखाया और उनके भरोसे पर खरा उतरते हुए खुद को साबित किया। अपनी पारी में पंत ने ४२ गेंदों पर नाबाद ६५ रन की पारी खेली जिसमें चार चौके और इतने ही छक्के थे।

जेके का विशेष राज्य दर्जा ख़त्म करने के बिलों पर राष्ट्रपति ने मुहर लगाई

जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाली धारा ३७० के प्रावधानों को निरस्त करने की राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने घोषणा की है। सोमवार को राज्य सभा और मंगलवार को लोक सभा में इससे जुड़ा संकल्प पारित होने के बाद राष्ट्रपति ने इस पर मुहर लगा दी है।

इससे जुड़ी अधिसूचना में कहा गया है – ”भारत के संविधान के अनुच्छेद ३७० के खंड १ के साथ पठित अनुच्छेद ३७० के खंड ३ की प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए राष्ट्रपति संसद की सिफारिश पर यह घोषणा करते हैं कि ६ अगस्त, २०१९ से उक्त अनुच्छेद के सभी खंड लागू नहीं होंगे… सिवाय खंड १ के।”

गौरतलब है कि भाजपा नेतृत्व वाली सरकार ने सोमवार को राज्य सभा में जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान धारा ३७० के प्रावधानों को निरस्त करने और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने का प्रस्ताव पेश किया था। उसी दिन यह राज्यसभा में पारित भी हो गया था। लोकसभा ने धारा ३७० के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के प्रस्ताव संबंधी संकल्प भारी बहुमत से मंगलवार को स्वीकृति दी। अब केंद्र सरकार के सारे कानून जम्मू-कश्मीर में भी लागू होंगे। विपक्ष के दलों कांग्रेस और अन्य ही नहीं एनडीए के सहयोगी जेडीयू  विरोध किया है।

भाजपा विधायक बोले ‘कश्मीरी गोरियों से कर पाएंगे अब शादी’

जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म करने के बाद उत्तर प्रदेश के एक भाजपा विधायक ने बेहद कड़वे बोल बोले हैं। एक बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी में भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी ने कहा कि ”पार्टी के कार्यकर्ता उत्साहित हैं क्योंकि वो कश्मीर की गोरी लड़कियों से शादी कर पाएंगे।” उनके इस विवादित ब्यान के वीडियो के वायरल होते ही उन्हें  रहा है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह वायरल वीडियो धारा ३७० खत्म किए जाने पर आयोजित एक कार्यक्रम का है जिसमें वे यह विवादित टिप्पणी करते दिख रहे हैं। वीडियो में विधायक कहते सुने जा सकते हैं – ”कार्यकर्ता बहुत उत्सुक हैं और जो कुंवारे हैं, उनकी शादी वहीं करवा देंगे, कोई दिक्कत नहीं है। क्या दिक्कत है? पहले वहां महिलाओं पर कितना अत्याचार था। वहां की लड़की अगर किसी उत्तर प्रदेश के लड़के से शादी कर ले, तो उसकी नागरिकता खत्म। भारत की नागरिकता अलग, कश्मीर की अगल… और जो मुस्लिम कार्यकर्ता हैं यहां पर उनको खुशी मनानी चाहिए… शादी वहां करना, कश्मीरी गोरी लड़की से। खुशी मनानी चाहिए। चाहे हिंदू, मुस्लमान कोई हो। ये पूरे देश के लिए उत्साह का विषय है।”

विधायक ने आगे कहा – ”मोदीजी आपने मेरा सपना पूरा कर दिया। पूरा भारत खुश है। सारी जगह नगाड़े बज रहे हैं। पूरा उल्लास है। चाहे वो लद्दाख हो, लेह हो। मैंने कल फोन किया… हमारे एक जानने वाले हैं। कोई मकान है… मैं कश्मीर में घर बनाना चाहता हूं। वहां हर चीज खूबसूरत है- जगह, पुरुष और महिलाएं। सबकुछ।”

बाद में मीडिया ने जब विधायक सैनी से उनके विवादित बयान पर टिप्पणी करने को कहा तो उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सैनी ने कहा – ”अब हर कोई बिना किसी परेशानी के कश्मीरी लड़की से शादी कर सकता है। यही सब मैंने कहा है और ये सच है। ये कश्मीर के लोगों के लिए आजादी है। अब, कश्मीरियों को आजादी मिली है।”

रैपो दरों में लगातार चौथी बार कमी

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट में ३५ बेसिस प्‍वाइंट की कटौती का फैसला किया है। यह फैसला बुधवार को मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में किया गया। इस फैसले से होम लोन की दरों में कमी आएगी।

आम लोगों को बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट में ३५ बेसिस प्‍वाइंट की कटौती का फैसला किया गया है। इस कटौती के बाद रेपो रेट ५.४० फीसदी पर आ गया है। इससे पहले रेपो रेट की दर ५.७५ फीसदी थी।

उधर आरबीआई ने चालू वित्‍त वर्ष के लिए जीडीपी के अनुमान को भी ७ फीसदी से घटाकर ६.९ फीसदी कर दिया है। केंद्रीय बैंक की ओर से यह फैसला ऐसे समय में किया गया है जब मोदी सरकार ५ ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लक्ष्‍य को हासिल करने के लिए ८ फीसदी जीडीपी ग्रोथ हासिल करने के लिए रात-दिन एक कर रही है। इसके पहले जून में भी रिजर्व बैंक ने ग्रोथ का अनुमान ७.२ फीसदी से घटाकर ७.०  फीसदी कर दिया था।

जानकारों के मुताबिक रेपो रेट कम होने के बाद बैंकों पर होम और ऑटो लोन पर ब्‍याज दर कम करने का दबाव बढ़ेगा। आरबीआई की ओर से रिवर्स रेपो रेट में भी कटौती की गई है। रिवर्स रेपो रेट घटकर अब ५.१५ फीसदी हो गया है। पहले यह दर ५.५० फीसदी थी। रिवर्स रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंकों को उनकी ओर से आरबीआई में जमा धन पर ब्याज मिलता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरबीआई के ६ सदस्‍यीय मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी के २ सदस्‍य चेतन घटे और पामी दुआ ०.३५ फीसदी की कटौती नहीं बल्कि ०.२५  फीसदी कटौती चाहते थे। चार सदस्यों रविंद्र ढोलकिया, देवब्रत पात्रा, बिभु प्रसाद और गवर्नर शक्तिकांत दास ने ०.३५ कटौती का समर्थन किया।

हमारी जांच में विधायक सेंगर पर रेप के आरोप सही: सीबीआई

सीबीआई ने बुधवार को दिल्ली की तीस हज़ारी कोर्ट को बताया है कि उन्नाव रेप कांड की उसकी जांच से जाहिर होता है कि भाजपा के बर्खास्त विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर ४ जून, २०१७ को पीड़िता से दुष्कर्म और शशि सिंह के साजिश में शामिल होने के आरोप सही हैं। इसी पर चार्जशीट भी दायर की गई थी।

सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद इस मामले को लेकर अब दिल्ली की तीस हजारी अदालत में सुनवाई हो रही है। आरोपी बर्खास्त भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के वकील भी अदालत में दलील रख रहे हैं। सीबीआई ने आज जज से कहा कि उसकी जांच में पता चला है कि आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर पर ४ जून, २०१७ को पीड़िता के साथ रेप करने और शशि सिंह के साजिश में शामिल होने के आरोप सही हैं।

अदालत में सीबीआई ने बताया कि शशि सिंह ने पीड़िता को नौकरी दिलाने के बहाने कुलदीप सिंह सेंगर के घर ले गया। पीड़िता ने सीबीआई को जो बयान दिए उसको सीबीआई ने जज के सामने रखा। सीबीआई ने कहा कि उस वक्त घर पर कोई मौजूद नहीं था। वहां पर सुरक्षा कर्मी भी नहीं थे। मैंने (पीड़िता) अपने घर में किसी को भी बात नहीं बताई। शशि मुझे पीछे के दरवाजे से घर के अंदर ले गया। मैं जब घर के अंदर प्रवेश कर रही थी तभी कुलदीप सिंह सेंगर मुझे दिखा। उसने मेरा हाथ खींचा और कमरे के अंदर ले गया।

आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया। आरोपी सेंगर खुद को निर्दोष बता रहे हैं। सीबीआई उन पर लगातार शिकंजा कसती जा रही है।

पीड़िता को भी इलाज के लिए एम्स, दिल्ली लाया गया है। इससे पहले उन्नाव रेप केस के तीन मामलों की मंगलवार को तीस हजारी कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिया कि परिवार वालों के रहने की उचित व्यवस्था एम्स के आस-पास की जाए। साथ ही सीबीआई से गवाहों की सुरक्षा पर सील बंद रिपोर्ट मांगी गई।

सुषमा को श्रद्धांजलियों का तांता

पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज के निधन पर देश भर में शोक है। दिल्ली में उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा है। सुबह से ही नेता और प्रशंसक उनके निवास पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे और अब उनकी पार्थिव देह भाजपा मुख्यालय लाई गयी है ताकि वहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकें। सुषमा का पिछली रात करीब ९.३० बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, राहुल गांधी जैसे बड़े नेताओं ने सुषमा के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये और परिजनों से संवेदना जताई। उधर राज्य सभा की आज की कार्यवाही शुरू होते ही सुषमा को श्रद्धांजलि दी गयी।
पीएम मोदी सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल से मुलाकात की और संवेदना प्रकट की। इस दौरान मोदी भावुक भी हुए। आडवाणी भी परिजनों से मिलते हुए सुबक पड़े। अपनी साथी को खोने का दर्द उनके चेहरे पर साफ झलक रहा था। आडवाणी के साथ उनकी पुत्री प्रतिभा आडवाणी भी थीं।

सुषमा को श्रद्धांजलि देने के लिए गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, राहुल गांधी और अन्य कई नेता उनके निवास पर पहुंचे। सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने पहुंचे समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव भावुक हो गए। सुषमा के पति स्वराज से मिलते वक्त वह अपने आंसू नहीं रोक पाए।

सुषमा के निधन पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। कई केन्द्रीय मंत्री, भाजपा और कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता और कई अन्य लोग रात में ही उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे गए थे। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद न केवल पिछली रात ही अस्पताल पहुंचे रात को ही सुषमा के आवास पर  भी गए।

इस बीच दिल्ली सरकार ने सुषमा स्वराज के निधन पर दो दिन का राजकीय शोक का ऐलान किया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस निर्णय की घोषणा की।

आज सुबह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सुषमा स्वराज को उनके घर पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव, भाजपा सांसद रवि किशन, नेता कैलाश विजयवर्गीय, हेमा मालिनी, बाबा रामदेव आदि अन्य कई नेता भी सुषमा को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर पहुंचे। अब सुषमा की पार्थिव देह २.३० बजे तक अंतिम दर्शन के लिए भाजपा कार्यालय में रखा जाएगा।  उनका अंतिम संस्कार ३ बजे लोधी रोड स्थित शमशान घाट पर किया जाएगा।

विदेश से भी सुषमा के निधन पर शोक सन्देश आ रहे हैं। बंगलादेश की पीएम शेख  हसीना ने पिछली रात ही सुषमा के निधन पर ट्वीट कर शोक सन्देश दिया। नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली, अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, फ्रांस के राजदूत एलेक्जेंडर जीग्लर, मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहीद ने शोक जताया है।

देश के विभिन्न हिस्सों में सुषमा के निधन की खबर से शोक है। कार्यकर्ता विश्वास  पा रहे कि सुषमा अब उनके बीच नहीं रहीं। दूर-दूर से उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए भाजपा कार्यकर्ता दिल्ली पहुँच रहे हैं।

सुषमा स्वराज का निधन

दिग्गज भाजपा नेता सुषमा स्वराज का निधन हो गया है। उनका निधन रात करीब ११. ०५ बजे एम्स में हुआ। उन्हें दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती किया  गया था। उनका कुछ महीने पहले किडनी का ट्रांसप्लांट भी हुआ था।  सुषमा ने लोक सभा का चुनाव नहीं लड़ा था। भाजपा के तम्माम बड़े नेता एम्स पहुँच रहे हैं। उनके निधन पर शोक जताया गया है।

सौम्या चेहरे वाली सुषमा का जाना भारतीय राजनीति का एक बड़ा नुक्सान है। उनके निधन कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर उनके निधन पर गहरा शोक जताया है। सुषमा स्वराज का जन्म १४ फरवरी, १९५२ को हरदेव शर्मा और लक्ष्मी देवी के घर  अंबाला छावनी में हुआ था।  पिता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक प्रतिष्ठित सदस्य थे। इन्होंने राजनीति विज्ञान और संस्कृत जैसे प्रमुख विषयों से अंबाला छावनी के एसडी कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। सुषमा स्वराज ने चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय के कानून विभाग से एलएलबी की डिग्री हासिल की। १९७० में इन्होंने, अंबाला छावनी के एसडी कॉलेज से सर्वश्रेष्ठ छात्रा का पुरस्कार प्राप्त किया।

वे १९७७-१९८२ और १९८७-१९९९ के दौरान दो बार हरियाणा से और १९९८ में एक बार दिल्ली से विधायक बनीं। अक्टूबर १९९८ में इन्होंने दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री का पद संभाला। १९७७ में सुषमा स्वराज सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री बनीं, उस समय उनकी आयु २५ वर्ष थी। १९९६ में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में तेरह दिन की सरकार के दौरान, इन्होंने सूचना और प्रसारण की केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में लोकसभा वार्ता के लाइव प्रसारण का एक क्रांतिकारी कदम उठाया था। वर्तमान में सुषमा स्वराज भारतीय जनता पार्टी की अखिल भारतीय सचिव के साथ साथ पार्टी की आधिकारिक प्रवक्ता भी हैं।

सुषमा की रुचि शास्त्रीय संगीत, कविता, ललित कला और नाटक में भी थी। इन्हें कविता और साहित्य पढ़ना भी अच्छा लगता था। सुषमा स्वराज को लगातार तीन वर्षों तक एसडी कॉलेज के एनसीसी की सर्वश्रेष्ठ सैनिक छात्रा घोषित किया गया। हरियाणा के भाषा विभाग द्वारा आयोजित एक राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उन्हें लगातार तीन वर्षों तक सर्वश्रेष्ठ हिंदी वक्ता पुरस्कार प्रदान किया गया। वह ए.सी. बाली मेमोरियल घोषणा प्रतियोगिता में पंजाब विश्वविद्यालय की सर्वश्रेष्ठ हिंदी वक्ता बन गईं। उन्होंने भाषण प्रतियोगिताओं, वाद विवाद प्रतियोगिताओं, नाटकों और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में कई पुरस्कार जीते हैं। वह चार साल तक  राज्य के हिंदी साहित्य सम्मेलन की अध्यक्षा भी रहीं।

सुषमा स्वराज ने १३ जुलाई, १९७५ को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के एक वरिष्ठ वकील  स्वराज कौशल, जो कि एक क्रिमिनल लॉयर हैं, से विवाह किया। स्वराज कौशल १९९० में देश के सबसे कम उम्र के राज्यपाल बने थे। 1990 से 1993 के दौरान श्री स्वराज कौशल ने मिजोरम के राज्यपाल के रूप में सेवा की। 1998 से 2004 तक, वे संसद सदस्य रहे। स्वराज दम्पत्ति की एक पुत्री है जिनका नाम बांसुरी है, जिन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक किया है और इस समय लंदन के इनर टेम्पल में वकालत कर रही हैं।

नई पीढ़ी की नेता मानी जाने वाली सुषमा स्वराज ने भारतीय राजनीति में अपनी शुरुआत वर्ष 1970 में छात्र नेता के रूप में की थी। इन्होंने इंदिरा गांधी की सरकार के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन आयोजित किए थे। वह एक आसाधारण वक्ता और प्रचारक हैं, जिन्होंने जनता पार्टी में शामिल होने के बाद आपातकाल के विरोध में सक्रिय रूप से भाग लिया था। भारतीय राजनीति में इनकी भूमिका ने इन्हें पहले दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री और बाद में विपक्ष की पहली महिला नेता का पद दिलाया। इन्होंने हरियाणा में महज़ २७ साल की उम्र में ही जनता पार्टी की राज्य अध्यक्षा का पद संभाला था।
साल 1979 में, 27 साल की उम्र में, वह हरियाणा में जनता पार्टी की राज्य अध्यक्ष बनीं। सुषमा स्वराज को राष्ट्रीय स्तर की राजनीतिक पार्टी की पहली महिला प्रवक्ता होने का गौरव प्राप्त है। वह पहली महिला मुख्यमंत्री भी हैं। वह पहली महिला केंद्रीय कैबिनेट मंत्री भी हैं। सुषमा स्वराज विपक्ष की पहली महिला नेता भी हैं। सुषमा स्वराज का राजनीतिक सफर सुषमा स्वराज चार साल तक जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्या रह चुकी हैं।

सुषमा स्वराज नाजुक, एम्स में भर्ती

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को अचानक सेहत बिगड़ने के कारण एम्स, दिल्ली में भर्ती किया गया है। जानकारी के मुताबिक शाम को अचानक उनकी तबियत बिगड़ने के कारण के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। अपुष्ट ख़बरों के मुताबिक उन्हें दिल का दौरा भी पड़ा है। उनकी स्थिति बेहद गंभीर बताई गयी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह, नितिन गडकरी के अलावा भाजपा के बड़े नेता इस समय एम्स पहुँच रहे हैं। डाक्टर उनकी स्थिति में सुधार के पूरी कोशिश कर रहे हैं। अभी तक की ख़बरों के मुताबिक उनके हालत नाजुक बताई जा रही है।

धारा ३७० पर राष्ट्रपति के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में दी चुनौती

जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाली धारा ३७० को हटाने वाले राष्ट्रपति के आदेश से जुड़ा बिल भले राज्य सभा और लोक सभा दोनों में पास हो गया है, इसे कानूनी चुनौती देने की भी शुरुआत हो गयी है। राष्ट्रपति के ऑर्डर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को एक याचिका दायर की गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस याचिका में याचिकाकर्ता ने कोर्ट में  दावा किया है कि यह प्रक्रिया असंवैधानिक है। गौरतलब है कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में अनुच्छेद-३७० के खंड १ के अलावा अन्य खंडों को हटाने वाला संकल्प-पत्र पेश किया था।
अब मंगलवार को एक याचिका वकील मनोहर लाल शर्मा ने दालत में दायर की है। अभी कोर्ट की तरफ से याचिका पर सुनवाई की तारीफ मुकर्रर नहीं की गई है। अपनी याचिका में
याचिकाकर्ता के मुताबिक आर्टिकल ३७० को हटाने के लिए सरकार ने आर्टिकल ३६७ में जो संशोधन किया है, वह असंवैधानिक है।
याचिका में कहा गया है कि सरकार ने मनमाने और असंवैधानिक ढंग से ये बदलाव किया। याचिका में सुप्रीम कोर्ट से अपील की गई है कि इस अधिसूचना को असंवैधानिक घोषित कर रद्द किया जाए।
इससे पहले पूर्व आईएएस शाह फैसल की पार्टी से जुड़ीं शेहला रशीद ने भी इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही थी। शेहला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार को गवर्नर से और संविधान सभा को विधानसभा से बदलकर यह कदम उठाया गया है, जो संविधान के साथ धोखा है।