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दिल्ली में आतंकी घुसने की सूचना के बाद सुरक्षा कड़ी

जम्मू कश्मीर में धारा ३७० हटने के बाद वहां कड़ी सुरक्षा और सेना की बड़े पैमाने पर मौजूदगी के चलते आतंकी घुसपैठ करने में भले असफल रहे हों, वे राजधानी दिल्ली सहित दुसरी जगह अपनी गतिविधियां बढ़ाने की फिराक में हैं। खबर है कि राजधानी दिल्ली में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के तीन-चार आतंकियों के घुसने की सूचना के बाद सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गयी है।

”तहलका” की जानकारी के मुताबिक दिल्ली में सुरक्षा कड़ी की गई है। यही नहीं पुलिस ने कमसे कम नौ जगह पर छापेमारी की है ताकि आतंकियों को पकड़ा जा सके। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के  आत्मघाती (फिदायीन) आतंकी पिछले एक हफ्ते में राजधानी दिल्ली में घुसे हैं।

आतंकियों के घुसने की सूचना के बाद सुरक्षा व्यवस्था बहुत कड़ी कर दी गयी है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल और खुफिया एजंसियों ने शहर में नौ जगह छापेमारी की है और अभी तक की ख़बरों के मुताबिक दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। इन पकडे गए लोगों से पूछताछ की जा रही है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक कुछ और जगह भी छापे मारे जा सकते हैं।

दूसरे दिन मयंक का शतक

विशाखापत्तनम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन ओपनर मयंक अग्रवाल ने भी शतक बनाया है। वे अभी नवाद हैं और वे यह रिपोर्ट लिखे जाने तक १३८ रन पर खेल रहे हैं। भारत ने मैच पर अपनी पकड़ मजबूत करते हुए अभी तक पहली पारी में ८८ ओवर में एक विकेट पर ३२४ रन बनाये हैं और लंच तक का खेल हुआ है।

आज दूसरे ओपनर रोहित शर्मा, जिन्होंने कल शतक बनाया था, गुरूवार को दोहरे शतक की तरफ बढ़ते दिख रहे हैं लेकिन वे १७६ रन बना कर आउट हो गए। उन्होंने २४४ गेंदों में २३ चौकों और ६ छक्कों की मदद से अपनी शानदार पारी खेली। उनके आउट होने के बाद चेतेश्वर पुजारा (अभी तक स्कोर ६ ) मैदान में आये हैं।

दूसरा दिन अभी तक मयंक अग्रवाल के नाम रहा है। वे भारत में अपना पहला टेस्ट खेल रहे हैं और दूसरे दिन के पहले सत्र में उन्होंने शतक पूरा किया। भारत की ओर से ऐसा १०वीं बार हुआ है, जब एक पारी में दोनों ओपनर्स ने शतक लगाया हो। उनसे पहले यह करिश्मा शिखर धवन और मुरली विजय ने अफगानिस्तान के खिलाफ पिछले साल बेंगलुरु टेस्ट में किया था।

आज खेल जब शुरू हुआ तो मयंक शतक से १६ रन दूर थे। शतक तक पहुँचाने में इस युवा बल्लेबाज को कोइ दिक्कत नहीं आई और उन्होंने मर्जी से शॉट खेले। मयंक ने अपना १००वां रन ६९वें ओवर में पूरा किया जब केशव महाराज की गेंद पर उन्होंने सिंगल लिया। इसके लिए मयंक ने २०४ गेंदों का सामना किया।

यह मयंक के टेस्ट करियर का पहला शतक है जो उनके बल्ले से ८वीं पारी में आया है। इससे पहले उनका व्यक्तिगत उच्च स्कोर ७७ था, जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में बनाया था।

पहले टेस्ट में रोहित का शतक

तमाम आशंकाओं को खारिज करते हुए ओपनर रोहित शर्मा ने विशाखापत्तनम के वाईएस राज शेखर रेड्डी क्रिकेट स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच के पहले दिन जानदार बल्लेबाजी करते हुए शानदार नावाद  शतक जड़ दिया। दूसरे छोर पर ओपनर मयंक अग्रवाल भी शतक की तरफ बढ़ रहे हैं।

पहले दिन का खेल ख़तम होने तक भारत ने बिना विकेट खोये २०२ रन बना लिए हैं। बारिश के कारण खेल निर्धारित समय से पहले ख़तम करना पड़ा। दाएं हाथ के रोहित  शर्मा ने टीम इंडिया के लिए इतिहास रच दिया। रोहित भारत की ओर से तीनों फॉर्मेट में बतौर ओपनर शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं, जबकि दुनिया के वे ८वें ऐसे खिलाड़ी हैं।

टेस्ट क्रिकेट में रोहित को बतौर ओपनर पहली बार मौका मिला और उन्होंने इस मौके को भुनाते हुए पहले दिन चायकाल तक १७४ गेंदों पर १२ चौकों और ५ छक्कों की मदद से ११५ नावेद रन ठोक डाले। रोहित शर्मा भारत के लिए वनडे, टी२० और अब टेस्ट क्रिकेट में बतौर सलामी बल्लेबाज शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी हैं।

भारत की ओर रोहित शर्मा को मिलाकर कुल तीन ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में शतक जड़ा है। सबसे पहले सुरेश रैना ने ये कमाल किया था, जबकि रोहित शर्मा ऐसे दूसरे खिलाड़ी बने थे। वहीं, केएल राहुल ने भी भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में शतक लगाया है।

भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में बतौर ओपनर पहले मैच में शतक लगाने वाले रोहित शर्मा चौथे खिलाड़ी बन गए हैं। शिखर धवन ने अपने टेस्ट डेब्यू में बतौर ओपनर शतक जड़ा था, जबकि केएल राहुल ने भी अपने टेस्ट मैच में शतक मारा था। वैसे  युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ भी अपने टेस्ट डेब्यू में ओपनिंग करते हुए शतक जड़ चुके हैं।

वनडे क्रिकेट में रोहित के नाम २७ शतक जबकि टी२० और टेस्ट क्रिकेट में ४-४  शतक हैं। इस मामले में दुनिया का कोई भी खिलाड़ी उनके आसपास नहीं है। अभी इस मैच के चार दिन बाकी हैं लिहाजा और रेकॉर्ड देखने को मिल सकते हैं।

गांधी के बहाने सोनिया का मोदी सरकार पर तीखा हमला

महात्मा गांधी की १५०वीं जयंती पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को बिना मोदी सरकार का नाम लिए उसपर हमला करते हुए कहा कि गांधी का नाम लेना आसान है लेकिन उनके रास्ते पर चलना आसान नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ”कुछ लोग देश को आरएसएस का प्रतीक बनाना चाहते हैं, लेकिन ये संभव नहीं है क्योंकि हमारे देश की नींव में गांधी के विचार हैं।”

सोनिया गांधी ने यह बात दिल्ली में राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस दफ़्तर से  राजघाट तक कांग्रेस की पदयात्रा के समापन पर अपने सम्बोधन में कही। गांधी ने कहा – ”महात्मा गांधीजी ने पूरी दुनिया को अहिंसा और सत्य का रास्ता अपनाने की प्रेरणा दी। ऐसे महामानव की स्मृति को बार बार नमन करते हैं। आज जब हमारा देश और पूरी दुनिया गांधीजी की १५०वीं जयंती मना रहे हैं, हम सब को इस बात का गर्व है कि आज भारत जहां पहुंचा है, गांधी जी के रास्ते पर चल कर पहुंचा है।”

मोदी सरकार का नाम लिए बिना उसपर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा – ”गांधीजी का नाम लेना आसान है लेकिन उनके रास्ते पर चलना आसान नहीं है। गांधीजी का नाम लेकर भारत को उन्हीं के रास्ते से हटकर अपनी दिशा में ले जाने की कोशिश करने वाले पहले भी कम नहीं थे लेकिन पिछले कुछ वर्षों में तो साम दाम दंड भेद का खुला कारोबार करके वे अपने आपको बहुत ताक़तवर समझते हैं।”

उन्होंने कहा – ”गांधी जी का जिक्र जब भी आता है तो अक्सर दो तरह की तस्वीरें जेहन में आती हैं। इस सब के बावजूद अगर भारत का महत्व नहीं घटता तो इसलिए  क्योंकि हमारे देश की बुनियाद में गांधीजी के वुसूलों की आधारशिला है। भारत और गांधी जी एक दूसरे के पर्याय हैं। यह अलग बात है कि आज कल कुछ लोगों ने इसे उल्टा करने की ज़िद पकड़ ली है।”

सोनिया गांधी ने कहा कि वे चाहते हैं कि गांधीजी नहीं बल्कि आरएसएस भारत का प्रतीक बन जाए। उन्होंने कहा – ”मैं ऐसा कहने वाले को साफ़ शब्दों में बताना चाहती हूं कि हमारे देश की मिलीजुली संस्कृति, मिलीजुली सभ्यता और मिलेजुले समाज में गांधी जी की सर्वसमावेशी व्यवस्था के अलावा कभी कुछ और सोच नहीं सकती। जो असत्य पर आधारित राजनीति कर रहे हैं वो कैसे समझेंगे कि गांधी जी सत्य के पुजारी थे। जिन्हें अपनी सत्ता के लिए सबकुछ करना मंजूर है वो कैसे समझेंगे कि गांधी जी अहिंसा के उपासक थे।”

उन्होंने मोदी सरकार का नाम लिए बिना उसपर करारा हमला करते हुए कहा – ”जिन्हें लोकतंत्र में भी सारी शक्ति खुद की मुट्ठी में रखने की प्यास है वो कैसे समझेंगे कि गांधी जी के स्वराज का क्या महत्व है। और जिन्हें मौका मिलते ही अपने को सर्वेसर्वा बताने की इच्छा हो वो कैसे समझेंगे कि गांधी जी की निस्वार्थ सेवा का मूल्य क्या होता है।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महात्मा गांधी चाहते थे कि भारत और उसके गांव आत्मनिर्भर हों। आज़ादी के बाद इसी रास्ते पर चल कर कांग्रेस ने क्रांतिकारी परिवर्तन लाने के कदम उठाए हैं। चाहे नेहरूजी, शास्त्रीजी, इंदिराजी, राजीवजी, नरसिम्हा रावजी या फिर मनमोहन सिंहजी हों, सभी ने नए भारत के निर्माण के लिए दिन रात संघर्ष किया और तरक्की की नई मिसाल कायम की।”

सोनिया ने कहा कि यह उन सबके प्रयत्नों का ही फल है कि देश ने इतनी सारी मंज़िलें तय कीं। ”गांधी जी के मार्ग पर चल कर कांग्रेस ने जितने नए रोज़गार के अवसर पैदा किए, जितने लोगों को ग़रीबी से मुक्ति दिलाई, हमारे अन्नदाता किसानों को जितने नए नए साधन उपलब्ध कराए, हमारी बहनों के लिए जितनी सुविधाएं मुहैया की, युवा और युवतियों को जितनी शिक्षा की सुविधाएं दीं, वे सब बेमिसाल हैं।”

मोदी सरकार पर सीधा हमला करते हुए सोनिया गांधी ने कहा – ”लेकिन बीते चार पांच साल में भारत की जो हालत हो गई है, मुझे लगता है कि उसे देख कर गांधी जी की आत्मा भी दुखी होती होगी। बेहद अफसोस की बात है कि आज किसान बदहाली की स्थिति में हैं, हमारे युवा बेरोज़गारी से जूझ रहे हैं, उद्योग धंधे बंद हो गए हैं। बहनें, गांव तो छोड़िए बड़े शहरों में भी सुरक्षित नहीं हैं और उन पर अत्याचार करने वाले प्रभावशाली लोग तो आराम फरमा रहे हैं और जिनपर जुल्म हुआ वे ही जेल में डाली जा रही हैं।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा – ”इन दिनों खुद को भारत का भाग्यविधाता समझने वालों से मैं विनम्रता से कहना चाहती हूं कि गांधी जी नफरत के नहीं प्रेम के प्रतीक हैं। वे तनाव के नहीं सद्भाव के प्रतीक हैं। निरंकुशता के नहीं जनतंत्र के प्रतीक हैं। कोई कुछ भी दिखावा करे लेकिन गांधी जी के सिद्धांतों पर कांग्रेस ही चली है और कांग्रेस ही चलेगी।”

हैदराबाद निजाम के खजाने पर भारत का हक़

लन्दन की जस्टिस मार्कस स्मिथ की कोर्ट ने हैदराबाद निजाम के खजाने पर अपना फैसला सुनाते हुए भारत के हक़ में फैसला दिया है। गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच आजादी के बाद से हैदराबाद निजाम के ३०८ करोड़ रुपए के मालिकाना हक को लेकर लड़ाई चल रही थी। अदालत ने पाकिस्तान का दावा खारिज कर दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यह राशि १९४८ में हैदराबाद के तत्कालीन निजाम उस्मान अली खान ने नए बने पाकिस्तान के ब्रिटेन में उच्चायुक्त रहे हबीब इब्राहिम रहीमटोला के लंदन स्थित नेटवेस्ट बैंक अकॉउंट में जमा करा दी थी। हालाँकि इस पैसे को लेकर भारत और पाकिस्तान दोनों हक जता रहे थे।
दरअसल विभाजन के समय करीब १,००७,९४० पौंड (करीब ८. करोड़) रूपये की राशि लन्दन के नेटवेस्ट बैंक में जमा करवाई गयी थी। अब ७१ साल बाद यह राशि ब्याज आदि मिलाकर ३५ मिलियन पौंड (करीब ३ अरब, ८ करोड़ ४० लाख ) रूपये हो चुकी है।
याद रहे हैदराबाद के अंतिम निजाम ओस्मान अली खान, जो देश के बंटबारे के बाद भारत या पाकिस्तान में से किसी एक के साथ जाने को लेकर दुविधा में थे, ने अपना धन लंदन स्थित बैंक में जमा करा दिया था। इसके बाद तय हुआ कि निजाम जिस देश के साथ जाने का फैसला करेंगे, करीब ३०८ करोड़ की इस राशि पर उसका मालिकाना हक हो जाएगा।
निजाम की मृत्यु के बाद जब भारत ने इस राशि की मांग की तो नेटवेस्ट बैंक ने कहा कि उसने फंड सुरक्षा के लिए पाकिस्तान हाई कमिशनर हबीब रहमतुल्ला के पास  जमा करवा दिया है। इसके बाद इस राशि को लेकर दोनों देशों के बीच मालिकाना हक़ की कानूनी लड़ाई शुरू हो गयी।
अब इस मामले में फैसला भारत के हक़ में आ गया है। गौरतलब है कि लंदन के नेटवेस्ट बैंक पीएलसी में जमा राशि को लेकर हैदराबाद के आठवें निजाम प्रिंस मुकर्रम जेह और उनके छोटे भाई मुफाखाम जेह ने पाक सरकार के खिलाफ कानूनी लड़ाई में भारत सरकार से हाथ मिला लिया था। भारत समर्थक निजाम वंशजों का दावा है कि इस पर उनका अधिकार है।
ब्रिटेन स्थित पाकिस्तानी उच्चायुक्त बनाम सात अन्य (निजाम के वंशज, भारत सरकार और भारत के राष्ट्रपति) के बीच चल रहा यह मुकदमा जस्टिस मार्कस स्मिथ की अदालत में चल रहा था। अब यह राशि भारत को मिल जाएगी।

महाराष्ट्र में भाजपा ने १२५, शिव सेना ने १२४ की सूची जारी की

भाजपा ने मंगलवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए १२५ उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। दिलचस्प यह भी है कि भाजपा और शिवसेना ने सीट बंटवारे का अभी औपचारिक ऐलान नहीं किया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नागपुर साउथ-वेस्ट विधानसभा सीट से मैदान में उतारे गए हैं। शिव सेना ने भी इसके बदले अपने ७० उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है और कहा है कि वह २८८ में से १२४ सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

माना जा रहा है कि आज की सूची में कमोवेश ज्यादातर उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। भाजपा और शिव सेना के बीच सीट बंटवारे को लेकर रस्साकशी और जद्दोजहद जारी है। सीएम फडणवीस नागपुर साउथ-वेस्ट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। इस बीच, शिवसेना ने भी १२४ सीटों पर अपनी दावेदारी ठोक दी है और अभी ७० सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है।

भाजपा ने पहली सूची तो जारी कर दी लेकिन बाकी बची सीटों पर गठबंधन का क्या फार्मूला होगा, इस पर अभी तक कजोई पक्का फैसला नहीं हुआ है। महाराष्ट्र विधानसभा में कुल २८८ सीटें हैं।

सूची दिल्ली में भाजपा मुख्यालय पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने जारी की। उन्होंने कहा – ”बीजेपी, शिवसेना और चार सहयोगी आरएसपी, आरपीआई (आठवले), शिव संग्राम और रैयत क्रांति पार्टी मिलकर चुनाव लड़ेंगे। गठबंधन की तीन चौथाई बहुमत के साथ पुनः सरकार बनना तय है। हमारे १२५ प्रत्याशी तय हो गए हैं। इसकी सूची हम जारी कर रहे हैं। १२ हलकों के प्रत्याशी बदले गए हैं। सिटिंग ५२  विधायकों को टिकट दिया है जिनमें १२ महिलाएं शामिल हैं।”

जम्मू बस अड्डे पर मिले विस्फोटक

जम्मू में मंगलवार सुबह सुरक्षा बलों ने बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया। यहाँ के मुख्य बस अड्डे पर सुरक्षा बलों ने एक बस से १५ किलो बजन के विस्फोटक बरामद किये है

रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस बस से यह विस्फोटक बरामद हुए हैं वह कठुआ जिले के बिलावर से जम्मू आई थी। किसी ने विस्फोटक कठुआ के बिलावर में बस के कंडक्टर को दिए बैग में डाले थे। पुलिस को शक हुआ जिसपर बस में यह विस्फोटक मिले।

गौरतलब है कि इससे पहले भी कठुआ के बिलावर में सेना ने ४० किलो विस्फोटक बरामद किया था। बिलावर का इलाका सीमा पर है और वहां से आतंकी घुसपैठ भी होती रही है।

दो आतंकी ढेर

इस बीच सेना ने श्रीनगर में गांदरबल इलाके में मंगलवार सुबह एक मुठभेड़ में दो  आतंकियों को ढेर कर दिया। सुरक्षाबलों ने इन आतंकियों के पास से गोला-बारूद और हथियार बरामद किए हैं। ऑपरेशन अभी भी जारी है। यह आपरेशन दरअसल पांच दिन पहले शुरू हुआ था। तब भी वहां एक आतंकवादी मारा गया था।

भाजपा को झटका, फडणवीस पर चलेगा केस

विधानसभा चुनाव से ऐन पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। उनपर हलफनामे में जानकारियां छिपाने का केस चल सकता है। मामला उनके २०१४ चुनाव के वक्त दाखिल किये हलफनामे से जुड़ा है।

इस मामले से जुड़े ट्रायल कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया है। फडणवीस पर २०१४ के हलफनामे में दो आपराधिक मामले छिपाने का आरोप है। यह दोनों मामले नागपुर से जुड़े हैं। इनमें एक मानहानि और दूसरा ठगी का है। एक वकील सतीश ने सर्वोच्च अदालत में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि २०१४  के चुनाव का नामांकन दाखिल करते समय फडणवीस ने झूठा हलफनामा दायर किया था।

गौरतलब है कि इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने याचिका खारिज कर दी थी और कहा था कि याचिका में तथ्यों की कमी है। हालांकि अब सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से उन पर जनप्रतिनिध अधिनियम के तहत केस चलाया जा सकता है।

मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय ने हलफनामे में दो आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाने के मामले में हाई कोर्ट के आदेश को पलटते हुए फडणवीस पर केस चलाने का आदेश दिया है। इससे चुनाव में उनके खिलाफ विपक्ष को भी एक मुद्दा मिल गया है।

हरियाणा के लिए भाजपा की पहली सूची

कुछ उहापोह के बाद आखिर भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए ९० में से  नौ महिलाओं सहित ७८ प्रत्याशियों की पहली सूची सोमवार शाम जारी कर दी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर करनाल जबकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला को टोहाना से टिकट दिया गया है। भाजपा ने तीन अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को भी टिकट दिया है जबकि कुछ के टिकट काट दिए गए हैं।
पहली सूची में कई दिग्गजों के नाम शामिल हैं। कुश्ती खिलाड़ी पहलवान योगेश्वर दत्त को बरौदा से भाजपा ने मैदान में उतारा है। वहीं भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह को पेहोवा से टिकट दिया गया है। रेसलर बबीता फोगाट को दादरी विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा गया है।
सूची के मुताबिक मुख्यमंत्री मनोहर लाल करनाल विधानसभा हलके से चुनाव लड़ेंगे। प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला टोहाना सीट से भाग्या अजमाएंगे। मंत्री विपुल गोयल और  राव नरबीर सहित सात विधायकों का टिकट काट दिया गया है। पार्टी ने नौ महिलाओं को पहली लिस्ट में शामिल किया है।
भाजपा की सूची यह है –
करनाल मनोहर लाल (सीएम), टोहाना सुभाष बराला (प्रदेश भाजपा अध्यक्ष),  कालका लतिका शर्मा, पंचकूला ज्ञान चंद गुप्ता, अंबाला कैंट अनिल विज, मुलाना राजवीर बराड़ा, सधौरा बलवंत सिंह, जगाधरी कंवरपाल गुर्जर, यमुनानगर घनश्याम दास अरोड़ा, रादौर कर्णदेव कंबोज, लाडवा पवन सैनी, शाहबाद कृष्ण बेदी,
थानेसर सुभाष सुधा, पेहोवा संदीप सिंह, गुहला रवि तरनवाली, कलायत कमलेश ढांडा, कैथल लीला राम गुर्जर, पुंडरी वेदपाल एडवोकेट,  नीलोखेड़ी भगवान् दास कबीरपंथी, इंद्री रामकुमार कश्यप, घरौड़ा हरविंदर कल्यान, असंध बक्शी सिंह विर्क,पानीपत (ग्रामीण) महिपाल ढांडा, इसराना किशन पंवार, समालखा शशिकांत कौशिक, राई मोहन लाल कौशिक, सोनीपत कविता जैन, गोहाना तीरथ सिंह राणा,बरौदा योगेश्वर दत्त, जुलाना परमेंद्र ढुल, सफींदों बच्चन सिंह आर्य, जींद कृष्ण मिढ्डा,उचाना कला प्रेम लाला, नरवाना संतोष दनोदा, रतिया लक्ष्मण नापा, कलावली बलकौर सिंह, डबवली आदित्य देवीलाल, रनियां रामचंद्र कंबोज, सिरसा प्रदीप, ऐलानाबाद पवन बेनीवाल, उकलाना आशा खेदार, नारनौंद कैप्टन अभिमन्यु, हांसी विनोद भ्याना, बरवाला सुरेंदर पुनिया, हिसार कमल गुप्ता, नलवा रणवीर गंगवा, लोहारू जेपी दलाल, बाढड़ा सुखविंदर मंडी, दादरी बबीता फोगाट, भिवानी घनश्याम शराफ, बवानीखेड़ा  विशंभर वाल्मीकि, गढ़ी सांपला-किलोई सतीश नंदल,
रोहतक मनीष ग्रोवर, कलानौर राम अवतार वाल्मीकि, बहादुरगढ़ नरेश कौशिक, बदली ओमप्रकाश धनखड़, झज्जर राकेश कुमार, बेरी विक्रम कादयान, अटेली
सीताराम यादव, महेंद्रगढ़ रामबिलास शर्मा, नारनौल ओमप्रकाश यादव, नंगल चौधरी अभय सिंह यादव, बावल बनवारी लाल, पटौदी सत्यप्रकाश जरावता, बादशाहपुर मनीष यादव, सोहना संजय सिंह, नूंह जाकिर हुसैन, फिरोजपुर झिरका नसीम अहमद, पुन्हाना नैक्षम चौधरी, हथीन प्रवीण डागर, होडल जगदीश नायर, पृथला सोहनपाल छौक्कर, फरीदाबाद एनआईटी नगेंद्र भड़ाना, बड़खल सीमा त्रिखा, बल्लभगढ़ मूलचंद शर्मा, फरीदाबाद नरेंद्र गुप्ता और तिंगाव से राजेश नागर को टिकट दिया गया है।

बारिश, बाढ़ से देश भर में अब तक ११० की मौत

बिहार सहित देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ से जबरदस्त नुक्सान हुआ है। अब तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक ११० से ज्यादा लोगों की मौत बाढ़ से हुई है। बिहार में १४ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।

पिछले चार दिन से भारी बारिश ने काफी तबाही मचाई है। बाढ़ से ११० लोगों की मौत हुई है जिसमें सबसे ज्यादा मौतें यूपी में हुई हैं। बिहार में लगातार बारिश ने सामान्य जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है और राजधानी पटना के लगभग पूरे क्षेत्र में पानी भर गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे ”प्रकृति की मार” और ”इसके आगे बेबसी की स्थिति” बताते हुए कहा सरकार लोगों को संकट से निजात दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। कुमार ने लोगों से धैर्य बनाये रखने की अपील की है।

पूरा पटना शहर एक बड़ी झील में तब्दील हो गया है। राजेंद्र्र नगर और पाटलिपुत्र कॉलोनी जैसे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। शहर के कई अस्पताल, दुकान, बाजार जलमग्न हो चुके हैं। यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। जगह-जगह जलभराव है। शहर के कुछ इलाकों में लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीमें लगी हुई हैं। पटना में शुक्रवार शाम से २०० मिमी से अधिक बारिश हुई।

उधर मौसम विभाग का कहना है कि मानसून की वापसी में और अधिक देरी हो सकती है। यूपी में भी बाढ़ से बुरी हालत है और कई जगह पानी भर गया है। जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यूपी में बाढ़ से कम से कम ८० लोगों की मौत हो चुकी है।

इस बीच भारी बारिश के बाद पानी के जमा होने से रेल यातायात, स्वास्थ्य सेवाएं और  शिक्षण संस्थान प्रभावित हुए हैं। बिजली की आपूर्ति भी बुरी तरह बाधित हुई है। यूपी में गुरुवार से अब तक कम से कम ८० लोगों की मौत हो चुकी है।

गुजरात में सौराष्ट्र क्षेत्र के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद रविवार को राजकोट जिले में भीषण बाढ़ के कारण कार के बह जाने से तीन महिलाएं डूब गईं। इसके अलावा उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी लोगों की जान गयी है। राजस्थान में डूंगरपुर में भारी बारिश और पूर्वी हिस्सों के कुछ स्थानों और पश्चिमी हिस्सों के एक दो स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई है। विभाग ने आगामी २४  घंटे के दौरान १४ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक ने बताया कि चार महीने का मानसून वैसे तो सोमवार को आधिकारिक तौर पर खत्म हो गया, लेकिन यह एक सप्ताह और रुकेगा। राजस्थान, बिहार और यूपी के कुछ हिस्सों में मानसून अब भी सक्रिय है।