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पुणे टेस्ट में कोहली का शतक

भारत के कप्तान विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में पुणे में शुक्रवार को शानदार शतक पूरा कर लिया है। टेस्ट मैचों में यह विराट का २६वां   शतक है। विराट ने १७४ गेंदों पर १६ चौकों के साथ अपना शतक पूरा किया। उनसे कुछ देर पहले अजिंक्य रहाणे ने भी अपनी फिफ्टी पूरी की। लंच तक भारत ने ३ विकेट पर ३५६ रन बनाये हैं जिसमें कोहली के १०४ और रहाणे के ५८ रन हैं।

दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन भारत ने ३ विकेट के नुक्सान पर ३४५ रन  बना लिए हैं। दोनों के बीच अब तक १६० रन की साझेदारी हो चुकी है। भारत के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने अपनी फिफ्टी पूरी कर ली है। विराट और रहाणे की जोड़ी ने भारत को इस मैच में मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है।

इससे पहले जब भारत ने ३०० रन का आंकड़ा पार किया तो अजिंक्य रहाणे और विराट कोहली ने १०वीं शतकीय साझेदारी पूरी की। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला पुणे के एमसीए स्टेडियम में खेला जा रहा है।

कल टॉस जीतकर भारत ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। पहले दिन  भारत के लिए पहली पारी में सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने १९५ गेंद में १०८ रन बनाए थे। पुजारा ने ५८ रन बनाए। अग्रवाल ने चेतेश्वर पुजारा (५८) के साथ दूसरे विकेट के लिए १३८ रन की साझेदारी की थी। दक्षिण अफ्रीका की ओर से केवल तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा को सफलता मिली जिन्होंने सभी तीन विकेट अभी तक लिए हैं।

 

अग्रवाल का दूसरे टेस्ट में भी शतक

शानदार फ़ार्म का प्रदर्शन करते हुए ओपनर मयंक अग्गरवाल ने लगातार दूसरे टेस्ट में शतक जड़ दिया है। पुणे में दक्षिण अफ्रिका के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पहले दिन लंच के बाद अग्रवाल ने यह शतक १८३ गेंदों में चौक्का मार कर ज्यादा। इससे पहले अग्रवाल ने लगातार दो गेंदों पर छक्के मार कर दर्शकों  रोमांचित कर दिया।

इस समय अग्गरवाल के साथ कप्तान विराट कोहली मैदान में हैं जिन्होंने ४ रन बनाये हैं  और भारत का कुल स्कोर १९१/२ है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला पुणे के एमसीए स्टेडियम में खेला जा रहा है।

सुबह टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने २ विकेट गंवाकर १९१ रन बना लिए हैं। विराट कोहली और मयंक अग्रवाल क्रीज पर हैं। मयंक ने अपनी शानदार फॉर्म बरकरार रखते हुए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में अपना शतक पूरा कर लिया। यह मयंक के टेस्ट करियर का दूसरा शतक है। पहले टेस्ट में उन्होंने दोहरा शतक बनाया था।

भारत ने धीमी शुरुआत की। शुरुआत में गेंद हरकतें कर रही थी और इसी कारण दोनों सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल संभल कर खेल रहे थे।  कैगिसो रबाडा की एक ऐसी ही गेंद रोहित के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर क्विंटन डि कॉक के हाथों में चली गई।

रोहित ने ३५ गेंदों का सामना किया और सिर्फ एक चौका मारा। रोहित १४ रन बनाकर आउट हो गए। रोहित के बाद आए पुजारा ने भी संभल कर खेलने की रणनीति अपनाई। रबाडा ने ही चेतेश्वर पुजारा (५८) को आउट कर भारत को दूसरा झटका दिया। पुजारा ने मयंक के साथ दूसरे विकेट के लिए १३८ रन की शानदार साझेदारी की।  पुजारा ने 112 गेंदों पर नौ चौकों की मदद से 58 रन बनाए. रबाडा की एक बेहतरीन आउटस्विंगर पुजारा के बल्ले से बाहरी किनारा लेकर स्लिप में गई जहां कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने अच्छा कैच पकड़ा

यह टेस्ट मैच विराट कोहली का बतौर कप्तान ५०वां टेस्ट है। ऐसा करने वाले भारत के वो दूसरे कप्तान हैं। महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के लिए ५० से ज्यादा टेस्ट मैचों में कप्तानी की है। फिलहाल दूसरे टेस्ट में भारत अच्छी पकड़ बनाता दिख रहा है।

पीएमसी खाताधारकों का मुम्बई भाजपा दफ्तर के बाहर प्रदर्शन

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की प्रेस कांफ्रेंस के ऐन पहले मुम्बई में पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के खाताधारकों ने गुरूवार को भाजपा दफ्तर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। बैंक से पैसे निकलने पर लगी पाबंदी के बाद लोगों का गुस्सा बर्दाश्त से बाहर हो गया है। वे लगातार प्रदर्शन कर सरकार के इस फैसले का जमकर विरोध कर रहे हैं।
बैंक के खाताधारकों ने मुंबई स्थित भाजपा दफ्तर के बाहर गुरूवार धरना-प्रदर्शन किया। उनके प्रदर्शन के समय केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी वहीं थीं। धरना तब दिया गया जब निर्मला सीतारमण भाजपा दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए जा रही  थीं। उन्होंने खाताधारकों को मदद का आश्वासन दिया है।
इस मौके पर सीतारमण ने कहा – ”मैंने मंत्रालय के सचिवों से विस्तार से अध्ययन करने के लिए कहा है कि क्या हो रहा है। कमियों को समझने के लिए आरबीआई के प्रतिनिधि भी होंगे। उनसे कहा गया है कि वे देखें कि क्या हुआ। यदि ज़रूरी हो तो उन तरीकों को देखें जिनमें संबंधित अधिनियमों में संशोधन करना होगा।”
सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस मामले से वित्त मंत्रालय का कोई लेना-देना नहीं है। ”पूरे मामले पर आरबीआई नजर रखे हुए है। अगर जरूरत पड़ती है तो एक्ट में भी बदलाव किया जाएगा।” प्रदर्शन के दौरान खाताधारक सरकार के खिलाफ और न्याय के हक़ में नारे लगा रहे थे।

सबूत नहीं, ४९ सेलिब्रिटीज़ के खिलाफ राजद्रोह केस वापस

देश भर में आलोचना के बाद आखिर मॉब लिंचिंग के मामलों पर पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखने वाले देश के नामी ४९ सेलिब्रिटीज़ के खिलाफ दायर किया गया राजद्रोह का केस बिहार में वापस ले लिया गया है। जांच में पाया गया है कि केस में आरोप ठोस नहीं और इनके कोइ सबूत भी नहीं हैं।

बिहार के मुज़फ्फरपुर के एसएसपी मनोज कुमार सिन्हा ने यह केस बंद करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा – ”अब तक की जांच में सामने आया है कि केस में आरोप ठोस नहीं हैं और शरारत के तहत लगाए गए हैं।”

इन हस्तियों पर मुकदमा करने का कोइ ठोस सबूत नहीं मिलने पर एसएसपी मनोज कुमार ने शिकायतकर्ता अधिवक्ता सुधीर ओझा पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने के आरोप में केस दर्ज करने का आदेश दिया है। एसएसपी के अनुसार शिकायतकर्ता ने पूछताछ में अपने केस के पक्ष में कोई ठोस सबूत नहीं दे सके।

गौरतलब है कि ये केस दो महीने पहले दायर की गई एक याचिका पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) सूर्यकांत तिवारी के आदेश के बाद दर्ज हुआ था। सीजेएम ने २० अगस्त को इससे जुड़ी याचिका मंजूर कर ली थी। इसके बाद मुजफ्फरपुर के सदर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई थी।

अब इन ५९ हस्तियों पर मुकदमा करने का सबूत नहीं मिलने पर एसएसपी मनोज कुमार ने शिकायतकर्ता अधिवक्ता सुधीर ओझा पर ही झूठा मुकदमा दर्ज कराने के आरोप में केस दर्ज करने का आदेश दिया है।

पाक की तीन चौकियां तबाह, एक सैनिक की मौत

भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग का कड़ा जवाब दिया है। ख़बरों के मुताबिक भारत की कार्रवाई में पाक सेना के एक सैनिक की मौत हो गयी है। यही नहीं उसके कम से कम ७ सैनिक घायल भी हुए हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक जम्मू संभाग के पुंछ में पाकिस्तानी सेना ने सीज़फ़ायर का उल्लंघन किया। भारत की सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जिसमें पाकिस्तानी सेना की तीन पोस्ट तवाह होने की खबर है। इस कार्रवाई में एक पाक सैनिक की मौत हो गई है और सात घायल हुए हैं।

जानकारी के मुताबिक भारतीय सेना ने चिरकुट सेक्टर के बरोह इलाके में पाकिस्तान की तीन पोस्टों को तबाह  किया है। यही नहीं भारतीय सेना की इस कार्रवाई से   पाकिस्तान के पोस्ट के साथ बरोह सेक्टर में गोला बारूद रखने वाला पोस्ट भी तबाह हो गया है।

पिछले कुछ समय से पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है। यह माना जाता है कि सीमा पर फायरिंग का एक मकसद पड़ौसी देश की तरफ से आतंकवादियों के घिसपैठ कराना भी होता है। ऐसे में चौकन्नी भारतीय सेना ने कड़ा जवाब देते हुए पाक की तीन पोस्ट्स तबाह कर दी हैं।

गौरतलब है कि पुंछ सेक्टर में पाक सेना लगातार भारतीय सेना को निशाना बनाते हुए फायरिंग कर रही है। भारतीय सेना भी माकूल जवाब दे रही है।

राहुल सूरत कोर्ट में हुए पेश

कांग्रेस नेता राहुल गांधी मानहानि मामले में गुरूवार को सूरत की सेशंस कोर्ट में पेश हुए। हालांकि उन पर सुनवाई टाल दी गई और अब अगली सुनवाई १० दिसंबर को होगी। राहुल गांधी ने सुनवाई के दौरान कोर्ट से कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। इससे पहले जब वह कोर्ट पहुंचे तो जज ने उन पर लगे आरोप को पढ़कर सुनाया। राहुल पर यह मामला ”मोदी उपनाम” को लेकर उनके ब्यान पर दायर किया गया है।

सेशंस कोर्ट में राहुल गांधी ने सुनवाई के दौरान कोर्ट से कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। इससे पहले जब वह कोर्ट पहुंचे तो जज ने उन पर लगे आरोप को पढ़कर सुनाया। कोर्ट की ओर से राहुल गांधी से पूछा गया कि आप पर जो आरोप लगे हैं क्या वो आपको कुबूल हैं। इस पर राहुल गांधी ने कहा ”मैंने कुछ गलत नहीं कहा है।” गौरतलब है कि राहुल ने कहा था कि ”ललित मोदी और नीरव मोदी चोर हैं और नरेंद्र मोदी नाकाम साबित हुए। लेकिन बीजेपी ने इसे मोदी समाज से जोड़कर पूरे समाज का अपमान किया है।

इसके बाद राहुल गांधी के वकील की ओर से सुनवाई के लिए तारीख मांगी तो कोर्ट ने १० दिसंबर की नई तारीख दे दी। राहुल गांधी के वकील किरीट पानवाला ने राहुल को पेशी से व्यक्तिगत पेशी से भी छूट की याचिका दायर की थी जिसपर भी कोर्ट ने अगली सुनवाई 10 दिसंबर को ही रखी है।

विदेश में कुछ दिन रहने के बाद राहुल कल ही देश लौटे हैं। राहुल गांधी की कोर्ट में पेशी के इतर कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त तैयारी की थी और सूरत एयरपोर्ट से लेकर कोर्ट तक वे बड़ी संख्या में मौजूद थे। उन्होंने गर्मजोशी से राहुल का स्वागत किया।  कोर्ट जाने के लिए करीब ४० मिनट पहले ही राहुल गांधी सूरत एयरपोर्ट पहुंचे थे।

कश्मीर पर चीन के ब्यान से भड़की कांग्रेस

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत दौरे से ऐन पहले कश्मीर पर दिए उनके ब्यान पर भारत में विवाद हो गया है। कांग्रेस ने इस ब्यान की निंदा करते हुए केंद्र सरकार से सवाल किया है कि क्यों नहीं भारत चीन से तिब्बत और हांगकांग के बारे में बात करता है।

गौरतलब है कि चीन दौरे पर गए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मौजूदगी में चीन ने जम्मू-कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र के नियमों के पालन की बात कही है। चीन के इस ब्यान के बाद भारत में नाराजगी पैदा हुई है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि उनकी नज़र जम्मू-कश्मीर पर है।

अब कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने इस मसले पर केंद्र सरकार से सवाल किया और कहा कि क्यों नहीं, भारत चीन से तिब्बत, हांगकांग के बारे में बात करता है। एक ट्वीट में तिवारी ने गुरुवार को लिखा – ”अगर शी जिनपिंग कह रहे हैं कि उनकी नज़र जम्मू-कश्मीर पर है, तो प्रधानमंत्री या विदेश मंत्रालय क्यों नहीं कहता है कि भारत हांगकांग में हो रहे लोकतंत्र को लेकर प्रदर्शन को देख रहा है। शिंजियांग में हो रहे मानवाधिकार के उल्लंघन, तिब्बत की स्थिति और साउथ चाइना पर चीन की दखल पर हिंदुस्तान नज़र बनाए हुए है।”

चीन दौरे पर पहुंचे पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की मौजूदगी में चीन ने जम्मू-कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के नियमों के पालन की बात कही है। शी जिनपिंग के भारत आने से ऐन पहले चीन ने जम्मू-कश्मीर को लेकर अपने बयान पर पलटी मारी है। पहले चीन ने कहा था कि ”जम्मू-कश्मीर के मसले पर भारत-पाकिस्तान को आपस में बात करनी चाहिए।”

इमरान खान के चीन पहुंचते ही चीन ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि चीन जम्मू-कश्मीर के मसले पर करीब से नज़र बनाए हुए हैं। चीन की इस टिप्पणी पर भारत ने कड़ा विरोध जताया और कहा कि कश्मीर का मसला भारत का आंतरिक मुद्दा है ऐसे में कोई दूसरा देश इसपर बयान न दे तो बेहतर होगा।

यह भी दिलचस्प है कि कुछ ही दिन पहले अमेरिका ने भी उइगर मुसलमानों को चीन में दबाने का आरोप लगाया था। इस पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। लेकिन खुद चीन कश्मीर पर बोल रहा है। सवाल तो पाकिस्तान पर भी उठ रहा है कि मुस्लिम एकता की बात तो बहुत करता है लेकिन चीन में उइगर मुसलमानों के मसले पर वह खामोश बैठा है।

मनीष तिवारी का ट्वीट –

@ManishTewari
Xi Jingping says he is watching Kashmir but why does  @PMOIndia/MEA not say 1) We are watching  Pro Democracy protests muzzled in Hong Kong. 2 )We are watching  human rights violations in Xinjiang. 3 )We are watching continued oppression in Tibet 4 )We are watching South China Sea.

कश्मीर १० अक्टूबर से खुल जाएगा सैलानियों के लिए

सरकार के कश्मीर में ”सामान्य हालात” के दावों के बीच अब उसने सैलानियों के लिए  पिछले दो महीने से बंद पड़ी घाटी की यात्रा खोलने का फैसला किया है। सरकार के मुताबिक १० अक्टूबर से सैलानी कश्मीर घूम सकेंगे।
गौरतलब है कि ५ अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धरा ३७० के ज्यादातर प्रावधान वापस ले लेने के बाद से ही वहां सैलानियों के आने-जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था।  अब राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने निर्देश दिया है कि गृह विभाग की सलाह है सैलानियों के लिए घाटी से पाबंदियां वापस ले ली जाएं। लिहाजा १० अक्टूबर से इन्हें वापस ले लिया जाएगा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्यपाल मलिक ने सलाहकारों और मुख्य सचिव के साथ स्थिति और सुरक्षा समीक्षा बैठक भी की। इसमें योजना-आवास और शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिवों ने भी भाग लिया। यहां उन्हें खंड विकास परिषद (बीडीसी) चुनाव को लेकर जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि जनता में बीडीसी चुनावों के प्रति सकारात्मक रुख और रुचि महसूस की जा रही है और बीडीसी के अध्यक्षों की अधिकांश सीटें भरी जाएंगी।

याद रहे ५ अगस्त को जब सरकार ने धारा ३७० ख़त्म करने का फैसला किया तो उसी दिन घाटी में गए बड़ी संख्या में सैलानियों और अमरनाथ श्रद्धालुओं को वापस लौटने का फरमान जारी किया था। तब तक बहुत से श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन भी नहीं किये थे लेकिन उन्हें लौटना पड़ा था।

सुप्रीम कोर्ट की आरे में पेड़ कटान पर रोक

सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को महाराष्ट्र के आरे जंगल में और पेड़ काटने पर पाबंदी  लगाते हुए यथास्थिति रखने का आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा जब तक इस मामले में फॉरेस्ट (एन्वायरन्मेंट) बेंच का फैसला नहीं आता, तब तक आरे में यथास्थिति रखी जाए। इस मामले में अगली सुनवाई अब २१ अक्टूबर को होगी।

पेड़ों को काटने के विरोध में लिखे पत्र को जनहित याचिका मानते हुए सुनवाई के लिए स्वीकार करते हुए रविवार को स्पेशल बेंच का गठन भी कर दिया था। अदालत ने लॉ स्टूडेंट की याचिका पर सुनवाई करते हुए महाराष्ट्र सरकार को पेड़ों की कटाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का आदेश दिया और अगली सुनवाई तक वहां यथास्थिति बहाल रखने को कहा। कोर्ट ने कहा कि इस मामले में जब तक फॉरेस्ट यानी एन्वायरन्मेंट बेंच का फैसला नहीं आ जाता, तब तक आरे में यथास्थिति बहाल रखी जाए।

वैसे तो सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद अब १२०० पेड़ों की कटाई रुक गई है, लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि जितने पेड़ काटने थे कटे जा चुके हैं। एक अनुमान के मुताबिक अभी तक वहां २००० के करीब पेड़ काटे जा चुके हैं। आरे में मेट्रो शेड बनाने के लिए कुल २७०० पेड़ों की बलि देने की योजना है।

अदालत ने सरकार से इस मामले में साड़ी जानकारी माँगी है और कहा है कि उसे (अदालत को) यह बताया जाये कि कितने पेड़ कटे हैं और कितने पौधे अब तक रोपे गए हैं। सरकार ने अदालत में अंडरटेकिंग दी है कि और पेड़ नहीं काटे जाएंगे। सरकार अदालत के इस आदेश के बाद वहां अब कोइ दूसरी गतिविधि नहीं कर सकेगी। जो पेड़ काट कर वहां रखे गए हैं उन्हें भी वहीं रखे रहना होगा।

जस्टिस अरुण मिश्रा ने सोमवार को सुनवाई के दौरान यह भी कहा कि हम जो समझ रहे हैं, उसके मुताबिक आरे इलाका नॉन डिवेलपमेंट एरिया है लेकिन इको सेंसटिव इलाका नहीं है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता महाराष्ट्र सरकार की ओर से जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस अशोक भूषण की स्पेशल बेंच के सामने पेश हुए। उन्होंने बेंच को बताया कि जरूरत के पेड़ काटे जा चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट ने मेहता से पूछा था कि वहां कितने पेड़ काटे जा चुके हैं, बताएं?

अदालत ने कहा कि वहां ज़मीन का लैंड यूज दो साल पहले ही बदला गया है। सरकार ने दो अधिसूचनाएं  जारी कर एक में आरे एरिया को ”इको सेंसटिव जोन” से अलग कर दिया गया था। अदालत ने याचिकाकर्ता के वकील से कहा कि आप हमें वह नोटिफिकेशन दिखाइए जिसमें आरे एरिया को इको सेंसेटिव जोन से बाहर किया गया था।

मेट्रो शेड के लिए आरे कॉलोनी के पेड़ों की कटाई का विरोध सामाजिक और पर्यावरण कार्यकर्ता के साथ कई जानी-मानी हस्तियां कर रही हैं। बॉम्बे हाई कोर्ट में दायर एक याचिका में मांग की गई थी कि पूरे आरे एरिया को जंगल घोषित किया जाए। इस पर हाईकोर्ट ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में मैटर लंबित है इसलिए वह इसपर सुनवाई नहीं कर सकता।

फारूक से मिले एनसी के नेता

दो महीने पहले जम्मू कश्मीर में धारा ३७० हटाने के बाद से नजरबन्द नैशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला से रविवार को उनकी पार्टी के कुछ नेता श्रीनगर में उनसे मिले। इन नेताओं ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल से इस मुलाकात के लिए आग्रह किया था जिसे स्वीकार कर लिया गया था।

जानकारी के मुताबिक नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) का प्रतिनिधिमंडल जम्मू के प्रांतीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में मिला। प्रतिनिधिमंडल की पार्टी उपाध्यक्ष और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला से भी मिलने की योजना है।  दोनों शीर्ष नेताओं से मुलाकात के लिए पार्टी ने राज्यपाल से अनुमति मांगी थी।

पार्टी नेता शीर्ष नेतृत्व के साथ जम्मू-कश्मीर में मौजूदा परिदृश्य के साथ बीडीसी चुनाव पर चर्चा करेंगे। जम्मू में पार्टी नेताओं पर गत दिनों प्रतिबंध हटाए गए हैं। लेकिन कश्मीर में अब भी पार्टी नेताओं और पार्टी के दोनों शीर्ष नेताओं पर पाबंदियां जारी हैं।

जम्मू-कश्मीर में धारा ३७० हटाने के साथ ५ अगस्त को पार्टी नेताओं पर पाबंदियां  लगाई गई थीं और अभी तक जारी हैं। राणा के अनुसार फारूक से राज्य के हालात पर चर्चा की गयी है। बीडीसी चुनाव पर अभी कोई बात नहीं हुई है। कश्मीर में पार्टी के शीर्ष नेताओं पर पाबंदियों के चलते अभी बीडीसी चुनाव में पार्टी की भागीदारी को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।