अपना दल में पारिवारिक कलह चरम पर पहुंच चुका है. पार्टी मां-बेटी की लड़ाई का मैदान बन चुकी है. मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल को उनकी मां कृष्णा पटेल ने गुरुवार को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. मां-बेटी के बीच काफी दिनों से मचे घमासान के चलते पार्टी दो फाड़ होती नजर आ रही है.
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को लखनऊ के लालबाग में मां कृष्णा पटेल ने पार्टी कार्यालय का ताला तोड़कर कब्जा जमा लिया. इसके बाद एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उन्होंने बताया कि अनुप्रिया पटेल को पार्टी से निकाल दिया गया है. इससे पहले बुधवार को अनुप्रिया पटेल ने कृष्णा पटेल के कब्जे वाले पार्टी के कार्यालय में ताला जड़ दिया था.
विरासत संभालने की जंग
पार्टी गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेने वाली अनुप्रिया पटेल को पार्टी की विरासत सौंपने की तैयारी पिछले साल ही शुरू हो गई थी, लेकिन चार नवंबर 2014 को हुए वाराणसी अधिवेशन में मां कृष्णा पटेल ने अपनी विरासत अनुप्रिया पटेल की जगह दूसरी बेटी पल्लवी पटेल को सौंपते हुए उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घोषित कर दिया. इसी के बाद से पार्टी में विरासत संभालने की जंग छिड़ गई. इसके अगले महीने पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते कृष्णा पटेल ने अनुप्रिया को महासचिव पद से हटा दिया. इसे गलत बताते हुए अनुप्रिया ने कृष्णा को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाते हुए खुद को पाट्री का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया था. उसके बाद से मां-बेटी में पार्टी के अंदर ही वर्चस्व की लड़ाई का दौर जारी है.