हिमाचल में भारी बारिश से तबाही, अब तक 22 लोगों की गयी जान

हिमाचल के कांगड़ा, मंडी और चम्बा जिलों में शनिवार को भारी बारिश और बाढ़ से दो बच्चों सहित 22 लोगों की मौत हो गयी है । सरकार ने इसे लेकर रेड अलर्ट घोषित किया है और मंडी और कुल्लू में स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं।

जानकारी के मुताबिक में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। कांगड़ा जिले में अंग्रेजों के जमाने में बना चक्की रेलवे ब्रिज टूट गया है। भारी बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में बह गए 15 लोगों की कोई जानकारी नहीं मिली है। आशंका है कि उनकी मौत हो गयी है।

सरकार के अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि चंबा जिले में शनिवार सुबह बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद एक घर गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मंडी में शुक्रवार की रात मंडी-कटोला-प्रसार मार्ग पर बाघी नाले में एक लड़की का शव उसके घर से करीब आधा किलोमीटर दूर बरामद किया गया, जबकि उसके परिवार के पांच सदस्य बह गए।

बादल फटने के बाद कई परिवारों ने बागी से पुराने कटोला क्षेत्रों के बीच स्थित अपने घरों को छोड़ दिया और सुरक्षित स्थानों पर शरण ली। विभाग ने कहा कि इसके अलावा, गोहर विकासखंड के काशान गांव में भूस्खलन के बाद एक अन्य परिवार के आठ सदस्यों के भी उनके घर के मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है। हालांकि, शवों को अभी तक बरामद नहीं किया गया है।

बाढ़ और भूस्खलन से मंडी जिले की कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। बल्ह, सदर, थुनाग, मंडी और लामाथच में लोगों के घरों और दुकानों में पानी घुस गया जबकि कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। ग्रामीण अपने घरों में फंस गए हैं।

भारी बरसात के चलते मंडी और कुल्लू में स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। चंबा की तीन तहसीलों डलहौजी, सिंहुता और चुवाड़ी में भी शिक्षण संस्थानों को प्रशासन ने एक दिन के लिए बंद कर दिया है।