विश्व लाफ्टर डे पर डाक्टरों ने कहा कि जमकर हंसो और दवा से बचों

आज विश्व लाफ्टर डे के अवसर पर डाक्टरों ने हंसने ओर हंसाने के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि हंसना एक प्रकार का व्यायाम है। और इसका स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पडता है।डाक्टरों का कहना है कि इस समय देश में कोरोना वायरस के कहर के कारण ओर लाँकडाउन होने की वजह से लोगों को घरों में रहना पड रहा है। जिसके कारण तनाव और डिप्रेशन के मामले तेजी से बढ रहे है। ऐसे में तनाव और डिप्रेशन से बचने के लिये हंसने और हंसाने से बढिया कोई अच्छा उपाय भी नहीं है।डाक्टरों का कहना है कि हंसना डिप्रेशन और तनाव से ही छुटकारा नहीं दिलाता है बल्कि इसका पूरा लाभ शरीर के हर अंग को मिलता है।साकेत मैक्स अस्पताल के कैथ लैब के डायरेक्टर डाँ विवेका कुमार ने बताया कि दिल की बीमारियों को दूर करने में हंसी का अहम योगदान है। हंसने से शरीर में एडोफिन नामक कैमिकल निकलता है। जिससे दिल मजबूत बनता है और स्वस्थ्य भी रहता है।जिसकी वजह से हार्ट अटैक की संभावना कम रहती है। डाँ विवेका कुमार का कहना है कि हंसने वाले लोगों को हार्ट से संबंधित बीमारियां ना हंसने वालों की तुलना में कम पायी जाती है। हार्ट रोग विशेषज्ञ डाँ के के अग्रवाल का कहना है, कि जो जमकर हंसता है वो दवा खाने से बचता है।उन्होंने बताया कि आज देश में कोरोना के कारण लोगों में एक डर और भय का कारण बना हुआ है।डाँ का कहना है, कि इस संक्रमित बीमारी में साफ – सफाई के साथ – साथ जिस तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग के जरिये कोरोना को हराने का प्रयास किया जा रहा है। उसी तरह अगर हम शरीर के इम्यून सिस्टम को हंसकर मजबूत कर सकते है।हंसने से ऐसे हार्मोन का रिसाव होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।

आईएमए के पूर्व संयुक्त सचिव डाँ अनिल बंसल ने बताया कि कोरोना जैसी बीमारी से लडने में इम्युनिटी का होना बहुत जरूरी है।मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर , और हार्ट रोग जैसी बीमारी से पीडित मरीजों को नियमित व्यायाम की जरूरत होती है। उसी प्रकार हंसी भी एक प्रकार का व्यायाम है। इसलिये हंसकर और प्रसन्न रहकर भी तामाम रोगों को हराया जा सकता है। हंसने के शरीर स्फूर्ति आती है जो शरीर को ताकत देती है। डाँ बंसल का कहना है जो दिन में कई बार हंसते है उनको नींद भी अच्छी आती है । जो स्वस्थ्य तन और मन के लिये बहुत जरूरी है।