चीन के राष्ट्रपति के खिलाफ कोरोना वायरस फैलाने का केस दर्ज

कोरोना वायरस का दायरा रोजाना बढ़ता जा रहा है। आज महाराष्ट्र मेें एक बुजुर्ग की कोरोना वायरस से मौत के साथ ही भारत में तीसरी मौत हुई। इससे पहले कर्नाटक और दिल्ली में एक-एक मरीज की मौत इस वायरस की वजह से हो चुकी है। लेकिन हम यहां बात कर रहे हैं, इस वायरस को फैलाने के लिए आखिर जिम्मेदार कौन है? इसकी शुरुआत चीन के वुहान से हुई, इससे सभी वाकिफ हैं। लेकिन चीन का कहना है कि अमेरिकी सेना ने वुहान में यह वायरस फैलाया, जिस पर अमेरिका में भी चीन के राजदूत को तलब किया गया। अब मामला भारत में कैसे पहुंचा और इसके लिए कौन जिम्मेदार है?

बिहार के मुजफ्फरपुर के सीजेएम कोर्ट में सोमवार को चीन के राष्ट्रपति और भारत में चीन के राजदूत के खिलाफ देश में कोरोना वायरस फैलाए जाने की साजिश रचने की शिकायत दर्ज कराई गई है। ध्यान देने वाली बात ये है कि मामले को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध भी कर लिया गया है। अब इस मामले की पर 11 अप्रैल को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में सुनवाई होगी।

वकील सुधीर कुमार ओझा द्वारा दायर शिकायत में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत में चीन के राजदूत सुन वेदोंग पर आरोप लगाया गया कि दोनों ने कोरोनो वायरस फैलाने की देश में साजिश रची। कोर्ट 11 अप्रैल की सुनवाई की तारीख तय कर दी।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस का पहला मामला पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान शहर में सामने आया था, और अब तक 150 से अधिक देशों में यह फैल चुका है। पूरा यूरोप इसकी चपेट में है। पूरी दुनिया में डेढ़ लाख से अधिक मामले दर्ज किये जा चुके हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में चीन के बाद इटली, स्पेन और ईरान हैं।

क्या आरोप लगाए
याचिका में कहा गया है कि आरोपियों ने साजिश के तहत कोरोना वायरस का ईजाद किया। इसका मकसद बायोलॉजिकल हथियार के रूप में प्रयोग कर अपने आपको विश्व शक्ति के रूप में स्थापित करना है। इसका नाम वुहान-400 रखा था।  साजिशन वायरस का प्रयोग किया गया और इसने पूरी दुनिया में कहर बरपाया है जिससे हजारों लोगों की मौत भी हो चुकी है। इतना ही नहीं, अब भी कोरोना वायरस से हजारों लोगों के संक्रमित होने का खतरा बरकरार है।