हाल ही में दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में हुई परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की दो दिवसीय पूर्ण बैठक भारत की सदस्यता के मुद्दे पर बिना किसी सहमति के समाप्त हो गई. चीन और कुछ अन्य देशों के विरोध के कारण उसकी सदस्यता के आवेदन पर फैसला अगली बैठक तक लिए टाल दिया गया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने चीन का नाम लिए बगैर कहा कि एक देश विशेष की ओर से लगातार विरोध के कारण भारत को 48 देशों के इस समूह में इस बार भी जगह नहीं मिल पाई. इस दौरान चीन के अलावा छह अन्य देशों ने भी भारत की सदस्यता का विरोध किया. वहीं बैठक के दौरान भारत की सदस्यता के आवेदन पर कोई निर्णय नहीं किए जाने पर कांग्रेस समेत दूसरी पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस ने कहा कि मोदी को यह समझने की जरूरत है कि कूटनीति में गहराई और गंभीरता की आवश्यकता होती है सार्वजनिक स्तर पर तमाशे की नहीं.
क्या है एनएसजी?