
निर्देशक» साजिद नाडियाडवाला
लेखक » रजत अरोड़ा, साजिद, चेतन भगत
कलाकार » सलमान खान, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, जैकलीन फर्नांडिस, रणदीप हुड्डा
बात पहले टूथपेस्ट की. फिर सलमान की.
टूथपेस्ट के इतिहास में दिलचस्पी रखने वाले दैदीप्यमान ज्ञानियों के अनुसार टूथपेस्ट के तकरीबन सात हजार साल पुराना होने के प्रमाण उनके पास हैं. इतना पुराना पेस्ट नहीं है, पर उसका वेस्ट और टेस्ट कहीं न कहीं है. निकट के वर्षों में जबसे बाजार ने ‘एक जार में एक आम’ बेचने का चलन विदेशों में शुरू किया था, टूथपेस्ट ने अनेकों रूपों में प्रकट होना शुरू कर दिया. उसे जगत में बिकना सिर्फ एक वजह से था –साफ करने वाला दातून जो कड़वा नहीं है- लेकिन इत्ते से काम के लिए टूथपेस्ट के सैकड़ों नाम, सैकड़ों रंग, सैकड़ों स्वाद, मुंह के अलग-अलग हिस्सों में प्रहार करने की अलग-अलग दैवीय क्षमताओं के साथ बाजार में चले आए. इनका लंगोटिया यार बना दांतों के साथ चमत्कार करनेवाला विज्ञापन अभियान, जिसे नफासत से दशकों से चलाते रहने के लिए इसे बनाने और बेचनेवाले एडवरटाइजिंग के नटवरलालों को मानवता का नमन.
सलमान खान की फिल्में यही टूथपेस्ट हैं. दशकों से उनके सैकड़ों नाम, रंग, स्वाद हैं और उतने ही दावे-वादे भी. लेकिन अंत में वे बेचती सिर्फ एक चीज हैं. सलमान खान. और चूंकि टूथपेस्ट की समीक्षाएं हमारे समाज में होती नहीं हैं, जोमेटो पर भी नहीं, सलमान खान की फिल्मों की भी समीक्षाएं नहीं होनी चाहिए.
लेकिन…