प्रेम नामक पेचीदा पहेली की साहित्यिक, सामाजिक और डॉक्टरी पड़ताल कर रहे हैं.
प्रेम, राजनीति और नेहरू-गांधी परिवार
भारतीय राजनीति के शीर्ष पर खड़ा एक ऐसा परिवार जिसने अकसर राजनीति के आगे प्रेम को तरजीह दी. प्रियदर्शन का आलेख.
यतीन्द्र मिश्र हिंदी साहित्य की उन प्रणय रचनाओं की चर्चा कर रहे हैं जिनमें कथ्य के बांकपन से लेकर प्रेम का उदात्त रूप और साथ में दैहिक पक्ष भी कई कोणों से समाहित रहा है.