इस सप्ताह के अंत तक सुलझ सकती है सर्वोच्च न्यायालय की दुविधा

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सर्वोच्च न्यायालय दुविधा से अभी पूरी तरह उबर नहीं पाया है हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि इस सप्ताह के भीतर सब कुछ समान्य जायेगा ।

जहाँ अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने आज कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि उच्चतम न्यायालय में संकट अभी सुलझा नहीं है, वहीं उच्चतम न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने उम्मीद जताई कि इस सप्ताह के अंत तक संकट सुलझ जाएगा।

वेणुगोपाल ने कल कहा था कि शीर्ष न्यायालय में सब कुछ सुलझ गया है। हालांकि आज उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि संकट अभी सुलझा नहीं है। उम्मीद करते हैं कि दो-तीन दिन के भीतर चीजें सुलझ जाएंगी।’’

उच्चतम न्यायालय में 12 जनवरी को तब संकट उत्पन्न हो गया था जब चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों न्यायमूर्ति जे चेलमेश्वर, न्यायमूर्ति रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर और न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ ने भारत के प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के नेतृत्व में शीर्ष न्यायालय के कामकाज की खुले तौर पर आलोचना की थी।

संकट के बारे में पूछे जाने पर वरिष्ठ वकील और उच्चतम न्यायालय बार एसोसिएशन (एससीबीए) के अध्यक्ष सिंह ने पी टी आई को आज बताया कि इस संकट के सप्ताह के अंत तक सुलझ जाने की संभावना है।

मौजूदा स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘इस सप्ताह के अंत तक संकट के सुलझने की उम्मीद है।’’

सिंह ने कहा कि जब उन्होंने रविवार को प्रधान न्यायाधीश को एससीबीए का प्रस्ताव सौंपा तो उन्हें ऐसा लगा कि संकट सुलझ जाएगा।