सरकार द्वारा योजना आयोग खत्म करने के फैसले की विभिन्न दलों द्वारा आलोचना के बीच अब खबर आ रही है कि जल्द ही आयोग की जगह पांच सदस्यों वाला थिंक टैंक ले सकता है. बताया जा रहा है कि यह पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु की अध्यक्षता में बन सकता है. चर्चा है कि इस थिंक टैंक में अर्थशास्त्री अरविंद पाणगरिया और बिबेक देबरॉय को भी जगह मिल सकती है. विज्ञान और तकनीक के किसी विशेषज्ञ और संघ परिवार की सोच से जुड़े किसी समाजशास्त्री को भी इसके परामर्श बोर्ड में शामिल किया जा सकता है. गौरतलब है कि देबरॉय और पाणगरिया लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी की कोर टीम से बतौर सलाहकार जुड़े हुए थे. बताया जा रहा है कि इस थिंक टैंक का नाम और इसमें कितने सदस्य होंगे, यह अभी तक तय नहीं हुआ है. चर्चा है कि इस थिंक टैंक के पास दूसरे क्षेत्रों के विशेषज्ञों से मदद लेने का अधिकार होगा.