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कश्मीर में 2 आतंकी ढेर

जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों ने बुधवार को दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। कश्मीर में शोपियां के जैनापोरा इलाके में देर रात से चल रहे एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने इन  आतंकियों को ढेर किया।

जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों की ओर से इलाके में चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर जैनापोरा इलाके के सुगान गांव में तलाशी अभियान चलाया जा रहा था।

आतंकियों की पहचान होनी बाकी है। इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। शोपियां के सुगान गांव में एनकाउंटर मंगलवार रात से मुठभेड़ जारी थी। सुरक्षाबलों की ओर से इलाके में चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद यह एनकाउंटर शुरू हुआ।

पुलिस के मुताबिक आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर जैनापोरा इलाके के सुगान गांव में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाया। इसी बीच आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाईं, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इसके बाद सुरक्षा बलों की जबावी कार्रवाई में दो आतंकी मार गिराए गए।

रिया चक्रवर्ती और दो अन्य को बॉम्बे हाईकोर्ट से जमानत, शोविक को नहीं

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत हत्या मामले के बाद ड्रग्स केस में एनसीबी की तरफ से गिरफ्तार की गईं अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को जमानत मिल गयी है। बुद्धवार को बॉम्बे हाईकोर्ट से उन्हें यह जमानत मिल गयी है, हालांकि उनके भाई शोविक चक्रवर्ती को जमानत नहीं मिली है। रिया के साथ दो और लोगों को भी जमानत मिली है। रिया की जमानत अर्जी पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा था।

रिया के साथ शौविक चक्रवर्ती, सैमुअल मिरांडा, दीपेश सावंत, ज़ैद विलात्रा और अब्देल बासित परिहार जेल में हैं। अब रिया के साथ सैमुअल मिरांडा और दीपेश सावंत को भी जमानत मिल गयी है।

पहले रिया को सुशांत सिंह की हत्या के मामले में ही कई टीवी चैनलों की डिबेट्स में लपेटने की कोशिश की गयी थी, जिसके बाद इस तरह के ‘मीडिया ट्रायल’ की कड़ी शब्दों में निंदा हुई थी। बहुत से लोगों का कहना था कि किसी को इस तरह बिना सबूतों के इस तरह हत्या के मामले में नहीं घसीटना चाहिए। हालांकि, जैसे ही जांच शुरू हुई यह मामला ड्रग्स रॉकेट के मामले में बदल गया।

इसके बाद रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया गया।  हालांकि, अब उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट ने जमानत दे दी है। रिया की जमानत अर्जी पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा था। रिया चक्रवर्ती के भाई शौविक चक्रवर्ती को हालाँकि, कोर्ट से राहत नहीं मिली है।

बता दें इससे पहले सत्र न्यायालय ने मंगलवार को रिया और शौविक की न्यायिक हिरासत 20 अक्टूबर तक बढ़ा दी थी। रिया की न्यायिक हिरासत मंगलवार को समाप्त हो रही थी। हालांकि, रिया की जमानत अर्जी पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा था। याद रहे बॉलीवुड ड्रग केस की जांच नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) कर रहा है।

बिहार चुनाव में जेडीयू 122, भाजपा 121 सीटों पर लड़ेंगे, चिराग पासवान को लगाई भाजपा ने कड़ी ‘फटकार’

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जनता दल और भाजपा ने सीटें बांट ली हैं। इस चुनाव में जेडीयू 122 और भाजपा 121 सीटों पर लड़ेंगे। इन्हीं सीटों में से यह दल  सहयोगियों को सीटें देंगे। बिहार विधनसभा में कुल 243 सीटें हैं। इसकी घोषणा कुछ देर पहले भाजपा-जेडीयू ने साझी प्रेस कांफ्रेंस में की। भाजपा ने साफ़ कर दिया है कि चिराग पासवान एनडीए के साथ तभी माने जायेंगे जब वे  नेतृत्व मानेंगे।

इस बीच भाजपा ने एलजेपी के नेता चिराग पासवान को कड़ी फटकार लगाई है और कहा है कि जो नीतीश कुमार के नेतृत्व को मानेगा, वहीं एनडीए का साथी माना जाएगा। एक दिन पहले ही चिराग ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की तारीफ़ की थी और उन्हें छोटा भाई कहा था।

बिहार चुनाव के लिए भाजपा के प्रभारी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अन्य नेताओं के साथ एक साझी प्रेस कांफ्रेंस की और इन सीटों के अलावा अन्य मसलों पर बताया। जेडीयू अपने हिस्से की 121 सीटों में से जीतन राम मांझी को 7 सीटें देगी।

उधर भाजपा ने केंद्र में अपनी सहयोगी एलजेपी के नेता चिराग पासवान को कड़ी फटकार लगाई है। चिराग ने कल ही घोषणा की थी कि उनकी पार्टी अलग से चुनाव लड़ेगी। हालांकि, आज भाजपा ने कहा जो नीतीश कुमार का नेतृत्व मानेगा वहीं एनडीए माना जाएगा। इससे यह तय हो गया है कि बिहार चुनाव से ऐन पहले एनडीए टूट गया है।

अब बिहार की राजनीति तेजस्वी और चिराग पासवान के इर्द-गिर्द

अपनी-अपनी ढ़पली अपने –अपने राग इसी पर चल रही है बिहार की सियासत। बतातें चलें, लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने टिकट वितरण को लेकर भाजपा से जो राग अलापना शुरू किया । उससे बिहार की सियासत में नये समीकरण ऊभर कर सामने आने लगे है। बताते चलें बिहार की राजनीति का मिजाज क्या है। वहां के राजनीतिक समीकरण, चुनाव के पहले और बाद के मद्देनजर रखकर चुनावी खेल-खेला जाता है। क्योंकि चुनाव के पूर्व में किसी के साथ गठबंधन होता है, तो किसी से चुनाव के बाद गठबंधन कर सरकार बना ली जाती है। बिहार के स्थानीय नेताओं का कहना है ,कि इस बार जो कोरोना काल में चुनाव हो रहा है। वो सही मायने में अनोखा चुनाव हो रहा है। जैसे पहले बिहार की राजनीति में लालू यादव , नीतिश कुमार अहम् होते थे। रामविलास पासवान बिहार में  मुख्यमंत्री पद के दावे दार तो नहीं रहे पर बिहार के राजनीतिक समीकरण बनाने और बिगाड़ने में अहम् भूमिका निभाते रहे है। लेकिन इस लालू यादव के जेल में होने के कारण उनका बेटा तेजस्वी यादव जो महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार है। तेजस्वी यादव बिहार की राजनीति में स्थापित नेता माने जाते है।

वहीं इस बार लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने अपने दम पर 143 सीटों पर भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात करके और नीतिश कुमार के विरोध में जो राग अलापा है। उससे बिहार की राजनीति में चिराग एक बड़े नेता बनकर उभरे है।कुल मिलाकर अब इस बार बिहार के बड़े नेताओँ के बेटों तेजस्वी यादव और चिराग पासवान का सीधा मुकाबला नीतिश कुमार से होगा।बिहार के एक नेता रोहित सिंह का कहना है कि बिहार में अब तक भाजपा का कोई भी नेता मुख्यमंत्री नहीं बना है। ऐसे में जो राग नये –नये अलापे जा रहे है, कहीं वो भाजपा के सियासी दांव तो नहीं ।मौजूदा वक्त में बिहार की राजनीति उलझी हुई है। बिहार के पत्रकारों का कहना है, कि बिहार की जनता बदलाव के मूड़ में दिख रही है जरूर चुनावी परिणाम चौंकाने वाले हो सकते है।

राजधानी दिल्ली की कोरोना काल में चमक पड़ रही है फींकी

अब देश की राजधानी दिल्ली की चमक कुछ फीकीं सी दिखने लगी है। इसे कोरोना काल का साया का असर कह लें या फिर शासन-प्रशासन की अनदेखी। कोरोना काल के कारण व्यवस्थायें ध्वस्त हुई है। लेकिन इसका इतना बुरा असर होगा ,उसका तो अंदाजा तक नहीं था। दिल्ली में सड़कों हालत जर्जर है। अब दिल्ली में बिजली की कटौती आम बात हो रही है। कोरोना संक्रमण से बचाव के तौर पर दिल्ली परिवहन की बसों में सिर्फ 17 लोगों को ही बैठाया जा रहा है। जो एक भद्दा मजाक है । क्योंकि छोटी सी आटों में 5 और 6 सवारी बैठायी जा रही है और जो प्राववेट बस है, जो किसी ना नेताओं की है। उनमें सवारियों को ठूंस –ठूस कर भरा जा रहा है। जो संक्रमण फैलाने का प्रमुख कारण बन सकता है।

और तो और जब दिल्ली सरकार की परिवहन बसें नहीं आती है और आती है तो पहले से ही 17 सवारी बैठी होती है। इसके कारण सवारियां बसों में नहीं बैठ पाती है । सो वे सवारियां जो सैकड़ों में बस स्टाँप पर खड़ी रहती है। उससे भी जमकर संक्रमण फैल रहा है। सड़क किनारों पर लगें पेड़ों की हालत और पार्कों की मुरझायीं हालत देखकर कोई भी कह सकता है। सरकार कागजों में कोरोना के खिलाफ अभियान में ध्यान दें रही है। धरातल में कुछ और ही है। जिससे जनता को काफी परेशानी हो रही है।भाजपा नेता व केन्द्रीय फिल्म बोर्ड के सदस्य राजकुमार सिंह का कहना है कि दिल्ली सरकार की आप पार्टी की सरकार अपने विज्ञापनों के जरिये सरकार के कामों को बखान करती रहती है । जिसका जमीनी स्तर पर कोई लेना देना नहीं है। राजधानी दिल्ली में विकास काम ठप्प सा दिख रहा है।

खुद ट्रैक्टर चलाकर राहुल गांधी का हरियाणा की तरफ कूच, बार्डर पर तनाव, कार्यकर्ताओं की भीड़

पंजाब में तीन दिन की ‘खेती बचाओ, किसान बचाओ’ यात्रा के आखिरी दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने खुद ट्रैक्टर चलाकर हरियाणा की तरफ कूच किया। उनके साथ ट्रैक्टर पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रभारी महासचिव और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत और अन्य नेता भी थे। हालांकि, हरियाणा सरकार के राहुल गांधी को अकेले आने के प्रस्ताव के बाद दोनों राज्यों की सीमा पर पुल के पास बड़ी संख्या में युवा कांग्रेस और कांग्रेस कार्यकर्ता जुटे हुए हैं। राहुल के साथ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी हैं, और फिलहाल सीमा के पास गेट खुलने का इंतजार कर रहे हैं। हरियाणा बार्डर पर तनाव की स्थिति बनी हुई है।

राहुल गांधी थोड़ी देर के बाद हरियाणा की सीमा के पास पहुंचने वाले हैं, जहां हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा, किरण चौधरी और अन्य नेता  लिए पहुंचे हुए हैं। हालांकि, हरियाणा पुलिस ने वहां बैरिकेड लगा रखे हैं। हरियाणा ने कहा है कि राहुल को सभी लोगों के साथ हरियाणा नहीं घुसने दिया जाएगा और उन्हें  के  आने की इजाजत दी। जाएगी वहां तनाव है और कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस के लगाए बैरिकेड हटा रहे हैं। एक कांग्रेस कार्यकर्ता को घायल होते देखा गया है जिसके सिर से खून बह रहा है। अभी यह पता नहीं कि उस व्यक्ति को चोट कैसे लगी। वहां कुछ लोगों को कहते सुना गया कि घायल को पत्थर लगने से चोट लगी है।

इससे पहले राहुल गांधी ने आज पिछले हफ्ते उनके हाथरस जाते हुए पुलिस के साथ धक्का-मुक्की में जमीन पर गिरने को लेकर प्रतिक्रिया दी। पंजाब में तीन दिन तक किसान कानूनों पर रैलियां कर रहे राहुल गांधी ने कहा – ‘कोई बड़ी बात नहीं है। क्या हुआ जो मुझे धक्का दे दिया गया था, हमारा काम देश को बचाना है।’

राहुल ने कहा कि वे हरियाणा की तरफ रास्ता खुलने का इन्तजार कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा – ‘उन्होंने गेट लगा रखे हैं। खुलेंगे तभी आगे बढ़ पाऊंगा। उनके साथ पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी हैं।

उधर हरियाणा के सिरसा में भी तनाव की खबर है। जहाँ किसानों की बड़ी भीड़ पर हरियाणा की पुलिस पानी की तेज बौछारें कर रही हैं।

कानून व्यवस्था को लेकर बंगाल और बिहार के भाजपा नेता अपने ही बयानों में फंसे

पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी अपनी ही सरकारों की कानून व्यस्था पर सवाल उठाकर घिर गए हैं। इनके बयानों और ट्वीट से उनकी अपनी ही पार्टी में किरकिरी हो रही है।
पिछले दिनों बंगाल में एक भाजपा नेता की हत्या मामलर को लेकर दिलीप घोष ने ममता सरकार पर निशाना साधा। घोष ने कहा कि बंगाल धीरे-धीरे उत्तर प्रदेश और बिहार की तरह माफिया राज के हाथ में जा रहा है।
दिलीप घोष शायद ये भूल गए कि ये जिन राज्यों का नाम लेकर वो ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोल रहे हैं वहां भाजपा या सहयोगी की सरकारें हैं। दिलीप घोष के बयान के बहाने अब विरोधी दलों को मौका मिल गया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ट्वीट किया कि दिलीप घोष को ट्रोल मत कीजिए वो एक ईमानदार नेता हैं, जिन्होंने स्वीकारा है कि उनकी पार्टी के शासन वाले यूपी और बिहार की कानून व्यवस्था ठीक नहीं है। बिहार के नेता पप्पू यादव ने भी ट्वीट किया- उत्तर प्रदेश और बिहार में माफियाराज है। यह मैंने नहीं, पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है। मुझे बस इतना जानना है कि इन माफियाओं का सरगना कौन है? नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार या ढोंगी आदित्यनाथ!
वहीं, बिहार के वरिष्ठ भाजपा नेता और बिहार सरकार में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर बयान देकर घिर गए हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि राहुलजी आप हाथरस की पीड़िता से तो मिलने जाते हैं और यूपी सरकार को घेर रहे हैं, पर बिहार के पूर्णिया में नेता की हत्या पर चुप हैं।

सीजेआई ने हाथरस घटना को चौंकाने वाला बताया, यूपी सरकार से तीन बिंदुओं पर हलफनामा मांगा, अब सुनवाई 12 अक्टूबर को

उत्तर प्रदेश के हाथरस में आधी रात को पुलिस के गैंगरेप और अमानुषिकता पीड़ित एक दलित लड़की का शव बिना परिवार की मंजूरी के मिट्टी का तेल डालकर जलाने के जिस मामले ने देश भर में गुस्सा भर दिया है, को लेकर दायर अलग-अलग याचिकाओं पर मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय ने सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार से गवाहों-परिवार की सुरक्षा, पीड़ित परिवार के वकील और इलाहाबाद हाईकोर्ट के स्टेट्स जैसे तीन मुख्य बिंदुओं पर हलफनामा दाखिल कर जबाव देने को कहा है। अब इस मामले पर अगली सुनवाई 12 अक्टूबर को रखी गयी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वह सुनिश्चित करेगा कि हाथरस मामले की जांच सही तरीके से चले।

सर्वोच्च अदालत में आज सुनवाई के दौरान प्रधान न्यायाधीश एसए बोबड़े ने इस मामले को चौंका देने वाला बताया है। याचिककर्ता के वकील ने अदालत की निगरानी में जांच की बात कही जिसपर प्रधान न्यायाधीश ने उनसे जानना चाहा कि वो इलाहाबाद हाईकोर्ट क्यों नहीं गए ? सुनवाई शुरु होते ही यूपी सरकार की ओर से  महाधिवक्ता तुषार मेहता ने कहा कि हम इस याचिका का विरोध नहीं कर रहे, लेकिन समाज में जिस तरह से भ्रम फैलाया जा रहा है, हम उसके बारे में सच सामने लाना चाहते हैं। पुलिस और एसआईटी जांच चल रही है, इसके बावजूद हमने सीबीआई जांच की सिफारिश की है।

महाधिवक्ता ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय इस जांच देखरेख करे और सीबीआई से जांच हो। इस पर याचिकाकर्ता की वकील इंदिरा जयसिंह ने कहा कि पीड़ित परिवार सीबीआई जांच से संतुष्ट नहीं है, वो कोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच चाहते हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि आपकी मांग जांच को ट्रांसफर करने की है या फिर ट्रायल को ट्रांसफर करने की है?

प्रधान न्यायाधीश ने कहा ‘यह घटना बहुत ही असाधारण और चौंकाने वाली है।  यही कारण है कि हम आपको सुन रहे हैं, लेकिन अन्यथा हमें यह भी नहीं पता है कि आप लोकस हैं या नहीं। हम यह नहीं कह रहे हैं कि यह चौंकाने वाला मामला नहीं है या कि हम मामले में आपकी भागीदारी की सराहना नहीं करते हैं, लेकिन कहना चाहते हैं कि याचिकाकर्ता का लोकस नहीं है’।

वकील कीर्ति सिंह ने कहा कि ‘मैं कोर्ट की महिला वकीलों की तरफ से बोल रही हूं।  हमने रेप से जुड़े कानून पर काफी अध्यययन किया है। यह एक झकझोरने वाली घटना है।’ इस पर प्रधान न्यायाधीश ने कहा ‘हर कोई कह रहा है कि घटना झकझोरने वाली है, हम भी यह मानते हैं। तभी आपको सुन रहे हैं, लेकिन आप इलाहाबाद हाई कोर्ट क्यों नहीं गईं’?

प्रधान न्यायधीश ने कहा ‘क्यों नही मामले की सुनवाई पहले हाई कोर्ट करे, जो बहस यहां हो सकती है, वही हाई कोर्ट में भी हो सकती है। क्या ये बेहतर नहीं होगा कि हाई कोर्ट मामले की सुनवाई करे ? सभी दलीलों को सुनने के बाद सीजेआई बोबडे ने कहा ‘हम पीड़ित पक्ष और गवाहों की सुरक्षा ‌के‌ यूपी सरकार के बयान को दर्ज कर रहे हैं या आप हलफनामा दाखिल करें’?

इस पर महाधिवक्ता तुषार मेहता ने कहा ‘कल तक दाखिल कर देंगे।’ प्रधान न्यायाधीश ने कहा ‘ठीक है, आप गवाहों की सुरक्षा को लेकर किए इंतजामों पर और पीड़ितों की सुरक्षा के बारे में हलफनामे में पूरी जानकारी दें।’  अब इस मामले पर अगली सुनवाई 12 अक्टूबर को रखी गयी है।

प्रियंका गांधी से बदसलूकी के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने यूपी के डीजीपी से जबाव मांगा

उतर प्रदेश के हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ पुलिस के उनके कपड़ों पर हाथ डालने के मामले में अब इस अभद्रता पर  राष्ट्रीय महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश के पुलिस प्रमुख (डीजीपी) जवाब तलबी की है।

बता दें हाथरस कांड, जिसमें पीड़िता को आधी रात को पुलिस ने मिटटी का तेल डालकर जला दिया था, के परिवार से मिलने राहुल गांधी और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जा रहीं प्रियंका गांधी से एक पुरुष पुलिसकर्मी के अभद्र तरीके से पेश आने की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था और इसके लिए देश भर में लोगों ने योगी सरकार और पुलिस को जमकर कोसा था।

इसके बाद यह मामला तूल पकड़ गया और कांग्रेस सहित शिव सेना और विपक्ष के नेताओं ने इसकी कड़ी निंदा की। विपक्षी दलों ने इसे लेकर यूपी सरकार और पुलिस विभाग की आलोचना की। सोशल मीडिया पर भी यह एक बड़ा मसला बन गया। अब इसका संज्ञान लेते हुए महिला आयोग ने यूपी के डीजीपी से जवाब मांगा है।

आयोग ने नोटिस जारी करते हुए कहा है कि प्रियंका के साथ हुई अभद्रता किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है। इसके अलावा पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह से असंवेदनशील दिखाई देती है। एनसीडब्ल्यू के एक ट्वीट में कहा गया है कि चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने यूपी के डीजीपी से तत्काल इसपर जबाव मांगा है। साथ ही आयोग ने गौतमबुद्ध नगर के डीएम और डीसीपी से भी महिला आयोग ने अपना पक्ष रखने को कहा है।

एनसीडब्ल्यू का ट्वीट –

NCW
@NCWIndia
@NCWIndia condemns the alleged manhandling of #PriyankaGandhi by police while she was on her way to #Hathras. This insensitive behaviour is totally unacceptable. Considering the sensitivity of the matter, our Chairperson @sharmarekha has sought a reply from @dgpup at the earliest

ट्रंप लौटे व्हाइट हाउस, आते ही मास्क उतारा, जो बिडेन ने ट्वीट करके लिखा ‘वियर अ मास्क, दे सेव लाइव्स’

कुछ समय से कोविड-19 से संक्रमित अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस लौट आए हैं। अपने आवास लौटते ही ट्रंप ने जो सबसे पहला काम किया, वह यह था कि उन्होंने अपने चेहरे पर लगा मास्क हटा दिया। साथ ही कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। हालांकि, राष्ट्रपति पद के लिए उनके प्रतिद्वंदी जो बिडेन ने एक ट्वीट में अपनी (मास्क पहनते हुए) और ट्रंप की (मास्क उतारते हुए) वीडियो साझा करते हुए लिखा – ‘वियर अ मास्क’, जिसके नीचे लिखा है – ‘मास्क्स मैटर, दे सेव लाइव्स’।

रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप अपने हेलिकॉप्टर से उतरने के बाद व्हाइट हाउस के ऊपरी तल पर पहुंचे। उस समय मीडिया के लोग वहां उपस्थित थे। ट्रंप ने तुरंत  मास्क उतारा और कैमरामैन के लिए पोज़ दिया। चूंकि, ट्रंप अभी कोरोना से संक्रमित  हैं, लिहाजा उनके इस तरह मास्क उतरने को सोशल मीडिया पर लोगों ने लापरवाही बरतने के रूप में बताया है।

यही नहीं राष्ट्रपति पद के लिए उनके प्रतिद्वंदी जो बिडेन ने एक ट्वीट में अपनी (मास्क पहनते हुए) और ट्रंप की (मास्क उतारते हुए) वीडियो साझा करते हुए लिखा – ‘वियर अ मास्क’, जिसके नीचे लिखा है – ‘मास्क्स मैटर, दे सेव लाइव्स’।
ट्रंप कुछ समय पहले कोरोना की चपेट में आए हैं, जिसके बाद उनका तबीयत बिगड़ गयी थी और उन्हें मेडिकल सेंटर ले जाया गया था सोमवार को वॉल्टर रीड के डाक्टरों  ने अपने बयान में कहा था कि डोनाल्ड ट्रंप अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं लेकिन वो अस्पताल से डिस्चार्ज होने की हालत में हैं, और उन्हें कुछ दिन व्हाइट हाउस में आइसोलेशन में रहना होगा।

हालांकि, राष्ट्रपति पद के चुनाव नजदीक होने से ट्रंप पर दबाव है लिहाजा वे सार्वजनिक रहकर समर्थकों का हौसला बनाये रखना चाहते हैं। अब ट्रंप ने व्हाइट हाउस से एक वीडियो भी ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने कहा कि वो पूरी तरह फिट हैं और 20 साल पहले से भी बेहतर महसूस कर रहे हैं। ट्रंप ने कहा – ‘कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है, मैं अब इसके बारे में काफी कुछ जान चुका हूं।’

राष्ट्रपति ने कहा कि वह जल्द ठीक होकर चुनाव प्रचार पर लौटेंगे और इसके लिए वो डॉक्टर्स और अमेरिकी लोगों का शुक्रिया करते हैं। बता दें कि ट्रंप के अलावा फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप भी कोरोना से संक्रमित हैं, हालांकि वो व्हाइट हाउस में ही आइसोलेशन में हैं।

वैसे ट्रंप की हालत पहले से बेहतर दिखा रही है, भले वे अभी पूरी तरह स्वस्थ नहीं हुए हैं। कल भी ट्रंप कुछ देर के लिए गाड़ी से बाहर निकले थे और समर्थकों का अभिवादन स्वीकार किया था। व्हाइट हाउस के अधिकारियों के मुताबिक वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर में तीन रातें गुजारने के बाद ट्रंप छुट्टी के लिए आतुर थे। डॉक्टरों ने सोमवार को कहा था कि हाल के दिनों में अचानक दो बार उनका ऑक्सीजन स्तर गिर गया और उन्हें ऐसा ऐस्ट्रॉयड दिया जिसे बहुत ही बीमार व्यक्ति को ही दिये जाने की सिफारिश की जाती है। उसके बाद भी डॉक्टरों ने कहा था कि ट्रंप का स्वास्थ्य सुधर रहा है और उन्हें सोमवार को छुट्टी दी जा सकती है  और बाकी उपचार व्हाइट हाउस में होगा।

ट्रंप के मास्क पर बिडेन का ट्वीट –
Joe Biden
@JoeBiden
Wear a mask.
MASKS MATTER.
THEY SAVE LIVES.