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मॉनसून सत्र के लगातार दूसरे दिन संसद में पेगासस जासूसी काण्ड पर कांग्रेस सहित विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया। संसद की कार्यवाही 22 जुलाई तक स्थगित कर दी गयी है। कांग्रेस ने पेगासस मामले की जांच करवाने की मांग की है। पार्टी ने सदन में कोरोना से मौतों का मामला भी उठाया है। पत्रकारों की जासूसी के बाद पिछले कल ही यह खुलासा भी हुआ था कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई नेताओं, चुनाव आयोग, सेना, सरकारी महकमों के अन्य अधिकारियों की भी जासूसी की गयी है। सरकार ने अभी तक इसमें अपना कोई हाथ होने से इनकार किया है, हालांकि यह तथ्य भी सामने आया है कि कम्पनी अपने सॉफ्टवेयर पेगासस का इस्तेमाल करने की इजाजत ‘सिर्फ सरकारों को ही’ देती है।
आज जब संसद में इस मसले पर कांग्रेस ने जबरदस्त हंगामा किया तो प्रधानमंत्री मोदी ने इसे लेकर कांग्रेस पर हमला करते हुए उसकी आलोचना की। आज लगातार पेगासस सॉफ्टवेयर से कथित जासूसी प्रकरण को लेकर मंगलवार को विपक्ष के सदस्यों ने भारी हंगामा करते हुए वेल तक पहुँच गए। इस कारण से सदन की कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पाई। पेगासस प्रोजेक्ट मीडिया रिपोर्ट पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि इसमें सरकार की कोई भागीदारी नहीं है, लेकिन अगर विपक्ष सही प्रक्रिया से मुद्दा उठाना चाहता है तो उन्हें मुद्दा उठाने दो। आईटी मंत्री ने इस पर पहले ही बयान दिया है। जासूसी मुद्दे पर चर्चा के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करने की विपक्ष की मांग को लेकर जबरदस्त नारेबाजी के बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी स्थगित कर दी गयी। मंगलवार को दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही पेगासस जासूसी के मामले को लेकर शोरगुल होने लगा और लोकसभा को 2 बजे और राज्यसभा को 12 बजे तक स्थगित करना पड़ा। पहले दिन भी कामकाज बाधित रहा था और कार्यवाही को पहले कई बार थोड़ी-थोड़ी देर के लिए और बाद में पूरे दिन के लिए स्थगित करना पड़ा था। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष के सांसदों ने फिर से पेगासस जासूसी के मामले पर हंगामा किया और पहले सदन को 1 बजे तक और फिर 4 बजे तक स्थगित करना पड़ा। उधर लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे फिर से शुरू हुई तो वहां भी हंगामा शुरू हो गया और सदन को 3 बजे तक स्थगित करना पड़ा। तीन बजे कार्यवाही शुरू होने के बाद वही हालात रहे और लोकसभा को 22 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया। कुछ दिन पहले 40 पत्रकारों के फ़ोन टैपिंग की ख़बर सामने आने के बाद देश भर में हंगामा मचा हुआ है। कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया था कि मोदी सरकार लोगों के बेडरूम में झांक रही है और जासूसी कर रही है। उन्होंने सीधे-सीधे आरोप लगाया था कि मोदी सरकार ने देशद्रोह किया है और राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ किया है। कांग्रेस मीडिया विभाग प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा का नाम अब ‘भारतीय जासूस पार्टी’ होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के साथ ही उनके स्टाफ़ की भी जासूसी की गई। |
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क्राइम सीन इन्वेस्टिगेटर बने क्राइम पेट्रोल के होस्ट अनूप सोनी
लोकप्रिय अपराध आधारित शो क्राइम पेट्रोल के होस्ट व अभिनेता अनूप सोनी ने हाल ही में अंतराष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान (आर्इएफएस) शिक्षा विभाग से अपराध दृश्य जांच में सर्टिफिकेट हासिल किया है।
इस कोर्स को पूरा कर सर्टिफिकेट हासिल करने की जानकारी अनूप ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर साझा की है।
पोस्ट शेयर कर उन्होंने लिखा, “क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन” में सर्टिफिकेट कोर्स हाल ही में लॉकडाउन के दौरान मैंने अपना समय और ऊर्जा कुछ और रचनात्मक बनाने का फैसला किया। हाँ, यह बेहद चुनौतीपूर्ण था, ‘किसी प्रकार के अध्ययन’ पर वापस जाना। लेकिन निश्चित रूप से एक विकल्प जिस पर मुझे गर्व है।“
अंतराष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार के साथ पंजीकृत है। अपनी डिग्री की फोटो इंस्टाग्राम पर अपलोड करने के बाद से ही अनूप सोशल मीडिया पर लगातार ट्रेंड कर रहे है। कमेंट सेक्शन में लिखकर उनके दोस्तों ने उन्हें डिग्री हासिल करने की बधार्इ दी है।
हंगामे के साथ संसद के मानसून सत्र की शुरुआत
विपक्ष के शोरशराबे के चलते मंत्रियों का परिचय नहीं करा पाए प्रधानमंत्री
संसद के मानसून सत्र का हंगामे के साथ आगाज हुआ। दोनों सदनों में सोमवार को विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष हमलावर दिखा। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने नए मंत्रिपरिषद के साथियों का भी परिचय नहीं करा सके।
प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कुछ लोगों को यह रास नहीं आ रहा है कि दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग और महिला मंत्रियों का यहां परिचय कराया जाए। उन्होंने विपक्षी दलों के रवैये को महिला एवं दलित विरोधी मानसिकता तक करार दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने पहले लोकसभा में और बाद में राज्यसभा में जब नए मंत्रियों का सदन में परिचय देना शुरू किया। उसी दौरान दोनों सदनों में विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया। राज्यसभा के सभापति एम वैंकेया नायडू एवं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से शांत होने और मंत्रियों का परिचय होने देने की अपील की। किंतु उनकी अपील का विपक्षी सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि विपक्ष परंपराओं को न तोड़े। आप लंबे समय तक शासन में रहे हैं, परंपरा को तोड़कर सदन की गरिमा को कम न करें।
राजनाथ ने हंगामे को दुखद बताया
बाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नए मंत्रियों का परिचय कराने के दौरान कांग्रेस सदस्यों के हंगामे को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने संसद में ऐसा दृश्य अपने 24 वर्ष के संसदीय जीवनकाल में नहीं देखा। उन्होंने कहा कि संसद की सबसे बड़ी शक्ति स्वस्थ परंपराएं होती हैं। ये परंपराएं संविधान एवं संसद नियमों पर आधारित होती हैं। इनको बनाकर रखना सत्ता पक्ष, विपक्ष सभी की जिम्मेदारी है।
इसके बाद जब प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में मंत्रिपरिषद के सदस्यों का परिचय कराना शुरू किया तो वहां पर भी हंगामा शुरू हो गया। ऐसे में प्रधानमंत्री ने उच्च सदन में प्रश्न किया कि यह कौन सी मानसिकता है कि आदिवासी के बेटे, दलित के बेटे और किसान के बेटे का गौरव करने को लोग तैयार नहीं हैं? नेता सदन पीयूष गोयल ने विपक्ष के इस आचरण की निंदा की। गोयल ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री के समय से चल रही इस परंपरा में बाधा पहुंचाना बहुत दुखद है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का यह व्यवहार देश के लोकतंत्र को हानि पहुंचाएगा।
पेगासस : राहुल गांधी की भी की गयी जासूसी, सूची में उनका और प्रशांत किशोर का भी आया नाम
पेगासस स्पाइवेयर विवाद मामले में 40 पत्रकारों की जासूसी के आरोपों के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भी नाम जुड़ गया है। बताया गया है कि जासूसी किये जाने वाले नेताओं की सूची में राहुल गांधी और उनके करीबी भी हैं। कल सरकार ने कहा था कि जो आरोप लग रहे हैं वे बेबुनियाद हैं, हालांकि, अब राहुल गांधी की जासूसी किये जाने (फोन हैक करने) की बात सार्वजनिक रूप से सामने आने के बाद राजनीतिक तूफान मच सकता है।
बता दें विश्व भर में न्यूज संगठनों के समूह ने अपनी एक रिपोर्ट में भारत में पत्रकारों, नेताओं की जासूसी करने का खुलासा करके हंगामा खड़ा कर दिया है। रिपोर्ट में दावा है कि दुनिया भर में सरकारों ने पत्रकारों, राजनीतिकों के अलावा मशहूर हस्तियों की जासूसी करने के लिए इजरायली सॉफ्टवेयर पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया है। रिपोर्ट में भारत में इस सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल का दावा है।
राहुल गांधी का नाम सामने आने के बाद देश में राजनीतिक रूप से तूफड़ान खड़ा हो सकता है। उनके अलावा चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर का भी नाम है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, अब आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव, प्रह्लाद पटेल आदि की जासूसी करने की बात भी सामने आई है।
रिपोर्ट में पत्रकारों, राजनेताओं (मंत्रियों और विपक्ष सहित), सरकारी संस्थानों के प्रमुख (चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और अन्य ), सेना के अधिकारियों सहित कोई 300 भारतवासियों के फोन हैक करके उनकी जानकारी चुरा लेने (जासूसी करने) के लिए पेगासस सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल का दावा है। यह जासूसी लोकसभा चुनाव से पहले 2018 और 2019 के बीच के काल में की गयी है।
दिलचस्प यह है कि सोमवार शाम राहुल गांधी का नाम सूची में होने की बात सामने आने से पहले सुबह ही राहुल गांधी ने इस मसले पर प्रतिक्रिया दी थी। गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए तंज कसते हुए कहा था – ‘हम जानते हैं कि आप क्या पढ़ रहे हैं – आपके फोन की हर एक बात जानते हैं।’ एक और ट्वीट में गांधी ने कहा – ‘साथियो, आजकल आप लोग जो पढ़ रहे हैं उसे जानकर मुझे हैरानी हो रही है।’
यह रिपोर्ट सामने आने के बाद भारत में कांग्रेस के अलाव पूरा विपक्ष अब सरकार पर हमलावर हो गया है। अब नेताओं के नाम सामने के बाद यह मामला राजनीतिक रंग ले लेगा। रिपोर्ट में यह दावा होने के बावजूद कि इजरायल के सॉफ्टवेयर पेगासस स्पाइवेयर के जरिए सरकार ने पत्रकारों और नेताओं के फोन टेप कराए, सरकार ने इसे बेबुनियाद बताया है। कुछ समय पहले तक आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज भाजपा प्रवक्ता के नाते इन आरोपों को खारिज किया
मायावती ‘खफा’ ब्राह्मणों को साधेंगी, बसपा के ब्राह्मण सम्मेलन का अयोध्या से होगा आगाज
उत्तर प्रदेश में मिशन-2022 के लिए जोर आजमाइश चालू हो चुकी है। सभी प्रमुख दल अपने-अपने पत्ते खोलने लगे हैं। पिछले दिनों जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी पहुंचे तो उसके अगले दिन ही प्रियंका गांधी वाड्रा भी यूपी में डेरा डाले हुए हैं। इसके अलावा अखिलेश यादव भी जल्द इसका आगाज करने वाले हैं।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि 23 जुलाई से प्रदेश के 18 मंडलों में बसपा की तरफ से ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। मायावती ने कहा कि जनता, देश और प्रदेश के बहुत से मुद्दों पर केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार से जवाबदेही चाहती है। जिन पर सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट और गंभीर होकर सरकार को कटघरे में खड़ा करना चाहिए। जनता भी यही चाहती है। यह समय की भी मांग है।
ईंधन के दामों में इजाफे के साथ ही बढ़ती महंगाई पर मायावती ने कहा, ‘केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश में बेरोजगारी बढ़ रही है। आर्थिक संकट पैदा हो चुका है। पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस आदि की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। महंगाई आसमान छूने लगी है। केंद्र सरकार की लापरवाही से जनता बुरी तरह त्रस्त है।










