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कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पूर्व मंत्री आरपीएन सिंह भाजपा में शामिल

वरिष्ठ कांग्रेस नेता आरपीएन (कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण) सिंह, जिन्होंने आज सुबह कांग्रेस से इस्तीफा दिया था, शाम को भाजपा में शामिल हो गए। सिंह झारखंड कांग्रेस के प्रभारी महासचिव थे। सिंह पिछले तीन दशक से कांग्रेस में थे और यूपीए-2 में केंद्र में मंत्री भी रहे।

भाजपा में शामिल होते उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा – ‘अब कांग्रेस पहले वाली कांग्रेस नहीं रही है। अगर देश में राष्ट्र निर्माण करना है और देश को आगे बढ़ाना है तो मैं एक छोटे कार्यकर्ता की हैसियत से हमारे प्रधानमंत्री मोदी के सपनों को पूरा करने के लिए जो भी प्रयास होगा, अवश्य करूंगा।’

सिंह ने इस मौके पर कहा कि 32 साल तक वे एक पार्टी में रहे, ईमानदारी से रहे, लगन से मेहनत की परन्तु जिस पार्टी में इतने साल रहे अब वो पार्टी रह नहीं गई न वो सोच रह गई, जहां मैंने शुरूआत की थी।

इससे पहले भाजपा ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दी। आरपीएन सिंह नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। प्रधान ने इस मौके – ‘आरपीएन सिंह जी का मैं भारतीय जनता पार्टी परिवार में स्वागत करता हूं। उनके साथ 2 अन्य साथी भी भाजपा में शामिल हुए हैं, मैं उनका भी पार्टी में स्वागत करता हूं।’

सिंह करीब 4 दशक से राजनीति में सक्रिय हैं और उनके पिता सीपीएन सिंह भी सांसद रहे हैं। सिंह 1996, 2002 और 2007 में पडरौना विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे और एक बार सांसद भी रहे। यूपीए 2 में कांग्रेस ने उन्हें गृह राज्यमंत्री बनाया और अहम महकमे दिए। सिंह यूपी यूथ कांग्रेस की इकाई के अध्यक्ष भी रहे हैं।

इससे पहले आज सुबह सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिंह ने कहा – ‘मैं कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तुरंत इस्तीफा देता हूं। देश, लोग और पार्टी की सेवा करने की मौका देने के लिए शुक्रिया।’

पूर्व मंत्री कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह का कांग्रेस से इस्तीफा, भाजपा में जाएंगे

झारखंड के प्रभारी महासचिव वरिष्ठ कांग्रेस नेता आरपीएन (रतनजीत प्रताप नारायण) सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। चर्चा है कि वे दलबदल करके भाजपा में जा रहे हैं। सिंह ने पार्टी अध्यक्ष  सोनिया गांधी को इस्तीफा भेज दिया है।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा अपना इस्तीफा सिंह ने अपने टि्वटर हैंडल पर पोस्ट किया है। इसमें आरपीएन ने लिखा – ‘आज, जब पूरा राष्ट्र गणतन्त्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूं।’

सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिंह ने लिखा – ‘मैं कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तुरंत इस्तीफा देता हूं। देश, लोग और पार्टी की सेवा करने की मौका देने के लिए शुक्रिया।’ बता दें मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में सिंह मंत्री थे।

आरपीएन सिंह 1996, 2002 और 2007 में पडरौना विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे जबकि साल 1999 के लोकसभा चुनाव में आरपीएन सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे।

साल 2004 में वे दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि 2009 के लोकसभा चुनाव में सिंह चुनाव जीतकर यूपीए-2 सरकार में भूतल परिवहन और  सड़क राज्यमार्ग राज्यमंत्री, पेट्रोलियम राज्य मंत्री और गृह राज्य मंत्री रहे। साल 2014 का लोकसभा चुनाव आरपीएन सिंह हार गए थे।

महाराष्ट्र में सड़क हादसे में 7 एमबीबीएस छात्रों की मौत, एक एमएलए का बेटा

एक सड़क हादसे में सोमवार देर रात महाराष्ट्र के वर्धा जिले में एमबीबीएस के 7 छात्रों की मौत हो गयी। इनमें एक विधायक का बेटा था। यह सभी  एक कार में वर्धा जा रहे थे जब उनकी कार एक पुल से नीचे गिर गयी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह सभी मेडिकल छात्र दवेली से वर्धा जिले में जा रहे थे। रास्ते में यवतमाल वर्धा मार्ग पर एक पुल से उनकी कार नदी में जा गिरी। पुलिस के मुताबिक सोमवार देर रात करीब साढ़े 11 बजे सेलसुरा के पुल पर यह हादसा हुआ।

पुलिस हादसे के कारणों की जानकारी लेने की कोशिश कर रही है। पहली नजर में यह हादसा चालक के कार से नियंत्रण खो देने के कारण लगता है। हादसे में जान गंवाने वाले छात्रों में एक महाराष्ट्र के गोंदिया के तिरोड़ा हलके से भाजपा विधायक विजय रहांगदाले का बेटा आविष्कार रहांगडाले भी है। हादसे में कार में सवार सभी  लोगों की मौत हो गयी।

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुःख जताते हुए जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से 2-2 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। हादसे महाराष्ट्र सरकार के मंत्रियों और मुख्यमंत्री ने  गहरा शोक जताया है।

कोरोना की चपेट में आये बच्चे, बढ़ी चिंता

कोरोना वायरस के कहर और ओमिक्रोन के बाद, अब बच्चों में कोरोना संक्रमण के मामलें बढ़ने लगे है। जिसको लेकर बाल रोग विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना का कहर लगातार जारी है। अभी कर्नाटक में सबसे ज्यादा बच्चों में कोरोना के संक्रमण के मामले सामने आये है। ऐसे में हमें अभी से सावधानी बरतनी होगी।

कलावती सरन अस्पताल दिल्ली के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ ए . के.  सिंह का कहना है कि बच्चों में इम्युन्टी पावर का ध्यान रखना होगा। उनका कहना है कि बच्चों में खांसी-जुकाम की शिकायत के साथ और बुखार अगर 4 दिन से आ रहा हो तो, उसे नजरअंदाज न करें। बल्कि सावधानी के तौर इलाज करवायें।

एम्स के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ जुगल कुमार का कहना है कि बच्चों में रोग प्रतिरोधक युवकों की तुलना में कम पायी जाती है। इसलिये उनको संक्रमित बीमारी जल्दी अपनी चपेट में ले लेती है। जी बी पंत अस्पताल के सीनियर डॉ भरत सागर का कहना है कि कोरोना एक संक्रमित बीमारी है।

बच्चों में अभी तक कोरोना के मामलें कम ही आ रहे थे। लेकिन कर्नाटक और केरल में जो बच्चों में कोरोना होने की पुष्टि हुई है। उससे जरूर स्वास्थ्य महकमें में हडकंप है। उन्होंने कहा कि बच्चों कम से कम घर से बाहर निकालें और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें।उनका कहना है कि 10 साल तक के बच्चों के लिये वैक्सीन जल्द से जल्द से आने वाली है। वैक्सीनेशन बच्चों में होने के बाद कोरोना को काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।

सीएम पद के लिए 21 लाख कॉल आने का केजरीवाल का दावा एक फ्रॉड: सिद्धू

विधानसभा का चुनाव जैसे-जैसे पास आ रहा है, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू फ़ार्म में आते जा रहे हैं। अब उन्होंने पंजाब में अपनी प्रतिद्वंदी आम आदमी पार्टी (आप) पर तगड़ा हमला किया है। सिद्धू ने सोमवार को सीधे आप प्रमुख अरविन्द केजरीवाल पर हमला बोला और उन्हें ‘घोटालेबाज’ बताते हुए उनपर पंजाब के लोगों को बेबकूफ बनाने का आरोप लगाया।

सिद्धू ने कहा कि सीएम उम्मीदवार के लिए 21 लाख सन्देश आने का केजरीवाल का दावा एक घोटाला है और इसके खिलाफ चुनाव आयोग में उनकी शिकायत की गयी है।

एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सिद्धू ने कहा – ‘केजरीवाल ने अपनी पार्टी के सीएम पद के चेहरे के लिए एक नंबर लॉन्च किया और दावा किया कि उन्हें लगभग 21 लाख संदेश मिले। भले ही वह 24 गुणा 7 नंबर हो, एक निजी टेलीफोन नंबर 5000 से अधिक संदेश या कॉल प्राप्त नहीं करेगा। यह लोगों को बरगलाने का घोटाला है।’

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा – ‘केजरीवाल एक घोटालेबाज हैं। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से शिकायत की है और इसपर उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। वह अपनी गंदी चाल से पंजाब के लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आप ने फेक न्यूज का हाइब्रिड मॉडल बनाया है।’

सिद्धू ने आप नेता पर ‘बेगानी शादी में केजरीवाल दीवाना’ और ‘थोथा चना बाजे घना’ जैसे मुहाबरों से तंज कसते हुए कहा कि वे पंजाब के लोगों से लगातार झूठ बोल रहे हैं लेकिन उन्हें पता नहीं कि उनका यह झूठ नहीं चलेगा। बता दें पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी कुछ दिन पहले भगवंत मान को आप का सीएम चेहरा बनाने पर सवाल उठाए थे।

पंजाब में सीट बंटवारा: भाजपा 65, पंलोकां 37, ढींढसा की पार्टी 15 सीटों पर लड़ेंगे

पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने सीटों का बंटवारा कर लिया है। भाजपा इस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस (पंलोकां) और संयुक्त अकाली दल (ढींढसा) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। बड़े भाई की भूमिका निभाते हुए भाजपा कुल 117 विधानसभा सीटों में से 65 पर लड़ेगी जबकि पंजाब लोक कांग्रेस के हिस्से 37 और संयुक्त अकाली दल (ढींढसा) के हिस्से में 15 सीटें आई हैं।

सीट बंटवारे को अंतिम रूप सोमवार को दिल्ली में एक बैठक में दिया गया। जिसमें भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल रहे। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा – ‘हम तीनों पूरी  ताकत से मिलकर पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव में भाजपा 65,  पंजाब लोक कांग्रेस 37 और संयुक्त अकाली दल-ढींढसा 15 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।’

नड्डा ने कहा – ‘पंजाब में एनडीए का जो गठबंधन हुआ है उसमें भाजपा, पंजाब लोक कांग्रेस और संयुक्त अकाली दल-ढींढसा शामिल हैं। पंजाब एक सीमा वाला राज्य है और यह देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ भी राज्य है। देश की सुरक्षा के लिए पंजाब का मजबूत रहना और वहां एक मजबूत सरकार बनना देश और प्रदेश दोनों के लिए जरूरी है।’

बता दें पंजाब में किसान आंदोलन के बाद स्थिति  काफी दिलचस्प हो गयी है और चुनाव में कड़ा मुकाबला होने संभावना बन रही है। कांग्रेस, आप और अकाली दल के अलावा किसान संगठन भी चुनाव मैदान में हैं।

पंजाब में आप के सीएम उम्मीदवार मान के रोड शो पर चुनाव आयोग का नोटिस

चुनाव आयोग ने सोमवार को पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उमीदवार भगवंत मान को संगरूर और धूरी में प्रचार के दौरान कोरोना नियमों के उल्लंघन के आरोप में आप को नोटिस भेजा है। इस नोटिस में आयोग ने उनसे जवाबतलबी की है।

आयोग ने इस नोटिस में 24 घंटे में जवाब देने को कहा है। मान आम आदमी पार्टी के  धूरी हलके से उम्मीदवार हैं। मान ने संगरूर के अलावा धूरी में शनिवार को रोड शो किया था जिसमें काफी लोग इक्कट्ठे हुए। बता दें चुनाव आयोग ने रोड शो पर रोक  लगा रखी है। इसी कारण हलके की रिटर्निंग अधिकारी ने पार्टी से 24 घंटे में जवाब देने को कहा है।

मान के संगरूर के नानकियाना चौक आने पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने भगवंत मान का स्वागत किया जिसमें काफी लोग थे। धूरी की रिटर्निंग अधिकारी इशमीत विजय सिंह के मुताबिक आप ने इस दौरान आचार संहिता का उल्लंघन किया है। लिहाजा आप के जिलाध्यक्ष को नोटिस जारी कर जवाब देने का निर्देश दिया गया है।

उधर आप ने कहा है कि चूँकि भगवंत मान सीएम उम्मीदवार घोषित होने के बाद पहली बार संगरूर और धूरी आए थे, पार्टी के कार्यकर्ता जगह-जगह उनके स्वागत के लिए जुट गए। वैसे यह पहले से तय कार्यक्रम नहीं था।

बसपा ने अपने मिशन के तहत चुनाव मैदान मे कांग्रेस पर बोला हमला

उत्तर प्रदेश की सियासत को लेकर भले ही सियासी दल तमाम दावें करें कि सपा और भाजपा के बीच चुनावी मुकाबला है। लेकिन बसपा और कांग्रेस के बीच छिड़ी जुवानी जंग से साबित होता है कि बसपा भी चुनावी माहौल में अभी नहीं दिख रही है। लेकिन वह अपने मिशन के तहत चुनावी जंग में पूरी तरह से सक्रिय है।

बताते चलें, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ये कह कर बसपा प्रमुख मायावती पर हमला किया है। कि मायावती चुनावी माहौल में सक्रिय नहीं है। इससे अन्य दलों को लाभ मिल सकता है। बस, फिर क्या बसपा प्रमुख मायावती अपने पुराने अंदाज में आक्रामक मूड़ में आकर कांग्रेस और प्रियंका गांधी पर जमकर हमला बोला और कांग्रेस को वोट कटवा पार्टी करार दिया।

बसपा का मामना है। कि कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में कोई अस्तित्व ही नहीं है। वो तो चुनाव अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिये ही चुनाव लड़ रही है। बसपा समर्थक राजेन्द्र कुमार का कहना है कि कांग्रेस पार्टी तो चुनाव जीतने के लिये बल्कि अस्तित्व बचाने के लिये ही चुनाव लड़ रही है। उनका कहना है कि कांग्रेस की गलत नीतियों की वजह से आज उत्तर प्रदेश का बुरा हाल है। कि आज विरोधी दल भी बसपा के शासन को याद करते है।

बसपा के शासन में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चाँक–चौबंद रही है। जबसे बसपा का शासन गया है। तब से प्रदेश में अराजकता का माहौल है। इसलिये इस बार 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा पूर्ण समर्थन के साथ सरकार बनाने जा रही है। बसपा का वोट बैंक ज्यों के त्यों बसपा के साथ है।

प्रियंका गांधी लड़ सकती हैं रायबरेली की किसी सीट से विधानसभा चुनाव !

राकेश रॉकी
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अब टिकटों के बाँटने का दौर चल रहा है और इस बीच यह खबर है कि कांग्रेस की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी विधानसभा का चुनाव लड़ सकती है। कांग्रेस इस चुनाव में खुद की स्थिति के बेहतर होने की संभावना देखते हुए प्रियंका को मैदान में उतार सकती है टाकिन इस स्थिति को और बेहतर किया जा सके। उधर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश याद ने यादव परिवार के गढ़ मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव में उतरने का ऐलान कर दिया है।प्रियंका गांधी को लेकर कांग्रेस ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक पार्टी के हक़ में माहौल बनाने के लिए प्रियंका गांधी को रायबरेली की किसी सुरक्षित सीट से चुनाव में उतारा जा सकता है। यहाँ तक कि उन्हें घोषित न करके भी मुख्यमंत्री पद के उमीदवार के रूप में सामने रखने की तुरुप कांग्रेस चल सकती है।कांग्रेस महसूस कर रही है कि प्रियंका गांधी के चलते पिछड़े वर्ग, दलित, मुस्लिम ही नहीं महिलाएं और युवा भी कांग्रेस के प्रति दिलचस्पी दिखा रहे हैं। युवाओं और महिलाओं के लिए प्रियंका गांधी ने ख़ास अलग से घोषणापत्र जारी करके यह सन्देश देने की कोशिश की है यदि वह सत्ता में आती है तो 20 लाख रोजगार देगी।

बेरोजगारी इस समय यूपी सहित सभी चुनाव वाले राज्यों में बड़ा मुद्दा बनता दिख रहा है। दूसरे महिलाओं को महत्व देकर प्रियंका उन्हें पार्टी से जोड़ने में सफल होती दिख रही हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के दावे के मुताबिक यूपी चुनाव को लेकर इस समय जो सर्वे दिखाए जा रहे हैं वह हकीकत से कोसों दूर हैं और प्रियंका गांधी की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। उन्होंने तो दावा किया कि चुनाव के बाद यूपी की राजनीति में कांग्रेस का रोल बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा है।

अभी तक के टीवी चैनलों के सर्वे में उत्तर प्रदेश में भाजपा को आगे दिखाया जा रहा है  और उसकी टक्कर सपा से दिखाई जा रही है। हालांकि, राजनीति के कुछ जानकार मान रहे हैं कि इस चुनाव में स्थिति दिलचस्प हो सकती है। प्रियंका गांधी यदि चुनाव में उतर जाती हैं तो स्थिति सच में काफी दिलचस्प हो जाएगी क्योंकि इससे कांग्रेस चर्चा के केंद्र में आ सकती है।

एक दिन पहले ही जब प्रियंका गांधी से एक इंटरव्यू में उनसे चुनाव में कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा होने को लेकर सवाल किया गया था तो उन्होंने बहुत दिलचस्प अंदाज़ में कहा था – और कौन चेहरा है? इससे यह संकेत गया है कि कांग्रेस की तरफ से वहीं मुख्यमंत्री पद का चेहरा हैं। बाद में प्रियंका गांधी ने इसे हलके फुल्के अंदाज में कही बात बताया, लेकिन जनता में वे बहुत चतुराई से अपना सन्देश दे गईं।

उधर सपा नेता अखिलेश का चुनाव में उतरना तय हो गया है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव सपा के गढ़ मैनपुरी की करहल सीट से विधानसभा चुनाव मन उतर रहे हैं। पार्टी का उन्हें चुनाव में उतारने का कारण यह है कि मुख्यमंत्री पद के इकलौते दावेदार होते हुए पार्टी मान रही थी कि उनके न लड़ने से लोगों में गलत सन्देश जा सकता है। अखिलेश इस समय सांसद हैं।

मुंबई में 20 मंजिला इमारत में आग से झुलसकर मरने वालों की संख्या 6 हुई

तहलका ब्यूरो
मुंबई में शनिवार सुबह एक 20 मंजिली इमारत में भीषण आग लगने की घटना में  मरने वालों की संख्या छह हो गयी है जबकि 23 घायल लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है जिनमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। इन सभी लोगों की झुलस जाने से मौत हुई।

आग की यह घटना मध्य मुंबई के ताड़देव इलाके में गोवालिया टैंक की है, जहाँ गांधी अस्पताल के सामने एक रिहायशी भवन की 18वीं मंजिल पर सुबह आग लग गयी। करीब 7 बजे इस बिल्डिंग में आग लगने के बाद भीतर धुआं भर गया। मौके पर दमकल की 13 गाड़ियां, पानी के सात टैंकर समेत अन्य लोग आग बुझाने के अभियान में शामिल रहे।

घटना की सूचना मिलते ही दमकल कर्मी और पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती किया गया। कुछ को अब डिस्चार्ज कर दिया गया है जबकि तीन गंभीर घायलों को आईसीयू में भर्ती कराया गया है। लोगों की मौत झुलसकर हुई जिनमें चार लोगों की नायर अस्पताल में जाकर मौत हुई।