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यूएई ने 500 भारतीय समेत 1500 से अधिक कैदियों को किया रिहा

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने रमजान के पवित्र महीने के अंत में एक बड़ा मानवीय कदम उठाया है। यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने अलग-अलग आदेश जारी करते हुए कुल 2,813 कैदियों बड़ी राहत दी है।

राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने 1,295 कैदियों को माफी दी है, जबकि प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने 1,518 कैदियों को क्षमादान दिया है, इनमें 500 से अधिक भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। यह घोषणा फरवरी के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रपति द्वारा रमजान से पहले कैदियों को माफी देने की बात कहे जाने के बाद आई है। इस कदम का उद्देश्य रिहा किए गए कैदियों को अपने परिवारों के साथ ईद का त्योहार मनाने का अवसर प्रदान करना है।

गौरतलब है कि संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय समुदाय एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यूएई की कुल आबादी में भारतीयों की हिस्सेदारी 37.96 प्रतिशत है। दिसंबर 2024 के आंकड़ों के अनुसार, यूएई में 35 लाख 68 हजार 848 (3.6 मिलियन) भारतीय निवास करते थे, जो दुनिया में भारतीयों की दूसरी सबसे बड़ी आबादी है। यूएई के विकास में यहां रहने वाले भारतीयों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

काला रंग: ब्रह्मांड की सच्चाई और समाज की सोच

हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं”-बॉलीवुड फिल्मों ने गोरेपन को लेकर इतनी भ्रांतियां पैदा कर दीं हैं कि हर दिन टनों फेयर एंड लवली क्रीम खप जाती है। गोरे होने के चक्कर में तरह तरह के नुस्खे आजमाए जाते हैं। “गोरे रंग पे न इतना गुमान कर,” गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा। सांवले रंग की वजह से बच्चों के नाम कालिया, कालीचरण, भूरा, आदि रखे जाते हैं। श्री कृष्ण भी मैय्या से पूछते हैं  राधा क्यों गोरी, मैं क्यों काला? सच में भारतीय समाज में रंग भेद का अभिशाप युगों से चल रहा है।

बृज खंडेलवाल द्वारा

आगरा- केरल राज्य सरकार की मुख्य सचिव, सारदा मुरलीधरन, ने हाल ही में अपनी गहरी रंगत और काली त्वचा के बारे में जो बातें कहीं, वे सुनने और गौर करने लायक हैं। उनकी बातें न सिर्फ़ हमारे सौंदर्य के पैमानों को चुनौती देती हैं, बल्कि हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि आखिर हमने “काले रंग” को इतना बदनाम क्यों कर रखा है? 

सारदा जी ने कहा, “काले को बुरा क्यों माना जाता है? काला तो ब्रह्मांड का असली रंग है। काला वह रंग है जो हर चीज़ को सोख सकता है। यह ऊर्जा का सबसे ताक़तवर स्रोत है। यह वह रंग है जो हर किसी पर फबता है—चाहे ऑफिस का फॉर्मल ड्रेस हो, शाम की पार्टी की चमकदार पोशाक हो, आँखों का काजल हो या फिर बारिश के बादलों का रंग।”

भारतीय समाज में रंगभेद की समस्या कोई नई नहीं है। सदियों से गोरी त्वचा को “सुंदर” और काली त्वचा को “कमतर” माना जाता रहा है। यह सोच कहाँ से आई? इसके पीछे कई कारण हैं—कुछ प्राचीन मान्यताएँ, कुछ विदेशी आक्रमणकारियों का प्रभाव और कुछ आधुनिक विज्ञापनों की चालाकी। 

प्राचीन काल से ही भारत में गोरी त्वचा को “उच्च वर्ग” का प्रतीक माना जाता था। फिर अंग्रेज़ों के शासन ने इस सोच को और बढ़ावा दिया। उन्होंने गोरे लोगों को “श्रेष्ठ” और काले लोगों को “हीन” बताया। यह मानसिकता इतनी गहरी हो गई कि आज भी हमारे समाज में गोरा होना “सफलता की गारंटी” माना जाता है। 

प्रोफेसर पारस नाथ चौधरी के मुताबिक, “टीवी और मैगज़ीन्स पर “फेयरनेस क्रीम” के विज्ञापनों ने इस सोच को और पुख़्ता किया है। इन विज्ञापनों में गोरी त्वचा को “सुख, समृद्धि और प्यार” से जोड़कर दिखाया जाता है, जबकि काली त्वचा को “कमतर” और “बदसूरत” बताया जाता है। यह एक सोची-समझी साज़िश है जो लोगों के दिमाग़ में यह बात बैठा देती है कि “गोरा होना ज़रूरी है।” 

भारत में आज भी ज़्यादातर लड़कियों को शादी के लिए “गोरी” होने की सलाह दी जाती है। माता-पिता लड़कियों को बचपन से ही यह समझाते हैं कि “रंग साफ़ होगा तो रिश्ता अच्छा मिलेगा।” यह सोच न सिर्फ़ गलत है, बल्कि हज़ारों लड़कियों के आत्मविश्वास को तोड़ देती है, सामाजिक कार्यकर्ता पद्मिनी अय्यर ने कहा।

सारदा मुरलीधरन ने जो कहा है वह सच में विचार करने लायक है,काला ब्रह्मांड का सच है, काला रंग शक्ति का प्रतीक है,  यह वह रंग है जो हर रंग को अपने अंदर समा लेता है,   काला रंग रहस्यमय है: यह अनंत अंतरिक्ष का रंग है, जिसमें हज़ारों रहस्य छिपे हैं,   काला रंग सुंदरता है: काजल की कालिख से लेकर रात के अंधेरे तक, यह रंग हमेशा से मनमोहक रहा है।  फिर भी, समाज ने इस रंग को “बुराई” और “अशुभ” का नाम दे दिया। क्या यह सच में सही है? 

बदलाव संभव है, लेकिन इसके लिए हमें अपनी सोच बदलनी होगी।   लोगों को समझाना होगा कि त्वचा का रंग किसी की काबिलियत या सुंदरता को नहीं तय करता।  फिल्मों और विज्ञापनों में गोरी त्वचा को बढ़ावा देना बंद करना होगा।  शादी-ब्याह में “रंग” को महत्व देना बंद करना होगा, अध्यापिका, मीरा गुप्ता ने कहा।

सोशल एक्टिविस्ट मुक्ता बेंजामिन कहती हैं, “सारदा मुरलीधरन की बातें न सिर्फ़ एक व्यक्ति की आवाज़ हैं, बल्कि उन हज़ारों लोगों की आवाज़ हैं जो रंगभेद की वजह से हीनभावना का शिकार होते हैं। अगर हम सच में एक बेहतर समाज बनाना चाहते हैं, तो हमें अपनी सोच बदलनी होगी। “

यूथ एक्टिविस्ट माही हीदर मानती हैं, “काला रंग बुरा नहीं, बल्कि ब्रह्मांड का सच है। इसे स्वीकार करें, इसे प्यार करें।  जब तक हम अपनी आँखों से रंगभेद की दीवार नहीं हटाते, तब तक हम सच्ची ख़ूबसूरती को नहीं देख पाएँगे।”

कपड़ा फैक्ट्री में बायलर फटने से 3 मजदूरों की मौत, 6 घायल

गाजियाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र स्थित दतेड़ी गांव में एक कपड़ा फैक्ट्री में बॉयलर फटने से बड़ा हादसा हो गया। इस घटना में तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई है, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया।

घटना के बाद मृतकों के परिजन आक्रोशित हो गए और उन्होंने फैक्ट्री के बाहर जमकर हंगामा किया। परिजनों ने कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस को शवों को उठाने नहीं दिया। मौके पर ग्रामीणों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने आसपास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल को बुला लिया है। परिजनों का आरोप है कि फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा कामगारों को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं कराए गए थे, जिसके कारण यह हादसा हुआ।

पुलिस फिलहाल घटनास्थल पर गहन जांच कर रही है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि बॉयलर किस कारण से फटा। पुलिस शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की तैयारी कर रही थी, लेकिन मृतकों के परिजनों के विरोध के कारण ऐसा नहीं हो सका। भीड़ के आगे पुलिस अधिकारी बेबस नजर आए। सभी घायलों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।

पुलिस ने मृतकों की पहचान अनुज, योगेंद्र और अवधेश के रूप में की है। बताया गया है कि ये तीनों मजदूर क्रमशः जेवर, भोजपुर और मोदीनगर के रहने वाले थे। पुलिस ने कुछ घायल मजदूरों से भी बातचीत की है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बॉयलर फटने से इतना तेज धमाका हुआ कि आसपास के इलाके में भी दहशत फैल गई। घटना स्थल पर आसपास के गांवों के लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई है।

बिना वीजा किसी को भी भारत में रहने का अधिकार नहीं: रामदास आठवले

केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने आव्रजन और विदेशी नीति पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर कहा कि भारत में बिना वीजा के रहने का किसी को अधिकार नहीं है।

रामदास आठवले ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत में बिना वीजा के किसी को भी रहने का अधिकार नहीं है। बांग्लादेश के लोग भारत आते हैं और बिना वीजा के यहां रहते हैं इसलिए ही अमित शाह ने कहा है कि जिन्हें यहां रहना है उनके पास वीजा होना चाहिए। भारत में अवैध रूप से रहने वालों को वापस उनके देश भेज दिया जाएगा। बांग्लादेश में भी हिंदू समाज पर अन्याय हो रहा है, यह अच्छी बात नहीं है।

बता दें कि आव्रजन और विदेशी नागरिकों से संबंधित विधेयक गुरुवार (27 मार्च) को लोकसभा में पारित हो गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा था कि देश में अल्पसंख्यक समूह सबसे सुरक्षित हैं और सरकार ने शरणार्थियों को हमेशा सुरक्षा प्रदान की है।

अमित शाह ने इस बात पर जोर दिया था कि आव्रजन राष्ट्रीय सुरक्षा से निकटता से जुड़ा हुआ है और देश की सीमाओं में प्रवेश करने वालों की निगरानी करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा था, “आव्रजन कोई अलग मुद्दा नहीं है। देश के कई मुद्दे इससे जुड़े हुए हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि देश की सीमाओं में कौन प्रवेश करता है। हम देश की सुरक्षा को खतरे में डालने वालों पर भी कड़ी नजर रखेंगे। यह

जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सुरक्षाबलों ने पांच आतंकियों को घेरा

जम्मू: राजबाग थाना के अंतर्गत स्थित जुथाना के अंबा नाल में 5 संदिग्ध आतंकवादियों को देखने के बाद लगभग दो घंटे से मुठभेड़ जारी है। इस दौरान एसडीपीओ बॉर्डर कठुआ के जवान धीरज सिंह कटोच सहित एसओजी के दो जवान घायल हुए हैं।

गौर हो कि पिछले चार दिनों से यहां बड़े पैमाने पर आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि जुठाना इलाके में 4-5 आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया, इस दौरान फायरिंग शुरू हो गई। सभी आतंकवादियों को घेर लिया गया है और क्षेत्र को चारों ओर से घेराबंदी कर दी गई है। जानकारी के अनुसार, ये संदिग्ध आतंकवादी उज्ज दरिया से सुफैन होते हुए यहां पहुंचे थे।

अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह राजबाग के घाटी जुथाना इलाके में जब सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों को देखा, तो गोलीबारी शुरू हो गई। स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त बल भेजा गया है और विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।

सदन में जब भी मैं खड़ा होता हूं, मुझे बोलने नहीं दिया जाता: राहुल गांधी

New Delhi, Mar 26 (ANI): Leader of Opposition in the Lok Sabha and Congress MP Rahul Gandhi speaks to the media at Parliament during the Budget session, in New Delhi on Wednesday. (ANI Photo/Rahul Singh)

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने स्पीकर पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं जब भी लोकसभा में अपनी बात रखने के लिए खड़ा होता हूं, तो मुझे बोलने नहीं दिया जाता। मैं नहीं जानता कि सदन किस प्रकार चल रहा है।

दरअसल, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी को नसीहत देते हुए कहा कि सदन के आचरण और मर्यादा का पालन करें, कुछ घटनाएं सदन के लिहाज से ठीक नहीं थीं। जिसके बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “एक कन्वेंशन है कि नेता प्रतिपक्ष को बोलने दिया जाता है। मैं जब भी खड़ा होता हूं तो मुझे बोलने नहीं दिया जाता। मैं नहीं जानता कि सदन किस प्रकार चल रहा है। यहां हम जो कहना चाहते हैं, हमें कहने नहीं दिया जाता है। मैंने कुछ नहीं किया है, मैं बिल्कुल शांति से बैठा था। मैं एक शब्द नहीं बोला। पिछले 7-8 दिन से बोलने नहीं दिया गया।”

उन्होंने कहा, ”लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष की जगह होती है, लेकिन यहां विपक्ष की कोई जगह नहीं है। यहां केवल सरकार की जगह है। उस दिन प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ मेले के बारे में बोला, जिसमें मैं अपनी बात जोड़ना चाहता था। मैं कहना चाहता था कि बहुत अच्छा है, महाकुंभ मेला हुआ। मैं बेरोजगारी के बारे में कुछ कहना चाहता था। लेकिन, मुझे नहीं बोलने दिया गया। पता नहीं स्पीकर की क्या सोच और अप्रोच है। सच्चाई ये है कि हमें बोलने नहीं दिया जा रहा है।” इससे पहले भी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के महाकुंभ पर दिए गए वक्तव्य पर कहा था कि मैं प्रधानमंत्री मोदी की बात का समर्थन करना चाहता था। कुंभ हमारी परंपरा है, संस्कृति है, इतिहास है। एक शिकायत थी कि प्रधानमंत्री ने, जिनकी मृत्यु हुई, उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दी। जो युवा महाकुंभ में गए, उन्हें प्रधानमंत्री से रोजगार चाहिए और प्रधानमंत्री को उस पर भी बोलना चाहिए था। लोकतांत्रिक व्यवस्था में नेता प्रतिपक्ष को तो बोलने का मौका दिया जाना चाहिए था। लेकिन, बोलने नहीं देते हैं, यह न्यू इंडिया है।

पंजाब बजट 2025: 10 लाख तक मिलेगा इलाज मुफ्त, प्रदेश में बनेंगे तीन हजार इंडोर स्टेडियम

पंजाब विधानसभा में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार का चौथा बजट पेश किया। इस बार ‘बदलता पंजाब’ थीम पर 2.36 लाख करोड़ का बजट रखा गया है, जोकि पिछली बार से करीब 15 प्रतिश ज्यादा है।

पंजाब सरकार ने सेहत विभाग के लिए 268 करोड़ का बजट रखा है। पहली बार सेहत बीमा योजना के तहत 65 हजार परिवार कवर किए जाएंगे। इसके अलावा बीमा कवर 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दिया है। सारे परिवारों को सेहत कार्ड मिलेगा। इसके अलावा 778 करोड़ रुपये रखे गए हैं। फरिश्ते स्कीम के लिए 10 करोड़ का बजट रखा गया है।

इसके अलावा पंजाब सरकार पहली बार मेगा स्पोर्ट्स ‘खेडदां पंजाब बदलता पंजाब’ शुरू करेगी। इसके तहत हर गांव में खेल मैदान और जिम बनाए जाएंगे। इनमें रनिंग ट्रैक, सोलर लाइट व अन्य सुविधाएं रहेंगी। साथ ही पूरे पंजाब तीन हजार इंडोर स्टेडियम बनाए जाएंगे। खेल के सेंटर एक्सीलैंस को सुधारेगी। इसके लिए सरकार ने 979 करोड़ का बजट दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिलासपुर में करेंगे एक हजार करोड़ से अधिक का प्रोजेक्ट लांच, तैयारी जोरों पर

बिलासपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को बिलासपुर प्रवास पर रहेंगे। वे बिल्हा के ग्राम मोहभट्टा में सभा लेंगे। इस दौरान वे एनटीपीसी के 800 मेगावाट यूनिट के शिलान्यास। रेलवे की बिलासपुर-रायपुर चौथी लाइन के शिलान्यास सहित विभिन्न विकास योजनाओं का भूमिपूजन करेंगे। करीब 100 एकड़ में प्रधानमंत्री की सभा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 

सभास्थल 55 एकड़ मैदान में होगा तो बाकि में पार्किंग रहेगी। प्रधानमंत्री और उनके स्टॉफ के उतरने के लिए स्थल के किनारे तीन हेलीपेड लगभग तैयार किया गया हैं। स्थल के एक किनारे पर दो और हेलीपेड बनाए जा रहे हैं। यह राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के लिए होंगे। सभास्थल के आस-आस 9 पार्किंग स्थल तैयार हो चुके हैं। 150 टॉयलेट भी बनाए जा रहे हैं। डोम के साथ ही बिजली फिटिंग और सभा स्थल का जिम्मा रांची की कंपनी आजमानी इंटरप्राइजेज को दिया गया है। पीएम मोदी इस दौरान एक हजार करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट्स को लॉन्च कर सकते हैं। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी एनटीपीसी और हाईवे कनेक्टिविटी की सुविधाओं से जुड़ी सौगात देंगे। 

मोहभठ्ठा के मैदान में पांच डोम बनाए जा रहे हैं पीएम मोदी  80 बाइ 40 के मंच पर भाषण देंगे। बिजली आपूर्ति बाधित नहीं हो इसके लिए मैदान में ही 11 केवी का ट्रांसफार्मर भी लगाया गया है मोबाइल कनेक्टिविटी के लिए एयरटेल द्वारा दो टावर लगाए जा रहे हैं। एक हजार के करीब एलईडी लाइट लगाई जा रही है तो गर्मी से बचाव के लिए 200 कूलर लगाए जा रहे हैं। 100 से अधिक साउंड सिस्टम भी लग रहे हैं। पीएम मोदी के कार के लिए एप्रोच रोड भी तैयार किया गया है। इस सड़क के एक-एक इंच की जांच की गई। 

सभा में 2 लाख लोगों के आने की बात कही जा रही है। ऐसे में कार्यकर्ताओं को लाने के लिए विभिन्न जिलों से 900 बसों की व्यवस्था की गई है। सभास्थल में पांच डोम खड़े किए जा रहे हैं। सभी डोम मिलाकर 120 सेक्टर मेें लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी।

जज के घर कैश बरामदगी का मामला गरमाया

नई दिल्ली:  दिल्ली हाईकोर्ट के जज के घर से नकदी बरामदगी का मामला पूरी तरह से तूल पकड़ चुका है। इसी मामले के संबंध में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। यह बैठक उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने बुलाई है जोकि आज शाम 4:30 बजे होगी। इस बैठक में जज के घर कैश बरामदगी को लेकर चर्चा होगी। सभापति ने बताया कि न्यायपालिका को लेकर उनकी सदन के नेता जेपी नड्डा और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बैठक हुई थी।

उन्होंने कहा कि दोनों ने इस बात पर सहमति जताई कि इस मुद्दे पर सभी दलों के नेताओं के विचार जानना आवश्यक है। उन्होंने घोषणा की आज शाम साढ़े चार बजे विभिन्न दलों के नेताओं की बैठक होगी। यह घटनाक्रम दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास पर आग लगने की घटना के 10 दिन बाद सामने आया है, जिसमें भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी । जस्टिस वर्मा ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि न तो वह और न ही उनका परिवार नकदी का मालिक है। उन्होंने दावा किया कि यह घटना उनकी छवि खराब करने की साजिश का हिस्सा थी।

दिल्ली बजट 2025: स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी सुविधाओं पर जोर, यमुना सफाई के लिए 9000 करोड़ आवंटित

नई दिल्ली: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया। बजट में स्वास्थ्य, शिक्षा, जल प्रबंधन, उद्योग और झुग्गी-झोपड़ी पुनर्वास पर खास ध्यान दिया गया है।

स्वास्थ्य पर बड़ा बजट, 10 लाख का हेल्थ इंश्योरेंस

रेखा गुप्ता ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 6874 करोड़ रुपये के बजट की घोषणा की। दिल्ली के 10 से 12 अधूरे अस्पतालों को 1000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। आरोग्य आयुष मंदिर के लिए 320 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं। साथ ही, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने वाले 5 लाख रुपये के बीमा को दिल्ली सरकार अतिरिक्त 5 लाख रुपये टॉप-अप करके 10 लाख रुपये तक का लाभ देगी। इस योजना के लिए 2144 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

यमुना सफाई और जल प्रबंधन

सरकार ने यमुना की सफाई को अपनी प्राथमिकता बताया है और इस पर 9000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। 500 करोड़ रुपये की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण होगा। साथ ही, दिल्ली में पानी चोरी रोकने के लिए टैंकरों में जीपीएस सिस्टम लगाने का ऐलान किया गया है।

शिक्षा और उद्योग पर जोर

मुख्यमंत्री ने शिक्षा और उद्योग को सुधारने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नई उद्योग नीति लाई जाएगी और ट्रेडर्स वेलफेयर बोर्ड की स्थापना होगी। इसके अलावा, हर दो साल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जाएगा, जिससे दिल्ली में निवेश को बढ़ावा मिलेगा।

गरीबों के लिए अटल कैंटीन और झुग्गीवासियों के लिए बड़ा बजट

गरीबों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने 100 जगहों पर ‘अटल कैंटीन’ खोलने की घोषणा की, जिसके लिए 100 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। वहीं, झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों के विकास और सुविधाओं के लिए 696 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

विपक्ष पर तंजबजट भाषण के दौरान रेखा गुप्ता ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “आपने शीशमहल बनवाया, हम गरीबों के घर बनवाएंगे।” उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकार के कई प्रोजेक्ट अधूरे रह गए और जनता को बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएं नहीं मिल पाईं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट दिल्ली के विकास और आम जनता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। उनकी सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को आधुनिक बनाने, यमुना की सफाई, उद्योगों को बढ़ावा देने और गरीबों को राहत देने के लिए प्रतिबद्ध है।