कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के नेता होंगे। पहले कहा जा रहा था कि राहुल गांधी लोक सभा में कांग्रेस के नेता होंगे लेकिन संभवता उनके कांग्रेस अध्यक्ष बने रहने के कारण चौधरी को यह जिम्मेवारी दी गयी है। पिछली लोक सभा में वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस नेता थे लेकिन वे इस बार चुनाव हार गए थे। कांग्रेस के लोक सभा में ५२ सांसद हैं।
नेता का चुनाव करने के लिए मंगलवार सुबह कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की काफी देर तक मंथन बैठक हुई। बैठक में राहुल गांधी और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी उपस्थित थे। कांग्रेस ने इसके बाद बंगाल के नेता अधीर चौधरी को लोक सभा में कांग्रेस संसदीय दाल का नेता बनाये जाने की सूचना वाला पत्र लोकसभा को भेजा है। चौधरी ही लोक सभा की सभी महत्वपूर्ण समितियों में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे।
पीएम मोदी ने बुधवार को एक बैठक भी बुलाई है और कांग्रेस इस बैठक में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह बैठक पीएम ने ”वन नेशन वन इलेक्शन” पर चर्चा के लिए बुलाई है। अभी तक कांग्रेस तर्क देकर इस तरह के प्रयास का विरोध करती रही है। देखना होगा पार्टी का इस पर क्या रुख रहता है।
अधीर रंजन चौधरी के साथ-साथ केरल के नेता के सुरेश, पंजाब के मनीष तिवारी और तिरुवनंतपुरम से जीते शशि थरूर भी इस पद की दौड़ में शामिल थे। लेकिन लोकसभा के पांच बार सदस्य अधीर रंजन चौधरी को उनके अनुभव के आधार पर लोकसभा में कांग्रेस का नेता चुना गया।
अधीर रंजन चौधरी लोक सभा में कांग्रेस दल के नेता होंगे
बुखार से १२० बच्चे मरने और रोग फैलने के १८ दिन बाद मुजफ्फरपुर पहुंचे सीएम नीतीश कुमार
सुशासन बाबू के नाम से जाने जाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार फैलने के १८ दिन और १२० बच्चों की जान चली जाने के बाद मंगलवार को अस्पताल का दौरा करने पहुंचे। गुस्साए लोगों ने उनके खिलाफ जमकर नारे लगाए उनके ‘वापस जाओ” के नारे लगाए।
मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार (एक्यूट इन्सेफलाइटिस सिंड्रोम) से १२० से ज्यादा बच्चों की जान अब तक जा चुकी है। बीमारी के नियंत्रण से बाहर दिख रही स्थिति के १८ दिन बाद सीएम नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर पहुंचे तो लोगों के उनके विरोधी नारों ने उनका स्वागत किया। नीतीश वापस जाओ के नारे भी लगे। बच्चों की मौत से दुखी परिजनों के पास और कोइ विरोध उपाए था भी नहीं क्योंकि सरकार अभी तक इस रोग पर लगाम के लिए कुछ नहीं कर पाई है।
परिजनों का आरोप है – ”इलाज नहीं हो रहा है। रोज बच्चे मर रहे हैं। सीएम आज जागे हैं, उन्हें वापस चले जाना चाहिए।” परिजन ही नहीं विपक्षी भी सुशासन बाबू को कोस रहे हैं। आज नीतीश कुमार के दौरे के चलते अस्पताल में सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई थी। ऐसे में मरीजों और उनके परिवारों को और अधिक मुसीबतों का सामना कर पड़ा।
मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत पूरे देश में मीडिया की हेडलाईन बनी हुई है। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार और पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए इसे ”मासूमों की हत्या” करार दिया है। राबड़ी ने ट्वीट कर कहा – ”एनडीए सरकार की घोर लापरवाही, कुव्यवस्था, सीएम का महामारी को लेकर अनुत्तरदायी, असंवेदनशील और अमानवीय अप्रोच। लचर और भ्रष्ट व्यवस्था, स्वास्थ्य मंत्री के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार और भ्रष्ट आचरण के कारण गरीबों के १००० से ज्यादा मासूम बच्चों की चमकी बुखार के बहाने हत्या की गई है।”
अस्पताल में बच्चे बिस्तरों पर तड़प रहे हैं। डाक्टर बीमारी के लिए कोइ न कोइ बहाना बता रहे हैं। मसलन लोगों का साफ़ नहीं रहना, कुपोषण, लीची खाना आदि-आदि। इस बीमारी से बच्चे मरने से कैसे रुकेंगे यह अभी तक किसी चिकित्सक के मुंह से नहीं सुना गया है गया है।
चीन में भूकंप से ११ की मौत
चीन के सिचुआन प्रांत में सोमवार की रात और मंगलवार सुबह आए भूकंप के दो जबरदस्त झटकों में ११ लोगों की मौत हो गयी है। इन झटकों में १२० से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक चीनी भूकंप केंद्र (सीईएनसी) ने बताया है कि रिक्टर पैमाने पर ६.० की तीव्रता का पहला भूकंप सोमवार की आधी रात स्थानीय समयानुसार १०.५५ बजे पर ईबिन शहर के चांगिंग इलाके में आया। दूसरा झटका मंगलवार सुबह रिक्टर पैमाने पर ५.३ की तीव्रता का महसूस किया गया।
आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय और आपातकालीन प्रबंधन के प्रांतीय विभाग ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। सिचुआन प्रांत में दमकल विभाग की ६३ गाड़ियां और ३०२ बचावकर्मी मौके पर तैनात हैं, वहीं ईबिन में भी स्थानीय दमकल विभाग ने बचाव कार्य के लिए अपने दल भेजे हैं।
चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने एक व्यक्ति को कोट करते हुए बताया – ‘‘दो लोग फंसे हुए हैं, उनमें से एक गंभीर स्थिति में है।” शुआंघे कस्बे में चार लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। ईबिन में लोगों ने बताया कि भूकम्प के आधे घंटे बाद भूकम्प के बाद के झटके भी महसूस किए गए।
ख़बरों के मुताबिक प्रांतीय राजधानी चेंगडू में पूर्व चेतावनी प्रणाली ने भूकंप से करीब एक मिनट पहले ही अलार्म बजाना शुरू कर दिया था। जब करीब एक मिनट की उलटी गिनती खत्म हुई तो भूकंप के तेज झटके महसूस हुए। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय और आपातकालीन प्रबंधन के प्रांतीय विभाग ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। सिचुआन प्रांत में दमकल विभाग की ६३ गाड़ियां और ३०२ बचावकर्मी मौके पर तैनात हैं। वहीं ईबिन में भी स्थानीय दमकल विभाग ने बचाव कार्य के लिए अपने दल भेजे हैं।
कश्मीर में २ जैश आतंकी ढेर
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ एक मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के दो आतंकियों को मंगलवार को ढेर कर दिया। मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया है।
घटना कश्मीर के अनंतनाग के वघामा इलाके की है। अभी भी इलाके में सुरक्षाबलों की ओर से सर्च ऑपरेशन जारी है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि अभी मुठभेड़ री है। हमने पूरे इलाके को घेर रखा है। मंगलवार सुबह हमें दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी जिसके बाद यह ऑपरेशन चलाया गया।
जम्मू-कश्मीर में तीन आतंकी हमलों के बाद सेना हाई अलर्ट पर है। याद रहे अनंतनाग में हुई मुठभेड़ के दौरान एक मेजर शहीद हो गए थे। पिछले २४ घंटे में घाटी में एक मुठभेड़ और दो अन्य आतंकी हमलों में एक पाकिस्तानी आतंकी ढेर हुआ है। इन हमलों में एक अधिकारी समेत सुरक्षा बलों के १२ जवानों के अलावा दो आम नागरिक भी घायल हुए हैं।
शहीद मेजर केतन शर्मा १९ राष्ट्रीय राइफल्स से थे और यूपी के मेरठ के रहने वाले थे। मुठभेड़ की जगह से बड़े पैमाने पर हथियार और गोला-बारूद मिले हैं।
ओम बिड़ला लोक सभा अध्यक्ष के लिए भाजपा प्रत्याशी
जेपी नड्डा को भाजपा का कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत बाद भाजपा ने मंगलवार को फैसला किया है कि राजस्थान के कोटा से पार्टी सांसद ओम बिड़ला लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए उसके उम्मीदवार होंगे। लोक सभा में भाजपा (एनडीए) का जबरदस्त बहुमत होने के कारण बिड़ला का अध्यक्ष बनना तय है।
ओम बिड़ला मंगलवार को ही नामांकन दाखिल करेंगे। अभी साफ़ नहीं है की कांग्रेस, यूपी या कोइ अन्य इस पद के लिए अपना उम्मीदवार उतारेंगे। यदि बिड़ला के सामने उम्मीदवार हुआ तो बुधवार को सदन में मतदान होगा। वैसे एनडीए के पास लोकसभा में बहुमत है, ऐसे में बिड़ला का लोकसभा स्पीकर बनना तय है।
लोकसभा अध्यक्ष का नामांकन मंगलवार को ही होना है लिहाजा पद की उम्मीदवारी को लेकर अटकलें थीं। अभी तक भाजपा की तरफ से तरफ से मीडिया में मेनका गांधी, एसएस अहलूवालिया जैसे नाम सामने थे लेकिन भाजपा ने बिड़ला का चयन करके सबको चौंका दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक बिड़ला की पत्नी अमिता बिड़ला ने कहा – ”यह हमारे लिए बहुत गर्व और खुशी का क्षण है। हम उन्हें चुनने के लिए केबिनेट के बहुत आभारी हैं।
बिड़ला राजस्थान के कोटा से भाजपा के दो बार के सांसद हैं और वे तीन बार विधायक भी रहे हैं। राजस्थान भाजपा में बिड़ला बड़ा नाम हैं और माना जाता है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह उनपर बहुत भरोसा करते हैं। शाह बिड़ला के राजस्थान में संगठन के काम से प्रभावित रहे हैं।
महाराष्ट्र के सरकारी दफ्तरों में सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहनों का होगा उपयोग – चंद्रकांत पाटिल
मुंबई : राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने महाराष्ट्र के सरकारी दफ्तरों में सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रिकल वाहनों के उपयोग करने की बात कही ।उन्होंने कहा कि बिजली की बचत के लिए सौर ऊर्जा महत्वपूर्ण पर्याय है।
हॉटेल ट्रायडंट में आज स्कोपिंग मिशन फॉर सोलार रुफटॉप कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने आगे कहा कि, सौर ऊर्जा का उपयोग समय की जरूरत है.।इससे पानी और कोयले की बड़े पैमाने पर बचत होगी ही साथ साथ पर्यावरण की रक्षा भी होगी। क्योंकि इस तरह के बिजली उत्पादन में कार्बन का उत्सर्जन नहीं होगा।
पाटिल ने कहा कि राज्य नगर पालिका और महानगर पालिकाओं द्वारा लैंपोस्ट के लिए सौर ऊर्जा के उपयोग के साथ साथ औद्योगिक क्षेत्रों में भी सौर ऊर्जा का उपयोग किए जाने से कार्बन उत्सर्जन रुकेगा जिसके चलते नागरिकों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।
पेट्रोल- डीजल के वाहनों का उपयोग धीरे धीरे कम करने पर बल देते हुए कहा कि अब इलेक्ट्रिकल वह कल के उपयोग का समय आ गया है। इन वाहनों के चार्जिंग के लिए रास्तों पर जगह-जगह चार्जिंग प्वाइंट लगाए जाएंगे जिनका उपयोग नागरिक कर सकेंगे।
पाटिल ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से किसानों को बडे पैमाने पर सौर पंप दिए हैं, इससे बिजली की बड़ी मात्रा में बचत हुई है।
उनका कहना था कि सरकार के साथ-साथ आम नागरिक भी सौर ऊर्जा का प्रयोग करें तो आर्थिक बचत के साथ साथ पर्यावरण का रक्षण भी होगा।
पाटिल के अनुसार अबतक राज्य के सरकारी इमारतों में सौर ऊर्जा के उपयोग के जरिये 39 फीसदी तक ऊर्जा बचत की गई है।
जेपी नड्डा भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष बने
हिमाचल से राज्य सभा सदस्य जगत प्रकाश नड्डा भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष बनाये गए हैं। अमित शाह दिसंबर तक भाजपा के अध्यक्ष बने रहेंगे। नड्डा दिसंबर तक कार्यकारी अध्यक्ष रहेंगे उसके बाद संगठन के चुनाव में सम्पूर्ण अवधि अध्यक्ष चुना जाएगा। इस सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि नड्डा को ही दिसंबर में स्थाई अध्यक्ष चुन लिया जाये।
भारतीय जनता पार्टी की संसदीय बोर्ड की सोमवार को दिल्ली में बैठक हुई जिसमें यह फैसला किया गया। इसमें पीएम मोदी और अमित शाह तमाम वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। नड्डा को पीएम मोदी, अध्यक्ष अमित शाह ने इस पद पर नियुक्ति की बधाई दी। पहले से ही चर्चा थी कि नड्डा को अध्यक्ष पद दिया जा सकता है।
नड्डा बुद्धवार को इस पद की शपथ लेंगे। नड्डा दिसंबर तक इस पद पर बने रहेंगे। इस बैठक में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज, जेपी नड्डा, थावरचंद गहलोत समेत बोर्ड के अन्य सदस्य पहुंचे थे।
नड्डा तो कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की घोषणा बैठक के दौरान राजनाथ सिंह ने की। राजनाथ ने कहा कि अमित शाह के नेतृत्व में बीजेपी ने कई चुनाव जीते। लेकिन जब से पीएम ने उन्हें गृह मंत्री नियुक्त किया, अमित शाह जी ने खुद कहा कि पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी और को दी जानी चाहिए।
भाजपा संसदीय बोर्ड ने जेपी नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष चुना है। भाजपा मुख्यालय में हुई भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में जेपी नड्डा को वरिष्ठ बीजेपी नेताओं ने गुलदस्ते भेंट किए।
झारखंड में ६ दुर्दाँद नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया
पांच पुलिस कर्मियों की हत्या के दो दिन बाद झारझंड से कुछ नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने की खबर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पांच लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली पीसी दी उर्फ प्रिसिला उर्फ सावड़ी देवी और किरण उर्फ पक्कू समेत छह कट्टर नक्सलियों ने सोमवार को दुमका में आत्मसमर्पण कर दिया। ये सभी नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) से जुड़े थे।
आत्मसर्पण करने वाले नक्सलियों में सुखलाल देहरी उर्फ कंदरा देहरी, पीसी दी उर्फ प्रिसिला देवी उर्फ सावड़ी सिंह, प्रेमशीला उर्फ होपन टी, किरण टुडू उर्फ पक्कू टुडू उर्फ उषा टुडू उर्फ फुलीना टुडू, भगत सिंह उर्फ भगत सिंह हेम्ब्रम उर्फ बाबूराम हेम्ब्रम और सिद्धो मरांडी उर्फ कन्हु हैं। जानकारी के मुताबिक पक्कू, पूर्व नक्सली ताला दा की पत्नी है। पुलिस में पक्कू के खिलाफ १६ मुकदमे दर्ज हैं। पीसी दी के पति सुखलाल देहरी ने भी पुलिस के सामने हथियार डाल दिये। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में पीसी दी और किरण दी सबजोनल कमांडर थीं, जबकि सिद्धो मरांडी का दर्जा एरिया कमांडर का था।
पीसी दी ने एके-४७, किरण दी ने कारबाईन, सिद्धो मरांडी ने इंसास राइफल, सुखलाल देहरी ने पिस्टल और भगत सिंह किस्कू ने राइफल के साथ आत्मसमर्पण किया। पीसी दी और किरण दी पर ५-५ लाख रुपये का इनाम घोषित था, जबकि सिद्धो मरांडी, प्रेमशीला देवी पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक झारखंड सरकार के प्रत्यार्पण एवं पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। सभी ने अपने-अपने परिजनों के माध्यम से आवेदन दिया था कि वे आत्मसर्पण करना चाहते हैं।
क्यों ठुकराया शिवसेना ने डिप्टी सीएम का पद?
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से एन पहले हुए मंत्रिमंडल विस्तार में शिवसेना के दो विधायकों को मंत्री का दर्जा दिया गया। हालांकि शिवसेना ने पहले राज्य के डेप्युटी सीएम पद की मंशा जाहिर की थी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर से इसे हरी झंडी मिल गई थी। लेकिन ऐसा क्या हुआ कि स्वयं शिवसेना अपनी बात पर कायम नहीं रह सकी और डेप्युटी सीएम पद का लोभ छोड़ दिया!
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शिव सेना के भीतर के आपसी मतभेदों के चलते शिवसेना चीफ़ उद्धव ठाकरे को अपना निर्णय बदलना पड़ा। दरअसल शिव सेना की मंशा अपने वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई को डेप्युटी चीफ़ मिनिस्टर बनाने की थी। लेकिन शिवसेना के कुछ लीडरान को यह बात रास नहीं आई। उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराने से गुरेज नहीं किया। इस पद के लिए अन्य नाम भी उभरने लगे थे। भीतरी गुटबाजी के चलते विधानसभा चुनाव के नतीजे प्रभावित हो सकते थे।इस गुटबाजी से उभरते मतभेदों से शिवसेना को बचाने के लिए उद्धव ने इस पद को पिक्चर से ही हटाने का निर्णय लेते हुए दो मंत्री पदों की मांग की जिसे मुख्यमंत्री फडणवीस ने स्वीकार कर लिया।
इतवार को हुए मंत्रीमंडल विस्तार समारोह में शिवसेना के दो,आर पी आई -ए के एक और बीजेपी के दस विधायकों ने मंतरी के तौर पर अपने पद और गोपनीयता की शपथ ली। भले ही मंत्रिमंडल 13 विधायकों को शामिल किया गया है लेकिन 6मंतरियों की ओर से इस्तीफे भी ले लिए गए हैं हालांकि कहा गया है कि यह इस्तीफे मंत्रियों ने स्वयं ही दिए हैं। यह बात दीगर है कि उनमें से कई मंत्रियों पर करप्शन के चार्ज लग चुके हैं और कईयों का रिकॉर्ड संतोषजनक नहीं है बावजूद इसके, इस्तीफा के चलते बीजेपी के भीतर भी असंतोष की सुगबुगाहट है। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए कांग्रेस के कद्दावर नेता राधाकृष्ण विखे-पाटिल को कैबिनेट का दर्जा दिए जाने को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
देश भर में डाक्टर हड़ताल, मरीजों की जान पर बनी
देशभर में डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ डाक्टरों की बातचीत सफल नहीं रही है। पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के साथ मारपीट की घटना के विरोध में सोमवार को देश भर के चिकित्सक हड़ताल पर चले गए जिससे मरीजों की जान पर बन आई है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने केंद्रीय चिकित्सक सुरक्षा कानून लाने की मांग करते हुए सोमवार सुबह छह बजे से मंगलवार सुबह छह बजे तक हड़ताल रखने की घोषणा की है। इस हड़ताल में आईएमए के बैनर तले देश भर में करीब तीन लाख से ज्यादा डॉक्टर शामिल हुए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इनके साथ ही सरकारी अस्पतालों के रेजीडेंट और आयुष के डॉक्टर भी हड़ताल पर रहेंगे। ऐसे में करीब दस लाख डॉक्टर ओपीडी में नहीं दिखेंगे। इससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि आपातकालीन वार्ड, प्रसूति और पोस्टमार्टम इत्यादि बाधित नहीं रहेंगे।
बताया गया है कि आईएमए के समर्थन में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, यूपी, बिहार, एमपी, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल सहित सभी राज्यों के रेजीडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल का निर्णय किया है। आईएमए के सचिव डॉ. आरवी अशोकन ने कहा कि डॉक्टरों के खिलाफ होने वाली हिंसा से निपटने के लिए केंद्रीय कानून बनाए जाने और उसके कार्यान्वयन की मांग को लेकर आईएमए २४ घंटे के लिए राष्ट्रव्यापी हड़ताल कर रहा है। हालांकि इस दौरान सभी आपातकालीन सेवाएं सामान्य रूप से काम करती रहेंगी। डाक्टरों की इस हड़ताल से देश हर में मरीजों की मुसीबतें बढ़ गयी हैं।










