नेशनल सैंपल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन (एनएसएसओ) के एक सर्वे ने देश की स्कूली शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है. सरकार की ओर से कराए गए इस सर्वे के अनुसार बगैर ट्यूशन पढ़े बच्चों का पास होना मुश्किल होता जा रहा है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि स्कूल में पढ़ाई का स्तर गिरने के कारण देश भर में सात करोड़ से ज्यादा छात्र ट्यूशन पढ़ने को मजबूर हैं. यह संख्या देश में छात्रों की कुल संख्या का 26 फीसदी है. इनमें से 4.1 करोड़ लड़के और तीन करोड़ लड़कियां हैं. रिपोर्ट में अनुमान व्यक्त किया गया है कि परिवार के कुल खर्च का 11 से 12 फीसदी प्राइवेट कोचिंग या ट्यूशन पर खर्च करना लोगों की मजबूरी बनता जा रहा है. उम्मीद के उलट समाज के गरीब तबके भी प्राइवेट कोचिंग का उतना ही सहारा लेते हैं जितना धनी परिवार के बच्चे. 2014 की पहली छमाही में एनएसएसओ ने 66,000 घरों का सर्वे किया था जिसके आधार पर भारत में शिक्षा पर एनएसएसओ ने हाल में यह रिपोर्ट जारी की है.